Thursday 31 March 2022

प्रदेश में खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा दिया जाएगा: गिरीश यादव

लुप्तप्राय खेलों पर ध्यान देने की जरूरतः कुलपति

खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव का विवि में स्वागत
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में गुरुवार को प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चंद्र यादव का स्वागत किया गया। विश्वविद्यालय की कुलपति ने उन्हें अंगवस्त्रम और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीशचंद्र यादव ने कहा कि प्रदेश को खेल में बढ़ावा देने और समृद्धशाली बनाने पर जोर देंगे। खेल के अवसर देने के साथ-साथ प्रतिस्पर्धा करा कर प्रतिभा को सामने लाने का प्रयास किया जाएगा। इससे खिलाड़ियों को अखिल भारतीय स्तर पर आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि जिले को केंद्रीय विद्यालय के रूप में शीघ्र ही सौगात मिलने वाली है। गांव में खेल को बढ़ावा देने के लिए नव युवक मंगल दल को सक्रिय किया जा रहा है।

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने स्वागत करते हुए कहा कि कबड्डी खो-खो जैसे लुप्तप्राय खेलों को बढ़ावा दिया जाए जिससे गांव के खिलाड़ियों की भी प्रतिभाओं का विकास हो। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के खिलाड़ी लगातार प्रदेश स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं उन्होंने विश्वविद्यालय में हॉकी खिलाड़ियों के लिए एस्ट्रोट्रफ की मांग की। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्था का विकास एक दूसरे के सहयोग से ही होता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने में हम सरकार का सहयोग लेते रहेंगे।
समारोह का संचालन प्रो. मानस पांडेय और धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव महेंद्र कुमार ने किया।
इस अवसर पर वित्त अधिकारी संजय राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, पुष्पराज सिंह, पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह, सहायक कुलसचिव अमृत लाल, श्रीमती बबीता सिंह, प्रोफ़ेसर प्रो.वंदना राय, प्रोफेसर अजय द्विवेदी, प्रो.रामनारायण, प्रोफेसर एके श्रीवास्तव, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. बीडी‌ शर्मा, शिक्षक संघ के डा. विजय सिंह, डा. राहुल सिंह, डा. मनोज मिश्र, डॉ. प्रदीप कुमार,  डॉ. रजनीश भास्कर, डा.रसिकेश,  डॉ. आशुतोष सिंह, डा. मनोज कुमार पांडेय,  डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ.सुनील कुमार,  डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर,  एनएनएस समन्वयक डा. राकेश यादव, डा. जगदेव, डॉ. अमित वत्स,  डॉ.‌नृपेंद्र सिंह, ‌ डॉ. मनोज कुमार पांडेय,डॉ धीरेंद्र चौधरी, डॉ. पुनीत धवन, डॉ. धर्मेंद्र सिंह, डॉ. श्याम कन्हैया सिंह, डॉ. स्वर्ण कुमार, डॉ. सौरभ सिंह कर्मचारी संघ अध्यक्ष रामजी सिंह महामंत्री केशव यादव, आदि उपस्थित थे।

Monday 28 March 2022

भाषा के संरक्षण के लिए बढ़ाने होंगे कदम - प्रो. निर्मला एस. मौर्य

भारतीय भाषा पाठ्यक्रम संरचना एवं अनुवाद प्रक्रिया पर कार्यशाला का हुआ आयोजन 

 विश्वविद्यालय में  भारतीय भाषा के पाठ्यक्रमों को शुरू करने की तैयारी 


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सभागार में सोमवार को भारतीय भाषा पाठ्यक्रम संरचना एवं अनुवाद प्रक्रिया पर  एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में किया गया। इसका आयोजन सेंटर आफ एक्सीलेंस- अनुवाद जनसंचार विभाग की ओर से हुआ। कार्यशाला में मराठी ,बांग्ला, तेलुगु, प्राकृत, संस्कृत,तमिल, भोजपुरी,  प्रयोजनमूलक हिंदी एवं  नेपाली विषय के  पाठ्यक्रम की  संरचना की गई. 

