Wednesday 30 November 2022

अन्तर महाविद्यालयीय एथलेटिक पुरूष/महिला प्रतियोगिता 2022-2023

अन्तर महाविद्यालयीय एथलेटिक पुरूष/महिला प्रतियोगिता के आज दूसरे दिन 5000 मीटर के पुरूष वर्ग में दौड़ में अरविन्द टी0 डी0 पी0 जी0 कालेज जौनपुर, प्रथम, अवधेश कुमार, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज, द्वितीय एवं अमेरिका यादव, समता पी0 जी0 कालेज, सादात, गाजीपुर तृतीय स्थान तथा 5000 मीटर के महिला वर्ग में शिल्पी यादव पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर, प्रथम, प्रियाशूं कुमारी, पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर, द्वितीय एवं सुमन, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 110 मी0 बाधा दौड़ पुरूष वर्ग में रौशन कुमार गौतम, पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर, प्रथम, गुलशन सोनकर, पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर, द्वितीय एवं विजय कुमार गिरी, शहीद स्मारक महावि0, गाजीपुर ने तृतीय स्थान तथा 110 मी0 बाधा दौड़ महिला वर्ग में आंचल मौर्या,  पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर प्रथम, साक्षी गुप्ता, शहीद स्मारक महावि0, गाजीपुर द्वितीय एवं प्रीती सरोज, पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 400 मीटर बाधा दौड़ के पुरूष वर्ग में दौड़ में अभिषेक राय, पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर प्रथम, चन्द्र प्रकाश यादव, बाबा जंगली महावि0, गाजीपुर, द्वितीय एवं रौशन कुमार गौतम, पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर तृतीय स्थान तथा 400 मीटर बाधा दौड महिला वर्ग में अर्चना कुमारी,  पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर प्रथम, रीमा, शहीद स्मारक महावि0, गाजीपुर द्वितीय एवं प्रीती सरोज, पी0 जी0 कालेज, गाजीपुर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। ट्रिपल जम्प के पुरूष वर्ग में प्रदीप कुमार श्री चन्दजी महाविद्यालय, पिलखिनी, जौनपुर प्रथम, अभिषेक चौरसिया, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज, द्वितीय एवं शुभम पाल, राजा हरपाल सिंह महावि0 सिंगरामऊं, जौनपुर तृतीय स्थान एवं ट्रिपल जम्प महिला वर्ग में कुमारी वन्दना, शहीद स्मारक महावि0, गाजीपुर प्रथम, साक्षी कश्यप, पं0 दीन दयाल उपा0 राजकीय महावि0 सैदपुर, गाजीपुर, द्वितीय एवं ममता हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज, तृतीय स्थान प्राप्त किया। लम्बी कूद पुरूष वर्ग में अभिषेक चौरसिया, हण्डिया पी0 जी0 कालेज, हण्डिया, प्रयागराज, प्रथम, दीपक यादव, टी0 डी0 पी0 जी0 कालेज, जौनपुर द्वितीय, अजय भारद्वाज कौशिक महावि0, गाजीपुर तृतीय स्थान पर रहे।

उक्त अवसर पर सचिव, खेलकूद परिषद प्रो0 ओम प्रकाश सिंह, अयोजन सचिव प्रो0 चन्द्रभान सिंह, डॉ0 विजय प्रताप तिवारी, अशोक कुमार सिंह, भूतपूर्व सचिव, डॉ0 रामाश्रय शर्मा, प्रो0 शेखर सिंह, प्रो0 मुन्ना सिंह, प्रो0 संजय कुमार, डॉ0 अच्छेलाल यादव, खेल सहायक रजनीश कुमार सिंह, अशोक कुमार सिंह, डॉ0 राजेश सिंह, सतेन्द्र कुमार सिंह, अरूण कुमार सिंह, क्रिकेट प्रशिक्षक विजय प्रकाश, सुश्री अल्का सिंह चौहान, भानू प्रताप शर्मा आदि उपस्थित रहें।  निर्णायक की भूमिका में अन्तर्राष्ट्रीय रेफरी दिनेश जायसवाल, विनोद जायसवाल, श्यामजी, कृष्णा यादव, रविचन्द यादव, नीलेश यादव आदि उपस्थित रहें। 


देशी खेलों को बढ़ावा देने की जरूरतः प्रो. निर्मला एस. मौर्य

                                    अन्तर महाविद्यालयीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता समारोह का हुआ उद्घाटन


