Tuesday 30 May 2023

विश्वविद्यालय में मनाई गई वीर बहादुर सिंह की पुण्यतिथि

कुलपति ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया नमन

जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मंगलवार को विश्वविद्यालय के संस्थापक स्वर्गीय वीर बहादुर सिंह की पुण्यतिथि मनाई गई। विश्वविद्यालय में कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वीर बहादुर सिंह जी का एकमात्र उद्देश्य यह था कि जौनपुर और पूर्वांचल के आसपास के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए कहीं और न जाना पड़े। उन्हें जौनपुर में ही अच्छी तालीम दी जाए। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय वीर बहादुर सिंह उत्तर प्रदेश को पर्यटन के साथ-साथ औद्योगिक  केंद्र बनाने की भी मंशा रखते थे। प्रदेश के युवकों से उनका खास लगाव रहा। वह चाहते थे कि प्रदेश के युवकों को यहीं ज्‍यादा से ज्‍यादा रोजगार के अवसर उपलब्‍ध कराये जा सके ताकि उन्हें जीवन यापन के लिए बाहर न जाना पड़े।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय परीक्षा नियंत्रक वी.एन.सिंह,  प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो देवराज सिंह, उप कुलसचिव अमृतलाल, अजित प्रताप सिंह, डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, महामंत्री रमेश यादव, डॉ  पीके 'कौशिक', रमेश पाल,  करुणा निराला, शीलनिधि सिंह, धीरज श्रीवास्तव सहित शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे ।

कौशल विकास से युवा करें सुनहरे भविष्य का निर्माण:डॉ. अदिति नारायणी

आत्मनिर्भर भारत की बुनियाद है कौशल विकास: प्रो.निर्मला एस. मौर्य 
पीयू में हुआ वाई 20 चौपाल का आयोजन

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कौशल विकास एवं प्रशिक्षण केंद्र में मंगलवार को वाई 20 के अंतर्गत “21वीं सदी की चुनौतियां एवं युवाओं का कौशल विकास” विषय पर वाई 20 चौपाल का आयोजन किया गया | कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय की  ट्रैक चेयर वाई 20 डॉ. अदिति नारायणी पासवान ने छात्रों को वाई 20 के उद्देश्यों व थीम के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत युवाओं को कौशल विकास से जुड़ने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। व्यक्ति और देश के विकास के लिए जन शक्ति का कौशल विकास आवश्यक है जिसके दृष्टिगत रोजगारपरक कौशल सीखने हेतु भारत सरकार द्वारा अनेक प्रकार की योजनाएं जैसे दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना आदि चलाई जा रही है । उन्होंने कहा कि आज के वैश्विक परिदृश्य में बदलाव और रचनात्मकता की मांग दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। इसको ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में कौशल विकास के पाठ्यक्रम को भी जोड़ा गया हैं । कौशल विकास के माध्यम से युवा अपने सुनहरे भविष्य का निर्माण कर समाज एवं देश के विकास में अपना अमूल्य योगदान दे सकते हैं ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. (डॉ.) निर्मला एस. मौर्य ने  कहा कि युवा किसी भी देश का भविष्य है । आज भारत विश्व की सबसे बड़ी शक्ति के रूप में उभर रहा है । यहाँ प्रत्येक तीसरा व्यक्ति युवा है ऐसे में हमें, इस युवा ऊर्जा का प्रयोग सही दिशा में करने के लिए साधन सोचने होंगें । कुलपति ने कहा कि कौशल विकास न केवल आजीविका का साधन है बल्कि सामान्य दिनचर्या में स्वयं के जीवंत और ऊर्जावान महसूस करने का एक विशेष माध्यम भी है । उन्होंने कहा कि हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि कौशल विकास के माध्यम से आज की युवा शक्ति निश्चित ही भारत की तस्वीर एवं तकदीर बदलेगी |  
कौशल विकास एवं प्रशिक्षण केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. राज कुमार ने छात्रों की उपलब्धियों एवं चल रहे रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया | उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह केंद्र पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आसपास के ग्रामीण युवाओं के लिए एक सुविधा संपन्न मंच के रूप में उभर रहा है | 
कार्यक्रम में जी-20 के अंतर्गत कराई गई विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया | वाई 20 चौपाल का का आयोजन डॉ. श्याम कन्हैया द्वारा किया गया । कार्यक्रम का संचालन एवं अतिथियों का स्वागत जी-20 की नोडल अधिकारी डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राज कुमार ने किया । इस अवसर पर प्रो. देवराज सिंह, डॉ. नीरज अवस्थी, डॉ. नितेश जयसवाल, डॉ. शशिकांत यादव, डॉ रामांशु प्रभाकर सिंह, डॉ, विनय वर्मा, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, श्रीनाथ यादव, डॉ. प्रमोद कुमार, राजन गुप्ता, संतोष कुमार, अभिषेक आदि उपस्थित रहे |

