Sunday 26 September 2021

पीयू के अब तक घोषित परीक्षा रिजल्ट में औसतन 95 फीसदी छात्र उत्तीर्ण : कुलपति

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय  ने  परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को बधाई दी तथा अनुत्तीर्ण छात्रों को निराश न होने के लिए कहा और  सूचित किया कि विश्वविद्यालय शीघ्र ही उन सभी विद्यार्थियों के लिए एक मौका देने जा रहा है जो विद्यार्थी  श्रेणीसुधार करना चाहते हैं अथवा बैक पेपर देना चाहते हैं. उन्हें यह मौका सभी प्रश्न पत्रों के लिए दिया जाएगा। विश्वविद्यालय का एक ही ध्येय है कि सभी विद्यार्थी समय पर अपनी परीक्षाओं का फार्म भरते हुए अच्छे अंको से उत्तीर्ण हों और वह किसी भी प्रकार के भ्रम की स्थिति में ना रहें। उनका एक ही उद्देश्य होना चाहिए कि वह समय के अनुसार परीक्षा फार्म भरते हुए परीक्षाएं दें और जीवन में आगे बढ़ने का एक लक्ष्य निर्धारित करें. लगातार यह देखने में आ रहा है कि अनेकों बार परीक्षा की वेबसाइट खोलने के बावजूद विद्यार्थी  समय पर परीक्षा फॉर्म नहीं भरते हैं और लगातार महाविद्यालयों की शह पर विश्वविद्यालय के चक्कर लगाते रहते हैं जबकि उनकी समस्याओं का निदान महाविद्यालयों का उत्तरदायित्व है।

कुछ विद्यार्थियों के परीक्षाफार्म गलत भरने से परीक्षाफल में त्रुटि के निस्तारण के लिए हुई अधीनस्थों संग बैठक छात्र हितों को ध्यान में रखकर किया गया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परीक्षा परिणामों को लेकर किसी के बहकावे में ना आवें। कुछ विद्यार्थी अपने रोल नंबर और प्रश्नपत्र चयन का भी ध्यान नहीं देते कि फार्म में क्या भरा गया है? इसकी वजह से परीक्षाफल का सॉफ्टवेयर मिस मैच करता है और परीक्षाफल आईएनसी (अपूर्ण) दर्शाता  है। उन्होंने छात्रों को भविष्य में ऐसी गलती न करने की हिदायत दी है। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के परीक्षाफल को लेकर गंभीर हैं।
उन्होंने कहा कि छात्रों से वार्ता के दौरान छात्रों के मांगपत्र पर कार्रवाई कर रिजल्ट का पुनर्परीक्षण किया जा रहा है। उनकी जायज मांगे मान ली गई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में इस वर्ष नई कोडिंग डिकोडिंग व्यवस्था लागू करने के कारण परीक्षाफल पूर्णतया पारदर्शी हुआ है । परिसर के कुछ सहयोगी भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए समाचारपत्रों में गलत सूचनाएं देकर गुमराह कर रहे हैं।

Saturday 25 September 2021

ओज़ोन परत क्षरण पर्यावरण के लिए चिंताजनक: प्रो. बलराम पाणि

विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित रज्जू भइया संस्थान के आर्यभट्ट सभागार में ओज़ोन परत क्षरण एवं इसके प्रभाव पर व्याख्यान हुआ। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो बलराम पाणि ने कहा कि ओज़ोन परत वातावरण के समताप मंडल में एक महत्वपूर्ण परत है। यह ओज़ोन परत पर्यावरण को हानिकारक पराबैंगनी किरणों से सुरक्षित रखता है। विभिन्न हानिकारक रसायन इस परत को क्षति पहुँचा रहे है। मुख्य रूप से क्लोरोफ्लोरो कार्बन, क्लोरीन इस परत का क्षरण कर रहे है। इस रसायनों का मुख्य स्रोत एसी, फ्रिज और अन्य उपकरणों में प्रयोग होने वाले शीतलक की मुख्य भूमिका है। प्रो. पाणि ने कहा कि बढ़ता तापमान ग्लोबल वार्मिंग बहुत बड़ी चुनौती है, इसके कारण से पर्यावरण शरणार्थी की समस्या पैदा हो रही है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव महेन्द्र कुमार ने कहा ओज़ोन परत को क्षरण से बचना बहुत आवश्यक है। प्रो बी बी तिवारी ने कहा कि ओज़ोन परत क्षरण का मानव स्वास्थ्य पर बुरा पड़ रहा है। इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम संयोजक प्रो. देवराज सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन आयोजन सचिव डॉ नितेश जायसवाल ने किया | धन्यवाद ज्ञापन डॉ नीरज अवस्थी ने किया । इस अवसर पर डॉ प्रमोद कुमार यादव, डॉ मिथिलेश यादव, डॉ आशीष वर्मा, डॉ गिरिधर मिश्र, डॉ पुनीत धवन, दिनेश कुमार वर्मा, डॉ धीरेन्द्र चौधरी, सौरभ कुमार, दीपक मौर्य  व बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थिति रहे।

