Friday 22 March 2024

शांति के लिए जल सरंक्षण आवश्यक : प्रो. देवराज

विश्व जल दिवस पर पीयू में हुआ टैलेंट हंट कार्यक्रम


जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह  (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के रसायन विज्ञान विभाग में कुलपति प्रो. वंदना सिंह के प्रेरणा से एम.एससी. विद्यार्थियों द्वारा  संचालित केमिकल कम्युनिकेशन सोसायटी द्वारा विश्व जल दिवस  पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी तथा भाषण प्रतियोगिता कराई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. देवराज सिंह ने  विश्व जल दिवस पर सयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रस्तावित थीम "शांति के लिए जल" विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रो. सिंह ने कहा कि अगर जल का उपयोग संयम समझदारी और संरक्षण के साथ नहीं किया गया तो आने वाले समय में जल को लेकर विश्व में अशांति की स्थिति बन सकती है।

रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ .प्रमोद कुमार ने  जल के महत्व तथा स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य तथा पर्याप्त मात्रा में वृक्षारोपण पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि केमिकल कम्युनिकेशन सोसायटी द्वारा भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम किए जाते रहेगें। 

कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अजीत सिंह ने बताया कि जल अणु को स्प्लिट कर हाइड्रोजन गैस को ऊर्जा के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। 

कार्यक्रम में आयोजित प्रतियोगिताओं में निर्णायक मंडल  के रूप में डा नीरज अवस्थी, डा शशिकांत यादव तथा डॉ दीपक मौर्या उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन अमृता मिश्रा तथा मोहित मिश्रा तथा धन्यवाद ज्ञापन हर्ष प्रताप सिंह ने किया।

निबंध लेखन में प्रथम स्थान बीए एलएलबी की छात्रा प्रिया मौर्या, द्वितीय स्थान पर बीटेक की छात्रा वैशाली भारती, तृतीय स्थान बीएससी का छात्र अभिषेक कुमार राव जबकि प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान शुभम शर्मा, जन्तु विज्ञान विभाग टीडी कॉलेज , द्वितीय स्थान पर बीएससी के छात्र अभिषेक कुमार राव व तृतीय स्थान पर एलएलबी के छात्र अजय बिंद ने प्राप्त किया। वही भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान शिवम् पांडेय, विधि संस्थान, द्वितीय स्थान अभिनव कीर्ति पांडेय, विधि संस्थान तथा तृतीय स्थान सयेमा अफरोज एमएससी फिजिक्स ने प्राप्त किया। इन विजेताओं को प्रमाण पत्र तथा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. मिथिलेश यादव, डॉ. दिनेश कुमार वर्मा, डॉ. सरवन कुमार, डॉ.आशीष वर्मा, डॉ विजय शंकर पांडेय ,‌मंजीत गुप्ता सहित विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षक तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Monday 18 March 2024

