Tuesday 28 February 2023

हाइड्रोजन व सोलर एनर्जी के शोध पर विशेष ध्यान: प्रो. निर्मला एस मौर्य


जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर "सतत विकास के लिए विज्ञान की भूमिका” विषयक एक-दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से मंगलवार को किया गया।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने सर सीवी रमन  द्वारा किये गये वैज्ञानिक कार्यों को छात्रों से चर्चा करते हुए कहा कि मानव सभ्यता के विकास में विज्ञान का योगदान अप्रतिम है। साथ ही कहा कि वर्तमान समय की जरूरत को ध्यान में रखते हुए पूर्वांचल विश्वविद्यालय में वैकल्पिक उर्जा स्रोतो द्वारा ऊर्जा के रूपांतरण और भंडारण हेतु हाइड्रोजन एनर्जी, सोलर एनर्जी एवं रिचार्जेबल बैटरी के शोध एवं विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
संगोष्ठी में विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और शिक्षकों ने प्रतिभाग किया । साथ ही साथ छात्रों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे पोस्टर व ओरल प्रेजेंटेशन, रंगोली,  एक्सटेम्पोर, क्विज प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के वक्ता वैज्ञानिक, विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद, उत्तर प्रदेश के डॉ. सुमित श्रीवास्तव ने विज्ञान और तकनीकी विकास की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद, उत्तर प्रदेश के द्वारा विज्ञान प्रसार के कार्यक्रमों को छात्रों से साझा किया जिससे कि छात्र उनमें प्रतिभाग कर सकें।
संगोष्ठी में निदेशक प्रो. देवराज सिंह  तथा प्रो. बी.बी. तिवारी, ने अभियांत्रिकी संकाय ने विषय प्रवर्तन करते हुए सर सीवी रमन  के योगदान और  वैज्ञानिक विकास के महत्व के बारे में विस्तार से चर्चा की। 
विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का समन्वयन, कार्यक्रम आयोजन सचिव डॉ० रामान्शु पी० सिंह ने किया। रंगोली प्रतियोगिता में एमएस. सी. सूक्ष्मजैविकी विभाग के सतीश राजभर के ग्रुप को प्रथम, एमएससी. भौतिकी विभाग की रश्मि मौर्या के ग्रुप को द्वितीय एवं श्येमा अफरोज के ग्रुप को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।  वैकल्पिक उर्जा शोध केंद्र के शोधार्थी अनिल कुमार शर्मा व भौतिकी विभाग के शोधार्थी शिवम कुमार सिंह को बेस्ट ओरल प्रेजेंटेशन, एम.एससी. भौतिकी विभाग के जमुना प्रसाद यादव को बेस्ट पोस्टर प्रेजेंटेशन प्राप्त हुआ। एक्सटेम्पोर व क्विज के विजेता इंजीनियरिंग संस्थान के स्वर्णिम मिश्रा और शैयद अजमत हुसैन रहें।  सेमिनार में प्रो. राम नारायण, डॉ. श्याम कन्हैया,  डॉ. गिरिधर मिश्र,  डॉ. पुनीत धवन, डॉ. सुजीत चौरसिया,  डॉ. रसिकेश,  डॉ० सुनील कुमार आदि उपस्थित रहें। संचालन डॉ. धीरेन्द्र चौधरी तथा डॉ. काजल डे ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

भारत का निर्माण करने वाले शिल्पकार हैं युवाः नितिन गडकरी

पीयू में इन्क्यूबेशन और एलुमिनी केंद्र का किया उद्घाटन

विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसरः प्रो. निर्मला एस. मौर्य

संगोष्ठी में विद्यार्थियों को किया संबोधित

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में सोमवार को नवाचारः उद्यमिता एवं युवा, एक भारत, श्रेष्ठ भारत की ओर, विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर  केंद्रीय मंत्री, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार श्री नितिन गडकरी इन्क्यूबेशन केंद्र और एलुम्नी कार्यालय का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश की पूंजी युवा हैं। ये भविष्य का निर्माण करने वाले शिल्पकार हैं। युवाओ के ज्ञान में बहुत ताकत है। इसका सही उपयोग करके आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा किया जा सकता है। उन्होंने संस्कृति और विरासत का वर्णन करते हुए कहा कि पूरा विश्व आयुर्वेद और योग पर शोध कर रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय बच्चों के ज्ञान को आकार देने का केंद्र है। इन्हें सही गुरु मिलने पर सही दिशा मिल सकती है। पानी और हाइड्रोजन के उपयोग का कई उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इसके शोध पर विश्वविद्यालय जोर देकर अपने संसाधन को पूरा कर सकता है। शोध पर उन्होंने कहा कि यह क्षेत्रीयता को ध्यान में रखकर करने से रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकते हैं। उन्होंने कहा इस तरह के शोध पर ध्यान देकर देश के किसान को अन्नदाता ही नहीं ऊर्जादाता भी बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब स्मार्ट सिटी के साथ स्मार्टे विलेज बनाने की जरूरत है। जगदीश पुर और नई गंज पर ओवरब्रिज समेत कई निर्माण कार्य की घोषणा के साथ उन्होंने कहा कि 2024 तक यूपी की सड़कों को अमेरिका के टक्कर की बना दिया जाएगा।

