Monday 26 December 2022

सिख गुरुओं के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता: गुरप्रीत सिंह

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सोमवार को अमृत महोत्सव के तहत उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश के क्रम में  गुरुगोविंद सिंह के साहिबजादे "महान वीर एवं सर्वोच्च बलिदानी साहिबजादा जोरावर सिंह व फतेह सिंह के अमर बलिदान को स्मरण करते हुए वीर बाल दिवस के अवसर पर  एक दिवसीय ऑनलाइन संगोष्ठी का  आयोजन किया गया है। 
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता सरदार गुरप्रीत सिंह ने कहा कि मुगल सम्राट औरंगजेब ने सिखों के धर्म परिवर्तन नहीं करने पर जो क्रूरता दिखाई उसे सुनकर आज भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं।  गुरु तेग बहादुर सिंह का सिर कलम करने के बाद सिख गुरु गोबिंद सिंह के पास चल गए। इसके बाद मुगल सेना और गुरु गोविंद सिंह की सेना के बीच कई बार युद्ध हुए।
लेकिन मुगल शासक ने धोखे से माता गुजरी देवी और उनके साहिबजादों ने मौत को गले लगा लिया लेकिन भारत मां का सिर नहीं झुकने दिया।
उन्होंने कहा कि सरकार वीर बाल दिवस के अवसर पर हमें याद दिलाना चाहती है कि दश गुरुओं का योगदान क्या है, देश के स्वाभिमान के लिए सिख परंपरा का बलिदान क्या है! 'वीर बाल दिवस' हमें बताएगा कि भारत क्या है, भारत की पहचान क्या है। उन्होंने कहा, ''उस दौर की कल्पना करिए! औरंगजेब के आतंक के खिलाफ, भारत को बदलने के उसके मंसूबों के खिलाफ, गुरु गोविंद सिंह जी पहाड़ की तरह खड़े थे। जोरावर सिंह साहब और फतेह सिंह साहब जैसे कम उम्र के निर्दोष बालकों को दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया, लेकिन उन्होंने उन आततायी मंसूबों को हमेशा के लिए दफन कर दिया।''
संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रो अजय प्रताप सिंह संचालन डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव और विषय प्रवर्तन डॉ मनोज मिश्र ने किया।
इस अवसर पर प्रो अजय द्विवेदी, प्रो. राकेश यादव, डॉ. रसिकेश, डॉ. गिरधर मिश्र, डॉ. सुनील कुमार, पुनीत धवन, रामांशु सिंह, पुनीता मौर्या, डॉ.धीरेंद्र चौधरी, अमित मिश्रा आदि लोग मौजूद थे।

Friday 23 December 2022

साहिबजादा जोरावर, फतेहसिंह का बलिदान सदा देगा प्रेरणा: कुलसचिव

भाषण प्रतियोगिता में उद्देश्य प्रथम, आदित्य द्वितीय और विशाल को तृतीय स्थान
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संकाय भवन स्थित कान्फ्रेंस हाल में शुक्रवार को  उच्च शिक्षा विभाग,उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश के क्रम में  गुरुगोविंद सिंह के साहिबजादे "महान वीर एवं सर्वोच्च बलिदानी साहिबजादा जोरावर सिंह व फतेह सिंह का अमर बलिदान पर  कृतज्ञ राष्ट्र" विषयक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह आयोजन जनसंचार विभाग की ओर से आयोजित किया गया।
 मुख्य अतिथि कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि गुरुगोविंद सिंह के बलिदानियों सुपत्रों  जैसा अपूर्व साहस किसी भी देश के इतिहास में नही मिलता है जहां अपने सिद्धांत पर बलिदान होना स्वीकार हो। उन्होंने कहा कि साहिबजादा जोरावर एवं फतेहसिंह ने अपने बलिदान से जिस इतिहास का सृजन किया है वह सभी भारतीयों को सदा प्रेरणा देगा। प्रतियोगिता के समन्वयक एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज मिश्र ने  कवि के कथन को संदर्भित करते हुए कहा कि कहीं पर्वत झुके भी हैं-कहीं दरिया रुके भी हैं-नही रुकती जवानी है-नहीं रुकती रवानी है। उन्होंने कहा कि धन्य है गुरुगद्दी परम्परा,गुरु पुत्र और अपनी पुण्य धरा जहां गुरुगोविंद सिंह जी के ऐसे सच्चे सपूतों ने जन्मलिया जिन्होंने अन्याय के सामने सिर नही झुकाया और हंसते- हंसते अपने स्वाभिमान-धर्म के लिए दीवार में चुन लिया जाना स्वीकार किया।  अध्यक्षता करते हुए प्रो. प्रदीप कुमार ने कहा कि ऐसे वीर बलिदानियों का स्मरण युवा पीढ़ी को राष्ट्र स्वाभिमान के प्रति जागृत करेगा। आज इनके बलिदान के यथार्थ को जान कर हमारे विद्यार्थी आत्मसम्मान और राष्ट्र प्रेम से सिंचित होंगे।
 भाषण प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल द्वारा विश्वविद्यालय के विद्यार्थी उद्देश्य सिंह को प्रथम, आदित्य नारायण दुबे को द्वितीय एवं विशाल यादव को तृतीय पुरस्कार दिया गया। 
निर्णायक मंडल के रूप में डॉ अनु त्यागी,डॉ. झांसी मिश्रा एवं डॉ दिव्येन्दु मिश्र रहे। स्वागत डॉ मनोज कुमार पांडेय द्वारा एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ विनय कुमार वर्मा ने किया। इस अवसर पर परिसर के शोधार्थी एवं विभिन्न विभागों के विद्यार्थी उपस्थित रहे।

गणितज्ञ रामानुजन ने कम उम्र में महान उपलब्धियां हासिल की :कुलपति

राष्ट्रीय गणित दिवस  पर आयोजित हुई संगोष्ठी 

 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) संस्थान के गणित विभाग में महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की 135 वी जयंती पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने महान गणितज्ञ रामानुजन के शोध कार्यों, उपलब्धियों, उनके योगदान को  विस्तार से  बताया। उन्होंने कहा कि कि रामानुजन कम आयु में लगभग 3900 प्रमेय और 120 सूत्रों को प्रकाशित किया। अतिथियों का स्वागत उद्बोधन रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रो० देवराज सिंह ने किया। संगोष्ठी में प्रो. मिथिलेश सिंह ने विषय प्रवर्तन किया।
मुख्य अतिथि ने प्रो. सत्यदेव ने कहा कि श्रीनिवास रामानुजन 'फेलो ऑफ़ रॉयल सोसाइटी'  के सबसे पहले फेलो थे जिनको गणित के अनूठे योगदान के कारण उनको फ़ेलोशिप दी गयी। प्रो. देव ने मूलभूत गणितीय सूत्रों के माध्यम से रामानुजन टैक्सी नंबर, अंकों के क्रमचय से विभिन्न प्रकार के बनने वाले रजिस्ट्रेशन नंबर के निर्मित करने के बारे में वर्णन किया।आयोजन सचिव डॉ दीपक कुमार मौर्य ने मुख्य वक्ता डॉ. अमित कुमार वर्मा का परिचय कराया।  भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना के गणित विभाग से आये डॉ. वर्मा ने रामानुजन योग, रामानुजन वर्ग, रामानुजन क्यूब, रीमान जीटा फंक्शन, शोध पत्रों को प्रकाशित करने हेतु  रामानुजन जर्नल आदि  के बारे में विस्तार से बताया। डॉ सौरभ कुमार सिंह ने संचालन व धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर प्रो.रजनीश भास्कर, 
डॉ राज कुमार,  डॉ प्रमोद कुमार यादव, डॉ. गिरिधर मिश्र, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ मिथिलेश  यादव,डॉ. सुनील कुमार, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ.नीरज अवस्थी, डॉ श्रवण कुमार, डॉ. सुशील शुक्ला, डॉ सुजीत चौरसिया, अन्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं  उपस्थित थे।

Wednesday 21 December 2022

यूथ फेस्टिवल के तैयारी की कुलपति ने की बिंदुवार समीक्षा


इंटर यूनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल  12- 13 जनवरी को
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में  इंटर यूनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल का आयोजन 12- 13 जनवरी 2023 को होगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आयोजन के लिए पूर्वांचल विश्वविद्यालय को जिम्मेदारी दी है।इसमें प्रदेश के  राज्य  विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी प्रतिभाग करेंगे।
कुलपति प्रो निर्मला एस. मौर्य ने इंटर यूनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल आयोजन के लिए बुधवार को कुलपति सभागार में आयोजन समिति के समन्वयकों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की।  उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय इस कार्यक्रम को पूरे उत्साह के साथ आयोजित करेगा।  कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि समयबद्ध तैयारियों को पूर्ण करना होगा। कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु 19 समितियों के संयोजक नामित किये गए है। उनकी समस्याओं का समाधान किया गया।
वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने संयोजकों से कहा कि उनको आर्थिक समस्या नहीं होगी।
बिंदुवार कार्य को प्रोफेसर राकेश यादव ने पड़ा।
यूथ फेस्टिवल के नोडल अधिकारी डॉ मनोज मिश्र ने बताया कि इंटर यूनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल  में प्रदेश के समस्त राज्य विश्वविद्यालयों की टीमों को प्रतिभाग करने के लिए आमंत्रित किया गया है. इंटर युनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल  में   विभिन्न  प्रतिस्पर्धात्मक प्रतियोगिताएं  निर्णायक मंडल के आलोक में आयोजित की जाएगी। आयोजन सचिव डॉ गिरिधर मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
बैठक में प्रो. अजय द्विवेदी,  प्रो. रजनीश भास्कर, एआर दीपक सिंह, बबिता सिंह, डॉ. विजय प्रताप तिवारी, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. अमरेन्द्र सिंह, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ. प्रवीण सिंह, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य,, सुशील प्रजापति समेत समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

