Thursday 30 November 2023

पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालयीय क्रिकेट महिला प्रतियोगिता में पूर्वांचल विश्वविद्यालय बना चैम्पियन

01.12.2023 को पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालयीय क्रिकेट महिला प्रतियोगिता का अंतिम मैच पं0 रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर एवं अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर के बीच खेला जाना था। अत्यधिक वर्षा होने के कारण मैच वाष आउट रहा, जिसके फलस्वरूप दोनों टीमों को 1-1 अंक प्रदान किया गया। लीग राउण्ड में अंको के आधार पर वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विष्वविद्यालय, जौनपुर प्रथम, ललित नारायण मिथिला विष्वविद्यालय, दरभंगा द्वितीय, पं0 रवि शंकर शुक्ला विष्वविद्यालय, रायपुर तृतीय एवं अटल बिहारी वाजपेयी  विश्वविद्यालय, बिलासपुर चतुर्थ स्थान पर रही। 

पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि महेन्द्र कुमार कुलसचिव जी एवं विषिष्ट अतिथि बी0 एन0 सिंह परीक्षा नियनत्रक, द्वारा सभी खिलाड़ियों को पुरस्कार एवं टीमों का ट्राफी प्रदान की गयी। उक्त अवसर पर भारतीय विश्वविद्यालय संघ, नई दिल्ली द्वारा नामित पर्यवेक्षक डॉ0 वैभव राय, सहायक निदेषक, बी0 एच0 यू0 वाराणसी, अमृत लाल, उपकुलसचिव, अजीत प्रताप सिंह, सहायक कुलसचिव, प्रो0 ओम प्रकाश सिंह, सचिव, खेलकूद परिषद, प्रो0 प्रदीप कुमार, डॉ0 विजय प्रताप तिवारी, रामजी सिंह, पूर्व अध्यक्ष, कर्मचारी संघ, रमेश चन्द्र यादव, महामंत्री, कर्मचारी संघ, रजनीश कुमार सिंह खेल सहायक, डॉ0 राजेश सिंह, अशोक कुमार सिंह, अरुण कुमार सिंह, सतेन्द्र कुमार सिंह, अलका सिंह, विजय प्रकाश, भानू प्रताप शर्मा, आदि उपस्थित रहे। निर्णायक की भूमिका में आर0 पी0 गुप्ता, राजेश पटेल, प्रदीप पटेल एवं स्कोरर विपिन सर्राफ, पवनेश रहे। 

नैक मूल्यांकन में करें उत्कृष्ट प्रदर्शनः डॉ. सुधीर बोबडे


शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और छात्रों के साथ किया संवाद
अपर मुख्य सचिव ने नैक तैयारियों का लिया जायजा
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में गुरुवार को माननीय राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव डॉ. सुधीर एम. बोबडे ने विश्वविद्यालय में नैक तैयारियों का जायजा लिया। कुलपति प्रो. वंदना सिंह के साथ विभागों के भ्रमण किया। प्रो. राजेद्र सिंह रज्जू भैया भौतिकी अध्ययन एवं शोध संस्थान के आर्यभट्ट सभागार में शिक्षक, प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी और छात्रों के साथ संवाद किया। 
  उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों की नैक ग्रेडिंग अच्छी हो इसलिए राजभवन नैक को लेकर सक्रिय और गंभीर है। समय- समय पर विश्वविद्यालयों की तैयारियों के लिए दिशा निर्देश के साथ-साथ उसकी समीक्षा भी की जा रही है। इसी के तहत लखनऊ में नैक मंथन कार्यक्रम भी किया गया जिसके परिणामस्वरूप कई विश्वविद्यालय A++ की ग्रेडिंग में आ गए। राजभवन उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि आपके अच्छे प्रदर्शन के चलते आपकी ग्रेडिंग उत्कृष्ट आएगी। इसके बाद विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनीं। 
इस अवसर पर कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय में हर सुविधा और संसाधन है। इसका प्रस्तुतीकरण भी हम अच्छे ढंग से कर रहे है। हम पूरी तरह से एकजुट होकर अपने विश्वविद्यालय का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को तैयार हैं। 
पूर्व कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि नैक प्रस्तुतीकरण में विश्वविद्यालय के सभी सदस्यों का योगदान रहता है। सबके प्रयास से ही अच्छी ग्रेडिंग तक हम पहुंच सकते हैं। बैठक का संचालन आईक्यूएसी के समन्वयक प्रो. मानस पांडेय और धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव महेंद्र कुमार ने दिया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, उप कुलसचिव अमृतलाल,  सहायक कुलसचिव दीपक सिंह, अजीत सिंह, प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. वंदना राय, प्रो. अजय द्विवेदी,  प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव,  प्रो. अविनाश पाथर्डीकर,  प्रो. संदीप सिंह, प्रो.रजनीश भास्कर,  प्रो. प्रदीप कुमार, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. प्रमोद कुमार यादव, डॉ राजकुमार, डॉ. मनीष प्रताप सिंह, डॉ. मनीष गुप्ता, डॉ. संतोष कुमार, डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. संजीव गंगवार, डॉ. रसिकेश, डॉ. गिरधर मिश्र, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ पुनीत धवन, डॉ. शशिकांत यादव,  डॉ. अमित वत्स, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह, महामंत्री रमेश यादव, डॉ पीके कौशिक, आदि लोग उपस्थित थे।

इंटरनेट और मोबाइल उपभोक्ता है साइबर अपराधियों के निशाने पर - डॉ. दिग्विजय


विश्वविद्यालय में साइबर  अपराधों के प्रति  जागरूकता  कार्यक्रम का हुआ आयोजन 

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के साइबर क्लब द्वारा प्रो. राजेन्द्र सिंह रज्जू भैया भौतिकी संस्थान आर्यभट्ट सभागार  में  साइबर अपराधों के प्रति  जागरूकता का कार्यक्रम गुरुवार को आयोजित किया गया। साइबर क्लब के नोडल अधिकारी डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों  बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भारत में साइबर अपराध तेजी से  बढ़ रहा है साइबर  अपराधी नित नए तरीके अपना रहे है. इंटरनेट और मोबाइल का प्रयोग करने वाले सभी उपभोक्ता साइबर अपराधियों के निशाने पर रहते है. ऐसे में जागरूकता ही हमें बचा सकती है. 
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार साइबर अपराध से  लोगों को सुरक्षित रखने  विभिन्न स्तरों पर काम कर रही है. उत्तर प्रदेश सरकार ने महिला हेल्प लाइन के माध्यम से भी साइबर सुरक्षा प्रदान करने का काम  किया है.  इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का प्रयोग सावधानी से करें. अपरिचितों से दोस्ती खतरे में डाल  सकती है. उन्होंने कहा कि  सोशल मीडिया से हमारी जानकारी साइबर अपराधी जुटाते है और पूरी रणनीति के साथ अपने जाल में फसा लेते है. उन्होंने कहा कि बच्चों के मोबाइल फोन के प्रयोग की निगरानी करें. गेम के नाम भी बड़ी धोखाधड़ी की जा रही है. बैंकिंग और पेमेंट के एप्प पर अलग से पासवर्ड रखें. इसके साथ ही गूगल प्ले स्टोर पर कई ऐसे एप्लीकेशन  है जिससे बच्चों के मोबाइल पर निगरानी रखी जा सकती है.  उन्होंने हैकिंग, फिशिंग, फर्जी विज्ञापन, ऑनलाइन खरीदारी फ्राड, फ़ोन कॉल करके फ्राड आदि के बारे में विस्तार से चर्चा  की. उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी मानसिक और आर्थिक शोषण  के साथ- साथ ब्लैकमेल कर शारीरिक शोषण भी कर रहे है. इनसे डरने की नहीं बल्कि लड़ने की जरुरत है. 
इस अवसर पर प्रो. बी बी तिवारी, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो वंदना राय,  प्रो.  ए. के. श्रीवास्तव, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. बी. डी. शर्मा, प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो. मुराद अली, डॉ मनोज मिश्र, डॉ रसिकेश, डॉ सुनील कुमार, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ अन्नू त्यागी  समेत विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे.

