Saturday 29 February 2020

सूचना कार्यालय के सेवानिवृत्त कर्मचारी को किया सम्मानित



 
 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में शनिवार को  शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने जिला सूचना कार्यालय जौनपुर के सेवानिवृत्त कर्मचारी मुन्नीलाल को विभाग में  अंगवस्त्रम तथा स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया।
 विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी एवं  जनसंचार विभाग के अध्यक्ष एवं  डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि मुन्नीलाल ने जिला सूचना कार्यालय में तीन दशकों तक सेवा कर पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे सदैव समाज हित में काम करते हुए जन सरोकार से सदा जुड़े  रहे। उन्होंने कहा कि समय- समय पर विश्वविद्यालय में होने वाले आयोजनों में वे  मीडिया  और विश्वविद्यालय के बीच महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में भी कार्य किया है ।  
आभार व्यक्त करते हुए  मुन्नीलाल ने कहा कि जो सम्मान मुझे इस विश्वविद्यालय  में मिला है वह  मेरे जीवन की अमूल्य धरोहर है जिसे हम कभी भुला नहीं पाएंगे।   इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सुनील कुमार, डॉ अवध  बिहारी सिंह सहित विद्यार्थी उपस्थित रहे। 

नये फोटोनिक मटेरियल बनाने पर शोध करेगे पी यू के डॉ अजीत सिंह


रिसर्च ग्रांट के अंतर्गत मिले 53 लाख रुपए

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान  के रसायन विभाग के शिक्षक डॉ अजीत सिंह  आर्गेनिक और नैनो  डेरिवेटिव्स  से नये फोटोनिक मटेरियल पर शोध करेगे | इसके लिए उन्हें विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के साइंस व इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड की ओर से  कोर रिसर्च ग्रांट के अंतर्गत 53 लाख रुपए का प्रोजेक्ट ग्रांट मिला है। इस प्रोजेक्ट की अवधि 3 साल होगी l बताते चलें कि इसके पूर्व में डॉ अजीत सिंह ने  एम. एन. एन. आई. टी इलाहाबाद में भी फास्ट ट्रैक यंग साइंटिस्ट के तहत 33 लाख का प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक पूरा किया है l
प्रोजेक्ट के  संबंध में डॉ अजीत सिंह ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में नए फोटोनिक  मटेरियल डिजाइन किए जाएंगे जो कि ऑर्गेनिक  एवं नैनो नैनो डेरिवेटिव पदार्थ होंगे l अभी तक डाटा स्टोरेज के लिए बायनरी सिस्टम के तहत डाटा स्टोर करते हैं इस शोध प्रोजेक्ट में नए फोटोनिक मटेरियल की मदद से टरनरी डाटा स्टोरेज बनाए जायेंगे | जिसके प्रयोग से दिन पर दिन बढ़ते डाटा के प्रयोग को हम सभी आसानी से और छोटी जगहों में रख पाएंगे  |
इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई और शुभकामनाएं दी।  इस अवसर पर रज्जू भइया संस्थान के निदेशक प्रो. देवराज सिंह ने भी प्रसन्नता व्यक्त की। इस मौके पर जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ  मनोज मिश्र, डॉ प्रमोद यादव, डॉ दिग्विजय  सिंह राठौर,नितेश जायसवाल, डॉ मनीष गुप्ता, व अन्य शिक्षकों ने बधाई दी।

Monday 24 February 2020

आदर्श,मूल्य और मर्यादा वाली हो शिक्षा: श्रीहरि बोरिकर

विश्वविद्यालय ‌के रज्जू भैया फिजिकल स्टडी एवं रिसर्च सेंटर  के आर्यभट्ट सभागार में युवाओं के विकास में नई शिक्षा नीति का योगदान विषय पर सोमवार को एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह आयोजन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के काशी प्रांत द्वारा आयोजित की गई।