इंजीनियरिंग संकाय में एलुमिनी मीट का हुआ आयोजन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संकाय में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग एवं इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा पोस्टर प्रतियोगिता एवं एलुमनाई मीट का आयोजन बुधवार को किया गया l एलुमनाई मीट में ऑफलाइन एवं ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित पुरातन छात्रों ने अपने विचारों को साझा किया। ऑनलाइन माध्यम से जुड़े पुरातन छात्र हर्ष श्रीवास्तव ने साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं के बारे में बताया। आशीष कुमार सिंह ने वेब डेवलपमेंट के बारे में बताया। इसी क्रम में संदीप उपाध्याय ने बताया कि डाटा साइंस एवं मशीन लर्निंग के क्षेत्र में रोजगार के व्यापक अवसर उपलब्ध हैं। कार्यक्रम में उपस्थित पुरातन छात्र कृष्णकांत द्विवेदी ने अपने अनुभवों को छात्रों के साथ साझा किया एवं छात्रों के प्रश्नों के उत्तर दिए, पुरातन छात्र जितेंद्र यादव ने तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ कम्युनिकेशन स्किल को भी बेहतर बनाने के तरीकों पर अपने विचार रखे l कार्यक्रम का संचालन अवनीश दुबे, यत्नदीप दुबे एवं गरिमा पांडे ने किया l पोस्टर प्रतियोगिता में 100 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया। पोस्टर प्रतियोगिता की थीम द्वितीय वर्ष के छात्रों के लिए वसुधैव कुटुंबकम-वन अर्थ वन फैमिली, तृतीय वर्ष के छात्रों के लिए इमर्जिंग टेक्नोलॉजी इन द फील्ड ऑफ कंप्यूटर साइंस एवं चतुर्थ वर्ष के छात्रों के लिए एनवायरमेंटल डिग्रेडेशन बाई मॉडर्न साइंटिफिक टेक्नोलॉजी रहा l कार्यक्रम में पूर्व में आयोजित हुए डीएसए प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया जिसमें सीएसई विभाग से प्रथम पुरस्कार ज्ञानेंद्र नाथ पाठक, द्वितीय पुरस्कार प्रीति चौहान एवं तृतीय पुरस्कार अश्विनी मौर्य को प्रदान किया गया तथा आईटी विभाग से प्रथम पुरस्कार तन्मय सिंह, द्वितीय पुरस्कार पंकज सिंह एवं तृतीय पुरस्कार क्षितिज अवस्थी को दिया गया l विभागाध्यक्ष डॉक्टर संजीव गंगवार के मार्गदर्शन और कार्यक्रम संयोजक डॉ दीप्ति पांडे एवं जीडीएससी-वीबीएसपीयू स्टूडेंट एडवाइजर डॉ दिलीप यादव के कुशल निर्देशन में कार्यक्रम संपन्न हुआ l उक्त कार्यक्रम में विभाग के शिक्षक कृष्ण कुमार यादव, अशोक यादव, ज्ञानेंद्र पाल, संतोष कुमार यादव, दिव्येंदु मिश्रा, रविकांत यादव, प्रवीण पांडे, सुनील यादव, पूर्णेंद्र श्रीवास्तव, रितेश श्रीवास्तव, मनोज यादव आदि उपस्थित रहे l

Tuesday 20 December 2022

नैक के लिए सामूहिक प्रयास जरूरीः कुलपति


दो दिवसीय नैक कार्यशाला का हुआ समापन वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में सोमवार को दो दिवसीय नैक कार्यशाला का समापन हुआ। कार्यशाला में विश्वविद्यालय की नैक की तैयारियों की बिंदुवार चर्चा हुई और सुझाव पर अमल का निर्णय लिया गया। 
समापन सत्र को संबोधित करतीं हुई कुलपति  प्रो. निर्मला एस मौर्य ने कहा कि नैक का मूल्यांकन सभी विभागों के सामूहिक प्रयास से सफलतापूर्वक संपन्न होता है। विश्वविद्यालय हित में सभी मिलकर नैक के लिए जो भी आवश्यक हो समयबद्ध तरीके से करें। 
कार्यशाला के प्रशिक्षक  एवं नैक के असिस्टेंट सलाहकार डॉ.नीलेश पांडेय ने कहा कि नैक के  लिए विभागवार डॉक्यूमेंट  तैयार करें। विश्वविद्यालय परिसर के विभागों द्वारा बहुत सारी गतिविधियाँ और उपलब्धियां हासिल की गई है उनकी रिपोर्ट और फ़ोटो की फाइलिंग होनी चाहिए।अपने अच्छे कामों की प्रस्तुति सही ढंग से करने पर  नैक में अच्छी ग्रेडिंग मिलती है। 
आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ के समन्वयक प्रो. मानस पाण्डेय ने दो दिन की कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की. धन्यवाद ज्ञापन प्रो देवराज सिंह, समन्वयन डा. गिरधर मिश्र एवं संचालन डॉ धर्मेंद्र सिंह ने किया.
इस अवसर पर वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, प्रो अविनाश पाथर्डीकर,  प्रो. वंदना राय, प्रो. रामनारायण, प्रो  ए. के. श्रीवास्तव,  प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो संदीप सिंह,  प्रो मुराद अली, प्रो नुपुर गोयल, प्रो प्रदीप कुमार, प्रो राजेश शर्मा, डॉ प्रमोद यादव,  डॉ संजीव गंगवार, डॉ राजकुमार, डॉ संतोष कुमार, डॉ सुनील कुमार, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ आशुतोष सिंह, डॉ अमित वत्स, डॉ विनय वर्मा, मंगला यादव, डॉ नृपेन्द्र सिंह समेत अन्य शिक्षक उपस्थित रहे.

गणतंत्र दिवस परेड में चयनित स्वयंसेविका का कुलपति ने किया उत्साहवर्धन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय,जौनपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयंसेविका आंचल मौर्या का गणतंत्र दिवस परेड शिविर 2023 में चयन के उपरान्त कुलपति प्रो.निर्मला एस.मौर्य ने मंगलवार को कुलपति कार्यालय में माला पहनाकर स्वागत करके अच्छे प्रदर्शन हेतु प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ राज बहादुर यादव ने इसे एनएसएस के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि बताया। शिक्षकों तथा कर्मचारियों ने भी आँचल मौर्या का स्वागत किया। इस अवसर पर शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ विजय कुमार सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ हिमांशु सिंह, महामंत्री डॉ राहुल सिंह, प्रो.अजय द्विवेदी, संयुक्त मंत्री डॉ गंगेश दीक्षित, पूर्व कार्यक्रम समन्वयक डॉ राकेश कुमार यादव, नोडल अधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह, डॉ राकेश कुमार बिंद,निजी सचिव कुलपति डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य,सुमित सिंह, राम कुमार शुक्ला आदि उपस्थित रहे।

Sunday 18 December 2022

जनसेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं: प्रो. निर्मला एस. मौर्य



कंबल पाते हीं लाभार्थियों के चेहरे पर आईं मुस्कान
 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर के निर्माणाधीन इंडोर स्टेडियम में कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने शनिवार को जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरित किया। उन्होंने करीब 150 लोगों को ठंड में उपहार स्वरूप कंबल दिए। ठंड में कंबल पाते ही लाभार्थियों के चेहरे पर मुस्कान आ गई। सभी ने दुआओं से कुलपति को अभिसिंचित किया।

 इस अवसर पर कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि ठण्ड क्या होती है ये कोई उनसे पूछे जो सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे किसी तरह अपने बदन को सिकोड़कर रात गुजारने को मजबूर होते हैं। ऐसी स्थिति में यदि ऐसे मजलूम लोगों को कोई भी गर्म कपड़े मिल जाए तो उनके मुंह से दुआओं की बारिश होना लाजिमी है। उन्होंने कहा कि जनसेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। कड़ाके की ठंड में जहां हम उन्हें गर्म कपड़े देकर ठंड से राहत दिलाने का प्रयास करते हैं वहीं इन लाभार्थियों के आशीर्वाद और दुआओं की गर्मी से हम भी सुरक्षित रहते हैं। पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा. विजय सिंह ने कहा कि कुलपति और इनके परिवार के लोगों का संस्कार ही सेवा और गरीबों की मदद करना है। शायद इसी के कारण जबसे आप विश्वविद्यालय में आई हैं विश्वविद्यालय हर क्षेत्र में विकास कर रहा है। सहायक कुलसचिव श्रीमती बबिता सिंह ने कहा कि कुलपति के कार्यकाल में कोई भी गरीब और छोटे तबके के लोगों की समस्याओं का तुरंत समाधान होता है। उन्होंने कहा कि गरीबों की सेवा भगवान की सेवा होती है। कार्यक्रम का संचालन अभिषेक सिंह और आभार धर्मेंद्र सिंह ने किया। 

इस अवसर पर शिक्षक संघ के महामंत्री डा. राहुल सिंह, डा. सुनील कुमार, डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डा. श्याम कन्हैया सिंह, इंजीनियर एमके चतुर्वेदी, लोकेश चौरसिया, रघुनंदन यादव, पंकज सिंह आदि उपस्थित थे।