Wednesday 29 November 2023

नेशनल एनवायरमेंटल यूथ पार्लियामेंट में पीयू के विद्यार्थियों ने किया प्रतिभाग

विद्यार्थियों ने गंगा नदी  संरक्षण एवं जल संरक्षण रखें विचार 

जौनपुर। नेशनल एनवायरमेंटल यूथ पार्लियामेंट (एनइवाईपी -2024) जो यूजीसी, मिनिस्ट्री ऑफ़ एनवायरनमेंट एंड फॉरेस्ट, एवं मिनिस्ट्री ऑफ़  यूथ अफेयर-भारत के तत्वाधान में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 13 विद्यार्थियों ने गंगा नदी  संरक्षण एवं जल संरक्षण विषय पर प्रतिभाग दिनांक 29-11-23 को  किया,  पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ सुधीर उपाध्याय जो पर्यावरण विषय, गंगा संरक्षण एवं जल संरक्षण पर अपने द्वारा किए गए शोध से विख्यात है, डॉ उपाध्याय के नेतृत्व में पिछले कई दिनों से इन प्रतिभागियों को लगातार ट्रेनिंग करने के उपरांत आज प्रतिभाग करने का मौका मिला, इस नेशनल एनवायरमेंटल यूथ पार्लियामेंट में 18 विश्वविद्यालयों ने भाग लिया, जिसमें बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, बी एच् यू वाराणसी, महात्मा गाँधी कशी विद्यापीठ वाराणसी, दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर, पूर्वांचल विश्वविद्यालय इत्यादि उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयो ने भाग लिया, इस दो  दिवशीय आयोजन को चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ ने आयोजित कराया,  पूर्वांचल विश्वविद्यालय के प्रतिभागी  गोपाल दुबे, , मेधा, रिन्शिका दुबे, अभिनव कीर्ति पाण्डेय, शिवम पाण्डेय, , यात्न्दीप दुबे, ने गंगा नदी संरक्षण एवं जल संरक्षण के विभिन्न अवधारणाएँ, जैसे जल संरक्षण के प्राचीन साधन, नदी और जल संरक्षण की आधुनिक तकनीकें, विधायी रणनीति का उपयोग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, अति आधुनिक सिंचाई तकनीक आदि पर अपने अपने विषय को रखा I सफल चयनित विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर के नेशनल एनवायरमेंटल यूथ पार्लियामेंट में भाग लेने के लिए नागपुर या दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभा करने का अवसर प्राप्त होगा जहा भारत के सभी राज्यों से चयनित विद्यार्थियों के बिच प्रतियोगिता करने का अवसर प्राप्त होगा I

Sunday 26 November 2023

निर्भया कांड के बाद पाक्सो एक्ट हुआ और प्रभावी: आशीष वर्मा

"पाक्सो एक्ट की प्रायोज्यता: प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता के संबंध में" हुई संगोष्ठी 

दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान और मिशन शक्ति ने मनाया संविधान दिवस

संविधान की प्रति विद्यार्थियों को दिखाई  गई 

जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान और मिशन शक्ति की ओर से रविवार को संविधान दिवस का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर  "पाक्सो अधिनियम की प्रायोज्यता: प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता के संबंध में" विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह, मुख्य अतिथि अपर जिला जज पाक्सो आशीष वर्मा ने विश्वविद्यालय में अंबेडकर प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया।
 इस अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशीष वर्मा ने कहा कि पाक्सो अधिनियम के अंतर्गत जो आपराधिक घटनाएं आती हैं वह पहले भी भारतीय दंड संहिता के दायरे में  न्यायालयों में सुने भी जाते थे निर्णय भी होते थे। निर्भया कांड के बाद बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराध को रोकने की दृष्टि से पाक्सो के माध्यम से कानून को और अधिक प्रभावी बनाया गया । उन्होंने कहा कि बच्चों के प्रति होने वाले यौन अपराध में होने वाली सजा के प्रति लोगों में जागरूकता की कमी है जिसके चलते पाक्सो अधिनियम में ज्यादातर मामले दर्ज नहीं हो रहे हैं। अगर हम अपने परिवार और समाज में पाक्सो के तहत होने वाली सजा के बारे में जागरूक करें और यौन शोषण के विषय में खुलकर चर्चा करें और उसके नकारात्मक पहलुओं को अपने परिवार में समाज में बच्चों तक पहुंचाएं तो बच्चों के प्रति होने वाले आपराधिक मामलों में निश्चित रूप से कमी आएगी।
 इसके पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ वनिता सिंह ने विषय प्रवर्तन व अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि न्यायाधीश आशीष वर्मा और समाजसेवी प्रदीप मिश्र को अंगवस्त्रम और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। विभाग के छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर देवराज सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया। वर्ष 2023 बैच की गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा कोमल वर्मा को विभाग द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डॉ अनुराग मिश्र, मंगला प्रसाद यादव, डॉ सुनील कुमार, डॉ प्रियंका सिंह, श्री प्रकाश यादव, राजित राम सोनकर, डॉ.अंकित कुमार, डॉ.दिनेश कुमार सिंह, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ.इंद्रजीत सिंह आदि उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन अभिनव कीर्ति पांडेय द्वारा किया गया।
इस बीच पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्देशित मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत रविवार को संविधान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि 26 नवंबर 1949 का वह ऐतिहासिक पल था जब स्वतंत्र भारत की संविधान सभा ने संविधान को विधिवत रूप से अपनाया। विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई संविधान की प्रति देखी। डॉ. विद्युत् मल ने विस्तार से संविधान के बारे में बताया। मिशन शक्ति की समन्वयक डॉ जान्हवी श्रीवास्तव ने कहा कि  महिलाओं को  संविधान में पुरुषों के समान ही मौलिक स्वतंत्रता  तथा अधिकार दिए  गये हैं. संविधान के आधार पर किसी भी प्रकार के भेदभाव को निषेध किया गया है।
इस अवसर पर डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. शशिकांत, डॉ. राजीव कुमार, डॉ आशीष गुप्ता,  डॉ विजय बहादुर मौर्य, डॉ. पूजा सक्सेना, डॉ. झाँसी मिश्रा, जया शुक्ला समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