इस अवसर पर संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने  कहा कि सड़कें अपनों को मिलाती हैं, जीवन के दो नियम हैं, धीरज और व्यवहार जो हर व्यक्ति को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। देश के स्वावलम्बन के लिए युवा स्टार्टअप मिशन के रूप में भाग लें। उन्होंने विश्वविद्यालय के निरंतर प्रगति पर विस्तारपूर्वक अपनी बात रखी। कहा कि शिक्षा, शोध शैक्षणिक एवं अन्य क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि हस्त निर्मित सामग्रियों का प्रशिक्षण देकर स्वावलम्बी बनाया जा रहा है।

संगोष्ठी का संचालन प्रो. अविनाश पाथर्डीकर और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. मानस पांडेय ने किया। इस अवसर पर प्रो. सुरेश कुमार पाठक, प्रो. बीबी तिवारी, नंदकिशोर सिंह, डा. जाह्नवी श्रीवास्तव डा. विजय सिंह, डा. राहुल सिंह, प्रबंधक संघ के दिनेश तिवारी और रमेश दुबे, करन सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। संगोष्ठी में कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, सहायक कुलसचिव अमृतलाल, अजीत सिंह, बबिता सिंह, दीपक सिंह प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो प्रदीप कुमार, प्रो. बीडी शर्मा, डा. मनोज मिश्र. डा. संतोष कुमार, डा. रसिकेश, डा. सुनील कुमार, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. नीतेश जायसवाल आदि उपस्थित थे।  इस अवसर पर सांसद सीमा द्विवेदी, बीपी सरोज, सुरेंद्र प्रताप सिंह, हरिश्चंद्र सिंह, पुष्पराज सिंह, सुशील उपाध्याय, रमेश दुबे समेत जौनपुर जनपद के लोगों ने हैलीपैड पर मंत्री का स्वागत किया।

