Saturday, 8 February 2025

धान एवं गेहूं की कटाई में आंखों की सुरक्षा जरूरी- प्रो. अनूप के घोष

दो दिवसीय व्याख्यान माला का हुआ समापन

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग में दो दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत पीजीआई चंडीगढ़ के माइक्रोबायोलॉजी  डिवीजन के प्रोफेसर अनूप के० घोष का व्याख्यान आयोजित हुआ l उन्होंने पहले दिन फंगल किरैटाइ‌टिस एवं दूसरे दिन शनिवार को सूक्ष्मजीव विज्ञान एवं इसमें सम्भावनाओं के विषय पर व्याख्यान दिया l 

प्रो.घोष के कहा कि फसलों की कटाई के समय किसानों की लापरवाही के कारण धान के छिलकों के आंखों में लगने के कारण कार्निया की ऊपरी परत डैमेज हो जाती है। जिससे फंगल किरैटाइ‌टिस रोग को फैलाने वाले फंगस आँखों को संक्रमित कर देते हैं। सही समय  पर इलाज न कराने पर रोगी के आंखों की रोशनी चली जाती है। 
इसके अलावा उन्होंने कोविड के दौरान होने वाले ब्लैक फंगस का मुख्य  कारण भी विस्तार में समझाया। प्रो. घोष के अनुसार अत्यधिक मात्रा में लिये जाने वाले स्टेरॉयड और कोविड के संक्रमण में एबढ़े हुए डाइबिटीज को ब्लैक फंगस का मुख्य कारण बताया। 
दूसरे दिन के व्याख्यान में उन्होंने पृथ्वी पर विकास के दौरान होने वाली घटनाओं को बड़े रोचक तरीके से बताया। उन्होंने कहा कि सूक्ष्मजीव मानव जीवन के लिए लाभदायक होते के साथ ही साथ हानिकारक भी हैं जो विभिन्न प्रकार के रोगों को मनुष्यों में फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं। 
 इस अवसर पर  डॉ मनीष गुप्ता, श्रीवास्तव, डॉ ईषानी भारती, डॉ० प्रतिमा श्रीवास्तव,  डॉ. सिपाही बाल पटेल, डॉ श्वेता सोनम, डॉ. दिनेश कन्नौजिया. डॉ मारुति प्रसाद उपस्थित रहे l कार्यक्रम में विश्वविद्यालय कैम्पस के विज्ञान संकाय के साथ साथ मोहम्मद हसन पी जी कॉलेज के विद्यार्थियों ने भी प्रतिभाग किया l कार्यक्रम का संचालन डॉ० एस. पी. तिवारी ने  तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ० ऋषि श्रीवास्तव द्वारा किया गया।

जीवन में सफलता के लिए आत्मविश्वास जरूरी-एस पी सिटी


आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली छात्राओं को मिला प्रमाण पत्र 

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय  के आर्यभट्ट सभागार में शनिवार को मिशन शक्ति फेज 5 के अंतर्गत आयोजित मिशन वीरांगना विषयक दस दिवसीय कार्यशाला में आत्मरक्षा हेतु मार्शल आर्ट और ताइक्वांडो का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर  उत्साहवर्धन किया.

मुख्य अतिथि एसपी सिटी अरविंद कुमार वर्मा ने कहा कि आत्मरक्षा के प्रशिक्षण से छात्राओं के भीतर संबल और आत्मविश्वास है। जीवन में सफलता के लिए आत्मविश्वास बहुत जरूरी है। छात्राओं को किसी भी समस्या का सामना करने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए। जीवन की विपरीत परिस्थितियों में  समस्याओं को परास्त करें और साथ ही साथ अपने परिवार और पुलिस की सहायता अवश्य लें।

विशिष्ट अतिथि वॉरियर एजुकेशन स्पोर्ट काउंसिल की 
अध्यक्ष शिवानी मिश्रा ने कहा कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से सरकार का लक्ष्य नारी शक्ति को सशक्त बनाना है ।

अध्यक्षीय संबोधन में  अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अजय द्विवेदी ने कहा कि बिना आधी आबादी को सशक्त किए विकसित भारत का स्वप्न पूर्ण नहीं किया जा सकता।महिलाओं को सामाजिक,आर्थिक ,स्वास्थ्य में सशक्त बनाना होगा जिसके माध्यम से विकसित भारत का लक्ष्य पूर्ण होगा।