उद्घाटन सत्र में कुलपति  प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि भाषा के संरक्षण के लिए कदम बढ़ाने होंगे. भाषा और अनुवाद के पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को सरलता से  रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएँगे. विश्वविद्यालय भाषा के सर्टिफिकेट और डिप्लोमा पाठ्यक्रम अगले सत्र से शुरू करेगा. प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में भी भाषा के पाठ्यक्रम  यहीं से क्रियान्वित  होंगे. प्रदेश सरकार ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय को नोडल केंद्र बनाते हुए जिम्मेदारी दी है. उन्होंने कहा कि देश- विदेश  में द्विभाषिया की बहुत मांग है. हमें त्रिभाषा सूत्र पर काम करना होगा.विविध भाषा के विद्वान आज एक साथ यहाँ मंथन के लिए आये है जिसका दूरगामी परिणाम होगा.  उन्होंने कहा कि दक्षिण और उत्तर के बीच भाषा ही सांस्कृतिक एकता का कार्य कर सकती है. 

बतौर विशिष्ट  अतिथि केंद्रीय भाषा संस्थान, मैसूर के शोध अधिकारी डॉ. पंकज द्विवेदी ने कहा कि  उनका संस्थान लुप्तप्राय और संकटग्रस्त भाषाओं के संवर्धन के लिए  विशेष कार्य कर रहा है. भारतीय भाषाओं के उन्नयन के भी हम निरंतर सक्रिय  है. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग से केंद्रीय भाषा संस्थान शीघ्र ही एमओयू  करेगा. 

कार्यशाला में  बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के मराठी विभाग के अध्यक्ष,प्रो प्रमोद पाडवाल, बांग्ला विभाग के अध्यक्ष  प्रो पी.के.मैती,तेलगू विभाग के अध्यक्ष प्रो बुदाती वेंकटेश्वरलू,नेपाली भाषा विभाग के प्रो दिवाकर प्रधान,हिंदी विभाग के डॉ सत्य प्रकाश पाल,तमिल विभाग के डॉ जगदीशन टी,संस्कृत विभाग एवं भोजपुरी अध्ययन केंद्र के डॉ राजेश सरकार, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय,वाराणसी के प्राकृत एवं जैनागम विभाग के प्रो हरिशंकर पाण्डेय, संस्कृत विद्या विभाग के डॉ रविशंकर पाण्डेय विशेषज्ञ के रूप में शामिल  हुए. कार्यशाला की रूपरेखा आईक्यूएसी सेल के समन्वयक प्रो मानस पाण्डेय प्रस्तुत की. कार्यशाला का संचालन सेंटर आफ एक्सीलेंस- अनुवाद के समन्वयक डॉ. मनोज मिश्र एवं धन्यवाद कुलसचिव महेंद्र कुमार ने किया. 

इस अवसर पर प्रो. ए. के श्रीवास्तव, प्रो वंदना राय, प्रो. राम नारायण,  प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, डॉ रजनीश भास्कर, डॉ संतोष कुमार, डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ सुनील कुमार, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर,डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ चंदन सिंह,डॉ सुशील सिंह, डॉ पुनीत धवन,  डॉ मंगला प्रसाद, डॉ प्रियंका कुमारी,डॉ अनुराग मिश्र, डॉ रामान्शु समेत  अन्य शिक्षक उपस्थित रहे. 

Saturday 26 March 2022

779 टीबी मरीजों को गोद लेगा विश्वविद्यालय

टीबी मरीजों की देखभाल करने वालों को कुलपति ने किया सम्मानित

• गोद लिए मरीज हुए टीबी मुक्त


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में शनिवार को क्षय रोगियों  को गोद लेकर टीबी मुक्त कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले शिक्षकों,अधिकारियों एवं कर्मचारियों  को कुलपति ने सम्मानित किया। अगले चरण में शासन के निर्देश पर 779 टीवी मरीजों को गोद लेने का निर्णय किया गया।

विदित है कि फरवरी 2021 में प्रदेश की माननीय राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल के निर्देश के क्रम में 66 टीबी मरीजों को गोद लिया गया था. जिसमें 65 मरीज टीबी मुक्त हो गए.