Thursday 23 February 2023

मेधा का उपयोग समाज के लिए करें विश्वविद्यालयः राज्यपाल



दहेज न लेने की छात्रों को दिलाई शपथ
66 विद्यार्थियों को दिया गोल्ड मेडल
30 बच्चों को राज्यपाल के हाथों मिला उपहार
युवाओं के बल पर देश आत्मनिर्भर बनेगाः प्रो. गिरीश्वर मिश्र
कुलपति ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को गिनाया
विश्वविद्यालय में मनाया गया 26 वां दीक्षांत समारोह
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय का 26वां दीक्षांत समारोह गुरुवार  को महंत अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में मनाया गया। इस अवसर पर  राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने   मेधावियों को 66 स्वर्ण पदक  प्रदान किए। दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि महात्मा गाँधी अन्तरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय वर्धा के पूर्व कुलपति प्रो. गिरीश्वर मिश्र रहें। 
इस अवसर पर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि देश में 65 फीसदी युवा जनसंख्या है। इसका अधिकतर भाग विश्वविद्यालय से होकर गुजरता है। युवाओं की मेधा का सकारात्मक उपयोग समाज के लिए विश्वविद्यालय को करना चाहिए। हमें विदेशों की नकल करने से अच्छा है युवाओं की सोच को विकसित कर उसका उपयोग देशहित में किया जाए। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की भी यही चिंता रहती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से युवकों को स्वावलंबी बनाया जा रहा है, जब तक युवा स्वावलंबी नहीं बनेंगे तब तक देश आत्मनिर्भर नहीं बन सकता। देश में वृद्धाश्रम की बढ़ती संख्या पर उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों, मां का सम्मान करना सीखों, क्योंकि बचपन में कितने कष्ट सहकर मां ने आपका पालन-पोषण किया है। मां-पिता बुढ़ापे में आपसे दूर हो, शिक्षा का सही मायने यह नहीं है। उन्होंने आंगनबाड़ी की प्रशंसा करते हुए कहा कि मां का असली रूप वहां देखने को मिलता है, वहां 50-50 बच्चों को कार्यकर्ती कैसे संभालती हैं, हमें उनसे सीख लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शोध की डिजाइन और प्रस्तुतीकरण वैश्विक स्तर का हो। उन्होंने स्वास्थ्य पर चर्चा करते हुए कहा कि इसके लिए योग और मोटे अनाज का सेवन जरूरी है। इसकी जागरूकता के लिए स्कूल, कालेज और विश्वविद्यालय को योगदान देना होगा। छोटे बच्चों को दीक्षांत में बुलाने का मतलब उनके आगे के स्वप्न को साकार करना है। जी-20 की सोच को विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। समाज से दहेज की विकृति दूर करने के लिए उन्होंने विद्यार्थियों को दहेज न लेने का संकल्प दिलाया।    
दीक्षांत उद्बोधन में मुख्य अतिथि  महात्मा गाँधी अन्तरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय वर्धा के पूर्व कुलपति प्रो. गिरीश्वर मिश्र ने कहा कि ज्ञान-विज्ञान सेवा और जीवन मूल्यों का जो अर्जन विद्यार्थियों ने किया है उसे समाज और राष्ट्रहित में उपयोगी बनाएं। पर्यावरण पर चर्चा करते हुए कहा कि धरती रहेगी तभी मानव रहेगा, इसलिए धरती के संरक्षण पर ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रकृति के संरक्षण के लिए विश्वविद्यालय ज्ञान और शोध में इसे शामिल करें। युवाओं के बल पर ही देश आत्मनिर्भर बनेगा इसलिए उन्हें अपनी दक्षता दिखानी होगी।
उन्होंने कहा कि आज  का दौर उपभोक्तावाद और व्यक्तिवाद का दौर है जिसमें ‘सर्वे भवंतु सुखिन: सर्वे संतु निरामया:‘ का लक्ष्य विस्मृत होता जा रहा है। ‘अधिक से अधिक प्राप्त करो और अधिकाधिक उपभोग करो’ की जीवनशैली हमारी सामाजिक और आर्थिक संरचना के लिए घातक सिद्ध हो रही है। 
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो० निर्मला एस० मौर्य ने कहा कि  विश्वविद्यालय अपने उद्देश्यों के निरन्तर नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के इस अंचल में अवस्थित विश्वविद्यालय की अनेक भौगोलिक, सामाजिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक विशिष्टताएँ हैं। यहाँ के विद्यार्थियों में असीम उत्साह एवं क्षमता है। उन्हें जीवन के प्रति आधुनिक विचारों के साथ नये-नये तकनीकी, आर्थिक एवं सामाजिक परिवर्तनों से प्रशिक्षित करते हुए जीवन की ऊँचाइयों को छूने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को बिन्दुवार बताया। दीक्षांत समारोह की शुरुआत में शोभायात्रा निकाली गई जिसका नेतृत्व कुलसचिव महेंद्र कुमार ने किया। शोभायात्रा में अतिथियों के साथ कार्य परिषद् एवं विद्या परिषद के सदस्य शामिल हुए। दीक्षांत समारोह का संचालन प्रो. अजय द्विवेदी  ने किया। इसके पूर्व जल भरों कार्यक्रम जल भरो गीत के साथ किया गया।
इस अवसर पर सांसद श्याम सिंह यादव, कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय, परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंह, प्रो. बीबी तिवारी,  प्रो. वंदना राय,  डा.  विजय सिंह, डा. राहुल सिंह,  प्रो. अजय प्रताप सिंह,  प्रो. एके श्रीवास्तव, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर,  प्रो. रामनारायण, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. बीडी शर्मा,  सहायक कुलसचिव अमृतलाल, अजीत सिंह, बबिता सिंह, दीपक सिंह, डा. संदीप सिंह, डा. प्रदीप कुमार,  डा. मनीष गुप्ता, एनएसएस समन्वयक डा. राज बहादुर यादव, रोवर्स रेंजर्स डा. जगदेव,  डा. विजय तिवारी, डा. संतोष कुमार,. डा. रजनीश भास्कर,  डा. रशिकेस,  डा. सुनील कुमार,  डा. दिग्विजय सिंह राठौर,  डा. अवध बिहारी सिंह. डा. जाह्नवी श्रीवास्तव,  डा. अमरेंद्र सिंह, डा. मनोज पांडेय,  डा. आशुतोष सिंह, आदि शिक्षक और कर्मचारी मौजूद थे.
  पुस्तक और गतिमान का हुआ लोकार्पण
विश्वविद्यालय के 26 वें दीक्षांत समारोह में भारतीय सामाजिक परिप्रेक्ष्य में नारी और गतिमान वार्षिक पत्रिका का विमोचन राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने किया। इस पत्रिका में विश्वविद्यालय के वर्षभर की गतिविधियां स्वर्ण पदक धारकों की सूची, अतिथियों का परिचय समेत विश्वविद्यालय की विविध गतिविधियों को बड़े आकर्षण ढंग से प्रकाशित किया गया है। विमोचन अवसर पर डा. डा. जाह्नवी श्रीवास्तव, प्रधान संपादक   डॉ. मनोज मिश्र, सम्पादन मण्डल में  प्रो. अजय द्विवेदी,  डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. सुनील कुमार,  डॉ. नितेश जायसवाल और डॉ लक्ष्मी मौर्य रहें। 
बच्चों को राज्यपाल के हाथों मिला उपहार
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 26 वें दीक्षांत समारोह में प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कक्षा 6 से 8 में पढ़ने वाले  बच्चों को स्कूल बैग, फल, महापुरुषों पर प्रकाशित पुस्तकें आदि प्रदान किया। 
 उज्ज्वल को मिला अतुल माहेश्वरी स्वर्ण पदक
विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के एम.ए. जनसंचार विषय में सर्वोच्च अंक पाने वाले विद्यार्थी को अतुल माहेश्वरी स्वर्ण पदक  दिया जाता है। वर्ष 2022 में एम.ए. जनसंचार विषय में सर्वोच्च अंक पाने पर उज्ज्वल कुमार  को यह पदक मिला।
66 मेधावियों को स्वर्ण पदक

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 26 वें दीक्षांत समारोह में प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने 65 मेधावियों को प्रथम प्रयास में अपने विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर 66 स्वर्ण पदक प्रदान किया। स्नातक स्तर  पर 18 एवं परास्नातक स्तर पर 48 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक मिला. 


307 शोधार्थियों को मिली पीएच.डी. की उपाधि
दीक्षांत समारोह में 307 शोधार्थियों को मिली पीएच.डी. की उपाधि मिली. जिसमें  178 कला संकाय में, विज्ञान संकाय  में 17,कृषि संकाय में 09, शिक्षा संकाय में 66, विधि संकाय में 09,इंजीनियरिंग संकाय में  04,वाणिज्य संकाय में 15,प्रबन्ध संकाय में 06,अनुप्रयुक्त समाज विज्ञान एवं मानविकी संकाय में 03 शोधार्थियों कोप उपाधि मिली. 
स्वास्थ्य केंद्र का किया राज्यपाल ने लोकार्पण
विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र का माननीय राज्यपाल श्री आनंदीवेन पटेल ने लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों की दवा की उपलब्धता पर ध्यान दें। इस अवसर पर कुलपति, सीएमओ समेत डाक्टर और प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे।
प्रेरणा कोचिंग की राज्यपाल ने की सराहना
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और शिक्षकों द्वारा चलाए गए प्रेरणा कोचिंग सेंटर की माननीय राज्यपाल श्री आनंदीबेन पटेल ने सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे बच्चे का झुकाव स्कूल की तरफ जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार सब काम नहीं कर सकती इस तरह के छोटे – छोटे प्रयास से ही देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ेगा। इस कोचिंग के समन्वयक डा राजकुमार हैं।