Saturday 27 May 2023

संगोष्ठियों से होता है विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास: प्रो. निर्मला एस मौर्य


फार्मेसी के विद्यार्थियों को कुलपति ने किया रवाना 
जौनपुर।  वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के फार्मेसी संस्थान के 126 छात्र-छात्राओं एवं 4 शिक्षकों का दल संस्थान के विभागाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार के नेतृत्व में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान काशी हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति आधारित फार्मेसी शिक्षा विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रतिभाग करने के लिए विश्वविद्यालय से रवाना हुआ। टीम को विश्वविद्यालय की कुलपति कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने झंडी दिखाकर रवाना किया। कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य ने कहा कि छात्र छात्राओं को संगोष्ठी में प्रतिभाग करते रहना चाहिए जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके । इससे उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में नित नए आयाम को जानने का अवसर प्राप्त होता है | 
उपरोक्त दल में भ्रमण प्रभारी डॉक्टर विनय वर्मा एवं कार्यक्रम मैनेजर विजय बहादुर मौर्य तथा डॉक्टर आलोक दास साथ रहे।
 भ्रमण के लिए विश्वविद्यालय द्वारा दो बसों की सुविधा प्रदान की गयी, जिससे छात्र-छात्राएं निःशुल्क यात्रा कर सकें l
 टीम को रवाना करने में कुलपति साथ में कुलसचिव महेंद्र कुमार, संजय कुमार राय, व्यास नारायण सिंह, प्रो. अजय दिवेदी ,डॉ धर्मेंद्र सिंह , डॉ. विष्णु  यादव, प्रशांत यादव, सुशील यादव उपस्थित रहे।

Monday 22 May 2023

प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों का होता है बहुमुखी विकास:कुलपति



उत्कृष्ट कार्य के लिए उद्देश्य सिंह और मुकेश सिंह सम्मानित
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार सोमवार को एमबीए के छात्र उद्देश्य सिंह को संसद के केंद्रीय कक्ष में नोबेल पुरस्कार विजेता रविंद्र नाथ टैगोर की जयंती के अवसर पर भाषण देने के लिए और मीरपुर विकास क्षेत्र के धर्मापुर के प्रधानाध्यापक मुकेश सिंह को बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर  विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि विश्वविद्यालय मेधावी छात्रों को अनेक सांस्कृतिक,साहित्यिक एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं में भाग लेने में प्रोत्साहित करता है l पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का बहुमुखी विकास होता है l उन्होंने कहा कि उद्देश्य सिंह विश्वविद्यालय के अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा स्रोत है। कुलपति ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। गुरुदेव रबिन्द्रनाथ टैगोर जयंती  पर लोक सभा सचिवालय एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा पूरे भारत के विश्वविद्यालयों के छात्रों का भाषण प्रतियोगिता आयोजन किया गया था l
उद्देश्य सिंह को भारत के पचहत्तर विश्वविद्यालयों से सैकड़ों छात्रों में से सर्वश्रेष्ठ आठ छात्रों  को भारतीय संसद के केंद्रीय कक्ष में  भाषण देने के लिए चयनित किया गया था l  इसमें वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश से एक मात्र विश्वविद्यालय रहा l 
दूसरी ओर प्राथमिक विद्यालय मीरपुर विकास क्षेत्र धर्मापुर जौनपुर के प्रधानाध्यापक मुकेश सिंह को  बेसिक शिक्षा  के विभिन्न मापदंडों पर लगातार उत्कृष्ट कार्य करने हेतु सम्मानित कियाI
उन्हें सम्मान पत्र देते हुए कुलपति प्रोफ़ेसर निर्मला एस मौर्य ने कहा कि प्राथमिक स्तर से ही बच्चों को मूल्यपरक शिक्षा देकर उन्हें नैतिक, सदाचारी एवं संस्कारवान मानव बनाना ही शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य हैI उन्होंने इस विद्यालय में संचालित बाल वाटिका की प्रशंसा करते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दियाI उक्त विद्यालय के प्रधानाध्यापक मुकेश सिंह ने कहा कि 402 बच्चों के साथ प्राथमिक विद्यालय मीरपुर उन चुनिंदा विद्यालयों में शामिल है जिसमें विगत 03 सत्रों से निरंतर 100 से अधिक नवीन नामांकन , शत-प्रतिशत आधार सत्यापन एवं 98% डीबीटी किया  है।   कार्यक्रम का संचालन पूर्व एन एस एस समन्वयक प्रो. राकेश यादव ने किया।
 कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय,   नारायण सिंह,  अमृतलाल, बबिता सिंह, प्रो.अजय द्विवेदी, प्रो.मुराद अली, प्रो.संदीप सिंह, डॉ.संजीव गंगवार, दीप प्रकाश सिंह , रजनीश सिंह , एन एन एस समन्वयक डॉ राज बहादुर यादव,डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्या, डॉ अवधेश मौर्य, मोहदम्मद सहाबुद्दीन, समरीन तबस्सुम, सुनील कुमार मौर्या,दिव्यांशु सिंह, रक्षित प्रताप सिंह, अरुण कुमार यादव आदि उपस्थित रहे l

