Wednesday 31 October 2018

शपथ लेकर एकता के लिए दौड़े विद्यार्थी


सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर पूर्वांचल विश्वविद्यालय में हुए विविध कार्यक्रम
विश्वविद्यालय के मुक्तांगन में बुधवार को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए गये।
परिसर के मुक्तांगन में वित्त अधिकारी एम.के.सिंह ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों कर्मचारियों  और विद्यार्थियों को एकता और राष्ट्रहित में कार्य करने की शपथ दिलाई। इसके बाद एकता के लिए वीर बहादुर सिंह की प्रतिमा से एकलव्य प्रतिमा तक दौड़ का कार्यक्रम रखा गया। इसमें विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया । कार्यक्रम के दौरान देशभक्ति के नारों से विश्वविद्यालय परिसर गूंज उठा।विश्वविद्यालय के छात्र अधिष्ठाता एवं समारोह के संयोजक प्रो अजय द्विवेदी ने मुक्तांगन मेँ  सरदार वल्लभ भाई पटेल  की कृतियों  पर प्रकाश डाला । 
विश्वविद्यालय के  प्रबंध अध्ययन संकाय मे सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन चरित्र एवं कृतियां विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन हुआ , जिसमें मानसी सिंह प्रथम ,प्रतीक कुमार सिंह द्वितीय एवं जैनब को तृतीय स्थान मिला । प्रतियोगिता में डॉक्टर रूश्दा आजमी , डॉक्टर प्रवीण कुमार , डॉक्टर इंद्रेश कुमार ने निर्णायक की भूमिका निभायी। समारोह में प्रोफेसर बीडी शर्मा , प्रो अशोक श्रीवास्तव प्रो. राम नारायण, डॉक्टर मनोज मिश्र, डॉ संदीप सिंह, डॉक्टर संतोष कुमार ,डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ.  अवध बिहारी सिंह ,डॉ. सुनील कुमार, पीके कौशिक, कपिल त्यागी , सतीश सिंह, दिवाकर शर्मा सहित लोग शामिल रहे ।

Saturday 27 October 2018

संगम 2018 फ्रेशर फंक्शन


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग एवं तकनीकी संकाय के बीटेक द्वितीय वर्ष के छात्रों द्वारा बीटेक प्रथम वर्ष के छात्रों हेतु संगम 2018 फ्रेशर फंक्शन का आयोजन विश्वविद्यालय के मुक्तांगन में किया गया कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर राजाराम यादव ने नवागत छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में प्रगति करने एवं महान बनने के लिए रिश्ते बनाना बहुत ही आवश्यक है सीनियर्स के अनुभव नवागत छात्रों को उनके शिक्षकों से भी ज्यादा मार्गदर्शन प्रदान करते हैं कुलपति ने प्रेरणादायक गीत भी बच्चों को सुनाया कार्यक्रम में ठेके के समन्वयक प्रोफेसर बीवी तिवारी ने कहा कि सभी कनिष्ठ छात्रों को अपने वरिष्ठ छात्रों का सम्मान करना चाहिए एवं वरिष्ठ छात्रों को कनिष्ठ छात्रों को मार्गदर्शन करना चाहिए इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई।कार्यक्रम के समन्वयक डॉ रजनीश भास्कर छात्र संयोजक वागीश कुमार एवं सह संयोजक छात्रा पूनम रही।वरिष्ठ छात्रों द्वारा विविध प्रतियोगिताएं आयोजित की गई जिसमें लांग रेस साइकिल रेस 100 मीटर दौड़ 400 मीटर रिले रेस इत्यादि प्रतियोगिता रही।
इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अजय द्विवेदी डॉक्टर संदीप कुमार सिंह डॉक्टर संतोष कुमार डॉ राजकुमार सोनी डॉक्टर दिग्विजय सिंह राठौर समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

मेगा कैंपस प्लेसमेंट में 55 विद्यार्थी चयनित 2 लाख से पांच लाख तक वार्षिक वेतन का मिला प्रस्ताव


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय मेँ दो दिवसीय मेगा कैँपस प्लेसमेंट मेँ 55 विद्यार्थियों का चयन किया गया।  इसमें 486 विद्यार्थियों ने भाग लिया था। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.डा.राजाराम यादव ने चयनित विद्यार्थियोँ को बधाई दी। प्लेसमेंट सेल की  निदेशक  प्रोफेसर रंजना प्रकाश में  बताया कि  एनआईआईटी मेँ बी. टेक  एवं एमबीए की 10 , अमेरिकन इंटरनेशनल  इंडस्ट्री  जनसंचार  एवं एमबीए के  9 , कॉसमॉस एस्पायर फाउंडेशन द्वारा बीटेक और एमबीए के 8 इंटेक्स द्वारा मैकेनिकल इंजीनियरिंग के 7, जयश्री पॉलीमर में मैकेनिकल के 10 सिलारिस इंफॉर्मेशन  प्राइवेट लिमिटेड  में बीटेक के 7  एवं न्यूट्रालाइफ  इंडिया में  बीफार्मा के चार विद्यार्थियों को  जॉब का ऑफर दिया गया है। विश्वविद्यालय परिसर में आई कंपनियों ने दो लाख से लेकर 5 लाख तक का वार्षिक वेतन का प्रस्ताव विद्यार्थियों को दिया है। उन्होँने कहा कि सिलैरिस इंफॉर्मेशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी , काश मास, न्यूट्रालाइफ,क्विकर और.एन.आई.आई.टी कंपनी ने गुरुवार और शुक्रवार को साक्षात्कार लिए। इस अवसर पर काशमाश कंपनी के मोहम्मद अजमत अली न्यूट्रालाइफ के धीरज कुमार नंदा , क्विकर के रोशन कुमार,एन.आई.आई.टी.के इरफान मुबीन सिद्दकी ने  विद्यार्थियों की सराहना की। साथ ही अन्य विद्यार्थियों को सफलता के कुछ टिप्स दिए। इस अवसर पर  प्रो.बी.बी.तिवारी ने कहा कि हमारे बच्चे काफी लगनशील हैँ और हमें आशा है कि आप की कंपनियों में अपनी उपयोगिता साबित करेंगे । 