100 विद्यार्थी दूसरे राउंड में पहुंचे


डेक्कन, ओसियन टेक्नोलॉजी कंपनी प्लेसमेंट के लिए आईं

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सेंट्रल एंड ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल ने डेक्कन हेल्थकेयर और ओसियन टेक्नोलॉजी  के साथ प्लेसमेंट ड्राइव किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में चल रहे प्लेसमेंट की प्रक्रिया में बी.फार्मा. और इंजीनियरिंग विभाग के प्लेसमेंट के लिए डेक्कन हेल्थकेयर एवम ओसियन टेक्नोलॉजी कंपनी सोमवार को आई हुई है । इस अवसर पर कुलपति प्रो वंदना सिंह ने कहा आगे इसी क्रम में छात्रों के हित के लिए आगे भी कंपनी आती रहेंगी और हमारे छात्रों को अवसर देती रहेंगी । उन्होंने छात्रों के हौसले को बढ़ावा दिया और उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। ओसियन टेक्नोलॉजी द्वारा इस प्लेसमेंट की प्रक्रिया को चार भागों में बांटा गया। प्लेसमेंट प्रक्रिया को शुरू करने से पहले उन्होंने सभी छात्रों के साथ प्री प्लेसमेंट वार्ता की जिसमे उन्होंने बच्चो को अपनी कंपनी और वहा के कार्यों के बारे में बताया,  फिर उन्होंने प्लेसमेंट प्रक्रिया की पहली राउंड एप्टीट्यूड टेस्ट का कराया। इसमे 180 छात्रों में से 100 छात्रों ने पास करके दूसरे राउंड के लिए आगे आए जिसमें सामूहिक चर्चा कराई गई। इसका परिणाम अगले दिन घोषित किया जायेगा। इस पूरे कार्यक्रम के दौरान प्रो. बीबी तिवारी, प्रो प्रदीप कुमार,  डॉ. अमरेंद्र सिंह,  डॉ. दीपप्रकाश सिंह, डॉ. आलोक दास, डॉ. अनुराग सिंह उपस्थित रहे। संचालन और धन्यवाद ज्ञापन गरिमा पांडे और अनुष्का सिंह ने किया। इस कार्यक्रम में सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के श्याम त्रिपाठी, मुख्य सदस्य यतनदीप दुबे, विकास यादव, नवनीत मौर्य, सरिता सिंह, अनुषा वर्मा, प्रकृति गुप्ता, श्रेय मिश्र, रिचा यादव, आकाश कुमार, राहुल राज, शुभम कुमार आदि छात्र उपस्थित रहे।


Friday 15 March 2024

पांच दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन

ऐतिहासिक स्थलों का संरक्षण हम सभी का नैतिक कर्तव्य : डॉ. कायनात काजी

  आमजन से जुड़ी कला रहती है जीवित - अनिरूद्ध पांडे 

प्रतिभागियों  ने ऐतिहासिक स्थलों की फोटोग्राफी को सीखा


कल्चरल क्लब एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग की ओर से पांच दिवसीय कार्यशाला का शुक्रवार को समापन हुआ। शाही किले  में ऐतिहासिक स्थलों की फोटोग्राफी विषय पर प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रख्यात यात्रा लेखिका एवं फोटोग्राफर डॉ. कायनात काजी ने कहा कि ऐतिहासिक स्थलों के चित्र सभी को आकर्षित करते हैं इसलिए ऐसे स्थान का चुनाव करना चाहिए जहां से सबसे सुंदर  दिखाई देता हो। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक स्थलों की रक्षा करना समाज के हर व्यक्ति का नैतिक कर्तव्य है। उस स्थान को गंदा कर हम अपनी विरासत को क्षतिग्रस्त और धूमिल करते हैं जिससे आने वाली पीढ़ी उसको उस रूप में नहीं देख पाएगी जिसे हमारे पूर्वजों ने दिया है।

वाराणसी के वरिष्ठ पत्रकार एवं फोटोग्राफर अनिरूद्ध पांडे ने उत्तर प्रदेश की लोक संस्कृति पर विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने विडियो और फोटो के माध्यम से लोक कलाओं के संरक्षण एवं दस्तावेजीकरण को विस्तार से बताया। उन्होंने चुनार, गोरखपुर एवं आजमगढ़ की लोक कलाओं पर कहा कि वह कला जीवित रहती है जिसका जुड़ाव आमजन से होता है। उन्होंने बांसुरी पर बनाई गयी वृत्तचित्र नरकट की रानी को दिखाया।
प्रतिभागियों को तीन समूहों में बांटकर प्रख्यात फोटोग्राफर डॉ. कायनात काजी, प्रेस फोटोग्राफर आशीष श्रीवास्तव एवं हसन आरिफ जाफरी द्वारा फोटोग्राफी की तकनीक बताई गयी। प्रतिभागियों ने शाही किले की शानदार फोटो अपने मोबाइल और कैमरा में कैद की।विशेषज्ञों को कार्यक्रम समन्वयक प्रो. मनोज मिश्र द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
समापन सत्र संकाय भवन के कांफ्रेंस हाल में आयोजित हुआ।अतिथियों द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुनील कुमार ने किया। इस अवसर पर डॉ. अवध बिहारी सिंह, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. चंदन सिंह, डॉ. अनु त्यागी, सुधाकर शुक्ल, सोनम विश्वकर्मा समेत राज कॉलेज, मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज एवं परिसर के विद्यार्थी 
उपस्थित रहें।