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों की 33 वीं अन्तर महाविद्यालयीय एथलेटिक्स (महिला एवं पुरूष) प्रतियोगिता 2022-23 का उद्घाटन समारोह बुधवार को एकलव्य स्टेडियम में हुआ। इस अवसर पर कुलपति ने मशाल सौंपकर और गुब्बारा उड़ाकर खेला समारोह का उद्घाटन किया।  इस अवसर पर कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि खेल से तन और मन दोनों स्वस्थ होता। उन्होंने कहा कि देशी  खेलों को संरक्षित रखने और बढ़ावा देने की जरूरत है।ये खेल परंपरा में निहित हैं और हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि खेल को खेल भावना और मनोरंजन की दृष्टि से देखने की जरूरत है। हार जीत तो लगा रहता है। खिलाड़ी को अपनी फिटनेस और रियाज पर ध्यान दें। वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने  टीम  भावना  के  महत्त्व  को रेखांकित किया।  खेलकूद परिषद के अध्यक्ष प्रो. सुरेश कुमार पाठक ने कहा कि खेल टीम स्पिरिट और ईमानदारी के साथ होता है तो प्रतिद्वंदवी टीम भी खुश रहती है। खेलकूद परिषद के सचिव ओमप्रकाश सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया।इस अवसर पर 1500 मीटर की दौड़ में पुरूष में मोहम्मद हसन के वैभव यादव, महिला में टीडी पीजी कालेज की भाविका कथूरिया प्रथम और गोला फेंक पुरुष में हडिया प्रयागराज के रूद्रनारायण पांडेय महिला में सीताराम महाविद्यालय आलपट्टी गाजीपुर की आंशिका यादव प्रथम स्थान पर रहीं।इस अवसर पर प्रो. अजय द्विवेदी, वीएन सिंह, सहायक कुलसचिव अजीत सिंह, अमृतलाल, दीपक सिंह, बबिता सिंह, प्रो. अविनाश पाथीडेकर, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. रजनीश भास्कर,डा. मनोज मिश्र, डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, तिवारी, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर,  डा. विनय वर्मा, रजनीश सिंह, डा. राजेश सिंह, अशोक सिंह, अरूण आदर्श, डा. पीके कौशिक, डा. इंद्रेश कुमार, सुशील प्रजापति आदि शामिल थे।

Saturday 26 November 2022

पार्लियामेंट डिबेट से विद्यार्थियों को मिलेगी सीख: प्रो. सुभाष चंद्र सिंह

संविधान दिवस के अवसर पर हुई व्याख्यान, वाद विवाद प्रतियोगिता

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय मे संविधान दिवस के अवसर पर शनिवार को  'भारत: लोकतंत्र की जननी' विषय पर आर्यभट्ट सभागार में एक व्याख्यान आयोजित हुआ। इस व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि प्रो सुभाष चन्द्र सिंह ने संविधान के उत्पत्ति से प्रारंभ करते हुए संविधान के सभी प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस संविधान के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु मनाया जाता है। इन्होंने बच्चों को मूल संविधान में पार्लियामेंट डिबेट को पढ़ने और ज्ञान अर्जन के लिए प्रोत्साहित किया। इस व्याख्यान कार्यक्रम में अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने संविधान को एक पवित्र ग्रंथ बताया और कहा कि संविधान ही हमें सारी शक्तियां देती है और संविधान में स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों का समावेश है। इन्होंने संविधान में प्रदत्त एवं अधिकारों पर भी प्रकाश डाला है एवं छात्रों को चरित्र निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया। 

व्याख्यान कार्यक्रम में गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राजकुमार ने संविधान के महत्व को बताते हुए बच्चों को अनुशासित रहने एवं परिश्रम से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया । विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो अजय द्विवेदी ने कहा कि संविधान हम सबका धर्म ग्रंथ है जिससे हम सब नियंत्रित होते हैं संविधान से ही हमें वह सारी शक्तियां मिली हुई है और सारे अधिकार मिले हुए हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ वनिता सिंह ने किया मुख्य अतिथि एवं मंचासीन सम्मानित अधिकारी एवं शिक्षकगण का स्वागत डॉ दिनेश कुमार सिंह ने किया। अंत में संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान के निदेशक मंगला प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संविधान दिवस के अवसर पर दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान की ओर से 'संवैधानिक नैतिकता एवं सामाजिक नैतिकता' विषय पर एक वाद-विवाद प्रतियोगिता भी आर्यभट्ट सभागार में आयोजित की गई ।संविधान दिवस पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान के शिक्षकगण डॉ राजित राम सोनकर, डॉ अंकित कुमार, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ राहुल कुमार राय, श्रीप्रकाश, डॉ अनुराग मिश्रा ने सहयोग प्रदान किया ।

संविधान हमें दिशा दिखाता है ध्रुव तारा की तरहः प्रो. निर्मला एस. मौर्य

संविधान दिवस पर विश्वविद्यालय परिवार ने ली शपथ
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सरस्वती सदन पर कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने शनिवार को संविधान द्विवस के अवसर पर संविधान की उद्देशिका की शपथ शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को दिलाई। इस अवसर पर दतोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान के विद्यार्थियों ने झांकी निकालकर संविधान दिवस के बारे में लोगों को जागरूक किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि संविधान ध्रुवतारा की तरह है। ध्रुवतारा उत्तर में उगता है और इस प्रकार एक संकेतक के रूप में दिशाओं को खोजने के लिए उपयोग किया जाता है। इसी तरह देश का संविधान भी हमारे लिए ध्रुव तारा का काम करता है। जब हमें कोई रास्ता नहीं दिखता तब यह हमें दिशा दिखाता है।वर्ष 1949 में संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान को 26 नवंबर को ही अपनाया गया गया था। हालांकि, इसे 26 जनवरी 1950 से पूरे देश में लागू किया गया था। केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 19 नवंबर 2015 को घोषणा की थी कि 26 नवंबर को हर साल संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। इसके बाद से हर साल संविधान दिवस को इस दिन मनाया जाता है। उन्होंने संविधान दिवस की शपथ शिक्षकों, विद्यार्थियों और कर्मचारियों को दिलाई। इसके बाद संस्थान के निदेशक गंगला प्रसाद. डा.अनुराग मिश्र, श्रीप्रकाश यादव, डा.वनीता सिंह, डा.रजितराम सोनकर, डा. अंकित सिंह, डा. राहुल कुमार राय, डा. दिनेश कुमार सिंह डा. प्रमोद कुमार के साथ विद्यार्थियों ने झांकी निकालकर परिसर में संविधान दिवस के बारे में लोगों को बताया। कहा कि संविधान के कारण ही देश में लोकतंत्र कायम है। देश के सभी नागरिकों को इसके माध्यम से ही न्याय मुहैया कराई जा सकती है। इस अवसर पर वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, सहायक कुलसचिव अजीत सिंह, बबिता सिंह, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. रामनारायन, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. मुराद अली, डा. प्रमोद कुमार यादव, डा. अमरेंद्र सिंह, डा. सुनील कुमार, डा. मनोज पांडेय, डा. अवध बिहारी सिंह, डा. राजीव कुमार, डा. परमेंद्र विक्रम सिंह, डा. रामांशु सिंह, डा. द्ववेंदु मिश्र, डा. राजेश सिंह, सुबोध पांडेय, रामगोपाल आदि शामिल थे।