विश्वविद्यालय में मिशन शक्ति द्वारा मनाया गया संविधान दिवस

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्देशित मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत रविवार को संविधान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 

कार्यक्रम में जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि 26 नवंबर 1949 का वह ऐतिहासिक पल था जब स्वतंत्र भारत की संविधान सभा ने संविधान को विधिवत रूप से अपनाया और देश के कामकाज में 26 जनवरी 1950 से इसको प्रभावी ढंग से लागू किया . यह भारत का सर्वोच्च विधान है. भारत का संविधान हमें स्वतंत्रता से जीवन जीने, समानता के लिए मूलभूत कर्तव्य की व्याख्या करता है. आज़ाद भारत में उत्तरोत्तर महिला सशक्तिकरण को मजबूती देने वाला हमारा संविधान ही है. 

विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई संविधान की प्रति देखी. डॉ. विद्युत् मल ने विस्तार से संविधान के बारे में बताया.मिशन शक्ति की समन्वयक डॉ जान्हवी श्रीवास्तव ने कहा कि  महिलाओं को  संविधान में पुरुषों के समान ही मौलिक स्वंत्रताएं तथा अधिकार दिए  गये हैं. संविधान के आधार पर किसी भी प्रकार के भेदभाव को निषेध किया गया है। महिलाएं अपने संवैधानिक अधिकारों को जाने बिना मजबूत नहीं हो सकती. इस अवसर पर डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. शशिकांत, डॉ. राजीव कुमार, डॉ आशीष गुप्ता,  डॉ विजय बहादुर मौर्य, डॉ. पूजा सक्सेना, डॉ. झाँसी मिश्रा, जया शुक्ला समेत अन्य लोग उपस्थित

Friday 24 November 2023

जीवन में सफलता के लिए सत्यनिष्ठा जरूरी- कुलपति प्रो. वंदना सिंह

पूर्वी क्षेत्र अन्तर विश्वविद्यालयीय क्रिकेट महिला प्रतियोगिता का हुआ भव्य उद्घाटन

पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने पं0 रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर को 49 रनों से किया पराजित 


भारतीय विश्वविद्यालय संध नई दिल्ली द्वारा आवंटित पूर्वी क्षेत्र अन्तर  विश्वविद्यालयीय   क्रिकेट महिला प्रतियोगिता का उद्घाटन शुक्रवार  को वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल  विश्वविद्यालय  , जौनपुर के एकलव्य स्टेडियम में हुआ।प्रतियोगिता के उद्घाटन के अवसर प्रो0 वन्दना सिंह, कुलपति, वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर द्वारा गुब्बारा छोड़कर पूर्वी क्षेत्र अन्तर विष्वविद्यालयीय क्रिकेट महिला प्रतियोगिता का उद्घाटन की घोषणा की तथा पूर्वी क्षेत्र से आये खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुये समस्त खिलाड़ियों, टीम मैनेजर, टीम कोच तथा आफीसियल से परिचय प्राप्त किया। प्रतियोगिता में खेल भावना से खेलने तथा अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिये शुभकामना दी। 

कुलपति प्रो वंदना सिंह ने कहा कि जीवन में सफलता के लिए सत्यनिष्ठा की आवश्यकता है. चरित्र जीवन के निर्माण की नींव है  और चरित्रवान व्यक्ति ही देश के निर्माण की नींव के पत्थर बनते है. उन्होंने कहा कि आज मीडिया एवं आई0टी0, खेल-जीवन का सजीव उदाहरण युवा पीढ़ी के समक्ष रोचक ढंग से प्रस्तुत कर उत्साहित करता है। विगत वर्षों में खेल एवं विभिन्न राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं से सरकार एवं समाज का युवा पीढ़ी से सरोकार बढ़ा है। आज के युवा, खेल को व्यवसाय के रूप में भी स्वीकार करने लग गये हैं। इसी कारण अन्तर्राष्ट्रीय खेलों में नये-नये खिलाड़ियों के नाम विभिन्न खेलों में सामने आने लगे हैं। विश्वविद्यालय एक ऐसा शैक्षणिक केन्द्र है, जहाँ विद्यार्थियों को न केवल शिक्षा, अपितु उनके जीवन में नये-नये आयाम विकसित करने का अवसर दिया जाता है। आप विश्वविद्यालय में रहकर अपनी प्रतिभा को निखार सकते हैं, आगे बढ़ सकते है। विश्वविद्यालय आपको अवसर अवश्य प्रदान करेगा। कहा कि विद्यार्थी अपनी योग्यता, लगन एवं उच्च संस्कारों के बल पर इस महान देश के योग्य एवं जिम्मेदार नागरिक बनेंगे और विकसित भारत के निर्माण में आपकी प्रमुख भूमिका एवं भागीदारी होगी।
प्रतियोगिता का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो0 वंदना सिंह, कुलपति, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर, विशिष्ट अतिथि श्री महेन्द्र कुमार, कुलसचिव, श्री बी0एन0 सिंह, परीक्षा नियंत्रक, प्रो0 सुरेश कुमार पाठक, अध्यक्ष, खेलकूद परिषद, अजीत प्रताप सिंह, सहायक कुलसचिव, श्रीमती बबिता सिंह, सहायक कुलसचिव, प्रो0 ओ0पी0 सिंह, सचिव, खेलकूद परिषद, मंचासीन रहे।  प्रतियोगिता के उद्घाटन के अवसर पर प्रो0 सुरेश कुमार पाठक, अध्यक्ष, खेलकूद परिषद, द्वारा समस्त अतिथियों खिलाड़ियों, टीम मैनेजर, टीम कोच का स्वागत किया गया।
 
