Thursday 21 December 2023

जनसंचार विभाग में नई शिक्षा नीति की प्रभावशीलता पर डॉ सुरेंद्र करेंगे शोध


आईसीएसएसआर,नई दिल्ली से पीडीएफ में हुए हैं चयनित
 विभागाध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र के निर्देशन में अपना शोध करेंगे 

 

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में   डॉ. सुरेन्द्र कुमार यादव  का चयन पीडीएफ के लिए हुआ है।सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आई. सी. एस. एस. आर.),नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप में चयनित डॉ सुरेंद्र कुमार यादव  उच्च शोध हेतु जनसंचार विभागाध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र के निर्देशन में अपना शोधकार्य पूर्ण  करेंगे। यह शोध अध्ययन  मीडिया शिक्षण संस्थानों द्वारा नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन एवं प्रभावशीलता पर होगा। 
इस शोध से मीडिया शिक्षण संस्थानों द्वारा अपनायी गयी नई शिक्षा नीति से युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने और उसके दूरगामी प्रभाव को जानने में मदद मिलेगी। डॉ. सुरेन्द्र कुमार यादव ने  एम.फिल. की उपाधि महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा,महाराष्ट्र तथा पीएच.डी.उपाधि लखनऊ विश्वविद्यालय,लखनऊ से प्राप्त की है। डॉ सुरेन्द्र कुमार यादव विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में पहले पी.डी.एफ. शोधार्थी हैं।

Tuesday 19 December 2023

ए प्लस पर कुलपति ने विश्वविद्यालय परिवार के प्रति आभार जताया

ए प्लस पाने से हमारी जिम्मेदारी और बढ़ीः कुलसचिव

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवेधनाथ संगोष्ठी भवन में बुधवार को विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन में ए प्लस मिलने पर कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने विश्वविद्यालय परिवार के शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारी के साथ संवाद किया।
इस अवसर पर प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों में टीम वर्क करने की बहुत अधिक क्षमता है। एक नई यात्रा की अब यहां से शुरू हो रही है। हमें आने वाले समय में अपने एकेडमिक, रिसर्च, इनोवेशन पर बहुत ज्यादा जोर देना है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी कमियां पहचानकर ज्यादा जोर देने की जरूरत है। सभी के सहयोग ने विश्वविद्यालय इस ऊंचाइयों पर आया है। हमारी कोशिश होगी कि हम प्रदेश ही नहीं देश के अच्छे विश्वविद्यालय के साथ खड़े हों। कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय उन्हें कही से कुछ ऐसा मौका नहीं दिया कि वह हमारे ग्रेड को गिरा सके। कहा कि हमारा सभी पक्षों का इतना मजबूत और बढ़िया प्रस्तुतीकरण था जिसके कारण हम इस मुकाम पर पहुंचे हैं। अब हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है क्योंकि हमे और आगे जाना है। आईक्यूएसी सेल के समन्वयक प्रो. मानस पांडेय ने नैक की सातों क्रैटिरिया के मूल्यांकन के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि राजभवन के मार्गदर्शन और सहयोग के चलते हमें अपनी गुणवत्ता को सुधारने का मौका मिला। कहा कि विश्वविद्यालय के सभी लोगों के सकारात्मक सहयोग से हम इस मुकाम पर पहुंचे हैं। बार- बार राजभवन की ओर से बुलाकर समीक्षा करने और नैक मंथन में शामिल होने से हमे अच्छा अनुभव मिला। इस कारण हम ए प्लस की ओर बढ़ें। मंचासीन वित्त अधिकारी संजय राय और परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह ने भी अपने अनुभव साझा किए। संचालन डॉ धर्मेंद्र सिंह और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. देवराज सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. वंदना राय,  प्रो. अजय द्विवेदी,  प्रो. अविनाश पाथार्डिकर, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. अजय प्रताप सिंह,  प्रो.रजनीश भास्कर, प्रो. सौरभ पाल,  प्रो. प्रदीप कुमार,  डॉ. प्रमोद कुमार यादव,  डॉ राजकुमार,  डॉ. संतोष कुमार, डॉ. संजीव गंगवार, डॉ. रसिकेश, डॉ. मनीष प्रताप सिंह, डॉ. गिरधर मिश्र,  डॉ. सुनील कुमार,  डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर,  डॉ. श्याम कन्हैया, आलोक वर्मा, डॉ पुनीत धवन, डॉ. शशिकांत यादव,  सहायक कुलसचिव अजीत सिंह, कर्मचारी संघ अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह, महामंत्री  रमेश यादव, डॉ पीके कौशिक, राधेश्याम सिंह मुन्ना, श्यामजी त्रिपाठी, प्रमोद विश्वकर्मा, आदि शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे. 

पूर्वी क्षेत्र अन्तर विश्वविद्यालयीय बास्केटबाल पुरूष प्रतियोगिता 2023-24 में वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर बनी चैम्पियन

पूर्वी क्षेत्र अन्तर विश्वविद्यालयीय बास्केटबाल पुरूष प्रतियोगिता के अन्तिम दिन का पहला मैच कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता एवं हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग के बीच खेला गया, कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता ने हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग को 69-66 के अन्तर से पराजित किया। दूसरा मैच वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर एवं उत्कल विश्वविद्यालय, उड़ीसा के बीच खेला गया, वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर ने उत्कल विश्वविद्यालय, उड़ीसा को 62-55 के अन्तर से पराजित किया। तीसरा मैच कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता एवं उत्कल विश्वविद्यालय, उड़ीसा के बीच खेला गया, उत्कल विश्वविद्यालय, उड़ीसा ने कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता को 68-57 के अन्तर से पराजित किया। चौथा मैच वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर एवं हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग के बीच खेला गया, वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर ने हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग को 45-38 के अन्तर से पराजित किया।इस प्रकार से वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर विजेता, उत्कल विश्वविद्यालय, उड़ीसा उपविजेता, कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता तृतीय स्थान एवं हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग चतुर्थ स्थान पर रही।समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रो0 वन्दना सिंह, कुलपति, महेन्द्र कुमार, कुलसचिव, प्रो0 सुरेश कुमार पाठक अध्यक्ष खेलकूद परिषद, व्यास नारायन सिंह, परीक्षा नियंत्रक, अजीत प्रताप सिंह, एवं अमृत लाल सहायक कुलसचिव, प्रो0 प्रदीप कुमार रहे। माननीय कुलपति जी ने पूर्वी क्षेत्र में जीत के लिये सभी खिलाड़ियों को बधाई एवं अखिल भारतीय प्रतियोगिता के लिये शुभकामना दी तथा पुरस्कार वितरण एवं ट्राफी प्रदान किया। 

उक्त अवसर पर  प्रो0 ओम प्रकाश सिंह, सचिव, खेलकूद परिषद, डॉ0 विजय प्रताप तिवारी, पूर्व संयुक्त सचिव, खेलकूद परिषद, कर्नल नीलाक्ष पंत, प्रो0 प्रदीप कुमार, नन्द किशोर सिंह, अध्यक्ष, कर्मचारी संघ, रमेश चन्द्र यादव, महामंत्री, कर्मचारी संघ, रामजी सिंह, पूर्व अध्यक्ष, कर्मचारी संघ, डॉ0 सुशील प्रजापति, वीर भद्र सिंह, लाल बहादुर पाल, सचिव, जिला बास्केटबाल, जितेन्द्र सिंह, रजनीश कुमार सिंह खेल सहायक, डॉ0 राजेश सिंह, अशोक कुमार सिंह, अरूण कुमार सिंह, सतेन्द्र कुमार सिंह, अल्का सिंह, विजय प्रकाश, भानु प्रताप शर्मा, आदि उपस्थित रहे। निर्णायक की भूमिका में सुजीत ओझा, तन्मय दास अन्तर्राष्ट्रीय निर्णायक, राहुल बिष्ट, विरेन्द्र विक्रम सिंह, जनरल सेक्रेटरी, उ0 प्र0 बास्केटबाल संघ रहे। 


 


                                                               