Wednesday 22 February 2023

विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का हुआ पूर्वाभ्यास


जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में बुधवार को 26 वें दीक्षांत समारोह का पूर्वाभ्यास किया गया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने स्वर्णपदक पाने वाले विद्यार्थियों को पूर्वाभ्यास कराया.
दीक्षांत समारोह गुरुवार को विश्वविद्यालय में आयोजित होगा। इसमें प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल मेधावियों को स्वर्ण पदक प्रदान करेंगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महात्मा गाँधी अन्तरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के पूर्व कुलपति प्रो. गिरीश्वर मिश्र की भूमिका में इंजीनियरिंग संस्थान के प्रो. बीबी तिवारी रहे।    
बुधवार को पूर्वाभ्यास में मा.राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की भूमिका का निर्वहन बायोटेक्नोलॉजी विभाग की प्रो. वंदना राय ने किया। पूर्वाभ्यास की शुरुआत में शोभायात्रा निकाली गई। इसका नेतृत्व कुलसचिव महेंद्र कुमार ने किया। इसमें विद्या परिषद और कार्य परिषद के सदस्य शामिल हुए।स्वर्ण पदक धारकों को आवश्यक दिशा- निर्देश भी दिए गए।
 संचालन प्रो अजय द्विवेदी ने किया.  अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय, परीक्षा नियंत्रक बी एन सिंह,  प्रो. अजय प्रताप सिंह,  प्रो. बी डी शर्मा,  प्रो. राम नारायण, प्रो. राजेश शर्मा,  प्रो. देवराज सिंह, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. संदीप सिंह, एनएसएस समन्वयक डॉ. राजबहादुर यादव,  डा. लक्ष्मी मौर्य, डा. रसिकेश,  डा. सुनील कुमार, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, सहायक कुलसचिव अमृतलाल, बबिता सिंह, दीपक सिंह,  डॉ. पी के कौशिक, श्याम श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित रहे।
 
11 बजे से शुरू होगा दीक्षांत समारोह
 
जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय का छब्बीसवां दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में 23 फ़रवरी को होगा. इसके मुख्य अतिथि महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के पूर्व कुलपति प्रो. गिरीश्वर मिश्र होंगे. दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति एवं राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदीबेन पटेल करेंगी. 66 मेधावियों को राज्यपाल के हाथों स्वर्ण पदक मिलेगा.  इसके साथ ही 307 पीएच.डी.धारकों को उपाधि प्रदान करेंगी. विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के लिए 10:50  बजे दिन में मा कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल की आगमन  विश्वविद्यालय परिसर स्थित हेलीपैड पर होगा. इसके बाद 11.00 बजे से 1:30 बजे तक दिन में विश्वविद्यालय के  संगोष्ठी में आयोजित दीक्षांत समारोह में रहेंगीं.

दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति जी द्वारा जनसंचार विभाग के विद्यार्थी को अमर उजाला के नवोन्मेषक ‘‘अतुल माहेश्वरी स्वर्ण पदक’’ भी प्रदान किया जायेगा. कक्षा 6 से 8 तक के राजकीय स्कूलों के छात्र-छात्राओं को किट वितरण राज्यपाल अपने हाथों से करेंगीं

महिलाएं साइबर अपराधियों के खिलाफ करें रिपोर्ट- वर्षा सिंह

पूर्वांचल विश्वविद्यालय  में महिला और साइबर सुरक्षा विषय पर हुई चर्चा 

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर में बुधवार को महिला और साइबर सुरक्षा विषयक विशेष व्याख्यान का आयोजन जनसंचार विभाग एवं साइबर क्लब के द्वारा इनक्यूबेशन   सेंटर में किया गया। बतौर मुख्य वक्ता मीडिया  इंडिया समूह की संपादकीय निदेशक  वर्षा सिंह ने कहा कि महिलाओं को साइबर की दुनिया में सचेत होकर रहना है. महिलाओं के लिए यह बहुत ही संवेदनशील विषय है. साइबर अपराधियों के निशाने पर  महिलाएं  हमेशा से रही है. महिलाएं साइबर अपराधियों के खिलाफ रिपोर्ट करें तभी उनके हौसले पस्त होंगे. 

जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ.मनोज मिश्र ने कहा कि आज साइबर अपराध से हम सभी  परेशान हैं । दिन-प्रतिदिन साइबर अपराध  बढ़ता जा रहा है हमें जरूरत है कि हम  जागरूक हो.  साइबर क्लब के नोडल अधिकारी डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने विषय प्रवर्तन किया. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाले अपराधों पर विस्तार से चर्चा की. कहा कि महिलाएं  बिना संकोच  साइबर अपराध की सूचना  नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर दर्ज करें. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के वीमेन हेल्पलाइन की सहायता लें. 