Tuesday 16 May 2023

गंगा नदी पर शोध करेंगे पीयू के डॉ. श्याम कन्हैया

गंगा के मैदानी भाग के जलवायु परिवर्तन पर केंद्रित होगा शोध कार्य

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार से मिली  30 लाख की ग्रांट 

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के भू एवं ग्रहीय विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. श्याम कन्हैया को गंगा नदी पर शोध हेतु 30 लाख  का अनुदान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार से प्राप्त हुआ है. डा० श्याम कन्हैया को यह शोध परियोजना राज्य विश्वविद्यालय उत्कृष्टता अनुदान के अंतर्गत प्राप्त हुई है जिसमें देश भर के समस्त राज्य विश्वविद्यालयों से प्रस्ताव भेजे गये थे.  
इस अवसर पर कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने डॉ. श्याम कन्हैया को बधाई दी. उन्होंने कहा कि गत वर्षों में विश्वविद्यालय ने शोध के क्षेत्र में नित नये कीर्तिमान स्थापित करने के साथ ही भारत सरकार, उ. प्र. सरकार एवं अन्य सभी शोध परियोजनाओं में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है. 

इस शोध परियोजना के अंतर्गत गंगा नदी परिक्षेत्र की जलवायु परिवर्तन एवं उसकी वजह से नदी तंत्र एवं मिट्टी सहित विभिन्न भू आकृतियों के निर्माण एवं क्षरण की जटिल प्रक्रियाओं पर केंद्रित शोध कार्य होगा. डॉ. श्याम कन्हैया ने बताया कि जलवायु परिवर्तन का असर समस्त जीवों सहित हमारी प्रकृति जैसे नदी, मिट्टी एवं पेड़ पौधों पर भी होता है. इस प्रकार अनुकूल जलवायु उनके सतत विकास एवं प्रतिकूल जलवायु विनाश का कारक होती है. इस शोध कार्य परियोजना के अंतर्गत गंगा नदी के कगार क्षेत्रों से मिट्टी, कंकड़ एवं अन्य नमूने एकत्र किए जाएंगे तत्पश्चात उनकी आयु गणना एवं स्थिर समस्थानिकों मुख्य रूप से कार्बन एवं ऑक्सीजन का वैज्ञानिक विधियों से विश्लेषण किया जाएगा. इस शोध कार्य से गंगा नदी के मैदानी भाग में विभिन्न कॉल अवधियों में कार्बन एवं ऑक्सीजन का विश्लेषण किया जाएगा जिससे उस समय के पर्यावरण व पारिस्थितिकी का आसानी से पता लगाया जा सकेगा. इस शोध परियोजना में मध्य गंगा क्षेत्र जो कि कानपुर से लेकर बक्सर तक है पर केंद्रित कार्य होगा | वर्तमान में जलवायु परिवर्तन की वैश्विक चुनौतियों को समझने में यह शोध कार्य अत्यंत प्रभावी होगा. 
रज्जू भइया संस्थान के निदेशक प्रो० देवराज सिंह सहित विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई दी.