उच्च स्तरीय शोध के लिए अकादमिक-औद्योगिक सहयोग जरूरी: डॉ आशुतोष तिवारी



स्वीडन के वैज्ञानिक डा. आशुतोष ने  रज्जू भइया संस्थान में शोध सुविधाओं को देखा


इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस मटेरियलस्वीडन के निदेशक डा. आशुतोष तिवारी ने बुधवार को कुलपति प्रो वंदना सिंह के  साथ विश्वविद्यालय परिसर स्थित रज्जू भइया संस्थान का अवलोकन कर सुविधाओं को देखा। उन्होंने संस्थान में स्थित स्कैनिंग इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप एवं एक्स आर डी मशीनों के बारे में जानकारी ली एवं उनके माध्यम से हो रहे शोध कार्यों के बारे में संस्थान के निदेशक डॉ. प्रमोद कुमार यादव से विस्तार से चर्चा कर आवश्यक सुझाव दिए।

उन्होंने कहा कि संस्थान में शोध हेतु सुविधाओं की कमी नहीं है उनके उपयोग एवं प्रचार प्रसार को बढ़ावा देने जिससे ज्यादा से ज्यादा लाभ विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के विद्यार्थी प्राप्त कर सकें । उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में भी शोध को बढ़ावा देने पर विशेष बल देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में एकेडमिक -इंडस्ट्री में परस्पर सहयोगात्मक भावना से कार्य करने की आवश्यकता है जिसका लाभ जन सामान्य व भारत के उन्नयन में सहायक होगा। उन्होंने जनसंचार विभाग के ऑडियो विजुअल स्टूडियो को  भी देखा.

इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि देश विदेश के अग्रणी संस्थानों से परस्पर सहयोग बढ़ाने की दिशा में संस्थान को कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अच्छे इंपैक्ट फैक्टर में शोध पत्र प्रकाशित करने के साथ ही शिक्षकों को पेटेंट पर ही ध्यान देने की आवश्यकता है। इस अवसर पर रज्जू भैया संस्थान के शिक्षकों ने नैक द्वारा विश्वविद्यालय को ए प्लस ग्रेड प्राप्त होने पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह को बधाई दी।

इस अवसर पर प्रो. बी. बी. तिवारी,  प्रो. अजय प्रताप सिंह प्रो. वंदना रायप्रो देवराज सिंहप्रो. प्रदीप कुमारप्रो. मिथिलेश सिंहडॉ. प्रमोद कुमारडॉ. गिरिधर मिश्रडॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. सुनील कुमार,  डॉ मिथिलेश यादवडॉ नीरज अवस्थीडॉ सुजीत चौरसियाडॉ नितेश जायसवालडॉ. श्याम कन्हैया सिंहडॉ. अजीत सिंहडॉ शशिकांत यादवडॉ श्रवण कुमारडॉ काजल डेआदि उपस्थित रहे ।

Tuesday 12 December 2023

राष्ट्र निर्माण में स्वस्थ नागरिक की भूमिका महत्वपूर्णः कुलपति

फिट इंडिया वीक के तहत आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रम


जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में फिट इंडिया मूवमेंट कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम आयोजित हुआ। फिट इंडिया कार्यक्रम के समापन समारोह की मुख्य अतिथि तथा पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो वंदना सिंह ने कहा कि स्वस्थ नागरिक राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अतः विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की जरूरत है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व में निखार आता है। अतः विद्यार्थियों को  प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग करना चाहिए।

इस अवसर पर रज्जू भैया संस्थान के निदेशक डॉ. प्रमोद यादव ने कहा कि योग और खेल के माध्यम से विद्यार्थी अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं । फिट इंडिया के नोडल अधिकारी प्रोफेसर मिथिलेश सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया तथा फिट इंडिया वीक के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं का विवरण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नितेश जायसवाल ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अन्नू त्यागी ने किया। इस अवसर पर डॉ प्रमोद कुमार, डॉ. गिरिधर मिश्र, डॉ नीरज अवस्थी, डॉक्टर धीरेंद्र चौधरी, डॉ सुजीत चौरसिया डॉ. श्याम कन्हैया सिंह डॉ. अजीत सिंह, डॉ शशिकांत यादव, डॉ श्रवण कुमार, सौरभ सिंह, डॉ आशीष वर्मा, डॉ दीपक मौर्य आदि उपस्थित रहे।

विभिन्न प्रतियोगिताओं में स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया । निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान निकिता कुशवाहा, द्वितीय स्थान विपिन गौतम तथा तृतीय स्थान यशवंत को प्राप्त हुआ । क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान आशुतोष रंजन, द्वितीय स्थान विनायक श्रीवास्तव और तृतीय स्थान तनिष्क मौर्य को प्राप्त हुआ।
पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अंकुर मौर्य, द्वितीय स्थान वात्सल्य और तृतीय स्थान सृष्टि विश्वकर्मा को प्राप्त हुआ। 100 मीटर महिला वर्ग के दौड़ में बबीता पाल ने प्रथम स्थान, प्रियंका मौर्य ने द्वितीय स्थान तथा आरुषि जौहरी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 100 मीटर पुरुष वर्ग की दौड़ में प्रथम स्थान विशाल यादव, द्वितीय स्थान अंकित यादव और तृतीय स्थान अहम सिंह ने प्राप्त किया। 200 मीटर की रेस में प्रथम स्थान, विशाल यादव, द्वितीय स्थान अहम सिंह और तृतीय स्थान अंकित यादव ने प्राप्त किया।

Monday 11 December 2023

विश्वकर्मा छात्रावास में आयोजित हुआ योगाभ्यास

 

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित विश्वकर्मा छात्रावास में फिट इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत छात्रावासियों के लिए योग और प्राणायाम का अभ्यास सत्र आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य योग प्रशिक्षक जय सिंह ने विद्यार्थियों को योग तथा प्राणायाम के लाभ के बारे में बताया। जयसिंह ने विद्यार्थियों को कई सारे योग और आसान के अभ्यास भी कराए। उन्होंने मुख्य रूप से वार्मअप, कटिचक्र आसन, हस्तपात, उत्कटासन, मलासन, तितली आसन, जॉइन्ट रोटेशन, बॉडी स्ट्रेचिंग, प्राणायाम एवं ध्यान कराया। अवसर पर उनके साथ सहायक योग शिक्षक विकास उपस्थित रहे।

इस अवसर पर फिट इंडिया कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रो. मिथिलेश सिंह ने विद्यार्थियों को योग और प्राणायाम करने के लिए जागरूक किया। इस अवसर अवसर पर गणित विभाग के अध्यक्ष तथा ग्रीन कैंपस के संयोजक डॉ राजकुमार ने विद्यार्थियों से कहा कि योग से शरीर स्वस्थ होता है और स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। विश्वकर्मा छात्रावास के संरक्षक डॉ. नितेश जायसवाल ने बताया कि छात्रावास विद्यार्थियों के संपूर्ण विकास के लिए हर संभव प्रयास करता है । इसी के अंतर्गत छात्रावास में विद्यार्थियों के लिए जिम, इंडोर गेम और आउटडोर गेम की सुविधा भी प्रदान की जाती है। इसी क्रम में छात्रावास के विद्यार्थियों के लिए  योगाभ्यास आयोजित गया ।इसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ के हिस्सा लिया।

Sunday 10 December 2023

'विकसित भारत@2047: युवाओं की आवाज' कार्यक्रम को विश्वविद्यालय में देखा गया

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कॉन्फ़्रेंसिंग हॉल से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत@2047: युवाओं की आवाज' योजना के  लॉन्च कार्यक्रम को सोमवार को देखा गया. विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो वंदना सिंह ने इस कार्यक्रम को शिक्षकों के साथ सुना और चर्चा की.  

संबोधन सुनने के पश्चात् राजभवन में प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्वांचल विश्वविद्यालय समेत प्रदेश  के विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षक जुड़ें. कार्यशाला में 3 सत्रों का आयोजन हुआ. इसमें शिक्षाविदों ने अपनी बात रखी.  कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विकसित भारत में  युवाओं की अपेक्षा और योगदान पर आधारित था.  आने वाले दिनों में समस्त राज्य विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों से विकसित भारत में उनके योगदान पर सूचना एकत्रित की जाएगी.