महिला अध्ययन की प्रभारी डॉ जान्हवी  श्रीवास्तव ने  कहा कि  महिलाओं के प्रति साइबर अपराध में वृद्धि हुई. सरकार के प्रयासों से साइबर अपराधी पकड़े भी जा रहे है. संचालन  डॉ. दिग्विजय सिंह एवं  धन्यवाद ज्ञापन डॉ.अवध बिहारी सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो अविनाश पाथर्डीकर,डॉ सुनील कुमार, डॉ अलोक गुप्ता, डॉ गिरिधर मिश्र,डॉ चंदन सिंह, डॉ पुनीत धवन, डॉ श्याम कन्हैया सिंह, डॉ धीरेन्द्र चौधरी, डॉ  विनय वर्मा, डाली सिंह, झांसी मिश्रा अन्य उपस्थित रहें।

Wednesday 15 February 2023

एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी दिनांक 14 फरवरी 2023- मीडिया के क्षेत्र में अनुवाद की प्रासंगिकता

 


एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी दिनांक 14 फरवरी 2023

मीडिया के  क्षेत्र में अनुवाद की प्रासंगिकता 






















एक नेशन एक एजुकेशन से बनेगा श्रे्ष्ठ भारतः अश्वनी उपाध्याय



शिक्षा के साथ परंपरा और संस्कारों को भी सीखें विद्यार्थीः कुलपति 


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में बुधवार को दीक्षांत व्याख्यानमाला के क्रम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ के तत्वावधान में व्याख्यानमाला के तहत पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों का भारत विषय पर संगोष्ठी हुई। इस अवसर पर कानून व्वयस्था में सुधार के लिए जनहित याचिका दाखिल कर चर्चा मं आने वाले सुप्रीम कोर्ट के प्रतिष्ठित अधिवक्ता अश्वनी कुमार उपाध्याय ने कहा कि दीनदयाल जी एक भारत - श्रेष्ठ भारत चाहते थे।




 संविधान की प्रस्तावना का भी यही उद्देश्य था।  उनका मानना है कि शासक भी अच्छा हो कानून व्यवस्था भी अच्छी हो और शिक्षा भी अच्छी हो तभी श्रेष्ठ भारत का निर्माण हो सकता है। समान अवसर तब मिलेगा जब एक नेशन एक एजुकेशन देश में होगी। उन्होंने कहा कि युवाओं को सोशल मीडिया का प्रयोग राष्ट्रहित और राषट्र निर्माण के लिए करना चाहिए। उन्होंने समस्याएं को खत्म करने के लिए देश मे कड़े नियम-कानून की वकालत की। उन्होंने सऊदी अरब का उदाहरण देते हुए कहा कि 1975 से पहले वह रेगिस्तान था, लेकिन सख्त कानून-व्यवस्था के वजह से आज वह आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश को सांस्कृतिक रूप से आजाद होना पड़ेगा तभी यह श्रेष्ठ भारत बन पायेगा।

संगोष्ठी में कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने कहा कि विश्वविद्यालय में विद्यार्थी शिक्षा के साथ परंपरा और संस्कारों में भी जीना सीखते है। विद्यार्थियों को जीवन में सकारात्मक सोच रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान के धरातल पर अतीत के सहारे भविष्य की जो सोच रखता है वही जननायक होता है। पंडित जी का दर्शन एकात्म मानववाद का था। कुलपति का मानना है कि भाषाएं अलग हो सकती हैं किंतु व्यक्ति और दिल अलग नहीं हो सकते।

 


कार्यक्रम संचालन डॉ अनुराग मिश्र और विषय प्रवर्तन डॉ राहुल राय ने किया। इसके पूर्व कुलपति एवं मनोज मिश्र द्वारा संपादित पुस्तक मुख्य अतिथि को भेंट की गई। मुख्य वक्ता का परिचय डॉक्टर अंकित कुमार ने दिया। धन्यवाद ज्ञापन जनसंचार विभागाध्य्क्ष डा. मनोज मिश्र ने किया। इस अवसर पर प्रो. अजय द्विवेदीडॉ अविनाश पाथर्डीकरप्रो. बीडी शर्माप्रो. मिथिलेश सिंहडॉ. मंगला यादवडॉ अंकित सिंहडॉ रामजीत सोनकरडॉ. वनिता सिंहडॉ. प्रियंका कुमारीडॉ. सुनील कुमारडॉ प्रमोद यादवा डॉ मनोजडॉ रसिकेशडॉ इन्द्रेश कुमार आदि मौजूद रहे।

Monday 13 February 2023

प्रतिभा निखारने का मंच है प्रतियोगिता : प्रो. निर्मला एस. मौर्य


 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में सोमवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ युवा महोत्सव से प्रतिभाग कर लौटीं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की टीम का सम्मान किया गया। इस युवा महोत्सव में विश्वविद्यालय की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस मौके पर प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने कहा कि बच्चों को इस तरह के कार्यक्रमों में प्रतिभाग करना चाहिए। महोत्सव और प्रतियोगिताएं युवाओं को उनकी प्रतिभा निखारने का एक मंच प्रदान करती है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि किसी भी प्रतियोगिता में अपने जज्बा को बनाए रखें । जीत, हार, मेडल यह अलग चीज है। हमें अनुशासित रूप से अपने प्रयास करने चाहिए ताकि लोग हमारे कला की सराहना करें।
इस मौके पर कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि फल की इच्छा के बिना कर्म करने वाले को सार्थक दिशा मिलती है। सांस्कृतिक कार्पक्रम में रियाज जरूरी होता है। आपलोग का  प्रयास सफल रहा इसके लिए बहुत-बहुत बधाई। वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि हमें और भी इवेंट्स को बढ़ाने चाहिए, ताकि किसी एक में हम अच्छा प्रदर्शन न कर पाए तो दूसरे में कोई हमसे आगे ना बढ़ पाए। युवा महोत्सव की टीम को ले जाने वाले डॉ विनय वर्मा को कुलपति समेत अधिकारियों ने बधाई दी।
इस मौके पर प्रो. बंदना राय, प्रो.अजय द्विवेदी, प्रो. मुराद अली प्रो. प्रदीप कुमार, डॉ मनोज मिश्र, डॉ सुनील कुमार, डॉ. मनोज पांडेय, डॉ विनय वर्मा, उद्देश्य सिंह सहित युवा महोत्सव में शामिल टीम मौजूद रही।

