Friday 30 August 2019

राज्यपाल के हाथों सम्मानित हुए पूर्वांचल विश्वविद्यालय के खिलाड़ी


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर, राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फैज़ाबाद एवं  महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के संयुक्त तत्वावधान में  29 अगस्त को राजभवन लखनऊ के गांधी सभागार में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर खिलाडी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में कुलाधिपति एवं राज्यपाल उत्तर प्रदेश आनंदीबेन पटेल ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 104 खिलाड़ियों को स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक से सम्मानित किया। इसके साथ ही 31 टीम प्रशिक्षक और टीम प्रबंधक भी सम्मानित हुए। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों को आज छठवीं बार राजभवन में सम्मानित किया गया है।

 इस अवसर पर अपने सम्बोधन में प्रदेश के राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अगर हम शारीरिक, मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे तभी भारत विश्व गुरु बनेगा। विश्वविद्यालयों को खेल को पाठ्यक्रमों में शामिल करने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के  दिन हांकी के महान जादूगर ध्यान चंद्र जी का जन्मदिवस है उनके लिए सम्मान प्रकट करने का दिन है। उन्होंने उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालय गांवों को गोद ले और उनमें टीबी, कुपोषण को दूर करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करें। उन्होंने कहा कि बहुत सारे बच्चे पहली से 12वीं कक्षा के बीच पढ़ाई छोड़ देते हैं उन्हें पठन-पाठन से जोड़े रखने लिए माहौल बनाना होगा। ऐसा माहौल तैयार करें कि बच्चियां आगे पढ़ें।
उन्होंने जल संचयन पर भी सुझाव दिए कहा कि पानी को बचाना होगा जितना पानी पीना है उतना ही गिलास में लें छोटे-छोटे प्रयासों से करोड़ों लीटर पानी बचाया जा सकता है। पॉलिथीन की समस्या को गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा इसके लिए पूरे देश के लोगों को संकल्प लेने की जरूरत है अगर ऐसी छोटी-छोटी चीजों के प्रति शिक्षण संस्थान जागरूकता पैदा करते हैं तब देश के विकास की गति तेजी से बढ़ सकती है
कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने कहा कि खिलाड़ी युवाओं का प्रेरणा स्तम्भ होता है। उन्होंने कहा कि जिन्दगी बदलने के लिए सहर्ष संघर्ष करना पड़ता है। वक्त आपका है चाहो तो सोना बना लो और चाहो तो सोने में गुजार दो। अगर कुछ अलग करना है तो भीड़ से हटकर चलो। उन्होंने विश्वविद्यालय कि उपलब्धियों को भी गिनाया। कहा कि पिछले वर्ष विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों ने 41 पदक हासिल किए थे इस बार यह संख्या 104 हो गई है।महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के कुलपति प्रो टी एन सिंह  ने खिलाडी सम्मान समारोह की प्रस्तावना प्रस्तुत की. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फैज़ाबाद के कुलपति प्रो मनोज दीक्षित ने आभार व्यक्त किया. खेल सचिव डॉ अलोक कुमार सिंह ने खेल गतिविधियों कि वार्षिक रिपोर्ट  प्रस्तुत की.
विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने राष्ट्रगान प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के बाद राज्यपाल के साथ खिलाड़ियों, शिक्षकों एवं अधिकारियों की ग्रुप फोटोग्राफी हुई। समारोह का संचालन जनसंचार विभाग के अध्यक्ष  डॉ मनोज मिश्र ने किया।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव कुलाधिपति हेमंत राव, कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, डॉ वीरेंद्र विक्रम यादव, वित्त अधिकारी एम के सिंह,  प्रो बी बी तिवारी, डॉ राजीव प्रकाश सिंह, डॉ समर बहादुर सिंह, डॉ विजय कुमार सिंह,डॉ विजय तिवारी, डॉक्टर मनराज यादव, डॉ जगदेव, राकेश यादव,  डॉ के एस तोमर  डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सुनील कुमार, डॉ पुनीत धवन, डॉक्टर  गिरिधर मिश्र, सहित  तमाम लोग शामिल रहे।