Tuesday 5 December 2023

"डॉ भीमराव अंबेडकर: व्यक्तित्व एवं कृतित्व" विषय पर विचार गोष्ठी


दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान में मनाया गया परिनिर्वाण दिवस

 
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान में भारत रत्न डॉ.भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर "डॉ भीमराव अंबेडकर: व्यक्तित्व एवं कृतित्व" विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभाग के निदेशक प्रोफेसर देवराज सिंह ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का व्यक्तित्व बहुत विराट था समाज की मुख्य धारा से कटे हुए दलित समाज के लोगों के लिए वह प्रेरणा स्रोत रहे हैं आर्थिक विपन्नता के बावजूद अपनी लगन एवं दृढ़ निष्ठा के बल पर डॉ आंबेडकर अमेरिका और लंदन से उच्च शिक्षा प्राप्त की। भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉ भीमराव अंबेडकर ने आजाद भारत की एक ऐसी कल्पना की जिसमें सभी समाज के लोगों के अधिकारों की रक्षा हो सके और समाज के अंतिम व्यक्ति को न्याय कैसे मिलेगा यह उनके चिंतन के केंद्र बिंदु में था। विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ.वनिता सिंह ने कहा कि बाबा साहब ने रूढ़ियों और परंपराओं पर चोट करते हुए समाज को वैज्ञानिकता और तर्कवाद की कसौटी पर खड़ा करने का प्रयास किया। बाबा साहब द्वारा दलित उत्पीड़न के विरोध में किए गए कार्य, वर्ण एवं जाति पर उनके विचार ,सामाजिक न्याय और दलित संघर्ष पर किए गए प्रयत्नों को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। इसके पूर्व विभागीय शिक्षकों व छात्रों ने 11बजे दिन में अंबेडकर जी की प्रतिमा पर कुलसचिव महेंद्र कुमार के साथ माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया।विचार गोष्ठी में डॉ अनुराग मिश्र, मंगला प्रसाद यादव, डॉ प्रियंका कुमारी,श्री प्रकाश यादव, डॉ.राजित राम सोनकर आदि उपस्थित रहे।

अधिक भावनात्मक बुद्धिमत्ता वाले करते है बेहतर प्रदर्शन – अजय सिंह

ईमानदारी से काम करने वाले संस्थान के लिए होते है संपत्ति - कर्नल अभिषेक

समसामयिक भर्ती प्रक्रिया और अवसर विषयक विशेष व्याख्यान का हुआ आयोजन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में बुधवार  को समसामयिक भर्ती प्रक्रिया और अवसर विषयक विशेष व्याख्यान का आयोजन मानव संसाधन विभाग एवं केंद्रीय प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट सेल के संयुक्त तत्वावधान में किया गया. व्याख्यान में बतौर मुख्य वक्ता मुंबई हाई कोर्ट के अधिवक्ता एवं बायर कंपनी समूह भारत के पूर्व वाइस प्रेसिडेंट मानव संसाधन अजय सिंह ने कहा कि भावनात्मक बुद्धिमत्ता जिनकी अधिक होती है वह हर स्थिति में अपना बेहतर प्रदर्शन करते है. जीवन में और कार्य क्षेत्र में नित नई चुनौतियां सामने आती है अधिक भावनात्मक बुद्धिमत्ता के लोग इनका सही तरीके से सामना करते है.
 
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी पढाई के दौरान से ही उद्योगों द्वारा निकलने वाली भर्तियों पर ध्यान दे और उनके अनुरूप अपने को तैयार करते रहे. छात्रों को कारपोरेट जीवन मे सफल होने के लिए स्वयं के विकास, रिज्यूम निर्माण और  सोशल मीडिया प्रोफाइल को सकारात्मक रखने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि कंपनी नियुक्ति के पूर्व सोशल मीडिया प्रोफाइल को भी चेक कर रहीं  है इसपर नकारात्मक पोस्ट आपके लिए ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के युवाओं में बहुत प्रतिभा है और आज देश के हर सेक्टर में अपना लोहा मनवा रहे है. कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले विद्यार्थियों ने वक्ता से रोजगार सम्बंधित सवाल किये.

 
इसी क्रम में अतिथि वक्ता भारतीय सेना कर्नल अभिषेक सिंह ने  कहा कि ईमानदारी और अच्छी भावना से काम करने वाले लोग किसी भी संस्थान के लिए संपत्ति होते है. उन्होंने सेना में प्रोफेशनल कोर्सेज के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध रोजगार के अवसरों के बारे में विस्तार से बताया.
मानव संसाधन विभाग के अध्यक्ष प्रो. अविनाश पथर्डीकर ने अतिथियों का स्वागत एवं विषय प्रवर्तन किया. आईक्यूएसी के समन्वयक ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ प्रदान किया. इस अवसर पर डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. प्रमोद यादव, डॉ आशुतोष सिंह, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ रसिकेश, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. अमित वत्स, पंकज सिंह,   अनुपम  समेत विभिन्न संकायों के विद्यार्थी उपस्थित रहे. 



बाबा साहेब के शोधपत्र के आधार पर आरबीआई की गाइडलाइन बनीः प्रो. पाथर्डीकर

 बाबासाहेब ने भारत को सशक्त राष्ट्र बनाने की दिशा में कार्य कियाः कुलसचिव

अंबेडकर के व्यक्तित्व से करोड़ों लोगों के जीवन में आया परिवर्तनः प्रो. राजीव कुमार


बाबा साहेब के परिनिर्वाण दिवस पर पूर्वांचल विश्वविद्यालय में हुई संगोष्ठी

 

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में बुधवार को महान समाजसेवी एवं कानूनविद बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के 67 वें महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर प्रशासनिक भवन परिसर में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर विश्वविद्यालय परिवार के लोगों ने कुलसचिव महेंद्र कुमार और प्रो. बीबी तिवारी के साथ पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्य अतिथि प्रो. राजीव कुमार ने कहा कि बाबा साहब ऐसे व्यक्तित्व थे जिन्होंने करोड़ों लोगों के जीवन में परिवर्तन लाया। उन्होंने अर्थव्यवस्था के बुनियादी ढांचा में जो परिवर्तन लाया उसके परिणाम अब दिखाई दे रहे हैं।

मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. अविनाश पाथर्डीकर ने कहा कि उनके शोध पत्र के आधार पर आरबीआई और वित्त आयोग की गाइडलाइन बनीं। उन्होंने सर्वसमाज के लिए काम किया था। उन्होंने सर्वसमाज के विकास एवं देश की अर्थव्यवस्था को दिशा प्रदान करने के लिए आधार प्रदान किया।

विशिष्ट अतिथि परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह ने कहा कि उन्होंने संविधान में हर वर्ग का ख्याल रखें। बाबा साहब के ज्ञान का कोई सानी नहीं था। देश के सर्वांगीण विकास में उनका विशेष योगदान रहा।

संगोष्ठी में अध्यक्षता करते हुए कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि सकारात्मक नजरिया से ही समाज को एकजुट रखा जा सकता है। उनके द्वारा निर्मित संविधान में पूरे भारत का प्रतिबिम्ब दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि वह समस्याओं के देखें थे समाधान भी उन्होंने अच्छा निकाला इसलिए मतभेद होने के बाद भी उन्हें संविधान सभा की प्रारूप समिति का चेयरमैन बनाया गया। उन्होंने वोट का अधिकार दिलाकर समाज में एकता पैदा की। भारत को सशक्त और मजबूत राष्ट्र बनाने की दिशा में कार्य किया।

इस अवसर पर उप कुलसचिव अमृतलालपरीक्षा नियंत्रक वीएन सिंहअजीत सिंहबबिता सिंहप्रो रामनारायणप्रो.देवराज सिंह ,डॉ मनोज मिश्रडॉ राजकुमारडॉ सुनील कुमारसुशील कुमारराजेश कुमाररमेश यादवराजनारायण सिंहराजेश सिंह संतोष मौर्य, हेमंत श्रीवास्तवबृजेश सोनकरश्याम श्रीवास्तव, मैलाश आदि उपस्थित थे।