नैक क्रैटिरिया को‌ ध्यान में रखकर करें प्रस्तुति: कुलपति

नैक के असिस्टेंट एडवाइजर ने ग्रेडिंग बढ़ाने के दिए टिप्स  

विश्वविद्यालय  के आर्यभट्ट सभागार में दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन रविवार को नैक की तैयारी के संबंध में 28 विभाग के  विभागाध्यक्ष ने सातों क्राइटेरिया के तहत विभाग की स्थिति का प्रस्तुतीकरण किया। सभी विभागाध्यक्षों ने कुलपति और नैक के असिस्टेंट एडवाइजर डा. नीलेश पांडेय के समक्ष विभाग की प्रस्तुति की।
इस अवसर पर  बंगलुरु नैक के असिस्टेंट एडवाइजर डॉ. नीलेश पांडेय ने प्रस्तुतीकरण के दौरान कमियों को कैसे दूर किया जाए? इस बारे में विस्तार से बताया। साथ ही नैक की ग्रेडिंग बढ़ाने के लिए कई उपाय भी सुझाए। कई विभागों की प्रस्तुति में खामियों पर उन्हें संशोधन के सुझाव दिए। कई विभागाध्यक्षों के सुंदर प्रस्तुतिकरण की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के हर शिक्षक और अधिकारी नैक क्रैटेरिया के हिसाब से अपना एकेडमिक रिकॉर्ड तैयार करें, ताकि विभाग के साथ-साथ विश्वविद्यालय का भी रिकॉर्ड मजबूत हो।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने विभागाध्यक्षों  के प्रस्तुतीकरण को गंभीरता से देखा। उन्होंने सभी विभागाध्यक्ष, शिक्षकों और अधिकारियों को नैक की तैयारी के प्रति गंभीर होने के निर्देश दिए। स्वागत प्रो. मानस पांडेय,  संचालन डॉ. गिरधर मिश्र और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. देवराज सिंह ने किया।
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार,  प्रो.बीबी तिवारी, प्रो.वंदना राय, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. राम नारायण,‌ प्रो. अजय प्रताप सिंह, डॉ. संतोष कुमार, डॉ सौरभ पाल, डॉ.‌प्रमोद कुमार यादव, डॉ मनीष गुप्ता,  डॉ. नुपुर तिवारी, डॉ. राजकुमार,  डॉ.रसिकेश, डॉ. सुनील कुमार,  डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. अमरेंद्र सिंह, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ.पुनीत धवन, डॉ. मिथिलेश यादव, डॉ. सुशील शुक्ला, डॉ. सुशील कुमार सिंह डॉ रामनरेश यादव, डॉ मंगला प्रसाद आदि उपस्थित थे।

Friday 16 December 2022

असफलताओं से कभी निराश ना हो: प्रो. निर्मला एस.मौर्य

राजकीय बालिका हाई स्कूल, अंबेडकर नगर के विद्यार्थी आए शैक्षणिक भ्रमण पर

विश्वविद्यालय के संसाधनों को देख खुशी से झूमें बच्चे

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में राजकीय बालिका हाई स्कूल, बसिया जलालपुर अंबेडकर नगर के विद्यार्थी और शिक्षक शासन के  दिशा निर्देश पर विश्वविद्यालय में शैक्षणिक भ्रमण के लिए शुक्रवार को आये। 
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर निर्मला एस. मौर्य ने कुलपति सभागार में विद्यार्थियों से बातचीत कर उनके सपनों को उड़ान दी। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए  कहा कि हौसलों को ऊंचा रखें। जीवन में असफलताओं से कभी निराश ना हो, यह आपके सपनों को साकार करने का रास्ता बनाती है। उन्होंने कहा कि स्कूल पढ़ने के साथ-साथ सीखने की भी जगह है। यही सीख हमें रोजगार के साथ-साथ व्यवहारिक और सामाजिक जीवन में काम आती है।
उन्होंने कहा कि बच्चों अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करना। बीता हुआ समय कभी लौटकर नहीं आता।
कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि हमेशा बड़े सपने देखने की आदत डालो तभी सफलता हाथ आएगी। उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी की इसी सोच के साथ शैक्षणिक भ्रमण का कार्यक्रम विश्वविद्यालय में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा रखा गया है। ताकि बच्चे अपनी सोच को आगे बढ़ा सके।
कुलपति सभागार में भ्रमण के लिए आये विद्यार्थियों और शिक्षकों को कुलपति ने सम्मानित कर उपहार दिया।
जनसंचार विभाग में भ्रमण के लिए आए विद्यार्थियों को वीडियो और डिजिटल कैमरे के बारे में जानकारी दी गई और उन्होंने खुद भी इन कैमरों से फोटो खींचा। डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने  उन्हें साइबर क्राइम के प्रति  जागरूक किया। इसके साथ ही विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के फार्मेसी  संस्थान, रज्जू भैया संस्थान, पुस्तकालय, मशरूम उत्पादन केंद्र, स्टेडियम, मुक्तांगन आदि स्थानों का भ्रमण किया।
बच्चों के साथ प्रधानाचार्य श्रीमती तकदीश फातमा, जितेंद्र पांडेय, श्रीमती कविता प्रताप, श्रीमती निर्मला चौरसिया, सुश्री निधि मिश्रा, श्रीमती प्रतिभा वर्मा शामिल थीं।
संचालन प्रोफेसर मानस पांडे और धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती बबीता सिंह ने किया।
इस अवसर पर प्रो.अविनाश पाथर्डीकर, प्रो.देवराज सिंह, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ सुनील कुमार, डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ.विनय वर्मा, डॉ श्याम कन्हैया सिंह, डॉ वनीता सिंह डॉक्टर लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, विनीत सिंह, सत्य प्रकाश सिंह, अजय यादव आदि उपस्थित थे।

Thursday 15 December 2022

कल्पना को जमीन पर उतारने वाले कर्मयोगी थे लौह पुरुषः कुलपति

पीयू में सरदार पटेल को पुण्यतिथि पर किया गया नमन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि के अवसर पर सरस्वती सदन में स्थापित सरदार पटेल की प्रतिमा पर गुरुवार को कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर कुलसचिव, शिक्षक और कर्मचारियों ने भी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किया।कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि देश को एकता के सूत्र में बांधने का श्रेय लौह पुरुष को ही जाता है। वह सिर्फ कल्पना करने वाले व्यक्ति नहीं, बल्कि कल्पना को जमीन पर उतारने वाले कर्मयोगी थे। हिमालय जैसी दृढ़ इच्छाशक्ति और नेतृत्व क्षमता के कारण ही देश ने उन्हें सरदार माना। वह हमेशा कहते थे कि आम प्रयास से हम देश को एक नई दिशा दी जा सकती है जबकि एकता की कमी हमें नई आपदाओं में डाल देगी। कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल को नए भारत का निर्माता भी कहा जाता है और उनके साहसिक कार्यों की वजह से ही उन्हें 'लौह पुरुष' और 'सरदार' जैसी उपाधियों से नवाजा गया था। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

इस अवसर पर प्रो. मानस पांडेय, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. अशोक श्रीवास्तव, प्रो. राकेश यादव, डा. मनोज मिश्र, डा. सुनील कुमार, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. मंगला प्रसाद यादव, डा. विनय वर्मा, डा. अमित वत्स, डा. पीके कौशिक, डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डा.स्वतंत्र कुमार, सुबोध पांडेय, संतोष मौर्य, रामगोपाल आदि उपस्थित थे।   

Wednesday 14 December 2022

बिना अध्ययन के नहीं मिलती उपलब्धि- डॉ. सावित्री

गुरु नानक कॉलेज की टीम ने कई विभागों का किया विजिट  

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर के पर्यावरण विज्ञान विभाग में 
गुरु नानक महाविद्यालय चेन्नई के डीन एकेडमिक ऑफ साइंस डॉ.एस. सावित्री एवं डायरेक्टर रिसर्च डॉ प्रेम एम. मारन ने  शिक्षक एवं छात्रों से बुधवार को संवाद किया।
विगत वर्ष गुरुनानक कालेज चेन्नई, तमिलनाडु के साथ शैक्षणिक गतिविधियों के परस्पर सहयोग हेतु एक एमओयू हस्ताक्षरित किया गया था । टीम ने एक दूसरे से पर्यावरण विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे कार्य और प्रगति पर चर्चा की। डॉ. प्रेम ने पर्यावरण के क्षेत्र में बेहतरीन रिसर्च कराने हेतु, विभाग को बधाई दी और यह भी बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में पर्यावरण के बच्चे और अच्छा कार्य कर सकते हैं। इस क्षेत्र में उन्होंने अपना सहयोग प्रदान करने की भी बात कही और साथ ही में पर्यावरण विज्ञान के बच्चों के सवालों से प्रभावित हुए। उन्होंने कुछ बच्चों को अपने यहां उच्च शिक्षा और रिसर्च हेतु लेने की इच्छा जाहिर की।
डीन एकेडमिक ऑफ साइंस डॉ.एस. सावित्री ने कहा कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए व्यक्ति को स्वयं आगे आना होगा जिस तरह खाने सोने और मनोरंजन करने का समय निर्धारित है उसी तरह पढ़ाई का भी समय निर्धारित होना चाहिए। बिना अध्ययन के कोई भी शिक्षा के क्षेत्र में महान उपलब्धि नहीं प्राप्त कर सकता है। इसके बाद टीम माइक्रोबायोलॉजी विभाग में गई और वहां के बच्चों के साथ बातचीत की।
इसके बाद टीम ने विश्वविद्यालय परिसर के कई विभागों को देखा। वह संकाय अध्यक्ष, विभागाध्यक्ष और विद्यार्थियों से बातचीत की।
गुरु नानक कॉलेज की टीम में मनजीत सिंह नायर, डॉ. स्वाति पालीवाल, डॉ एस. सावित्री, डॉ.सौम्यकांत सारंगी, डॉ. क्रिस्टी, डॉ डॉली, डॉ. प्रेम माथी मारन आदि शामिल थे।
इस अवसर पर प्रो मानस पांडेय, प्रो. अजय द्विवेदी, डॉ मनोज पांडेय, डॉ सुनील कुमार, डॉ. सुधीर कुमार उपाध्याय, डॉ. विवेक पांडेय, डॉ एस पी तिवारी, ऋषि श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।

Tuesday 13 December 2022

पौधों की बीमारियों के पहचान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लाभकारी

वीर बहादुर पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संकाय भवन के कांफ्रेंस हाल में मंगलवार को एकीकृत कीट प्रबंधन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नैनो टेक्नोलॉजी के उपयोग पर विस्तार से चर्चा की गई. बतौर आमंत्रित वक्ता  गुरु नानक कॉलेज, चेन्नई के डॉक्टर प्रेम एम. मारन ने  कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  एक रचनात्मक उपाय है जो मशीनों मुख्य रूप से कंप्यूटर सिस्टम, रोबोटिक्स, डिजिटल उपकरण द्वारा मानवबुद्धि और क्षमताओं का अनुकरण करता है. उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग पौधों की बीमारियों  की तेजी से पहचान करके और एग्रोकेमिकल को कुशलता से लागू करके फसल प्रबंधन और उत्पादकता को अधिकतम करने के लिए संज्ञानात्मक कंप्यूटिंग के उपयोग किया जा रहा है. 