Wednesday 14 August 2019

विश्वविद्यालयीय शिक्षा की स्वायत्तता विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी


विश्वविद्यालय एवं टीईक्यूआईपी के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार 14 अगस्त को विश्वविद्यालय के महंत अवैधनाथ संगोष्ठी भवन में विश्वविद्यालयीय शिक्षा की स्वायत्तता विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. वक्ताओं ने विषय  विविध आयामों पर विस्तार से अपनी बात रखी। 
उद्घाटन  सत्र में संगोष्ठी के मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के अखिल भारतीय सह संगठन महासचिव शिव प्रकाश  ने कहा कि भारत में शिक्षा के केंद्र पश्चिम की संस्कृति को अपना लिए है  जिसे भारतीय संस्कृति के रंग में ढालना होगा। विश्वविद्यालय  विदेशी अनुकरण के बजाय अपने विचारों को बढ़ावा दे कर नई व्यवस्थाएं बनांयें। उन्होंने  कहा कि भारतीय शिक्षा का तेजी से विकास हो  रहा है। स्कूल जाने वाले बच्चों के बस्ते का वजन  बढ़ रहा है लेकिन  शिक्षा का स्तर सीमित रह गया है। किताबी शिक्षा के साथ- साथ बच्चों में मानवीय गुणों के विकास पर जोर देने की आवश्यकता है। 
बतौर विशिष्ट अतिथि  डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति प्रो राणा कृष्णपाल सिंह ने कहा कि प्राचीन काल में गुरुकल शिक्षण संस्थान शिक्षा की स्वायत्तता का पूर्ण  स्वरुप था। जहाँ शिक्षा का रूप सामानांतर था और कोई भेदभाव नहीं था। उन्होंने कहा कि प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में बढ़ते शिक्षण शुल्क पर सरकार का अंकुश होना चाहिये जिससे गरीब तबके के छात्रों को आसानी से शिक्षा मिल सके। 
इसी क्रम में  संगोष्ठी में विशिष्ट अतिथिमहात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट के कुलपति प्रो नरेश चन्द्र गौतम ने कहा कि शिक्षा के साथ दृष्टिकोण होना अतिआवश्यक है क्यों कि एक शिक्षा तभी रूप ले सकती है जब वह सही दृष्टिकोण से रूपांतरित की गई हो।उन्होंने कहा कि देश की नींव की गुणवत्ता को विश्वविद्यालयीय शिक्षा से जोड़कर सुधारा जा सकता है।  जिन विद्वानों के पास ज्ञान, योग्यता और कर्मठता है और विश्वविद्यालय तक नहीं पहुंच पाते उसके लिए विश्वविद्यालय को स्वायत्तता दी जानी चाहिए। 

 अध्यक्षीय संबोधन में  विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव ने कहाकि शिक्षा की स्वायत्तता के बिना शिक्षा एवं संस्कृति का उद्देश्य पूरा होने में बाधाएं है।उन्होंने कहा कि  गुरुकुल का भार राजा या समाज वाहन करता था यह पूर्ण रूप से शिक्षा देने के लिए स्वतंत्र था तभी उसके विद्यार्थी पूरे देश में उसका नाम रोशन करते थे। उन्होंने विश्वविद्यालय के मूल्यांकन करने वाली संस्थाओं पर सवाल उठाते हुए कहा की जेएनयू जहां देशद्रोह का नारा लगता हो वह नैक मूल्यांकन में द्वितीय स्थान पर हो यह भ्रम की स्थिति पैदा करता है। उन्होंने कहा दुनिया भर में लोकप्रिय नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालय का मूल्यांकन वहां के छात्र करते थे। उन्होंने कहा कि कस्तूरीरंगन आयोग ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा और संस्कृति मंत्रालय रखने की सिफारिश की है जोकि सही है। उन्होंने निर्माणों के पावन युग में हम चरित्र निर्माण न भूलें इस गीत के माध्यम से अपनी पूरी बात रखीं।  

स्वागत डॉ राजकुमार  एवं धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव डॉ गिरिधर मिश्र ने किया। कार्यक्रम का संचालन जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों को कुलपति ने अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया।संगोष्ठी के पूर्व मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों ने राजेंद्र सिंह रज्जू  भईया भौतिक विज्ञान अध्ययन एवं शोध  संस्थान में रज्जू भईया जीवन यात्रा पट्ट का अनावरण किया गया. 