Friday 26 October 2018

मेगा कैम्पस प्लेसमेंट के दूसरे दिन पांच कंपनियों ने लिए विद्यार्थियों के साक्षात्कार



 विश्वविद्यालय के मेगा कैम्पस  प्लेसमेंट के दूसरे दिन शुक्रवार को पांच कंपनियों ने विद्यार्थियों के साक्षात्कार लिए।   इसमें 486 विद्यार्थियों ने भाग लिया।  परीक्षा -साक्षात्कार  परिणाम की घोषणा शनिवार को होगी। साक्षात्कार देर शाम चलता रहा। 
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.डा.राजाराम यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय का ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल प्रदेश के अन्य राज्य विश्वविद्यालय की तुलना में बहुत बेहतर कार्य कर रहा है । इसकी सराहना विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के चेयरमैन प्रोफ़ेसर डीपी सिँह ने भी की है । कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ राजाराम यादव  ने आई  कंपनियों को भरोसा दिलाया कि हमारे विद्यार्थी  बहुत परिश्रमी  और योग्य हैँ।पिछले वर्ष 735 विद्यार्थी विभिन्न कंपनियों में चयनित हुए  है । सिलैरिस इंफॉर्मेशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी , काश मास, न्यूट्रालाइफ,क्विकर और.एन.आई..आई.टी कंपनी ने शुक्रवार को साक्षात्कार लिए। इस अवसर पर काशमाश कंपनी के मोहम्मद अजमत अली न्यूट्रालाइफ के धीरज कुमार नंदा , क्विकर के रोशन कुमार, एन.आई.आई.टी.के इरफान मुबीन सिद्दीकी  ने  विद्यार्थियों की सराहना की। इस अवसर पर  प्लेसमेंट सेल की निदेशक  प्रोफेसर डॉ  रंजना प्रकाश में कहा कि हमारे बच्चे मेधावी होने के साथ-साथ मेहनती  भी है।  हमें आशा है कि आप सब की कंपनियों में वे सब बेहतरीन प्रदर्शन  करेंगे । इस अवसर पर प्रोफेसर बी.बी. तिवारी प्रो. ए. के श्रीवास्तव,प्रो.हरि प्रकाश, डॉ रजनीश भास्कर, डॉ. आलोक दास, डॉ केएस तोमर।,श्याम जी त्रिपाठी, ऋषि सिँह सहित लोग  उपस्थित रहे। 

Thursday 25 October 2018

पी0यू0 में प्लेसमेंट ड्राइव का हुआ आयोजन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्विद्यालय के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल द्वारा दो दिवसीय मेगा कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव का आयेजन इन्जीनियरिंग संस्थान के विश्वसरैया हाल में किया गया। गुरूवार को कॉसमॉस इन्सपायर फाउन्डेशन, इनटैक्स इन्जीनियरिंग, सिलैरिस इन्फार्मेशन अवसर वेंचर तथा अमेरिकन इन्टरनेशनल इन्डस्ट्री ने कार्यक्रम में भागीदारी की। इसमें बी0टेक0, एम0सी0ए0, एम0बी0ए0 तथा जनसंचार अंतिम वर्ष के कुल 426 विद्यार्थीयां ने भाग लिया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डा0 राजाराम यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को बेहतर कम्पनीयों में रोजगार मिले इसके लिए हमारा प्रयास जारी है।

प्लेसमेंट ड्राइव में कॉसमॉस इन्सपायर फाउन्डेशन तथा इनटैक्स इन्जीनियरिंग कम्पनी ने बी0टेक तथा एम0सी0ए0 के विद्यार्थियों की लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थीयों का समूह साक्षात्कार तथा व्यक्तिगत साक्षात्कार लिया गया। सिलैरिस इन्फार्मेशन कम्पनी ने एम0बी0ए0 तथा अमेरिकन इन्टरनेशनल इन्डस्ट्री ने एम0ए0 जनसंचार के विद्यार्थीयों का व्यक्तिगत साक्षात्कार लिया। शुक्रवार को न्युट्रिलाइट, क्यूकर तथा एन0आई0आई0टी0 कम्पनियॉ बी0 फार्मा के विद्यार्थियों का साक्षात्कार लेगीं।
कार्यक्रम का संयोजन प्लेसमेण्ट सेल की निदेशिका प्रो0 रंजना प्रकाश ने किया। इसमे कॉसमॉस इन्सपायर फाउन्डेशन के एच0आर0 मो0 अजमद अली, इनटैक्स इन्जीनियरिंग कम्पनी के एम0 रवि, सिलैरिस इन्फार्मेशन कम्पनी के सारस गुप्ता, अवसर वेंचर के सौरभ श्रीवास्तव तथा अमेरिकन इन्टरनेशनल इन्डस्ट्री के अप्लव सक्सेना शामिल हुए।