Thursday 14 March 2024

यायावरों ने भारतीय संस्कृति को करीब से समझा- डॉ. कायनात काज़ी

अपने पूर्वजों की विरासत को सहेजना होगा- एस  एम मासूम

विशेषज्ञों ने कल्चरल मैपिंग के टिप्स  दिए

पूविवि में संस्कृति संरक्षण पर आयोजित कार्यशाला का चौथा दिन

देश की  प्रख्यात यात्रा लेखिका एवं ब्लॉगर डॉ. कायनात काज़ी ने कहा कि यात्रा मन से नकारात्मकता को निकालती है. यायावरों ने  संस्कृति को इतिहासकारों की तुलना में ज्यादा ईमानदारी से लिखा है. देश की  लोक संस्कृति और धरोहरों को जानने के लिए मैंने यात्राएं की. यायावरों ने भारतीय संस्कृति को करीब से समझा. भारतीय संस्कृति की विविधता ही  इसकी खूबसूरती है. डॉ. कायनात ने ये बातें वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में कल्चरल क्लब एवं जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में कहीं.  विश्वविद्यालय में संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के सहयोग से संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन, प्रदर्शन एवं दस्तावेजीकरण विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है. उन्होंने प्रतिभागियों को देश के विभिन्न भागों की लोक संस्कृति से परिचित कराया. कल्चरल मैपिंग के लिए टिप्स भी दिए. कायनात काज़ी भारत की पहली एकल महिला यात्री हैं जिन्होंने केवल चार वर्षों में दो लाख किलोमीटर की यात्रा की है. उन्होंने अपनी रोचल यात्राओं से भी परिचित कराया.

इतिहासकार एवं ब्लॉगर एस एम मासूम ने जौनपुर की सांस्कृतिक विरासत पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि अपने सांस्कृतिक मूल्यों को स्थापित करना और सांस्कृतिक पहचान को कायम रखने की जिम्मेदारी युवाओं की है. उन्होंने कहा कि जौनपुर जनपद की सांस्कृतिक विरासत बहुत ही समृद्ध रही है इसे सहेजना बहुत मुश्किल नहीं है. अपने पूर्वजों की विरासत को बस सहेजना होगा.  उन्होंने जौनपुर जनपद के ऐतिहासिक स्थलों के बारे में विस्तार से बताया. प्रो. बी डी शर्मा ने कहा कि हमें अपनी जड़ों को नहीं भूलना चाहिए. संस्कार और संस्कृति जीने की चीज है. उन्होंने ग्रामीण संस्कृति पर विस्तार से चर्चा की. डॉ जान्हवी श्रीवास्तव ने कहा कि जिज्ञासा ही पथ प्रदर्शक होती है. जितना देश में भ्रमण करेंगे संस्कृति वो वास्तव में समझ पाएंगे. जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने अतिथियों का स्वागत  एवं संचालन कार्यक्रम संयोजक डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, धन्यवाद् ज्ञापन आयोजन सचिव डॉ सुनील कुमार ने किया. इस अवसर पर इस अवसर पर  डॉ. अवध बिहारी सिंह, डॉ. चन्दन सिंह, डॉ. सुरेन्द्र यादव,  सोनम विश्वकर्मा, अमित मिश्रा समेत तमाम लोग उपस्थित रहे.


Wednesday 13 March 2024

पीयू परिसर के पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन शुरू

                                                   पीयू परिसर के पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन शुरू


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय  ने परिसर में चलने वाले समस्त पाठ्यक्रमों के लिए पूर्वांचल विश्वविद्यालय संयुक्त प्रवेश परीक्षा (पीयूकैट)  सत्र 2024-25 के लिए ऑनलाइन आवेदन विश्वविद्यालय ने जारी कर दिया है। पूर्वांचल विश्वविद्यालय एमबीए सहित विभिन्न स्नातक (यूजी)डिप्लोमा और स्नातकोत्तर (पीजी) कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए टेस्ट का आयोजन करता है। इच्छुक अभ्यर्थी वीबीएसपीयू पीयूसीएटी 2024 परीक्षा के लिए आधिकारिक वेबसाइट- vbspu.ac.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन एक मार्च से शुरू हो गया है। इसकी अंतिम तिथि 15 अप्रैल 2024 निर्धारित की गई है। विश्वविद्यालय परिसर में बीएससी, बीए, बीकाम, बीए एलएलबी आनर्स (फाइव इयर इनटीग्रेटेड कोर्स), बीए (जनसंचार, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र), बीसीए, बीबीए, बीटेक, एमएससी, एमए, एमबीए, एमसीए, एमए जनसंचार, एमटेक, डिप्लोमा इन फार्मेसी, मेकिनिकल इंजीनियरिंग, पीजी डिप्लोमा इन जेंडर वूमेन स्टडी, ट्रासलेशन के पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं।   

