Tuesday 27 February 2018

पूविवि में खिलाड़ी सम्मान समारोह में सम्मानित हुए खिलाड़ी

खिलाड़ियों ने विश्वविद्यालय का बढ़ाया मान-प्रो तभाने

विश्वविद्यालय के  सत्र 2016-17 में पूर्वी जोन की प्रतियोगिताओं में स्थान प्राप्त  खिलाड़ियों को आज खिलाड़ी सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया। यह सम्मान समारोह विश्वविद्यालय के अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में खेलकूद परिषद द्वारा आयोजित किया गया। पूर्वी जोन अंतर विश्वविद्यालयीय प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ स्थान पाने वाले खिलाड़ियों के साथ ही ऑल इंडिया वेट लिफ्टिंग प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी इसमें सम्मानित हुए। सम्मान समारोह में वॉलीबॉल महिला, हैंडबाल पुरुष -महिला, कबड्डी पुरुष -महिला, टेनिस महिला, बैडमिंटन महिला, बास्केटबॉल महिला एवं खो-खो महिला टीम के 121 खिलाड़ी, कोच एवं प्रबंधक भी  सम्मानित हुए। राष्ट्रीय स्तर पर स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों का सम्मान राजभवन लखनऊ में  हो चुका है। खिलाड़ियों को अतिथियों द्वारा ब्लेजर, पैंट शर्ट का कपड़ा, बैच, बेल्ट आदि दिया गया। साथ ही स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को धनराशि भी चेक द्वारा दी गई।
सम्मान समारोह में विश्वविद्यालय के कार्य परिषद के सदस्य एवं विज्ञान संस्थान मुंबई के पूर्व निदेशक प्रख्यात भौतिक विज्ञानी प्रोफेसर विलास ए तभाने ने  कहा कि इस विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत के बल पर विश्वविद्यालय का मान बढ़ाया है। खिलाड़ी सदैव टीम भावना के साथ खेलते हैं इनसे अन्य को प्रेरणा लेनी चाहिए।
कार्यक्रम  के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल ने सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय खिलाड़ियों को अपने स्तर पर बेहतरीन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत रहेगा।
वित्त अधिकारी एमके सिंह ने कहा कि जीवन में सदैव राष्ट्रभावना को ध्यान में रखकर कार्य करना चाहिए जो व्यक्ति अपने मन में देश प्रेम और समर्पण की भावना रखता है वह सदैव सफल होता है।
अध्यक्षीय संबोधन में खेल कूद परिषद के अध्यक्ष  डॉ सत्येंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि आज का यह सम्मान समारोह विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों को ऊर्जा प्रदान करेगा और आने वाले समय में और बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक संजीव सिंह, खेल सचिव शेखर सिंह, डॉ के एस तोमर मंचासीन रहे।
कार्यक्रम में डॉ रामाश्रय शर्मा, देवेंद्र सिंह, जितेंद्र बहादुर सिंह, डॉ विजय सिंह, डॉ मनोज मिश्र, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ राजेश सिंह, संजय श्रीवास्तव, एम एम भट्ट, रजनीश सिंह, ऋषि सिंह, अरुण सिंह समेत तमाम लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अशोक सिंह ने किया।

Monday 26 February 2018

आमजन को मिले विज्ञान के प्रयोग का लाभः प्रो. हाजरा



दो दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का हुआ उद्घाटन


विश्वविद्यालय के विश्वेश्वरैया हाल में सोमवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह  की शुरुआत हुई। उद्घाटन सत्र में वैज्ञानिक मुद्दे एवं देश का विकास विषय पर व्याखायानमाला का आयोजन हुआ। भारत सरकार के तकनीक शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन कार्यक्रम (टेकिप-3) के अन्तर्गत यह समारोह आयोजित हुआ।
उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि कलकत्ता विश्वविद्यालय के आप्टिक्स एव फोटोनिक्स के प्रो. लक्ष्मीनारायन हाजरा ने कहा कि विज्ञान में जो प्रयोग हुए हैं उसका उपयोग आमजन अपने जीवनशैली में करें। विज्ञान और तकनीक ने आधुनिक और पिछड़े वर्ग के बीच की दूरी को कम किया है। देश के नागरिकों के बीच वैज्ञानक दृष्टिकोण पैदा किए बिना इस दिवस को मनाने का कोई मतलब नहीं। उन्होंने वैज्ञानिक सीवी रमन के जीवन और उस समय के वातावरण की चर्चा कर कहा कि अब हम ज्यादा सम्पन्न है हमे अपने वैज्ञानिक रिसर्च में और भी तेजी लाने की जरूरत है।     
विशिष्ट अतिथि ओएनजीसी के पूर्व जीएम डा. पी. के मिश्र ने रूस और जर्मनी का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के रिर्सच का लाभ आम नागरिकों को मिलता क्योंकि वह उनकी मातृभाषा में होते हैं। भारत में इसके विपरीत अंग्रेजी की प्रमुखता होती है जिससे आमजन कोई सरोकार नहीं रखता। पुण विश्वविद्यालय के प्रो. वी. ए,. तभाने ने कहा कि ज्ञान, लगन और जज्बे के बल पर छोटा से छोटा व्यक्ति भी बड़ा कार्य करने में सफल हो सकता है। उन्होंने कहा कि विज्ञान के छात्रों में अवलोकन करने की अच्छी क्षमता होनी चाहिए तभी वह समाज और देश के विकास में सार्थक हो सकता है। अध्यक्षीय उद्बोधन में टेकिप के समन्वयक प्रो. बी.बी तिवारी ने कहा आधुनिक तकनीक ने विज्ञान की खोज और गति को काफी तेज कर दिया है। उन्होने सीवी रमन के लाइट इफेक्ट पर विस्तार से चर्चा की। इंजीनियरिंग  के डीन प्रो. ए. के. श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम सहसयोजक डा. राजकुमार ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन डा. संतोष कुमार और धन्यवाद ज्ञापन डा. रजनीश भास्कर ने किया। इस अवसर पर सोविनियर का विमोचन किया गया। इस अवसर पर प्रो. वंदना राय, डा. प्रदीप कुमार,डा. मनोज मिश्र, डा. दिग्विजय सिहं राठौर, डा. संजीव गंगवार, डा. सुनील कुमार,डा अमरेंद्र सिंह, डा. राजीव कुमार, प्रवीण सिंह, डा. अवध बिहारी सिहं डा. रुश्दा आजमी, यू.आर प्रजापति, डा. विवेक पांडेय, डा. नृपेंद्र सिंह, डा. जे.पी. लाल. प्रीति शर्मा, वर्तिका सरकारी, जया शुक्ला, शैलेश प्रजाप्रति, सत्यम उपाध्याय समेत विद्यार्थी मौजूद रहे।

रंगोली, पोस्टर, साइंस क्विज और एक्सटेम्पोर के माध्यम बच्चों ने दिए संदेश

जौनपुर। उमानाथ सिहं इंजीनियरिंग एवं टेक्नालाजी संस्थान में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इसमें 22 ग्रुपों ने प्रतिभाग किया, इसका विषय महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, डिजीटाइलजेशन और इवैलूएशन के माध्यम से वैज्ञानिक दृष्टिकोण को दर्शाया। पोस्टर मेकिंग में 25 ग्रुपों ने प्रतिभाग किया। इसका विषय क्लीन इंडिया, ग्रीन इंडिया, सालिड वेस्ट मैनेजमेंट, मिसाइल मैन, ईबेस्ट, रोबोटिक इन नेशन विल्डिंग पर पोस्टर बनाकर विज्ञान के प्रति जागरूकता को दर्शाया। एक्सटेम्पोर में नौ विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।विज्ञानं प्रश्नोत्तरी में  61 ग्रुपों ने भाग लिया।    

बापू बाजार में बच्चों को मिला होली का उपहार

जौनपुर। राम किशुन सिंह महाविद्यालय सिद्दीकपुर  समीप पंचायत भवन में महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक सेविकाओं द्वारा विश्वविद्यालय द्वारा संचालित योजना अंतर्गत बापू बाज़ार लगाया गया।
बापू बाजार में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर मनोज मिश्र ने कहा कि बापू बाजार के माध्यम से ग्रामीणों की सच्ची सम्मान सहित सहायता की जा रही है। इस बाजार की श्रृंखला को अनवरत जारी रखना होगा। जो विद्यार्थी  पठन पाठन के साथ  सामाजिक सेवा के कार्यों में जुड़े रहते हैं उनके व्यक्तित्व का विकास  अलग तरीके से होता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ राजा राम यादव ने सभी महाविद्यालयों से बापू बाजार के माध्यम से समाज की सेवा करने की अपेक्षा की है। 
बतौर विशिष्ट अतिथि डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने बापू बाज़ार के विविध आयामों पर अपनी बात रखी। अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रबंधक शिव कुमार सिंह  ने किया। अतिथियों का स्वागत बापू बाज़ार के संयोजक कार्यक्रम अधिकारी सिद्धार्थ शंकर सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य डॉ अनिल उपाध्याय ने किया। यह बापू बाज़ार विशेषकर ग्रामीण बच्चों के लिए लगाया गया था । बच्चों को कॉपी, पेंसिल, रबड़, टॉफी, बिस्कुट आदि स्वयंसेवक सेविकाओं ने होली के उपहार के रूप में भेंट किया। बच्चे  बापू बाजार में  वस्तुओं को पाकर  काफी खुश दिखे. साथ ही कपड़े ग्रामीण महिलाओं को प्रतिकात्मक मूल्य पर उपलब्ध कराए गए।  इस अवसर पर डॉ पुनीत सिंह द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया।