Saturday 11 February 2023


पीयू में पं.दीनदयाल को किया गया नमन

जौनपुर।  वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में स्थापित पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ के तत्वावधान में शनिवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि पर शिक्षकों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर छात्र अधिष्ठाता कल्याण प्रो. अजय द्विवेदी ने कहा कि पंडित जी का चिंतन भारतीय संस्कृति "किड़वन्तो विश्वमार्यम्" ,"सर्वे भवंतु सुखिनः", "वसुधैव कुटुंबकम" के मूल मंत्र पर आधारित है। पंडित जी की दृष्टि में विकास हमेशा समग्र एवं एकात्म होना चाहिए। पंडित जी का मानना था कि आर्थिक और सामाजिक विषमता को कम करते हुए खुशहाली और समृद्धि लाने के लिए हमें समाज की सबसे छोटी इकाई के परिवार तक आत्मनिर्भरता लानी होगी। वर्तमान भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार इस दिशा में सोचते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों को व्यावहारिक जमीन पर उतार रही है। जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के चिंतन पर चलकर ही भारत विश्वगुरु बन सकता है। पश्चिम का विकास मानव जीवन के केवल दो पुरुषार्थ अर्थ और काम पर केंद्रित है, जबकि भारतीय संस्कृति पुरुषार्थ चतुष्टय पर आधारित है। पश्चिम की यह सोच समग्र विकास का द्योतक नही है। इसके साथ ही चतुर्दिक पुरुषार्थ के सभी पहलू धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष का समन्वित विचार लेकर आगे बढ़ना होगा। यही पंडित दीनदयाल जी के दर्शन में निहित है। शोधपीठ के सदस्य डॉ अनुराग मिश्र ने कहा कि पंडित दीनदयाल जी के एकात्म मानव दर्शन को छात्रों और आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए शोधपीठ लगातार प्रयासरत है। प्रतिवर्ष पंडित दीनदयाल जी के विचारों को लेकर लगातार राष्ट्रीय संगोष्ठी, रंगोली, पोस्टर प्रतियोगिता, सिंपोजियम और वर्कशॉप आदि का आयोजन होता रहता है। इस अवसर पर प्रो. राम नारायण, डॉ सुनील कुमार, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ चंदन सिंह, डॉ अवध बिहारी सिंह,  डॉ राहुल कुमार राय, डॉ अंकित कुमार, डॉ वनिता सिंह, डॉ दिनेश कुमार सिंह,  डॉ इंद्रजीत सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

Thursday 9 February 2023

संस्कृति और विरासत को सजोयेगा विश्वविद्यालयः प्रो. निर्मला एस मौर्य

विश्वविद्यालय में बनेगी हेरिटेज गैलरी

उत्तर प्रदेश सरकार ने 20 लाख रूपये किया स्वीकृत

·        युवा पीढ़ी को विरासत से जोड़ने के लिए कल्चरल क्लब की होगी स्थापना


जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में प्रदेश की कल्चरल क्लब योजना के अंतर्गत हेरिटेज गैलरी बनेगी। विश्वविद्यालय ने इसके लिए संस्कृति निदेशालय को प्रस्ताव भेजा था जिसकी प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति मिल गई।

विश्वविद्यालय में प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण एवं प्रोत्साहन करने एवं युवा पीढ़ी की समृद्ध विरासत से जोड़ने के लिए कल्चरल क्लब की स्थापना की जाएगी। विश्विद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि यह बहुत ख़ुशी की बात है कि उत्तर प्रदेश  संस्कृति निदेशालय ने हमारे विश्वविद्यालय को चयनित किया है. इसके माध्यम से संस्कृति और विरासत को सामने लाया जायेगा।

हेरिटेज गैलरी  में विश्वविद्यालय के विकास से लेकर उत्कृष्ट कीर्तिमान स्थापित करने वाले पूर्व विद्यार्थियों की फोटो को जगह मिलेगी। विभिन्‍न पुरस्कार प्राप्त विद्वानों, लेखकों, वैज्ञानिकों की फोटो भी गैलरी में देखने को मिलेगी. स्थानीय संस्कृति एवं विरासत, कलाकृतियों का प्रदर्शन किया जायेगा.  उन्होंने हेरिटेज गैलरी की स्थापना के लिए वित्त अधिकारी संजय कुमार राय एवं शिक्षकों के साथ विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय के नवीन भवन का निरीक्षण कर विविध बिन्दुयों पर चर्चा की. वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने बताया कि हेरिटेज गैलरी के लिए विश्वविद्यालय द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर बीस लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति मिली है। इस प्रस्ताव को जनसंचार विभाग के शिक्षक डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर द्वारा तैयार किया गया था।