 

लोक कलाकारों को सोशल मीडिया से मिली नई पहचान - बृजेश सिंह

 

  • पूविवि में संस्कृति संरक्षण पर आयोजित कार्यशाला का तीसरा दिन 
  • रिकॉर्डिंग एवं फोटोग्राफी तकनीक से परिचित हुए प्रतिभागी 
जौनपुर।  कल्चरल क्लब एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग की ओर से पांच दिवसीय कार्यशाला के तीसरे  दिन बुधवार को  विशेषज्ञों ने रिकॉर्डिंग एवं फोटोग्राफी तकनीक के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। संस्कृति विभाग उ.प्र. के सहयोग से आयोजित  की जा रही कार्यशाला संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन, प्रदर्शन, दस्तावेजीकरण पर आधारित है।  
प्रशिक्षण सत्र में बतौर मुख्य वक्ता लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार बृजेश सिंह ने कहा कि आजकल सोशल मीडिया का जमाना है विजुअल कंटेंट तैयार करने के लिए रिकॉर्डिंग की तकनीक से परिचित होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि युवा लोक संस्कृति से जुड़ी सामग्री को सोशल मीडिया के माध्यम से आसानी से संरक्षित और प्रसारित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत सारे ऐसे लोक कलाकार हैं जिन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से वैश्विक पहचान बनाई है।
इसी क्रम में लखनऊ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के वीडियो जर्नलिस्ट तीर्थांकर गुहा ने लोकगीतों की रिकॉर्डिंग के विविध पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कैमरा, लाइट, फ्रेमिंग, मोबाइल फोन से रिकॉर्डिंग आज के बारे में विस्तार से बताया।जौनपुर जनपद के पत्रकार जावेद अहमद एवं सिनेमैटोग्राफर चंदन सैनी ने भी रिकॉर्डिंग और लेखन की तकनीक से विद्यार्थियों को परिचित कराया।
कार्यशाला के संयोजक डॉक्टर दिग्विजय सिंह राठौर ने कहा कि आज आप अपने मोबाइल के माध्यम से लोक संस्कृति से जुड़े  कंटेंट बना सकते है. अतिथियों का स्वागत जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र एवं धन्यवाद् ज्ञापन आयोजन सचिव डॉ सुनील कुमार ने किया. इस अवसर पर इस अवसर पर  डॉ. अवध बिहारी सिंह, डॉ. चन्दन सिंह, डॉ. सुरेन्द्र यादव,  सोनम विश्वकर्मा, अमित मिश्रा समेत तमाम लोग उपस्थित रहे. 

इंडियाज टेकेड: चिप्स फॉर विकसित भारत' का लाइव पीयू के विद्यार्थियों ने देखा


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को 'इंडियाज टेकेड: चिप्स फॉर विकसित भारत' के अंर्तगत करीब 1.26 लाख करोड़ रुपये की तीन सेमी कंडक्टर परियोजनाओं का शिलान्यास बुधवार को किया। भारत सेमीकंडक्टर मिशन के तहत ये सुविधाएं गुजरात के धोलेरा, साणंद और असम के मोरीगांव में स्थापित की जाएंगी। इसका सजीव प्रसारण वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) संस्थान के आर्यभट्ट सभागार में किया गया।