इस अवसर पर अपने संबोधन में  कुलपति  प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि  टीबी  मरीजों को गोद लेना नेक कार्य है। विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं महाविद्यालयों से पूरी उम्मीद है कि आगे भी  क्षय रोगियों को गोद लेकर उन्हें टीबी मुक्त करने में अपना अभिन्न योगदान देंगे. कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में सामाजिक कार्यों को गति देने के लिए लोगों के सहयोग से एक कोष  बनाया गया है इससे कोविड काल में लोगों की सेवा की गई. 

विश्वविद्यालय के कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि मानवता के विकास के लिए टीबी मुक्त कराने की जरूरत है। विश्वविद्यालय के शिक्षक इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. विजय सिंह ने कहा कि सभी शिक्षकों को जो भी क्षयरोगी देखभाल के लिए मिलेंगे वह इस कार्य को निष्ठा पूर्वक करेंगे. राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. राकेश कुमार यादव ने विगत वर्ष में गोद लिए गए रोगियों की अद्यतन रिपोर्ट प्रस्तुत की.इस अवसर पर मंचासीन परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंह, शिक्षक  संघ के महामंत्री  राहुल सिंह, प्राचार्य प्रो.शम्भू राम, प्रबंधक राजीव कुमार सिंह, चिकित्साधिकारी करंजाकला डॉ. योगेश प्रताप सिंह  ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर  प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. रामनारायण, प्रो. वंदना राय,प्रो. आलोक कुमार गुप्ता, डॉ. सतेन्द्र प्रताप सिंह,  डॉ. राजकुमार, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. संजीव गंगवार, डॉ. रजनीश भास्कर, डा.प्रदीप कुमार, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. वनिता सिंह, डॉ. झांसी मिश्रा, डॉ. अमरेंद्र सिंह, डॉ. मनोज पांडेय, डॉ. अरविन्द कुमार यादव,कुलसचिव बबिता, अमृत लाल,डॉ. सुमन यादव, डॉ. बलवंत सिंह, डॉ. नितिन राय समेत अन्य लोग सम्मान कार्यक्रम में शामिल हुए. संचालन समन्वयक डॉ. राकेश कुमार यादव ने एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. देवराज सिंह ने किया. 


Thursday 24 March 2022

सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अनुदान पाने वाले शिक्षक और छह विद्यार्थी हुए सम्मानित