इस अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता अखिल भारतीय विश्वविद्यालय प्रमुख श्रीहरि बोरिकर  ने कहा कि हमारी शिक्षा आदर्श, मूल्य और मर्यादा वाली होनी चाहिए। भारत में विविधता में एकता क्यों है. इसकी अवधारणा को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। हमारे क्रांतिवीरों का इतिहास पाठ्यक्रम में तोड़ मरोड़ कर रखा गया था अब उसे सही रूप दिया गया। उन्होंने कहा कि भारत की शिक्षा नीति  समग्र बातों को ध्यान में रखकर बनाई गई है।इस शिक्षा नीति का मुख्य मकसद प्री प्राइमरी से रिसर्च तक विद्यार्थी को कैसा होना चाहिए उसकी व्यवस्था की गई। उन्होंने ने कहा कि शिक्षा को रोजगारपरक बनाने की भी व्यवस्था  शिक्षा नीति के ड्राफ्ट में की गई है।
अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. डॉ. राजाराम यादव ने कहा कि हमारी प्राचीन शिक्षा नीति में आधुनिकता का भी समावेश है। हमारी शिक्षा गर्भाधान से ही शुरू होती है, इसका मार्गदर्शन दुनिया को भारत ने ही किया, इसके लिए महाभारत के अभिमन्यु का उदाहरण हमारे सामने है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के ड्राफ्ट के समय मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर  शिक्षा और संस्कृति मंत्रालय का प्रस्ताव दिया था, उस पर विचार‌ किया गया है। हमारे विश्वविद्यालय के कई पाठ्यक्रम जिन उद्देश्यों को ध्यान में रखकर चलाए जा रहे हैं उसे नई शिक्षा नीति में रखा गया है यह हमारे लिए गर्व की बात है। इसके पूर्व विशिष्ट अतिथि प्रो.मानस पांडेय ने नई शिक्षा नीति पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए विषय प्रवर्तन किया।

कार्यक्रम का संचालन उद्देश्य सिंह और धन्यवाद ज्ञापन डॉ आशुतोष सिंह ने किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह, ‌नीरज सिंह, प्रो अविनाश पाथर्डीकर, डॉ अवनीश सिंह, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ मनोज पांडेय, डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ सुनील कुमार, वंदना, डॉ महेंद्र त्रिपाठी, डॉ. अजय दुबे, डॉ प्रमोद यादव, डॉ नितेश जायसवाल, डॉ गिरिधर मिश्र, डॉ मनीष गुप्ता, डॉ पुनीत धवन, डॉ आलोक दास, डॉ धर्मेंद्र सिंह,नितीन चौहान, विकास ओझा सुमित सिंह अवकाश सिंह, शीलनिधि सिंह आदि शामिल थे।

Thursday 20 February 2020

मातृभाषा दिवस

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में  मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार एवं  राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा  अभियान के निर्देश के क्रम में गुरुवार को मातृभाषा दिवस मनाया गया।
विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय में  विषयों पर  मातृभाषा में  लिखी गई पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई गई। विश्वविद्यालय परिसर के विभिन्न पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों ने  इन पुस्तकों को पढ़ा। सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी के संकाय अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने विद्यार्थियों से कहा कि मातृभाषा हमारी पहचान और पहली बोली  है। इसकी उन्नति में  ही हम सबकी उन्नति जुडी है।
फार्मेसी संस्थान में विविधता में एकता विषयक परिचर्चा का आयोजन किया गया परिचर्चा में प्रतिभागियों ने मातृभाषा की महत्ता पर विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर राजीव कुमार,डॉ आलोक दास, नृपेंद्र सिंह, पूजा सक्सेना  ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। प्रबंध अध्ययन संकाय में  मातृभाषा पर आधारित वृत्तचित्र इन डेप्थ  का प्रदर्शन किया गया। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अजय द्विवेदी ने कहा कि मातृभाषा का सदैव सम्मान करना चाहिए। मातृभाषा में बोलने से प्रेम बढ़ता है और आत्मीयता की अनुभूति होती है।इस अवसर पर डॉ सचिन अग्रवाल, डॉ मुराद अली, डॉ राकेश कुमार उपाध्याय, राजेश कुमार, मोहम्मद अबू सलेह अनुपम, अभिषेक श्रीवास्तव उपस्थित रहे।

Saturday 15 February 2020

समागम अनुभव जीवन की प्रगति में काम आएगा: कुलसचिव


रोवर्स/ रेंजर तीन दिवसीय समागम का हुआ उद्घाटन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मुक्तांगन  परिसर में 27 वां प्रादेशिक रोवर्स /रेंजर्स समागम का उद्घाटन शनिवार को कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल और परीक्षा नियंता बीएन सिंह ने किया।