Monday 4 December 2023

छात्रावास के कमरे, मेस का किया निरीक्षण, विद्यार्थियों से जाना हाल

पुरातन छात्रों और अभिभावकों के साथ विभिन्न मुद्दों पर किया संवाद


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में नैक मूल्यांकन के लिए आई टीम ने सोमवार को ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल, विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय, एकलव्य स्टेडियम,  इनडोर स्टेडियम की खेल सुविधा,  गर्ल्स और बॉयज हॉस्टल, स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। आर्यभट्ट संगोष्ठी भवन में पुरातन छात्रों, अभिभावकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों और कार्य परिषद के सदस्यों के साथ विभिन्न मुद्दों पर संवाद किया।

सोमवार की सुबह सबसे पहले एक टीम सेंट्रल ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल  और दूसरी टीम विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय पहुंची। सीटीपीसी के समन्वयक प्रो. प्रदीप कुमार ने प्लेसमेंट सेल की गतिविधियों को विस्तार से बताया। केंद्रीय पुस्तकालय में किताबों, जर्नल के बारे में विस्तृत जानकारी ली। शोध गंगा पर अपलोड थिसिस के बारे में अवगत कराया गया। प्रो. मानस पांडेय ने लाइब्रेरी की मुख्य सुविधाओं के बारे में प्रकाश डाला। विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय में डॉ विद्युत मल ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से पुस्तकालय की सुविधाओं को टीम के सामने प्रस्तुत किया। इसके साथ ही केंद्रीय पुस्तकालय में विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं को टीम ने देखा। इसके बाद आंतरिक शिकायत प्रकोष्ठ में प्रो. वंदना राय, डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ अनु त्यागी से विस्तृत जानकारी हासिल की। इसके बाद टीम एकलव्य और इंडोर स्टेडियम पहुंची। पिछले पांच सालों में अर्जित किए ट्रॉफी, अवार्ड, शील्ड का अवलोकन किया। खिलाड़ियों ने शिव तांडव पर योग, कुश्ती, तीरंदाजी का प्रदर्शन देखा। अंतर महाविद्यालीय  तीरंदाजी पुरुष और महिला प्रतियोगिता में भी पहुंचकर खिलाड़ियों से संवाद किया। इसी के साथ कई खेलों का प्रदर्शन नैक पीयर टीम के समक्ष किया गया। एकलव्य स्टेडियम में टीम के सदस्यों को परंपरागत साफा बांधकर स्वागत किया गया। इस दौरान खेलकूद परिषद के अध्यक्ष प्रो. एसके पाठक और महामंत्री ओपी सिंह, रजनीश सिंह, डॉ राजेश सिंह  समेत सभी कर्मचारी शामिल थे। हेरिटेज गैलरी का निरीक्षण कर स्थानीय उत्पादों के बारे में जानकारी हासिल की। कर्मचारियों के साथ संवाद किया। इसमें संजय शर्मा, मो. इमाम समेत कई कर्मचारियों से जानकारी ली। इस दौरान कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नंद किशोर सिंह महामंत्री रमेश यादव, डॉ. पीके कौशिक समेत कई कर्मचारी उपस्थित थे। इसके बाद टीम गर्ल्स और बॉयज हास्टल में पहुंचकर मेस, छात्रावास के कमरे, जिम का निरीक्षण किया। इस दौरान झांसी मिश्रा, पूजा सक्सेना, जया शुक्ला और ब्याज हॉस्टल में डॉ. नीतेश जायसवाल, डॉ. धर्मेंद्र सिंह, सुशील कुमार से सुविधाओं के संबंध में पूछताछ की। इसके बाद टीम कुलपति सभागार में कार्यपरिषद के सदस्यों के साथ बातचीत की। दूसरी टीम ने विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस अवसर पर डॉ. पुनीत सिंह समेत कई चिकित्सकों ने सुविधाओं के बारे में बताया। साथ प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. रामनारायण, प्रो. देवराज सिंह, प्रो रजनीश भास्कर, प्रो. सौरभ पाल, डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. गिरिधर मिश्र, अमरेंद्र कुमार सिंह, डॉ. श्याम कन्हैया, सुशील कुमार, डॉ पुनीत धवन, डॉ अमित वत्स, डॉ. प्रवीण सिंह,  डा. धर्मेंद्र सिंह समेत शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे।

Sunday 3 December 2023

पीयू के बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम ने मनमोहा


विभिन्न प्रदेश के लोक नृत्यों का छात्रों ने किया प्रस्तुतीकरण

सांस्कृतिक कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने माइम के जरिए दिखाया देशप्रेम


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में सोमवार की देर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह एवं विश्वविद्यालय में आयी नैक पीयर टीम ने दीप प्रज्जवलन के साथ किया। कार्यक्रम में कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा दी गई। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शिव पार्वती नृत्य,  माईम,  गायन के साथ-साथ विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न प्रदेश की संस्कृति को भी अपने प्रस्तुति में दिखाया। माईम प्रस्तुति में छात्रों ने देशभक्ति एक्ट प्ले करके लोगों को भावुक भी किया और एक जवान के शहीद होने पर उसके घर की स्थितियां क्या होती है,  इसकी जबरदस्त प्रस्तुति की। कार्यक्रम का संचालन दिव्या एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ जान्हवी श्रीवास्तव ने किया। इस मौके पर वित्त अधिकारी उमाशंकर,  परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंहउप कुलसचिव अमृतलालसहायक कुलसचिव बबिताअजीत सिंहदीपक सिंहप्रो. मानस पांडेयप्रो. वंदना रायप्रो. अजय द्विवेदीप्रो. अजय प्रताप सिंहप्रो. अविनाश पाथर्डीकरप्रो. रजनीश भास्कर, प्रो. मुराद अली, डॉ. प्रमोद कुमार यादव,  डॉ मनोज मिश्रडॉ. राजकुमारडॉ आशुतोष सिंह, डॉ मनीष गुप्ताडॉ सुनील कुमारडॉ रसिकेशडॉ मनोज कुमार पांडेयडॉ. करुणा निरालाडॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्यासहित विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं मौजूद रहें।


Saturday 2 December 2023

नैक पीयर टीम ने परिसर के कई संकायों का किया निरीक्षण


विभागों में प्रेजेंटेशन और एसएसआर में दाखिल दस्तावेजों को देखा

टीम ने संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष और शिक्षकों के साथ किया संवाद


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के नैक मूल्यांकन के लिए प्रो. दिलीप कुमार सैकिया की अध्यक्षता में छह सदस्यीय टीम ने रविवार को गहन निरीक्षण का कार्य शुरू कर दिया। टीम तीन, चार और पांच दिसंबर 2023 तक विश्वविद्यालय परिसर में अध्ययन, लैब, स्टूडियो समेत अन्य गतिविधियों, संसाधनों का निरीक्षण करेगी।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हाल में सुबह टीम के समक्ष सबसे पहले विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या और भावी योजनाओं का विस्तार से प्रस्तुतीकरण किया। कुलपति प्रो. सिंह ने कहा कि सम्बद्ध महाविद्यालयों की समय से परीक्षा और उनका रिजल्ट घोषित करने में हमने बड़ी सफलता पाई है। शोध की गुणवत्ता के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया गया है। इसके परिणामस्वरूप एक दर्जन से अधिक शोध प्रोजेक्ट शिक्षकों को मिले। कुलपति के प्रस्तुतीकरण के बाद टीम ने कुलपति सभागार में संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष के साथ संवाद कर विश्वविद्यालय से जुड़ी अन्य जानकारियां ली। कुलपति सभागार में टीम ने संकायाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों और अध्ययन परिषद के सदस्यों के साथ संवाद किया। उन्होंने उनसे परिसर के पाठ्यक्रमों और शोध के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली। प्रो. बीबी तिवारी,  डॉ. अजय द्विवेदी, प्रो. मुराद अली, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. अजय प्रताप सिंह ने द्विपक्षीय संवाद में अपनी बात रखी। शोध कार्य के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। आईक्यूएसी सेल के समन्वयक प्रो. मानस पांडेय ने टीम का स्वागत के साथ परिचय कराया।

