Monday 27 January 2020

देश में विज्ञान शोध से होगा विश्व का कल्याण


इंस्पायर साइंस कैंप  2020 की हुई शुरुआत 
विश्वविद्यालय के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी हाल में सोमवार को इंस्पायर साइंस कैंप  2020 और विज्ञान, प्रौद्योगिकी और भारत के भविष्य के लिए नवाचार विषयक संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि नई दिल्ली विज्ञान भारती के जयंत सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि आज हमें ज्ञान के सृजन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत अगर विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा तो हमारे देश का ही नहीं पूरे विश्व का कल्याण होगा। उन्होंने कहा कि आधुनिक विज्ञान के क्षेत्र में बेतार उपकरण की खोज जगदीश बसु ने की, आज उसका परिणाम मोबाइल के रूप में दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में व्यक्ति के अंदर प्रतिभा है। वह कुछ भी करने में सक्षम है। इसी प्रतिभा को आगे बढ़ाने का काम इंनस्पायर साइंस कैंप के माध्यम से पूरे देश में हो रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने कहा कि विद्यार्थी अपने ऊपर विश्वास करें, यह विज्ञान की पहली आवश्यकता है। विद्यार्थी में रूचि के खोज की परंपरा पहले भी थी और अब इंस्पायर साइंस कैंप के रूप में अब भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि संसाधन के अभाव में सृजन करने वाला विद्यार्थी ही अच्छा वैज्ञानिक हो सकता है। भारत की संस्कृति हमें परिवार के साथ साथ राष्ट्र सेवा का भी संकल्प कराती हैं।
विशिष्ट अतिथि के रूप में ट्रिपल आईटी इलाहाबाद की प्रोफेसर कृष्णा मिश्रा ने कहा कि बिना किसी प्रतियोगिता के स्कूल कॉलेज के बच्चों को चयनित करने के लिए इंस्पायर साइंस कैंप की शुरुआत की गई है इसके माध्यम से गांव और हाई स्कूल के बच्चों की सोच का पता चलता है। उन्होंने कहा कि ग्रेजुएशन में टॉपर बच्चों को छात्रवृत्ति देने की योजना है प्रतिवर्ष ₹80 हजार का प्रावधान है। इसके बाद रिसर्च में ₹ सात लाख दिए जाते हैंइस पर खेलो से जुड़ने वाले बच्चों की अपने आप में एक पहचान होती है उन्होंने इस कैंप में अधिक से अधिक लड़कियों को जोड़ने की जरूरत बताई। कार्यक्रम में मंचासीन प्रो. पी.पी.माथुर,प्रो. नीरज खरे, डॉ आलोक कुमार गुप्ता को सम्मानित किया गया । कार्यक्रम के निदेशक प्रो बीबी तिवारी ने स्वागत भाषण किया। कार्यक्रम संयोजक डॉ मनीष कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत की. उन्होंने बताया कि  इसमें ११ जनपद के कॉलेज के विद्यार्थी प्रतिभाग कर रहे है.
 इंस्पायर कैंप में आए बच्चों ने बायो टेक्नोलॉजी, एनवायरमेंट साइंस, बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी, अप्लाइड साइकोलॉजी, रज्जू भैया संस्थान, मशरूम लैब  देखा।
संगोष्ठी का संचालन डॉ संतोष कुमार और धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजकुमार ने किया। इस अवसर पर प्रो वंदना राय, प्रो अविनाश पाथर्डीकर  , प्रोफेसर राम नारायण, प्रो राजेश शर्मा, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. ए.के. श्रीवास्तव,प्रो देव राज सिंह, डॉ प्रमोद कुमार यादव, डॉ.नुपुर तिवारी,डॉ मनोज मिश्रा, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सुनील कुमार,  डॉ गिरधर मिश्र, डॉ अमरेंद्र सिंह, डॉ अजीत सिंह, डॉ श्याम कन्हैया समेत तमाम कॉलेजों के शिक्षक उपस्थित रहें। 