राजनीति के केंद्र बिंदु में मानव हो : प्रो. त्रिलोचन शर्मा


राजनीति में पंडित जी के विचार आज भी प्रासंगिक : कुलपति

पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के जन्मदिवस पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने "पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के राजनीतिक चिंतन: एक विमर्श" विषय पर एक ई- संगोष्ठी का आयोजन किया। 
कार्यक्रम में एकात्म मानव दर्शन शोध संस्थान एवं विकास प्रतिष्ठान, नई दिल्ली के सह समन्वयक प्रोफेसर (डॉ) त्रिलोचन शर्मा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का एकात्म मानव दर्शन "मिनिमम गवर्मेंट- मैक्सिमम गवर्नेंस" की भावना के अनुरूप है। व्यवस्था वही अच्छी होती है जो कम से कम शासन करे। राज्य सत्ता को धर्म सत्ता के अनुकूल होना चाहिए। पंडित जी के विचार में धर्म पंथ नहीं है, धर्म का अर्थ सदाचार से है। पंडित जी भारतीय राजनीति पर प्रकाश डालते हुए कहते हैं कि भारत की राजनीति पश्चिम की राजनीति से अलग है क्योंकि भारत की संस्कृति पश्चिम की संस्कृति से मेल नहीं खाती है राजनीति के केंद्र बिंदु में सदैव मनुष्य का निर्माण होना चाहिए और राजनीतिक व्यक्ति को मर्यादा अनुकूल आचरण करना चाहिए। राजनीति में कुशल लोगों के प्रवेश को रोकना चाहिए और राजनीतिक व्यक्ति को प्रजानुरागी की जगह प्रजानुभागी सोच रखना चाहिए, जिससे कि जनता का अधिक से अधिक राजनीतिकरण करके एक विवेक सम्मत व्यवस्था विकसित किया जा सके, जो भारतीय संस्कृति के अनुरूप चल सके।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि वर्तमान राजनीति के दौर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के राजनीतिक विचार अत्यंत प्रासंगिक हैं। भारतीय राजनीति में जो भी राजनीतिक दल हैं ,उन्हें पंडित जी के विचारों को आत्मसात करते हुए राष्ट्र की एकता एवं अखंडता के प्रश्न पर एकजुट होकर काम करना चाहिए वैचारिक भिन्नता के साथ-साथ राष्ट्र की मजबूती के लिए सबको एकजुट होकर काम करना चाहिए। कुलपति ने अपने उद्बोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के धारा 370 हटाए जाने के साहसिक निर्णय की सराहना करते हुए यह कहा कि इस निर्णय से संपूर्ण अखंड भारत एक झंडे के नीचे एकजुट हुआ है और राष्ट्र मजबूत हुआ है। 
कुलपति ने दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ के द्वारा समय-समय पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों के प्रचार प्रसार हेतु आयोजित किए जाने वाले कान्फ्रेंस, सेमिनार ,सिंपोजियम आदि की सराहना करते हुए इसे आगे इसी प्रकार जारी रखने हेतु प्रेरित किया । 
 इसके पूर्व दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर मानस पांडेय ने शोध पीठ द्वारा अब तक किए गए कार्यों पर प्रकाश डालते हुए संगोष्ठी में जुड़े विद्वत समाज का स्वागत एवं विषय प्रवर्तन किया।अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अजय द्विवेदी ने लोगों का आभार व्यक्त किया तथा कार्यक्रम का संचालन पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ के सदस्य डॉ अनुराग मिश्र ने किया । तकनीकी सहयोग शोध छात्र नितिन चौहान ने दिया। संगोष्ठी प्रारंभ होने के पूर्व संकाय भवन में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण का कार्यक्रम संपन्न हुआ और पंडित दीनदयाल जी के विचारों को आत्मसात् करने का संकल्प लिया।
संगोष्ठी में सहभाग करने वालों में  प्रो. अशोक श्रीवास्तव, प्रो. अविनाश पार्थीडकर, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. मनोज मिश्र, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. देवराज सिंह, डॉ विवेक पांडेय, डॉ वनिता सिंह सहित वरिष्ठ आचार्यगण उपस्थित रहे।