उद्घाटन मैच वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर एवं पं0 रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर के बीच खेला गया। पं0 रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर ने टास जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय लिया। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर पहले बल्लेबाजी करते 5 के विकेट के नुकसान पर निर्धारित 15 ओवर में 101 रन बनायें। जिसमे नीतू गौड़ ने 36 गेंद पर 39 रन, सोनाली सिंह ने 13 गेंद पर 16 रन का योगदान रहा। पं0 रवि शंकर शुक्ला विष्वविद्यालय, रायपुर द्वारा गेंदबाजी में दुर्गेष नन्दनी ने 3 ओवर 11 रन देकर 2 विकट, पल्लवी वर्मा 3 ओवर 16 रन 2 विकेट प्राप्त किया। निर्धारित 102 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 15 ओवर में पं0 रवि शंकर शुक्ला  विश्वविद्यालय  , रायपुर ने 4 विकेट के नुकसान पर 52 रन ही बना सकी, जिसमें दुर्गेश नन्दनी ने 13 गेंद पर 13 रन एवं खुशी ठाकुर ने 32 गेंद पर 12 रन का योगदान रहा। इस प्रकार से वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर ने पं0 रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर को 49 रनों से पराजित किया।
उक्त अवसर पर डाॅ0 राहुल सिंह अध्यक्ष, विश्वविद्यालय शिक्षक संघ, डाॅ0 शैलेन्द्र सिंह, महामंत्री, शिक्षक संघ शिक्षक संघ, डाॅ0 नरेन्द्र देव पाठक, डाॅ0 विजय प्रताप तिवारी, पूर्व संयुक्त सचिव, खेलकूद परिषद, डाॅ0 मनोज मिश्र, डाॅ0 सुनील कुमार, डाॅ0 दिग्विजय सिंह राठौर, रामजी सिंह पूर्व अध्यक्ष, कर्मचारी संघ, रमेश चन्द्र यादव, महामंत्री,  कर्मचारी संघ, स्वामी नाथ, उपाध्यक्ष, कर्मचारी संघ, राज नारायण सिंह सुशील प्रजापति, रजनीश कुमार सिंह खेल सहायक, डाॅ0 राजेश सिंह, अशोक कुमार सिंह, अरुण कुमार सिंह, सतेन्द्र कुमार सिंह, अलका सिंह, भानु प्रताप शर्मा, आदि उपस्थित रहे।
निर्णायक की भूमिका में नारायण जी गुप्ता, राजेश पटेल एवं स्कोरर विपिन सर्राफ रहे। 

कुलपति ने थ्री डी मॉडल से समझाई अणुओं की संरचना

रज्जू भैय्या में एमएससी की क्लास लेने पहुंची कुलपति, पढ़ाया विन्यास रसायन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वन्दना सिंह ने परिसर स्थित रज्जू भैया संस्थान के रसायन विभाग के एमएससी छात्रों की कक्षाएं ली । उन्होंने विन्यास रसायन / त्रिविमरसायन से संबंधित विषय पर व्याख्यान दिया। विन्यास रसायन, रसायन की वह शाखा है जो अणुओं के अन्दर परमाणुओं के सापेक्षिक स्थिति एवं उनके प्रभावों का अध्ययन करती है। डॉ. सिंह ने थ्री डी मॉडल्स तथा पॉवर प्वाइंट से अणुओं की संरचना पर प्रकाश डाला।डॉ. सिंह ने कहा कि प्रत्येक अणु कई परमाणुओं से मिलकर बने होते हैं। इन परमाणुओं को आपस में जोड़ने के लिए बंध की आवश्यकता होती है । बंध की लंबाई अणुओं के स्थायित्व और ऊर्जा को तय करती है। किसी भी अणु में बंध कोण परमाणुओं की स्थिति को निश्चित करते है।डॉ. वन्दना सिंह रसायन विज्ञान विभाग में प्रोफेसर हैं। प्रो. सिंह कार्बनिक रसायन की विशेषज्ञ है तथा पॉलीमर रसायन में विश्वस्तरीय शोध कार्य कर रहीं है। हाल ही में स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी के द्वारा जारी विश्व के दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में प्रो. वंदना सिंह का नाम सम्मिलित किया गया था। इस अवसर पर रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया की कुलपति आगे भी  कक्षाएं  लेंगी।

योग तन- मन दोनों को रखता है स्वस्थ- प्रो. वंदना सिंह

विश्वविद्यालय में योग शिविर का हुआ आयोजन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर के ध्यानचंद इनडोर स्टेडियम में  मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य संवर्धन हेतु आर्ट ऑफ लिविंग, बेंगलुरु के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय योग शिविर का आयोजन हुआ.
शिविर में कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह के साथ विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों, विद्यार्थियों,कर्मचारियों एवं उनके परिजनों ने योग किया.
कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने कहा कि स्वस्थ रहना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता हो गई है. योग हमारे तन और मन दोनों को स्वस्थ रखता है. विश्वविद्यालय के सभी सदस्य स्वस्थ और ऊर्जावान रहे इसलिए इस शिविर का आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा कि सभी इस शिविर में बढ़- चढ़ कर प्रतिभाग करें. ध्यानचंद्र इनडोर स्टेडियम में सुबह शुरू हुए इस शिविर में आर्ट ऑफ़ लिविंग के जय सिंह ने वार्मअप, कटिचक आसन हस्तपात, उत्कटासन, मलासन, तितली आसन, जॉइन्ट रोटेशन, बॉडी स्ट्रेचिंग, योगासन एवं ध्यान कराया। योग शिविर के समन्वयक डॉ मनोज पाण्डेय रहे.
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, परीक्षा नियंत्रक वी एन सिंह, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. मिथिलेश सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार यादव, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ श्याम कन्हैया सिंह, डॉ. अजीत, सहायक कुलसचिव दीपक सिंह, बबिता सिंह, डॉ. मिथिलेश यादव,राजेंद्र सिंह समेत अन्य उपस्थित रहे.

Thursday 16 November 2023

सभी को पढ़ने एवं शिक्षा प्राप्त करने का हकः प्रो. वंदना सिंह

प्राइमरी के बच्चों को कुलपति ने बांटें कॉपी-किताब सहित खाने-पीने की चीजें

बाल दिवस के अवसर मिशन शक्ति ने किया विद्यारम्भ संस्कार

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए हुए गांव जासोपुर के मुसहर बस्ती के बच्चों का वृहस्पतिवार को मिशन शक्ति 4.0 के तहत विद्यारम्भ संस्कार कराया गया। इस विद्यारंभ संस्कार को जासोपुर के प्राइमरी विद्यालय में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह की उपस्थिति में हुआ। इस दौरान बस्ती के बच्चों के साथ-साथ प्राइमरी विद्यालय के बच्चों को भी कॉपी-किताब, पेंसिल बॉक्स सहित खाने-पीने की चीजें उपहार में दी गई। इस मौके पर कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि शिक्षा हमारे मौलिक अधिकारों में एक है। सभी को पढ़ने एवं शिक्षा प्राप्त करने का पूरा हक है। इसी के तहत गांव के बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा के अधिकार से वंचित नहीं हो। मिशन शक्ति की समन्वयक डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव ने विद्यारम्भ संस्कार के उद्देश्य को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि बाल दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशन में बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की ओर से यह कार्यक्रम किया जा रहा है। स्वागत श्याम त्रिपाठी ने और किशन जायसवाल धन्यवाद ज्ञापन किया। इस मौके पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी उमाशंकर, कुलपति के निजी सचिव डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, रिद्धी दूबे के साथ प्राइमरी विद्यालय के शिक्षक और बच्चे मौजूद रहे।

