Sunday 30 January 2022

कुलपति जी ने बापू की पुण्यतिथि पर सुरक्षा सैनिकों को कंबल बांटे

 लोगों के दिलों में आज भी राज करते हैं बापू: प्रो. निर्मला एस. मौर्य

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि महात्मा गांधी आज भी देश के लोगों के दिलों में राज करते हैं। देश के स्वतंत्रता में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। बापू ने देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनसे शांति से संघर्ष की सीख मिलती है। 

प्रो. मौर्य महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि के अवसर पर रविवार को बोल रहीं थीं। उन्होंने कहा कि बापू का मानना था कि शस्त्र इंसान को तो मार सकता है, लेकिन इंसान के विचारों और अच्छे कार्यों को कभी नहीं मार सकता है। बापू की पुण्यतिथि इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है। आजादी में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। गांधी जी ने सदैव विराट व विविध राष्ट्र को एक समूह में पिरोने का कार्य किया था। अपना पूरा जीवन देश हित और गरीबों की मदद में गुजार दिया। 

इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कड़ाके की ठंड के मद्देनजर विश्वविद्यालय के सुरक्षा सैनिकों को कुलपति आवास में बुलाकर व्यक्तिगत रूप से कंबल वितरित किया। कुलपति जी‌ पिछले वर्ष भी 41 सुरक्षा सैनिकों को अपनी तरफ से कंबल भेंट की थी। कुलपति जी अपने निजी ख़र्च से समाज सेवा का कार्य करतीं रहतीं हैं। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों की सेवा से बड़ा कोई नेक कार्य नहीं होता।

Saturday 29 January 2022

आदर्श व्यक्तित्व और चिंतन के धनी थे रज्जू भैया: प्रो. निर्मला एस.मौर्य

सेवा, समरसता एवं वैचारिक सामंजस्य के पुरोधा थे रज्जू भैया: प्रो. राकेश उपाध्याय

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के द्वारा प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया): व्यक्तित्व एवं चिंतन विषय पर एक तृतीय स्मृति व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया।  प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) की जन्म जयंती पर आयोजित स्मृति व्याख्यान को संबोधित करते हुए पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला मौर्य ने कहा कि रज्जू भैया एक आदर्श व्यक्तित्व के धनी थे। उनका चिंतन हमेशा समाज के हित के लिए होता था। अपने शैक्षणिक जीवन के साथ-साथ उन्होंने अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का भी  बखूबी निर्वहन किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. निर्मला मौर्य, प्रो. देवराज सिंह, डॉ नितेश जायसवाल व अन्य शिक्षकों ने रज्जू भैया के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

संगोष्ठी के मुख्य अतिथि प्रो. राकेश उपाध्याय ने रज्जू भैया के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला । प्रो. उपाध्याय ने कहा कि रज्जू भैया की भौतिकी विज्ञान के क्षेत्र में प्रतिभा अभूतपूर्व थी, जिसके कारण देश के कई प्रसिद्ध वैज्ञानिकों ने उन्हें अपने साथ काम करने के लिए आमंत्रित किए किंतु सामाजिक जीवन में रुचि होने के कारण रज्जू भैया ने सामाजिक कार्यों को ही चुना। कालांतर में रज्जू भैया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चतुर्थ सरसंघचालक भी हुए। रज्जू भैया राष्ट्र निर्माण के प्रति एक समर्पित नागरिक के रूप में जीवन के अंतिम समय तक कार्य करते रहे। देश की राजनीतिक दिशा दशा तय करने में भी रज्जू भैया की महत्वपूर्ण भूमिका का उन्होंने उल्लेख किया। प्रो उपाध्याय रज्जू भैया के ऊपर एक पुस्तक का भी संपादन कर चुके हैं।

इस मौके पर अतिथियों का स्वागत रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रो देवराज सिंह ने किया। प्रो. देवराज ने कहा की  रज्जू भैया की स्मृति में उच्च शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा 2018 में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भैया भौतिकी विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान की स्थापना की गई। कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक डॉ. नितेश जायसवाल ने किया। विश्वविद्यालय की छात्रा सुप्रिया ने कुल गीत प्रस्तुत किया। इस अवसर विश्वविद्यालय के शिक्षक प्रो. मानस पांडेय, प्रोफेसर राम नारायण, प्रो. अविनाश, प्रो अजय द्विवेदी, डॉ रसिकेश, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ. प्रमोद कुमार यादव, डॉ. जगदेव, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ मिथिलेश यादव, डॉ अजीत सिंह डॉ गिरिधर मिश्रा, डॉ पुनीत कुमार धवन तथा अन्य शिक्षक  तथा बड़ी संख्या में छात्र छात्रा उपस्थित रहे।