Saturday 24 February 2018

साइंस रिपोर्टर पत्रिका में समाज में वैज्ञानिक जागरूकता के लिए विश्वविद्यालय के योगदान की चर्चा


कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ राजाराम यादव जी के कुशल नेतृत्व में जनसंचार विभाग के अध्यक्ष  डॉ मनोज मिश्र द्वारा जनपद जौनपुर में सर्पदंश की घटनाओं में अन्धविश्वास के चलते होने वाली मृत्यु दर को रोकने के लिए वैज्ञानक जागरूकता के प्रयासों की चर्चा देश  की प्रतिष्ठित विज्ञान पत्रिका साइंस रिपोर्टर के फरवरी 2018 अंक में की गई है। डॉ मिश्र 21-22 दिसंबर 2017 को नई दिल्ली के भारतीय जन संचार संस्थान में आयोजित   17वीं भारतीय विज्ञानं संचार सम्मेलन में  सर्पदंश जागरूकता सम्बंधी शोध पत्र को  प्रस्तुत किया था। 






जीवन में अनुशासित रहने की जरुरत - डॉ पी के मिश्रा


-विश्वविद्यालय में  6  दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन 
- संस्था के विकास के लिए अन्तरवैक्तिक सम्बद्ध महत्वपूर्ण 

विश्वविद्यालय के विश्वेश्वरैया  हाल में चल रहे  को छह दिवसीय “ट्रेनिंग प्रोग्राम आन एकेडमिक लीडरशिप” कार्यक्रम का समापन हुआ. यह कार्यक्रम भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय मिशन शिक्षण और शिक्षक के अंतर्गत हुआ. इसका आयोजन व्यवसाय प्रबंध  विभाग और अलीगढ़ विश्वविद्यालय  के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। 
6 दिवसीय कार्यशाला में 42 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। कार्यशाला  दौरान  आये विषय विशेषज्ञों ने प्रशासनिक गुणवत्ता सुधार के लिए टिप्स दिए। 

समापन सत्र में  ओएनजीसी के पूर्व महाप्रबंधक डॉ पी के मिश्रा ने कहा कि यह कार्यशाला निश्चित तौर पर प्रतिभागियों के नेतृत्व  क्षमता को बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि अच्छे समय में अनुशासित न होने से बुरा समय आ जाता है। जीवन में हमें सदैव अनुशासित रहने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि सभी व्यक्ति के अंदर सुंदरता और बुद्धिमत्ता है लेकिन बहुत सारे अनावश्यक तत्व इसे उभरने नहीं देते है।  
बतौर विशिष्ट अतिथि सेण्टर फॉर अकादमिक लीडरशिप एंड एजुकेशन मैनेजमेंट अलीगढ की सहायक निदेशिका डॉ  फैजा अब्बाशी ने कहा कि हमें नित नए प्रयोग करते रहना चाहिए। स्वयं के विकास के लिए और संस्था के विकास के लिए यह बहुत ही आवश्यक है। शिक्षक सिर्फ एक शिक्षक ही नहीं होता बल्कि वह एकेडमी की लीडर होता है।
बतौर विशिष्ट अतिथि भागलपुर इंदिरा गाँधी मुक्त विश्वविद्यालय की क्षेत्रीय निदेशक साराह नसरीन ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने बड़े रुचिकर तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम हमें अपने कार्यों में ऊर्जा प्रदान करेगा। जिसके भविष्य में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।  
टेकिप के समन्वयक प्रो बीबी तिवारी ने अतिथियों का स्वागत एवं  प्रशिक्षण कार्यक्रम  के संयोजक विभागाध्यक्ष डॉ मुराद अली ने 6 दिनों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। प्रतिभागियों में डॉ नुपूर तिवारी, डॉ अमित वत्स, डॉ अब्दुल हलीम ने भी अपने विचार व्यक्त किये। समापन सत्र में  प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिया गया। 
इसके पूर्व आयोजित सत्र में अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रबंध अध्ययन संकाय के अध्यक्ष प्रो परवेज तालिब ने अंतर्वैयक्तिक संबंधों पर विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्थान के सफलता के  पीछे अन्तरवैतिक संबंधों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। संस्था के सदस्यों के बीच अगर आपसी ताल मेल बढ़िया है तो संस्था अपने उद्देश्यों को शीघ्र पूरा कर लेगी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति अपनी सभी अच्छाइयों और बुराइयों को नहीं जान पाता। व्यक्तिव का विकास बुराई कम अच्छाइयों को अधिक करने से होता है। प्रो तालिब से प्रतिभागियों के मध्य मैनेजमेंट गेम को भी कराया।समापन सत्र में  प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिया गया। 
इस अवसर पर डॉ  एस पी तिवारी, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, परमेन्द्र विक्रम सिंह, डॉ नृपेंद्र सिंह, डॉ सुधीर उपाध्याय, डॉ सुनील कुमार, डॉ अवध बिहारी सिंह,  शैलेश प्रजापति,  समेत तमाम लो मौजूद रहे। 

शिक्षा का उत्थान देशहित में करेः डा. मिश्र
कैरियर में सफल होने के दिए टिप्स
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर फार्मेसी के आर.एन. गुप्ता हाल में शनिवार को विज्ञान दिवस के तहत भारत के सामाजिक और आर्थिक विकास में तेल कंपनियों के योगदान विषय पर ओएनजीसी के पूर्व जीएम डा. पी. के मिश्र का उद्बोधन हुआ। 
डा. मिश्र ने कहा कि ज्ञान में शक्ति होती है, ऐसा कहा जाता है, मगर इंजीनियर और वैज्ञानिक लगातार मेहनत करके किसी रिजल्ट तक पहुंचते हैं तथा देश में उनके नाम से एक खोज जुड़ता है। आज जमाना धन का है अगर हम उस परिप्रेक्ष्य में देखे तो उन लोगों से ज्यादा बिजनेस एक्जक्यूटिव और वित्त विभाग के लोग पाते है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां बच्चा भी जन्म लेने के बाद पालटिशियन हो जाता है। वह अपने माता-पिता की शिकायत अपने दादा-दादी से करता है। उनका मानना है कि एक आइडिया आपके जीवन को बदल सकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उत्थान देशहित में होना चाहिए। उन्होने कहा कि जीवाश्म ईधन हजारों वर्षों में बनते है इसलिए ईधन के अन्य स्रोतों के प्रयोग पर अधिक बल देना चाहिए। साथ ही स्लाइड के माध्यम से तेल की खोज और ड्रिलिंग की प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होंने इंजीनियरिंग के बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि तेल उद्योग में कैरियर की असीम संभावनाएं हैं। इसकी सर्विस कंडीशन भी अच्छी है। उन्होंने कहा कि आज बेरोजगारी दूर करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। टेकिप के समन्वयक प्रो, बीबी तिवारी ने मुख्य अतिथि का परिचय देते हुए कहा कि ओएनजीसी और तेल उद्योग के क्षेत्र में डा. मिश्र के योगदान की सराहना की। इंजीनियरिंग और तकनीक संस्थान के प्रो.ए. के श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण करते हुए कहा मुख्य अतिथि का मार्गदर्शन हमारे विद्यार्थियों के लिए कारगार साबित होगा। समारोह में डा. संतोष कुमार, डा. संजीव गंगवार, डा. वंदना पांडेय, डा. रूश्दा आजमी,शैलेश प्रजापति, डा. सुनील कुमार, डा. अवध बिहारी सिहं, आदि थे।