ऊदा देवी के बलिदान को नहीं भुलाया जा सकता- कुलपति

बलिदान दिवस के अवसर पर आयोजित हुआ कार्यक्रम

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में वीरांगना ऊदा देवी के बलिदान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. विश्वकर्मा छात्रावास समीप ऊदा देवी और मक्का पासी मार्ग पर आयोजित कार्यक्रम में कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने वीरांगना ऊदा देवी को नमन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में ऊदा देवी ने जिस साहस का परिचय देते हुए अंग्रेजों का मुकाबला किया था वह कभी भुलाया नहीं जा सकता। विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता
 संग्राम के शहीदों के नाम पर मार्ग का नाम पड़ा है इससे विद्यार्थी निरंतर उनके बलिदान से परिचित होते रहेंगे।
जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ. मनोज मिश्र ने ऊदा देवी के बलिदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वीरांगना ऊदा देवी आज की महिलाओं के लिए ऊर्जा की स्रोत है. पति की मृत्यु के बाद भी पुरे साहस से 1857 में  सिकंदर बाग़ लखनऊ में पीपल के पेड़ पर चढ़कर 36  अंग्रेजों को  मौत के घाट उतार कर वीरगति को प्राप्त हुई थी. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनका बलिदान स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है.
इस अवसर पर प्रो. मानस पांडेयप्रो. संदीप सिंहडॉ. गिरिधर मिश्रडॉ. अमरेन्द्र सिंहडॉ.  सुनील कुमारडॉ. दिग्विजय सिंह राठौर,  डॉ. नितेश जायसवाल,  डॉ. मनीष सिंहडॉ. श्याम कन्हैयाडॉ. पुनीत धवनडॉ. धर्मेन्द्रडॉ. अमित वत्सहिमांशु तिवारीशशांकअंकुश गौरव समेत अन्य उपस्थित रहे.

Thursday 9 November 2023

विश्वविद्यालय शोध के क्षेत्र में विशेष ध्यान देः राज्यपाल

भविष्य की चुनौतियों से निबटने के लिए जल सुरक्षा जरूरीः डॉ. राजेंद्र सिंह

विश्वविद्यालय में मनाया गया 27 वां दीक्षांत समारोह


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में विश्वविद्यालय का 27 वां दीक्षांत समारोह मनाया गया। इस अवसर पर माननीय कुलाधिपति, श्री राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले स्नातक एवं स्नातकोत्तर मेधावियों को 81 स्वर्ण पदक प्रदान किए।

इस अवसर पर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालयों में शिक्षा की सुचिता पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षक नियमित क्लास लें। विश्वविद्यालयों में जब प्रवेश, परीक्षा और परीक्षाफल की तिथि निर्धारित हो जाएगी तो शिक्षा व्यवस्था अपने आप सुधर जाएगी। महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में 73 फीसदी लड़कियां और 27 फीसदी लड़के गोल्ड मेडल पाएं हैं। इससे साबित होता है कि महिलाएं पुरुषों से आगे हैं। मैंने उत्तर प्रदेश में नौ विश्वविद्यालयों की कुलपति महिलाओं को बनाया। उन्होंने कहा कि शोध के क्षेत्र में हमे विशेष जोर देने की जरूरत है। पेटेंट न होने के कारण विश्व के अन्य देश हमसे आगे हो जा रहे हैं। उन्होंने जर्मनी को उदाहरण देते हुए कहा कि वहां गर्भवती माताओं को शिक्षा दी जाती है ताकि उसका बच्चा पैदा होने के बाद शिक्षित और संस्कारित बने। इस काम का प्रमाण हमारे यहां महाभारत काल का अभिमन्यु है।  उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के डिग्रियों को डिजिलॉकर में रखने का एकमात्र उद्देश्य यह है कि उसके साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ न हो पाए और साथ में ही वह इसके माध्यम से अपनी डिग्री को देश में कहीं से भी देख सकेंगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों को तकनीकी के क्षेत्र में विद्यार्थियों का भी उपयोग करना चाहिए जिससे कि विश्वविद्यालय के विकास में उनकी भी सहभागिता हो। उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए विश्वविद्यालयों को आंगनबाड़ी केंद्रों तक भेजा गया। प्रदेश में वृक्षारोपण कराने का उद्देश्य भी पर्यावरण को सुरक्षित करना है। हमें समस्याओं के मूल को पहचानना होगा और प्रयास करके इसका निदान करना होगा।

दीक्षांत उद्बोधन में मुख्य अतिथि पीपल्स वर्ल्ड कमीशन ऑन ड्राउट एंड फ्लड, स्वीडन एवं तरुण भारत संघ,  राजस्थान के चेयरमैन जल पुरुष डॉ. राजेंद्र सिंह ने शिक्षा और विद्या के अंतर को समझाते हुए कहा कि शिक्षा पढ़ाई से होती और विद्या खुद लेनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा को विद्या नीति की ओर ले जाने की जरूरत है। वैश्विक रूप से हमारे समक्ष अनेक पर्यावरण संबंधी समस्याएं परिलक्षित हो रही हैं । इन समस्याओं का मुख्य कारण विकास की होड़ में प्रकृति की अनेदखी एवं पर्यावरणीय असंतुलन है । उन्होंने कहा कि धरती का पेट तेजी से खाली हो रहा है। जल, जीवन और जमीन तीनों पर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा कि ज्ञान-विज्ञान, सेवा और सद्भावना की जो विद्या इन युवाओं ने इस विश्वविद्यालय में ग्रहण की है, उसे जीवन में उतार कर व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक जीवन को समृद्ध एवं राष्ट्र के लिए सकारात्मक और सृजनात्मक योगदान करें।उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने गोल्ड मेडल पाने वाले विद्यार्थियों से कहा कि उन्हें अच्छा इंसान बनने का संकल्प लेना होगा जिससे वह अपने घर परिवार के साथ-साथ समाज की भी जिम्मेदारियों को निभा सके। विद्यार्थियों की सेवा और प्रेम उन्हें पूर्ण बनाता है।  ऐसे लोग अपनी क्षमता और कौशल से देश को मजबूत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र उसके ब्रांड अंबेसडर होते हैं।    विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने मुख्य अतिथि, राज्यपाल और अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को बिन्दुवार बताया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के लिये मेरे मन मस्तिष्क में एक संकल्प है इसे चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वित करना मेरी प्राथमिकता है। दीक्षांत समारोह की शुरुआत में शोभायात्रा निकाली गई, जिसका नेतृत्व कुलसचिव महेंद्र कुमार ने किया। शोभायात्रा में अतिथियों के साथ कार्य परिषद् एवं विद्या परिषद के सदस्य शामिल हुए। दीक्षांत समारोह का संचालन डॉ. मनोज मिश्र ने किया। इसके पूर्व जल भरो कार्यक्रम जल भरो गीत के साथ किया गया।इस अवसर राज्यसभा सदस्य सीमा द्विवेदी, एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंसु, डा. रागिनी सोनकर, पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह, प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. वंदना राय, प्रो. अजय प्रताप सिंह, डॉ. जगदीश सिंह दीक्षित, प्रो. रणंजय सिंह, प्रो. शम्भूराम चौहान, प्रो. श्रीश सिंह, डॉ. राजेश सिंह, , प्रो. अविनाश पाथर्डीकर,   डॉ. अवधेश नारायण राय, डॉ सत्यप्रकाश, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. राजेश शर्मा, वित्त अधिकारी उमाशंकर, परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंहडा.  विजय सिंह,  डा. राहुल सिंह,,  प्रो. एके श्रीवास्तव, प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो. रामनारायण,  प्रो. देवराज सिंह, प्रो. बीडी शर्मा,  डा. संदीप सिंह, डा. प्रदीप कुमार,  डा. मनीष गुप्ता, पूर्व एनएसएस समन्वयक प्रो. राकेश यादव, रोवर्स रेंजर्स डा. जगदेव,  डा. विजय तिवारी, डा. संतोष कुमार,.  डा. सुनील कुमार,  डा. दिग्विजय सिंह राठौर,डा. रशिकेस,  डॉ. अनु त्यागी, डा. जाह्नवी श्रीवास्तव,  डा. अमरेंद्र सिंह, डा. आशुतोष सिंह, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर, महामंत्री रमेश यादव, डॉ. अमित वत्स., उप कुलसचिव अमृतलाल,  एआर अजीत सिंह,  बबिता सिंह,  दीपक सिंह,  आदि शिक्षक और कर्मचारी मौजूद थे.