पीयू के शिक्षकों में ऊर्जा की कमी नहीं : कुलपति
 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना हेतु शासन से अनुदान स्वीकृत हुआ। कुलपति सभागार में गुरुवार को अनुदान पाने वाले छह शिक्षकों और रिसर्च डेवलपमेंट ग्रांट पाने वाले शिक्षकों को भी कुलपति ने सम्मानित किया। इस अवसर पर गेट और जैम परीक्षा पास करने छह विद्यार्थी सम्मानित हुए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने  कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षक ऊर्जावान है, इसी का नतीजा है कि प्रदेश स्तर पर विश्वविद्यालयों में जो भी सुविधाएं मिल रही हैं उसे लेने में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षक अव्वल हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि शिक्षक सम्मानित पद होता है लेकिन इस सम्मान का मतलब उसके मनोबल को बढ़ाना है साथ में ही वे शिक्षक जो इस दिशा में प्रयास नहीं कर रहे हैं उनके लिए प्रेरणा का काम करता है।
 सम्मानित होने वाले शिक्षकों में बायोटेक्नोलॉजी विभाग की प्रो. वंदना  राय, प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) संस्थान के निदेशक प्रो. देवराज सिंह, प्रबंध संकाय के संकाय अध्यक्ष प्रो. अविनाश पाथर्डीकर तथा प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) संस्थान स्थित वैकल्पिक ऊर्जा शोध केंद्र के विभागाध्यक्ष डॉ धीरेंद्र कुमार चौधरी है। इसके पूर्व 2020-21 का सम्मान पाने वाले डॉ. मनोज मिश्र और डॉ. आशुतोष सिंह को भी सम्मानित किया गया। रिसर्च डेवलपमेंट ग्रांट के लिए प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. वंदना राय,  डॉ.अमरेंद्र सिंह को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में प्रतिभा और संभावनाओं की कमी नहीं है। हमें रोल मॉडल बनने की जरूरत है ताकि अन्य विश्वविद्यालय हमसे प्रेरणा लें।
समारोह का संचालन प्रो. मानस पांडेय और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अजय द्विवेदी ने किया। इस अवसर पर प्रो.बी.बी.तिवारी, प्रो. अजय प्रताप सिंह, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, सहायक कुलसचिव अमृत लाल, बबिता सिंह,  डॉ.संदीप कुमार सिंह,  डॉ.संतोष कुमार, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ प्रदीप कुमार,  डॉ.रसिकेश,  डॉ. प्रमोद कुमार यादव,  डॉ. आशुतोष कुमार सिंह,  एनएनएस समन्वयक डॉ. राकेश यादव,  डॉ. मुराद अली,  डॉ.नुपूर तिवारी,  डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव,  डॉ.धर्मेंद्र सिंह, डा. द्विवेन्दु मिश्र,  डॉ. मनोज कुमार पांडेय,  डॉ सुनील कुमार,  डॉ. नीतेश जायसवाल,  डॉ.प्रमोद कुमार,  डॉ. पुनीत धवन,  डॉ. मंगला प्रसाद यादव,  अन्नू त्यागी,  डॉ. सौरभ सिंह आदि शिक्षक उपस्थित थे।

विश्वविद्यालय हर हाल में सत्र नियमित करें : सुभाष शर्मा

 कुलपति सभागार में गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों और अधिकारियों के साथ शिष्टाचार भेंट की।

विश्वविद्यालय के शिक्षक और अधिकारियों को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा, प्रमुख सचिव श्री सुभाष शर्मा ने कहा कि सत्र नियमित करना विश्वविद्यालय की प्राथमिकता है। इसे हर हाल में पूरा करना होगा। समय से परीक्षा कराना और उसका रिजल्ट निकालना जरूरी है ताकि विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेश लेने में कोई दिक्कत ना हो। शिक्षा रोजगारपरक होनी चाहिए। शोध कार्य के क्षेत्र में शासन गंभीर है।  इसके लिए सरकार आर्थिक सहायता दे रही है इसका लाभ विश्वविद्यालय भी उठाएं। विश्वविद्यालय खेल और सांस्कृतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य के साथ चरित्र निर्माण का भी काम करें।

कुलपति प्रोफेसर निर्मला ‌एस.‌मौर्य ने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय का सत्र नियमित है। विश्वविद्यालय में एक जुलाई से नये सत्र को शुरू किया जा रहा है। नैक मूल्यांकन को प्राथमिकता दिया जा रहा है। उन्होंने विश्वविद्यालय की गतिविधियों को विस्तार से बताया।

इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, समस्त सहायक कुलसचिव, प्रो.बीबी तिवारी, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. वंदना राय, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. एके‌ श्रीवास्तव, प्रो. रामनारायण, प्रो. अजय द्विवेदी, डॉ विजय सिंह, डॉ राहुल सिंह,डॉ. मनोज मिश्र, डॉ.राजकुमार, डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. मुराद अली, डा. रसिकेश, डॉ. रजनीश भास्कर, डॉ. सौरभ पाल, डॉ. सुनील कुमार, डॉ.मंगला प्रसाद , डॉ. राजीव कुमार, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. मनोज पांडेय, डॉ. धीरेन्द्र चौधरी, डॉ. द्विबेन्दु मिश्र, डॉ. काजल डे, डॉ. धर्मेंद्र सिंह, डॉ. अन्नू त्यागी, डॉ. कमलेश पाल, डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, सुशील प्रजापति आदि उपस्थित थे।