उन्होंने कहा कि विश्व स्तर बड़ी मात्रा में फसल  रोग और कीटों के कारण नष्ट हो रही है, हालांकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  ठीक करने में मदद कर रहा है। इसमें एक विशेष रूप तैयार किया गया ड्रोन  खेत में उड़ान भरता है उच्च गुणवत्ता के कैमरे  से ही पौधे की बीमारियों को पकड़ाता है और केमिकल्स द्वारा दूर करता है। साथ ही पर्यावरण के अनुकूल तरीकों  से तैयार किए गए  नैनो मटेरियल  के लाभों के बारे में भी बताया. 
वक्ता का स्वागत कार्यक्रम समन्वयक प्रो वंदना राय ने किया.  संचालन छात्रा  शरीयत फात्मा एवं  धन्यवाद प्रस्ताव प्रो. प्रदीप कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रो प्रदीप कुमार, प्रो राजेश शर्मा, डॉ एस पी तिवारी, डॉ मनीष गुप्ता, डॉ विवेक, अमृता , श्वेता समेत विद्यार्थी उपस्थित रहे. 

Monday 12 December 2022

लक्ष्य प्राप्ति के लिए सकारात्मक होना जरूरी: डॉ.सावित्री स्वामीनाथन

व्यक्तित्व विकास एक निरंतर प्रक्रिया ः डा. डाली
सॉफ्ट स्किल पर्सनैलिटी डेवलपमेंट विषय पर हुई चर्चा
वीर बहादुर सिंह विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट सेल और छात्र अधिष्ठाता कल्याण विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन मंगलवार को बच्चों को सॉफ्ट स्किल पर्सनालिटी डेवलपमेंट विषय से रूबरू कराया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता डीन एकेडमिक्स गुरु नानक स्वशासी महाविद्यालय चेन्नई की डॉ सावित्री स्वामीनाथन ने कहा कि जीवन में अगर लक्ष्य प्राप्ति करना है तो सदैव सकारात्मक बनिए। व्यक्ति में अगर नकारात्मकता है वह अपने साथ-साथ अपने घर और दोस्तों को भी नुकसान पहुंचाता है।
उन्होंने  छात्रों को इंटरव्यू देने से पहले की तैयारियां के बारे में विस्तार से बताया।  कहा कि सदैव सकारात्मकता के साथ अपने जीवन में तय लक्ष्यों को पूरा करना चाहिए । उन्होंने बॉडी  लैंग्वेज के विविध पक्षों पर गहराई से चर्चा की। इसी क्रम में कार्यक्रम  समन्वयक डॉ  डॉली ने कहा कि हिंदी,अंग्रेजी या अन्य कोई भाषा हो उसमें आपकी पकड़ होनी चाहिए. जब कहीं इंटरव्यू के दौरान बोलते है तो उसमें आपका व्यक्तित्व भी झलकना चाहिए. व्यक्तित्व विकास एक निरंतर प्रक्रिया है. 
इस दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में ट्रेनिंग और प्लेसमेंट सेल के डायरेक्टर प्रोफेसर संदीप कुमार सिंह ने अतिथियों का परिचय एवं कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की.  कार्यशाला में इंजीनियरिंग संकाय के डीन प्रोफेसर बीबी तिवारी, डॉ दीप प्रकाश सिंह, डॉ शशांक दुबे, डॉ हेमंत कुमार सिंह, डॉ दिलीप यादव ,डॉ नवीन चौरसिया, डॉ अंकुश गौरव, डॉक्टर सुबोध कुमार ,डॉ मोहम्मद रेहान, डॉ कृष्ण कुमार यादव तथा अन्य विभागों के शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया ।

काम अपने लिए नहीं समाज के लिए हो उपयोगीः मनजीत सिंह नायर

विश्वविद्यालय की ऊर्जा का समुचित उपयोग होः प्रो. निर्मला एस. मौर्य
चार दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में दिखा उत्तर-दक्षिण का संगम

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय और गुरुनानक कालेज  (स्वात्तशासी) चेन्नई की ओर से चार दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन समारोह सोमवार को आर्यभट्ट सभागार में किया गया है। कार्यशाला का विषय इंटर इंस्टीट्यूशनल एकेडिमिक एंड एडमिस्ट्रेटिव क्वालिटी इंम्प्रूवमेंट है ।

उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि गुरुनानक कालेज (स्वायत्तशासी) चेन्नई के जनरल सेक्रेटरी मनजीत सिंह नायर ने कहा कि किसी भी संस्था के उन्नयन और विकास में वहां के सभी लोगों की भागीदारी होती है। उन्होंने कहा कि हमें अपने काम के साथ-साथ यह भी ध्यान देने की जरूरत है कि हम अन्य  कितने लोगों को प्रोत्साहित करके सकारात्मक दिशा दिखा सकते हैं। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होगा कि हमारे काम से समाज का भला हो रहा है कि नहीं। कहा कि किसी भी संस्था का संसाधन ही वहां के विद्यार्थियों को आकर्षित करता है। उन्होंने सलाह दी कि हम जो भी करें उसका डाटाबैंक बनाकर रखें ताकि समय पर उसे प्रस्तुत कर पाएं। 

 विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि इस विश्वविद्यालय के लोगों में ऊर्जा की कमी नहीं है बस इसका उपयोग कौशल और समुचित ढंग से करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कक्षा विद्यार्थियों में श्रवण, वाचन, पठन और लेखन की आवश्यकता है, ताकि विद्यार्थी के मन में भटकाव न हो। आज की युवा पीढ़ी तेज और बहुत समझदार है बस उसे सिखाने की जरूरत है।
चेन्नई आईक्यूएसी की समन्वयक डा. स्वाति पालीवाल ने कहा कि विद्यार्थी को कक्षा की हर चीज जीवन में काम नहीं आ सकती लेकिन वह उसके व्यक्तित्व निर्माण में जरूर सहायक होगी। उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान  की ब्राडिंग उसके शिक्षक और विद्यार्थी से होती है। कार्यशाला की  समन्वयक  गुरुनानक कालेज चेन्नई की डा. डाली ने कहा कि दोनों संस्था संयुक्त रूप से रिसर्च प्रोग्राम चलाएंगी। विद्यार्थियों को ई –मेटेरियल उपलब्ध कराएगी। साथ ही शिक्षक, विद्यार्थी और प्रशासनिक अधिकारियों  को  भी एक- दूसरे के यहां आने जाने का मौका देगी। कार्यशाला में पीयू के  समन्वयक  डा. मनोज पांडेय ने विश्वविद्यालय का विस्तृत परिचय के साथ कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की। अतिथियों का स्वागत आईक्यूएसी सेल के समन्वयक प्रो. मानस पांडेय, संचालन प्रो. मुराद अली और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अजय द्विवेदी ने किया। गुरुनानक कालेज की ओर से कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, डा. एस. सावित्री, डा. पी. क्रिस्टी, डा. सौम्यकांत सारंगी, डा. विजय कुमार, प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. वंदना राय, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. रजनीश भास्कर, डा. राजकुमार, डा. मनोज मिश्र, प्रो. राकेश यादव, डॉ. राहुल सिंह, डा. संजीव गंगवार, डा.. रसिकेश, डा. आशुतोष सिंह, डा. प्रमोद कुमार यादव, डा. गिरधर मिश्र, डा. जाह्नवी श्रीवास्तव, डा. अमरेंद्र सिंह, डा. सुनील कुमार, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. विनय वर्मा, डा. परमेंद्र सिंह, डा. पूजा सक्सेना, डा. आलोक दास आदि उपस्थित थे।     