Thursday 23 September 2021

दिनकर ने महाभारत को नए दृष्टिकोण से किया चित्रित - कुलपति प्रो निर्मला मौर्य

राष्ट्र कवि दिनकर की जयंती पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन 

जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में अनुवाद और उत्कृष्टता केंद्र जनसंचार विभाग, भारतीय भाषा संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ एवं सांस्कृतिक परिषद द्वारा राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर नमन राष्ट्रकवि विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर  निर्मला एस मौर्य ने कहा कि राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर स्वतंत्रता के पूर्व क्रांतिकारी कवि थे और स्वतंत्रता के बाद राष्ट्रकवि बने। उन्होंने कहा कि अपनी प्रतिष्ठित रचना रश्मिरथी में  दिनकर जी ने महाभारत की पूरी घटना को युगबोध के साथ जोड़ा और एक नए  दृष्टिकोण से चित्रित किया.
उन्होंने कहा कि कविता कवि की मानस पुत्री होती है। दिनकर जी ने अपनी कविता के माध्यम से बड़े सरल शब्दों में विविध संदेश दिए हैं जो कि आज भी प्रासंगिक हैं। जयंती के अवसर पर रामधारी सिंह दिनकर को नमन करते हुए उन्होंने उनकी कविताओं का भी पाठ किया। रश्मिरथी की कविता जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है,हरि ने भीषण हुँकार किया, अपना स्वरूप विस्तार किया............. को बड़े मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया।
कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि जन-जन में राष्ट्र भावना को जागृत करने में दिनकर जी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
कार्यक्रम का संचालन संयोजक एवं  जनसंचार विभाग के अध्यक्ष  डॉ मनोज मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव डॉ रसिकेश ने किया। इस अवसर पर प्रो मानस पांडे, प्रो अविनाश पाथर्डीकर, प्रो राजेश शर्मा, प्रो वंदना राय, प्रो देवराज, प्रो राम नारायण, डॉ राजकुमार, डॉ प्रमोद यादव, सहायक कुलसचिव बबीता, डॉ गिरधर मिश्र डॉ एसपी तिवारी, डॉ श्याम कन्हैया सिंह, डॉ के एस तोमर, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ चंदन सिंह, डॉ पुनीत धवन,लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डॉ पीके कौशिक,रजनीश सिंह,अशोक सिंह,धीरज श्रीवास्तव समेत विश्वविद्यालय के शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे।

Wednesday 22 September 2021

स्वच्छ वातावरण के लिए पेड़ जरूरी : कुलपति

 हर व्यक्ति अपने जीवन काल में 10 पौधे लगाएं : डा. जगदेव


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में बुधवार को एकलव्य की मूर्ति से सी वी रमन छात्रावास तक सड़क किनारे बरगद, पीपल, नीम, मौलश्री, बोटल पाम, फॉक्सटेल पाल्म एवं बोटल ब्रशके लगभग 130 पौधे लगाए गए। लगभग 20 पेड़ों के चारों ओर सुरक्षा जालिया लगाकर उन्हें सुरक्षित किया गयाlपौधरोपण कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने किया। यह कार्यक्रम रोवर्स रेंजर्स के समन्वयक डॉ जगदेव के द्वारा आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर मौर्य ने कहा कि हमारे जीवन में पेड़-पौधों का बहुत बड़ा महत्व है। पेड़ हमें ऑक्सीजन के साथ स्वच्छ वायु प्रदान करते हैं और वातावरण को भी स्वच्छ रखते हैं। इसकी जरूरत हमें कोविड-19 के दौरान देखने को मिली। हम सभी को पौधरोपण कर उनकी देखभाल करनी चाहिए।
इस अवसर पर डॉ जगदेव  ने कहा कि मानव प्रकृति का अभिन्न अंग है और प्रकृति से जुड़ने के लिए हर व्यक्ति को अपने जीवन काल में कम से कम 10 पौधे लगाकर उसे संरक्षित और सुरक्षित करना चाहिए। इस अवसर पर उपस्थित चीफ वार्डन डॉ राजकुमार ने कहा कि हम अपने जन्मदिवस पर एक पेड़ जरूर लगाएंl कुलसचिव श्री महेंद्र कुमार ने कहा कि वृक्ष केवल शुरुआत में देखभाल मांगते हैं उसके बाद हमेशा हमारी सेवा करते हैंl 
इस अवसर पर  डॉ मनीष कुमार गुप्ता , सीवी रमन के वार्डन श्री सुरेंद्र कुमार सिंह, विश्वकर्मा छात्रावास के वार्डन डॉक्टर नितेश जायसवाल, सहायक कुलसचिव अमृतलाल, दीपक कुमार सिंह, श्रीमती बबीता,  श्री लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डॉ इंद्रेश गंगवार,  श्री लाल बहादुर, छात्रावास के छात्र भी उपस्थित रहे एवं  वृक्षारोपण में छात्रावास के कर्मियों द्वारा सहयोग दिया गया।