Sunday 26 January 2020

विश्वविद्यालय में मना गणतंत्र दिवस


विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया. विश्वविद्यालय के कुलपति एवं अन्य अधिकारियों ने परिसर स्थित महापुरुषों की मूर्तियों पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने सरस्वती सदन पर तिरंगा फहराया।  अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि देश की आजादी तमाम बलिदानों के बाद मिली है आज युवाओं की जिम्मेदारी है कि राष्ट्रवाद के साथ इस देश के विकास में अपना योगदान दें. उन्होंने कहा कि संविधान के प्रति व्यक्ति निष्ठा के साथ काम करे यहीं वास्तविक गणतंत्र है.  विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, वित्त अधिकारी एम के सिंह, परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंह, प्रोफेसर बीबी  तिवारी, प्रोफेसर वंदना राय, प्रोफेसर बीडी शर्मा, डॉ मनोज मिश्रा, डॉ संतोष कुमार  समेत तमाम लोग उपस्थित रहे.

Saturday 25 January 2020

विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर शुरू


पूर्वांचल विश्वविद्यालय  के राष्ट्रीय सेवा योजना विश्वविद्यालय परिसर इकाई फार्मेसी एवं इंजीनियरिंग संस्थान के विशेष शिविर का शनिवार को शुभारंभ हुआ. उद्घाटन शिविर की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष जन संचार डॉ मनोज मिश्रा ने कहा कि आज सेवा प्रदर्शन की वस्तु हो गई है जबकि सेवा में किसी भी प्रकार का दिखावा नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना व्यक्तित्व निर्माण की कार्यशाला है जिसमें स्वयंसेवकों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। मुख्य अतिथि  समाजसेवी एवं प्रधान लाल चंद उर्फ लाले ने  कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना व्यक्ति में समाज के प्रति सजग रहने की सीख देता है। विशिष्ट  अतिथि डॉ संजय श्रीवास्तव ने कहा कि स्वयं के विकास के साथ-साथ समाज का भी विकास  किया जाना चाहिए।  संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ विनय वर्मा और धन्यवाद ज्ञापन डॉ कमलेश पाल ने किया। इस अवसर पर संस्थान के शिक्षक डॉ धर्मेंद्र सिंह,डॉक्टर सौरभ पाल,डॉ प्रवीण सिंह,दीपक सिंह,शिक्षिका डॉक्टर झांसी मिश्रा एवं स्वयंसेवक सत्यार्थ प्रकाश ,मृत्युंजय रिछारिया ,गौरव शुक्ला ,पारस ,नीरज ,अजय, प्रीति ,गरिमा ,आनंद कुमार वर्मा, ज्ञानेंद्र उपाध्याय उपस्थित थे।

Thursday 23 January 2020

पढ़ें जौनपुरः छात्रों के साथ जब शिक्षक और कर्मचारी भी एक साथ पढ़ने बैठे


पीयू में हुआ  'पढ़ें जौनपुर' कार्यक्रम का आयोजन

घड़ी की सूइयां जैसे ही 11 बजने को हुईं तो छात्रों के साथ शिक्षक और कर्मचारी अपने-अपने विभाग में पढ़ने बैठ गए। पहली बार कुछ ऐसा हुआ वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालयय में। पूर्वांह्न 11 बजे से 11 बजकर 45 मिनट तक सभी पढ़ने बैठे। यह पहल हुई राज्यपाल और कुलाधिपति श्रीमती आनंदी बेन पटेल के निर्देश पर।
दरअसल, स्मार्टफोन के इस जमाने में लोग किताबों से दूर होते जा रहे हैं। ऐसे में लोगों में किताबें पढ़ने की रुचि विकसित करने के लिए कुलाधिपति ने यह पहल शुरू की है। कुलाधिपति के निर्देश पर विश्वविद्यालय के  सभी विभागों में 'पढ़ें जौनपुर' कार्यक्रम का आयोजन हुआ।  विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो  दिन पहले ही इसके लिए तैयारियां दुरुस्त कर लीं थीं। सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को इस बाबत निर्देश जारी कर दिए गए थे।दिन में 11 बजे विश्वविद्यालय के संकाय भवन, रज्जू भैया संस्थान, फार्मेसी एवं अभियांत्रिकी संकाय के विभिन्न विभागों में तथा   विवेकानंद केंद्रीय  पुस्लातकालय में विद्यार्थियों ने अपने मन पसंद की किताबें पढ़ी.  एक साथ छात्र, शिक्षक और कर्मचारी पढ़ने बैठे।  
कुलाधिपति ने  हर महीने 'पढ़ें जौनपुर' कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया है। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय परिसर  सहित सभी संबद्ध कॉलेजों में हर महीने होना है। जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने इसे एक शानदार पहल बताते हुए  सप्ताह में एक दिन अपने विभाग  के पठन -पाठन  समय सारणी में रखने का  निर्णय लिया है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल ने परिसर के विभिन्न विभागों में दौरा कर  किताबें पढने का अवलोकन किया।  बताया कि जनपद के  प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षण संस्थाओं में पढ़े जौनपुर कार्यक्रम  का आयोजन हुआ है. नोडल अधिकारी प्रो अविनाश पाथर्डीकर ने कहा कि आज के समय इन्टरनेट पर विद्यार्थी अधिक समय व्यतीत कर रहे है. किताबों में  विषय का विस्तृत ज्ञान होता है.  निश्चित तौर पर विद्यार्थियों में किताबों को पढने की रूचि बढ़ेगी और सम्पूर्ण ज्ञान मिलेगा।  

