Thursday 29 July 2021

विश्वविद्यालय में प्रधानमंत्री के उद्बोधन का सीधा प्रसारण देखा


राष्ट्रीय शिक्षा नीति के एक वर्ष पूर्ण होने पर शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन का सीधा प्रसारण वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में गुरुवार को देखा गया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में नई शिक्षा नीति से शिक्षा जगत में होने वाले परिवर्तनों के विविध आयामों पर विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने शिक्षण संस्थानों से नई पीढ़ी को तैयार करने में मां की भूमिका निभाने के लिए अपील भी की। उन्होंने मातृभाषा में विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान किए जाने की भी चर्चा अपने संबोधन में किया।राष्ट्रीय शिक्षा नीति के एक वर्ष पूर्ण होने पर शिक्षा मंत्रालय द्वारा आठ दिवसीय वेबीनार का आयोजन भी किया गया है।

कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने कहा कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा जो सुझाव दिए गए हैं उन्हें निश्चित अमल में लाया जाएगा।
इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, कुलसचिव महेंद्र कुमार, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, उपकुलसचिव विनीत कुमार, सहायक कुलसचिव दीपक सिंह, बबिता, अमृतलाल, डॉ सुरजीत कुमार, डॉ के एस तोमर, डॉ अमित वत्स, लक्ष्मी मौर्य, अन्य शिक्षक एवं अधिकारी भी मौजूद रहे।

Saturday 24 July 2021

भ्रामक खबरों को बिना सत्यापन के न करें फारवर्ड-डॉ. निमिष

फेक न्यूज़ एवं तथ्य सत्यापन विषयक ऑनलाइन कार्यशाला का हुआ आयोजन।

गूगल न्यूज़ इनिसिएटिव इंडिया ट्रेनिंग नेटवर्क के तहत हुआ आयोजन


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग द्वारा शनिवार को फेक न्यूज़ एवं तथ्य सत्यापन विषयक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया।  विज्ञान फिल्म फेस्टिवल एवं प्रकाशन प्रभाग विज्ञान प्रसार भारत सरकार के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. निमिष कपूर ने प्रतिभागियों को ऑनलाइन तथ्य सत्यापन के तकनीकों से परिचित कराया।    यह कार्यक्रम गूगल न्यूज़ इनिसिएटिव इंडिया ट्रेनिंग नेटवर्क के अंतर्गत किया गया।  उन्होंने कहा कि भ्रामक खबरें लोगों में सूचनाओं की महामारी फैला रहे हैं, इससे बचने के लिए  आपको खुद से खबरों का सत्यापन अधिकृत स्रोतों से  करने की जरूरत है . इसमें रिवर्स इमेज फेक न्यूज़ से सम्बंधित फोटो को सत्यापित करने में काफी सहायक है. कोरोनाकाल में कई दावों में विभिन्न साधनों से कोरोना वायरस को मारने के दावे किए गए पर वास्तविकता में वायरस मारा नहीं जा सकता। ऐसी कई खबरें लगातार कोरोना काल में प्रसारित हुईं. ऐसी अन्य भ्रामक सूचनाओं को बिना सत्यापन के फॉरवर्ड नहीं करना चाहिए .  इमेज या टेक्स्ट फॉर्म कीन्यूज़ हम गूगल या अन्य स्रोतों  के माध्यमसे सत्यापित कर सकते हैं . उन्होंने बताया कि अभी ध्वनि को सत्यापित करने का तरीका नहीं है  लेकिन फिर भी गूगल रिवर्स इमेज और टेक्स्ट सर्च जैसी तकनीकों से काफी हद तक भ्रामक या गलत जानकारियों का सत्यापन किया जा सकता है। येनडेक्स,रैव आई इमेज सर्च जैसे सर्च इंजिन के माध्यम से भी फ़ोटो को सत्यापितकिया जा सकता है। वीडियोज़ से भी स्टिल इमेज अलग कर उनका सत्यापन किया जा सकता है।इसके अलावा यूट्यूब, डाटा व्यूवर, इनविड जैसे सॉफ्टवेयर के माध्यम से भी फेक वीडियो का सत्यापन किया जा सकता है। उन्होंने वर्तमान समय  मे फैल रही भ्रामक सूचनाओं को सत्यापित करने के लिए कई वेबसाइट के बारे में बताया और साथ ही उन्होंने इन साफ्ट 
वेयर्स का प्रयोग कैसे किया जाता है इसकी प्रायोगिक जानकारी भी दी। डॉ कपूर  ने प्रतिभागियों को  बताया की फ़ेक  न्यूज़ का सच पता करने के लिए ऑनलाइन रोज़गार परक कोर्स किए जा सकते हैं. वर्तमान समय में न्यूज़ फ़ैक्ट की परख  के लिए फ़ैक्ट चेकर्स को मीडिया संस्थानों में अवसर उपलब्ध है .  उन्होंने मीडिया के विद्यार्थियों  से कहा कि फ़ेक न्यूज़ की सच्चाई लाने यूट्यूब पर अपना चैनल बनाना चाहिए.इससे तथ्य सत्यापित  खबरें  लोंगो तक पहुंचेगी. यह हम सभी की  समाज के प्रति नैतिक  ज़िम्मेदारी है। विषय प्रवर्तन एवं स्वागत  विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र द्वारा किया गया. तकनीकी सहयोग तथा  संचालन शोधार्थी  मनोज भट्ट ने  किया। इस अवसर पर प्रो मानस पाण्डेय, डॉ अवधबिहारी सिंह, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर,डॉ सुनील कुमार, डॉ चंदन सिंह समेत विभाग के समस्त  शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे .

Wednesday 7 July 2021

डिजिटल स्टैम्प से पकड़े जा रहे है अपराधी – प्रो त्रिवेणी सिंह


155260 पर ऑनलाइन फ्रॉड की तुरंत करें शिकायत


अमित दुबे ने साइबर अपराध से बचने के बताएं तरीके

 

साइबर अपराध: सुरक्षा के उपाय विषयक राष्ट्रीय वेबिनार का हुआ आयोजन

 

पूविवि के जनसंचार विभाग द्वारा किया गया आयोजन

 

वेबिनार में 24 राज्यों के  प्रतिभागी पंजीकृत हुए

 


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग एवं रूट
64 फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में साइबर अपराध: सुरक्षा के उपाय विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया.

वेबिनार के मुख्य अतिथि प्रख्यात साइबर विशेषज्ञ एवं उत्तर प्रदेश साइबर क्राइम के  पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह ने कहा कि आज के समय में साइबर अपराधी तकनीकी का प्रयोग कर लोगों को ब्लैकमेल कर रहे है. आर्थिक, शारीरिक और मानसिक  शोषण कर रहे है. साइबर अपराध से ग्रसित लोगों की सुरक्षा के साथ साथ हम उनकी काउंसिलिंग कर चेहरे पर मुस्कान ला रहे है.

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीते 16 महीनों में 50 हजार साइबर अपराध दर्ज हुए है, प्रतिदिन नए तरह के अपराध सामने आ रहे है. इससे बचने का बस एक उपाय है वह है जागरूकता. जामतारा फिल्म की चर्चा करते हुए कहा कि सबका नंबर आएगा. अगर आप जागरूक है तो साइबर अपराधियों से आसानी से बच सकते है.  उन्होंने कहा कि डिजिटल की दुनिया में कोई चीज डिलीट नहीं होती. आज डिजिटल स्टैम्प से अपराधी पकड़े जा रहे है.

 

अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो.निर्मला एस. मौर्य  ने कहा कि आज साइबर अपराध से कोई वर्ग बचा नहीं है. उन्होंने कहा कि जीवन में किससे कितनी जानकारी शेयर करनी है यह हमें तय करना होगा. साइबर युग में हमें ज्यादा जागरूक रहने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि बच्चियां सोशल मीडिया पर निजी जानकारियां साझा करने से बचें.

 

वक्ता के रूप में देश के जाने-माने साइबर क्राइम अन्वेषण, विशेषज्ञ अमित दुबे  ने बड़े रोचक तरीके से साइबर अपराध और उसके बचाव की तकनीकों को बताया. उन्होंने कहा कि देश के बाहर बैठी शक्तियां सोशल मीडिया और इन्टरनेट के माध्यम से देश और व्यक्तियों की छवि  बिगाड़ने का काम कर रही है.

उन्होंने कहा कि आपके मेल और मोबाइल पर आया एक लिंक आपकी बहुत सारी निजी जानकारियां साइबर अपराधियों के हाथों में पंहुचा सकता है. उन्होंने कहा कि आज के समय सोशल मीडिया, ईमेल और व्हाटएप हैक हो रहे है इसके लिए सुरक्षा के तरीके बताये. 9 साल के एक बच्चे की कहानी बताई जिसने अपने परिवार के सारे मोबाइल हैक कर रखे थे. उन्होंने साइबर अपराध से बचने के तमाम उपाय बताये.