Monday 8 October 2018

संकल्प लेना सरल, निभाना कठिन - आचार्य शांतनु


विश्वविद्यालय के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में चल रही सात दिवसीय श्री  राम कथा के छठें  दिन सोमवार को प्रख्यात कथा वाचक श्री शांतनु जी महाराज जी ने कहा कि  संकल्प लेना सरल निभाना कठिन है। पिता-पुत्र, भाई- भाई, पति- पत्नी और माँ- पुत्र के संबंधों मार्मिक वर्णन किया। 
उन्होंने सोमवार को राम के वनगमन के दृश्य को सुनाते हुए कहा कि  कैकई को  दिए गए दशरथ के वचन के बाद राम चौदह वर्ष के वनवास की तैयारियों में लग गए पुरे  आयोध्यावासी दुखी हो गए। राम  भाई लक्ष्मण और  सीता  वन जाने  निर्णय लिए और अपना धर्म निभाया। सुमित्रा और लक्ष्मण संवाद का जिक्र करते उन्होंने कहा है सुमित्रा ने जब लक्ष्मण से कहा कि भगवान राम के प्रति जागते और स्वप्न में भी विकार न लाना। तब लक्ष्मण ने चौदह वर्ष तक न सोने का संकल्प लिया था। कहा कि  संकल्प लेना सरल निभाना कठिन है। 
 उन्होंने कहा कि लक्ष्मण वन गमन के पूर्व जब अपनी पत्नी उर्मिला से मिलने गए तो उन्होंने  लक्ष्मण से कहा कि, मैं इतनी धन्य  हूं कि  आपको भगवान राम की सेवा का अवसर मिला। मैं इसमें बाधा नहीं बनूंगी  । क्योंकि धीरज धर्म मित्र अरु नारी ,आपद काल परखिए चारी कहावत के अनुसार पत्नियों का यह धर्म बनता है कि अपने पति को पतन से बचाए। यही भारतीय नारी का धर्म है ।
व्यास पीठ पूजन कुलपति प्रो राजाराम यादव, डॉ लालजी त्रिपाठी, प्रो बी बी तिवारी ,प्रो अजय द्विवेदी, डॉ विजय कुमार सिंह, डॉ विजय प्रताप तिवारी ,डॉ के एस तोमर ,डॉ अवध बिहारी सिंह सिंह ,श्री सुरेंद्र त्रिपाठी ,निपेंद्र सिंह,डॉ सुधीर उपाध्याय ,डॉ सुधांशु शेखर, शील निधि सिंह, प्रदीप सिंह, अनिल सिंह छांगुर, राघवेंद्र सिंह ,भावना रघुवंशी, शालिनी उपाध्याय, तृप्ति श्रीवास्तव ने किया।कार्यक्रम संचालन डॉ मनोज मिश्र ने किया।
इस अवसर पर पूर्व प्राचार्य टी डी कॉलेज डॉ अरूण कुमार सिंह ,प्रो वंदना राय,प्रो वी.डी शर्मा , प्रो अविनाश पार्थीडकर ,प्रो अजय प्रताप सिंह,प्रो राम नारायण, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर  समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

विशाल कृष्णा का नृत्य देख बजती रही तालियां



 
विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक संध्या का हुआ समापन 

 विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह के अंतर्गत चल रहे सांस्कृतिक संध्या का सोमवार को समापन हुआ।  चार दिवसीय सांस्कृतिक संध्या में दर्शकों ने खूब आनंद उठाया। समापन सत्र में  प्रख्यात कथक नर्तक विशालकृष्णा की टीम की प्रस्तुति पर दर्शकों की तालियां बजती रही।
प्रख्यात कत्थक कलाकार विशाल कृष्णा ने कहा कि हम अपनी संस्कृति ,कला से दूर हो  पश्चात संस्कृति से  जुड़ रहे हैं। हमें अपनी खुद के सांस्कृतिक विरासत को सहेज कर रखने की जरुरत है। उन्होंने अर्चना सिंह, श्रीयाना कृष्णा और स्पेन की कलाकार नूरिया काबो के संग प्रस्तुतियां दीं।
विशाल कृष्ण ने अपनी पहली प्रस्तुति अर्धनारीश्वर  पर दी।  जिसमें शिव और पार्वती  के अलग-अलग रूपों को नृत्य में देखकर दर्शकों को अद्भुत आनंद की अनुभूति हुई।  महिषासुर मर्दिनी की प्रस्तुति में मां दुर्गा के रौद्र रूप को देखकर पूरा हाल भक्तिमय  में हो गया। भगवान श्री कृष्ण का मोर नृत्य एवं तराना की प्रस्तुति ने दर्शकों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। आज रंग है री मां, आज रंग है री, मोरे ख्वाजा के रंग है री......... पर  सूफी कथक देख दर्शक खो गए। ग्रीष्म के बाद जब पहली बारिश की बूदों  को विशाल कृष्ण की टीम ने अपने नृत्य में  प्रस्तुत किया तो बारिश की बूंदों से पूरा  हाल  भीग गया। 
इसके पूर्व काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राम शंकर ने शस्त्रीय गायन  प्रस्तुत किया।  जिनके साथ तबले पर पंडित कुबेरनाथ मिश्र, हारमोनियम पर पंकज शर्मा, तानपुरा पर जितेंद्र सिंह एवं ऋषभ चतुर्वेदी संगति की। प्रोफेसर शंकर ने शास्त्री गायन का शुभारंभ साजन तुमसे प्यार है........  गाकर समा बांध दी।इसके साथ ही ठुमरी की भी बेजोड़ प्रस्तुति दी। संचालन डॉक्टर मनोज मिश्र ने किया। 

कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने प्रो राम शंकर एवं विशाल कृष्ण एवं उनकी टीम को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, प्रोफेसर अविनाश पाथर्डीकर,प्रो वंदना राय, प्रोफेसर अजय द्विवेदी, प्रो बी डी शर्मा,  डॉ अवध बिहारी सिंह,डॉ राजकुमार सोनी, डॉ रसिकेश, डॉ के डी समाधिया, डॉ नूपुर तिवारी,  पंडित अवधेश कुमार द्विवेदी, राकेश यादव, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ निपेंद्र सिंह,डॉ मनोज पांडे  समेत तमाम लोग उपस्थित रहे। 

Sunday 7 October 2018

वायलिन और तबले की जुगलबंदी ने बहाई सुर की धारा




अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध वायलिन वादिका  पद्मभूषण डॉ  एन राजम की प्रस्तुति के दर्शक हुए कायल 


विश्वविद्यालय के अवैद्यनाथ  संगोष्ठी भवन  में रविवार की शाम सांस्कृतिक संध्या में अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध वायलिन वादिका  पद्मभूषण डॉ  एन राजम ने  अपनी अनोखी  प्रस्तुति देकर श्रोताओं मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी छत्र छाया में संगीत का संस्कार ले रही सुश्री  रागिनी शंकर और  तबले पर संगत  बनारस घराने के प्रख्यात तबला वादक पंडित कुबेर नाथ मिश्रा  ने  किया। 
कार्यक्रम की शुरुआत में उन्होंने महात्मा गांधी के प्रिय  भजन रघु पति राघव राजा  राम और वैष्णव जन तो तेने कहिये को वायलिन के तारों से सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने अपनी प्रस्तुति में  राग देश और फिर  मीरा  का पद, पायो जी मैंने  राम रतन धन पायो बजाया। बनारसी दादरा की प्रस्तुति पर संगोष्ठी हाल में दर्शकों की तालियां लगातार बजती रही। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने राग भैरवी में बंदिश की प्रस्तुति से दर्शकों को अपना कायल बना दिया। 
उन्होंने कहा कि संगीत में  वॉल्यूम वेरिएशन से भाव आता है। एक फ्रेज को अलग अलग तरह से वायलिन के तारों को झंकृत कर सुनाया। संगीत में विराम  महत्व को भी बताया। 
कुलपति प्रोफेसर राजाराम यादव एवं आचार्य शांतनु जी महाराज ने डॉ  एन राजम, रागिनी शंकर और  पंडित कुबेर नाथ मिश्रा  को स्मृति चिन्ह प्रदान किया।  कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने कहा कि यदि कोई विद्यार्थी दूसरा एन  राजम  बनना चाहता है तो विश्वविद्यालय उसका पूरा खर्च वहन करेगा। उन्होंने डॉ राजम की अद्भुत प्रस्तुति पर कहा कि आज जिस प्रस्तुति को  विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थियों ने सुना है वो जीवनपर्यन्त उनके चित्त में रहेगा। 
कार्यक्रम का संचालन डॉ मनोज मिश्र। इस अवसर पर इस अवसर पर  कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, वित्त अधिकारी एमके सिंह, प्रो ओम प्रकाश सिंह, प्रो अविनाश पार्थीडकर, अन्नू त्यागी, डॉ अवध बिहारी सिंह,डॉ विजय तिवारी, डॉ अनुराग मिश्र, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ नीरज सिंह, डॉ  सुधीर उपाध्याय, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ के एस तोमर आदि मौजूद रहे।

राम कथा पाचवां दिन लाइव प्रसारण

गुरु का आशीर्वाद जीवन को बना देता है सार्थक-शांतनु महाराज

राम कथा का  पांचवां दिन


विश्वविद्यालय के अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में सात दिवसीय श्री राम कथा में पांचवें दिन गुरु की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु का आशीर्वाद जीवन को सार्थक बना देता है। सभी तीर्थ और धाम गुरु के चरणों में होते है।
श्री राम कथा में प्रख्यात कथा वाचक श्री शांतनु जी महाराज ने भगवान राम के विवाहोपरांत अयोध्या आगमन के दृश्य का वर्णन किया। कहा कि सुख में अयोध्यावासी भगवान का दर्शन कर रहे थे सुख में भगवान का दर्शन दुर्लभ संयोग है। उन्होंने गीत के माध्यम से भजन की व्याख्या करते हुए कहा कि आदत बुरी संभाल लो हो गया भजन।मन की तरंग संभाल लो हो गया भजन।
संगीतमय रामकथा में हारमोनियम पर अमन मिश्र, तबला पर भीमसेन, वायलिन पर सुरेश, बाँसुरी पर सुनील, सहगायक अंकित पाठक और सर्वेश तिवारी रहे। आचार्य पूजन सौरभ शास्त्री ने किया।
व्यास पीठ का पूजन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव, प्रो ओम प्रकाश सिंह, प्रो बी बी तिवारी, वित्त अधिकारी ए के सिंह , कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, प्रो बी बी तिवारी, डॉ दिलीप सिंह, ऋषिकेश त्रिपाठी,डॉ प्रमेन्द्र सिंह, मनोज द्विवेदी, चमन जैन, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, ने किया। कार्यक्रम का संचालन  डॉ मनोज मिश्र ने किया।
इस अवसर पर प्रो अजय प्रताप सिंह, प्रो वंदना राय, प्रो अविनाश पाथर्डीकर, डॉ राजीव प्रकाश सिंह, प्रो आर एन त्रिपाठी, प्रो बी डी शर्मा, डॉ एस पी तिवारी, डॉ के एस तोमर, डॉ दिवेन्दु मिश्र, डॉ अवध बिहारी सिंह,डॉ मनोज पांडेय समेत विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी, क्षेत्रवासी  मौजूद रहे।