Wednesday 22 January 2020

11- 12 फ़रवरी को परिसर में लगेगा जॉब फेयर

विद्यार्थियों को रोजगार मुहैया कराने के लिए लगेगा जॉब फेयर

पूर्वांचल विश्वविद्यालय के परिसर सहित महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को मिलेगा मौका’

विश्वविद्यालय का केंद्रीय ट्रेंनिंग एवं प्लेसमेंट सेल 11-12 फरवरी को परिसर में विशाल जॉब फेयर का आयोजन कर रहा है। इसमें 25 से अधिक कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा विद्यार्थियों को जॉब ऑफर किया जायेगा. विश्वविद्यालय से आज़मगढ़, मऊ, गाजीपुर और जौनपुर जनपद के सम्बद्ध महाविद्यालय के विद्यार्थि भी इसमें शामिल हो सकते है.
जॉब फेयर के लिए आयोजित बैठक में ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल की निदेशक प्रो. रंजना प्रकाश ने कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को अध्ययन के बाद रोजगार मिले इसके लिए निरंतर प्रयास किया जाता रहा है. दो दिवसीय जॉब फेयर में बड़े स्तर में विद्यार्थीं कंपनियों में चयनित हो इसके लिए तैयारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि स्नातक और परास्नातक अंतिम वर्ष के सभी विषयों के विद्यार्थी के साथ ही 2 वर्ष पूर्व स्नातक और परस्नातक की डिग्री प्राप्त विद्यार्थी इसमें शामिल हो सकते है.
अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो अजय द्विवेदी ने कहा कि महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए यह सुनहरा मौका है. जीवन में एक पास अवसर मिलने के बाद आत्मविश्वास बढता है. उन्होंने महाविद्यालय के प्राचार्यों और प्रबंधकों से अपील की कि स्नातक और परास्नातक अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को जॉब फेयर के लिए तैयार करें.
जॉब फेयर के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण सुविधा उपलब्ध है. इसके साथ ही ऑफ लाइन आवेदन भी कर सकते है.
बैठक में प्रो बी बी तिवारी, प्रो ए के श्रीवास्तव, प्रो बी डी शर्मा, प्रो राजेश शर्मा,  प्रो देव राज सिंह, डॉ संजीव गंगवार,डॉ संतोष कुमार, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, श्याम त्रिपाठी समेत अन्य उपस्थित रहे. 