Friday 25 November 2022

सांप्रदायिक सद्भाव में महिलाओं की भूमिका विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने में महिलाओं का अहम् भूमिका- कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य


भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय संम्प्रदायिक सदभाव प्रकोष्ठ एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंधन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में सात दिवसीय राष्ट्रीय संम्प्रदायिक सदभाव सप्ताह मनाया जा रहा है l इसके तहत व्यवसाय प्रबंधन विभाग में  'सांप्रदायिक सदभाव बरकरार रखने में महिलाओं की भूमिका विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को  किया गया l
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र के सन्देश में कुलपति प्रो निर्मला  एस. मौर्य ने कहा कि महिलाएँ सदियों से सांप्रदायिक सदभाव को कायम रखने में अहम् भूमिका निभाती आ रही है l बच्चों  की पहला शिक्षिका उनकी माँ होती है l बचपन से ही  सांप्रदायिक सदभाव का पाठ महिलाएं अपने बच्चों  को देती रहती है l घरवालों, पड़ोसियों एवं समाज के बीच सांप्रदायिक सदभाव बनाने में महिलाओं हमेशा अग्रसर होती है l वहीं  कामकाजी महिलाएं अपने कार्य स्थल पर सांप्रदायिक सदभाव का मिशाल देती रहती है l

कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं कार्यशाला के संयोजक प्रोफेसर मुराद अली ने कहा कि यह कार्यशाला सभी धर्मों  का संगम है, जिसमें हर धर्म की एक महिला वक्ता अपने विचारों से सांप्रदायिक सदभाव का ताना बाना बुना है l
टी. डी. पी. जी. महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की अध्यक्ष प्रो. वन्दना दुबे ने अपने सम्बोधन में कहा कि महिलाओं ने अपने कलम एवं साहित्य द्वारा सांप्रदायिक सदभाव को हमेशा वरीयता दिया है l 
मोहम्मद हसन पी. जी. महाविद्याय की व्यवसाय प्रबंधन विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर समरीन तबस्सुम ने कहा कि इस गलाक़ाट प्रतिस्पर्धा के युग में बिज़नेस का कोई धर्म नहीं होता l  व्यवसायिक संस्थानों को ग्राहकों की सेवा सर्वोपरि है l 
उत्तर प्रदेश सरकार की प्रथम महिला कांस्टेबल नरिंदर कौर  ने  अपने पुलिस कार्यकाल का कई उदहारण देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि  सांप्रदायिक सदभाव एवं देश की एकता कायम रखने में पुलिस बल हमेशा अग्रणी है l
सैंट जॉन्स स्कूल की शिक्षिका एवं समाज सेवी सिस्टर जानिटा ने कहा कि शिक्षा ही ऐसा माध्यम है जिससे विश्व में सांप्रदायिक सद्भाव  की  खुशबू फैलाई जा सकती  है l 
इस अवसर पर  प्रो. वी. डी. शर्मा,डॉ .विनय वर्मा,डॉ. आरिफा,डॉ. प्रमेन्द्र विक्रम सिंह,डॉ. सैफुल हक,डॉ. राकेश उपाध्याय, अबू सालेह, राजेश कुमार, ,मोहित भटिआ, नेहा विश्वकर्मा,सुशील कुमार,अभिनव श्रीवास्तव, शेखर गुप्ता,अनुपम कुमार आदि उपस्तिथ  रहे lकार्यक्रम का संचालन प्रांकूर शुक्ला एवं धन्यवाद ज्ञापन मोहम्मद सहाबुद्दीन ने किया l

Monday 21 November 2022

युवा पीढ़ी अपनी समृद्ध विरासत पर करें गर्व- प्रो. निर्मला एस मौर्य

विश्व विरासत सप्ताह अंतर्गत आयोजित हुए कार्यक्रम


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में सोमवार को आज़ादी के अमृत महोत्सव में विश्व विरासत सप्ताह के अंतर्गत विविध कार्यक्रम हुए. कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य के साथ शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने मुख्य द्वार पर स्थित अशोक स्तम्भ पर देश की विरासतों को सुरक्षित रखने संकल्प लिया.
 