Friday 23 February 2018

“ट्रेनिंग प्रोग्राम आन एकेडमिक लीडरशिप” --पांचवा दिन

 विश्वविद्यालय  के विश्वेश्वरैया  हाल में शुक्रवार  को छह दिवसीय “ट्रेनिंग प्रोग्राम आन एकेडमिक लीडरशिप” कार्यक्रम के पांचवे  दिन   भागलपुर इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय की क्षेत्रीय निदेशक  डॉ साराह नसरीन  ने प्रशिक्षण दिया । सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों की कार्य पद्धति में उत्कृष्टता लाने हेतु विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की स्थापना की गई हैl कोई भी उच्च शिक्षा संस्थान यदि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की गाइड लाइंस का ठीक से पालन करता है तो वहां का शिक्षण एवं शोध कार्य उच्च स्तरीय होता हैl उन्होंने कहा किउच्च शिक्षा संस्थानों में त्वरित शिकायत निस्तारण की प्रक्रिया को अमल में लाने की व्यवस्था कर दी जाए तो सार्थक एवं अच्छा परिणाम सामने आता हैl  जो समाज और देश के विकास में सार्थक भूमिका अदा करता हैl इससे   संस्थान की भी समाज में विश्वसनीयता बढ़ती हैl उन्होंने नेतृत्व क्षमता के लिए आवश्यक गुणों की विस्तार से चर्चा करते हुए अलग से नेतृत्व शैली के विकास हेतु समूह प्रबंधन गेम का आयोजन कर उपस्थित प्रतिभागियों में नेतृत्व क्षमता के विकास पर बल दियाl इस अवसर पर प्रशिक्षु प्रतिभागियों में  डॉ. एस पी तिवारी ,डॉ. अवध बिहारी सिंह, डॉ. अश्विनी कुमार गुप्ता, डॉ. प्रदीप कुमार, नफीस अहमद, डॉ. सुशील कुमार ,ऋषि श्रीवास्तव, सुधांशु यादव, डॉ. सुरेंद्र सिंह, डॉ. इंद्रेश कुमार, आशीष गुप्ता आदि उपस्थित रहे।  संचालन डॉक्टर मुराद अली और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अमित वत्स ने कियाl

Thursday 22 February 2018

“ट्रेनिंग प्रोग्राम आन एकेडमिक लीडरशिप” -- चौथा दिन


पूर्वांचल विश्वविद्यालय  के विश्वेश्वरैया  हाल में गुरूवार को छह दिवसीय “ट्रेनिंग प्रोग्राम आन एकेडमिक लीडरशिप” कार्यक्रम के चौथे दिन   लखनऊ में  आईसीसीएमआरटी के प्रोफेसर जाबिर अली का उद्बोधन  हुआ। 
प्रोफेसर जाबिर ने कहा कि भारत में उच्च शिक्षा की ब्रांडिंग को ठीक करने के लिए हमें रणनीति बनानी होगी। इसके लिए हमें प्रवेश से लेकर परीक्षा तक उस पर काम करना चाहिए। बच्चों को क्लास के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में जोड़कर हम उन्हें जुझारू और अध्ययनशील बना सकते हैं। अगर इनपुट अच्छा रहेगा तो आउटपुट अच्छा मिलेगा। इसके लिए शिक्षक को भी जिम्मेदार बनाने की पहल होनी चाहिए। क्लासरूम में आने से पहले अपने आप को अपडेट होना चाहिए।  वह बीते दिनों की बात हुयी जब पच्चीस साल पुराने नोट्स से बच्चों का पढ़ाया जाता रहा। इन्टरनेट के दौर में विद्यार्थी इस परंपरा को कतई पसंद नहीं करता।  उन्होंने कहा कि अब शिक्षक का काम सिर्फ अध्यापन करना नहीं रहा उसे ट्रेनिंग, रिसर्च और प्रशासनिक कार्य को भी आपस में सामन्जस्य बैठा कर करना चाहिए। उन्होंने  कहा कि इंडस्ट्री की आवश्यकता के  अनुसार विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम बनाना चाहिए ताकि बच्चों का प्लेसमेंट आसानी से हो सके। उन्होंने कहा कि गुरुकुल से हम बिजनेस शिक्षा की ओर बढ़ रहे हैं। इस हिसाब से हम विद्यार्थियों को बनाए। कार्यक्रम का संचालन डा. मुराद अली और धन्यवाद ज्ञापन डा. नुपुर तिवारी ने किया। इस अवसर पर डा. एसपी तिवारी, डा. सुनील कुमार, डा. अवध बिहारी सिहं, शैलेश प्रजापति, अमित वत्स, इद्रेश कुमार, विद्युत मल्ल, डा.विनय वर्मा, डा. सुरेन्दर सिंह, आशीष गुप्ता, सुधांशु यादव आदि थे।

Wednesday 21 February 2018

“ट्रेनिंग प्रोग्राम आन एकेडमिक लीडरशिप” कार्यक्रम --तीसरा दिन





वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के विश्वेश्वरैया  हाल में बुधवार को छह दिवसीय “ट्रेनिंग प्रोग्राम आन एकेडमिक लीडरशिप” कार्यक्रम के तीसरे दिन के प्रथम सत्र में अलीगढ़ विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के प्रोफेसर साजिद जमाल का उद्बोधन  हुआ। 
 प्रोफेसर जमाल ने कहा कि भारत में मैकाले की शिक्षा पद्धति में बदलाव की जरूरत है। यह पद्धति देश के लोगों को क्लर्क बनाने के लिए थी । उन्होंने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की तारीफ करते हुए कहा कि अगर यह योजना सही रूप संचालित हुई तो देश से बेरोजगारी का समाधान काफी हद तक हो सकता है, इसमें किताबी और व्यवहारिक ज्ञान दोनों का समन्वय है। यह कंपनी और यहां की जनता दोनों का भला करेंगी और देश नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा। उनका मानना है कि आधुनिक शिक्षा ने लोगों को रोजगार से जोड़ा है।
दूसरे सत्र में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर  डा. एस. ए. अंसारी ने वित्तीय प्रबंधन एवं संसाधन विषय पर  कहा कि वित्तीय प्रबंधन के मामले में शिक्षक और प्रशासनिक अधिकारी बहुत कमजोर होते हैं। फंड का इस्तेमाल कैसे करें संसाधन का सही समय पर कैसे इस्तेमाल करें इसके बारे में उन्होंने विस्तृत रूप से जानकारी दी। साथ ही वित्तीय अनुशासन के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन डा. मुराद अली और धन्यवाद ज्ञापन डा. सुशील कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर डा. नुपुर तिवारी, डा. एसपी तिवारी, डा. सुनील कुमार, डा. अवध बिहारी सिहं, शैलेश प्रजापति, अमित वत्स, डॉ सुधांशु यादव, इंद्रेश कुमार, विद्युत मल्ल, नृपेंद्र सिंह, विनय वर्मा, डा. विजय मौर्या आदि थे। 

Tuesday 20 February 2018

“ट्रेनिंग प्रोग्राम आन एकेडमिक लीडरशिप” कार्यक्रम का दूसरा दिन




वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के प्लेसमेंट सेल सभागार  में मंगलवार को छह दिवसीय “ट्रेनिंग प्रोग्राम आन एकेडमिक लीडरशिप” कार्यक्रम के दूसरे दिन के प्रथम सत्र को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एफएमएस के प्रोफेसर एचपी माथुर एवं  अलीगढ़ विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के प्रोफेसर साजिद जमाल ने  सम्बोधित किया । यह कार्यक्रम भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से पंडित मदनमोहन मालवीय राष्ट्रीय मिशन शिक्षण और शिक्षक पर आयोजित है। यह कार्यक्रम वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विजनेस मैनेजमेंट विभाग और अलीगढ़ विश्वविद्यालय के  संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है। 
प्रथम सत्र को संबोधित करते हुए प्रोफेसर माथुर ने कहा कि आज उच्च शिक्षा को अंतर्राष्ट्रीय स्वरुप देने  की जरूरत है। इससे हमारे यहां की भी शिक्षा व्यवस्था  में बदलाव आएगा। साथ ही हम अपने संस्थान और यहां के बच्चों और कर्मचारियों को उस लायक बनाने में मदद कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्था को सफल बनाने के लिए भावात्मक निर्णय की जरूरत होती है। यह सही निर्णय लेने में सहायक होता है। उन्होंने कहा कि लीडरशिप के लिए व्यवहार, मोटिवेशन और अपने सोच को खुला रखना चाहिए।  इसे जितना ही खुला रखेंगे उतना ही संस्थान को फायदा होगा।
दूसरे सत्र में अलीगढ़ विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के प्रोफेसर साजिद जमाल ने कहा कि उच्च शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को सक्रिय करने की जरूरत है। साथ ही कहा कि ग्रीन कैम्पस और क्लीन कैंपस की भी अवधारणा विश्वविद्यालय में होनी चाहिए। शुद्ध पर्यावरण का असर कैंपस पर ही नहीं वहां के बच्चों पर भी पड़ता है। उन्होंने कहा केवल लेक्चर ही नहीं हो विद्यार्थियों का मनोरंजन करने के लिए आनलाइन क्लास, प्रोजेक्टर क्लास का सहारा बहुत जरूरी है। कार्यक्रम का संचालन डा. मुराद अली और धन्यवाद ज्ञापन डा. सुशील कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर डा. नुपुर तिवारी, डा. एसपी तिवारी, डा. सुनील कुमार, डा. अवध बिहारी सिह, शैलेश प्रजापति, डॉ अमित वत्स, डॉ इद्रेश कुमार, डॉ  विद्युत मल्ल, डा.विनय वर्मा, डा. विजय मौर्या सहित प्रतिभागी उपस्थित  थे.