Sunday 11 December 2022

सुब्रमण्यम भारती की रचना के केंद्र में था राष्ट्रवाद: डॉ राजेश सरकार

समाज, प्रांत और राष्ट्र से जोड़ती है भाषा: प्रो. निर्मला एस. मौर्य

भारतीय भाषा के उन्नयन में महाकवि सुब्रमण्यम भारती का योगदान" विषय पर हुआ वेबिनार

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में रविवार को भारतीय भाषा उत्सव दिवस के अवसर पर जनसंचार विभाग और भारतीय भाषा, संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ द्वारा भारतीय भाषा के उन्नयन में महाकवि सुब्रमण्यम भारती का योगदान" विषयक एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया है। यह वेबिनार महाकवि सुब्रमण्यम भारती की जयंती समारोह पर आयोजित था।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य डॉ. राजेश सरकार ने कहा कि महाकवि सुब्रमण्यम भारती की शिक्षा उनकी इच्छा के विपरीत पिता के दबाव में हुई। इसके बावजूद उन्होंने भारतीय भाषाओं के प्रचार -प्रसार में विशेष भूमिका निभाई। उनकी कविताओं में राष्ट्रभक्ति कूट-कूट कर भरी हुई थी। वह एक कवि होने के साथ-साथ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में शामिल सेनानी, समाज सुधारक, पत्रकार के साथ उत्तर भारत व दक्षिण भारत के मध्य एकता के सेतु के रूप में काम किया, इसलिए उन्हें महाकवि भारतियार के नाम से जाना जाता है। भारतीय भाषा के उन्नयन में उनका विशेष योगदान था। उन्होंने कविता और रचना के माध्यम से सभी भारतीय भाषाओं को छूने की कोशिश की। अध्यात्मिक और वैदिक ग्रंथों का तमिल में अनुवाद कर उन्होंने दक्षिण के लोगों तक राष्ट्रवाद और अध्यात्म को पहुंचाया। यही उनकी रचना के केंद्र में भी रहता था। वह नारी शिक्षा के पक्षधर थे। इस पर उन्होंने पांचाली शपथम् में भी विस्तार से बताया है।
बतौर अध्यक्ष विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि महाकवि सुब्रमण्यम भारती दूरदृष्टि वाले थे। 100 वर्ष पहले ही उनके चिंतन में जो बात थी वह राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अब आई है। उनकी कविता और रचनाएं सामाजिक सरोकार राष्ट्रवाद और अध्यात्म से जुड़ी होती थी। उन्होंने कहा था कि राष्ट्र निर्माण के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि आप की भाषा के साथ अगर हिंदी नहीं जुड़ी है तो आपका ज्ञान अधूरा है। उन्होंने कहा कि भाषा हमें समाज, प्रांत और राष्ट्र से जोड़ती है।
इस अवसर पर प्रभारी भाषा केंद्र भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा की डॉक्टर सुसान वर्गीस ने भारतीय भाषा उत्सव दिवस के उद्देश्य एवं दृष्टिकोण पर समग्र रूप से प्रकाश डाला। इस वेबीनार में प्रदेश की अन्य विश्वविद्यालयों में स्थापित भाषा केंद्र के सभी समन्वयक भी प्रतिभाग कर रहे थे।
वेबिनार में स्वागत, संचालन और विषय प्रवर्तन कार्यक्रम संयोजक एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र और आभार आयोजन सचिव डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर ढाका की डॉ पूनम गुप्ता, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. मुराद अली, प्रो. राकेश यादव, डॉ सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. मिथिलेश यादव, डॉ.पुनीत धवन, मंगला प्रसाद यादव, डॉ विनय वर्मा, डॉ सुशील कुमार सिंह, डॉ वनीता सिंह और विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।

Friday 9 December 2022

पीयू में यूथ फेस्टिवल में प्रदेश भर से जुटेंगें प्रतिभागी

इंटर यूनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल  12-13 जनवरी को 
सभी  राज्य विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी  दिखायेंगे अपनी प्रतिभा 
कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य ने तैयारियों की समीक्षा की 

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में  इंटर यूनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल का आयोजन 12-13 जनवरी 2023 को होगा.  उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आयोजन के लिए पूर्वांचल विश्वविद्यालय को जिम्मेदारी दी है।इसमें प्रदेश के  राज्य  विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी प्रतिभाग करेंगे। 
कुलपति प्रो निर्मला एस. मौर्य ने इंटर यूनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल आयोजन के लिए शुक्रवार को कुलपति सभागार में आयोजन समिति के समन्वयकों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय इस कार्यक्रम को पूरे उत्साह के साथ आयोजित करेगा. वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने बैठक में संयोजकों से बिन्दुवार चर्चा की और कहा कि समयबद्ध तैयारियों को पूर्ण करना होगा. कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु 19 समितियों के संयोजक नामित किये गए है. 
यूथ फेस्टिवल के नोडल अधिकारी डॉ मनोज मिश्र ने बताया कि इंटर यूनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल  में प्रदेश के समस्त राज्य विश्वविद्यालयों की टीमों को प्रतिभाग करने के लिए आमंत्रित किया गया है. इंटर युनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल  में   विभिन्न  प्रतिस्पर्धात्मक प्रतियोगिताएं  निर्णायक मंडल के आलोक में आयोजित की जाएगी. आयोजन सचिव डॉ गिरिधर मिश्र ने तैयारियों के बारें में अवगत कराया.  
बैठक में परीक्षा नियंत्रक बी एन सिंह, प्रो. अजय द्विवेदी,  प्रो. मानस पाण्डेय, शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. विजय कुमार सिंह, डॉ. राहुल सिंह,   प्रो. वंदना राय, प्रो. अशोक श्रीवास्तव,प्रो देवराज सिंह,  प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो. प्रदीप कुमार, एआर अजीत प्रताप सिंह, डॉ. विजय प्रताप तिवारी, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. रसिकेश, डॉ. अमरेन्द्र सिंह, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ. प्रवीण सिंह, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य,रजनीश सिंह, राजेश सिंह, सुशील प्रजापति समेत समिति के सदस्य उपस्थित रहे. 

Friday 2 December 2022

अन्तर महाविद्यालयीय एथलेटिक पुरूष/महिला प्रतियोगिता 2022-2023

पुरूष एवं महिला वर्ग की विजेता टी0डी0 कालेज जौनपुर 

पुरूष एवं महिला वर्ग की उपविजेता पी0जी0 कालेज गाजीपुर 

तथा पुरूष वर्ग में हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज एवं महिला वर्ग में  

पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महाविद्यालय सैदपुर, गाजीपुर, तृतीय स्थान प्राप्त किया

अन्तर महाविद्यालयीय एथलेटिक पुरूष/महिला प्रतियोगिता के चौथे दिन का प्रथम प्रतियोगिता हाफ मैराथन दौड़ पुरूष वर्ग में अमेेरिका यादव समता पी0 जी0 कालेज गाजीपुर, प्रथम, वीर कुमार, पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर, द्वितीय एवं अनुज यादव, नन्हकू राम महाविद्यालय, तृतीय स्थान तथा हाफ मैराथन दौड़ महिला वर्ग में अन्नु कन्नौजिया, शहीद स्मारक महाविद्यालय, गाजीपुर, प्रथम, शाहिबा बानों, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज, द्वितीय एवं शिवानी राय, शहीद स्मारक महाविद्यालय, गाजीपुर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 20 किलोमीटर पदचाल (वाकरेस) पुरूष वर्ग में नवरतन, गोपी नाथ पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर, प्रथम, सुनील यादव, शहीद स्मारक महाविद्यालय, गाजीपुर, द्वितीय एवं धर्मेन्द्र कुमार, समता पी0 जी0 कालेज गाजीपुर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 20 किलोमीटर पदचाल (वाकरेस) महिला वर्ग में क0 वन्दना पटेल, पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर प्रथम, आंचल गुप्ता, द्वितीय एवं आंचल मौर्या, पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर तृतीय, स्थान प्राप्त किया। हैमर थ्रो पुरूष वर्ग में मो0 ताविश, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज प्रथम, नवदीप मो0 हसन पी0जी0 कालेज जौनपुर द्वितीय, रिषभ सिंह टी0डी0 कालेज, जौनपुर तृतीय स्थान तथा हैमर थ्रो महिला वर्ग में आइशा पटेल, टी0डी0 कालेज, जौनपुर प्रथम करिश्मा बिन्द हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज, द्वितीय रही। 100 मीटर दौड़ पुरूष वर्ग में अंशुल टी0डी0 कालेज, जौनपुर प्रथम, गुरमीत, श्री चन्दजी महाविद्यालय, पिलखिनी, जौनपुर, द्वितीय एवं मोनू कुमार झा, टी0डी0 कालेज, जौनपुर तृतीय स्थान एवं 100 मीटर दौड़ महिला वर्ग में शुभम्, टी0डी0 कालेज, जौनपुर प्रथम, टीना, श्री चन्दजी महाविद्यालय, पिलखिनी, जौनपुर, द्वितीय एवं नन्दिनी कटियार पी0जी0 कालेज, गाजीपुर, ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 4 ग 400 मीटर रिले पुरूष वर्ग में पी0जी0 कालेज, गाजीपुर प्रथम, टी0डी0 कालेज, जौनपुर द्वितीय, पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर, तृतीय स्थान प्राप्त किया तथा 4 ग 400 मीटर रिले महिला वर्ग में टी0डी0 कालेज, जौनपुर प्रथम, पी0जी0 कालेज, गाजीपुर द्वितीय, राजा हरपाल सिंह महाविद्यालय, जौनपुर, तृतीय स्थान पर रही। प्रतियोगिता का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी पुरूष वर्ग में अंशुल टी0डी0 कालेज जौनपुर तथा महिला वर्ग में कु0 नीशू टी0डी0 कालेज जौनपुर को मिला।समापन समारोह की मुख्य अतिथि कुलपति प्रो0 निर्मला एस0 मौर्य ने किया। उक्त अवसर पर डॉ0 विजय कुमार सिंह अध्यक्ष शिक्षक संघ, डॉ0 राहुल सिंह महामंत्री शिक्षक संघ सहायक कुलसचिव, दीपक कुमार सिंह एवं अजीत प्रताप सिंह, डॉ0 प्रवीण कुमार सिंह सचिव, खेलकूद परिषद प्रो0 ओम प्रकाश सिंह, अयोजन सचिव प्रो0 चन्द्रभान सिंह, पूर्व सचिव डॉ0 रामाश्रय शर्मा, जितेन्द्र बहादुर सिंह, डॉ0 शेखर सिंह, पूर्व संयुक्त सचिव डॉ0 विजय प्रताप तिवारी, प्रो0 संजय कुमार सिंह, प्रो0 मुन्ना सिंह, डॉ0 अच्छेलाल यादव, खेल सहायक रजनीश कुमार सिंह, पी0के0 सिंह कौशिक, अशोक कुमार सिंह, डॉ0 राजेश सिंह, सतेन्द्र कुमार सिंह, अरूण कुमार सिंह, क्रिकेट प्रशिक्षक विजय प्रकाश, सुश्री अल्का सिंह चौहान, भानू प्रताप शर्मा आदि उपस्थित रहें। निर्णायक की भूमिका में अन्तर्राष्ट्रीय रेफरी दिनेश जायसवाल, विनोद जायसवाल, श्यामजी, कृष्णा यादव, रविचन्द यादव, नीलेश यादव आदि उपस्थित रहें। 