Sunday 12 January 2020

पीयू में मनायी गयी स्वामी विवेकानन्द जयंती



स्वामी जी के विचारों को आत्मसात करें विद्यार्थी-डॉ मनोज 

 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में   स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर रविवार को  राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वामी जी के व्यक्तित्व एवं विचारों पर केन्द्रित   संवाद विद्यार्थियों से स्थापित  किया गया।
आयोजित संवाद  में बतौर मुख्य अतिथि अनुप्रयुक्त सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी संकाय के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि स्वामी जी ने सबसे पहले विश्व बंधुत्व, हिन्दू धर्म की विराटता    तथा भारतीय संकृति के विराट सार्वभौमिक  स्वरुप   से   सम्पूर्ण विश्व को परिचित कराया।  उन्होंने कहा कि स्वामी जी के  विचार  विश्व में स्थाई शांति  की  दिशा में सार्थक प्रयास साबित हो सकते हैं। उनके विचारों को आत्मसात करने वाला कोई भी व्यक्ति  कभी भी अनैतिक और राष्ट्रविरोधी कृत्य नही कर सकता। आज   विद्यार्थियों को स्वामी जी विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है।  उन्होंने  कहा कि विवेकानन्द जी का सम्पूर्ण व्यक्तित्व युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने विद्यार्थियों से स्वामी जी के विचार को साझा करते हुए कहा कि जब तक जीना है तब तक सीखते जाना है,यही अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है।
इस अवसर पर एनएसएस के कार्यक्रम  अधिकारी डॉ० विनय वर्मा ने कहा कि   स्वामी  विवेकानंद जी के विचार हम सभी   स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाओं के लिए आधार  वाक्य  है। उन्होंने उपस्थित स्वयंसेवकों से कहा कि स्वामी  जी ने कहा था   कि जो लोग तुम पर भरोसा करते हैं उन्हें कभी भी धोखा न दो। .
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ  आलोक  दास, डॉ सुधीर उपाध्याय, जया शुक्ला ,प्रीती शर्मा, सत्यम उपाध्याय सहित विद्यार्थी उपस्थित रहे। सञ्चालन शील निधि सिंह ने  एवं धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्ष डॉ रजनीश भास्कर   द्वारा किया गया। 

Saturday 11 January 2020

मनोविज्ञान विषय में कैरियर के अवसर: भविष्य की चुनौतियां एवं समाधान विषय पर हुआ व्याख्यान



जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय  के  व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग में शनिवार को मनोविज्ञान विषय में कैरियर के अवसर: भविष्य की चुनौतियां एवं समाधान विषयक  व्याख्यान का आयोजन किया गया। विभाग के पूर्व छात्र एवं  नवोदय विद्यालय, सीतापुर, लखनऊ में मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता के पद पर कार्यरत अजय कुमार गौतम ने छात्रों को वर्तमान परिपेक्ष्य  में मनोविज्ञान विषय में कैरियर के अवसर: भविष्य की चुनौतियां एवं समाधान विषय पर  व्याख्यान दिया। उन्होंने वर्तमान में समाज में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं एवं इसके समाधान में मनोवैज्ञानिक परामर्श की भूमिका के बारे में विस्तार से छात्रों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि  सामुदायिक स्तर पर इस सेवा के संचालन से काफी हद तक मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं पर  नियंत्रण पाया जा सकता है।  इस संबंध में उन्होंने अपने व्यवसायिक जीवन के अनुभवों से भी विद्यर्थियों  को अवगत कराया। उन्होंने  छात्र-छात्राओं को मनोविज्ञान में कैरियर के विभिन्न अवसरों जैसे चिकित्सालय, विद्यालय, खेलकूद एवं शिक्षा आयोग द्वारा परामर्शदाता के रूप में आने वाले रोजगार के अवसरों से परिचित कराया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ अजय प्रताप सिंह, डॉ मनोज कुमार पाण्डेय, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव तथा श्री संघ सेन सहित विद्यार्थी उपस्थित रहे। 