प्रधानमंत्री की परिकल्पना भारत को सेमीकंडक्टर की डिजाइन, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने की है, जिससे देश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिले। यह परियोजना धोलेरा स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन (DSIR), गुजरात में सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन सुविधा निर्माण, असम के मोरीगांव में आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट (OAST) सुविधा और गुजरात के साणंद में आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट (OSAT) सुविधा के लिए आधारशिला रखी गई। प्रधानमंत्री ने कहा है कि इन सुविधाओं के जरिए सेमीकंडक्टर इको-सिस्टम दृढ़ होगा और भारत में इसकी जड़ें मजबूत हो जाएंगी। ये यूनिट्स सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में हजारों युवाओं को रोजगार मुहैया कराएंगी। इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकम्युनिकेशन जैसे क्षेत्रों में रोजगार सृजन को बढ़ावा देंगी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो वंदना सिंह, कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय, निदेशक प्रो प्रमोद कुमार यादव, प्रो देवराज सिंह, प्रो मिथिलेश सिंह, प्रो गिरिधर मिश्र, डा प्रमोद कुमार, डा नीरज अवस्थी, डा धीरेंद्र चौधरी सहित विश्वविद्यालय के प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Tuesday 12 March 2024

लोक कलाकारों की स्मृतियों का करें दस्तावेजीकरण - डॉ धनंजय चोपड़ा

 

योग  हमारी भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग- कुलपति 

मन को नियंत्रित करने के लिए योग करें- जय सिंह 

- भारतीय संस्कृति और योग एवं लोक कलाओं  का संरक्षण सत्रों का हुआ आयोजन 


 कल्चरल क्लब एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग की ओर से पांच दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन मंगलवार को भारतीय संस्कृति और योग एवं लोक कलाओं और संस्कृति  का संरक्षण विषयक सत्रों का आयोजन  किया.   संस्कृति विभाग उ.प्र. के सहयोग से आयोजित  की जा रही कार्यशाला संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन, प्रदर्शन, दस्तावेजीकरण पर आधारित है।  

प्रशिक्षण सत्र में बतौर मुख्य वक्ता ख्यातिलब्ध लेखक और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ. धनंजय चोपड़ा ने कहा कि लोक संस्कृति मानव मूल्यों पर आधारित है, अगर आपके जीवन में मूल्य नहीं है तो जीवन व्यर्थ है. उन्होंने कहा न्यू मीडिया के दौर में लोक कलाओं और किताबों से जुड़े रहे तभी रच पायेगें. उन्होंने कहा कि लोक कलाकारों के पास जो स्मृतियाँ है उसका दस्तावेजीकरण करें. उन्होंने कहा कि गाँव के लोग बहुत सृजनधर्मीं होते है चलते लोकगीतों की रचना करते है, रिकॉर्डर के माध्यम इसे सुरक्षित कर लेखन करे. उन्होंने विभिन्न लोक कलाओं के बारे में विस्तार से बताया.उन्होंने कहा कि लोक कलाकारों ने सिर्फ मनोरंजन ही नहीं किया बल्कि चेक गणराज्य में सत्ता के खिलाफ आवाज भी कठपुतलियों ने उठाई है. 

 योग एवं भारतीय संस्कृति सत्र में संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि योग  हमारी भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है. विद्यार्थी अपनी दिनचर्या  में इसे शामिल कर तन और  मन को शुद्ध रख सकते है. उन्होंने कहा कि भारत के ऋषियों ने भी योग के महत्व को बखूबी समझा है. योगाचार्य जय सिंह ने प्रतिभागियों को योग, ध्यान और प्राणायाम कराया. उन्होंने कहा कि मन को नियंत्रित करने के लिए योग करें. अवधूत भगवान राम पीजी कॉलेज अनपरा सोनभद्र के प्राचार्य डॉ अजय विक्रम सिंह ने युवाओं को भारत के महापुरुषों के बारे में बताया. जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो मनोज मिश्र ने विविध लोक कलाओं पर विस्तार से अपनी बात रखी और लोकगीतों को भी सुनाया. उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी लोकगीतों की  मिठास को समझे. कार्यशाला के संयोजक डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने अतिथियों का स्वागत एवं आयोजन सचिव डॉ. सुनील कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया. इस अवसर पर डॉ. राज कुमार सोनी, डॉ सुधाकर शुक्ल, डॉ. अवध बिहारी सिंह, डॉ. चन्दन सिंह, डॉ. सुरेन्द्र यादव,  सोनम विश्वकर्मा, अमित मिश्रा समेत तमाम लोग उपस्थित रहे. 