Thursday 16 September 2021

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में विश्व ओजोन दिवस पर वेबीनार का आयोजन

विश्व ओजोन दिवस के उपलक्ष्य में पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित रज्जू भइया संस्थान के भू एवं ग्रहीय विज्ञान विभाग द्वारा 'जीवन के लिए ओजोन' विषय पर एक दिवसीय वेबीनार का आयोजन किया गया। 

इस वेबीनार में अध्यक्षीय उद्बोधन पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य द्वारा किया गया जिसमें उन्होंने बताया कि ओजोन परत किस तरह से हमारी सुरक्षा करती है

एवं इसके ना होने से क्या नुकसान हो सकते हैं। वेबिनार के मुख्य वक्ता काशी हिंदू विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के आचार्य प्रो.अभय कुमार सिंह थे जिन्होंने वेबीनार के विषय 'जीवन के लिए ओजोन' पर विस्तृत चर्चा की एवं बताया कि किस तरह से पृथ्वी के  वायुमंडल की संरचना एवं ओजोन लेयर का निर्माण होता है और कैसे ओजोन लेयर को वायु प्रदूषक नुकसान कर रहे हैं एवं किस तरह से कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान ओजोन लेयर में सुधार हुआ।
वेबीनार का संचालन संयोजक डॉ. श्रवण कुमार द्वारा किया गया। डॉ श्रवण कुमार ने बताया कि हम विश्व ओजोन दिवस इसलिए मनाते हैं क्योंकि आज ही के दिन 16 सितंबर 1987 को संयुक्त राष्ट्र संघ के देशों द्वारा ओजोन परत को नष्ट करने वाले प्रदूषकों की रोकथाम हेतु मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए थे। विश्व ओजोन दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य जनमानस को इस जीवनदायिनी ओजोन परत के प्रति जागरूक करना एवं इसके संरक्षण के लिए प्रयास करना है। 
अतिथियों का स्वागत रज्जू भइया संस्थान के निदेशक प्रोफेसर देवराज सिंह ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री शशिकांत यादव द्वारा किया गया। इस वेबीनार में देश के लगभग 10 राज्यों से भारी संख्या में शिक्षकों, शोधार्थियों एवं छात्रों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर वेबिनार में डॉ. प्रमोद यादव, डॉ. राजकुमार, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ मिथिलेश यादव, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ. नीरज अवस्थी, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. अजीत सिंह, डॉ आशीष वर्मा, श्री दीपक कुमार मौर्य, श्री दिनेश वर्मा, डॉ.धीरेन्द्र चौधरी, श्री संदीप वर्मा, डॉ. सुजीत चौरसिया सहित पूर्वांचल विश्वविद्यालय एवं अन्य विश्वविद्यालयों के शिक्षक तथा छात्र उपस्थित रहे।