गायन और मृदंग के अद्भुत संगम से श्रोता गदगद



सांस्कृतिक संध्या तबले पर दिखा उंगलियों का जादू

विश्वविद्यालय के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी हाल में शनिवार को आयोजित सांस्कृतिक संध्या के दूसरे दिन मृदंग वादन  और ठुमरी ने जमकर धमाल मचाया।
 इस अवसर पर मध्य प्रदेश छतरपुर से आए मृदंगाचार्य पण्डित अवधेश महराज ने रामचंद्र रघुवंश... गीत को मृदंग की थाप पर ऐसा सुनाया कि लोग दांतों तले अंगुलियां दबाने पर मजबूर हो गए। इसके बाद उन्होंने शिव तांडव और कृष्ण तांडव को मृदंग पर ऐसी थाप दी, की पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूँजने लगा। मृदँगाचार्य की उंगलियों का जादू  हर गीत पर सिर चढ़ कर बोला। पण्डित अवधेश जी के साथ हारमोनियम पर संगत कुलपति प्रोफेसर डॉ राजा राम यादव ने की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. राजाराम यादव ने कहा कि मृदंग  भगवान शंकर के डमरू से निकला है।  उन्होंने कहा  कि अगर जीवन में आनंद प्राप्त करना है  तो संगीत के पास आना होगा । उन्होंने  राग काफी मेँ करत जोहार मोरे सैयां ... सुनाया तो दर्शक अपनी तालियों को रोक ना सके । इसके बाद  कौन गली गयो श्याम बता दे मोरा... लोगों को  मंत्रमुग्ध कर दिया । इसी क्रम मेँ राग मालकोश  तुम तुम तना नाना ... दर्शकों को वाह वाह करने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद अयोध्या से आए पण्डित सत्य प्रकाश मिश्र का शास्त्रीय गायन हुआ इसमें तबले पर संगत पंडित अवधेश जी ने की। इस युगलबंदी में तबले और गायन का अद्भुत संगम देखने को मिला। उनके गीत नदिया किनारे मोरा गांव रे सांवरिया आ जइयो... ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
इसके बाद  कथावाचक आचार्य शांतनुजी महाराज ने तीनोँ कलाकारोँ को स्मृति  चिन्ह देकर सम्मानित किया। समारोह का सँचालन डॉ मनोज मिश्र ने किया । इस अवसर पर कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, वित्त अधिकारी एमके सिंह ,प्रो अविनाश पार्थीडकर,प्रो राम नारायण, डॉ सतेंद्र प्रताप सिंह, डॉ मनराज यादव, डॉ वीरेंद्र विक्रम यादव, डॉ सुरेंद्र त्रिपाठी, डॉ विजय तिवारी, डॉ अलोक सिंह, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ पुनीत धवन, डॉ  सुनील कुमार, डॉ  सुधीर उपाध्याय , डॉ मनीष गुप्ता आदि मौजूद थे।

Saturday 6 October 2018

राम कथा का चौथा दिन लाइव


भक्त और भगवान का प्रेम है अलौकिक- शांतनु महाराज

पूर्वांचल विश्वविद्यालय के अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में शनिवार को सात दिवसीय श्री राम कथा में चौथे दिन श्री राम कथा में श्रोता राम कथा सुन भाव विभोर हुए। 
श्री राम कथा में प्रख्यात कथा वाचक श्री शांतनु जी महाराज ने कहा कि राधा कृष्ण का प्रेम अलौकिक प्रेम है। आज के प्रेम की तुलना राधा कृष्ण के प्रेम से  नहीं की जा सकती। भक्त और भगवान का प्रेम अद्भुत होता है। 
उन्होंने मिथिला, चित्रकूट, अयोध्या और लंका के नागरिकों के चरित्र नक वर्णन किया। कहा कि यह अन्तः करण चतुष्ट मन, चित्त, बुद्धि तथा अभिमान का प्रतिनिधित्व करते है।
उन्होंने नामदेव की विट्ठल भक्ति को बड़े रोचक ढंग से सुनाया। कहा कि न जाने किस भेष में प्रभु भक्त से मिलने चले आये कोई नहीं जानता। विट्ठल भगवान स्वाननके भेष में नामदेव के पास आये थे। उन्होंने कहा कि जो सधने प्रयत्न करता है वो साधक है। जो सध चुका है वो साधु है जिसे जीवन के द्वंद सताते नहीं हैं। सिद्ध व्यक्ति वो  होते है जो खुद सधे होते है और दूसरे को भी साधते है।
संगीतमय रामकथा में हारमोनियम पर अमन मिश्र, तबला पर भीमसेन, वायलिन पर सुरेश, बाँसुरी पर सुनील, सहगायक अंकित पाठक और सर्वेश तिवारी रहे। आचार्य पूजन सौरभ शास्त्री ने किया।
व्यास पीठ का पूजन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के  प्रो राणा कृष्ण पाल सिंह, प्रो के पी सिंह, प्रो बी बी तिवारी, वित्त अधिकारी ए के सिंह , प्रो बी बी तिवारी, अमलदार यादव, राजेश जैन, डॉ सुशील सिंह, विद्यार्थी ऋतु श्रीवास्तव, पूजा साहू, महेंद्र शर्मा, रजत गुप्ता आदि ने किया। कार्यक्रम का संचालन  डॉ मनोज मिश्र ने किया।
इस अवसर पर दरबारी लाल, प्रो अजय प्रताप सिंह,प्रो अजय द्विवेदी,प्रो अविनाश पाथर्डीकर,  प्रो बी डी शर्मा, डॉ देवेश उपाध्याय, सुरेंद्र त्रिपाठी, प्रो राम नारायण, प्रो वंदना राय, डॉ दिलीप सिंह,डॉ संतोष कुमार, डॉ वीरेंद्र विक्रम यादव, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर,डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ नृपेंद्र सिंह, डॉ सुनील कुमार,डॉ संजय श्रीवास्तव, अशोक सिंह, समेत विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी, क्षेत्रवासी  मौजूद रहे।