Monday 11 March 2024

संस्कृति संरक्षण के लिए जागरूकता जरूरीः प्रो. सीमा सिंह


विज्ञान और संस्कृति का समन्वय करना होगा:  प्रो. पाठक
वैश्विक स्तर पर हमारी संस्कृति की पहचानः प्रो. वंदना सिंह
हमारे रग-रग में बसी है संस्कृतिः पवन सिंह
- पुविवि में  संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन, प्रदर्शन, दस्तावेजीकरण पर कार्यशाला शुरू 




जौनपुर। उत्तर प्रदेश के कल्चरल क्लब एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग की ओर से पांच दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन सोमवार को किया गया। यह कार्यशाला संस्कृति विभाग उप्र. के सहयोग से की जा रही है।कार्यशाला संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन, प्रदर्शन, दस्तावेजीकरण पर आधारित है।  
उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि उप्र. राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने कहा कि युवा पीढ़ी को संस्कृति के संरक्षण के लिए जागरूक करने की जरूरत है। इसके महत्व को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। आज सोशल मीडिया के माध्यम से हम कई पुरातन संस्कृति से परिचित हो रहे हैं। साथ ही गौरव महसूस कर रहे हैं।
 बतौर मुख्य वक्ता मदन मोहन मालवीय पत्रकारिता संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो. राम मोहन पाठक ने कहा कि संस्कार संस्कृति पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में विज्ञान और संस्कृति का समन्वय जरूरी है, इसे संवाद के माध्यम से समाज से जोड़ने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन में सुगमता संस्कृति के माध्यम से ही लाया जा सकता है।
अध्यक्षीय उद्बोधन में  कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि हमारी संस्कृति को वैश्विक स्तर पर लोग अपना रहे हैं। इसमें तन-मन को भी स्वस्थ रखने की व्यवस्था योग के माध्यम से है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों आज समय बहुत तेजी से बदल रहा है, इस बदलाव में हमारी भारतीय संस्कृति ही हमें सही मार्ग दिखा सकती है।
मूल सरयू नदी बचाओ आंदोलन के संयोजक पवन कुमार सिंह ने कहा कि संस्कृति हमारे रग-रग में बसी है। लोक संस्कृति ने जातियों के बिखराव को रोककर उनको सम्मान दिया है। उन्होंने विवाह में कोहबर प्रथा पर विस्तार से चर्चा की। कहा कि हमारे देश में नदियों को देवी ग्राम देवता के रूप में देवी, काली के साथ दैत्यों को भी पूजा जाता है। आज हमें संस्कृति से जड़ों को क्षरण से बचाने की जरूरत है।
नई दिल्ली की साहित्यकार डॉ. सोनी पांडेय ने कहा कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं को उच्च स्थान दिया गया है। भारतीय संस्कृति के विविध आयामों पर विस्तार से चर्चा की। स्वागत भाषण कार्यशाला के समन्वयक एवं विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज मिश्र, संचालन कार्यक्रम संयोजक डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुनील कुमार ने किया। इस अवसर पर नार्थ इंडिया के हिंदी समाचार पत्र के स्वामी डॉ. नथमल टी. बडेवाला को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. विक्रम देव शर्मा, डॉ. सुधाकर शुक्ला, डॉ. चंदन सिंह, डॉ. अवध बिहारी सिंह, सोनम विश्वकर्मा, डॉ. सुधीर उपाध्याय, डॉ. विवेक पांडेय, अमित मिश्र, सुरेंद्र कुमार यादव, संस्कार श्रीवास्तव आदि ने भाग लिया।


Saturday 9 March 2024

ध्यान और चिंतन से मिलती है सकारात्मक ऊर्जा – प्रो. वंदना सिंह


गूगल डेवलपर स्टूडेंट क्लब्स के 80 विद्यार्थियों को मिला किट

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा शनिवार को  गूगल डेवलपर स्टूडेंट क्लब्स के स्वैग वितरण समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने गूगल द्वारा विद्यार्थियों के लिए भेजे गए किट को प्रदान किया.