Thursday 1 December 2022

कुलपति ने प्रोजेक्ट पाने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में शुक्रवार को शोध परियोजना प्राप्त करने वाले शिक्षकों को कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य ने सम्मानित किया.कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा शोध के लिए विश्वविद्यालय के शिक्षकों का चयन गौरव की बात है. विश्वविद्यालय के शिक्षकों के शोध परियोजनाओं से  निश्चित तौर पर समाज लाभान्वित होगा.कुलपति प्रो निर्मला एस मौर्य ने इस वर्ष उत्कृष्टता केंद्र एवं शोध परियोजना पाने वाले शिक्षकों को अंगवस्त्रम एवं सम्मान पत्र देकर प्रोत्साहित किया. सम्मान पाने वाले शिक्षकों में डॉ. प्रमोद कुमार यादव, डॉ सुशील शुक्ला, डॉ गिरिधर मिश्र, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ मिथिलेश यादव, डॉ श्याम कन्हैया, डॉ दिनेश वर्मा, डॉ सुजीत कुमार, डॉ पुनीत धवन, डॉ काजल डे, डॉ मनीष प्रताप सिंह रहे. कार्यक्रम का संचालन आई क्यू ए सी सेल के समन्वयक प्रो मानस पाण्डेय किया. इस अवसर पर प्रो वंदना राय, प्रो अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो देवराज सिंह , प्रो रजनीश भास्कर, डॉ राज कुमार, डॉ सुनील कुमार, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ रसिकेश समेत अन्य शिक्षक उपस्थित रहे.  

अन्तर महाविद्यालयीय एथलेटिक पुरूष/महिला प्रतियोगिता 2022-2023

अन्तर महाविद्यालयीय एथलेटिक पुरूष/महिला प्रतियोगिता के  तीसरे दिन 10000 मीटर के पुरूष वर्ग में दौड़ में अरविन्द टी0 डी0 पी0 जी0 कालेज जौनपुर, प्रथम, सतीश कुमार, पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर, द्वितीय एवं अवधेश कुमार, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज, तृतीय स्थान तथा 10000 मीटर के महिला वर्ग में प्रियांशू कुमारी, पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर, प्रथम, निशा पासवान, शहीद स्मारक महावि0, गाजीपुर, द्वितीय एवं साधना, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। डिस्कस थ्रो पुरूष वर्ग में सौरभ मिश्रा, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज, प्रथम, सूरज यादव, श्री चन्दजी महाविद्यालय, पिलखिनी, जौनपुर, द्वितीय एवं रिषभ सिंह, टी0डी0 कालेज, जौनपुर ने तृतीय स्थान तथा डिस्कस थ्रो महिला वर्ग में अंशिका यादव,  सतिराम महाविद्यालय, गाजीपुर प्रथम, करिश्मा बिन्द, द्वितीय एवं स्वाती पाण्डेय, तृतीय, स्थान हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज पोलवाल्ट पुरूष वर्ग में शास्वत सिंह, टी0डी0 कालेज, जौनपुर प्रथम, तथा पोलवाल्ट महिला वर्ग में माही पटेल, टी0डी0 कालेज, जौनपुर प्रथम रही। 200 मीटर दौड़ पुरूष वर्ग में अंशुल टी0डी0 कालेज, जौनपुर प्रथम, गुरमीत, श्री चन्दजी महाविद्यालय, पिलखिनी, जौनपुर, द्वितीय  एवं मोनू कुमार झा, टी0डी0 कालेज, जौनपुर तृतीय स्थान एवं 200 मीटर दौड़ महिला वर्ग में नीशू कुमारी, टी0डी0 कालेज, जौनपुर प्रथम, टीना, श्री चन्दजी महाविद्यालय, पिलखिनी, जौनपुर, द्वितीय एवं शुभम् टी0डी0 कालेज, जौनपुर, ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। भालाफेंक पुरूष वर्ग में अविनाश यादव, टी0डी0 कालेज, जौनपुर, प्रथम, समर सिंह, टी0 डी0 कालेज, जौनपुर द्वितीय, राजेश कुमार, राजा हरपाल सिंह महाविद्यालय, सिंगरामऊ, जौनपुर तृतीय एवं भालाफेंक महिला वर्ग में प्रीति मौर्य, राजा हरपाल सिंह महाविद्यालय, सिंगरामऊ, जौनपुर प्रथम, पूर्णिमा सिंह, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज द्वितीय, शहाना परवीन, शहीद स्मारक महावि0, गाजीपुर, तृतीय रही। 400 मीटर दौड़ पुरूष वर्ग में अभिषेक राय, प्रथम, एवं सुमित यादव पी0जी0 कालेज, गाजीपुर द्वितीय, तथा करन, टी0डी0 कालेज, जौनपुर ने तृतीय 400 मीटर दौड़ महिला वर्ग में नीशू कुमारी, टी0डी0 कालेज, जौनपुर प्रथम, शिवांकी पी0जी0 कालेज, गाजीपुर द्वितीय एवं किरन यादव हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज तृतीय, स्थान पर रही। 800 मीटर दौड़ पुरूष वर्ग में वैभव यादव, मोहम्मद हसन पी0जी0 कालेज, जौनपुर, प्रथम, यादव अंतरिक्ष, माँ प्यारी देवी महाविद्यालय, मोकलपुर, जौनपुर द्वितीय एवं शाहरूख, पी0जी0 कालेज, गाजीपुर तृतीय, तथा 800 मीटर दौड़ महिला वर्ग में भाविका, टी0डी0 कालेज, जौनपुर प्रथम, शिवांकी पी0जी0 कालेज, गाजीपुर द्वितीय एवं शिल्पी यादव पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर तृतीय, स्थान पर रही। 4 ग 100 मीटर रिले पुरूष वर्ग में टी0डी0 कालेज, जौनपुर प्रथम, पी0जी0 कालेज, गाजीपुर द्वितीय, शहीद स्मारक महाविद्यालय, गाजीपुर, तृतीय स्थान पर रही तथा 4 ग 100 मीटर रिले महिला वर्ग में 4 ग 100 मीटर रिले पुरूष वर्ग में टी0डी0 कालेज, जौनपुर प्रथम, पी0जी0 कालेज, गाजीपुर द्वितीय, पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर, तृतीय स्थान प्राप्त किया। डेकाथलान पुरूष वर्ग में अश्विनी कुमार यादव, मड़ियाहूँ पी0जी0 कालेज, मड़ियाहूँ, जौनपुर प्रथम, सूरज यादव, टी0डी0 कालेज, जौनपुर द्वितीय, सुनील यादव, शहीद स्मारक महाविद्यालय, गाजीपुर, ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 

उक्त अवसर पर सचिव, खेलकूद परिषद प्रो0 ओम प्रकाश सिंह, अयोजन सचिव प्रो0 चन्द्रभान सिंह, अशोक कुमार सिंह, प्रो0 शेखर सिंह, प्रो0 मुन्ना सिंह, प्रो0 संजय कुमार, डॉ0 अच्छेलाल यादव, खेल सहायक रजनीश कुमार सिंह, जितेन्द्र बहादुर सिंह, अशोक कुमार सिंह, डॉ0 राजेश सिंह, सतेन्द्र कुमार सिंह, अरूण कुमार सिंह, क्रिकेट प्रशिक्षक विजय प्रकाश, सुश्री अल्का सिंह चौहान, भानू प्रताप शर्मा आदि उपस्थित रहें। 

     निर्णायक की भूमिका में अन्तर्राष्ट्रीय रेफरी दिनेश जायसवाल, विनोद जायसवाल, श्यामजी, कृष्णा यादव, रविचन्द यादव, नीलेश यादव आदि उपस्थित रहें। 


समस्या खत्म करने के लिए सद्भाव जरूरीः प्रो. नरेश चंद्र गौतम

सभी के चेहरे पर मुस्कान से ही सद्भाव संभवः प्रो. निर्मला एस. मौर्य

सात दिवसीय राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव सप्ताह का समापन समारोह

जौनपुर। भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव प्रकोष्ठ एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंधन विभाग के संयुक्त तत्वावधान से सात दिवसीय राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव सप्ताह का समापन कार्यक्रम रंगारंग समारोह के साथ आर्यभट्ट सभागार में गुरुवार को मनाया गया l

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि महात्मा गाँधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. नरेश चंद्र गौतम ने कहा कि समाज में जिस दिन सद्भावना आ जाएगी उस दिन समस्या अपने आप समाप्त हो जाएगी। व्यक्ति में सकारात्मक सोच होना जरूरी है। इसी से उसका व्यक्तित्व विकास होता है। उन्होंने कहा कि जिसके पास अभिमान नहीं है वहीं सद्भावना का द्योतक है, कहा कि सांप्रदायिक सद्भाव से ही देश का अस्तित्व है l उन्होंने सलाह दी कि विद्यार्थी अपने लक्ष्य को चुनें विकल्प को नहीं। विकल्प चुनने वाला कभी लक्ष्य नहीं प्राप्त कर सकता।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने देश की विभिन्नता में एकता की मिसाल देते हुए कहा कि यहाँ के लोग सदियों से सौहार्द और प्रेम से गंगा जमुनी तहज़ीब को कायम रखे है l  उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने में हमेशा से अग्रसर हैl ऐसे कार्यक्रमों से विद्यार्थी अपने व्यवहार से समाज में सद्भाव की खुशबू फैलाते रहेंगेl सद्भाव का असली कारण सभी के चेहरे पर मुस्कान लाना है।

कुलसाचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि देश एक परिवार की तरह है। आपस में सहिष्णुता रहेगी तभी देश मजबूत बनेगा।अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रोफेसर मुराद अली ने सांप्रदायिक सद्भाव सप्ताह रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताएं में भाग लिए गए छात्रों को पुरस्कृत किया गया.कार्यक्रम में जल संरक्षण का संकल्प दिलाया गया l कार्यक्रम के अंत में छात्रों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया.संचालन मोहम्मद हुज़ाईफा खान एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अजय द्विवेदी ने दिया.