कैंपस प्लेसमेंट में 23 विद्यार्थियों का हुआ चयन


विश्वविद्यालय  में एमबीए, एमसीए एवं बीटेक  के 23 विद्यार्थियों का कैंपस प्लेसमेंट में चयन हुआ है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ  राजाराम यादव द्वारा अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए शत- प्रतिशत  प्लेसमेंट का लक्ष्य रखा गया है।  जिसके क्रम में केंपस प्लेसमेंट  कराया जा रहा है।  विश्वविद्यालय के कुलपति ने चयनित विद्यार्थियों को बधाई दी है।
छात्रों के चयन हेतु पाई इन्फोकॉम लखनऊ के मानव संसाधन विभाग के विजय जायसवाल एवं उनकी टीम के सदस्यों द्वारा सेंट्रल ट्रेनिंग प्लेसमेंट के तत्वावधान में शुक्रवार  को एमबीए, एमसीए एवं बीटेक के अंतिम वर्ष के 500 विद्यार्थियों  ने परीक्षा दिया। लिखित परीक्षा में कुल 70 विद्यार्थी  सफल घोषित हुए। जिनका   ग्रुप डिस्कशन कराया गया। साक्षात्कार के बाद अंतिम रूप से  23 विद्यार्थी चयनित हुए। चयनित विद्यार्थियों की सूची शनिवार को जारी की गई।सेंटर ट्रेनिंग प्लेसमेंट की  निदेशक प्रोफेसर रंजना प्रकाश ने बताया कि आने वाले  समय में और भी कंपनियों के प्रतिनिधि कैंपस प्लेसमेंट के  लिए विश्वविद्यालय आयेगें। 

कथक और कथा की अमृत वर्षा में डूबे श्रोता


पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी हाल में शुक्रवार की शाम को आयोजित सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ कथक नृत्य से  हुआ। इस अवसर पर इलाहाबाद से आए कथक कलाकार रवि सिंह और प्रेरणा तिवारी ने एक से बढ़कर एक नृत्य प्रस्तुत किए । संगोष्ठी भवन में कथा और कथक दोनों ने अमृत वर्षा की। कार्यक्रम की शुरुआत रवि सिंह ने दुर्गा स्तुति से की, तो प्रेरणा तिवारी ने कथक के भाग तराना का परिचय कराया। इसके बाद रवि सिंह ने राधा तेरी, मेरा श्याम तू ...गीत पर जोरदार नृत्य की प्रस्तुति की। इस पर हाल तालियों से गूंज उठा। इस प्रस्तुति के जवाब में प्रेरणा तिवारी ने हाय मर जाएंगे, लूट जाएंगे , ऐसी बात ना करो ... गीत पर उनके भाव नृत्य ने दर्शकों की खूब तालियां बँटोरी। कथा में कृष्ण और गोपियों के महारास के वर्णन की रवि और प्रेरणा ने नृत्य के माध्यम से जो प्रस्तुति की वह दर्शकों के दिल में ऐसी उतरी कि लोग झूमने पर मजबूर हो गए। इसके बाद दोनों कलाकारों ने फ्यूजन गीत पर कथक करके दर्शकों को वन्स मोर , वन्स मोर करने पर मजबूर कर दिया। 
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. राजाराम यादव ने कहा कि कथक का मतलब कथा से आया भाव होता है। जब शरीर , मन और आत्मा एक साथ चलते हैं तब कथक होता है। इस अवसर पर कथावाचक आचार्य शांतनुजी महाराज और कुलपति प्रोफेसर डॉ. राजाराम यादव ने दोनों कथक कलाकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। समारोह का सँचालन डॉ मनोज मिश्र ने किया । इस अवसर पर कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, वित्त अधिकारी एमके सिंह , प्रो अजय द्विवेदी , प्रोफेसर अविनाश पार्थीडेकर,डॉ सौरभ पाल,राकेश यादव,अनु त्यागी,डॉ  सुधीर उपाध्याय ,डॉ शैलेश प्रजापति,डा.नृपेन्द्र सिंह, डॉक्टर सुनील कुमार डाँ अवध बिहारी सिंह ,डॉ संजय श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।