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य ने कहा कि इस विश्वविद्यालय ने देश की  विरासतों से समाज  को जोड़े रखने में  अपना अभिन्न  योगदान दिया है. विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार का हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक अशोक स्तम्भ इस वर्ष स्थापित किया गया है. वहीं   भव्य तिरंगा झंडा युवाओं में निरंतर देश  भक्ति की भावना जागृत कर रहा है. राष्ट्र की आत्मा विरासतों में ही बसती है.उन्होंने कहा कि आज  की युवा पीढ़ी अपनी समृद्ध विरासत पर गर्व करें और संरक्षित करने में अपना योगदान दे.  कुलसचिव महेंद्र कुमार ने विद्यार्थियों को  अपनी संस्कृति से जुड़े रहने के लिए प्रेरित किया.
इसके पूर्व संकाय भवन के कांफ्रेंस हाल में  हमारी संस्कृति हमारी विरासत कार्यक्रम में संकायाध्यक्ष प्रो. अजय प्रताप सिंह ने कहा कि भारत की संस्कृति बहुत ही समृद्ध रही है. इसी क्रम में जनसंचार   विभाग के अध्यक्ष डॉ. मनोज मिश्र ने कहा कि दुनिया में सबसे प्राचीन धरोहरों में हमारी  पांडुलिपियाँ,वास्तुकला, मूर्तिकला, सांस्कृतिक परिवेश, बौद्धिक सम्पदा सबसे ऊँचे पायदान पर है. उन्होंने कहा कि आज हमें पूर्वांचल की समृद्ध विरासत मातृभाषा अवधी एवं भोजपुरी  को भी संरक्षित और समृद्ध करने की जरूरत है.

डॉ. मनोज पाण्डेय द्वारा चलचित्र के माध्यम से भारत की प्रमुख धरोहरों और उसके ऐतिहासिक, सामाजिक महत्व के बारे में बताया गया. कार्यक्रम में विषय प्रवर्तन डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव एवं संचालन डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने किया. इस अवसर पर प्रो. मानस पाण्डेय, प्रो देवराज, प्रो राजेश शर्मा, प्रो. मुराद अली, डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ गिरिधर मिश्र, डॉ चन्दन सिंह, डॉ पुनीत धवन, अन्नू त्यागी,डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य  समेत तमाम लोग उपस्थित रहे. 

Saturday 19 November 2022

सामाजिक सरोकार को निभाएं बैंक: प्रो.निर्मला एस. मौर्य

पीएनबी प्रतिभा के तहत विद्यार्थी को पढ़ाने का जिम्मा बैंक को : राघवेंद्र सिंह 


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में पंजाब नेशनल बैंक के द्वारा शनिवार को ग्राहक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें ग्राहकों को बैंकों की स्कीम के प्रति जागरूक किया गया।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने कहा कि तो एक जगह से दूसरी जगह जाने में व्यक्ति का व्यक्तित्व का विकास होता है। बैंक पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहक संगोष्ठी से विद्यार्थी, कर्मचारियों और शिक्षकों तीनों का लाभ होगा। उन्होंने कहा कि बैंकों का अलग अलग महत्व होता है। बैंकों का सामाजिक सरोकार भी है। इससे बैंक और समाज दोनों का फायदा होता है।
विशिष्ट अतिथि पीएनबी मंडल कार्यालय वाराणसी के सहायक महाप्रबंधक बिमन कुमार ने बैंक द्वारा चलाई गई योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया । बैंक फाइनेंशियल अम्ब्रेला है। हम हर स्कीम लेकर आए हैं।
वाराणसी के सहायक प्रबंधक विपिन कुमार ने पीएनबी माई सैलरी एकाउंट स्कीम की चार स्कीम सिल्वर,गोल्ड, प्रीमियम और प्लेटिनम के बारे में बताया। इसमें खातेदार को 20 लाख का रिश्क कवर भी मिलता है। 
प्रबंधक राघवेंद्र सिंह ने होम लोन और कार और स्टूडेंट्स लोन के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि पीएनबी प्रतिभा सरस्वती योजना के तहत विद्यार्थी को पढ़ाने का जिम्मा बैंक लेती है।वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि अर्थशास्त्र का मूल मंत्र मांग और पूंजी पर आधारित है। विनिवेश करते समय सावधानी का ध्यान रखें।कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि बैंक विद्यार्थियों को लोन देने की शर्तों को समझने के लिए यह कार्यक्रम रखा गया है। इससे विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी जागरूक होने के साथ लाभान्वित हुए।
संचालन सुशांत शर्मा और धन्यवाद ज्ञापन पीएनबी पीयू जौनपुर के मुख्य प्रबंधक राम बहादुर ने किया।
इस अवसर पर  ईशान शेखर, अनुराग श्रीवास्तव, प्रो.अजय द्विवेदी, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. देवराज सिंह, प्रो.नूपुर तिवारी, डॉ राजकुमार, डॉ रसिकेश, डॉ.प्रमोद कुमार यादव,  डॉ सुनील कुमार, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ  जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ मिथिलेश यादव लोग उपस्थित थे।

कुलपति ने किया बच्चों के पार्क और सामुदायिक भवन का शिलान्यास

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर में कुलपति ने नन्हें मुन्नों के सर्वांगीण विकास के लिए पार्क और विभिन्न तरह के उत्सव आदि के लिए सामुदायिक भवन की आधारशिला शनिवार को रखकर श्री गणेश किया। विधि विधान से पूजन कार्यक्रम करके कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य ने कहा कि परिसर के छोटे छोटे बच्चों और उनकी गतिविधियों के सर्वांगीण विकास के लिए इस पार्क बनाया जाएगा, क्योंकि आज बच्चों को मोबाइल फ़ोन से दूर रखना एक बहुत बड़ी चुनौती है इसलिए ऐसे पार्क को विकसित किया जाना नितांत आवश्यक था। परिसर में उत्सव आदि के लिए सामुदायिक भवन का शिलान्यास किया गया। शिलान्यास कार्यक्रम में कुलसचिव महेंद्र कुमार , वित्त अधिकारी संजय कुमार राय , डॉ. पीके कौशिक, डॉ लक्ष्मी मौर्य, शीलनिधी सिंह, रामपुकार, दिवाकर तिवारी आदि लोग उपस्थित थे।