निधि सोनकर को स्वर्ण पदक अवार्ड के लिए कुलपति ने दी बधाई


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय  के प्रबंध शास्त्र की शोध  छात्रा निधि सोनकर को अखिल भारतीय वाणिज्य संघ के 72 वे अधिवेशन में प्रतिष्ठित प्रो. समीउद्दीन रिसर्च मेमोरियल स्वर्ण पदक अवार्ड के लिए कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ राजाराम यादव ने बधाई दी। निधि सोनकर को यह अवार्ड उन्हें उनके शोध पत्र रोल ऑफ बिजनेस इनक्यूबेटर इन फैसिलिटेटिंग इंटरपर्सनल स्किल फॉर द डेवलपमेंट ऑफ स्टार्टअप इंडिया प्रोग्राम पर दिया गया। विदित है कि इस सम्मान के साथ प्रशंसा पत्र एवं पांच हज़ार की धनराशि दी जाती है। निधि को यह सम्मान बीते दिनों  भुवनेश्वर  में के.आई. आई. टी. विश्वविद्यालय में आयोजित वार्षिक अधिवेशन के दौरान दिया गया ।   निधि सोनकर ने विश्वविद्यालय में उपलब्ध शोध सुविधाओं के लिए आभार जताते हुए कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ राजाराम यादव को अपना सम्मान पत्र सौंपा। कुलपति प्रोफ़ेसर राजाराम ने इस सफलता के लिए निधि को बधाई दी और उत्कृष्ट शोध पत्र लेखन हेतु उपस्थित विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया।    इस अवसर पर वित्त अधिकारी एमके सिंह , प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. मानस पांडेय, डॉ विजय कुमार सिंह , डॉ आशुतोष सिंह, शोध छात्र रंजीत सिंह, गरीमा आनंद, अंजलि, अलका सिंह, रोहित मेहता आदि उपस्थित रहे।

Friday 10 January 2020

सांस्कृतिक संध्या में सत्यप्रकाश मिश्र की जोरदार प्रस्तुति


मनीष  और ऋचा के कथक ने बांधा समा

ठुमरी और तराने पर बजती रहीं तालियां



 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के राजेंद्र सिंह रज्जू भैय्या संस्थान के आर्यभट सभागार में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शुक्रवार की शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। ठुमरी और तराने ने जहां श्रोताओं के मन में जोश पैदा किया वही कथक नृत्य ने लोगों को झकझोर दिया। साथ ही मनीष शर्मा और ऋचा पांडेय की घूंघरू की खनक ने पूरे सभागार को झकझोर दिया।
समारोह का शुभारंभ प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित सत्य प्रकाश मिश्र ने राग यमन से की।इसके बाद उन्होंने राम रूप अनुरागी अखियां, श्याम बरन मन भरन... बंदिश सुनाई। पिया ले गयो रे मेरा सांवरिया लय और आज जाने की जिद ना करो... गजल सुना कर खूब तालियां बंटोरी। उनके साथ तबले पर लालजी मलिक तानपुरा पर आकर्ष श्रीवास्तव, ढोलक पर गुरु प्रसाद जी और सह गायक करमचंद्र जी थे।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.डॉ राजाराम यादव ने
कैसे करी बरजोरी... जैसे ही सुनाया पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजने लगा। इसके बाद ना मानूंगी पिया प्यारे तोरे कृष्ण की मनाए बिन...  और उनके तराने का आनंद दर्शकों ने उठाया। उनके साथ बंगलुरु से आए प्रोफेसर गोपाल कृष्ण राव ने तबले पर संगत की।
बनारस घराने से आए कथक नृत्यांगना मनीष शर्मा और ऋचा पांडेय‌ ने शिव वंदना पर जोरदार जुगलबंदी की।
इसी क्रम में दोनों ने राधा- कृष्ण के प्रेम का वर्णन करते हुए जोरदार नृत्य की प्रस्तुति की। मनीष और ऋचा के घूंघरू के सवाल का जवाब तबले से विनोद मिश्र दे रहे थे। इस जोरदार प्रस्तुति से पूरा हाल तालियों से गूंज उठा। कथक में हारमोनियम पर गौरव मिश्र, तबले पर विनोद मिश्र, बांसुरी पर ऋषभ राज और सारंगी पर अंकित मिश्र ने संगत की। सभी कलाकारों को कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव, प्रो.भीम सिंह और प्रो.बी.बी. तिवारी ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। समारोह कासंचालन डॉ मनोज मिश्र ने किया।   

अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में इंजीनियरिंग के नव प्रवृत्तियों पर हुई चर्चा