Thursday 11 May 2023

पीयू के कौशल विकास केंद्र पर ड्रेस और स्टडी मेटेरियल का हुआ वितरण

जौनपुर।   वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के कौशल विकास एवं प्रशिक्षण केंद्र पर गुरुवार को पीएमजी कॉमर्स लिमिटेड,  पीएमजी कॉमर्स एज फाउंडेशन के सहयोग से स्टडी मटेरियल और ड्रेस का वितरण किया गया l  कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य के निर्देशन में  यह केंद्र स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार हेतु परिपक्व कर रहा है। प्रशिक्षण केंद्र पर विगत एक वर्ष से भी अधिक समय से सिलाई मशीन ऑपरेटर,  डाटा एंट्री ऑपरेटर तथा फाइनेंस एग्जीक्यूटिव का प्रशिक्षण जारी है l प्रशिक्षण के अंतर्गत  इस केंद्र के लगभग 12 बैच के 209 प्रशिक्षणकर्ताओं को ड्रेस का वितरण शिवम सिंह, मैनेजर कौशल विकास मिशन जौनपुर जिला योजना एवं निगरानी इकाई द्वारा किया गया l  विगत एक वर्ष में इस केंद्र पर 120 नवयुवकों एवं युवतियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका हैl  वर्तमान में 384 युवक-युवतियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी हैंl  केंद्र का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के कौशल विकास मिशन के अंतर्गत विश्वविद्यालय के आसपास के ग्रामीण लोगों के कौशल संवर्धन तथा रोजगार की मुहिम को आगे बढ़ाना एवं उन्हें लाभ प्रदान करना है l ड्रेस वितरण के अवसर पर केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ राज कुमार,  केंद्र के कर्मचारी एवं प्रशिक्षक राजन गुप्ता, संतोष, नीरजा, शिवम कुमार यादव,  सूर्यकांत अस्थाना, मोहम्मद दावर खान, प्रिया, श्रीनाथ यादव, अभिषेक उपस्थित थे।

अच्छे नागरिक तैयार करने का माध्यम है खेलः संजय राय

महामारी, आपदा में भी खेल का योगदानः प्रो. अजय द्विवेदी

खेलो इंडिया मशाल जुलूस का विश्वविद्यालय में स्वागत

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में खेलो इंडिया 2022 के मशाल जुलूस का स्वागत शुक्रवार को किया गया। विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी मशाल जुलूस विश्वविद्यालय गेट से आर्यभट्ट तक सम्मान के साथ लेकर आएं। इसके बाद खेलो इंडिया 2022 पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि खेलो इंडिया का उद्देश्य खेल को ग्राम स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाना है। साथ ही खेल के माध्यम से अच्छे नागरिक तैयार करना है। उन्होंने भारत और राज्य सरकार के खेल नीति पर भी चर्चा की तथा विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों का हर प्रकार से उत्साहवर्धन करने का आश्वासन दिया। खेलकूद परिषद के सचिव डा. ओपी सिंह ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत करते हुए इसके उद्देश्य पर प्रकाश डाला। अध्यक्षता करते हुए छात्र अधिष्ठाता प्रो. अजय द्विवेदी ने कहा कि खेल व्यक्ति को स्वस्थ ही नहीं, महामारी, आपदा से लेकर जीवन के हर क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया में सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने प्रतिभाग किया है. जो कि गौरव की बात है। उन्होंने खेल का जीवन, समाज और राष्ट्रनिर्माण में योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह ने ओलम्पिक का उदाहरण करते हुए कहा कि खेल में जीत, हार से हटकर भावना से खेले गए खेल का सम्मान होता है। जिला क्रीड़ा अधिकारी अतुल सिंह ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही अपने जीवन के खेल अनुभवों को भी सांझा किया। खेलो इंडिया में 4000 प्रतिभागी और 200 विश्वविद्यालय प्रतिभाग कर रहे हैं। संचालन और धन्यवाद ज्ञापन डा. राजेश सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. देवराज सिंह, प्रो.रजनीश भास्कर,  प्रो. मिथिलेश सिंह,  डॉ मनोज मिश्र,  डॉ प्रमोद यादवा,  डॉ गिरधर मिश्र,  डॉ सुनील कुमार, उप कुलसचिव अमृत लाल,  सहायक कुलसचिव अजीत सिंह,  बबिता सिंह, रजनीश सिंह,  कर्मचारी संघ अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह,  महामंत्री रमेश यादव,  रामजी सिंह , डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य,  सुबोध पांडेय,  सुशील कुमार प्रजापति समेत विश्वविद्यालय के शिक्षक और विद्यार्थी शामिल थे।