सांप्रदायिक सद्भाव से ही देश क़ी उन्नति संभव : कुलपति

सात दिवसीय राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव सप्ताह का मना उद्घाटन समारोह 


भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव प्रकोष्ठ एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंधन विभाग के संयुक्त तत्वावधान से सात दिवसीय राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव सप्ताह मनाया जा रहा है l यह सप्ताह 19 से 25 नवंबर तक मनाया जायेगा l उद्घाटन समारोह में सभी धर्मों के सम्मानित वक्ता शामिल थे।
राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव सप्ताह का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि सांप्रदायिक सद्भाव से ही देश की उन्नति एवं प्रगति संभव है , जिस राष्ट्र में सांप्रदायिक सद्भाव स्थिर है,वहाँ आर्थिक, राजनैतिक एवं सामाजिक विकास अग्रसर है l भारत को सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश में हज़ारों वर्षों से विभिन्न प्रकार के धर्म, जाति , भाषा, संस्कृति पनप रही है l प्रो. मौर्य ने आशा जताई कि विश्वविद्यालय के छात्र जहाँ भी जायेंगे अपने कार्यों द्वारा सांप्रदायिक सद्भाव की खुशबू समाज में फैलाएंगे l
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रोफेसर मुराद अली ने अतिथियों को स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा रखीl कहा कि गृह मंत्री के नेतृत्व में राष्ट्रीय सांप्रदायिक सद्भाव प्रकोष्ठ का उद्देश्य ऐसे बच्चों का जीवन संवारना है जो सांप्रदायिक, जातिवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद आदि हिंसा एवं दंगा से अनाथ हो जाते है l प्रकोष्ठ पूरे देश में राज्यों, सरकारी विभागों, उपक्रमों आदि से साझेदारी करके निधि एकत्र करता है और ऐसे बच्चों का शिक्षण, पालन पोषण आदि में सहायता करता है l
सांप्रदायिक सद्भाव चर्चा पर डॉ पंडित रजनीकांत द्विवेदी, मौलाना हाफ़िज़ महसूस,एवं सरदार त्रिलोचन सिंह ने विचार व्यक्त किए।  संचालन प्रो मुराद अली एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो अजय द्विवेदी ने किया l इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार,प्रो अविनाश पाथर्डीकर ,  प्रो वी. डी. शर्मा, प्रो देवराज सिंह, प्रो रजनीश भास्कर, डॉ. राजकुमार सोनी, डॉ गिरिधर मिश्रा, डॉ मनोज पाण्डेय, डॉ. दिग्विजय राठौर, डॉ. सुनील कुमार, डॉ पुनीत धवन,डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्या,डॉ प्रमोद कुमार यादव, डॉ सुशील कुमार सिंह, डॉ प्रमेन्द्र विक्रम सिंह,सुशील कुमार,प्रांकूर शुक्ला, मोहम्मद सहाबुद्दीन,इन्द्रेश कुमार,राजेश कुमार,अनुपम,आदि उपस्थित रहे l

Wednesday 16 November 2022

गेट पर चौकसी बरतने का कुलपति का निर्देश

बिना आईडी के अंदर आने की इजाजत नहीं

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में विश्वविद्यालय की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों के साथ बुधवार को कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने एक बैठक की। साथ ही उनका कुशलक्षेम भी पूछा।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। सुबह दस बजे से 11 बजे तक परिसर में विद्यार्थियों की आईडी देखकर ही प्रवेश दिया जाए। किसी के पास आईडी न हो तो फीस रसीद देखकर ही उन्हें जाने दिया जाए। उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मियों के परिसर में रहने के लिए वीर सावरकर सुरक्षा भवन का निर्माण कराया गया है। परिसर में किसी भी तरह का हथियार प्रतिबंधित है। इस पर सुरक्षाकर्मियों यह ध्यान दें कि कोई भी विद्यार्थी या बाहरी व्यक्ति असलहे के साथ प्रवेश न कर सके। परिसर में सुरक्षा की दृष्ट्रि से तीन सीनियर सुरक्षा अधिकारी, पांच गनर और 60 सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। कुलपति प्रो. मौर्य ने सुरक्षाकर्मियों की समस्या से अवगत होने के लिए उन्हें नाश्ते पर आमंत्रित किया था। कुलपति का स्नेह विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों के साथ बराबर का है। वह बाल दिवस पर बच्चों से तो आज सुरक्षाकर्मियों से मुलाकात कीं। इस दौरान आईक्यूएसी सेल के समन्वयक प्रो. मानस पांडेय, मीडिया प्रभारी डा. सुनील कुमार, कुलपति के निजी सचिव डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, सुरक्षाधिकारी अरविंद कुमार सिंह, शिवशंकर और रामसेवक समेत सभी सुरक्षा गार्ड उपस्थित थे।