आर्यभट सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि ध्यान और आत्म  चिंतन से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है जिससे हम नई ऊंचाइयों को छू सकते है. जीवन में कब, कहा और क्या करना है इसका ज्ञान बहुत ही जरूरी है. उन्होंने कहा कि अध्ययन के साथ ही साथ अपनी दिनचर्या में योग और प्राणायाम को समाहित करे जीवन बदल जायेगा. इससे अध्ययन में भी एकाग्रता बढ़ेगी. उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि मोबाइल का अत्यधिक प्रयोग न करें और संभव हो सके तो एक दिन  मोबाइल उपवास कर प्रकृति और स्वयं से जुड़ें.  

गूगल डेवलपर स्टूडेंट क्लब्स द्वारा विश्वविद्यालय में छात्रों को उभरती हुई तकनीकी क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए डीएसए का टेस्ट कराया गया और उन्हें वेब डेवलपमेंट, एप डेवलपमेंट और उनकी कोडिंग स्किल्स को बढ़ाया गया । गौरतलब है कि यह  कार्यक्रम छात्रों को तकनीकी क्षेत्रों  दक्ष बनाने के लिए  गूगल द्वारा कराया जाता है। विश्वविद्यालय में पिछले दो वर्षों  से गूगल डेवलपर स्टूडेंट क्लब्स सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। विश्वविद्यालय गूगल डेवलपर स्टूडेंट क्लब्स में प्रतिष्ठित गूगल टायर प्रथम में पहुंच गया, उसी की तहत गूगल द्वारा 80 विद्यार्थियों के लिए  बैग, बॉटल और टी - शर्ट सम्मान स्वरूप भेजा गया.  समारोह में सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रोफेसर प्रदीप कुमार, प्रो प्रमोद यादव, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, फैकल्टी एडवाइजर  गूगल डेवलपर स्टूडेंट क्लब्स दिलीप कुमार यादव, डॉ. ज्ञानेंद्र पाल , प्रशांत कुमार यादव , दीप्ति पांडे, प्रवीण कुमार पांडेय,  कृष्णा यादव, संतोष कुमार यादव, डॉ. दिव्येंदु मिश्र, आलोक मिश्र, राजेंद्र सिंह  समेत अन्य उपस्थित रहे.

गूगल डेवलपर स्टूडेंट क्लब्स एवं सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा किए गए कार्यों पर  यत्नदीप दुबे ने  प्रकाश डाला.  संचालन प्रकृति गुप्ता एवं धन्यवाद ज्ञापन  धर्मपाल सिंह ने किया. कार्यक्रम में सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल एवम गूगल डेवलपर स्टूडेंट क्लब्स के सदस्य सरिता सिंह, अनुषा वर्मा, विकास यादव, नेहा तिवारी, आंचल सिंह, नवनीत मौर्य, शुभम कुमार,आकांक्षा गुप्ता, अनिकेश यादव, आकाश कुमार, तृप्ति सिंह, अनामिका सिंह उपस्थित रहे।


Friday 8 March 2024

अनुशासन ही सफल प्रबंधन का मूल मंत्र :प्रो.वन्दना सिंह


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंधन विभाग में फ्रेशर्स ओरिएण्टशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया l इसमें एम. बी.ए, एग्रीबिज़नेस, ई कॉमर्स एवं बी. बी.ए के नवीन छात्रों को विश्वविद्यालय में स्वागत किया गया एवं उन्हें विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम प्रकिया के बारे में जानकारी दी गई l

उद्घाटन समारोह में कुलपति प्रोफेसर वन्दना सिंह के कहा कि प्रबंधन विद्यार्थियों को अपने करियर और जीवन में आगे बढ़ने के लिए अनुशासन ही मूल मन्त्र है l किसी भी संस्थान क़ी उद्देश्य पूरे करने के लिए निरंतर प्रयास एवं दृढ इच्छा से ही प्रबंधन के छात्रों अपने लक्ष्य प्राप्त कर सकते है l कुलपति ने एलान किया कि आगामी सत्र में विश्वविद्यालय में एग्री बिज़नेस से जुडी वोकेशनल पाठ्यक्रम , उद्योग जगत से गठबंधन एवं प्रैक्टिकल ट्रेनिंग कि व्यवस्था की जाएगी, जिससे छात्रों को रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
इस अवसर पर व्यवसाय प्रबंध विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर मुराद अली ने कहा कि  प्रतिस्पर्धा के युग में छात्रों को उनके मूल्य एवं संस्कार ही आगे बढ़ाएंगे। सीनियर्स और जूनियर्स से अच्छे सम्बन्ध बना कर रखना चाहिए जिससे आगे चलकर उनके करियर में भी मददगार होगी। छात्रों ने कुलपति को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया l