मुख्य अतिथि कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में तीन दिन के समागम का अनुभव जीवन में प्रगति के काम आएगा। इसका अनुशासन और सेवाभाव आपके जीवन की तस्वीर और तकदीर बदल देता है। अध्यक्षता करते हुए डॉ बीएन सिंह ने कहा कि स्वस्थ भारत के निर्माण में रोवर्स रेंजर्स की भूमिका महत्वपूर्ण है। इनके माध्यम से ही हम मजबूत भारत का निर्माण कर सकते हैं।

प्रादेशिक संगठन आयुक्त स्काउट लखनऊ राजेंद्र सिंह हंसपाल ने कहा कि रोवर्स रेंजर्स अनुशासन और सेवाभाव के लिए जाने जाते हैं। वह इसी के माध्यम से अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं।
डॉ.भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी,महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ,महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी,वीर ‌बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर की रोवर्स रेंजर्स टीम ने मुख्य अतिथि को परेड कर सलामी दी।
इसके पूर्व टीम ने अपनी परंपरा के अनुसार अतिथियों का स्वागत और अभिनन्दन किया। साथ ही अतिथियों को कैंप, अंगवस्त्रम भेंटकर सम्मानित किया गया। इसके बाद विश्वविद्यालय इकाई के समन्यवक डॉ. जगदेव ने स्वागत करते रोवर्स रेंजर्स के कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा रखी।संचालन डॉ शफी उज्जमा ने किया।
समारोह में प्रादेशिक संगठन आयुक्त गाइड‌ कामनी श्रीवास्तव, एसपी सिंह, एनएसएस समन्यवक राकेश यादव, डॉ संजय सिंह,राकेश मिश्रा, प्रदीप गुप्ता, हीरालाल यादव, डॉ उदयभान यादव, डॉ.मनोज तिवारी, डॉ.संजय श्रीवास्तव, आर.के.जैन, डॉ.झांसी मिश्रा, राकेश सैनी, डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव इत्यादि थे। 

Thursday 13 February 2020

नौकरी के बाद अंतिम व्यक्ति का ध्यान रखें विद्यार्थी- शतरुद्र



27 कंपनी के प्रतिनिधियों ने की चयन की प्रक्रिया

जॉब फेयर में 3000 विद्यार्थियों ने किया प्रतिभाग


कुलपति ने किया जॉब फेयर का उद्घाटन



11 फ़रवरी को विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल द्वारा दो दिवसीय जॉब फेयर में 3000 से अधिक विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। देश के विभिन्न भागों से आए कंपनी के एचआर प्रतिनिधियों द्वारा चयन प्रक्रिया की गई।
जॉब फेयर का उद्घाटन सोमवार की सुबह इंजीनियरिंग संस्थान परिसर में बतौर मुख्य अतिथि खेल एवं युवा मंत्रालय भारत सरकार के शासी निकाय के सदस्य शतरूद्र प्रताप, कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव, प्लेसमेंट सेल की निदेशक प्रोफेसर रंजना प्रकाश, इलाहाबाद के समाजसेवी शारदा पाठक ने संयुक्त रूप से किया।
मुख्य अतिथि शतरुद्र प्रताप ने अपने संबोधन में कहा कि विश्व में बहुत सी क्रांतियां हुई है लेकिन औद्योगिक क्रांति से दुनिया की तस्वीर बदली है। उन्होंने कहा कि गांधीजी मैं भी आजादी के समय भारतीयों में उद्यमिता का भाव जगाया था। विद्यार्थियों से उन्होंने अपील की कि सेवा में आने के बाद भी अंतिम व्यक्ति को ध्यान में रखकर काम करें।
अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय लगातार तीसरे वर्ष जॉब फेयर का आयोजन कर रहा है। अभी तक विभिन्न कंपनियों में चयनित हुए किसी विद्यार्थी की क्षमता पर कोई प्रश्नचिन्ह नहीं उठा है उन्होंने कंपनी के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि  हमारे विद्यार्थी अनुशासित, ईमानदार एवं मेहनती हैं। उनमें सृजनशीलता है कंपनी के प्रगति में पूर्वांचल के विद्यार्थी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे।
विशिष्ट अतिथि शारदा पाठक ने कहा कि ऐसे जॉब फेयर विद्यार्थियों के जीवन में सुखद अवसर लेकर आते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय को इस आयोजन के लिए बधाई दी।
प्लेसमेंट सेल की निदेशक प्रोफ़ेसर रंजना प्रकाश ने जॉब फेयर के विषय में विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यह सेल विद्यार्थियों को प्रशिक्षण एवं रोजगार उपलब्ध कराने में सदैव तत्पर रहा है और इसी क्रम में आज जॉब फेयर का आयोजन किया जा रहा है।विश्वविद्यालय के कुलपति एवं अन्य अतिथियों ने कंपनी प्रतिनिधियों से विस्तार से जानकारी प्राप्त की। जॉब फेयर में 27 कंपनियों के एचआर प्रतिनिधियों ने फार्मेसी एवं इंजीनियरिंग संस्थान में चयन की प्रक्रिया की।
जॉब फेयर में परिसर के विभिन्न पाठ्यक्रमों समेत, पीजी कॉलेज, बदलापुर, मालती महाविद्यालय, टी डीकॉलेज, मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज, मड़ियाहूं पीजी कालेज के डा. वेदप्रकाश चौबे के नेतृत्व में विभिन्न ने जनपद के विद्यार्थी प्रतिभाग किये।
इस अवसर पर वित्त अधिकारी एमके सिंह, कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंह, प्रोफ़ेसर बीबी तिवारी, प्रोफेसर एके श्रीवास्तव,प्रो अविनाश  पाथर्डीकर, प्रोफ़ेसर वंदना राय, डॉ मनोज मिश्र, प्रो बी डी शर्मा, प्रो राजेश शर्मा, प्रो अजय प्रताप सिंह, डॉ राजकुमार, डॉ संतोष कुमार,श्याम त्रिपाठी समेत तमाम लोग उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन प्रो अजय द्विवेदी ने किया।