Wednesday 23 March 2022

विश्वविद्यालय की परिसर परीक्षाएं शुरू, चला सघन तलाशी अभियान

परिसर में 1500 विद्यार्थियों ने दी परीक्षा

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की परिसर परीक्षाएं केंद्र संख्या एक व दो पर शुरू हो गई। 
केंद्राध्यक्ष डॉ. रसिकेश और डॉ संजीव गंगवार ने बताया की परिसर के समस्त पाठ्यक्रमों के विद्यार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। कुल 1500 विद्यार्थियों ने दो पाली में परीक्षा दी। कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य के प्रेरक उद्बोधन से अभिप्रेरित विद्यार्थियों ने उत्साह से लबरेज होकर परीक्षा दी। सभी विद्यार्थियों ने कुलपति के विचारों को आत्मसात किया और परीक्षा में सुचितापूर्वक सम्मिलित हुए। केंद्राध्यक्ष डॉ. रसिकेश और सहायक केंद्राध्यक्ष श्री सुशील कुमार , विनय वर्मा , प्रमेन्द्र विक्रम सिंह, अशोक यादव, ज्ञानेंद्र पाल और  प्रभाकर सिंह आदि ने सचल दस्ते के प्रभारी डॉ अवध बिहारी सिंह , डॉ आशुतोष कुमार सिंह , प्रो अजय द्विवेदी, प्रो मानस पांडेय,  प्रो. देवराज, डॉ सुनील कुमार के साथ सघन तलाशी अभियान चलाया । परीक्षा नियंत्रक वी एन सिंह के आदेशों के अनुपालन में जो छात्र बिना एडमिट कार्ड के उपस्थित हुए उनसे उनके विभागाध्यक्षों द्वारा अग्रसारित आवेदन लेने के पश्चात ही उन्हें परीक्षा देने की सशर्त अनुमति प्रदान की गई।परिसर में संचालित रज्जू भैया संस्थान, प्रबंध अध्ययन संकाय , विज्ञान संकाय, इंजीनियरिंग संकाय,‌मास कम्युनिकेशन , एप्लाइड साइकोलॉजी आदि के विद्यार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। परिसर की प्रथम दिन की परीक्षाएं शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई। परीक्षा में अनुपम कुमार , मनोज त्रिपाठी , श्रुति श्रीवास्तव , प्रियम सेठ , अलका सिंह , शैलेश यादव व शिवम ने सहयोग किया।

सेमेस्टर परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों को कुलपति ने दिए सफलता के टिप्स

परीक्षा के समय विद्यार्थी तनावमुक्त रहें: प्रो. निर्मला एस. मौर्य
 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर निर्मला एस. मौर्य ने सेमेस्टर परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों को मंगलवार को सफलता के टिप्स दिए।
कुलपति सभागार में संबोधित करते हुए कुलपति प्रोफ़ेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि
विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाएं 23 मार्च से प्रारम्भ हो रही है। एक कुलपति और शिक्षक होने के नाते मुझे आपसे सफलता और अच्छे प्रदर्शन की अपेक्षा है। विद्यार्थियों ‌परीक्षा आपको अपनी प्रतिभा और दृढ़ संकल्प दिखाने का एक अच्छा अवसर होता है परन्तु एक बात मैं स्पष्ट करना चाहूंगी कि आपकी प्रतिभा को परीक्षा द्वारा नहीं मापा जा सकता है, लेकिन आपका परिश्रम आपके द्वारा प्राप्त अंकों से परिलक्षित होता है। आपको खुद पर पूर्ण विश्वास करना चाहिए और चुनौतियों से डरने की आवश्यकता नहीं है। यह परीक्षा आपके शैक्षणिक ज्ञान के साथ-ही-साथ आपके धैर्य, एकाग्रता, समय प्रबन्धन और साहस का परीक्षण है। जीवन के प्रत्येक चरण में हम सभी को विभिन्न परीक्षाओं से होकर गुजरना होता है जो छात्र जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। आप सभी परीक्षा से पूर्व और परीक्षा हाल में अपने धैर्य और साहस को कम ना होने दें सफलता अवश्य ही आपके कदम चूमेगी। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी निश्चित रूप से एक अच्छे नागरिक के रूप में समाज में विश्वविद्यालय का, अपने गुरु का और अपने अभिभावकों का नाम रोशन करेंगे।
मेरा मानना है कि सफलता के सूत्र हमेशा वो नहीं होते जो हमें बताए या सिखाए जाते है, सफलता के सूत्र जीवन की मेहनत ओर सफलता पर आधारित होते है। सफलता का कोई निश्चित मापदंड नहीं होता। यह हर एक के लिए अलग-अलग हो सकती है, पर फिर भी सरल और साधारण शब्दों में और आज के दौर के  हिसाब से कहें तो अपने पैरों पर खड़े हो जाना ,अच्छा कॅरियर बना लेना, धन समृद्धि होना, प्रसिद्धि मिल जाना ही सफलता है।
 इसलिए या परीक्षा आपकी सफलता का पहला पायदान है आप इसका सफर एक निश्चित प्रबंधन की रणनीति के साथ तय करें।