Wednesday 15 September 2021

हेल्थ क्लब रखेगा छात्राओं के स्वास्थ्य का ख्याल- कुलपति


बालिका हेल्थ क्लब का कुलपति ने किया उद्घाटन

विश्वविद्यालय से सम्बद्ध राजकीय महाविद्यालयों में स्थापित हुआ बालिका हेल्थ क्लब

द्रौपदी छात्रावास में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का हुआ आयोजन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की  कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने मिशन शक्ति फेज 3 के अंतर्गत विश्वविद्यालय  एवं ऑनलाइन संबद्ध राजकीय महाविद्यालयों में स्थापित हुए बालिका हेल्थ क्लब का उद्घाटन किया।
बालिका हेल्थ क्लब में  नियमित योग, नियमित क्रीड़ा, व्यायाम एवं समय- समय पर बालिकाओं के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाएगा।बुधवार को विश्वविद्यालय की कुलपति ने परिसर की बालिकाओं के लिए मुक्तांगन में स्थापित बालिका हेल्थ क्लब का उद्घाटन किया।
मिशन शक्ति एवं महिला अध्ययन केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित  कार्यक्रम में कुलपति प्रोफ़ेसर निर्मला एस मौर्य ने कहा कि  बालिका हेल्थ क्लब छात्राओं के स्वास्थ्य का हमेशा ख्याल रखेगा. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से मिले फर्स्ट ऐड किट की दवाइयों के बारे में विस्तृत जानकारी ली. उन्होंने कहा कि इस किट में जो दवाएं है उसकी पूरी जानकारी महाविद्यालयों को दी जाएँ. 
मिशन शक्ति की संयोजक डॉ जान्हवी श्रीवास्तव ने कहा कि बालिकाओं स्वस्थ रहे इसके लिए आज  द्रौपदी छात्रावास में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें छात्रावास में रह रही छात्राओं का चिकित्सक डॉ. योगेश प्रताप सिंह एवं डॉ. शबीना खातून ने स्वास्थ्य परीक्षण किया है. 
राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक एवं मिशन शक्ति के सदस्य डॉ राकेश कुमार  यादव ने ऑनलाइन आयोजित कार्यक्रम में कहा कि आज के समय में स्वास्थ्य जागरूकता बहुत ही महत्वपूर्ण है. महाविद्यालयों ने आज बालिका हेल्थ  की स्थापना कर बहुत ही नेक काम किया है. 
मुक्तांगन में आयोजित कार्यक्रम में डॉ गिरिधर मिश्र, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ विनय वर्मा, अनु त्यागी, करुना निराला, पंकज सिंह   समेत आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर जनपद के राजकीय महाविद्यालयों के शिक्षक एवं विद्यार्थी ऑनलाइन

विश्वेश्वरैया की उपलब्धियां विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायी: प्रो.तिवारी

विश्वेश्वरैया ने मैसूर विश्वविद्यालय और पावर स्टेशन बनाने के लिए किये योगदान- प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में बुधवार को इंजीनियर्स डे के अवसर पर उमानाथ सिंह इंजीनियरिंग संकाय के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर बीबी तिवारी ने विश्व प्रसिद्ध इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी के मूर्ति पर माल्यार्पण किया।
इस अवसर पर संस्थान के संकायाध्यक्ष बीबी तिवारी ने भावी इंजीनियर्स को संबोधित करते हुए विश्वेश्वरैया जी के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत रत्न से सम्मानित विश्वेश्वरैया जी ने चीफ़ इंजीनियर और दीवान के पद पर कार्य करते हुए विश्वेश्वरैया ने मैसूर राज्य को मैसूर बैंक, मलनाद सुधार योजना, इंजीनियरिंग कॉलेज, बंगलौर जैसी संस्थाओं व योजनाओं का उपहार दिया | इंजीनियरिंग के पूर्व संकाय अध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव ने छात्रों को बताया कि विश्वेश्वरैया ने मैसूर विश्वविद्यालय और पावर स्टेशन बनाने के लिए उत्कृष्ट किये योगदान दिए। उन्होंने कहा कि हमें विश्वेश्वरैया के जीवन से शिक्षा लेनी चाहिए और समाज को इनके उत्कृष्ट खोज से सृजन की ओर प्रेरित करना चाहिए। डॉ संतोष कुमार ने छात्रों को बताया कि विश्वेश्वरैया जी का जीवन हम सभी के लिए वास्तव में प्रेरणादाई है ।
 इस कार्यक्रम में प्रो.देवराज सिंह, डॉ रजनीश भास्कर, डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह, डॉ शैलेश कुमार प्रजापति, श्री दीपक कुमार सिंह, श्री सत्यम कुमार उपाध्याय, श्री सी पी सिंह जी, श्याम त्रिपाठी उपस्थित रहे।

Tuesday 14 September 2021

अपनी भाषा से है अपनी पहचान – कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य

विश्वविद्यालय में  मनाया गया हिंदी दिवस

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में  विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय तथा भाषा, संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ द्वारा हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया.समारोह में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य ने कहा कि भारत की पहचान विदेशों में हिंदी से है. भारत के हर कोने में हिंदी बोली जा रही है. विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं  में हिंदी तीसरे स्थान पर थी लेकिन अब वह  दूसरे स्थान पर आ रही है. उन्होंने कहा कि आज  हिंदी की वैश्विक पहचान बन चुकी है. रूस, अमेरिका, फिजी, श्रीलंका, मारिशस, केन्या सहित अनेक देशों में हिंदी की पढ़ाई हो रही है.