Monday 14 November 2022

गांव के बच्चों को शिक्षा देना पुण्य का कामः कुलपति

देवकली में आठ साल से चल रही निःशुल्क कोचिंग


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय द्वारा संचालित देवकली पंचायत भवन में सोमवार को प्रेरणा निःशुल्क कोचिंग के बच्चों ने वाल दिवस समारोह मनाया।इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि बच्चों की जीवन की कठिनाइयों को दूरकर प्रेरणा कोचिंग आगे बढ़ाने का काम कर रही है, यह पुण्य का काम है। विश्वविद्यालय इन बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने देगी। उन्होंने अम्मा कोचिंग चलाने का प्रस्ताव रखा। कहा कि अगर अम्मा पढ़ेगी पूरा परिवार शिक्षित होगा।गौरतलब है कि 4 फ़रवरी 2014 से विश्वविद्यालय से सटे देवकली गाँव में बच्चों के लिए निःशुल्क प्रेरणा कोचिंग निरंतर चल रही है। इस कोचिंग के माध्यम से अब तक 1435 विद्यार्थी लाभान्वित हो चुके है. वर्तमान समय में 1 से 12 तक की कक्षाओं के 135 विद्यार्थी शिक्षा ले रहे है. विश्वविद्यालय परिसर के विद्यार्थियों का एक समूह इन बच्चों को पढ़ाता है।कार्यक्रम में कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि प्रेरणा कोचिंग में अपनी सेवा देने वाले विद्यार्थी आइकोन है। विद्यार्थियों ने परंपरा का निर्वहन किया है, आगे भी यह जारी रहेगा।वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि समाज के हर व्यक्ति को लोक भावना के अनुरूप कार्य करना चाहिए। देश के विकास का रास्ता गांव से ही होकर जाता है।विशिष्ट अतिथि छात्र अधिष्ठाता प्रो. अजय द्विवेदी ने कहा किप्रेरणा कोचिंग से विश्वविद्यालय के उन विद्यार्थियों का व्यक्तित्व विकास हुआ है जो इससे जुड़े हुए है। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से जुड़कर गाँव के बच्चे बड़ा सपना देख रहे है। प्रेरणा कोचिंग के संयोजक डॉ. राजकुमार ने विद्यार्थियों द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर विस्तार से प्रकाश डाला।संचालन शैलेंद्र प्रताप सिंह एवं  धन्यवाद ज्ञापन मीडिया प्रभारी डा. सुनील कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो.रजनीश भास्कर, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. मनीष कुमार गुप्ता, डॉ. मंगला प्रसाद यादव, डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, इन्द्रेश गंगवार, सच्चिदानन्द मिश्र समेत अन्य उपस्थित रहे।

कल के भारत के भविष्य हैं बच्चेः प्रो. निर्मला एस.मौर्य

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में बाल दिवस के अवसर पर सोमवार को विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने किडजी प्ले स्कूल के बच्चों को पुष्प, टिफिन बॉक्स चॉकलेट का उपहार दिया। किड्जी प्ले स्कूल के बच्चों द्वारा शानदार गायन और नृत्य प्रस्तुत किया गया।

कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू बच्चों को बहुत प्यार करते थे। उन्हें गुलाब का फूल भी बहुत पसंद था। उनका मानना था कि आज के बच्चे कल के भारत के भविष्य होंगे. जिस तरह से हम उनका पालन-पोषण करेंगे, उससे देश का भविष्य तय होगा। बच्चों के साथ अच्छे व्यवहार कर उन्हें शिक्षित किया जाना चाहिए ताकि देश निर्माण में इनकी अच्छी भूमिका तय हो सके।

इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि बाल दिवस मनाने का मकसद ही बच्चों की जरूरतों को पहचानना, उनके अधिकारों की रक्षा करना और उनके शोषण को रोकना था, ताकि बच्चों का समुचित विकास हो सके।संचालन कार्यक्रम संयोजक डा. जाह्नवी श्रीवास्तव ने और धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर मनोज पांडेय ने किया। 

इस अवसर पर कीड्जी प्ले स्कूल के प्रिन्सपल संतलाल वर्मा को कुलपति द्वारा अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया। इस बीच कंपोजिट विद्यालय अतरौरा शाहगंज जौनपुर की शिक्षक डॉक्टर सुनिधि प्रजापति, श्रीमती रेखा रानी समेत एक दर्जन विद्यार्थी आए हुए थे। कुलपति ने इन विद्यार्थियों को कुरकुरे, चाकलेट, कोलड्रिंक और उपहार दिया और उनसे बाल दिवस के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि बच्चों मन लगाकर पढ़ो ताकि बड़े पदों पर आसीन होकर देश की सेवा कर सकों। यह बच्चे विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों और पुस्तकालय में भी गये।इस अवसर पर सहायक कुलसचिव श्रीमती बबीता सिंह, प्रो. देवराज सिंह, डॉ मनोज मिश्र, डॉ सुनील कुमार, डॉक्टर संजीव गंगवार, अनू त्यागी, डॉ लक्ष्मी मौर्या, द्विबेन्दु मिश्र, झांसी मिश्र, किड्जी प्ले की शिक्षक सरिता सिंह, श्रद्धा त्रिपाठी, सलोनी मौर्या, शिल्पी, हीना प्रजापति, उषा सिंह, सोनम, प्रेक्षा, अन्य शिक्षकगण मौजूद रहे।