 इस अवसर पर विधायक डॉ हरेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह, कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, वित्त अधिकारी एमके सिंह,परीक्षा नियंत्रक वी एन सिंह , कार्यक्रम अध्यक्ष प्रोफेसर बीबी तिवारी,डॉ राजीव प्रकाश सिंह, डॉ समर बहादुर सिंह, डॉ विजय सिंह,  प्रोफेसर अजय द्विवेदी, प्रोफेसर अजय प्रताप सिंह, प्रोफ़ेसर बीडी शर्मा, प्रोफेसर मानस पांडे, प्रोफेसर वंदना राय, प्रोफेसर राम नारायण, डॉ प्रमोद यादव, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर,डॉ अलोक सिंह, राकेश यादव, डॉ विजय तिवारी, रमेश यादव, डॉ अनुराग मिश्र समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

Friday 9 August 2019

स्प्रिंगर नेचर ने कुलपति को दिया प्रशस्ति पत्र


विश्वविद्यालय के शिक्षकों,शोधार्थियों एवं विद्याथियों द्वारा लम्बे समय तक शोध कार्य हेतु ई रिसोर्स को प्रयोग करने पर अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशक  स्प्रिंगर नेचर की  तरफ से  विश्वविद्यालय को  प्रशस्ति पत्र दिया गया है.कुलपति सभागार में शुक्रवार को कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव को स्प्रिंगर नेचर के निदेशक कॉर्पोरेट विकास कुमार ने यह प्रशस्ति पत्र सौंपा। स्प्रिंगर नेचर ने इस हेतु देश के 14 विश्वविद्यालयों का चयन किया है।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सबसे अधिक यूजर होने के कारण विश्वविद्यालय को यह सम्मान मिला। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने प्रसन्नता व्यक्त की उन्होंने कहा कि  विश्वविद्यालय के शिक्षक विद्यार्थियों को लगन के साथ ई रिसोर्स का प्रयोग करना चाहिए। शोध एवं अध्ययन में शोध पत्रिकाओं का बहुत  बड़ा योगदान है. शोधार्थी इनसे जुड़ कर गुणवत्तायुक्त शोधपत्र लेखन कर सकते है।  इस अवसर पर  मानद पुस्तकालय अध्यक्ष प्रोफ़ेसर मानस पांडेय और विद्युत मल्ल को स्प्रिंगर नेचर के  विकास कुमार,कुंज वर्मा  ने महापुरुषों के चित्र भेंट किये। स्प्रिंगर नेचर के मानव संसाधन विभाग की अधिकारी अल्पना ने स्वागत किया। इस  अवसर पर कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल , वित्त अधिकारी एमके सिंह, परीक्षा नियंता बीएन सिंह, प्रो बीबी तिवारी, प्रो एके श्रीवास्तव, प्रो अजय प्रताप सिंह, डॉ समर बहादुर सिंह , डॉ विजय सिंह , डॉ मनोज मिश्र,डॉ सुरजीत यादव, डॉ संदीप सिंह, डॉ संतोष कुमार,डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ अमरेंद्र सिंह,डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, अनु त्यागी, डॉ सुनील कुमार,अवधेश कुमार  समेत विश्वविद्यालय के शिक्षक उपस्थित थे।