गतिमान पत्रिका का हुआ लोकार्पण

विश्वविद्यालय के 27 वें दीक्षांत समारोह में गतिमान वार्षिक पत्रिका का विमोचन राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने किया। इस पत्रिका में विश्वविद्यालय के वर्षभर की गतिविधियां स्वर्ण पदक धारकों की सूची, अतिथियों का परिचय समेत विश्वविद्यालय की विविध गतिविधियों को बड़े आकर्षण ढंग से प्रकाशित किया गया है। विमोचन अवसर पर कुलपति, दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि, प्रधान संपादक डॉ. मनोज मिश्र, संपादक डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, सम्पादन मण्डल में  प्रो. अजय द्विवेदी,  डॉ. सुनील कुमार,  डॉ. नितेश जायसवाल और डॉ लक्ष्मी मौर्य रहें।

                                                    जल संरक्षण एवं सम्वर्धन हेतु हुआ एमओयू

पीपल्स वर्ल्ड कमीशन ऑन ड्राउट एंड फ्लड, स्वीडन एवं तरुण भारत संघ,  राजस्थान के चेयरमैन जल पुरुष डॉ. राजेंद्र सिंह और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने महंत अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में जल संरक्षण एवं सम्वर्धन हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर किया।

बच्चों को राज्यपाल के हाथों मिला उपहार

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 27 वें दीक्षांत समारोह में प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कक्षा 5 से 8 में पढ़ने वाले बच्चों को स्कूल बैग, फल, जमेटरी बाक्स, महापुरुषों पर प्रकाशित पुस्तकें आदि प्रदान किया। इसके साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए कुकड़ीपुर. देवकली, सुल्तानपुर एवं जासोपुर गांव में आयोजित खेल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाले चार बच्चों को भी दीक्षांत समारोह राज्यपाल के हाथों पुरस्कार मिला।

रामनरेश को मिला अतुल माहेश्वरी स्वर्ण पदक

विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के एम.ए. जनसंचार विषय में सर्वोच्च अंक पाने वाले विद्यार्थी को अतुल माहेश्वरी स्वर्ण पदक दिया जाता है। वर्ष 2023 में एम.ए. जनसंचार विषय में सर्वोच्च अंक पाने पर रामनरेश को यह पदक मिला।

80 मेधावियों को मिला 81 स्वर्ण पदक

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 27 वें दीक्षांत समारोह में प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने 80 मेधावियों को प्रथम प्रयास में अपने विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर 81 स्वर्ण पदक प्रदान किया। स्नातक स्तर  पर 23 एवं परास्नातक स्तर पर 58 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक मिला।

222 शोधार्थियों को मिली पीएच.डी. की उपाधि

दीक्षांत समारोह में 222 शोधार्थियों को मिली पीएच.डी. की उपाधि मिली। इसमें  144 कला संकाय में,  विज्ञान संकाय  में 22, कृषि संकाय में 05, शिक्षा संकाय में 34, विधि संकाय में 04, इंजीनियरिंग संकाय में  01, वाणिज्य संकाय में 09, प्रबन्ध संकाय में 02, अनुप्रयुक्त समाज विज्ञान एवं मानविकी संकाय में 01 शोधार्थियों को उपाधि मिली।

राज्यपाल के हाथों दस आंगनबाड़ी केंद्रों को दिया किट

दीक्षांत समारोह में प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने गोद लिए गए गांव में एवं अन्य जगह स्थापित दस आंगनबाड़ी केंद्रों पर ट्राइसिकल, झूला, स्टोरी बुक, व्हाइट बोर्ड, कुर्सी समेत कुल 77 सामान की किट वितरित की गई।

बटन दबाते ही डीजी लॉकर में अपलोड हुईं डिग्रियां

दीक्षांत समारोह में प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने आईपैड का बटन दबाकर 2022-23 की स्नातक और स्नातकोत्तर की एक लाख 62 हजार 687 डिग्रियों को डिजीलॉकर में अपलोड करने का शुभारंभ किया। विद्यार्थियों को इससे डिजीटल डिग्री आसानी से मिल जाएगी।

                                             हैलीपेड पर कुलपति समेत अधिकारियों ने किया स्वागत

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के हैलीपैड पर राज्यपाल सुबह पहुंची। इस दौरान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह, जिलाधिकारी अनुज झॉ, पुलिस अधीक्षक डॉ अजय पाल शर्मा, रजिस्ट्रार महेंद्र कुमार, समेत कई अधिकारियों ने पुष्प भेंट किया।  

                                           अटल बिहारी वाजपेयी ग्रामीण विकास संस्थान का उद्घाटन

विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेने आए डॉ राजेंद्र सिंह ने दीक्षांत समारोह के पूर्व विश्वविद्यालय परिसर में भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी ग्रामीण विकास संस्थान का उद्घाटन किया। इस अवसर पर कुलपति, कुलसचिव, वित्त अधिकारी, प्रो.मानस पांडेय, डॉ सुनील कुमार, डॉ. श्याम कन्हैया सिंह, अमित वत्स आदि उपस्थित थे।




Tuesday 7 November 2023

व्यक्तित्व विकास का माध्यम है प्रतियोगिताः कुलप


दीक्षोत्सव समारोह का हुआ समापन, प्रतिभागी सम्मानित

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में चल रहे दीक्षोत्सव समारोह  का समापन मंगलवार को हुआ। प्रो राजेंद्र सिंह रज्जू भईया संस्थान  के आर्यभट्ट सभागार में कुलपति प्रो.  वंदना सिंह ने विभिन्न प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास का माध्यम बनती है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए बधाई भी दी। कुलसचिव महेंद्र कुमार ने प्रतियोगिता पर विवेकानंद के दर्शन को समझाया। कहा कि विद्यार्थी मेधा के माध्यम से आगे का सफर तय करें।वित्त अधिकारी उमाशंकर ने कहा कि विद्यार्थी अपने अभिवावकों के सपने को साकार कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन करें।  प्रो. बी. बी. तिवारी एवं प्रो. मानस पाण्डेय ने भी अपने विचार व्यक्त किये. इस अवसर रसायन विज्ञान विभाग के डॉ. मिथिलेश यादव को उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान दिया गया.