अवकाश प्राप्त शिक्षक सम्मान समारोह 2017 का हुआ आयोजन


शिक्षक वहीं महान  है जिसके  विद्यार्थी समाज में  सम्मान पाते हैं- कुलपति

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के विश्वेश्वरैया सभागार  में मंगलवार को अवकाश प्राप्त शिक्षक सम्मान समारोह 2017 का आयोजन किया गया। समारोह में 15 अवकाश प्राप्त शिक्षकों  को अंगवस्त्रम और स्मृति चिह्न देकर कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव द्वारा सम्मानित किया गया। 
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि  कुलपति प्रोफेसर डॉ  राजाराम यादव ने कहा कि विद्यार्थियों को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में  सक्षम बनाने वाला ही शिक्षक होता है। राष्ट्र विश्व गुरु बने इस हेतु शिक्षकों का दायित्व सबसे ज्यादा हैं।   राष्ट्र निर्माण में उसकी जरूरत सदा महसूस होती है। हमें विद्यार्थियों को सर्वविद्या से सम्पन्न बनाने के अभियान को और तेज़ी देनी होगी। उन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन का जिक्र करते हुए कहा कि मैने अपने गुरू की सलाह को माता-पिता की सलाह से ऊपर रखा। उन्होंने कहा कि हमारे देश का उद्देश्य विश्वगुरू बनने के साथ-साथ दुनिया को भी विश्वगुरू बनाने का है। उन्होंने कहा कि शिक्षक वहीं महान होता है जिसके  विद्यार्थी समाज में प्रतिष्ठा या सम्मान पाते हैं। उन्होंने कहा कि आज विश्वविद्यालय  शिक्षकों को सम्मानित करके खुद गौरवान्वित हो रहा है।
अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय, विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष डा. घनश्याम सिंह ने कहा कि ज्ञान सबसे बड़ी पूंजी है जिसे न चोर चुरा सकता है न राजा या शासक छीन  सकता है।  न ही भाई या बंधु बंटवारे में आपसे ले सकते हैं। यह एक ऐसा धन है जितना खर्च किया जाय उतना बढ़ता है। दुर्भाग्य इस बात का है कि इसका सदुपयोग और दुरुपयोग दोनों हो रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छा गुरू वही है जो सत्य और असत्य को समझा सके। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण शिक्षा व्यवस्था के सामने चुनौती है आज जरूरत है कि हम सब मिलकर इसमें सकारात्मक  बदलाव के बारे में सोंचे।
शिक्षक संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव प्रकाश सिंह ने  कहा  कि  जिस समाज में शिक्षकों का सम्मान होता है वही समाज और राष्ट्र बुलंदियों पर पहुंचता है। शिक्षक कभी अवकाश नहीं लेता वह समाज को सदैव एक नई दिशा  देता है।यह सम्मान समारोह आयोजित कर विश्वविद्यालय ने शिक्षक हित  में उत्कृष्ट कार्य किया है। 
इसके पूर्व  शिक्षकों और अतिथियों का स्वागत पूर्वांचल विश्वविद्यालय  शिक्षक संघ के अध्यक्ष  डा. समर बहादुर सिंह ने  किया। समारोह का संचालन जनसंचार विभाग के अध्यक्ष  डा. मनोज मिश्र  और धन्यवाद ज्ञापन महामंत्री  डा विजय कुमार सिंह ने किया ।  इस अवसर पर  कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, वित्त अधिकारी एम, के. सिंह, परीक्षा नियंत्रक संजीव सिंह ,  प्रो. बी.बी तिवारी मंचस्थ रहे। सम्मान समारोह में पूर्व अध्यक्ष डॉ देवेंद्र सिंह ,डॉ  अनिल प्रताप सिंह ,डॉ अशोक सिंह ,प्रो. ए.के श्रीवास्तव, ,डॉ अलोक सिंह ,डॉ हिमांशु सिंह ,डॉ बीके त्रिपाठी ,डॉ ओम  प्रकाश सिंह ,डॉ बीएन पांडेय ,डॉ विनय कुमार सिंह ,डॉ शैलेन्द्र सिंह ,डॉ जिमी ,डॉ राजीव त्रिपाठी , एनएसएस समन्वयक  राकेश  यादव, डॉ अरुण कुमार सिंह , डा. रजनीश भाष्कर, डा. आशीष सिंह, डा. सुनील कुमार, डा. रुश्दा आजमी सहित शिक्षकगण उपस्थित रहे। 

सम्मानित हुए शिक्षक 
टीडी पीजी कालेज जौनपुर  की डॉ माधुरी सिंह ,डॉ ओम  प्रकाश सिंह,डॉ ज्ञानानन्द शुक्ल,डॉ जीतेन्द्र बहादुर सिंह,सल्तनत बहादुर पीजी कालेज बदलापुर के डॉ एस पी सिंह ,बयालसी पीजी कालेज जलालपुर के डॉ ज्ञान बहादुर सिंह ,गन्ना  कृषक महाविद्यालय ताखा शाहगंज के डॉ महेंद्र प्रताप यादव ,गणेश राय पीजी कालेज डोभी के डॉ प्रेम शंकर सिंह , डीएवी पीजी कॉलेज आजमगढ़ के डॉक्टर अभय राज सक्सेना, डॉक्टर अनूप श्रीवास्तव, डॉक्टर प्रेम प्रकाश यादव, शिबली नेशनल पीजी कॉलेज के डॉक्टर जमाल अहमद, डॉ इश्तियाक  अहमद, मलिकपुरा पीजी  कॉलेज गाजीपुर से डॉक्टर दामोदर सिंह, जनता पीजी कॉलेज सादात गाजीपुर के डॉक्टर चौथीराम यादव, डॉक्टर अमरनाथ सिंह यादव, पीजी  कॉलेज गाजीपुर के डॉक्टर हरिहर सिंह, श्री रामाश्रय दास पीजी कॉलेज भुड़कुड़ा गाजीपुर के डॉक्टर अशोक सिंह,डॉ  उदय प्रताप सिंह,डॉ  इंद्रजीत  सिंह, महात्मा गांधी शती  स्मारक महाविद्यालय गढ़वा मकसूदपुर गाजीपुर के डॉ अमरनाथ राय को कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ राजाराम यादव एवं शिक्षक संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ घनश्याम सिंह ने अंगवस्त्रम,स्मृतिचिन्ह एवं गीता की पुस्तक देकर सम्मानित किया। 

Monday 19 February 2018

“ट्रेनिंग प्रोग्राम आन एकेडमिक लीडरशिप” कार्यक्रम का शुभारम्भ



वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विश्वेश्वरैया  हाल में सोमवार को छह दिवसीय “ट्रेनिंग प्रोग्राम आन एकेडमिक लीडरशिप” कार्यक्रम का  शुभारम्भ हुआ. यह कार्यक्रम भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय मिशन शिक्षण और शिक्षक पर आयोजित है. इसका आयोजन बिजनेस मैनेजमेंट विभाग और अलीगढ़ विश्वविद्यालय  के संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है. 
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि डा. अरुण कुमार सिंह ने कहा सेवा का कोई भी क्षेत्र हो वहां नैतिकता का अनुसरण करने से समस्या का समाधान हो जाता है. उनका मानना है कि नैतिक मूल्यों का उपदेश दूसरों को देने से पहले उसे अपने ऊपर भी लागू करना चाहिए, तभी वह प्रभावी होगा. गांधीजी नैतिक मूल्यों पर चलकर ही राष्ट्रपिता बनें. उन्होंने कहा कि यह बात गलत है कि मनुष्य चेतनाशून्य होता है बल्कि उसकी चेतना विषयगत होती है. उन्होंने सुझाव दिया कि किसी पद पर बैठे व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारियों से नहीं भागना चाहिए।

विशिष्ट अतिथि डा. एसपी सिंह ने कहा कि हमें बोलने की कम और सुनने की ज्यादा आदत डालनी चाहिए, तभी हम जीवन में सफल हो सकते हैं। अमित वत्स ने अतिथियों का स्वागत किया और डा. सुशील सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया. अतिथियों का परिचय और संचालन समारोह के आयोजक डा. मुराद अली ने किया. इस अवसर पर प्रोफेसर बीडी शर्मा, डा. नुपुर तिवारी,डा. आशुतोष सिंह, , डॉ मनोज मिश्रा,डा. सुनील कुमार, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर,डा. विवेक पांडेय, विद्युत मल्ल, डा.विनय वर्मा, डा. विजय मौर्या आदि थे.