दूसरे दिन भी  जाब फेयर में दिखा उत्साह

जॉब फेयर के दूसरे दिन भी विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ प्रतिभाग किया। जाब फेयर में परिसर सहित महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने चयन प्रक्रिया में अपना प्रदर्शन किया।कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने जॉब फेयर में पहुंचकर कंपनी के एच आर प्रबंधकों से बातचीत की साथ ही विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया । उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को पढ़ाई के बाद रोजगार मिले यह बहुत ही सुखद होगा। समाजसेवी रामाधीन सिंह ने कहा कि पहली नौकरी जीवन में बहुत कुछ पाने के लिए प्रेरित करती है। ट्रेनिंग प्लेसमेंट एवं प्रशिक्षण सेल की निर्देशिका प्रोफेसर रंजना प्रकाश ने कहा की 2 दिन के जॉब फेयर में विद्यार्थियों का उत्साह व प्रदर्शन सराहनीय रहा है। दूसरे दिन 2000 प्रतिभागियों ने 27 कंपनियों के प्रतिनिधियों के समक्ष साक्षात्कार दिया।
जाब फेयर में प्रोफेसर बीवी तिवारी फ्रो मानस पांडेय. ,प्रोफेसर एके श्रीवास्तव , प्रोफेसर अजय  द्विवेदी,, डा प्नमोद यादव,अनु त्यागी ,डॉक्टर अमरेंद्र सिंह, डॉक्टर संतोष कुमार , डॉ राज कुमार, डॉ संदीप सिंह, डॉ मनोज पांडेय, श्याम त्रिपाठी समेत अन्य मौजूद रहे । संचालन अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अजय द्विवेदी ने किया। 