कुलाधिपति एवं राज्यपाल  श्रीमती आनंदीबेन पटेल  की प्रेरणा से दीक्षांत समारोह के आयोजन के पूर्व परम्परागत खेल, काव्य लेखन, निबंध लेखन, चित्रकला, देशभक्ति, गीत, लोक नृत्य, भाषण प्रतियोगिता, शैक्षिक विषयों पर व्याख्यान का आयोजन किया गया था। दीक्षोत्सव समारोह  ओजस्वी वक्ताओं  के व्याख्यान से भी विद्यार्थी लाभनन्वित हुये।दीक्षोत्सव कार्यक्रम हेतु प्रो. प्रदीप कुमार को संयोजक,  डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव एवं डॉ. अन्नू त्यागी को सदस्य नामित किया गया था । संचालन डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव ने किया. इस  अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी उमाशंकर, प्रो. वंदना राय, डॉ. प्रमोद यादव,  प्रो. मिथिलेश सिंह, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ गिरिधर मिश्र, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ रसिकेश, डॉ सुनील कुमार. डॉ श्याम कन्हैया सिंह,  डॉ. मनोज पांडेय, डॉ नितेश जायसवाल,  समेत शिक्षक विद्यार्थी उपस्थित रहे.


Monday 6 November 2023

विद्यार्थियों का नाम मतदाता सूची में जोड़ने हेतु करें जागरूकः कुलपति

कॉलेजों में निर्वाचन साक्षरता क्लब को सक्रिय करने का निर्देश

भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार चल रहे स्वीप कार्यक्रम के अन्तर्गत मतदाता जागरूकता अभियान को तीव्र गति देने के लिए वीबीएस पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सोमवार को बैठक कुलपति कक्ष में हुई। इसमें विश्वविद्यालय परिसर में स्थित शैक्षणिक संस्थानों और जनपद में स्थित महाविद्यालयों में गठित निर्वाचन साक्षरता क्लब के माध्यम से सक्रियता के साथ मतदाता जागरूकता अभियान चलाने और अर्ह लोगों का नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने के लिए चर्चा हुई।

इस अवसर पर कुलपति प्रो वंदना सिंह ने कहा कि जनपद जौनपुर के सभी महाविद्यालयों को पत्र भेजकर निर्देशित किया गया है कि स्वीप योजना के अन्तर्गत मतदाता जागरूकता अभियान को सक्रियता के साथ चलाया जाना है  तथा विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार कराये जाने एवं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से निर्वाचन साक्षरता बढ़ाना है  और लोगों को जागरूक करना है ताकि वे मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराये। उन्होंने कहा कि महिला, पुरुष, दिव्यांग, तृतीय लिंग और युवा जो 01 जनवरी 2024 को 18 वर्ष आयु पूर्ण करने वाले हो या जिनका नाम मतदाता सूची में छूटा हो वे अपना नाम मतदाता सूची में पंजीकृत कराये। उन्होंने पीयू से संबद्ध सभी महाविद्यालयों को निर्देशित किया कि उनके यहां अध्ययनरत छात्र छात्राओं के नाम मतदाता सूची में पंजीकरण हेतु एक मतदाता हेल्प डेस्क की स्थापना कर कोआर्डिनेटर की तैनाती सुनिश्चित करायी जाय तथा प्रत्येक कक्षा में इसकी घोषणा करा दी जाय कि जिनकी आयु 01 जनवरी 2024 को 18 वर्ष पूर्ण हो रही है वे अपना नाम सम्मिलित कराने हेतु आनलाइन या आफलाइन फार्म-6 अवश्य भरें। महाविद्यालय द्वारा नामित किये गये कोऑर्डिनेटर के नाम एवं मोबाइल नम्बर और छात्र संख्या आदि की सूचना स्वयं रखें एवं विश्वविद्यालय के स्वीप नोडल ज्ञानेंद्र कुमार पाल (इंजीनियरिंग संस्थान) को प्रत्येक दशा में 3 दिन के अन्दर अवश्य उपलब्ध कराई जाए। प्रत्येक कालेज में एक कक्ष को वोटर रजिस्ट्रेशन कक्ष के रूप में स्थापित किया जाए जिसमें कम्प्यूटर, इन्टरनेट, यूपीएस की उपलब्धता हो, जिससे वोटर हेल्पलाइन ऐप व वोटर सर्विस पोर्टल एप के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण का कार्य कराया जा सके तथा आनलाइन फार्म भी प्राप्त करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। उन विद्यार्थियों के परिवार का भी नाम मतदाता सूची में है कि नहीं इसकी पूरी जानकारी लेकर नाम दर्ज कराने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए तथा शिफ्टेड मतदाता या जिनका नाम मतदाता सूची में पहले से कही हैं और अब वे किसी अन्य शहर/ विधानसभा/पोलिंग बूथ पर वोटर बनना चाहतें हैं तो फार्म 8 भरकर मतदाता बने।  इस अवसर पर कुलसचिव महेन्द्र कुमार, पीयू के स्वीप नोडल ज्ञानेन्द्र कुमार पाल, जिला स्वीप कोऑर्डिनेटर सैय्यद मोहम्मद मुस्तफा,  निजी सचिव लक्ष्मीकान्त मौर्य,  दिलीप यादव,  रितेश श्रीवास्तव आदि  उपस्थित  रहे।

Saturday 4 November 2023

‘ह्यूमन रिलेशन्स एंड वेल बीइंग इन पर्सनल एंड प्रोफेसनल लाइफ’ विषय पर हुआ व्याख्यान

 

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संकाय भवन में शनिवार को दीक्षोत्सव पूर्व व्याख्यानमाला के क्रम में ‘ह्यूमन रिलेशन्स एंड वेल बीइंग इन पर्सनल एंड प्रोफेसनल लाइफ’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य वक्ता बीएचयू के प्रो. संदीप कुमार ने कहा कि मानवीय संबंध मानव के निजी और प्रोफेसनल लाइफ के लिए आवश्यक है। इंसान को चाहिए कि वह अपने कार्य और संबंधों के मध्य संतुलन बना के रखे। संबंधों के होने से मानव जीवन में काफी आसानी होती है। उन्होंने कहा कि लगातार नई चीजें सीखने से व्यक्ति एजिंग की समस्या से बच सकता है। मानव संबंध में सुधार लाने को लेकर उन्होंने कहा कि दूसरों से अच्छा संबंध होने के लिए मानव में वेल बीइंग, लाइफ स्किल, पेसेन्स आदि का होना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत जीवन में मानव संबंध आपके परिवार, दोस्त और साथी के साथ मजबूत संबंध बनाने में मदद कर सकते हैं।अतिथि का परिचय और व्याख्यान का विषय प्रवर्तन करते हुए संकायाध्यक्ष प्रो. अजय प्रताप सिंह  ने कहा कि आज का विषय वर्तमान परिवेश को केंद्रित कर रखा गया है। आज का युवा सफलता की इच्छा तो रखता है मगर उसके पास संबंध बनाने का तरीका नहीं है। उन्होंने कहा कि अच्छे व्यवहार और संबंध से आप मानव जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।  समारोह का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन मनोविज्ञान विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर डॉ. मनोज मिश्र,  डॉ. सुनील कुमार,  डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. मनोज कुमार पाण्डेय,  डॉ. अवध बिहारी सिंह और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