इसके बाद एक टीम इंजीनियरिंग संस्थान, प्रबंध संकाय, प्रो. रज्जू भैय्या भौतिकी शोध संस्थान, विज्ञान संकाय में जनसंचार विभाग और विज्ञान संकाय के विभिन्न विभागों का विजिट किया और दूसरी टीम फार्मेसी संस्थान, दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान के बाद व्यावहारिक मनोविज्ञान पहुंचकर प्रस्तुतीकरण देखा। टीम में प्रो. दिलीप कुमार सैकिया अध्यक्ष,  सदस्य समन्वयक प्रो. शंकर दामोधरन, प्रोफेसर संजय के जैन, प्रो. कृष्णन त्यागराजन, प्रो. देवानंद पाधा, प्रो. वृंद्धा जी. नैक पीयर टीम में विश्वविद्यालय आए हुए हैं। विभागाध्यक्षों ने टीम के सदस्यों को विभाग के शिक्षण, शोध  विद्यार्थियों एवं समस्त गतिविधियों के बारे में बताया। व्यावहारिक मनोविज्ञान, जनसंचार विभाग का प्रस्तुतीकरण देखा। इसी के साथ विद्यार्थियों द्वारा निर्मित डाक्यूमेंट्री एवं विश्वविद्यालय के यू-ट्यूब चैनल के साथ स्टूडियो में जाकर निरीक्षण किया। इसके पूर्व टीम का विश्वविद्यालय अतिथि गृह में औपचारिक स्वागत किया गया। विश्वविद्यालय के गेट पर एनएसएस के पूर्व समन्वयक प्रो. राकेश यादव और रोवर्स रेंजर के समन्वयक डॉ. जगदेव की टीम ने स्वागत किया। दिनभर की गतिविधियों में कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी उमाशंकर,  परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, उपकुलसचिव अमृतलाल, सहायक कुलसचिव अजीत सिंह,  दीपक सिंह,  बबिता सिंह,  प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर,  प्रो. अजय प्रताप सिंह,  प्रो. सुरजीत यादव,  प्रो. रजनीश भास्कर, डॉ. मनोज मिश्र, डा. गिरिधर मिश्र, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. रसिकेश, डॉ. अनु त्यागी,  डा. प्रवीण सिंह,  सुशील कुमार,  डा. सुनील कुमार,  डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. श्याम कन्हैया, डा. धर्मेंद्र सिंह, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नंद किशोर सिंह महामंत्री रमेश यादव, डॉ. पीके कौशिक, राधेश्याम सिंह मुन्ना आदि रहे।

पूर्वांचल विश्वविद्यालय का नैक मूल्यांकन 3 से 5 दिसंबर

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय का  नैक मूल्यांकन 3 से 5 दिसंबर तक होगा. विश्वविद्यालय ने नैक मूल्यांकन की तैयारियां पूरी कर ली है. विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने नैक की तैयारियों की समीक्षा की.
विश्वविद्यालय में नैक मूल्यांकन के लिए टीम 3 दिसंबर को सुबह पहुंचेगी. सबसे पहले कुलपति कांफ्रेंसिंग रूम में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह की प्रस्तुति होगी. नैक मूल्यांकन टीम पहले दिन बोर्ड ऑफ़ स्टडीज के अध्यक्ष एवं संकायाध्यक्षों के साथ बैठक करेगी. इसके साथ ही विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों का निरीक्षण करेगी.
पहले दिन विश्वविद्यालय के शोध केंद्र, कंप्यूटर सेंटर और इन्क्यूबेशन सेंटर का अवलोकन करेगी.  आर्यभट्ट सभागार में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक  कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेंगे.  
विश्वविद्यालय के कुलसचिव महेंद्र कुमार, सहायक कुलसचिव दीपक कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारी विश्वविद्यालय के विभागों का स्थलीय निरीक्षण किया।

कैंसर उपचार में उपयोगी है जिलेटर्स:डॉ. नितिन श्रीवास्तव


ड्रग डिलीवरी में महत्वपूर्ण है कार्बोहाइड्रेट आधारित जिलेटर्स

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह  (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के रसायन विज्ञान विभाग द्वारा "कार्बोहाइड्रेट आधारित जिलेटर्स" विषयक आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया।  व्याख्यान में मुख्य वक्ता एमिटी विश्वविद्यालय, लखनऊ के रसायन विज्ञान विभाग के   डॉ. नितिन श्रीवास्तव ने कार्बोहाइड्रेट बेस्ड जिलेटॅस का कैंसर के उपचार में विभिन्न उपयोगों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार कुछ जिलेटॅस का प्रयोग करके शरीर के स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाए, बिना कैंसर प्रभावित कोशिकाओं को नष्ट किया जा सकता है। 
डॉ नितिन ने छात्रों को जिलेटॅस का प्रयोग करके विभिन्न गंभीर बीमारियों के पहचान की विधियों को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि जिलेटर्स का उपयोग शरीर के अंदर ड्रग डिलीवरी में भी किया जाता है।
 कार्यक्रम के संयोजक डॉ प्रमोद कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि विभाग निरंतर छात्रों के शैक्षणिक विकास  लिए इस प्रकार के आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन कर रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता रज्जू भैया संस्थान के निदेशक डॉ प्रमोद कुमार यादव ने किया। मुख्य अतिथि का स्वागत संस्थान के पूर्व निदेशक प्रोफेसर देवराज सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन एमएसी के छात्र मंजीत गुप्ता ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मिथिलेश यादव ने किया। इस अवसर रसायन विभाग के प्रोफेसर डॉ. अजीत सिंह, डॉ नितेश जायसवाल, डॉ दिनेश वर्मा, डॉ विजय शंकर पांडेय सहित विभाग के समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Friday 1 December 2023

एड्स के बारे में जागरूकता जरूरीः प्रो. वंदना सिंह


जांच शिविर में 152 मरीजों की गई जांच 
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केन्द्र में शुक्रवार को अधिष्ठाता छात्र कल्याण कार्यालय, व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग एवं उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में विश्व एड्स रोकथाम दिवस के अवसर पर जन जागरूकता कार्यक्रम एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि एड्स एक ऐसी बीमारी है जो एक व्यक्ति के शरीर के रोगाणुओं के कारण होती है। यह बीमारी एक व्यक्ति के शरीर के रोगाणुओं के कारण उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देती है जिससे उसे अन्य रोगों से लड़ने की क्षमता नहीं रहती है। इस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें इस बीमारी के खिलाफ लड़ना चाहिए और इसे रोकने के लिए सक्रिय रहना चाहिए। इस जांच शिविर में 152 मरीजों की जांच की गई और 100 अधिक लोगों को एड्स के बारे में जागरूक किया गया। उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. शिवकुमार ने लोगों को एड़स के प्रति जागरूक किया। कहा हमें इस बीमारी के खिलाफ जंग जारी रखनी चाहिए ताकि हम इसे जल्द से जल्द खत्म कर सकें। साथ ही सभी पंजीकरण कराने वाले मरीजों की चेकअप कर दवा दी गई। शिविर में डॉ. ए.ए. जाफरी, डॉ. निशांत, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. अंकित सिंह यादव, डॉ. उमेश सरोज, डॉ. सी.बी.एस. पटेल, डॉ. विनोद  वर्मा, डॉ. हमजा अंसारी, डॉ पूनम सिंह यादव, डॉ. अजीत कुमार यादव आदि चिकित्सकों ने मरीजों का परीक्षण किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मनोज कुमार पांडेय ने किया। इस मौके पर परीक्षा नियंत्रक बी.एन. सिंह, उप कुलसचिव अमृतलाल, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. बी.डी शर्मा, डॉ सुनील कुमार, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, राजेद्र् प्रसाद सिंह, राजेश सिंह. राजनारायण सिंह, स्वतंत्र कुमार, जगदम्बा मिश्र आदि उपस्थित थे।

टैटू का शौक एच आई वी से कर रहा संक्रमित – डॉ. सीमा

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मिशन शक्ति 4 एवं व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस के अवसर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिला महिला अस्पताल की परामर्शदाता डॉ. सीमा सिंह ने कहा कि एड्स की रोकथाम के लिए समुदाय के सभी लोगों को आगे आना होगा. उन्होंने कहा कि युवाओं के  टैटू का शौक उन्हें एच आई वी से संक्रमित कर रहा है. बीते दिनों उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी संख्या में इसके कारण युवा  पॉजिटिव हुए है. 
उन्होंने कहा कि  एच आई वी की जाँच कराने में किसी भी तरीके का संकोच नहीं करना चाहिए. सरकार द्वारा जांच और इलाज दोनों की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध है. 
संकायाध्यक्ष डॉ. अजय प्रताप सिंह ने धन्यवाद् ज्ञापन एवं संचालन डॉ जान्हवी श्रीवास्तव ने किया. इस अवसर पर डॉ. मनीष कुमार गुप्ता  डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. अन्नू त्यागी समेत विद्यार्थी उपस्थित रहे.