Monday 21 March 2022

रज्जू भैय्या संस्थान के पांच छात्रों का गेट, दो छात्रों आईआईटी जैम में चयन

छात्रों को मिलेगा आई०आई०टी० में पढ़ने और शोध का मौका

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैय्या) संस्थान के एम.एससी. भौतिक विज्ञान विषय से जितेंद्र यादव, रसायन विज्ञान विषय से मुस्कान साहू, प्रियंका मौर्या, सतीश यादव और गणित विषय से विपिन कुमार का चयन गेट की परीक्षा में हुआ है । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर द्वारा इस वर्ष ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट-2022)परीक्षा का आयोजन विभिन्न विषयों में राष्ट्रीय स्तर पर एम०टेक० व पीएच.डी. में प्रवेश हेतु कराया गया जिसके माध्यम से उत्तीर्ण छात्रों को आई०आई०टी० सहित अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों में पढ़़ने और शोध करने का मौका मिलता है। इस परीक्षा में उत्तीर्ण प्रत्येक छात्रों को उच्च शिक्षा हेतु राष्ट्रीय स्तर पर फेलोशिप भी प्रदान की जाती है। इसके अतिरिक्त गेट की परीक्षा के अंकों के आधार पर विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कंपनियां सीधे नियुक्ति भी करती है।  

संस्थान के बी०एससी० तृतीय वर्ष के छात्र शुभम पाल और सुमित यादव का चयन आईआईटी जैम की परीक्षा में हुआ है। इस वर्ष यह परीक्षा आईआईटी रुड़की द्वारा आयोजित की गई थी। यह परीक्षा छात्रों को विभिन्न आई०आई०टी० व अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों से परास्नातक व शोध करने के लिए हर वर्ष कराई जाती है । विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने प्रसन्नता व्यक्त की तथा उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रो देवराज सिंह सहित विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने बधाई  दी।

Thursday 17 March 2022

पीयू में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना हेतु चार शिक्षकों को शासन से अनुदान

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के तीन विभागों एवं एक शोध केंद्र को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना हेतु शासन से अनुदान स्वीकृत हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने  अनुदान प्राप्त करने वाले सभी आचार्यों को बधाई दी है।