Saturday 12 November 2022

पूर्वांचल विश्वविद्यालय के तीन शिक्षकों को मिला शोध अनुदान

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) भौतिकीय अध्ययन एवं शोध संस्थान के दो शिक्षकों डॉ. प्रमोद कुमार यादव व डॉ. प्रमोद कुमार तथा इंजीनियरिंग संकाय के डॉ. सुशील शुक्ला को  उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा रिसर्च एंड डेवलपमेंट योजना के अंतर्गत शोध के लिए अनुदान मिला है । इस शोध योजना की अवधि तीन वर्षों की होगी। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा शोध के क्षेत्र में लगातार उपलब्धि पर विश्वविद्यालय में हर्ष का माहौल है।इस योजना के अंतर्गत रज्जू भैया संस्थान के भौतिकी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रमोद कुमार यादव को अल्ट्रासोनिक नॉन-डिस्ट्रक्टिव विधि से औद्योगिक इंजीनियरिंग एवं मेडिकल के क्षेत्र में प्रयोग होने वाली नैनो मटेरियल के परीक्षण एवं अनुप्रयोग के लिए यह शोध अनुदान मिला है।वही रज्जू भैया संस्थान के रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रमोद कुमार को कंडक्टिंग पॉलीमर नैनोकंपोजिट से वातावरण में विषैली गैसों और वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों के संवेदन पर शोध करने के लिए यह अनुदान मिला है।इसी क्रम में इंजीनियरिंग संकाय के गणित विभाग के डॉक्टर सुशील शुक्ला को विभिन्न कनेक्शनों के साथ कांपलेक्स और कांटेक्ट मैनीफोल्ड के गुणों का अध्ययन करने के लिए यह शोध अनुदान प्रदान किया गया है।इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने तीनों शिक्षकों को बधाई दी तथा यह उम्मीद जताई की विज्ञान क्षेत्र में पूर्वांचल विश्वविद्यालय विश्व पटल पर अपनी पहचान स्थापित करेगा। इस अवसर पर रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रो. देवराज सिंह ने अनुदान प्राप्त करने वाले शिक्षकों का अभिनंदन किया। इस अवसर पर प्रो बीबी तिवारी, प्रो मानस पांडेय, प्रो वंदना राय, प्रो रामनारायन, प्रो अजय दिवेदी, डा मनोज मिश्र, डा सुनील कुमार, डॉ. अजीत सिंह, डा मिथिलेश यादव, डॉ. नितेश जायसवाल,डॉ. श्याम कन्हैया सिंह, डा नीरज अवस्थी, डा सुजीत चौरसिया, संदीप वर्मा, डॉ. दिनेश वर्मा, डॉ. श्रवण कुमार, डॉ. काजल कुमार डे, डॉ. अलोक वर्मा, शशिकांत यादव, रामांशु सिंह समेत विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकों ने बधाई दी।

Thursday 10 November 2022

जर्मनी में उच्च गुणवत्ता सोलर सेल पर शोध करेंगे पीयू के डॉ. धीरेंद्र चौधरी

पीयू वैज्ञानिक जर्मनी रवाना, कुलपति ने दी बधाई

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) भौतिकीय अध्ययन एवं शोध संस्थान के वैकल्पिक उर्जा शोध केंद्र के वैज्ञानिक और विभागाध्यक्ष डॉ. धीरेंद्र चौधरी को साइंस एण्ड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड, नई दिल्ली द्वारा प्रतिष्ठित एस.इ.आर.बी. इंटरनेशनल रिसर्च एक्सपीरियंस (एस. आई. आर. इ.) फेलोशिप प्राप्त हुआ है। इस फेलोशिप के अंतर्गत डॉ. चौधरी जर्मनी के यूनिवर्सिटी ऑफ़ कोलोन में तीन माह के लिए उच्च दक्षता के सोलर सेल बनाने के लिए शोध करेंगे। डॉ. धीरेंद्र चौधरी ने बताया कि यह फेलोशिप उन्हें जर्मनी के यूनिवर्सिटी ऑफ़ कोलोन विश्वप्रतिष्ठित वैज्ञानिक व इंस्टीट्यूट ऑफ इनॉर्गेनिक केमिस्ट्री के निदेशक प्रो. संजय माथुर के साथ लेड रहित सिंगल क्रिस्टल थीन फिल्म का प्रयोग कर उच्च दक्षता के सोलर सेल बनाने के लिए प्राप्त हुआ है। इस प्रकार के सोलर सेल के विकसित होने से बाजार में बहुत ही कम खर्च के फ्लैक्सिबल सोलर सेल प्राप्त हो सकेंगे। जिन्हें पोर्टेबल पावर सप्लाई के रूप में भी विभिन्न कार्यों जैसे इलेक्ट्रिक कारों व बिल्डिंग इंटीग्रेसन और आई. ओ. टी. डिवाइसेज आदि के लिए प्रयोग में लाया जा सकेगा। साथ ही साथ ये डिवाइसेस पूर्णरूप से इको फ्रैंडली होंगी जिससे इनके प्रयोग से पर्यावरण को कोई नुकसान नही होगा। डॉ. चौधरी इससे पहले आई. आई. एस. इ. आर. कोलकाता व आई. आई. टी. कानपुर में उच्च दक्षता के फ्लैक्सिबल सोलर सेल बनाने हेतु कार्य कर चुके है तथा वर्तमान में डॉ. चौधरी 7 विभिन्न संस्थाओं द्वारा प्राप्त प्रोजेक्ट्स पर कार्य कर रहे हैं। इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने डॉ. धीरेंद्र कुमार चौधरी को बधाई दी तथा यह उम्मीद जताई की भविष्य में रज्जू भैया संस्थान विज्ञान क्षेत्र में पूर्वांचल विश्वविद्यालय को विश्व पटल पर स्थापित करेगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. बी बी तिवारी,  प्रो. मानस पाण्डेय, प्रो. राम नारायण,  प्रो. सुरजीत यादव, प्रो. रजनीश भास्कर, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. गिरिधर मिश्र, डॉ. पुनीत धवन, डॉ. काजल डे, डॉ. सुजीत चौरसिया, डॉ. अजीत सिंह, डॉ. श्याम कन्हैया सिंह, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. अमित वत्स, डॉ. आशुतोष सिंह समेत विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकों ने बधाई दी।