Thursday 8 August 2019

विश्वविद्यालयीय शिक्षा की स्वायत्तता विषयक संगोष्ठी का आयोजन 14 अगस्त को

विश्वविद्यालय एवं टीईक्यूआईपी के संयुक्त तत्वावधान में 14 अगस्त को विश्वविद्यालय के महंत अवैधनाथ संगोष्ठी भवन में विश्वविद्यालयीय शिक्षा की स्वायत्तता विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के अखिल भारतीय सह संगठन महासचिव शिव प्रकाश, विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति प्रो राणा कृष्णपाल सिंह एवं  महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट के कुलपति प्रो नरेश चन्द्र गौतम को आमंत्रित किया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव ने संगोष्ठी के सफल संचालन हेतु  समिति का गठन किया है।  प्रो बीबी तिवारी  को आयोजन समिति का अध्यक्ष, डॉ राजकुमार  को संयोजक एवं डॉ गिरिधर मिश्र को  आयोजन सचिव बनाया गया है। साथ ही कुल 12 सह समितियों  का भी अलग अलग गठन किया गया है । आयोजन समिति की एक बैठक  परिसर के विश्वेश्वरैया सभागार में आयोजित हुई। इस बैठक में संगोष्ठी की सफलता के लिए व्यापक चर्चा की गई। आयोजन के अध्यक्ष प्रो बी बी तिवारी ने बताया कि संगोष्ठी का उद्घाटन सत्र संगोष्ठी भवन में प्रातः 11 बजे से होगा।

Wednesday 7 August 2019

अखंड भारत का सपना पूरा - कुलपति




विश्वविद्यालय के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में मंगलवार को   अनुच्छेद  370  को निरस्त किये जाने पर के पर शिक्षकों, कर्मचारियों एवं  विद्यार्थियों की सभा आयोजित की गई । सभा को सम्बोधित करते हुए कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव ने कहा कि कश्मीर को भारत का स्वर्ग कहा जाता है और अब इस स्वर्ग तक हर हिंदुस्तानी पहुँच सकता है. उन्होंने कहा कि इस निर्णय से देश के सभी नागरिक गौरवान्वित हुए  है। उन्होंने कहा कि विगत स्वतंत्रता दिवस को विश्वविद्यालय  परिवार ने अखंड भारत का संकल्प लिया। यह संकल्प  वर्ष में ही पूरा हो गया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के  शिक्षकों का यह दायित्व है कि वह विद्यार्थियों  के अंदर राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत करें। 
प्रो बीबी तिवारी  ने कहा कि हमारे देश में देवता भी मानव रूप में जन्म लेने को  उत्सुक रहते है.वह भूभाग देवभूमि है .  अनुच्छेद 370  का समाप्त होने से पूरा देश मुख्यधारा से जुड़ गया है. सञ्चालन विभागाध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र  ने किया।  इस दौरान वन्देमातरम और भारत माता कि जय के नारे से महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन गूंजता रहा . इस  अवसर पर  वित्त अधिकारी एमके सिंह ,कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, परीक्षा नियंत्रक वी  एन सिंह,अधिष्ठाता छात्र कल्याण अजय द्विवेदी, प्रो वी डी शर्मा, प्रो वंदना राय, प्रो अजय प्रताप सिंह, प्रो राम नारायण, प्रो राजेश शर्मा, डॉ राजकुमार सोनी, डॉ एस पी तिवारी,डॉ संदीप सिंह, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सुनील कुमार, डॉ अवध बिहारी सिंह समेत विभिन्न विभागों के शिक्षक, विद्यार्थी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