Wednesday 26 January 2022

पीयू में धूमधाम से मनाया गया गणतंत्र दिवस समारोह

उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों का प्रशस्तिपत्र और अंगवस्त्रम से सम्मान

महिला शक्ति समेत कुल 75 लोगों को कुलपति ने किया सम्मानित

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में बुधवार को गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान सरस्वती सदन में कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों और नारी शक्ति समेत 75 से अधिक लोगों को कुलपति ने सम्मानित किया। समारोह में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि देश के विकास के बारे में सोचने से ही राष्ट्र की उन्नति हो सकती है।
उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके काम से होती है न की उसके पद से। हम जिस संस्था या क्षेत्र में कार्य करते हैं वहां आदर्श के साथ-साथ यथार्थ का पालन करके उस संस्था को शीर्ष पर ले जा सकते हैैं। उन्होंने मौलिक अधिकार के 11 कर्तव्यों को पढ़कर इसे हर व्यक्ति को जीवन में उतारने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि‌ संविधान की सार्थकता तभी साबित होगी जब इसे लोग अपने जीवन में ईमानदारी से उतारें। इसके पूर्व कुलपति जी ने वीर बहादुर सिंह, महात्मा गांधी एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इससे पूर्व कुलपतिजी को सुरक्षाकर्मियों ने गार्ड आफ आनर दिया। इसके बाद संगोष्ठी भवन समारोह में डॉ. बीबी तिवारी, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. रसिकेश, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह और डॉ. दीपक मौर्य ने देशभक्ति के गीत प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

समारोह का संचालन राजनारायन सिंह ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय, परीक्षा नियंत्रक श्री व्यास नारायण सिंह,  प्रो. मानस पांडेय,  प्रो.वंदना राय,  प्रो .अविनाश पाथर्डीकर,  प्रो. अजय‌ द्विवेदी, प्रो. एके श्रीवास्तव,  प्रो.अजय प्रताप सिंह,  प्रो. रामनारायण,   प्रो. देवराज सिंह,  डॉ. संदीप सिंह,  डॉ. मनोज मिश्र, डॉ राजकुमार,  डॉ. रसिकेश,  डॉ. संतोष कुमार,  डॉ.मनीष कुमार गुप्ता,  डॉ. प्रमोद यादव,  डॉ. सुनील कुमार, डा. दिग्विजय सिंह राठौर,  डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. अवध बिहारी सिंह,  डॉ. अमरेंद्र सिंह, डॉ. धीरेन्द्र चौधरी, डा. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ.चंदन सिंह, अन्नु त्यागी, डॉ. झांसी मिश्रा, डॉ विनय वर्मा, सहायक कुलसचिव अमृतलाल, बबिता सिंह, दीपक सिंह, इंजीनियर मदन कुमार चतुर्वेदी, करुणा निराला,  डा. लक्ष्मी मौर्य, संतोष मौर्य, रामजी सिंह, डा. पीके सिंह कौशिक,  अमलदार यादव,  स्वतंत्र कुमार, रामसमुझ राम, सुबोध पांडेय, श्याम श्रीवास्तव, रजनीश सिंह, राजेश सिंह, रमेश पाल, सत्येन्द्र कुमार, ईश्वर श्रीवास्तव समेत सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, कर्मचारी मौजूद थे।

Wednesday 12 January 2022

विवेकानंद जी ने भारतीय संस्कृति से पूरे विश्व को परीचित कराया: कुलपति

युवा दिवस के रूप में मनाई गई स्वामी विवेकानंद जी की जयंती

प्रधानमंत्री के उद्बोधन का कुलपति सभागार में हुआ सजीव प्रसारण

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती बुधवार को युवा दिवस के रूप में मनाई गई। इसके बाद कुलपति सभागार में प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के उद्बोधन का संजीव प्रसारण सभी शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारियों ने देखा।

राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने भारतीय संस्कृति से पूरे विश्व को परिचित कराया था। साथ ही उन्होंने वेदांत के गुण रहस्यों को सरल भाषा में जन-जन तक पहुंचाया था। स्वामी जी हमारे प्रेरणास्रोत है उनके विचारों को हमें अपने जीवन में उतारने की जरूरत है।