उन्होंने कहा कि हमें सभी भाषाओँ का सम्मान करना चाहिए लेकिन अपनी भाषा से  अपनी अलग पहचान होती है. उन्होंने भारतेंदु हरिश्चंद्र की रचना, निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल- बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल के भाव को समझाया. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में शीघ्र ही हिंदी विभाग स्थापित होगा जिसमें अगले शैक्षणिक सत्र से हिंदी विषय की पढ़ाई शुरू  होगी.  उन्होंने कहा कि विभिन्न पाठ्यक्रमों की पढ़ाई  हिंदी भाषा में हो इसके लिए तकनीकी शब्दावली को और मजबूत करने की जरुरत है.
इसी क्रम में वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि हिंदी का प्रकाश सम्पूर्ण देश में फैलता रहे इसके लिए सबको प्रयास करते रहना चाहिए. कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि हिंदी हमारी बुनियाद है. हिंदी हमें भावनात्मक रूप से जोड़ती है.कार्यक्रम में बीकॉम की छात्रा आकांक्षा एवं विशाल चौबे ने कविता प्रस्तुत किया. उपस्थित अतिथियों ने इस अवसर पर परिसर में पौधरोपण भी किया.

स्वागत मानद पुस्तकालयाध्यक्ष प्रो. मानस पाण्डेय,धन्यवाद् ज्ञापन आयोजन सचिव डॉ. मनोज मिश्र ने एवं  संचालन डॉ. विद्युत् मल्ल ने किया. इस अवसर पर प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, आचार्य विक्रमदेव , प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. देवराज,डॉ. मुराद अली, डॉ. जगदेव, डॉ. संजीव गंगवार, डॉ. राज कुमार, डॉ. गिरिधर मिश्र, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. अमरेन्द्र सिंह, डॉ. श्याम कन्हैया सिंह, राजीव कुमार, सहायक कुलसचिव अमृतलाल, बबिता, डॉ. के एस तोमर, डॉ. अमित वत्स, अवधेश कुमार समेत परिसर के शिक्षक, विद्यार्थी उपस्थित रहे. 

Friday 10 September 2021

देश के राज्य विश्वविद्यालयों में सबसे अधिक पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षकों को मिला स्टार्टअप ग्रांट

कुलपति ने 8 शिक्षकों को किया सम्मानित

शिक्षक श्री की घोषणा पर प्रोफ़ेसर वंदना राय का हुआ सम्मान


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में शुक्रवार को कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने विश्वविद्यालय परिसर की बायोटेक्नोलॉजी विभाग की प्रोफेसर वंदना राय को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षक श्री एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग भारत सरकार द्वारा सात शिक्षकों को स्टार्टअप ग्रांट मिलने पर सम्मानित किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने कहा कि प्रो वंदना राय को  शिक्षक श्री मिलने से विश्वविद्यालय का सम्मान बढ़ा है. यह सम्मान उनकी लगन और तपस्या की देन है. उन्होंने  युवा शिक्षकों को अनुदान मिलने पर बधाई दी और कहा कि गुणवत्तापूर्ण शोध में अपनी अहम् भूमिका अदा करें. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षक निरंतर देश के विभिन्न संस्थानों में शोध हेतु प्रोजेक्ट प्रेषित करते रहे. विश्वविद्यालय हर स्तर पर उनका सहयोग करेगा.  
उत्तर प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालय परिसर की बायो टेक्नोलॉजी विभाग की प्रोफेसर वंदना राय को शिक्षक श्री पुरस्कार देने की घोषणा की है। जिसके क्रम में कुलपति द्वारा आज प्रोफ़ेसर वंदना राय को सम्मानित किया।
इसके साथ ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा विश्वविद्यालय परिसर के 7 शिक्षक स्टार्टअप ग्रांट मिलने पर सम्मानित हुए। देश में 145 शिक्षकों को इस वर्ष स्टार्ट अप ग्रांट मिली है. पूरे देश के राज्य विश्वविद्यालयों में सबसे अधिक पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षकों की संख्या अनुदान सूची में है। इसके अंतर्गत प्रत्येक शिक्षक को दस- दस लाख रुपये शोध अनुदान मिला है।
स्टार्टअप ग्रांट मिलने पर सम्मानित होने वाले शिक्षकों में इंजीनियरिंग संस्थान के भौतिकी विभाग के डॉ मनीष प्रताप सिंह, प्रो राजेंद्र सिंह भौतिकी अध्ययन एवं शोध संस्थान के रसायन विज्ञान विभाग के डॉ नितेश जायसवाल, डॉ मिथिलेश यादव, भौतिकी विभाग के डॉ आलोक वर्मा, भू एवं ग्रहीय विज्ञान के डॉ श्रवण कुमार, नैनोसाइंस एवं तकनीकी केंद्र के वैज्ञानिक डॉ सुजीत कुमार चौरसिया, रिन्यूएबल एनर्जी केंद्र के डॉ धीरेंद्र कुमार चौधरी रहे।
कार्यक्रम में वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, कुलसचिव महेंद्र कुमार, परीक्षा नियंत्रक बी एन सिंह, प्रोफेसर मानस पांडे,  प्रो देवराज सिंह, प्रो रामनारायण, प्रो अजय प्रताप सिंह ने भी संबोधित किया. 
संचालन डॉ राजकुमार ने किया। इस अवसर पर  प्रो अजय द्विवेदी, प्रो अविनाश पाथर्डीकर,प्रो अशोक कुमार श्रीवास्तव, डॉ संतोष कुमार, डॉ मनोज मिश्र, डॉ रजनीश भास्कर,डॉ प्रदीप कुमार, डॉ मुराद अली,डॉ प्रमोद यादव, डॉ गिरिधर मिश्र, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर,डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ चन्दन सिंह, सहायक कुलसचिव अमृतलाल, दीपक सिंह, बबीता, डॉ के एस तोमर,डॉ अमित वत्स, लक्ष्मी मौर्य समेत शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