1100 विद्यार्थियों को मिला जाब आफर

जारो ने दिया 12 लाख का पैकेज


जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में चल रहे जॉब फेयर में  आई 27 कंपनियों के अधिकारियों ने 1100 से चयनित विद्यार्थियों को जाब आफर दिया।
दो दिवसीय जाब फेयर में 5000 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया था। जवाब फेयर में चयनित विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ.राजाराम यादव ने बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। साथ ही कहा कि हमें अपने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की मेहनत और निष्ठा पर फख्र है। ट्रेनिंग प्लेसमेंट एवं प्रशिक्षण सेल की निर्देशिका प्रोफेसर रंजना प्रकाश ने जाब फेयर में आई कंपनियों के प्रति आभार जताया।
विश्वविद्यालय में जेनपैक्ट, टेक महिंद्रा, इक्स्ट्रामार्क, जारो इजुकेशन,  आर-1 आरसीएम, बजाज कैपिटल,युरेका फोर्ब्स (केवल बीबीए), श्रीराम फॉर्च्यून सॉल्यूशन लिमिटेड, एटीएस इंडिया, टैलेंट कॉर्नर एचआर सर्विसेस, होस्टेलों (केवल बीबीए), सिलारिस इंफॉर्मेशन (मैक्स लाइफ), इंफोसिस(ऑफ रोले), एक्सक्रिनो, ट्टोयस बाज़ार, के7 सॉल्यूशन, सिग्निटी पैरोल (हायरिंग फार पेमेंट/गूगलेपे/फोनेपे/ फ्यूचर ग्रुप), एक्सपेरिस आईटी(सीएसई आईटी) , डेक्कन हेल्थकेयर, ड्यूफुल हेल्थकेयर, सकाटा इंडिया, पेस्ट कंट्रोल इंडिया(पीसीआई) इत्यादि कंपनियां विद्यार्थियों के साक्षात्कार लिया।
इस अवसर‌ पर वितरण अधिकारी एम.के. सिंह, प्रो. मानस पांडेय , प्रो अजय प्रताप सिंह, डॉ.मनोज मिश्र, डॉ.प्रमोद यादव, डॉ.सुनील कुमार, डॉ.गिरधर मिश्र, डॉ.अवध बिहारी सिंह, डॉ.पुनीत धवन, डॉ.अजीत सिंह, डॉ.जाह्नवी श्रीवास्तव,अनु त्यागी, डॉ.संजय श्रीवास्तव,श्याम त्रिपाठी समेत अन्य मौजूद रहे । 

Sunday 9 February 2020

शाही किले में फोटोग्राफी कार्यशाला का हुआ समापन


कैमरे की तकनीक से परिचित हुए विद्यार्थी
पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जौनपुर है सक्षम-डॉ कायनात

 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में चल रही यात्रा लेखन एवं फोटोग्राफी विषयक कार्यशाला का समापन जौनपुर शहर के शाही किला में रविवार को हुआ।प्रख्यात यात्रा लेखिका एवं फोटोग्राफर डॉ कायनात काजी ने नए नजरिए से शाही किले के विभिन्न भागों को कैद कर पत्रकारिता के विद्यार्थियों को फोटोग्राफी कला से परिचित कराया।
डॉ कायनात काजी ने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जौनपुर में बहुत कुछ है यह बनारस के पास है जहां बहुत सारे पर्यटक आते हैं। बस थोड़े से प्रयास से पर्यटकों के  दल को  बुलाया जा सकता है ।जौनपुर के ऐतिहासिक स्थलों को यहां के लोग सोशल मीडिया,फोटोग्राफी और अन्य माध्यमों से वैश्विक पटल पर अगर पहुंचाते रहे तो पर्यटक आएंगे और शहर का विकास भी होगा।
जनसंचार विभाग एवं मोहम्मद हसन कॉलेज के पत्रकारिता विषय के विद्यार्थियों को डॉ कायनात काजी ने लाइट के महत्व को बखूबी से समझाया। दृश्य को कैद करते समय किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए इस पर भी विस्तार से बातचीत की। विद्यार्थियों ने ऐतिहासिक स्थलों को बड़ी बारीकी से अपने कैमरे में कैद किया।
जनसंचार विभाग अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि केंद्रीय प्लेसमेंट एवं प्रशिक्षण सेल एवं जनसंचार विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुए इस कार्यशाला ने अपने उद्देश्यों को पूर्ण की है।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने तीन दिवसीय कार्यशाला में विद्यार्थियों को लेखन और फोटोग्राफी कला की बारीकियों से परिचित कराने के लिए डॉ कायनात काजी के प्रति आभार व्यक्त किया।
कार्यशाला के समापन सत्र में डॉ प्रतीक मिश्रा, डॉ दयानंद उपाध्याय, डॉ अवध बिहारी सिंह, आनंद सिंह, जव्वार हुसैन, जावेद अहमद समेत प्रतिभागी मौजूद रहे।