प्रथम सत्र में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एफएमएस के प्रोफेसर एचपी माथुर ने कहा कि कर्मचारियों को संगठित रखकर ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है. इसके लिए मोटिवेशन जरूरी है. उन्होंने कहा कि ठीक इसी तरह वित्तीय संस्थान, प्रेस से भी बातचीत करनी चाहिए. उन्होंने सलाह दी कि विश्वविद्यालय को विदेशी संकाय और छात्रों को आकर्षित करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय शोध परियोजनाओं पर काम करना चाहिए. उन्होंने उच्च शिक्षा के प्रशासकों के बीच भावात्मक ज्ञान बढ़ाने की कला के बारे में बताया. कहा कि इससे हम किसी भी संस्थान को अच्छे और सफल ढंग से चला सकते हैं. सत्र का संचालन आयोजन डा. मुराद अली और आभार डा. सुशील सिंह ने व्यक्त किया। 

विश्वविद्यालय ने नकलविहीन परीक्षा सम्पादित करने पर की परिचर्चा







वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में सोमवार को सीसी टीवी की निगरानी में  नकलविहीन परीक्षा सम्पादित किये जाने के लिए परिचर्चा आयोजित की गई। इस परिचर्चा में विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के पांच जनपदों के समस्त महाविद्यालयों के प्राचार्य ,प्रबंधक एवं उनके प्रतिनिधिगण ने प्रतिभाग किया।  कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव ने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश में समय पर परीक्षा और परिणाम देने में प्रदेश में सबसे आगे  है। परीक्षा नकल विहीन होनी चाहिए नकल विहीन परीक्षा होने से विद्यार्थी अध्ययन करता है। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान की गई एक छोटी सी गलती बड़ी समस्या का कारण बनती है। इसलिए सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि परीक्षा को सफल ढंग से सम्पन्न कराने के लिए प्रयास करें। शुचिता और पवित्रता इस बार आपके कार्यशैली से दिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के साथ विश्वविद्यालय किसी भी तरीके का भेद भाव नहीं करेगा।कुलसचिव सुजीत  कुमार जायसवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय का नाम शुचितापूर्ण परीक्षा और समय पर परीक्षाफल देने  के कारण प्रदेश में जाना जाता है। यहां के महाविद्यालयों  के कारण विश्वविद्यालय का नाम ऊंचा हुआ है। शासन की मंशा है कि पवित्रता  के साथ नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न हो ।वित्त अधिकारी एम के सिंह ने कहा कि महाविद्यालयों के पास जो विश्वविद्यालय द्वारा अग्रिम दिया गया है उसका समय पर समायोजन करें।परीक्षा नियंत्रक संजीव सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय परीक्षा की तैयारियों में जुटा हुआ है। स्ववित्तपोषित महाविद्यालय परीक्षा को सुचारू से सम्पन्न कराने के लिए सहयोग करे। पी 6 नया बनाया है जिसमें विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिका का क्रमांक भी दर्ज होगा। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी के साथ वॉइस रिकॉर्डिंग की  व्यवस्था के लिए दिए गए सुझाव पर विचार किया जाएगा। लाल रंग के कपड़े में अनुचित साधन प्रयोग की गई कॉपी के  साथ विद्यार्थी को दी गई दूसरी कॉपी भी भेजे। 
प्रोजेक्ट इंजीनियर सीसीटीवी कुणाल कुमार ने सभी से कहा  कि  अपने सीसीटीवी कैमरे को शीघ्र  विश्वविद्यालय के सीसीटीवी कैमरे से लिंकअप करें।  इस  अवसर  पर प्रोफ़ेसर डॉ मानस पांडेय ,प्राचार्य  डॉ देवेंद्र नाथ सिंह ,डॉ वीरेंद्र प्रताप सिंह ,डॉ राम अवध सिंह यादव,डॉ सतेंद्र प्रताप सिंह, डॉ नागेंद्र पाठक ,प्रबंधक राजबहादुर , सूर्यभान यादव ,संदीप तिवारी एवं अमित कुमार  दुबे,एमएम भट्ट ,रामसूरत यादव  ने भी सम्बोधित किया। संचालन डॉ संजय श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर प्रो बीबी तिवारी,  डॉ के एस तोमर मंचासीन रहे। 

Saturday 17 February 2018

गगन ने राह की आसान


इसरो के वैज्ञानिकों ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय में की चर्चा 

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के उमानाथ सिंह इंजीनियरिंग संस्थान के विश्वेश्वरैया  सभागार में फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम के दूसरे दिन इसरो के वैज्ञानिकों ने सैटेलाइट के विभिन्न आयामों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। उन्होंने  सैटलाइट के क्षेत्र में भारत की मजबूती को भी बताया। कार्यक्रम में बतौर वक्ता इस्ट्रैक, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर एस के पांडे में उपग्रह संचार के अनोखे अनुप्रयोगों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिका के जीपीएस  तंत्र के समानांतर हमारे वैज्ञानिकों ने गगन सिस्टम विकसित किया है। आज इसके माध्यम से हवाई यातायात, नेविगेशन, खोज, बचाव, आपदा प्रबंधन एवं टेलीमेडिसिन जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।आने वाले समय में इसके और भी लाभ होंगे। 

इसी क्रम में  इसरो लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ एस एन साहू ने आपदा प्रबंधन और सैटेलाइट एवं अंतरिक्ष अनुप्रयोगों के लिए एंटीना विषय पर अपनी बात रखी।  उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन में सैटेलाइट काफी मददगार सिद्ध हो रहे हैं आज उपग्रह के माध्यम से ग्लेशियर का पिघलना, ग्लोबल तापमान का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है। इससे उपलब्ध हो रही  सूचना से बड़े स्तर पर बचाव व पूर्व तैयारी संभव हो पाई है।उन्होंने कहा कि  आने वाले समय में अलग किस्म के एंटीने के लिए काम चल रहा है।इन एन्टीनों के माध्यम से मंगल और चन्द्रमा से बेहतर सिग्नल प्राप्त किये जा सकेंगें। शिक्षकों ने  इसरो के वैज्ञानिकों से उपग्रह संचार से जुड़े तमाम सवाल भी किये।

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उपग्रह संचार से  हुई डिजिटल सेवाएं
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के उमानाथ सिंह इंजीनियर संस्थान के विश्वेश्वरैया सभागार  में शुक्रवार को  तकनीक शिक्षा उन्न्ययन कार्यक्रम  तृतीय के अंतर्गत दो दिवसीय उपग्रह संचार पर फैकल्टी विकास कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम में बतौर विशेषज्ञ इसरो लखनऊ के वैज्ञानिक डॉ डी के मिश्रा ने सैटेलाइट संचार के विविध आयामों का विस्तार से अपनी बात रखी ।उन्होंने कहा कि भारत ने उपग्रह संचार में कीर्तिमान स्थापित किए हैं। प्रारंभ के दिनों भारतीयों ने  एक ही उपग्रह से संचार, प्रसारण व मौसम की जानकारी प्राप्त की है।  सैटेलाइट के  कई क्षेत्रों में भारत अमेरिका से आगे है।उपग्रह संचार के कारण आज आसानी से डिजिटल सेवाएं उपलब्ध है। उन्होंने मून एवं मार्स मिशन के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कार्यक्रम में समन्वयक प्रोफेसर बीबी तिवारी ने  धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर शैलेश प्रजापति, ज्योतिष सिंह, मनीषा यादव, प्रशांत सिंह, तुषार श्रीवास्तव ,प्रीति शर्मा समस्त शिक्षक विद्यार्थी मौजूद रहे।

Friday 16 February 2018

प्रधानमंत्री के परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का हुआ सीधा प्रसारण

 
विश्वविद्यालय के अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तालकटोरा स्टेडियम नई दिल्ली के परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण हुआ। विश्व विद्यालय के विद्यार्थियों ने देश के प्रधानमंत्री की बातों को आत्मसात किया। समय -समय पर  प्रभावित होकर खूब तालियां भी बजाई।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े सरल तरीके से आत्मविश्वास बढ़ाने ,तनाव कम करने , मेहनत, एकाग्रता,गुरु शिष्य संबंधों एवं अभिभावकों की अपेक्षा  जैसे मुद्दों पर अपनी  बेबाक बात रखी। विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग, प्रबंध अध्ययन, विज्ञान, फार्मेसी व सामाजिक विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों से पूरा संगोष्ठी भवन भरा रहा।  विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने प्रसारण के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे सामयिक  विषय पर संवाद स्थापित कर सभी में ऊर्जा का संचार किया है।  प्रसारण के पूर्व अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफ़ेसर अजय द्विवेदी  एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने भी विद्यार्थियों को सम्बोधित किया।  इस अवसर पर यूथ इन एक्शन के राष्ट्रीय संयोजक शतरुद्र प्रताप ,कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल,प्रोफेसर बीबी  तिवारी, प्रो अजय  प्रताप सिंह, प्रो मानस पांडेय , प्रो वीडी शर्मा , प्रो अविनाश पाथर्डीकर ,प्रो वंदना राय, प्रो एसके श्रीवास्तव, डॉ   संतोष कुमार,डॉ दिग्विजय  सिंह राठौर,डॉ राजकुमार ,डॉ अमरेंद्र सिंह सहित  विद्यालय के तमाम शिक्षक विद्यार्थी मौजूद रहे।