Friday 3 November 2023

पीयू में फंक्शनल मैटेरियल पर होगा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में होगा फंक्शनल मैटेरियल पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान द्वारा फंक्शनल पदार्थ पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति और पॉलीमर की प्रसिद्ध वैज्ञानिक प्रो वंदना सिंह द्वारा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की पोस्टर का विमोचन किया गया। इस अवसर पर प्रो. वंदना सिंह ने सम्मेलन की वेबसाइट को भी लॉन्च किया। प्रो सिंह ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के सफलता की शुभकामनाएं दी। प्रो. सिंह ने कहा कि फंक्शनल मैटेरियल इंजीनियरिंग, मेडिसिन, स्पेस व कई अन्य क्षेत्रों में  महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।रज्जू भैया संस्थान के निदेशक व अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के संयोजक डॉ प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि यह सम्मेलन रज्जू भैया संस्थान एवं एशियन पॉलीमर एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में 8 से 10 फरवरी 2024 को पूर्वांचल विश्वविद्यालय में आयोजित हो रहा है।इस अवसर पर डीआरडीओ के डिफेंस मटेरियल लैब के सेवा निवृत्त वरिष्ठ वैज्ञानिक व सम्मेलन के आयोजन सचिव डॉ कैलाश नाथ पांडे ने कहा की फंक्शनल मटेरियल एक बहुआयामी पदार्थ है जिसे विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए बनाया जाता है। डॉ पांडे ने कहा कि इस सम्मेलन में डीआरडीओ व देश के अन्य संस्थानों के वैज्ञानिक अपना शोध व व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे।सम्मेलन के आयोजन सचिव डॉ नितेश जायसवाल ने कहा कि 8-10 फरवरी , 2024 को आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में दुनिया भर के तीन सौ से ज्यादा शोधार्थी, वैज्ञानिक, प्रोफेसर फंक्शनल पदार्थ पर चर्चा करने के लिए पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में आयेंगे।

इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक व्यास नारायण सिंह,  सम्मेलन के कोषाध्यक्ष डॉ सुजीत चौरसिया, वेबसाइट के इंचार्ज डॉ रामांशु प्रभाकर सिंह आदि उपस्थित थे।

बहुआयामी उपयोगी पदार्थ है नैनोकंपोजिट : डॉ. कैलाश

रक्षा क्षेत्र के लिए नैनोकंपोजिट से सैनिकों के बनाए जाते हैं दस्ताने

नैनोकंपोजिट विषय पर हुआ व्याख्यान



मा. कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल राज्यपाल उत्तर प्रदेश एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो वंदना सिंह की प्रेरणा से दीक्षोत्सव के अंतर्गत व्याख्यानमाला की श्रृंखला में विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के द्वारा "नैनोकंपोजिट  के पहचान हेतु विभिन्न प्रयोगात्मक तकनीक" विषय पर शुक्रवार को आर्यभट्ट सभागार में व्याख्यान का आयोजन हुआ।

व्याख्यान के मुख्य वक्ता डीआरडीओ के डिफेंस मटेरियल लैब के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ कैलाश नाथ पांडे ने कहा कि नैनोकंपोजिट एक महत्वपूर्ण पदार्थ है। इसका प्रयोग एयरोस्पेस,  इंजीनियरिंग मटेरियल में बहुत महत्त्वपूर्ण हैं। डॉ पांडेय ने कहा कि नैनो कंपोजिट आधारित ब्यूटाइल रबर का प्रयोग सैनिकों के लिए दस्ताने बनाने में हो रहा है। डॉ. पांडेय ने माइक्रोस्कोप तथा थर्मल तकनीक द्वारा नैनोकंपोजिट के अध्य्यन पर प्रकाश डाला। डॉ. पांडेय ने पालीइथरइमाइड और पॉलीइथरकीटोन के प्रयोग पर चर्चा की।  इस अवसर पर रज्जू भैया संस्थान के निदेशक डॉ प्रमोद यादव ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा मुख्य अतिथि को अंगवस्त्रम और स्मृति चिह्न भेंट कर स्वागत किया। व्याख्यान का संचालन शोध छात्र आलोक मौर्य ने धन्यवाद ज्ञापन रसायन विभाग के  डॉ नितेश जायसवाल ने किया l  इस अवसर पर प्रो. मिथिलेश सिंह,  डॉ. गिरिधर मिश्र,  डॉ. अजीत सिंह,  डॉ. मिथिलेश यादव,  डॉ. दिनेश वर्मा,  डॉ. पुनीत धवन,  डॉ. आलोक वर्मा,  डॉ. आशीष वर्मा,  डॉ. नीरज अवस्थी,  डॉ. श्याम कन्हैया,  डॉ. श्रवण कुमार, डॉ शशिकांत यादव,  डॉ. सौरभ सिंह,  डॉ. सुजीत चौरसिया,  डॉ. काजल डे,  डॉ. विजय शंकर पांडे तथा पीएचडी शोधार्थी व बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहीं।



इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद की बाजार में विश्वसनीयता जरूरी: प्रो. सी.के. द्विवेदी

इंजीनियरिंग सिस्टम की विश्वसनीयता और स्टार्टअप की भविष्य की गुंजाइश” पर हुआ व्याख्यान

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विश्वेश्वरैया सभागार में शुक्रवार को दीक्षोत्सव के व्याख्यानमाला के क्रम में इंजीनियरिंग सिस्टम की विश्वसनीयता और स्टार्टअप की भविष्य की गुंजाइश विषयक व्याख्यान का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य वक्ता इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रो. सी. के. द्विवेदी ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ बनने के लिए कार्य को मन से करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद को बाजार में बेचना है तो उसकी विश्वसनीयता का होना आवश्यक है। उन्होंने बीएलडीसी मोटर, लेजर गन मेथड, पावर डिवाइस, एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम संबंधी उपकरणों की चर्चा की और घरेलू जीवन में उसके इस्तेमाल को बताया। इंजीनियरिंग विभाग के डीन प्रो. बीबी तिवारी ने इंजीनियरिंग में स्टार्ट को लेकर विस्तार से चर्चा की। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राजकुमार सोनी ने किया। इस अवसर पर प्रो. रजनीश भास्कर, डॉ. विक्रांत भटेजा, डॉ रीतेश बरनवाल, डॉ अजय मौर्य, डॉ दीपक सिंह शैलेश प्रजापति, श्याम त्रिपाठी, सुधीर सिंह, पूनम सोनकर, विशाल यादव, प्रीति शर्मा, पी सी यादव, संतोष त्रिपाठी, पारुल त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।