Saturday 8 February 2020

डॉ कायनात ने सिखाए लेखन के गुर


                                    कार्यशाला के दूसरे दिन फोटो प्रदर्शनी लगी

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में यात्रा लेखन और फोटोग्राफी विषयक कार्यशाला में दूसरे दिन प्रख्यात यात्रा लेखिका और फोटोग्राफर डॉ कायनात काजी ने प्रतिभागियों को यात्रा लेखन के तकनीकों से परिचित कराया।
उन्होंने कहा कि हमारे पास जो ऊर्जा का स्रोत हैं उसे बनाने में लगाना है कि लड़ने में यह हमें स्वयं तय करना होगा। सकारात्मक दृष्टिकोण हमारा होगा तभी हम बेहतर लिख पाएंगे। यात्रा पर सूचनाओं के संकलन, जानकारी की पुष्टि एवं लेखन की नवीन तकनीकों पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि एक फोटोग्राफर की नजर कातिल की नजर की तरह होनी चाहिए। दृश्य को कैद करने के लिए फोटोग्राफर को  कोई बताएगा नहीं बल्कि उसे खुद महसूस करना पड़ेगा।
केंद्रीय ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल एवं जनसंचार विभाग के संयुक्त तत्वावधान में चल रही इस कार्यशाला में जनसंचार विभाग के विद्यार्थी शाकंभरी नंदन द्वारा चित्र संचय फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन डॉ कायनात काजी एवं प्लेसमेंट सेल की निदेशक  प्रोफेसर रंजना प्रकाश द्वारा किया गया।
फोटो प्रदर्शनी में पोट्रेट फोटोग्राफी, लैंडस्केप फोटोग्राफी, ब्लैक एंड व्हाइट फोटोग्राफी को बड़े शानदार तरीके से प्रस्तुत किया गया। शाही पुल,सूरज के उगने की फोटो, लंगूर बंदर, साधू सन्यासियों और जौनपुर के घाट की फोटो ने विद्यार्थियों को खूब आकर्षित किया।
प्लेसमेंट सेल की निदेशक प्रोफेसर रंजना प्रकाश ने कहा कि यह कार्यशाला निश्चित तौर पर विद्यार्थियों में लेखन और फोटोग्राफी के तकनीकी पक्षों से परिचित कराने में पूर्ण सफल होगी।
कार्यशाला के प्रथम सत्र में संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें प्रतिभागियों ने डॉ कायनात काजी से अपने मन की बात एवं  सवाल किए।
जनसंचार विभाग अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र में अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन कार्यशाला के संयोजक डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने किया। इस अवसर पर डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ सुनील कुमार, डॉ चंदन सिंह, सुधाकर शुक्ला, पंकज सिंह, आनंद सिंह समेत प्रतिभागी मौजूद रहे।

Friday 7 February 2020

यात्रायें समाज के हर तबके से जोड़ती है - डॉ कायनात


महिला यायावर का  नजरिया  होता है  संवेदनशील

यात्रा लेखन  एवं फोटोग्राफी विषयक तीन दिवसीय कार्यशाला हुई शुरू 

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के फार्मेसी संस्थान के सभागार में शुक्रवार को यात्रा लेखन एवं फोटोग्राफी विषयक तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ।यह कार्यशाला केंद्रीय प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट सेल एवं जनसंचार विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई है।

उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि  प्रख्यात यात्रा लेखिका, ब्लॉगर एवं फोटोग्राफर डॉ कायनात काज़ी ने कहा किअपने देश को समझने के लिए यात्रा से बेहतर कोई माध्यम नहीं है. पुरुष यायावर तो बहुत हुए है लेकिन महिला यायावर की चर्चा इतिहास में नहीं हुई है. महिला यायावर के वृत्तान्त में  दुनिया को दिखाने का उसका नजरिया  संवेदनशील रहेगा . उन्होंने कहा कि अकेले यात्रा करने पर आप अपने को जान पाते है और सारे निर्णय यात्रा के दौरान खुद ही लेते है. यात्रायें समाज के हर तबके से जोड़ने का माध्यम बनती है. उन्होंने यात्राओं के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में आज भी अतिथि देवो भव का भाव है. यह देश अकेली महिला के लिए पूरी तरह सुरक्षित है तथा समय -समय पर लोग मदत करते है . उन्होंने यात्रा लेखन और फोटोग्राफी  के लिए विद्यार्थियों को टिप्स भी दिए. कहा कि गूगल और विकिपीडिया से सूचनाएं खोजने की जगह मौलिक जानकारियां एकत्रित करें. 