बायोटेक्नोलॉजी विभाग की प्रो. वंदना  राय को  मोलेकुलर  स्टडी ऑफ नान कम्युनिकेबल डिजीज स्टडी इन ईस्टर्न यूपी पॉपुलेशन पर शोध करने हेतु, प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) संस्थान के निदेशक प्रो. देवराज सिंह को पेपर सोलर सेल पर शोध करने हेतु, प्रबंध संकाय के संकाय अध्यक्ष प्रो. अविनाश डी पाथर्डिकर को दी प्रैक्टिस आफ आईडेंटिफाइंग द वीस्डोम आफ इंडियन स्क्रिप्ट एंड वेदास पर शोध करने हेतु तथा प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) संस्थान स्थित वैकल्पिक ऊर्जा शोध केंद्र के विभागाध्यक्ष डॉ धीरेंद्र कुमार चौधरी को सिंगल क्रिस्टल सोलर सेल पर शोध कार्य करने हेतु अनुदान मिला है। इस अवसर पर प्रो. मानस पांडेय,प्रो. अजय द्विवेदी,प्रो.एके श्रीवास्तव, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो.रामनारायण, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ राजकुमार, डॉ मनीष कुमार गुप्ता, डॉ. रसिकेश, डॉ सुनील कुमार, डॉ अमरेंद्र सिंह, डॉ. नीतेश जायसवाल, डॉ.प्रमोद कुमार आदि शिक्षकों ने बधाई दी है।

Monday 14 March 2022

पीसीआई की टीम का फार्मेसी संस्थान में निरीक्षण

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के फार्मेसी संस्थान में फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया (पीसीआई) की टीम का मान्यता के संदर्भ में निरीक्षण सोमवार को किया गया। दो सदस्यीय समिति में डॉक्टर एनके गुप्ता एवं डॉ डीएस राठौर थे। कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य के निर्देशन में फार्मेसी संस्थान सभी संसाधनों से पूर्ण है। समिति सदस्यों का स्वागत विभागाध्यक्ष राजीव कुमार एवं वरिष्ठ शिक्षक डॉ नृपेंद्र  सिंह ने किया. इसके बाद समिति के सदस्यों द्वारा विभाग में स्थापित   प्रो. प्रफुल्ल चंद्र रायजी की प्रतिमा का माल्यार्पण किया गया।  निरीक्षण के दौरान सभी प्रयोगशाला कक्षाएं भंडार कक्ष कार्यालय का स्टॉक रजिस्टर लाइब्रेरी स्टॉक रजिस्टर और पत्रिकाओं का स्टॉक का निरीक्षण किया गया l इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय कुलसचिव के साथ भी वार्तालाप किया l निरीक्षण समिति के सदस्य महिला छात्रावास का निरीक्षण भी किया l समिति के सदस्य विभाग के इंफ्रास्ट्रक्चर से काफी  प्रभावित हुए l सदस्यों ने विभाग के विद्यार्थियों से भी व्यक्तिगत रूप से वार्ता की और उनके शैक्षणिक गुणवत्ता से प्रभावित हुए। पीसीआई द्वारा मान्यता मिलने पर ही विद्यार्थियों की डिग्री फार्मासिस्ट नंबर के साथ वैलिड मानी जाती है।निरीक्षण के दौरान विभाग के सारे शिक्षक प्रयोगशाला सहायक एवं कार्यालय कर्मचारी उपस्थित रहे.

Wednesday 9 March 2022

व्यक्तित्व विकास का मंच है एनएसएस: कुलसचिव

वीर बहादुर पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर राष्ट्रीय सेवा योजना परिषद इकाई विशेष शिविर का उद्घाटन कुलसचिव महेन्द्र कुमार ने मां सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पित करके किया । 

मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के  अनुसांगिक संगठन धर्म  जागरण के जिला संयोजक नीरज श्रीवास्तव ने श्रीहरबाला देवी की प्रतिमा बच्चा बच्चा राम है गीत के उद्देश्य को समझाते हुए स्वयं सेवको राष्ट्रहित के प्रति जागरूक किया।  कहा कि स्वयंसेवक राष्ट्र के धरोहर है। 