इस अवसर पर वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक वी. एन. सिंह,  सहायक कुलसाचिव अजीत कुमार सिंह,  बबिता सिंह,  प्रो. बी.बी. तिवारी, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर,  प्रो. मानस पाण्डेय,  प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. वी. डी. शर्मा, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. रामनारायण,  प्रो. वन्दना दुबे, डॉ रसिकेश, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. गिरिधर मिश्रा,  डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव,  डॉ. पुनीत धवन, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. अमित सिंह वत्स, डॉ. विनय वर्मा, डॉ प्रमेन्द्र विक्रम सिंह, डॉ सुशील कुमार सिंह ,डॉ. सैफुल हक, समरीन तबस्सुम, नरिंदर कौर भटिया,  मोहम्मद सहाबुद्दीन,  प्रांकूर शुक्ला, मोहित भटिया आदि उपस्थित रहे l




Wednesday 30 November 2022

अन्तर महाविद्यालयीय एथलेटिक पुरूष/महिला प्रतियोगिता 2022-2023

अन्तर महाविद्यालयीय एथलेटिक पुरूष/महिला प्रतियोगिता के आज दूसरे दिन 5000 मीटर के पुरूष वर्ग में दौड़ में अरविन्द टी0 डी0 पी0 जी0 कालेज जौनपुर, प्रथम, अवधेश कुमार, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज, द्वितीय एवं अमेरिका यादव, समता पी0 जी0 कालेज, सादात, गाजीपुर तृतीय स्थान तथा 5000 मीटर के महिला वर्ग में शिल्पी यादव पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर, प्रथम, प्रियाशूं कुमारी, पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर, द्वितीय एवं सुमन, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 110 मी0 बाधा दौड़ पुरूष वर्ग में रौशन कुमार गौतम, पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर, प्रथम, गुलशन सोनकर, पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर, द्वितीय एवं विजय कुमार गिरी, शहीद स्मारक महावि0, गाजीपुर ने तृतीय स्थान तथा 110 मी0 बाधा दौड़ महिला वर्ग में आंचल मौर्या,  पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर प्रथम, साक्षी गुप्ता, शहीद स्मारक महावि0, गाजीपुर द्वितीय एवं प्रीती सरोज, पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 400 मीटर बाधा दौड़ के पुरूष वर्ग में दौड़ में अभिषेक राय, पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर प्रथम, चन्द्र प्रकाश यादव, बाबा जंगली महावि0, गाजीपुर, द्वितीय एवं रौशन कुमार गौतम, पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर तृतीय स्थान तथा 400 मीटर बाधा दौड महिला वर्ग में अर्चना कुमारी,  पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर प्रथम, रीमा, शहीद स्मारक महावि0, गाजीपुर द्वितीय एवं प्रीती सरोज, पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। ट्रिपल जम्प के पुरूष वर्ग में प्रदीप कुमार श्री चन्दजी महाविद्यालय, पिलखिनी, जौनपुर प्रथम, अभिषेक चौरसिया, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज, द्वितीय एवं शुभम पाल, राजा हरपाल सिंह महावि0 सिंगरामऊं, जौनपुर तृतीय स्थान एवं ट्रिपल जम्प महिला वर्ग में कुमारी वन्दना, शहीद स्मारक महावि0, गाजीपुर प्रथम, साक्षी कश्यप, पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर, द्वितीय एवं ममता हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज, तृतीय स्थान प्राप्त किया। लम्बी कूद पुरूष वर्ग में अभिषेक चौरसिया, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज, प्रथम, दीपक यादव, टी0 डी0 पी0 जी0 कालेज, जौनपुर द्वितीय, अजय भारद्वाज कौशिक महावि0, गाजीपुर तृतीय स्थान पर रहे।

उक्त अवसर पर सचिव, खेलकूद परिषद प्रो0 ओम प्रकाश सिंह, अयोजन सचिव प्रो0 चन्द्रभान सिंह, डॉ0 विजय प्रताप तिवारी, अशोक कुमार सिंह, भूतपूर्व सचिव, डॉ0 रामाश्रय शर्मा, प्रो0 शेखर सिंह, प्रो0 मुन्ना सिंह, प्रो0 संजय कुमार, डॉ0 अच्छेलाल यादव, खेल सहायक रजनीश कुमार सिंह, अशोक कुमार सिंह, डॉ0 राजेश सिंह, सतेन्द्र कुमार सिंह, अरूण कुमार सिंह, क्रिकेट प्रशिक्षक विजय प्रकाश, सुश्री अल्का सिंह चौहान, भानू प्रताप शर्मा आदि उपस्थित रहें।  निर्णायक की भूमिका में अन्तर्राष्ट्रीय रेफरी दिनेश जायसवाल, विनोद जायसवाल, श्यामजी, कृष्णा यादव, रविचन्द यादव, नीलेश यादव आदि उपस्थित रहें। 


देशी खेलों को बढ़ावा देने की जरूरतः प्रो. निर्मला एस. मौर्य

                                    अन्तर महाविद्यालयीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता समारोह का हुआ उद्घाटन


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों की 33 वीं अन्तर महाविद्यालयीय एथलेटिक्स (महिला एवं पुरूष) प्रतियोगिता 2022-23 का उद्घाटन समारोह बुधवार को एकलव्य स्टेडियम में हुआ। इस अवसर पर कुलपति ने मशाल सौंपकर और गुब्बारा उड़ाकर खेला समारोह का उद्घाटन किया।  इस अवसर पर कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि खेल से तन और मन दोनों स्वस्थ होता। उन्होंने कहा कि देशी  खेलों को संरक्षित रखने और बढ़ावा देने की जरूरत है।ये खेल परंपरा में निहित हैं और हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि खेल को खेल भावना और मनोरंजन की दृष्टि से देखने की जरूरत है। हार जीत तो लगा रहता है। खिलाड़ी को अपनी फिटनेस और रियाज पर ध्यान दें। वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने  टीम  भावना  के  महत्त्व  को रेखांकित किया।  खेलकूद परिषद के अध्यक्ष प्रो. सुरेश कुमार पाठक ने कहा कि खेल टीम स्पिरिट और ईमानदारी के साथ होता है तो प्रतिद्वंदवी टीम भी खुश रहती है। खेलकूद परिषद के सचिव ओमप्रकाश सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया।इस अवसर पर 1500 मीटर की दौड़ में पुरूष में मोहम्मद हसन के वैभव यादव, महिला में टीडी पीजी कालेज की भाविका कथूरिया प्रथम और गोला फेंक पुरुष में हडिया प्रयागराज के रूद्रनारायण पांडेय महिला में सीताराम महाविद्यालय आलपट्टी गाजीपुर की आंशिका यादव प्रथम स्थान पर रहीं।इस अवसर पर प्रो. अजय द्विवेदी, वीएन सिंह, सहायक कुलसचिव अजीत सिंह, अमृतलाल, दीपक सिंह, बबिता सिंह, प्रो. अविनाश पाथीडेकर, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. रजनीश भास्कर,डा. मनोज मिश्र, डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, तिवारी, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर,  डा. विनय वर्मा, रजनीश सिंह, डा. राजेश सिंह, अशोक सिंह, अरूण आदर्श, डा. पीके कौशिक, डा. इंद्रेश कुमार, सुशील प्रजापति आदि शामिल थे।

Saturday 26 November 2022

पार्लियामेंट डिबेट से विद्यार्थियों को मिलेगी सीख: प्रो. सुभाष चंद्र सिंह

संविधान दिवस के अवसर पर हुई व्याख्यान, वाद विवाद प्रतियोगिता

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय मे संविधान दिवस के अवसर पर शनिवार को  'भारत: लोकतंत्र की जननी' विषय पर आर्यभट्ट सभागार में एक व्याख्यान आयोजित हुआ। इस व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि प्रो सुभाष चन्द्र सिंह ने संविधान के उत्पत्ति से प्रारंभ करते हुए संविधान के सभी प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस संविधान के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु मनाया जाता है। इन्होंने बच्चों को मूल संविधान में पार्लियामेंट डिबेट को पढ़ने और ज्ञान अर्जन के लिए प्रोत्साहित किया। इस व्याख्यान कार्यक्रम में अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने संविधान को एक पवित्र ग्रंथ बताया और कहा कि संविधान ही हमें सारी शक्तियां देती है और संविधान में स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों का समावेश है। इन्होंने संविधान में प्रदत्त एवं अधिकारों पर भी प्रकाश डाला है एवं छात्रों को चरित्र निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया। 