Thursday 30 November 2023

पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालयीय क्रिकेट महिला प्रतियोगिता में पूर्वांचल विश्वविद्यालय बना चैम्पियन

01.12.2023 को पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालयीय क्रिकेट महिला प्रतियोगिता का अंतिम मैच पं0 रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर एवं अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर के बीच खेला जाना था। अत्यधिक वर्षा होने के कारण मैच वाष आउट रहा, जिसके फलस्वरूप दोनों टीमों को 1-1 अंक प्रदान किया गया। लीग राउण्ड में अंको के आधार पर वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विष्वविद्यालय, जौनपुर प्रथम, ललित नारायण मिथिला विष्वविद्यालय, दरभंगा द्वितीय, पं0 रवि शंकर शुक्ला विष्वविद्यालय, रायपुर तृतीय एवं अटल बिहारी वाजपेयी  विश्वविद्यालय, बिलासपुर चतुर्थ स्थान पर रही। 

पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि महेन्द्र कुमार कुलसचिव जी एवं विषिष्ट अतिथि बी0 एन0 सिंह परीक्षा नियनत्रक, द्वारा सभी खिलाड़ियों को पुरस्कार एवं टीमों का ट्राफी प्रदान की गयी। उक्त अवसर पर भारतीय विश्वविद्यालय संघ, नई दिल्ली द्वारा नामित पर्यवेक्षक डॉ0 वैभव राय, सहायक निदेषक, बी0 एच0 यू0 वाराणसी, अमृत लाल, उपकुलसचिव, अजीत प्रताप सिंह, सहायक कुलसचिव, प्रो0 ओम प्रकाश सिंह, सचिव, खेलकूद परिषद, प्रो0 प्रदीप कुमार, डॉ0 विजय प्रताप तिवारी, रामजी सिंह, पूर्व अध्यक्ष, कर्मचारी संघ, रमेश चन्द्र यादव, महामंत्री, कर्मचारी संघ, रजनीश कुमार सिंह खेल सहायक, डॉ0 राजेश सिंह, अशोक कुमार सिंह, अरुण कुमार सिंह, सतेन्द्र कुमार सिंह, अलका सिंह, विजय प्रकाश, भानू प्रताप शर्मा, आदि उपस्थित रहे। निर्णायक की भूमिका में आर0 पी0 गुप्ता, राजेश पटेल, प्रदीप पटेल एवं स्कोरर विपिन सर्राफ, पवनेश रहे। 

नैक मूल्यांकन में करें उत्कृष्ट प्रदर्शनः डॉ. सुधीर बोबडे


शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और छात्रों के साथ किया संवाद
अपर मुख्य सचिव ने नैक तैयारियों का लिया जायजा
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में गुरुवार को माननीय राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव डॉ. सुधीर एम. बोबडे ने विश्वविद्यालय में नैक तैयारियों का जायजा लिया। कुलपति प्रो. वंदना सिंह के साथ विभागों के भ्रमण किया। प्रो. राजेद्र सिंह रज्जू भैया भौतिकी अध्ययन एवं शोध संस्थान के आर्यभट्ट सभागार में शिक्षक, प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी और छात्रों के साथ संवाद किया। 
  उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों की नैक ग्रेडिंग अच्छी हो इसलिए राजभवन नैक को लेकर सक्रिय और गंभीर है। समय- समय पर विश्वविद्यालयों की तैयारियों के लिए दिशा निर्देश के साथ-साथ उसकी समीक्षा भी की जा रही है। इसी के तहत लखनऊ में नैक मंथन कार्यक्रम भी किया गया जिसके परिणामस्वरूप कई विश्वविद्यालय A++ की ग्रेडिंग में आ गए। राजभवन उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि आपके अच्छे प्रदर्शन के चलते आपकी ग्रेडिंग उत्कृष्ट आएगी। इसके बाद विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनीं। 
इस अवसर पर कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय में हर सुविधा और संसाधन है। इसका प्रस्तुतीकरण भी हम अच्छे ढंग से कर रहे है। हम पूरी तरह से एकजुट होकर अपने विश्वविद्यालय का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को तैयार हैं। 
पूर्व कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि नैक प्रस्तुतीकरण में विश्वविद्यालय के सभी सदस्यों का योगदान रहता है। सबके प्रयास से ही अच्छी ग्रेडिंग तक हम पहुंच सकते हैं। बैठक का संचालन आईक्यूएसी के समन्वयक प्रो. मानस पांडेय और धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव महेंद्र कुमार ने दिया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, उप कुलसचिव अमृतलाल,  सहायक कुलसचिव दीपक सिंह, अजीत सिंह, प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. वंदना राय, प्रो. अजय द्विवेदी,  प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव,  प्रो. अविनाश पाथर्डीकर,  प्रो. संदीप सिंह, प्रो.रजनीश भास्कर,  प्रो. प्रदीप कुमार, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. प्रमोद कुमार यादव, डॉ राजकुमार, डॉ. मनीष प्रताप सिंह, डॉ. मनीष गुप्ता, डॉ. संतोष कुमार, डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. संजीव गंगवार, डॉ. रसिकेश, डॉ. गिरधर मिश्र, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ पुनीत धवन, डॉ. शशिकांत यादव,  डॉ. अमित वत्स, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह, महामंत्री रमेश यादव, डॉ पीके कौशिक, आदि लोग उपस्थित थे।

इंटरनेट और मोबाइल उपभोक्ता है साइबर अपराधियों के निशाने पर - डॉ. दिग्विजय


विश्वविद्यालय में साइबर  अपराधों के प्रति  जागरूकता  कार्यक्रम का हुआ आयोजन 

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के साइबर क्लब द्वारा प्रो. राजेन्द्र सिंह रज्जू भैया भौतिकी संस्थान आर्यभट्ट सभागार  में  साइबर अपराधों के प्रति  जागरूकता का कार्यक्रम गुरुवार को आयोजित किया गया। साइबर क्लब के नोडल अधिकारी डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों  बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भारत में साइबर अपराध तेजी से  बढ़ रहा है साइबर  अपराधी नित नए तरीके अपना रहे है. इंटरनेट और मोबाइल का प्रयोग करने वाले सभी उपभोक्ता साइबर अपराधियों के निशाने पर रहते है. ऐसे में जागरूकता ही हमें बचा सकती है. 
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार साइबर अपराध से  लोगों को सुरक्षित रखने  विभिन्न स्तरों पर काम कर रही है. उत्तर प्रदेश सरकार ने महिला हेल्प लाइन के माध्यम से भी साइबर सुरक्षा प्रदान करने का काम  किया है.  इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का प्रयोग सावधानी से करें. अपरिचितों से दोस्ती खतरे में डाल  सकती है. उन्होंने कहा कि  सोशल मीडिया से हमारी जानकारी साइबर अपराधी जुटाते है और पूरी रणनीति के साथ अपने जाल में फसा लेते है. उन्होंने कहा कि बच्चों के मोबाइल फोन के प्रयोग की निगरानी करें. गेम के नाम भी बड़ी धोखाधड़ी की जा रही है. बैंकिंग और पेमेंट के एप्प पर अलग से पासवर्ड रखें. इसके साथ ही गूगल प्ले स्टोर पर कई ऐसे एप्लीकेशन  है जिससे बच्चों के मोबाइल पर निगरानी रखी जा सकती है.  उन्होंने हैकिंग, फिशिंग, फर्जी विज्ञापन, ऑनलाइन खरीदारी फ्राड, फ़ोन कॉल करके फ्राड आदि के बारे में विस्तार से चर्चा  की. उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी मानसिक और आर्थिक शोषण  के साथ- साथ ब्लैकमेल कर शारीरिक शोषण भी कर रहे है. इनसे डरने की नहीं बल्कि लड़ने की जरुरत है. 
इस अवसर पर प्रो. बी बी तिवारी, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो वंदना राय,  प्रो.  ए. के. श्रीवास्तव, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. बी. डी. शर्मा, प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो. मुराद अली, डॉ मनोज मिश्र, डॉ रसिकेश, डॉ सुनील कुमार, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ अन्नू त्यागी  समेत विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे.