अध्यक्षीय सम्बोधन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवालने कहा कि आज सोशल मीडिया का दौर हैजिसमें आप ही लेखक, संपादक और प्रकाशक है.अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए जो कुछभी अभी अछूता  है अपने यात्रा विवरणों को लिख कर दुनिया के सामने रखें.उन्होंने कहा कि इस तीन दिवसीय कार्यशाला से  विद्यार्थियों में निश्चित तौर पर एक नया नजरिया आएगा. 

कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में  जनसंचार  विभागाध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि  महान यात्रियों ने  देश की संस्कृति और लोकाचार से विश्व को परिचित कराया है. यात्रा विवरण इतिहास की धरोहरें हुआ करती है. डॉ कायनात जैसे यायावरों से युवा पीढ़ी को ऊर्जा मिलती है. उन्होंने कहा कि यात्रा लेखन वहीँ कर सकते है जो राग- द्वेष से दूर हो. डॉ मिश्र ने कार्यशाला के आयोजन हेतु कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव एवं प्रो रंजना प्रकाश के प्रति आभार व्यक्त किया. 

कार्यक्रम के संयोजक डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने डॉ कायनात  का परिचय प्रस्तुत करते हुए कार्यशाला की उपयोगिता पर प्रकाश डाला एवं विभाग के शिक्षक डॉ सुनील कुमार ने विषय प्रवर्तन किया । धन्यवाद ज्ञापन डॉ चंदन सिंह एवं संचालन डॉ अवध बिहारी सिंह ने किया. तकनीकी  सत्र में आशीष श्रीवास्तव नें फोटोग्राफी की व्यावहारिक जानकारी तथा   श्याम नारायण पाण्डेय   ने  अपने अनुभवों को साझा किया.   इस अवसर पर प्रो0 अविनाश पाथर्डीकर, डॉ सचिन अग्रवाल, डॉ  दयानन्द उपाध्याय, सुधाकर शुक्ला , डॉ विनय वर्मा,  पंकज सिंह, आनंद सिंह, आशुतोष सिंह समेत जनसंचार विभाग,  राज कॉलेज एवं मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज के विद्यार्थी उपस्थित रहें. 

Wednesday 5 February 2020

पीयू में डॉ कायनात काज़ी यात्रा लेखन और फोटोग्राफी के गुर सिखाएंगी



                              07 फ़रवरी से तीन दिवसीय कार्यशाला का होगा आयोजन

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के केंद्रीय प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट सेल  द्वारा 07  से 09 फरवरी तक यात्रा लेखन एवं फोटोग्राफी विषयक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. कार्यशाला में देश की ख्यातिलब्ध यात्रा लेखिका डॉ कायनात काजी विद्यर्थियों को यात्रा लेखन और फोटोग्राफी के गुर सिखाएंगी।


जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने बताया कि डॉ कायनात काजी  प्रकृति के रंगों को कैमरे में कैद कर और लेखनी के माध्यम से आज की पीढ़ी को  भारत की संस्कृति से रूबरू करा रही है.डॉ कायनात फोटोग्राफर, ट्रैवल राइटर और बेहतरीन ब्लॉगर हैं. आज के समय में उनकी पहचान देश की पहली सोलो फीमेल ट्रैवलर के रूप में हो चुकी है. ब्लॉगिंग के लिए देश के प्रतिष्ठित  न्यूज चैनल द्वारा बेस्ट हिंदी ब्लॉगर का सम्मान भी दिया गया. कायनात राहगिरी  नाम से हिंदी का पहला ट्रैवल फोटोग्राफी ब्लॉग चलाती हैं। 
केंद्रीय प्लेसमेंट सेल की निदेशिका प्रो रंजना प्रकाश एवं  07 फ़रवरी को फार्मेसी संस्थान में इस कार्यशाला का उद्घाटन होगा.इसमें परिसर और  महाविद्यालय के पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए सत्र आयोजित किये  गए है. 