Monday 7 November 2022

कैंसर के प्रति जागरुकता से बचेंगी लाखों जिंदगियां: प्रो. वंदना राय

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बायो टेक्नोलॉजी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर वंदना राय ने कहा कि कैंसर एक बहुत खतरनाक बीमारी है। ये तेजी से भारत में पांव पसार रही है। इसी के रोकथाम और लोगों को जागरूक करन के की दृष्टि से भारत में हर साल 7 नवंबर को "राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इस दिन कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े के अनुसार हर साल 5 में से 1 पुरुष और 11 में से 1 महिला की इससे मौत होती है। ब्रेस्ट कैंसर, प्रॉस्टेट कैंसर सबसे अधिक फैलने वाले कैंसर में से एक हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए कैंसर अवेयरनेस डे का महत्त्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। प्रो राय ने कहा कि समय रहते इस घातक बीमारी को पकड़ने की जरूरत है।अगर शुरुआत में ही कैंसर का पता चल  जाए तो काफी आसानी से इसे ठीक किया जा सकता है। इसका इलाज इसके स्टेज पर निर्भर करता है।कीमोथेरेपी, हार्मोन थेरेपी, इम्यूनो थेरेपी, रेडिएशन थेरेपी आदि जैसे इलाज के विकल्प कैंसर के इलाज में किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि पुरुषों में मुख कैंसर, फेफड़ों के कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर ज्यादा हो रहे हैं। उनकाकहना है कि कुछ कारकों को ध्यान में रखते हुए, कैंसर को नियंत्रित किया जा सकता है. बेहतर होगा कि स्वस्थ आहार खाएं, धूम्रपान बंद करें, बेहतर जीवन शैली का पालन करें,नियमित व्यायाम करें, वजन नियंत्रित रखें और शराब का सेवन नहीं करें।उन्होंने बताया कि अगर आज एक व्यक्ति जागरूक हो जाए तो अपने परिवार को जागरूक कर सकता है।कार्यक्रम में प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो.‌राजेश शर्मा समेत अन्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय की छात्रा  शरीयत फातिमा, प्राची, तनु, सरोजिनी आदि  ने किया और धन्यवाद ज्ञापन  श्वेता श्रीवास्तव ने किया।

Thursday 3 November 2022

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मनाया गया जल भरो समारोह

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सरस्वती सदन के बाहर बृहस्पतिवार को भारत जल सप्ताह 2022 के अंतर्गत जल भरो कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलश में पानी इक्कट्ठा करके जल संरक्षण के महत्व को बताया गया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य की प्रेरणा से शासन के हर कार्यक्रम को विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण ढंग से मनाता है।  इस अवसर पर कुलसचिव ने कहा कि जल ही जीवन है। बिना पानी के मानव जीवन असंभव है। भारतीय संस्कृति में जल ना केवल इस जीवन में बल्कि जीवन के बाद की यात्रा में भी महत्वपूर्ण है, बिना जल के कोई भी कर्मकांड संभव नहीं है। इसलिए जल संसाधनों के सतत विकास के प्रति हमें सजग रहने की जरूरत है।वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने रहीम दास का दोहा रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून। पानी गये ना ऊबरे, मोती मानुष चून को कोड करते हुए जल संरक्षण पर विस्तार से प्रकाश डाला।इस मौके पर आईक्यूएसी सेल के समन्वयक प्रो. मानस पांडेय ने कहा कि जल का उपयोग खेती के लिए भी प्रमुख है और बढ़ती जनसंख्या को आने वाले समय में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना एक बहुत बड़ी समस्या होगी इसलिए पानी का संचय बहुत जरूरी है। जनसंचार विभाग के डा. मनोज मिश्र ने कहा कि आने वाले दिनों में पूरे विश्व के सामने जल संकट दिखाई दे रहा है। हमें इसे चुनौती के रूप में अभी से स्वीकार लेना चाहिए। जल संरक्षण के लिए हम सबको आगे आने की आवश्यकता है।मीडिया प्रभारी डा. सुनील कुमार ने कहा कि जल संरक्षण को हमें अपने घर से शुरू करने की जरूरत है. तभी हम दूसरे को रोक सकते हैं। घर में उपयोग होने वाली अत्याधुनिक मशीनों से स्वच्छ पानी ज्यादा नुकसान हो रहा है इसपर विचार करने की जरूरत है।इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, सहायक कुलसचिव अजीत सिंह, श्रीमती बबिता सिंह. प्रो. वंदना राय, प्रो रामनारायन, प्रो. बी.डी शर्मा, डा. प्रमोद यादव, डा. रसिकेश, डा. गिरधर मिश्र. डा. पुनीत धवन, डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डा. अमित वत्स, एमएम भट्ट, रमेश पाल, स्वतंत्र कुमार, रजनीश सिंह. संतोष कुमार मौर्य, हरिनाथ समेत शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी भी मौजूद रहे।