इस अवसर पर प्रो मानस पाण्डेय, प्रो राम नारायण, डॉ मनोज मिश्र, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, अमृत लाल, डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य उपस्थित रहे।

 

 

Tuesday 7 February 2023

प्रतिभा निखारने का साधन है प्रतियोगिता: कुलपति

 काव्य पाठ में अमृतान्शु, कोलाज में आदित्य, पोस्टर में वत्साल्या अव्वल 

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर उत्तर प्रदेश राज्य स्थापना दिवस समारोह प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम इंजीनियरिंग के विश्वेश्वरैया हाल में किया गया। विश्वविद्यालय में 24 से 27 जनवरी तक उत्तर प्रदेश राज्य स्थापना दिवस मनाया गया। इसके अंतर्गत रंगोली काव्य पाठ, भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर कोलाज एवं परंपरागत खेल में महिला व पुरुष में खो खो की प्रतियोगिता आयोजित की गयी। इसके तहत छात्रों को उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत इतिहास और प्रदेश की विभिन्न गतिविधियों से अवगत भी कराया गया 24 जनवरी को जिसे अंतर्गत राष्ट्रीय बालिका दिवस पर वर्कशॉप आयोजित की गयी । कार्यक्रम की अध्यक्षता करतीं हुईं कुलपति प्रो निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि शासन की मंशा के अनुसार ये कार्यक्रम छात्रों की छिपी हुई प्रतिभा को निखारने व उन्हें एक अच्छा नागरिक बनाने के साथ साथ प्रदेश की उन्नति में सहयोग के लिए प्रेरित करेगा। जल संरक्षण कार्यक्रम कुलपति द्वारा किया गया।‌ स्वागत भाषण कार्यक्रम संयोजक प्रो. प्रदीप कुमार ने किया। भाषण प्रतियोगिता प्रथम शरीयत फ़ातमा द्वितीय अंकित मिश्र तृतीय आकांशा काव्य पाठ में प्रथम अमृतान्शु द्वितीय प्रणव सिंह तृतीय आदित्य कोलाज में प्रथम शुभम गुप्ता द्वितीय आलिया एवं टीम तृतीय निधि यादव एवं पोस्टर में प्रथम वत्साल्या द्वितीय तन्नु एव अजहर तृतीय अनन्या मिश्र रङ्गोली में प्रथम विनीत तिवारी ग्रुप द्वितीय ज्योति प्रजापति ग्रुप तृतीय जुली मोदनवाल ग्रुप खो खो महिला में प्रथम एम बी ए एम एफ सी व द्वितीय बायो टेक्नोलोजी खो खो पुरुष में बी फार्म व द्वितीय बी टेक को प्राप्त हुआ। आयोजन सचिव डॉ विनय वर्मा डॉ मनोज पाण्डे, डॉ अन्नु त्यागी ने थीं। धन्यवाद ज्ञापन मानस पांडेय ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, प्रो बीबी तिवारी, प्रो. वंदना राय, प्रो अशोक श्रीवास्तव, प्रो रजनीश भास्कर, डा. रसिकेश, डॉ सत्यम, डॉ दीप सिंह आदि मौजूद थे।

भारत की फार्मेसी दुनिया में सबसे बेहतर : प्रो आयन दत्ता

रसायन विज्ञान शोध में कंप्यूटेशनल केमिस्ट्री की भूमिका महत्वपूर्ण : प्रो. निर्मला एस. मौर्य 
मॉलिक्युलर डॉकिंग कोरोना वायरस के शोध में महत्वपूर्ण : डॉ सुबन कुमार साहू 

जौनपुर। वीर बहादुर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के रसायन विज्ञान विभाग द्वारा मॉलिक्यूलर मॉडलिंग एवं कंप्यूटेशनल केमिस्ट्री विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
उदघाटन सत्र के मुख्य अतिथि इण्डियन एसोसियेशन फॉर द कल्टिवेशन ऑफ साइन्स कोलकाता के प्रो. आयन दत्ता के अपने व्याख्यान में परमाणु और अणुओं के मध्य बनने वाले रसायनिक बंध के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। प्रो दत्ता ने बताया कि वैज्ञानिक शोध ने भारत को फार्मेसी के दुनिया में भारत को स्थापित किया जिसके कारण आज भारत में औसत आयु लगभग सत्तर वर्ष हो चुकी है। प्रो. दत्ता ने हाइड्रोजन के बारे में चर्चा करते हुए बताया की आने वाले समय में यह ऊर्जा का प्रमुख स्रोत होगा।

उदघाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहीं कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि कंप्यूटेशनल केमिस्ट्री रसायन विज्ञान शोध में भूमिका महत्वपूर्ण निभा रहा है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशाला से शोधार्थियों को अपना शोध कार्य करने में मदद मिलेगी।

कार्यशाला के दूसरे सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत के डॉ सुबन कुमार साहू ने मॉलिक्युलर डॉकिंग और उनके अनुप्रयोग पर प्रकाश डाला तथा मॉलिक्युलर डॉकिंग का प्रशिक्षण विद्यार्थियों को दिया। डॉ साहू ने कोरोना वायरस के शोध में मॉलिक्युलर डॉकिंग की भूमिका पर चर्चा की। 