Thursday 15 February 2018

दो दिवसीय प्रतियोगिता 26 फरवरी से

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर होंगे विविध कार्यक्रम 

पूर्वाचल विश्वविद्यालय जौनपुर के इंजीनियरिंग एवं तकनीकी संस्थान की ओर से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 26 और 27 फरवरी को मनाया जाएगा। इस अवसर पर देश के जाने-माने वैज्ञानिक और शिक्षाविद् व्याख्यान देंगे। इसमें कलकत्ता विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एल.एन. हाजरा, पुणे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विलास राव तभाने ,ओएनजीसी देहरादून के पूर्व महानिदेशक डा. पी. के. मिश्रा भाग लेंगे। यह कार्यक्रम इंजीनियरिंग में चल रही योजना टेकिप फेज -3 (टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम) के तत्वावधान में किया जा रहा है। कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक एवं कुलपति प्रोफेसर डा. राजाराम यादव और संरक्षक प्रो. बी.बी. तिवारी है।  
इस संबंध में इंजीनियरिग संस्थान में गुरुवार को कार्यक्रम के चेयरमैन प्रोफेसर ए.के. श्रीवास्तव संयोजक डा. संतोष कुमार और सहसंयोजक डा. राजकुमार ने संयुक्त रूप से कोआर्डिनेटरों के साथ बैठक की। बैठक में तय किया गया कि देश के दो दर्जन से अधिक विज्ञान और इंजीनियरिंग संस्थान के लोग विविध प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करेंगे। इस अवसर पर साइंस क्विज, पोस्टर प्रतियोगिता, वैज्ञानिक माडल प्रदर्शनी, वैज्ञानिक थीम पर आधारित रंगोली और एक्सटैम्पोर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्र्म का उद्देश्य आम जनमानस में वैज्ञानिक सोच विकसित करना, विज्ञान के विषय में जागरूकता पैदा करना वैज्ञानिक उपलब्धियों से लोगों को अवगत कराना इत्यादि है। इस अवसर पर प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान बाहरी शिक्षकों और विद्यार्थियों आवासीय सुविधा दी जाएगी।  व्याख्यानमाला में शामिल होने वाले विद्यार्थियों का पंजीकरण डा. संजीव गंगवार करेंगे। भोजन और अन्य मामलों की निगरानी और व्यवस्था डा. रजनीश भास्कर करेंगे। 

Wednesday 14 February 2018

जिला प्रशासन एकादश एवं न्यायिक एकादश के बीच मैत्री क्रिकेट मैच





 जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, के एकलब्य स्टेडियम में बुद्धवार को जिला प्रशासन एकादश एवं न्यायिक एकादश के बीच मैत्री पूर्ण क्रिकेट मैच खेला गया। न्यायिक एकादश की टीम ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। न्यायिक एकादश की टीम ने निर्धारित 20 ओवर के मैच में पहले बल्लेबाजी 8 विकेट खोकर 96 रन का स्कोर किया, जिसमें अजय त्यागी, जनपद न्यायाधीश ने 1 रन, एम0 पी0 सिंह, अपर जिला जज ने 2 रन, मनोज कुमार गौतम, अपर जिला जज ने 9 रन, अभिनव मिश्रा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 25 रन, एम0 फिरोज, सिविल जज ने 8 रन, सुनील कुमार सिंह, अपर जिला जज ने 2 रन, वाई0 बी0 सिंह, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 7 रन मयंक जायसवाल, सिविल जज ने 7 रन, प्रशान्त शुक्ला, न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 9 रन एवं सुधान्शू शेखर उपाध्याय,सिविल जज ने 5 रन का योगदान दिया। 

गेंदबाजी में प्रशासन एकादश की तरफ से विनोद झा, होमगार्ड कमान्डेन्ट ने 4 ओवर में 24 रन पर 1 विकेट, शशिकान्त, डायल 100 प्रभारी ने 4 ओवर 8 रन पर 1 विकेट, मंगलेश दूबे, एस0 डी0 एम0 केराकत ने 4 ओवर में 9 रन, संजय राय, एस0 पी0 ग्रामीण ने 1 ओवर में 8 रन, विनोद यादव, थानाध्यक्ष ने 4 ओवर में 24 रन पर 2 विकेट, विनय द्विवेदी सी0 ओ0 सदर ने 1 ओवर में 4 रन दिया।  
    जवाब में प्रशासन एकादश की टीम ने 11 ओवर में बिना कोई विकेट खोये 98 रन के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया, जिसमें विनोद यादव, थानाध्यक्ष ने 13 गेंद पर 5 चैके एवं दो 2 छक्के की मदद से 35 रन, विनय द्विवेदी सी ओ सदर  ने 19 गेंद पर 1 चैके की मदद से 10 रन, के0 के0 चैधरी, पुलिस अधीक्षक ने 19 गेंद पर 2 चैके की मदद से 16 रन तथा जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी ने 12 गेंद पर 2 चैके की मदद से 14 रनों का योगदान रहा। गेंदबाजी में न्यायिक प्रशासन की तरफ प्रशान्त शुक्ला न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 1 ओवर में 12 रन, अभिनव मिश्रा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 3 ओवर में 8 रन वाई0 बी0 सिंह अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट 2 ओवर में 23 रन, सुधान्शु शेखर उपाध्याय सिविल जज ने 3 ओवर में 15 रन एवं एम0 पी0 सिंह अपर जिला जज ने 2 ओवर में 19 रन दिये।प्रशासन एकादश की टीम ने 10 विकेट से जीत दर्ज की।सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज एवं मैन आफ द मैच-विनोद यादव, थानाध्यक्ष सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज-मंगलेश दूबे, एसडीएम, केराकत रहे। इस मौके पर कुलसचिव सुजीत कुमार जासवाल, प्रो0 बी0 बी0 तिवारी, डाॅ0 के0 एस0 तोमर, डाॅ0 मनोज मिश्र, डाॅ0 रजनीश भास्कर, अशोक कुमार सिंह, मोहन चन्द्र पाण्डेय, अरूण कुमार सिंह, सतेन्द्र कुमार सिंह, मनोज सेठ आदि उपस्थित रहे। अम्पायर भानू प्रताप शर्मा, विवेक यादव एवं स्कोरर- पवनेश यादव, राहुल चैहान रहे।

Tuesday 13 February 2018

विद्यार्थियों से 16 को सीधा संवाद करेंगे प्रधानमंत्री


 भारत के प्रधानमंत्री मा0  नरेंद्र मोदी भारत सरकार द्वारा 16 फ़रवरी को कक्षा-6 तथा उससे उच्च कक्षा के विद्यार्थियों  के साथ सीधा संवाद स्थापित करने के सम्बन्ध में प्रातः 11ः00 बजे से अपरान्ह् 12ः00 बजे तक तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली से देश के सभी शिक्षण संस्थाओें/विश्वविद्यालय/महाविद्यालय के विद्यार्थियों  के साथ शिक्षा की पवित्रता व शुचिता को बनाए रखने हेतु सीधा संवाद स्थापित करेंगे। 

उक्त कार्यक्रम को दूरदर्शन के माध्यम से डी0डी0 नेशनल, डी0डी0 न्यूज एवं डी0डी0 इण्डिया द्वारा प्रसारित किया जायेगा। इस सम्बन्ध में विशेष सचिव भारत सरकार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, उच्चतर शिक्षा विभाग, नई दिल्ली  एवं सचिव उत्तर प्रदेश शासन उच्च शिक्षा  के निर्देश के क्रम में समस्त महाविद्यालय के छात्रों के प्रतिभाग हेतु प्रसारण किये जाने की व्यवस्था  करने के लिए कहा गया है।

इस सम्बन्ध में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो अजय द्विवेदी ने महाविद्यालयों को  कार्यक्रम को सम्पन्न कराए जाने हेतु एडुसैट  इंटरनेट सुविधायुक्त, कम्प्यूटर, लैपटाप, टी0वी0, एल0सी0डी0, बड़ी स्क्रीन के माध्यम प्रदर्शित करने के लिए तैयारी करने को कहा है।

विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के अभ्यर्थियों को निशुल्क सिविल सर्विसेज कोचिंग की सौगात