व्याख्यान कार्यक्रम में गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राजकुमार ने संविधान के महत्व को बताते हुए बच्चों को अनुशासित रहने एवं परिश्रम से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया । विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो अजय द्विवेदी ने कहा कि संविधान हम सबका धर्म ग्रंथ है जिससे हम सब नियंत्रित होते हैं संविधान से ही हमें वह सारी शक्तियां मिली हुई है और सारे अधिकार मिले हुए हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ वनिता सिंह ने किया मुख्य अतिथि एवं मंचासीन सम्मानित अधिकारी एवं शिक्षकगण का स्वागत डॉ दिनेश कुमार सिंह ने किया। अंत में संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान के निदेशक मंगला प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संविधान दिवस के अवसर पर दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान की ओर से 'संवैधानिक नैतिकता एवं सामाजिक नैतिकता' विषय पर एक वाद-विवाद प्रतियोगिता भी आर्यभट्ट सभागार में आयोजित की गई ।संविधान दिवस पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान के शिक्षकगण डॉ राजित राम सोनकर, डॉ अंकित कुमार, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ राहुल कुमार राय, श्रीप्रकाश, डॉ अनुराग मिश्रा ने सहयोग प्रदान किया ।

संविधान हमें दिशा दिखाता है ध्रुव तारा की तरहः प्रो. निर्मला एस. मौर्य

संविधान दिवस पर विश्वविद्यालय परिवार ने ली शपथ
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सरस्वती सदन पर कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने शनिवार को संविधान द्विवस के अवसर पर संविधान की उद्देशिका की शपथ शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को दिलाई। इस अवसर पर दतोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान के विद्यार्थियों ने झांकी निकालकर संविधान दिवस के बारे में लोगों को जागरूक किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि संविधान ध्रुवतारा की तरह है। ध्रुवतारा उत्तर में उगता है और इस प्रकार एक संकेतक के रूप में दिशाओं को खोजने के लिए उपयोग किया जाता है। इसी तरह देश का संविधान भी हमारे लिए ध्रुव तारा का काम करता है। जब हमें कोई रास्ता नहीं दिखता तब यह हमें दिशा दिखाता है।वर्ष 1949 में संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान को 26 नवंबर को ही अपनाया गया गया था। हालांकि, इसे 26 जनवरी 1950 से पूरे देश में लागू किया गया था। केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 19 नवंबर 2015 को घोषणा की थी कि 26 नवंबर को हर साल संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। इसके बाद से हर साल संविधान दिवस को इस दिन मनाया जाता है। उन्होंने संविधान दिवस की शपथ शिक्षकों, विद्यार्थियों और कर्मचारियों को दिलाई। इसके बाद संस्थान के निदेशक गंगला प्रसाद. डा.अनुराग मिश्र, श्रीप्रकाश यादव, डा.वनीता सिंह, डा.रजितराम सोनकर, डा. अंकित सिंह, डा. राहुल कुमार राय, डा. दिनेश कुमार सिंह डा. प्रमोद कुमार के साथ विद्यार्थियों ने झांकी निकालकर परिसर में संविधान दिवस के बारे में लोगों को बताया। कहा कि संविधान के कारण ही देश में लोकतंत्र कायम है। देश के सभी नागरिकों को इसके माध्यम से ही न्याय मुहैया कराई जा सकती है। इस अवसर पर वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, सहायक कुलसचिव अजीत सिंह, बबिता सिंह, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. रामनारायन, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. मुराद अली, डा. प्रमोद कुमार यादव, डा. अमरेंद्र सिंह, डा. सुनील कुमार, डा. मनोज पांडेय, डा. अवध बिहारी सिंह, डा. राजीव कुमार, डा. परमेंद्र विक्रम सिंह, डा. रामांशु सिंह, डा. द्ववेंदु मिश्र, डा. राजेश सिंह, सुबोध पांडेय, रामगोपाल आदि शामिल थे।

Friday 25 November 2022

सांप्रदायिक सद्भाव में महिलाओं की भूमिका विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने में महिलाओं का अहम् भूमिका- कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य


भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय संम्प्रदायिक सदभाव प्रकोष्ठ एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंधन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में सात दिवसीय राष्ट्रीय संम्प्रदायिक सदभाव सप्ताह मनाया जा रहा है l इसके तहत व्यवसाय प्रबंधन विभाग में  'सांप्रदायिक सदभाव बरकरार रखने में महिलाओं की भूमिका विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को  किया गया l
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र के सन्देश में कुलपति प्रो निर्मला  एस. मौर्य ने कहा कि महिलाएँ सदियों से सांप्रदायिक सदभाव को कायम रखने में अहम् भूमिका निभाती आ रही है l बच्चों  की पहला शिक्षिका उनकी माँ होती है l बचपन से ही  सांप्रदायिक सदभाव का पाठ महिलाएं अपने बच्चों  को देती रहती है l घरवालों, पड़ोसियों एवं समाज के बीच सांप्रदायिक सदभाव बनाने में महिलाओं हमेशा अग्रसर होती है l वहीं  कामकाजी महिलाएं अपने कार्य स्थल पर सांप्रदायिक सदभाव का मिशाल देती रहती है l

कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं कार्यशाला के संयोजक प्रोफेसर मुराद अली ने कहा कि यह कार्यशाला सभी धर्मों  का संगम है, जिसमें हर धर्म की एक महिला वक्ता अपने विचारों से सांप्रदायिक सदभाव का ताना बाना बुना है l
टी. डी. पी. जी. महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की अध्यक्ष प्रो. वन्दना दुबे ने अपने सम्बोधन में कहा कि महिलाओं ने अपने कलम एवं साहित्य द्वारा सांप्रदायिक सदभाव को हमेशा वरीयता दिया है l 
मोहम्मद हसन पी. जी. महाविद्याय की व्यवसाय प्रबंधन विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर समरीन तबस्सुम ने कहा कि इस गलाक़ाट प्रतिस्पर्धा के युग में बिज़नेस का कोई धर्म नहीं होता l  व्यवसायिक संस्थानों को ग्राहकों की सेवा सर्वोपरि है l 
उत्तर प्रदेश सरकार की प्रथम महिला कांस्टेबल नरिंदर कौर  ने  अपने पुलिस कार्यकाल का कई उदहारण देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि  सांप्रदायिक सदभाव एवं देश की एकता कायम रखने में पुलिस बल हमेशा अग्रणी है l
सैंट जॉन्स स्कूल की शिक्षिका एवं समाज सेवी सिस्टर जानिटा ने कहा कि शिक्षा ही ऐसा माध्यम है जिससे विश्व में सांप्रदायिक सद्भाव  की  खुशबू फैलाई जा सकती  है l 
इस अवसर पर  प्रो. वी. डी. शर्मा,डॉ .विनय वर्मा,डॉ. आरिफा,डॉ. प्रमेन्द्र विक्रम सिंह,डॉ. सैफुल हक,डॉ. राकेश उपाध्याय, अबू सालेह, राजेश कुमार, ,मोहित भटिआ, नेहा विश्वकर्मा,सुशील कुमार,अभिनव श्रीवास्तव, शेखर गुप्ता,अनुपम कुमार आदि उपस्तिथ  रहे lकार्यक्रम का संचालन प्रांकूर शुक्ला एवं धन्यवाद ज्ञापन मोहम्मद सहाबुद्दीन ने किया l

Monday 21 November 2022

युवा पीढ़ी अपनी समृद्ध विरासत पर करें गर्व- प्रो. निर्मला एस मौर्य

विश्व विरासत सप्ताह अंतर्गत आयोजित हुए कार्यक्रम


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में सोमवार को आज़ादी के अमृत महोत्सव में विश्व विरासत सप्ताह के अंतर्गत विविध कार्यक्रम हुए. कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य के साथ शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने मुख्य द्वार पर स्थित अशोक स्तम्भ पर देश की विरासतों को सुरक्षित रखने संकल्प लिया.
 
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य ने कहा कि इस विश्वविद्यालय ने देश की  विरासतों से समाज  को जोड़े रखने में  अपना अभिन्न  योगदान दिया है. विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार का हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक अशोक स्तम्भ इस वर्ष स्थापित किया गया है. वहीं   भव्य तिरंगा झंडा युवाओं में निरंतर देश  भक्ति की भावना जागृत कर रहा है. राष्ट्र की आत्मा विरासतों में ही बसती है.उन्होंने कहा कि आज  की युवा पीढ़ी अपनी समृद्ध विरासत पर गर्व करें और संरक्षित करने में अपना योगदान दे.  कुलसचिव महेंद्र कुमार ने विद्यार्थियों को  अपनी संस्कृति से जुड़े रहने के लिए प्रेरित किया.
इसके पूर्व संकाय भवन के कांफ्रेंस हाल में  हमारी संस्कृति हमारी विरासत कार्यक्रम में संकायाध्यक्ष प्रो. अजय प्रताप सिंह ने कहा कि भारत की संस्कृति बहुत ही समृद्ध रही है. इसी क्रम में जनसंचार   विभाग के अध्यक्ष डॉ. मनोज मिश्र ने कहा कि दुनिया में सबसे प्राचीन धरोहरों में हमारी  पांडुलिपियाँ,वास्तुकला, मूर्तिकला, सांस्कृतिक परिवेश, बौद्धिक सम्पदा सबसे ऊँचे पायदान पर है. उन्होंने कहा कि आज हमें पूर्वांचल की समृद्ध विरासत मातृभाषा अवधी एवं भोजपुरी  को भी संरक्षित और समृद्ध करने की जरूरत है.

डॉ. मनोज पाण्डेय द्वारा चलचित्र के माध्यम से भारत की प्रमुख धरोहरों और उसके ऐतिहासिक, सामाजिक महत्व के बारे में बताया गया. कार्यक्रम में विषय प्रवर्तन डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव एवं संचालन डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने किया. इस अवसर पर प्रो. मानस पाण्डेय, प्रो देवराज, प्रो राजेश शर्मा, प्रो. मुराद अली, डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ गिरिधर मिश्र, डॉ चन्दन सिंह, डॉ पुनीत धवन, अन्नू त्यागी,डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य  समेत तमाम लोग उपस्थित रहे.