Wednesday 29 November 2023

नेशनल एनवायरमेंटल यूथ पार्लियामेंट में पीयू के विद्यार्थियों ने किया प्रतिभाग

विद्यार्थियों ने गंगा नदी  संरक्षण एवं जल संरक्षण रखें विचार 

जौनपुर। नेशनल एनवायरमेंटल यूथ पार्लियामेंट (एनइवाईपी -2024) जो यूजीसी, मिनिस्ट्री ऑफ़ एनवायरनमेंट एंड फॉरेस्ट, एवं मिनिस्ट्री ऑफ़  यूथ अफेयर-भारत के तत्वाधान में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 13 विद्यार्थियों ने गंगा नदी  संरक्षण एवं जल संरक्षण विषय पर प्रतिभाग दिनांक 29-11-23 को  किया,  पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ सुधीर उपाध्याय जो पर्यावरण विषय, गंगा संरक्षण एवं जल संरक्षण पर अपने द्वारा किए गए शोध से विख्यात है, डॉ उपाध्याय के नेतृत्व में पिछले कई दिनों से इन प्रतिभागियों को लगातार ट्रेनिंग करने के उपरांत आज प्रतिभाग करने का मौका मिला, इस नेशनल एनवायरमेंटल यूथ पार्लियामेंट में 18 विश्वविद्यालयों ने भाग लिया, जिसमें बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, बी एच् यू वाराणसी, महात्मा गाँधी कशी विद्यापीठ वाराणसी, दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर, पूर्वांचल विश्वविद्यालय इत्यादि उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयो ने भाग लिया, इस दो  दिवशीय आयोजन को चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ ने आयोजित कराया,  पूर्वांचल विश्वविद्यालय के प्रतिभागी  गोपाल दुबे, , मेधा, रिन्शिका दुबे, अभिनव कीर्ति पाण्डेय, शिवम पाण्डेय, , यात्न्दीप दुबे, ने गंगा नदी संरक्षण एवं जल संरक्षण के विभिन्न अवधारणाएँ, जैसे जल संरक्षण के प्राचीन साधन, नदी और जल संरक्षण की आधुनिक तकनीकें, विधायी रणनीति का उपयोग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, अति आधुनिक सिंचाई तकनीक आदि पर अपने अपने विषय को रखा I सफल चयनित विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर के नेशनल एनवायरमेंटल यूथ पार्लियामेंट में भाग लेने के लिए नागपुर या दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभा करने का अवसर प्राप्त होगा जहा भारत के सभी राज्यों से चयनित विद्यार्थियों के बिच प्रतियोगिता करने का अवसर प्राप्त होगा I

Sunday 26 November 2023

निर्भया कांड के बाद पाक्सो एक्ट हुआ और प्रभावी: आशीष वर्मा

"पाक्सो एक्ट की प्रायोज्यता: प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता के संबंध में" हुई संगोष्ठी 

दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान और मिशन शक्ति ने मनाया संविधान दिवस

संविधान की प्रति विद्यार्थियों को दिखाई  गई 

जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान और मिशन शक्ति की ओर से रविवार को संविधान दिवस का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर  "पाक्सो अधिनियम की प्रायोज्यता: प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता के संबंध में" विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह, मुख्य अतिथि अपर जिला जज पाक्सो आशीष वर्मा ने विश्वविद्यालय में अंबेडकर प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया।
 इस अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशीष वर्मा ने कहा कि पाक्सो अधिनियम के अंतर्गत जो आपराधिक घटनाएं आती हैं वह पहले भी भारतीय दंड संहिता के दायरे में  न्यायालयों में सुने भी जाते थे निर्णय भी होते थे। निर्भया कांड के बाद बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराध को रोकने की दृष्टि से पाक्सो के माध्यम से कानून को और अधिक प्रभावी बनाया गया । उन्होंने कहा कि बच्चों के प्रति होने वाले यौन अपराध में होने वाली सजा के प्रति लोगों में जागरूकता की कमी है जिसके चलते पाक्सो अधिनियम में ज्यादातर मामले दर्ज नहीं हो रहे हैं। अगर हम अपने परिवार और समाज में पाक्सो के तहत होने वाली सजा के बारे में जागरूक करें और यौन शोषण के विषय में खुलकर चर्चा करें और उसके नकारात्मक पहलुओं को अपने परिवार में समाज में बच्चों तक पहुंचाएं तो बच्चों के प्रति होने वाले आपराधिक मामलों में निश्चित रूप से कमी आएगी।
 इसके पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ वनिता सिंह ने विषय प्रवर्तन व अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि न्यायाधीश आशीष वर्मा और समाजसेवी प्रदीप मिश्र को अंगवस्त्रम और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। विभाग के छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर देवराज सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया। वर्ष 2023 बैच की गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा कोमल वर्मा को विभाग द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डॉ अनुराग मिश्र, मंगला प्रसाद यादव, डॉ सुनील कुमार, डॉ प्रियंका सिंह, श्री प्रकाश यादव, राजित राम सोनकर, डॉ.अंकित कुमार, डॉ.दिनेश कुमार सिंह, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ.इंद्रजीत सिंह आदि उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन अभिनव कीर्ति पांडेय द्वारा किया गया।
इस बीच पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्देशित मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत रविवार को संविधान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि 26 नवंबर 1949 का वह ऐतिहासिक पल था जब स्वतंत्र भारत की संविधान सभा ने संविधान को विधिवत रूप से अपनाया। विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई संविधान की प्रति देखी। डॉ. विद्युत् मल ने विस्तार से संविधान के बारे में बताया। मिशन शक्ति की समन्वयक डॉ जान्हवी श्रीवास्तव ने कहा कि  महिलाओं को  संविधान में पुरुषों के समान ही मौलिक स्वतंत्रता  तथा अधिकार दिए  गये हैं. संविधान के आधार पर किसी भी प्रकार के भेदभाव को निषेध किया गया है।
इस अवसर पर डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. शशिकांत, डॉ. राजीव कुमार, डॉ आशीष गुप्ता,  डॉ विजय बहादुर मौर्य, डॉ. पूजा सक्सेना, डॉ. झाँसी मिश्रा, जया शुक्ला समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

विश्वविद्यालय में मिशन शक्ति द्वारा मनाया गया संविधान दिवस

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्देशित मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत रविवार को संविधान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 

कार्यक्रम में जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि 26 नवंबर 1949 का वह ऐतिहासिक पल था जब स्वतंत्र भारत की संविधान सभा ने संविधान को विधिवत रूप से अपनाया और देश के कामकाज में 26 जनवरी 1950 से इसको प्रभावी ढंग से लागू किया . यह भारत का सर्वोच्च विधान है. भारत का संविधान हमें स्वतंत्रता से जीवन जीने, समानता के लिए मूलभूत कर्तव्य की व्याख्या करता है. आज़ाद भारत में उत्तरोत्तर महिला सशक्तिकरण को मजबूती देने वाला हमारा संविधान ही है. 

विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई संविधान की प्रति देखी. डॉ. विद्युत् मल ने विस्तार से संविधान के बारे में बताया.मिशन शक्ति की समन्वयक डॉ जान्हवी श्रीवास्तव ने कहा कि  महिलाओं को  संविधान में पुरुषों के समान ही मौलिक स्वंत्रताएं तथा अधिकार दिए  गये हैं. संविधान के आधार पर किसी भी प्रकार के भेदभाव को निषेध किया गया है। महिलाएं अपने संवैधानिक अधिकारों को जाने बिना मजबूत नहीं हो सकती. इस अवसर पर डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. शशिकांत, डॉ. राजीव कुमार, डॉ आशीष गुप्ता,  डॉ विजय बहादुर मौर्य, डॉ. पूजा सक्सेना, डॉ. झाँसी मिश्रा, जया शुक्ला समेत अन्य लोग उपस्थित

Friday 24 November 2023

जीवन में सफलता के लिए सत्यनिष्ठा जरूरी- कुलपति प्रो. वंदना सिंह

पूर्वी क्षेत्र अन्तर विश्वविद्यालयीय क्रिकेट महिला प्रतियोगिता का हुआ भव्य उद्घाटन

पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने पं0 रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर को 49 रनों से किया पराजित 


भारतीय विश्वविद्यालय संध नई दिल्ली द्वारा आवंटित पूर्वी क्षेत्र अन्तर  विश्वविद्यालयीय   क्रिकेट महिला प्रतियोगिता का उद्घाटन शुक्रवार  को वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल  विश्वविद्यालय  , जौनपुर के एकलव्य स्टेडियम में हुआ।प्रतियोगिता के उद्घाटन के अवसर प्रो0 वन्दना सिंह, कुलपति, वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर द्वारा गुब्बारा छोड़कर पूर्वी क्षेत्र अन्तर विष्वविद्यालयीय क्रिकेट महिला प्रतियोगिता का उद्घाटन की घोषणा की तथा पूर्वी क्षेत्र से आये खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुये समस्त खिलाड़ियों, टीम मैनेजर, टीम कोच तथा आफीसियल से परिचय प्राप्त किया। प्रतियोगिता में खेल भावना से खेलने तथा अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिये शुभकामना दी। 

कुलपति प्रो वंदना सिंह ने कहा कि जीवन में सफलता के लिए सत्यनिष्ठा की आवश्यकता है. चरित्र जीवन के निर्माण की नींव है  और चरित्रवान व्यक्ति ही देश के निर्माण की नींव के पत्थर बनते है. उन्होंने कहा कि आज मीडिया एवं आई0टी0, खेल-जीवन का सजीव उदाहरण युवा पीढ़ी के समक्ष रोचक ढंग से प्रस्तुत कर उत्साहित करता है। विगत वर्षों में खेल एवं विभिन्न राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं से सरकार एवं समाज का युवा पीढ़ी से सरोकार बढ़ा है। आज के युवा, खेल को व्यवसाय के रूप में भी स्वीकार करने लग गये हैं। इसी कारण अन्तर्राष्ट्रीय खेलों में नये-नये खिलाड़ियों के नाम विभिन्न खेलों में सामने आने लगे हैं। विश्वविद्यालय एक ऐसा शैक्षणिक केन्द्र है, जहाँ विद्यार्थियों को न केवल शिक्षा, अपितु उनके जीवन में नये-नये आयाम विकसित करने का अवसर दिया जाता है। आप विश्वविद्यालय में रहकर अपनी प्रतिभा को निखार सकते हैं, आगे बढ़ सकते है। विश्वविद्यालय आपको अवसर अवश्य प्रदान करेगा। कहा कि विद्यार्थी अपनी योग्यता, लगन एवं उच्च संस्कारों के बल पर इस महान देश के योग्य एवं जिम्मेदार नागरिक बनेंगे और विकसित भारत के निर्माण में आपकी प्रमुख भूमिका एवं भागीदारी होगी।
प्रतियोगिता का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो0 वंदना सिंह, कुलपति, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर, विशिष्ट अतिथि श्री महेन्द्र कुमार, कुलसचिव, श्री बी0एन0 सिंह, परीक्षा नियंत्रक, प्रो0 सुरेश कुमार पाठक, अध्यक्ष, खेलकूद परिषद, अजीत प्रताप सिंह, सहायक कुलसचिव, श्रीमती बबिता सिंह, सहायक कुलसचिव, प्रो0 ओ0पी0 सिंह, सचिव, खेलकूद परिषद, मंचासीन रहे।  प्रतियोगिता के उद्घाटन के अवसर पर प्रो0 सुरेश कुमार पाठक, अध्यक्ष, खेलकूद परिषद, द्वारा समस्त अतिथियों खिलाड़ियों, टीम मैनेजर, टीम कोच का स्वागत किया गया।
 
उद्घाटन मैच वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर एवं पं0 रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर के बीच खेला गया। पं0 रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर ने टास जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय लिया। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर पहले बल्लेबाजी करते 5 के विकेट के नुकसान पर निर्धारित 15 ओवर में 101 रन बनायें। जिसमे नीतू गौड़ ने 36 गेंद पर 39 रन, सोनाली सिंह ने 13 गेंद पर 16 रन का योगदान रहा। पं0 रवि शंकर शुक्ला विष्वविद्यालय, रायपुर द्वारा गेंदबाजी में दुर्गेष नन्दनी ने 3 ओवर 11 रन देकर 2 विकट, पल्लवी वर्मा 3 ओवर 16 रन 2 विकेट प्राप्त किया। निर्धारित 102 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 15 ओवर में पं0 रवि शंकर शुक्ला  विश्वविद्यालय  , रायपुर ने 4 विकेट के नुकसान पर 52 रन ही बना सकी, जिसमें दुर्गेश नन्दनी ने 13 गेंद पर 13 रन एवं खुशी ठाकुर ने 32 गेंद पर 12 रन का योगदान रहा। इस प्रकार से वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर ने पं0 रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर को 49 रनों से पराजित किया।
उक्त अवसर पर डाॅ0 राहुल सिंह अध्यक्ष, विश्वविद्यालय शिक्षक संघ, डाॅ0 शैलेन्द्र सिंह, महामंत्री, शिक्षक संघ शिक्षक संघ, डाॅ0 नरेन्द्र देव पाठक, डाॅ0 विजय प्रताप तिवारी, पूर्व संयुक्त सचिव, खेलकूद परिषद, डाॅ0 मनोज मिश्र, डाॅ0 सुनील कुमार, डाॅ0 दिग्विजय सिंह राठौर, रामजी सिंह पूर्व अध्यक्ष, कर्मचारी संघ, रमेश चन्द्र यादव, महामंत्री,  कर्मचारी संघ, स्वामी नाथ, उपाध्यक्ष, कर्मचारी संघ, राज नारायण सिंह सुशील प्रजापति, रजनीश कुमार सिंह खेल सहायक, डाॅ0 राजेश सिंह, अशोक कुमार सिंह, अरुण कुमार सिंह, सतेन्द्र कुमार सिंह, अलका सिंह, भानु प्रताप शर्मा, आदि उपस्थित रहे।
निर्णायक की भूमिका में नारायण जी गुप्ता, राजेश पटेल एवं स्कोरर विपिन सर्राफ रहे। 

कुलपति ने थ्री डी मॉडल से समझाई अणुओं की संरचना

रज्जू भैय्या में एमएससी की क्लास लेने पहुंची कुलपति, पढ़ाया विन्यास रसायन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वन्दना सिंह ने परिसर स्थित रज्जू भैया संस्थान के रसायन विभाग के एमएससी छात्रों की कक्षाएं ली । उन्होंने विन्यास रसायन / त्रिविमरसायन से संबंधित विषय पर व्याख्यान दिया। विन्यास रसायन, रसायन की वह शाखा है जो अणुओं के अन्दर परमाणुओं के सापेक्षिक स्थिति एवं उनके प्रभावों का अध्ययन करती है। डॉ. सिंह ने थ्री डी मॉडल्स तथा पॉवर प्वाइंट से अणुओं की संरचना पर प्रकाश डाला।डॉ. सिंह ने कहा कि प्रत्येक अणु कई परमाणुओं से मिलकर बने होते हैं। इन परमाणुओं को आपस में जोड़ने के लिए बंध की आवश्यकता होती है । बंध की लंबाई अणुओं के स्थायित्व और ऊर्जा को तय करती है। किसी भी अणु में बंध कोण परमाणुओं की स्थिति को निश्चित करते है।डॉ. वन्दना सिंह रसायन विज्ञान विभाग में प्रोफेसर हैं। प्रो. सिंह कार्बनिक रसायन की विशेषज्ञ है तथा पॉलीमर रसायन में विश्वस्तरीय शोध कार्य कर रहीं है। हाल ही में स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी के द्वारा जारी विश्व के दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में प्रो. वंदना सिंह का नाम सम्मिलित किया गया था। इस अवसर पर रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया की कुलपति आगे भी  कक्षाएं  लेंगी।