विश्वविद्यालय की नई पहल- 5 मार्च से शुरू होगी  कोचिंग
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय बहुत शीघ्र   ओबीसी , एससी ,  एसटी  एवं गरीबी रेखा के नीचे  जीवन यापन  करने वाले सामान्य वर्ग  के प्रशासनिक सेवा में जाने के इच्छुक अभ्यर्थियों  के लिए  निशुल्क सिविल सर्विसेज कोचिंग प्रारम्भ कर रहा है।  सिविल सर्विसेज कोचिंग के समन्वयक  पूर्व प्राचार्य डॉ मनराज यादव ने बताया कि इस हेतु  अभ्यर्थियों से आवेदन पत्र  मांगे गए हैं। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर आवेदन प्रपत्र अपलोड किया जा चुका  है। आवेदन पत्र प्राप्ति की अंतिम तिथि २८ फरवरी है। उन्होंने बताया कि  जिन अभ्यर्थियों ने सिविल सर्विसेज 18  के लिए आवेदन किया  हैं उन्हें  कोचिंग प्रवेश में वरीयता दी जाएगी। उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ राजाराम यादव के विजन और इस पहल  के लिए खुशी जताते हुए कहा कि पूर्वांचल के विद्यार्थियों के लिए इससे बड़ी उपलब्धि और क्या हो सकती है।  इसके लिए उन्हें दूरदराज के महानगरों में जाना पड़ता था।   उन्होंने कहा  कि सामान्य अध्ययन एवं सी-सैट सहित समस्त प्रशासनिक सेवाओं के लिए इस निःशुल्क  कोचिंग में सर्वोत्तम  व्यवस्था की जा रही है। 5 मार्च से कोचिंग में कक्षाएं प्रारंभ हो जाएगी। 


विदित हो कि यूपीएससी द्वारा हर साल सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन किया जाता है।  इसके तहत भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) समेत अन्य अखिल भारतीय सेवाओं के लिये अधिकारियों का चयन किया जाता है। यूपीएससी के वर्ष 2018 के परीक्षा कार्यक्रम के मुताबिक सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 3  जून 2018 को निर्धारित की गई है। 

पांच दिवसीय एंप्लॉयमेंट एनहांसमेंट प्रोग्राम


विश्वविद्यालय के विश्वेश्वरैया सभागार में प्रबंध अध्ययन संकाय के विद्यार्थियों के लिए सोमवार को पांच दिवसीय एंप्लॉयमेंट एनहांसमेंट प्रोग्राम आयोजित  किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में  रोजगार पाने की दक्षता को विकसित करना है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सॉफ्ट स्किल, इंटरव्यू  तकनीक , बायोडाटा निर्माण तकनीक, भाषा का ज्ञान  प्रशिक्षकों द्वारा दिया जायेगा। 
इलाहाबाद से आए सर्टिफाइड कॉपी ट्रेनर सनी सचदेवा ने कहा कि नकारात्मकता कभी सकारात्मक परिणाम नहीं ला सकती। हमें मन में सही विचार तब आएंगे जब हम सकारात्मक सोचेगें। उन्होंने इंटरव्यू में सफलता कैसे पाए इस भी चर्चा की।
प्रशिक्षक कृपान शर्मा ने कहा कि बुद्धिमान व्यक्तियों की तुलना में कठिन परिश्रम करने वाले सफल होते है। इसलिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।अंतिम लक्ष्य तक पहुंचने के लिए मार्ग की स्पष्टता होना भी आवश्यक है।ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल की निदेशक प्रो रंजना प्रकाश ने पांच दिवसीय कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि  पिछले कई वर्षों  में आये हुए प्रशिक्षकों द्वारा देश के कई शिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिससे वहा  के विद्यार्थी लाभान्वित हुए है। संकायाध्यक्ष प्रो बीडी  शर्मा ने स्वागत किया।इस अवसर पर प्रो अजय द्विवेदी,प्रो अविनाश पाथर्डीकर,डॉ रसिकेश, अभिनव श्रीवास्तव, कमलेश मौर्या, मनीष सिन्हा, श्याम त्रिपाठी समेत विद्यार्धीगण मौजूद रहे।  

Saturday 10 February 2018

पुरातन छात्र सम्मेलन 2018 का आयोजन


अपने पुरातन छात्रों पर गर्व है- प्रो रंजना 
संघर्ष से  मिलती  सफलता - प्रो पिनाकी 


जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंधन विभाग द्वारा पुरातन छात्र सम्मेलन 2018 का आयोजन शनिवार को विश्वविद्यालय के अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में किया गया। विश्वविद्यालय परिसर में एमबीए पाठ्यक्रम की शुरुआत 1990 में हुई थी। विभाग के पुरातन छात्र देश- विदेश के विभिन्न संस्थानों में बड़े पदों पर आज कार्य कर रहे हैं। इस सम्मेलन में 1992 से 2017 तक उत्तीर्ण हुए तमाम विद्यार्थियों ने शिरकत की और अपने अनुभवों को साझा किया। कई वर्षों बाद अपने साथियों से मिलने की ख़ुशी उनके चेहरे पर दिख रही थी।

उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि ट्रेनिंग में प्लेसमेंट सेल की निदेशक प्रोफेसर रंजना प्रकाश ने कहा कि विश्वविद्यालय को अपने पुरातन छात्रों पर गर्व है।  पुरातन छात्रों को मिलकर कर कनिष्ठ  छात्रों के प्लेसमेंट की योजना बनानी चाहिए।   कुलसचिव डॉ सुजीत कुमार जायसवाल ने कहा कि प्रत्येक विभाग को अपने पुरातन छात्रों का डाटाबेस तैयार करना चाहिए यह डेटाबेस आने वाले समय में बहुत उपयोगी साबित होगा। 

विशिष्ट अतिथि विभाग के पूर्व छात्र एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रबंध संस्थान दिल्ली के प्रोफेसर पिनाकी दास गुप्ता ने कहा कि पुरातन छात्र सम्मेलन में अलग-अलग बैच के विद्यार्थियों से  मिलना सुखद संयोग होता है। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक हमें सदैव बेहतर निर्देशन दे सकता  लेकिन जीवन में संघर्ष हमें स्वयं करना पड़ता है। संघर्ष से हमारे व्यक्तिव  का निर्माण होता है जो सफलता की ओर ले जाता है।
इसी क्रम में जुबिलेंट लाइफ साइंसेज दिल्ली के वाइस प्रेसिडेंट रंजीत सिंह ने कहा कि एलुमिनाई नेटवर्क प्रतिवर्ष विभाग के डॉ  सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप देगा।  विभाग के अध्यक्ष डॉ मुराद अली ने पुरातन छात्रों का परिचय एवं विभाग की प्रगति आख्या प्रस्तुत की।  विभाग के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर बृजेश मिश्र,प्रमेन्द्र  विक्रम सिंह, राजेश कुमार, सच्चिदानंद यादव, प्रिया रघुवंशी, प्रदीप शर्मा, मनीष कुमार सिंह,आदित्य नारायण,राजेश कुमार मिश्रा, शैलजा सहाय, श्रुति जायसवाल, नीरज अग्रवाल, निशांत सिंह समेत समेत तमाम पूर्व छात्र उपस्थित रहे.

उद्योगों की मांग के अनुरूप बने पाठ्यक्रम 
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय अध्ययन विभाग द्वारा शनिवार को विश्वेश्वरैया सभागार में उद्योग- शैक्षणिक अंतरफलक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम में उद्योगों एवं शैक्षणिक संस्थानों में बेहतर तालमेल कैसे स्थापित हो इस पर विस्तार से चर्चा की गई। उद्योग क्षेत्र से आए हुए वक्ताओं ने एकमत से इस पर जोर दिया के संस्थानों में पढ़ाए  जाने वाले पाठ्यक्रम ऐसे बने जो उद्योगों की मांग को पूरा कर सकें।
विभागाध्यक्ष डॉक्टर मुराद अली ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य शैक्षणिक व उद्योग संबंधों को मजबूत करना है। इसमें न्युट्रासर्जिटेक के  निदेशक डॉ राजकुमार श्रीवास्तव,एसबीआई  लाइफ इंश्योरेंस के वाइस प्रेसिडेंट रवि श्रीवास्तव, स्काइडा  इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज के निदेशक संदीप वर्मा, बैंक ऑफ इंडिया के बिजनेस प्रमुख शुभ्राजीत  भट्टाचार्य, ग्रासिम इंडस्ट्रीज के वाइस प्रेसिडेंट अतुल वर्मा, हयात ग्रुप के निदेशक मोहम्मद आरिफ, एफसीआई के  महाप्रबंधक विजय कुमार यादव ने अपने विचार व्यक्त किए। 