Friday 5 October 2018

राम कथा तृतीय दिवस लाइव प्रसारण

पूर्वांचल विश्वविद्यालय  में राम कथा का तीसरा दिन

विश्वविद्यालय के अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में शुक्रवार को सात दिवसीय श्री राम कथा में तीसरे दिन भगवान राम के जन्मोत्सव को सुनाया। घर-घर  आनंद छायों अयोध्या नगरी में गीत पर  श्रोता झूम उठे।
श्री राम कथा में प्रख्यात कथा वाचक श्री शांतनु जी महाराज ने कहा कि संसार का सबसे सरल परमात्मा को पाना है। सबसे कठिन धन कमाना है। लेकिन आज के दौर में हमने सरल को कठिन और कठिन को सरल बना दिया। प्रभु को पाने के लिए किसी देश,वेश और परिवेश की जरूरत नहीं होती है । वह सरलता से अपने भक्त को मिल जाता है। 
उन्होंने कहा कि परमात्मा मनुष्य के शुभ कामों को सदैव याद रखता है। मनुष्य की गलतियां उसे याद नहीं रहती।लेकिन मनुष्य मनुष्य की गलतियों को याद करता रहता है और अच्छे कामों को भूल जाता है।
संगीतमय रामकथा में हारमोनियम पर अमन मिश्र, तबला पर भीमसेन, वायलिन पर सुरेश, बाँसुरी पर सुनील, सहगायक अंकित पाठक और सर्वेश तिवारी रहे। आचार्य पूजन सौरभ शास्त्री ने किया।
व्यास पीठ का पूजन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव, प्रो बी बी तिवारी, वित्त अधिकारी ए के सिंह ,कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, प्रो बी बी तिवारी, प्रो वंदना राय, डॉ दिनेश सिंह, डॉ अजय दुबे, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ राज कुमार सोनी, डॉ प्रदीप कुमार आदि ने किया। कार्यक्रम का संचालन  डॉ मनोज मिश्र ने किया।
इस अवसर पर प्रो अजय प्रताप सिंह,प्रो अजय द्विवेदी,प्रो अविनाश पाथर्डीकर,  प्रो बी डी शर्मा, प्रो राम नारायण, राकेश डॉ मनीष गुप्ता, डॉ एस पी ओझा, डॉ शैलेष प्रजापति, डॉ सुनील कुमार, डॉ संजय श्रीवास्तव, समेत विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी, क्षेत्रवासी  मौजूद रहे।

Thursday 4 October 2018

राम कथा अमृत वर्षा दूसरा दिन

स्त्रियों के सम्मान से ही परिवार में आता है सुख- शांतनु महाराज

पीयू में राम कथा का दूसरा दिन


 पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में चल रही सात दिवसीय श्री राम कथा के दूसरे दिन गुरुवार को प्रख्यात कथा वाचक श्री शांतनु जी महाराज ने कहा कि अगर गृहस्थ  जीवन में पुरुष सुख चाहते है तो परिवार में स्त्रियों का सम्मान करें। जिस घर में स्त्रियों का सम्मान नहीं होता उस घर में कोई सुखी नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि भक्त के प्रेम के कारण इस धरा पर भगवान आते है दूसरा कोई सिद्धांत नहीं है।  वृन्दावन धाम के  एक भक्त और ईश्वर के सम्बन्ध को बड़े रोचक तरीके से सुनाया।
उन्होंने कहा कि मनुष्य के मन, वचन और कर्म में समानता नहीं दिख रही है वह असहज हो गया है। संसार के आधे से अधिक समस्याओं का कारण असहज होना है। अगर हम सहज रहेंगे तो समस्याएं समाप्त हो जाएंगी।
व्यास पीठ पूजन कुलपति प्रो राजा राम यादव, कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, वित्त अधिकारी एमके सिंह, प्रोफेसर बीबी तिवारी, प्रोफेसर अजय प्रताप सिंह, प्रोफेसर ए के श्रीवास्तव, डॉ राजकुमार सोनी, राकेश यादव, डॉ अवध बिहारी सिंह ने किया। संचालन अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो अजय द्विवेदी ने किया।

इस अवसर पर पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह, प्रो वंदना राय, प्रो बी डी शर्मा, डॉ अविनाश पाथर्डीकर, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ नुपूर तिवारी, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सुनील कुमार, डॉ सुधीर उपाध्याय, अनु त्यागी, डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ के एस तोमर, आर के जैन, संजय श्रीवास्तव समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

Wednesday 3 October 2018

Ram katha Live First Day

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में शुरू हुई सात दिवसीय राम कथा
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में बुधवार को सात दिवसीय श्री राम कथा अमृतवर्षा का शुभारंभ हुआ।
राम कथा में प्रख्यात कथा वाचक श्री शांतनु जी महाराज ने कहा कि बिना भगवत कृपा के कोई कथा नहीं सुन सकता। विज्ञान का युग है और इस युग में जब तक किसी चीज का वैज्ञानिक आधार नहीं होता है कोई विश्वास नहीं करता।आज शरीर के मैल को धोने का बहुत साधन है लेकिन मन के मैल को धोने का वैज्ञानिकों ने कोई साधन नहीं खोजा। मन के मैल को धोने का एक मात्र साधन हरि कथा श्रवण  है।
संगीतमय रामकथा में हारमोनियम पर अमन मिश्र, तबला पर भीमसेन, वायलिन पर सुरेश, बाँसुरी पर सुनील, सहगायक अंकित पाठक और सर्वेश तिवारी रहे। आचार्य पूजन सौरभ शास्त्री ने किया।
व्यास पीठ का पूजन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव, प्रो बी बी तिवारी, वित्त अधिकारी ए के सिंह , कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, अशोक सिंह, डॉ राधेश्याम सिंह, डॉ मनोज मिश्र, राकेश यादव ने किया। कार्यक्रम का संचालन अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो अजय द्विवेदी ने किया।
इस अवसर पर प्रो अजय प्रताप सिंह,प्रो अविनाश पाथर्डीकर, प्रो वंदना राय, प्रो बी डी शर्मा, मेजर डॉ एस पी सिंह, डॉ नुपूर तिवारी,डॉ संदीप सिंह, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर,डॉ के एस तोमर, डॉ रजनीश भास्कर, अमलदार यादव, पी के कौशिक, अशोक सिंह समेत विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी, क्षेत्रवासी  मौजूद रहे।


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विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होगा आयोजन