दो दिवसीय सम्मलेन का विश्वविद्यालय में हुआ आयोजन
जौनपुर।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के  प्रोफेसर राजेंद्र सिंह भौतिकी विज्ञान संस्थान के आर्यभट सभागार  दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत हुई.सम्मेलन में इलेक्ट्रिकलइलेक्ट्रॉनिक्स एवं कंप्यूटर विज्ञान इंजीनियरिंग के नव प्रवृत्तियों पर विद्वानों ने  गंभीर चर्चा की. यह सम्मेलन पीईएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग मांड्या कर्नाटकाआईएफईआरपी  चेन्नई एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है।
उद्घाटन सत्र के बतौर मुख्य अतिथि भारत संचार निगम लिमिटेड के पूर्व सीएमडी आरके उपाध्याय ने कहा कि इन्टरनेट तकनीकी से व्यवसाय और कारपोरेट सेक्टर से तेजी से बदलाव हुआ है. आज हम उस दौर से गुजर रहे है जिसमें तकनीकी तेजी से परिवर्तित हो रही है, डेटा क्रांति का दौर है. आज स्मार्ट फ़ोन का प्रचलन बढ़ रहा है और इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है. इससे शिक्षा, मेडिकल तथा व्यापर के क्षेत्र में ढक्षता और बढ़ोत्तरी होने के साथ जीवन स्तर में सुधार हुआ है.
बतौर विशिष्ठ  अतिथि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के कुलपति  प्रोफेसर पीयूष रंजन अग्रवाल ने कहा कि आज तकनीकी ने आम आदमी को लाभान्वित किया है. उन्होंने देश में हुई हरित और श्वेत क्रांति पर चर्चा करते हुए आज के समय की सूचना क्रांति पर अपने विचार व्यक्त किये. सत्र में ई व्यापार स्थिरता पर अपना व्याख्यान दिया. उन्होंने कहा कि सूचना तकनीकी से स्थानीय व्यापार को ग्लोबल बना दिया है. आज के समय स्थानीय उत्पाद ऑनलाइन बिक रहे है इसमें और भी विस्तार होगा.
इसी क्रम में एसपीए एस पी आई यू लखनऊ के अनिल कुमार ने कहा कि यह सम्मलेन विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग के विविध आयामों से परिचिर करायेगा. उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे प्रयासों कि सराहना की.
बतौर विशिष्ठ  अतिथि पीईएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग मांड्या कर्नाटका के प्रो राधा कृष्णन राव ने कहा कि इलेक्ट्रिकलइलेक्ट्रॉनिक्स एवं कंप्यूटर विज्ञान इंजीनियरिंग के क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है पूर्वांचल में इस विषय पर हुई चर्चा का दूरगामी परिणाम होगा.
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय मनुष्य बनाता है,  मनुष्य विज्ञान बनाता है, विज्ञान इंजिनियर बनाता है, विज्ञान इंजिनियर बनाता है, इंजिनियर तकनीकी का विकास करते है जिससे सामाजिक परिवर्तन होता है. उन्होंने कहा कि देश के प्रतिष्ठित संस्थानों से शिक्षा ग्रहण करने के बाद इंजिनीयर देश के बाहर नौकरी करने चले जाते है उन्हें देश के लिए भी सोचना चाहिए.
सम्मेलन के चेयरमैन  प्रोफेसर बीबी तिवारी ने संगोष्ठी के विषय पर प्रकाश डाला. डीन प्रो ए के श्रीवास्तव ने संस्थान की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला. डॉ संदीप सिंह, डॉ राजकुमार सोनी एवं डॉ संतोष कुमार अतिथियों संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया. अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में स्मारिका का विमोचन अतिथियों ने किया. कार्यक्रम का संचालन डॉ रजनीश भास्कर ने किया. धन्यवाद् ज्ञापन डॉ रवि प्रकाश सिंह ने किया.
इस अवसर कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, वित्त अधिकारी एम के सिंह, परीक्षा नियंत्रक बी एन सिंह, प्रो हरि प्रकाश, प्रो रंजना प्रकाश, प्रोफेसर एल एन हाजरा, कमला सिंह,  प्रोफेसर गोपाल हेगड़ेप्रोफेसर श्री निवास,  प्रोफेसर जी सी नंदीप्रोफेसर जगदीश राय, प्रोफेसर पीसी श्रीकांत, डॉ एम एल अनिथा समेत तमाम लोग उपस्थित रहें.
सम्मलेन में हुए विशेष व्याख्यान
जौनपुर. सम्मलेन में प्लेनरी टॉक में कोलकाता विश्वविद्यालय के प्रो एल एन हाजरा ने बाइनरी ऑप्टिक्स पर अपना व्याख्यान दिया. भारतीय विज्ञान संस्थान बंगलोर के प्रो टी श्रीनिवास ने मल्टीप्लेक्सिंग तकनीकी एवं ऑप्टिकल संचार पर अपना व्याख्यान दिया. आईआईआईटी के प्रो मनीष कुमार मोबाइल संचार , प्रो नितेश पुरोहित ने वायरलेस संचार, मलनाड इंजिनीयरिंग कॉलेज कर्नाटक के प्रो पीसी श्रीकांत ने फोटोनिक्स सेंसर, भारतीय विज्ञान संस्थान बंगलोर के प्रो गोपाल कृष्ण हेगड़े ने ऑप्टिकल इमेजिंग तकनीक और प्रो अजय शंकर के विशेष व्याख्यान हुए.  