कार्यक्रम के अंत में छात्रों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया l संचालन समन परवीन ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन मोहम्मद अब्बास ने किया l इस अवसर पर आकाश मिश्रा, अमीर आलम ,शिवम्  सिंह,अनीस,अदिति,फैज़ान, आदित्य सिंह,सुभांग मिश्रा आदि उपस्थित रहे l

Monday 4 March 2024

गणित विधि से बनते हैं क्रिकेट के कप्तानः प्रो. तारकेश्वर सिंह

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह रज्जू भैया संस्थान के गणित विभाग में एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन सोमवार को किया गया। इस अवसर पर बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, गोवा के गणित विभाग के प्रो. तारकेश्वर सिंह ने ज्यामितीय समस्याओं के हल पर विस्तार से प्रकाश डाला।

उन्होंने क्रिकेट टीम में से कप्तान चुनने के तरीकों को विभिन्न सूत्रों के माध्यम से समझाया। इसके अतिरिक्त प्रो. सिंह ने मल्टी-वैल्यूड फंक्शन, रामसे थ्योरम, एरदोस थ्योरम एवं एरदोस नंबर आदि के बारे में पीपीटी के माध्यम बताया। संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार यादव ने कार्यक्रम का शुभारम्भ और मुख्य वक्ता का स्वागत किया। परिचय गणित विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दीपक कुमार मौर्य ने पढ़ा। कार्यक्रम  संचालन प्रो. मिथिलेश सिंह और धन्यवाद ज्ञापन प्रो० राजकुमार ने किया. इस व्याख्यान में विश्वविद्यालय के  गणित विभाग के शिक्षक   सौरभ कुमार सिंह व विभिन्न छात्र-छात्राओं अजमत, शैलेंद्र प्रताप सिंह, विकास, एवं कोमल सिंह यादव उपस्थित रहे।

कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्र के 50 विद्यार्थियों को मिला रोजगार

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र पर 50 छात्र छात्राओं का हुआ चयन। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कौशल विकास एवं प्रशिक्षण केंद्र पर सोमवार को टोकाई रबर ऑटो पार्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड राजस्थान की तरफ से आए प्रतिनिधि अंजलि और धर्मजीत के द्वारा 50 छात्र/ छात्राओं को  चयनित किया गया। यह कौशल विकास एवं प्रशिक्षण केंद्र को गणित विभाग के प्रो. राजकुमार नोडल अधिकारी के रूप में देख रहे हैं। साथ ही उन्हें योग्य प्रशिक्षणकर्ताओं द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।  इस मौके पर नोडल अधिकारी प्रोफेसर राज कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार, राजन कुमार, संतोष, अभिषेक, सूर्यकांत, प्रिया आदि लोग उपस्थित रहे।

कुलपति ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रैली को किया रवाना


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय,  जौनपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के द्वितीय दिवस पर कुलपति प्रो. वंदना सिंह और कुलसचिव महेंद्र कुमार ने जन जागरूकता रैली को सोमवार को रवाना किया। कुलपति प्रो. सिंह ने कहा कि स्वैच्छिक सामुदायिक सेवा के माध्यम से छात्र युवाओं के व्यक्तित्व और चरित्र का विकास करना इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक उत्तर प्रदेश और भारत सरकार की चल रही कल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं, इस कारण खासतौर से गांव के लोगों को इसका लाभ मिल सकेगा। जन जागरूकता रैली विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गांवों देवकली, जासोपुर,  कुकुडीपुर और खमहौरा में जाकर लोगों के बीच जागरूक करने का कार्य करेगी। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी डॉ. सुनील कुमार सिंह, कार्यक्रम अधिकारी डॉ शशिकांत यादव, डॉ विशाल यादव, डॉ विनय कुमार और इंजी विजय कुमार मौर्य, मैलास, बॉकेलाल यादव सहित समस्त स्वयंसेवक स्वयं सेविकाएं  उपस्थित रहे।