इंजीनियरिंग के नवप्रवेशित छात्रों हेतु होगा अभिप्रेरण कार्यक्रम



देश के ख्यातिलब्ध शिक्षाविद, विशेषज्ञों एवं वैज्ञानिकों से रूबरू होंगे विद्यार्थी
21 दिनों तक छात्र के संपूर्ण विकास हेतु होंगी विविध गतिविधियां 
 विश्वविद्यालय में एआईसीटीई एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय, विश्व बैंक के संकल्पों के अनुक्रम में तकनीकी शिक्षा उन्नयन कार्यक्रम के अंतर्गत  नवप्रवेशित बीटेक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए 14 अगस्त से 7 सितंबर तक अभिप्रेरणा कार्यक्रम आयोजित होगा।
टी क्यू आई पी  के निदेशक प्रो बी बी तिवारी ने बताया कि यह कार्यक्रम 21 दिनों तक छात्र के संपूर्ण विकास हेतु विभिन्न गतिविधियों के साथ चलेगा। इस कार्यक्रम में  देश से लगभग 40 विशेषज्ञ विद्यार्थियों से इंटरेक्शन हेतु आयेंगें।  इसमें इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में व्यवसाय के उत्तम अवसरों से लेकर  प्रगति ,शोध के संदर्भ में विश्व की स्थिति से छात्रों को रूबरू कराया जाएगा। इंजीनियरिंग एथिक्स एवं इंजीनियरिंग के विविध आयामों से छात्रों को रूबरू कराया जाएगा ।इस अभिप्रेरण कार्यक्रम में छात्र/छात्राओं के  कौशल ,संगीत ,गणित की आवश्यकता ,साहित्यिक विषय ,समय काल, प्रबंधन, भविष्य की चुनौतियां एवं उनका सामना करना , सृजन की कला, जीवन की कला, संगणक ज्ञान ,खेलकूद, शारीरिक शिक्षा ,शिक्षा के मूल्य , उद्योग भ्रमण,स्थानीय भ्रमण, मिट्टी के बर्तन बनाने की कला, योग के सत्र ,दुर्गम स्थानों पर जीवन जीने की कला, एंटार्कटिक के रहस्य, प्राकृतिक चिकित्सा ,उद्यमिता के गुण जैसी बृहद संदर्भों से विद्यार्थियों को अभीप्रेरित किया जाएगा । इस कार्यक्रम में विशिष्ट विशेषज्ञ प्रोफेसर पी बी शर्मा ,श्री पी सी पतंजलि ,प्रो नरेश चंद गौतम, एसपी जौनपुर वीके  मिश्रा ,प्रोफेसर अनुराधा धरा हैदराबाद ,प्रोफेसर नंदिनी, बैंगलोर ,श्री आरके उपाध्याय पूर्व सीएमडी बीएसएनल, विवेकानंद केंद्र के संचालक प्रोफेसर एन हनुमंत राव,प्रो नगवेनी,बैंगलोर, डॉ छाया सिंह, प्रो जसवंत सिंह एवं दर्जनों अन्य विषय विशेषज्ञ के आने की सहमति प्राप्त है। कार्यक्रम का शुभारंभ 14 अगस्त को प्रातः 10:00 बजे कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव की अध्यक्षता में संपन्न होगा। 

Friday 2 August 2019

डा प्रफुल्ल चन्द्र राय की जयन्ती मनी


फार्मेसी संस्थान में शुक्रवार  को डा प्रफुल्ल चन्द्र राय की जयन्ती मनाई गई l कार्यक्रम का शुभारम्भ विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी  एम० के० सिंह ने डाक्टर प्रफुल्ल चन्द्र राय की प्रतिमा  पर माल्यार्पण करके किया।  उन्होंने कहा  कि प्रफुल्ल चन्द्र राय भारत के एक विख्यात  उद्यमी, रसायनज्ञ, तथा  एक महान शिक्षक थे। महात्मा गाँधी की  “सादा जीवन उच्च विचार” की धारणा प्रफुल्ल चन्द्र राय के बहुआयामी व्यक्तित्व से ही  प्रभावित थी । प्रफुल्ल चन्द्र राय की काबिलियत का पता उनकी  आत्मकथा “लाइफ एण्ड एक्सपीरियेंसेस ऑफ बंगाली केमिस्ट” से ज्ञात होती है ।  ‘नेचर’ पत्रिका ने प्रफुल्ल चन्द्र राय के बारे में लिखा है कि- “किसी के बारे में लिखने के लिए प्रफुल्ल चन्द्र राय से ज्यादा अच्छा जीवन चरित्र किसी और का नहीं हो सकता” l 
 संस्थान के शिक्षक  डा० धर्मेन्द्र सिंह ने भी विद्यार्थियों को प्रफुल्ल चन्द्र राय के व्यक्तित्त्व और कृतित्व से परिचित कराया।  सञ्चालन डा० विनय वर्मा ने एवं धन्यवाद ज्ञापन विजय बहादुर मौर्य ने  किया। इस अवसर पर  संस्थान के विद्यार्थियों  ने  पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पण की भावना के तहत पौधरोपण किया l कार्यक्रम में  संस्थान के शिक्षक, कर्मचारी व विद्यार्थी उपस्थित रहे l