Thursday 9 September 2021

शैक्षिक संस्थानों में सकारात्मक प्रतिस्पर्धा बढ़ायी जाए- राज्य मंत्री नीलिमा कटियार

विश्वविद्यालय से 5 जनपद जोड़े जाए- सीमा द्विवेदी
अवधी में सम्बोधित कर महापौर प्रमिला पांडे ने मन मोहा
स्ववित्तपोषित पूर्वांचल विश्वविद्यालय प्रबंधक महासंघ  द्वारा अभिनंदन समारोह का आयोजन

विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राजेंद्र सिंह भौतिकीय अध्ययन संस्थान के सभागार में स्ववित्तपोषित पूर्वांचल विश्वविद्यालय प्रबंधक महासंघ  द्वारा अभिनंदन समारोह का आयोजन गुरुवार को किया गया।

अभिनंदन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश की उच्च शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की राज्यमंत्री नीलिमा कटियार ने कहा कि स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों ने आमजन को शिक्षा उपलब्ध कराने  में महत्वपूर्ण भूमिका अदा  की है. महाविद्यालय के प्रबंधक अपने संस्थान के लिए विजन और रोड मैप तैयार करें। उन्होंने महाविद्यालयों को नैक  मूल्यांकन कराने के लिए  प्रेरित किया और कहा कि  शैक्षिक संस्थानों में सकारात्मक प्रतिस्पर्धा बढ़ायी जाएं । नई  शिक्षा नीति  की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि नई  शिक्षा नीति चार  लाख लोगों के सुझाव और तमाम शिक्षाविदों के चिंतन का परिणाम है. यह शिक्षा  नीति  सच्चे अर्थों में देश की माटी से जुडी है. समग्र भारत की मेधा का उपयोग कैसे हो इस  नीति  में इस सभी बातों का समावेश किया गया है. उन्होंने कहा  कि कोरोना काल में शिक्षकों ने ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों  में ज्ञान प्रवाह को जारी रखा. गुणवत्तापूर्ण ई - कंटेंट भी  विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन उपलब्ध है.

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि किसी भी व्यक्ति के कार्य से उसके व्यक्तिव का निर्माण होता है. व्यक्ति की समाज में पहचान उसके कार्यों से ही  होती है. महाविद्यालय का निर्माण प्रबंधक बड़े तपस्या के साथ करते है. शैक्षिक संस्थाएं गुणवत्तायुक्त  शिक्षा के प्रसार में अपनी महती भूमिका अदा  करें। उन्होंने कहा कि स्ववित्तपोषित शिक्षक को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें विश्वविद्यालय की समितियों में   स्थान दिया जा रहा है.

विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी ने कहा कि आज प्रबंधक महासंघ ने तीज  के दिन महिला शक्ति का  सम्मान कर गौरव बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि  आज़मगढ़ विश्वविद्यालय बनने से पूर्वांचल विश्वविद्यालय से दो जिले कट जायेंगे और आने वाले समय में विश्वविद्यालय के लिए आर्थिक संकट खड़ा हो जायेगा। उन्होंने शिक्षा राज्यमंत्री से मांग की  विश्वविद्यालय से कम से कम 5 जनपद जोड़े जाए.