इसके पश्चात एन आई सी द्वारा पुडुचेरी से 25 वें  राष्ट्रीय युवा महोत्सव का प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के संबोधन का सजीव प्रसारण कुलपति सभागार में बुधवार को हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि श्री अरविंदो और महाकवि सुब्रमण्यम भारत की भी आज जयंती है। प्रधानमंत्री ने कहा भारत का मन युवा,भारत का जन युवा ,चिंतन से युवा ,चेतना से युवा और भारत ने आधुनिकता और परिवर्तन को अंगीगार किया है। उन्होंने सभी महापुरुषों को नमन करते हुए स्वामी जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।

इस उद्बोधन को कोविड-19 का पालन करते हुए सभी शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारियों ने सुना।इसके पूर्व कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य और कुलसचिव श्री महेंद्र कुमार, मानद लाइब्रेरियन प्रो.मानस पांडेय, प्रभारी विद्युत मल्ल समेत शिक्षकों ने विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय में स्वामीजी की मूर्ति के समक्ष अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो देवराज सिंह, डॉ मनोज मिश्र, डॉ. राजकुमार, डॉ रसिकेश, डॉ सुशील कुमार, डॉ गिरधर मिश्र ,  रजनीश भाष्कर, डॉ मनोज पांडेय, डॉ राकेश यादव, डॉ सुरजीत यादव , डॉ अवध बिहारी सिंह, श्री नितेश जायसवाल , डॉक्टर विवेक पांडेय, डॉ. सुधीर कुमार उपाध्याय, सहायक कुलसचिव अमृत लाल , डॉ. के. एस. तोमर, डॉ विवेक पांडेय ,डॉ सुशील कुमार सिंह , डॉ शैलेश प्रजापति, डॉ धर्मेंद्र सिंह, डॉ.आलोक दास अवधेश , आशुतोष ,पवन , जया सिंह , प्रियंका , पंकज सिंह आदि उपस्थित थे।

Monday 10 January 2022

विश्वविद्यालय में विश्व हिंदी दिवस पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन

 




देश को समझने के लिए हिंदी जरूरी - डॉ राम सुधार सिंह 

हिंदी को समृद्ध करने का ले संकल्प - प्रो. निर्मला एस. मौर्य 


जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सोमवार को जनसंचार विभाग तथा भारतीय भाषा संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ की ओर से विश्व हिंदी दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का विषय था राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उन्नयन में हिंदी भाषा की भूमिका।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि हिंदी के विद्वान और साहित्यकार डॉ. राम सुधार सिंह ने कहा कि भारत की संस्कृति को समझने के लिए हिंदी को समझना बहुत जरूरी है। हिंदी में सभी भाषाओं को अपनाने की ताकत है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारतीय मूल्यों के करीब है। नए भारत के निर्माण के लिए विवेकानंद जी की जो इच्छा थी वह राष्ट्रीय शिक्षा नीति में समाहित है। उन्होंने महात्मा गांधी, भारतेंदु हरिश्चंद्र, फादर कामिल बुल्के का उद्धरण सुनाते हुए कहा कि हम राष्ट्र के प्रति समर्पित पीढ़ी को तैयार नहीं कर पाए नहीं तो हिंदी आज राष्ट्रभाषा होती।
 संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए  कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि भाषा संस्कृति और संस्कारों को लेकर चलती है आज के दिन हमें हिंदी को और भी समृद्ध करने का संकल्प लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद हम सभी  हिंदी भाषा को लेकर तटस्थ नहीं थे जिसके कारण हिन्दी राष्ट्रभाषा नहीं बन सकी। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर स्नातकोत्तर  कक्षाओं में हिंदी की पढ़ाई होती है। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वह एक और भारतीय भाषाओं को सीखें।
अतिथियों का स्वागत भाषण प्रोफेसर मानस पांडेय ने किया। मुख्य अतिथि का परिचय डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने प्रस्तुत किया ।संगोष्ठी का संचालन विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज मिश्र ने और धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुनील कुमार ने किया।
इस अवसर पर प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर,प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो.राजेश शर्मा, प्रो. रामनारायण, प्रो. देवराज सिंह, डॉ राजकुमार, डॉ रजनीश भास्कर डॉ. संजीव गंगवार,‌ डॉ मनीष गुप्ता, डॉ अमरेन्द्र सिंह, डॉ अवध बिहारी, सिंह, डॉ. राजीव कुमार, डॉ आलोक दास,‌ श्रीमती बबिता सिंह, डॉ चंदन सिंह, डा.लक्ष्मी प्रसाद मौर्य आदि उपस्थित थे।