 

सञ्चालन शशांक द्वारा किया गया एवं विषय  प्रवर्तन एवं स्वागत कार्यक्रम संयोजक डॉ मनोज मिश्र एवं धन्यवाद् ज्ञापन आयोजन सचिव डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने किया. वेबिनार में प्रो मानस पाण्डेय, प्रो अविनाश पाथरडीकर, डॉ प्रमोद यादव, डॉ वंदना दुबे, चन्द्र प्रभा खन्ना, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ. अवध बिहारी सिंह, डॉ सुनील कुमार, डॉ चन्दन सिंह, डॉ कमलेश मौर्य, डॉ रश्मि गौतम, डॉ जीतेन्द्र डबराल समेत देश के 24 राज्यों से शिक्षक, विद्यार्थी, शोधार्थी एवं पत्रकार शामिल हुए. 

Sunday 4 July 2021

मानव जीवन पर्यावरण संरक्षण से ही संभव: कुलपति

धरती पर ऑक्सीजन का एकमात्र स्रोत है वृक्ष: कुलसचिव
विश्वविद्यालय के सभी जनपदों में 59246 पौधे रोपे गये

शासन के निर्देश पर राष्ट्रीय योजना रोवर्स -रेंजर्स, खेलकूद परिषद एवं उद्यान विभाग के सहयोग से वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर में आज वृहद पौधारोपण अभियान  के तहत कुलपति प्रो.निर्मला एस. मौर्य ने विश्वविद्यालय परिसर में पीपल के पौधरोपण से आभियान की शुरुआत की। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा विश्वविद्यालय को आवंटित लक्ष्य 69720 के सापेक्ष रविवार को चारों जनपदों में कुल 59246 पौधे रोपित किए गए जिसमे 9451 पीपल के पौधे भी सम्मिलित है।  कार्यक्रम  की मुख्य अतिथि  कुलपति प्रो.निर्मला एस. मौर्य  ने कहा कि भारत की सनातन परंपरा में मंगलाचरण में सबसे पहले प्रकृति  और पर्यावरण की ही आराधना और शांति की कामना की गयी है तथा हमारे ऋषि-मुनियों ने ब्रह्मांड में, वायु, औषधियों और वनस्पतियों के शांति की कामना इसीलिए की हैं कि इनके अस्तित्व से ही इंसान का जीवन सुरक्षित है। पर्यावरण को शुद्ध व संरक्षित रखने से मनुष्य और प्राणियों का जीवन भी सुरक्षित रहेगा। कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण अहम पहलू है, क्योंकि जीवनदायनी ऑक्सीजन का एकमात्र स्रोत वृक्ष ही हैं। मानव जीवन वृक्षों पर ही निर्भर है। अगर वृक्ष नहीं रहेंगे तो धरती पर जीवन संकट में पड़ जाएगा। एनएसएस समन्यवक डॉ. राकेश कुमार यादव ने कहा कि किसी भी राष्ट्र, समाज व संस्कृति की सम्पन्नता केवल वहाँ के निवासियों की भौतिक समृद्धि में निहित नहीं होती है बल्कि वहां की जैव विविधता पर भी निर्भर होती है। हमारी संस्कृति, रीति-रिवाज, धर्म, तीज-त्योहार सब प्रकृति पोषित हैं।संयोजक रोवर्स- रेंजर्स डॉ0 जगदेव ने कहा कि वृक्ष हमारे असली मित्र हैं।खेल-कूद सचिव डॉ० आलोक कुमार सिंह ने कहा कि यदि पर्यावरण हरा -भरा रहेगा तभी मानव जीवन सुरक्षित रहेगा।
वृहद् पौधरोपण के अवसर पर परीक्षा नियन्त्रक वी.एन.सिंह व सहायक कुलसचिव अमृत लाल, अजीत प्रताप सिंह, बबिता सिंह, दीपक कुमार सिंह, खेलकूद परिषद के सचिव डॉ0 आलोक कुमार सिंह, डॉ0 विजय प्रताप तिवारी, डॉ0 राहुल सिंह, डॉ0 राजेश सिंह, डॉ0 राकेश कुमार यादव, डॉ0 जगदेव, संयोजक रोवर्स- रेंजर्स, अशोक कुमार सिंह, रजनीश कुमार सिंह, डॉ0 राज बहादुर यादव, डॉ0 विनय कुमार वर्मा, डॉ0 अंसार खान, डॉ0 शशिकांत यादव, डॉ0 संदीप कुमार यादव, शारदानंद उपाध्याय, कयामुद्दीन खान, सर्वेश कुमार यादव, सुशील प्रजापति, अल्का सिंह चौहान, अरूण कुमार सिंह, सतेन्द्र कुमार सिंह एवं परिसर के छोटे बच्चों तथा अन्य द्वारा पौधरोपण कर  कार्यक्रम को सफल बनाया।