Tuesday 4 February 2020

जॉब फेयर की तैयारियां जोरों पर


परिसर सहित महाविद्यालय के विद्यार्थियों को जॉब देने की तैयारी

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय का केंद्रीय ट्रेंनिंग एवं प्लेसमेंट सेल 11-12 फरवरी को परिसर में विशाल जॉब फेयर का आयोजन कर रहा है।  जॉब फेयर में प्रतिभाग करने के लिए परिसर सहित महविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा ऑनलाइन पंजीकरण किया जा  रहा है. जॉब फेयर में 22  से अधिक कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा विद्यार्थियों का चयन किया  जायेगा।
जॉब फेयर में  जेनपैक्ट, टेक महिंद्रा,एक्स्ट्रा मार्क,जारो एजुकेशन,बजाजकैपिटल,यूरेकाफोर्ब्स,श्रीरामफॉर्च्यून सॉल्यूशन लिमिटेड,एटीएस इंडिया,टैलेंट कॉर्नर एचआर सर्विसेज, इन्फोसिस(ऑफ रोल) पेस्टकण्ट्रोल इंडिया,डेक्कन हेल्थकेयर समेत अन्य कंपनियों के मांनव संसाधन विभाग से जॉब फेयर में आने की स्वीकृति मिल गई है. परिसर सहित महाविद्यालय के विद्यार्थियों को रोजगार मुहैया कराने के लिए  विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव नेबड़े स्तर पर जॉब फेयर लगाने के लिए दिशा निर्देश दिए है.
ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल की निदेशक प्रो. रंजना प्रकाश ने बताया कि  दो दिवसीय जॉब फेयर में परिसर सहित आज़मगढ़, मऊ, जौनपुर एवं  गाज़ीपुर जनपद के स्नातक एवं परस्नातक अंतिम वर्ष के विद्यार्थी प्रतिभाग कर सकते है. साथ ही 2 वर्ष पूर्व स्नातक और परस्नातक की डिग्री प्राप्त विद्यार्थी भी इसमें शामिल हो सकते है. जॉब फेयर के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण सुविधा उपलब्ध है. जॉब फेयर की सफलता  लिए विभिन्न कमेटियों का गठन किया गया है. 


कैंसर दिवस पर विज्ञान संकाय में हुआ व्याख्यान


 वीर बहादुर सिंह पूर्वाञ्चल विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय में विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर विशेष व्याख्यान आयोजन किया गया . संकायाध्यक्ष विज्ञान प्रोफेसर वंदना राय ने कहा कि विश्व में  कैंसर कितनी तेज़ी से फैल रहा है, इससे बचने के लिए हमे स्वस्थ्य जीवनशैली को अपनाना होगा।  उन्होंने कहा कि  आपका खानपान, आसपास का प्रदूषित वातावरण, अधिक उम्र, बीमारी का पारिवारिक इतिहास और संक्रमण इसके लिए जिम्मेदार है l यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल द्वारा प्रतिवर्ष चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता हैl उन्होंने बताया कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हम लोग इस घातक बीमारी से बच सकते है। प्रतिदिन लगभग 30 मिनट से एक घंटे व्यायाम करने, वजन संतुलित रखने और हरी पत्तेदार सब्जियों फलो और सलाद का नियमित सेवन करना चाहिए। इसके लिए हमें नियमित स्वास्थ्य जांच कराने की जरूरत है। वर्तमान मे प्रदेश और देश मे इस बीमारी के प्रति लोगो मे जागरूकता के मुक़ाबले भय ज्यादा है जबकि प्रारम्भिक अवस्था मे ही जांच में जानकारी होने से इसका इलाज़ संभव है l बायोटेक्नोलोगी विभाग की ह्यूमन मोलेकुलर जेनेटिक्स लेबोरेटोरी के सदस्यो द्वारा समय-समय पर विद्यार्थियों और आम नागरिकों को इस बीमारी के प्रति जागरूकता कार्यक्रम किए जाते रहे है l विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कैंसर के शीघ्र निदान के लिए एक मार्गदर्शिका भी प्रकाशित की है जिससे लोग इस बीमारी के बारे मे प्रारम्भिक अवस्था मे ही जान कर इलाज़ करा सकते है l वर्तमान मे इस बीमारी के निदान के लिए देश और प्रदेश मे सरकार द्वारा कई उच्च स्तरीय सुविधाए उपलब्ध कराई गयी है जिसके कारण इस बीमारी के रोकथाम और इलाज़ मे कामयाबी मिलेगी l इस मौके पर प्रो राजेश शर्मा, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ एस पी तिवारी और विद्यार्थी उपस्थित रहे l