Saturday 4 January 2020

डिजिटल मीडिया की ताकत समझ रहा है समाज - डॉ० राघवेन्द्र मिश्र


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में शनिवार  को  पत्रकारिता का नया दौर: वेब पत्रकारिता विषयक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया. इंदिरा गाँधी जनजातीय केंद्रीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक मध्यप्रदेश के जनसंचार विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ० राघवेन्द्र मिश्र ने कहा कि आज के दौर में वेब पत्रकारिता सृजनात्मकता की मांग करती है. वेब मीडिया से क्षेत्रीय खबरें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुँच रही है. प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संस्थानों ने वेब के माध्यम से अपने पाठकों की संख्या में वृद्धि की है. इसके साथ ही पाठकों की मांग को पूरा किया है.  उन्होंने कहा कि डिजिटल मीडिया की ताकत समाज और राजनीति के क्षेत्र में आज  देखी जा रही है. इसका सटीक उदाहरण हाल में संसद द्वारा पारित नागरिकता अधिनियम है, जिस पर विभिन्न डिजिटल मीडिया मंचों पर लोगों के विचार सामने आ रहे है लोग इसके उद्देश्यों और सकारात्मक पक्ष से भी परिचित होने लगे है.
जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि २०१४ के बाद से डिजिटल मीडिया ने अपना एक नया पाठक वर्ग पैदा किया है जो राजनीतिक और सामाजिक सूचनाओं के लिए अपना भरोसा जताता है. आज नागरिक पत्रकारिता का नया रूप डिजिटल मीडिया की ही देन है. स्वागत डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सुनील कुमार,डॉ अवध बिहारी सिंह,डॉ चन्दन सिंह, पंकज सिंह समेत विद्यार्थी उपस्थित रहें.

Friday 3 January 2020

पत्रकारिता के क्षेत्र में बढ़ी प्रतिस्पर्धा-डॉ विजयेंदु चतुर्वेदी

पत्रकारिता के क्षेत्र में बदलते आयाम विषयक विशेष व्याख्यान का आयोजन
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में शुक्रवार को पत्रकारिता के क्षेत्र में बदलते आयाम विषयक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया.  राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या के जनसंचार विभाग के डॉ विजयेंदु चतुर्वेदी ने कहा कि सूचना क्रांति के दौर में पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है. प्रतिस्पर्धा बढ़ने ने साथ ही जिम्मेदारियां और जवाबदेही भी बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि अपने देश में जब आम आदमी को कही से न्याय नहीं मिलाता तो वह लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ मीडिया के तरफ उम्मीद भरी नज़रों से देखता है.जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि मन उपजायी एवं अतिरेक ख़बरों का सत्यापन पाठक स्वयं कर रहा है. ऐसे समय में आज पत्रकारिता चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रही है. डिजिटल मीडिया के दौर में पाठक विश्वसनीय खबरों की तलाश करता रहता है.स्वागत डॉ सुनील कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ अवध बिहारी सिंह ने किया. संचालन डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने किया. इस अवसर पर डॉ चन्दन सिंह, पंकज सिंह समेत विद्यार्थी उपस्थित रहें.