पीयू के पूर्व छात्र मुकेश स्वीडन में चयन


पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बायो टेक्नोलॉजी विभाग के पूर्व शोध छात्र डॉ मुकेश प्रताप यादव का चयन  स्वीडन में “यूनिवर्सिटी ऑफ़ गोटन्बर्ग, सह्ल्ग्रेंसका मेडिकल कॉलेज में पोस्ट डॉक्टरल फ़ेलोशिप लिए हुआ है I वहां मुकेश को “ब्लड कैंसर” पर शोध करना है I मुकेश मूल रूप से आज़मगढ़ के रहने वाले है।डॉ यादव ने एमएससी बायो टेक्नोलॉजी और पीएचडी पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बायो टेक्नोलॉजी विभाग से किया है। शोध निर्देशक प्रो डी डी दुबे थे। इसके  बाद २०१४-२०१७ दिसम्बर तक भारत के उच्चतम शोध संस्थान “सेंटर फॉर सेलुलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी, हैदराबाद” में चयन हुआ। जहां  डी. एस. टी की “नेशनल पोस्टडॉक्टरेट फ़ेलोशिप” मिली।  मुकेश के कई शोध पत्र ख्यातिलब्ध अंतर्राष्ट्रीय जनरल में प्रकाशित हुए हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति  प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने डॉक्टर मुकेश को  बधाई दी है  उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय  के विद्यार्थियों में  पूर्ण प्रतिभा है। विभाग के शिक्षकों ने  उपलब्धि पर डॉक्टर मुकेश को  बधाई दी है।

Thursday 8 February 2018

सुजीत कुमार जायसवाल बने पूर्वांचल विश्वविद्यालय कुलसचिव

विश्वविद्यालय के कुलसचिव पद पर सुजीत कुमार जायसवाल ने गुरुवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया। सुजीत कुमार जायसवाल इसके पूर्व  लखनऊ में वाणिज्य कर के डिप्टी कमिश्नर एवं उप निदेशक प्रशिक्षण के पद पर तैनात थे। श्री जायसवाल ने गुरुवार को पूर्वान्ह अपना कार्यभार ग्रहण किया। कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ राजाराम यादव ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों,अधिकारीगण और कर्मचारी गण से उनका परिचय कराया। इस अवसर पर सभी से कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल  ने  कहा कि विश्वविद्यालय को  उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सर्वोच्चता हासिल करने हेतु  कुलपति  प्रोफ़ेसर डॉ राजाराम यादव के विजन को दृष्टिगत रखते हुए हम सभी लोग टीम भावना से शुचिता,पारदर्शिता एवं जबाबदेही के साथ इस लक्ष्य को हासिल करेंगे । सभी से  सहयोग की अपेक्षा के साथ उन्होंने विश्वविद्यालय को  विकास  पथ पर आगे बढ़ाने में पूर्ण योगदान देने की बात की। 

Monday 5 February 2018

जनसंचार विभाग में आर्थिक पत्रकारिता विषयक संगोष्ठी


आर्थिक पत्रकारिता से  आएगी मजबूती - प्रो बंदना पांडेय 
भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाला देश  - सुरेंद्र प्रसाद 



विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग द्वारा सोमवार को फार्मेसी संस्थान के रिसर्च एवं इनोवेशन सेंटर में आर्थिक पत्रकारिता : चुनौतियां एवं संभावनाएं विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में वक्ताओं ने देश की अर्थव्यवस्था और आर्थिक पत्रकारिता के विविध आयामों पर अपने विचार रखें।
बतौर मुख्य  अतिथि निदेशक प्रेरणा शोध एवं जनसंचार संस्थान प्रोफेसर बंदना पांडे ने कहा कि 90 के दशक में  बहुराष्ट्रीय कंपनियां के  भारत आने से आर्थिक पत्रकारिता का एक नया दौर शुरू हुआ।उन्होंने कहा कि कॉर्पोरेट पत्रकारिता में किसान और गरीब कही खो गया है।आज ग्रामीण भारत को दिखाने वाली पत्रकारिता की जरुरत है।  उन्होंने कहा कि  आज कुछ मीडिया संस्थान पूर्वाग्रही ही नहीं दुराग्रही हो गए है।यह देश के लिए शुभ नहीं है। आज मीडिया 
के क्षेत्र में तकनीकी बदली, शैली बदली, कलेवर बदले  लेकिन प्रतिबद्ध पत्रकारिता कहीं  खो गई है।आर्थिक पत्रकारिता जब मजबूत होगी तभी देश मजबूत होगा। 
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता एवं विशिष्ट अतिथि नई दिल्ली के पत्रकार सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि हिंदी के समाचार पत्रों  आर्थिक पत्रकारिता के क्षेत्र में  काफी कुछ नया कर रहे है। आज आर्थिक पत्रकारिता का ज़माना है बजट और शेयर जैसे विषयों को आम जनमानस के अनुरूप तैयार कर प्रकाशित किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि  भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाला देश है। ऐसे में देश में आर्थिक पत्रकारिता के सामने चुनौती और  संभावनाएं बढ़ रही है।हम युवा पूँजी के बल पर विकास के मामले में चीन से आगे निकलने की तरफ बढ़ रहे है । उन्होंने आकंड़ों को प्रस्तुत करते हुए कहा कि उद्योग, शिक्षा और अन्य कई  क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का पूर्वी उत्तरा प्रदेश काफी पीछे है। मीडिया से जुड़े लोगों को  इसे प्रमुखता से उठाना चाहिए। इंजीनियरिंग के प्रोफेसर बीबी तिवारी ने अर्थव्यवस्था और आम आदमी पर अपनी बात रखी।विषय प्रवर्तन प्राध्यापक डॉ अवध बिहारी सिंह ने किया। उन्होंने  अपने उद्बोधन में  आर्थिक पत्रकारिता  की विकास यात्रा को भी बताया। अतिथियों का स्वागत विभागाध्यक्ष डॉक्टर मनोज मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन संकायाध्यक्ष प्रोफेसर अजय प्रताप सिंह ने किया। संचालन जनसंचार विभाग के प्राध्यापक डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने किया।
द्वितीय सत्र में श्यामनारायण पांडे, डॉ सुनील कुमार, डॉ दयानंद उपाध्याय, सुधाकर शुक्ला, डॉ रुशदा आज़मी ने भी अपने विचार व्यक्त किये।संगोष्ठी में आयोजित सीधा संवाद सत्र में प्रतिभागियों ने वक्ताओं से तमाम सवाल भी किए।
संगोष्ठी में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अजय द्विवेदी, आशुतोष सिंह, डॉ आलोक दास, आनंद सिंह, श्वेता सिंह, पंकज सिंह समेत प्रतिभागीगण  मौजूद रहे। 

Thursday 1 February 2018

व्यक्तिगत स्तर विद्यार्थियों का रखे ध्यान

शैक्षणिक नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम 

व्यवसाय प्रबंध  विभाग वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर एवं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में  शैक्षणिक नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन वक्ताओं ने शिक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अपनी बात रखी। यह चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार के  पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय शिक्षक मिशन एवं शिक्षण द्वारा उत्प्रेरित एवं समर्थित है। 
एनसीईआरटी  नई दिल्ली के प्रोफेसर एस के यादव ने कहा कि शिक्षक विद्यार्थी का संबंध आत्मीयता का होना चाहिए। शिक्षक  को कक्षा के हर विद्यार्थी के प्रति समान भाव रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं के समय विद्यार्थी अवसाद में चले जाते हैं शिक्षकों का दायित्व बनता है कि वह व्यक्तिगत स्तर पर उनकी काउंसलिंग करें। प्रो यादव ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि उच्च शिक्षा में नियुक्त होने वाले नए शिक्षकों को 3 महीने का इंडक्शन कोर्स कराया जाएगा। इससे शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि होगी। 
इसी क्रम में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रबंध अध्ययन संकाय के प्रोफेसर एसपी माथुर ने छात्रों की सुविधाओं, प्लेसमेंट एवं समस्याओं के निराकरण पर विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि आज शिक्षक व छात्र के बीच दूरी बढ़ती जा रही है इसे कम करना होगा। छात्रों की डिग्रियों को रोजगारपरक बनाने के लिए विचार करने की जरूरत है। विद्यार्थियों को प्रवेश से लेकर रोजगार खोजने तक की उत्तम सुविधाएँ शिक्षण संस्थानों को उपलब्ध कराना चाहिए। 
समन्वयक  डॉ मुराद अली ने संचालन एवं  धन्यवाद् ज्ञापन डॉ सुशील  सिंह ने किया। 
इस अवसर पर प्रो अजय प्रताप सिंह, प्रो ए के श्रीवास्तव, प्रो बी डी शर्मा, प्रो वंदना राय, प्रो अविनाश पाथर्डीकर, डॉ मो सलमान अंसारी,  डॉ सतेंद्र सिंह, डॉ पुष्पा सिंह, डॉ मुक्ता राजे,डॉ संतोष कुमार, डॉ वंदना दुबे, डॉ मनोज मिश्रा,डॉ रसिकेश, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर समेत अन्य प्रतिभागी मौजूद रहे।
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