विश्वविद्यालय स्थापना समारोह के अंतर्गत 3 से 9 अक्टूबर तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें शास्त्रीय संगीत के कार्यक्रम आयोजित होंगे।
इलाहाबाद के कत्थक एवं भाव नृत्य कलाकार रवि सिंह एवं प्रेरणा तिवारी की प्रस्तुति 5 अक्टूबर को होगी।
अयोध्या के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक  पंडित सत्यप्रकाश मिश्र, छतरपुर मध्य प्रदेश के मृदंग वादक पंडित अवधेश महाराज की प्रस्तुति 6 अक्टूबर को होगी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर राजाराम यादव 6 अक्टूबर को ठुमरी की प्रस्तुति करेंगे। अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध वायलिन वादक पद्मभूषण एन राजम  अपनी कला का प्रदर्शन 7 अक्टूबर को करेंगी। 8 अक्टूबर को प्रख्यात कथक नृत्य विशाल कृष्ण एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राम शंकर द्वारा शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी जाएगी।यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय परिसर के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में सायं 7:30 से 9:30 बजे तक आयोजित होंगे।  3 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक शाम 4 बजे से 7 बजे तक श्री राम कथा अमृत वर्षा का आयोजन होगा। जिसमें प्रख्यात कथा वाचक शांतनु जी महाराज नैतिक मूल्यों का संचार करेगें।

विश्वविद्यालय में स्थापना दिवस पर बापू शास्त्री किये गए याद




विश्वविद्यालय में स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को नमन किया। अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में अपने संबोधन में कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव ने कहा कि बापू  सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चल कर महात्मा बनें। इसी रूप में उन्होंने देश को आजादी दिलाई। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को नमन करते हुए कुलपति ने कहा कि उनका सादा जीवन और उच्च विचार हमें इस भौतिकवादी युग में मार्गदर्शन का काम करता है।
गांधी जयंती के अवसर पर विश्वविद्यालय के कर्मचारी जगदंबा मिश्रा, राज नारायण सिंह, रमेश पाल, रविंद्र तिवारी, प्रदीप सिंह एवं सुनील सिंह द्वारा रामधुन प्रस्तुत की गई।
महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री पर विश्वविद्यालय के छात्र शिवेश, जैनभ, लक्ष्मी मौर्य एवं दिव्या श्रीवास्तव ने अपने विचार रखे। 
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष में आयोजित हुई भाषण एवं रंगोली प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव, कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल वित्त अधिकारी एम के सिंह ने पुरस्कृत किया। संचालन अशोक सिंह ने किया।
इस अवसर पर प्रोफेसर बीबी तिवारी, प्रोफेसर अजय प्रताप सिंह, प्रोफेसर अजय द्विवेदी, प्रोफेसर बीडी शर्मा प्रोफेसर राम नारायण, प्रोफेसर अविनाश पाथर्डीकर, डॉ सुनील कुमार, डॉ राजकुमार सोनी डॉ संतोष कुमार, राकेश यादव, डॉ आशुतोष सिंह,डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ निपेंद्र सिंह, डॉ अवध बिहारी सिंह, अमलदार यादव समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

प्री आरडी कैम्प के लिए स्वयं सेवक हुए रवाना
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक सेविकाओं एवं कार्यक्रम अधिकारियों को रांची में आयोजित होने वाले प्रीआरडी परेड में शामिल होने के लिए हरी झंडी दिखाकर कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव ने रवाना किया। इस टीम में धीरज कुमार यादव दीपक मौर्य
मोहम्मद तालिब रोशनी जायसवाल ममता चौबे एवं प्रतीक्षा यादव शामिल रहे. कार्यक्रम अधिकारी अजय कुमार सिंह उत्तर प्रदेश की टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक राकेश यादव मौजूद रहे।

Monday 1 October 2018

पीयू में आयोजित हुई भाषण और रंगोली प्रतियोगिता

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में हुआ आयोजन भाषण में शिवेश और रंगोली में अभिषेक विश्वकर्मा ग्रुप प्रथम 

 
विश्वविद्यालय के संकाय भवन में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में भाषण एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। रंगोली प्रतियोगिता में  अहिंसा, एकता,देश प्रेम, स्वच्छता एवं सद्भाव विषय पर  43  प्रतिभागियों ने रंगों के माध्यम से  संदेश दिया।  संकाय भवन के कान्फ्रेंस हॉल में 'कैसा हो भारत अपना' विषय पर  भाषण प्रतियोगिता में 25 प्रतिभागियों ने अपने विचार रखे। अपना  देश विश्व गुरु कैसे बने इसके लिए विद्यार्थियों ने मौलिक विचार रखे।रंगोली प्रतियोगिता में अभिषेक विश्वकर्मा ग्रुप प्रथम, राहुल गुप्ता  द्वितीय एवं मनसा विश्वकर्मा ग्रुप को तृतीय स्थान मिला। भाषण प्रतियोगिता में शिवेश प्रथम दिव्या श्रीवास्तव द्वितीय एवं हिमांशु को तृतीय स्थान मिला।अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अजय द्विवेदी ने विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों की सृजन  क्षमता प्रदर्शित हुई है।  विज्ञान संकाय के प्रोफेसर राजेश शर्मा ने कहा कि इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों रंगों के माध्यम से बड़े आकर्षण तरीके से सन्देश दिया है।  इन संदेशों को पढ़ कर यह लगता है कि हमारी युवा पीढ़ी सामाजिक मुद्दों को लेकर बहुत जागरूक है। निर्णायक मंडल में प्रोफेसर राजेश शर्मा, डॉक्टर अवध बिहारी सिंह, अनु त्यागी, डॉ झांसी मिश्रा शामिल रहीं। कार्यक्रम के  समन्वयक  डॉ दिग्विजय सिंह राठौर एवं सह समन्वयक डॉक्टर सुनील कुमार रहे। धन्यवाद ज्ञापन डॉ विनय वर्मा ने किया।