विशिष्ट अतिथि कानपुर की महापौर प्रमिला पांडे ने कहा कि अपनी जन्मभूमि जौनपुर आकर अपार ख़ुशी हुई है. पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने पूर्वी पट्टी में शिक्षा का तेजी से प्रसार किया है. कहा कि प्रबधकों की समस्या को दूर करने में वह सदैव उनका साथ देंगीं। उन्होंने अवधी भाषा में अपने सम्बोधन से लोगों का मन मोह लिया।
महासंघ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश तिवारी ने अतिथियों का स्वागत किया एवं स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों की समस्याओं से अवगत कराया।  मिशन शक्ति द्वारा निर्मित डॉक्यूमेंट्री का लोकार्पण किया गया. अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं  अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम को शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. विजय सिंह, आइक्यूएसी सेल के समन्वयक प्रो. मानस पांडे, महासंघ के संरक्षक अशोक दुबे ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी संजय राय, कुलसचिव महेंद्र कुमार, उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ ज्ञान प्रकाश वर्मा, परीक्षा नियंत्रक बी एन सिंह, प्रो अजय द्विवेदी, प्रो बंदना राय, डॉ मनोज मिश्र, एनएसएस समन्वयक डॉ राकेश कुमार यादव, महासंघ के महामंत्री सूर्यभान  यादव,  डॉ राजकुमार, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, अन्नू त्यागी, डॉ अमरेंद्र सिंह, डॉ श्याम कन्हैया सिंह,  सहायक कुलसचिव दीपक सिंह अमृतलाल, बबीता, डॉ के एस तोमर, डॉ अमित वत्स, डॉ  विजय तिवारी, संघ के संजीव सिंह, कमलेश यादव, रामनरेश यादव, संदीप तिवारी, दशरथ सिंह, केडी राम, उमेश तिवारी, संजय सिंह, डॉ पवन मिश्र, डॉ ज्ञान प्रकाश पाठक समेत तमाम लोग उपस्थित रहे। संचालन प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने किया। 

Sunday 5 September 2021

शिक्षक विद्यार्थियों को जीना सिखाता है- प्रो. कीर्ति सिंह

पीयू में आयोजित हुआ शिक्षक सम्मान समारोह


प्रो. कीर्ति सिंह एवं कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने अंगवस्त्रम और सम्मान पत्र देकर शिक्षकों को किया सम्मानित 

जौनपुर।  वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में शिक्षक दिवस के अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग,उत्तर प्रदेश  के निर्देश पर शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय में पहली बार इतने वृहद् स्तर पर शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. शिक्षक सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति प्रोफ़ेसर कीर्ति सिंह ने कहा कि मेरा सौभाग्य रहा है कि सेंट्रल पब्लिक  स्कूल, बीएचयू में पढ़ाई के दौरान सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को देखने और खेल प्रतियोगिता में उनके हाथों पुरस्कार पाने का अवसर मिला। तत्कालीन कुलपति के पद पर आसीन राधाकृष्णन जी को देखकर उनके  मन में यह सवाल आया था कि वह कभी उनकी तरह बन पायेंगें  कि नहीं? कहा कि राधाकृष्णन जी मेरे आदर्श रहे है।  शिक्षक होना गौरव की बात है। माता- पिता जन्म देते है और शिक्षक जीना सिखाता है।
 
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि शिक्षक कुम्हार  होता है जो विद्यार्थी को एक आकार  देता है। शिक्षकों को सदैव अपने विद्यार्थियों में सृजन क्षमता को विकसित करते रहना चाहिए। उन्होंने कबीर  की साखी  के माध्यम से गुरु की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने सर्वपल्ली राधाकृष्णन के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम के संयोजक प्रो मानस पांडेय ने धन्यवाद ज्ञापित किया।इस अवसर पर डॉ समर बहादुर सिंह, डॉ काशी नाथ सिंह ने भी संबोधित किया।

विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी संजय राय, कुलसचिव महेंद्र कुमार,  परीक्षा नियंत्रक बी एन सिंह, उप जिलाधिकारी अमिताभ  यादव,शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. विजय सिंह ने मंच पर शिक्षकों के सम्मान में सहयोग किया।

कार्यक्रम का संचालन जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने किया। इस अवसर पर डॉ राजीव प्रकाश सिंह,डॉ देवेंद्र प्रताप सिंह, प्रो अजय द्विवेदी, प्रो वंदना राय, प्रो राम नारायण,प्रो अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो देवराज, डॉ प्रमोद यादव,डॉ रमेश मणि त्रिपाठी, महामंत्री राहुल सिंह, एन एस एस समन्वयक डॉ राकेश कुमार यादव, रोवर्स रेंजर के समन्वयक डॉ जगदेव, खेल कूद परिषद के सचिव डॉ आलोक सिंह,डॉ राजकुमार,डॉ संदीप सिंह, डॉ मनोज वत्स, डॉ सुरजीत यादव,डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ विजय प्रताप तिवारी, डॉ श्याम कन्हैया सिंह, डॉ अमरेंद्र सिंह, डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, समेत समस्त उपस्थित  शिक्षकों को सम्मानित किया गया।