अतिथियों का स्वागत रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रमोद कुमार ने किया l कार्यशाला का विषय प्रवर्तन संयोजक डॉ अजीत सिंह ने किया । कार्यशाला का संचालन आयोजन सचिव नितेश जायसवाल ने किया l धन्यवाद ज्ञापन प्रो देवराज सिंह ने किया । इस अवसर पर के प्रो अशोक श्रीवास्तव, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. मिथिलेश सिंह, प्रो. रजनीश भास्कर, डॉ प्रमोद कुमार यादव, डॉ. गिरिधर मिश्र, डॉ राजकुमार, डॉ मिथिलेश यादव, डॉ. दिनेश वर्मा, डॉ. श्रवण कुमार, डॉ. दीपक मौर्य, डॉ. सौरभ सिंह, शोधार्थी तथा बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रही।

Monday 6 February 2023

कुलपति के हाथ शिक्षण सामग्री पाकर चहके आँगनवाड़ी के बच्चे

जौनपुर। कुलाधिपति के निर्देश पर विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए देवकली गाँव के बल्ली का पूरा,आंगनबाड़ी केंद्र पर कुलपति प्रो. निर्मला एस.मौर्य ने 100 बच्चों को शिक्षण सामग्री एवं मिष्ठान का वितरण किया।अपने संबोधन में कुलपति ने बच्चों को खूब मन लगाकर पढ़ने के लिए प्रेरित किया।कुलसचिव महेंद्र कुमार ने बच्चों को संबोधित करते हुए उन्हें बड़ा होकर नेक इंसान बनने का आह्वान किया।
शिक्षक संघ के महामंत्री डॉ राहुल सिंह ने भी बच्चों को संबोधित किया।कार्यक्रम का संचालन प्रो. राकेश कुमार यादव ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ राज बहादुर यादव ने किया। इस अवसर पर प्रधानाध्यापिका श्रीमती मिथिलेश शर्मा, अर्चना यादव,रिंका यादव,जीतेंद्र कुमार यादव, दया नाथ, आंगनबाड़ी रेखा मिश्रा, गौरी मिश्रा, अनीता यादव, कार्यक्रम अधिकारी डॉ विनय कुमार वर्मा,निजी सचिव डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, प्रबंधक मुन्ना यादव,अजय यादव,आलोक मौर्य,विजय, संदीप गुडडू,प्रियांशु प्रधान,हर्ष साहू,रिंसू सिंह सहित एनएसएस के स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

आगे बढ़ने के लिए बच्चे पढ़ाई पर दें ध्यानः प्रो. निर्मला एस. मौर्य

पीयू के शिक्षकों का नेक कार्य है निशुल्क कोचिंगः प्रो. डीडी दुबे
जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा चलाई जा रही निशुल्क प्रेरणा कोचिंग का सोमवार को देवकली गांव में स्थापना दिवस समारोह मनाया गया। बच्चों ने इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। विश्वविद्यालय के कुलपति और अधिकारियों को अपने बीच पाकर बच्चे और गांव वाले काफी प्रफुल्लित थे।  

इस अवसर पर गणित विभाग के विभागाध्यक्ष और प्रेरणा कोचिंग के समन्वयक डॉ राजकुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रेरणा कोचिंग की प्रगति आख्या प्रस्तुत की और कोचिंग के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो डी. डी. दुबे ने कहा कि विश्वविद्यालय के लोगों ने अपनी प्रतिभा की साझेदारी गरीब बच्चों में करके बड़ा ही नेक कार्य किया है। प्रेरणा कोचिंग के छोटे बच्चे देश के भविष्य हैं। उन्होंने कहा कि प्रेरणा कोचिंग के शिक्षकों की लगनशीलता और सतत रूप परिश्रम से निश्चित रूप से  अच्छे नागरिक का निर्माण होगा।

बतौर अध्यक्ष विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि जीवन में मां से बड़ा कोई नहीं होता इसलिए सबसे पहले मां की बात को माननी चाहिए। मां को भी बच्चों को पढ़ाई की ओर ध्यान केंद्रित कराना चाहिए। उन्होंने बच्चों को पढ़ाई की ओर मन केंद्रित करने के उपाय बताए। उन्होंने कहा कि बच्चे समय का उपयोग कर अपना सभी समय पढ़ाई में लगाएं ताकि वह परिवार, समाज और देश के काम आ सके।

कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि मनुष्य में बचपन की सीख और संस्कार अंतिम तक रहते हैं, इसलिए अच्छी सीख और संस्कार को अपने जीवन में उतारें ताकि समाज और देश के निर्माण में अच्छे ढंग से भागीदारी कर सकें।

स्थापना दिवस पर वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि शिक्षा का मतलब विद्यार्थियों को सभ्य और सुसंस्कृत नागरिक बनाना है। प्रेरणा कोचिंग इस क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहा है ।
इंजीनियरिंग संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो.बीबी तिवारी ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन कर उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। 
संचालन कौशलेंद्र कुमार और धन्यवाद ज्ञापन डॉ मनीष कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को कुलपति, कुलसचिव और वित्त अधिकारी ने मेडल पहना कर सम्मानित किया। समारोह में अंजलि यादव, शिवानी यादव, अंशिका की प्रस्तुति को कुलपति ने सराहा।
इस अवसर पर प्रो.अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. रजनीश भास्कर,  प्रो. रवि प्रकाश,  डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डॉ मनीष कुमार गुप्ता, डा. प्रेमचंद यादव,  डॉ सुनील कुमार, डा. सुधीर कुमार उपाध्याय, सुरेंद्र कुमार सिंह, डा. इंद्रेश कुमार, मैलेश कुमार, अमरजीत कुमार, अभिषेक तिवारी, अमर सिंह, सैय्यद अजमत हुसैन आदि उपस्थित थे।