अध्यक्षता कर रहे कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि स्वयंसेवक एवं सेविकाओं के व्यक्तित्व के विकास का बहुत बड़ा मंच है राष्ट्रीय सेवा योजना। इसमें हर छात्र एवं छात्रा निडर होकर अपनी बात को इस मंच से किसी के सामने रख सकते है । छात्र को हर क्षेत्र जैसे मीडिया,रिपोर्टिंग ,मेडिकल ,खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम ,भोजन बनाना ,भाषण देना बुजुर्गों को सम्मान देना , स्वतंत्रता सेनानी  एंव अच्छे समाज सेवक के जीवन के विचार को सीखना आदि कार्य छात्र जब निडर होकर के लिखना पढ़ना और प्रश्न पूछना की हिम्मत जुटा लेता है तो उसका जीवन सफल हो जाता है।

विशिष्ट अतिथि प्रबंध संकाय के प्रोफेसर आचार्य विक्रम देव शर्मा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी विचारों पर चलकर ही आज की युवा पीढ़ी एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकती है ।

राष्ट्रीय सेवायोजना के स्वयंसेवक रहे उद्देश्य सिंह ने अपने अनुभवों को छात्रों के बीच साझा किया। कार्यक्रम में सेवा योजना के स्वयसेवको द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत एवं सेविकाओं द्वारा संकल्प गीत की प्रस्तुति की गई ।

 कार्यक्रम की रूप रेखा डॉ अमरेंद्र सिंह ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ विनय वर्मा एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रवक्ता बीसीए विभाग डॉक्टर रेखा पाल ने किया। कार्यक्रम अधिकारी के रूप में शशिकांत यादव और जया शुक्ला उपस्थित रहीं। अंत में उत्कृष्ट कार्य स्वयंसेवक आयुष मौर्य और विवेक पांडेय को सम्मानित किया गया । इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और अर्पित श्रीवास्तव,आलोक मौर्य, वर्षा पांडेय,मंगली तिवारी की उपस्थिति रही ।

Thursday 3 March 2022

महिलाएं ठान लें तो सफलता कदम चूमेगी : कुलपति

कौशल कार्य से महिलाएं अपनी अलग पहचान बनाई: राम बहादुर

महिला दिवस पर 60 महिलाओं को कुलपति ने किया सम्मानित

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मंगलवार को फार्मेसी संस्थान में 60 महिलाओं को सम्मानित किया गया। इन महिलाओं को जिला प्रशासन की ओर से इत्र बनाने का प्रशिक्षण लेने के लिए कन्नौज भेजा गया था। विश्वविद्यालय की कुलपति ने सभी महिलाओं को अंगवस्त्रम और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया।

इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस.मौर्य ने कहा कि महिलाएं अगर ठान लें तो असंभव शब्द उनके लिए नहीं है। वह कुछ भी कर सकतीं हैं।

आज आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, खेल हर क्षेत्र महिलाओं की उपलब्धियों से भरा हुआ है। ये दिन इन्हीं उपलब्धियों को सलाम करने का है। इसके अलावा इन दिन का मकसद महिलाओं के अधिकारों को लेकर जागरूकता फैलाना भी है ताकि उन्हें उनका हक मिल सके और वह पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें। 

मुख्य अतिथि पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य प्रबंधक राम बहादुर सरोज ने कहा कि महिलाएं हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। यूं हीं आगे बढ़ते रहें और मंजिल तक पहुंचे।भारत जैसे पुरुष प्रधान देश में भी महिलाओं ने अपने कौशल कार्य से अपनी अलग पहचान बनाई है।

महिला अध्ययन केंद्र प्रभारी डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय स्तर पर महिला अध्ययन केंद्र और मिशन शक्ति ने महिलाओं के जागरूकता के लिए कई कदम उठाए हैं । इसी के चलते महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और जिले के विकास में अपनी भागीदारी निभा रही हैं।

संचालन डॉ सोनम झा  आभार डॉ वनिता सिंह ने व्यक्त किया। इस अवसर पर डॉ पूजा सक्सेना, डॉ रेखा पाल, डॉ अन्नु त्यागी, डॉ झांसी मिश्रा, डॉ प्रियंका, डॉ जया शुक्ला, डॉ करूणा निराला, डॉ विनय वर्मा, डॉ मनोज कुमार पांडेय, डॉ. धीरेंद्र चौधरी इत्यादि मौजूद रहे ।