कार्यशाला के प्रशिक्षक  राष्ट्रीय ताइक्वांडो खिलाडी प्रवीण मिश्रा ने  मार्शल आर्ट और ताइक्वांडो की कला का प्रदर्शन किया. इसी के साथ ही कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त की हुई छात्राओं ने भी मार्शल आर्ट और ताइक्वांडो की कला को प्रदर्शित किया।
गौरतलब है कि  महिला अध्ययन केंद्र द्वारा विश्वविद्यालय के द्रौपदी छात्रावास में 17 से 26 जनवरी तक आत्मरक्षा के लिए कार्यशाला आयोजित की गई थी.
महिला अध्ययन केंद्र की प्रभारी डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव ने कार्यशाला के परिणामों पर प्रकाश डाला और अतिथियों का स्वागत किया. संचालन प्रबंध अध्ययन संकाय के शिक्षक उद्देश्य सिंह ने किया व धन्यवाद भाषण डॉ सोनम झा ने किया।
इस अवसर पर डॉ. वनीता सिंह, डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. पूजा सक्सेना, डॉ झांसी मिश्रा, डॉ. जया शुक्ला, डॉ. निमिषा यादव, रिचा सिंह,  समरीन तबस्सुम, जया शुक्ला, डॉ  आलोक दास समेत अन्य उपस्थित रहे.

Friday, 7 February 2025

अच्छी नौकरी के लिए करे परिश्रम - विवेक कुमार


मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना  के क्रियान्वयन हेतु जागरूकता कार्यक्रम  का हुआ आयोजन 

जौनपुर.वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना उच्च शिक्षा के क्रियान्वयन हेतु जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत सरकार, शिक्षा मंत्रालय के निदेशक केंद्रीय शिक्षुता सलाहकार विवेक कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रशिक्षण योजना विद्यार्थियों को कुशल बनाने के लिए भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है। उत्तर प्रदेश सरकार भी इसके सफलता के लिए प्रयासरत है. उन्होंने  राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना भारत सरकार एवं मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (उच्च शिक्षा), उत्तर प्रदेश सरकार के उद्देश्यों पर चर्चा की.  इसके साथ ही अपरेंटिसशिप  अधिनियम के विविध आयामों पर प्रकाश डाला.उन्होंने कहा कि सभी लोग नौकरी चाहते है पर नौकरी के लिए जो तैयारी है वह नहीं करते. जब तक परिश्रम से किसी कार्य को नहीं सीखते तब तक आपको  एक अच्छी नौकरी नहीं  मिल सकती. सरकार का यह प्रयास है कि पढाई के साथ कैसे आपको रोजगार मिले.  उन्होंने शिक्षुता के लिए आवेदन करने की पूरी प्रक्रिया समझाई. 
कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि अपने व्यवहार से आप शिक्षा जगत में आगे बढ़ सकते है, सरकार द्वारा चलाए गए योजनाओं  से हमें जुड़ना चाहिए. हमारे विद्यार्थी इस योजना से जुड़ेंगे तो निश्चित रूप से उन्हें लैब मिलेगा.परीक्षा नियंत्रण  डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि सबसे पहले हमें  वर्तमान समय के साथ चलना चाहिए, भूत से आप सीखिए और भविष्य के लिए सोचे, उन्होंने कहा कि कुछ पाने के लिए कुछ खोना नहीं करना पड़ेगा.वित्त अधिकारी प्रो अजय प्रताप सिंह ने कहा विश्व के कई देशों में शिक्षुता योजना चलाई जा रही है जिसके सकारात्मक परिणाम मिले है. कार्यक्रम के उद्देश्यों पर ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रो. अविनाश पाथर्डीकर ने प्रकाश डाला. संचालन डॉ नितेश जायसवाल ने किया.इस अवसर पर प्राचार्य प्रो.राघवेंद्र पाण्डेय, डॉ.कर्मचन्द यादव, डॉ.गंगेश दीक्षित, डॉ.नीलेश सिंह, श्याम त्रिपाठी सहित विभिन्न महाविद्यालयों के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रही।

Thursday, 6 February 2025

विवि के कौशल विकास केंद्र का उत्तर प्रदेश कौशल विकास के साथ हुआ एमओयू


जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के परिसर में स्थापित कौशल विकास केन्द्र में रोजगारपरक प्रशिक्षण हेतु कोर्स चलाए जाने के लिए  उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के निदेशक मयंक गंगवार एवं  विश्वविद्यालय के कौशल विकास की नोडल अधिकारी डॉ.जाह्नवी श्रीवास्तव ने लखनऊ में समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया. अब राजकीय प्रशिक्षण प्रदाता के रूप में विश्वविद्यालय द्वारा यह प्रशिक्षण दिया जायेगा ।
गुरुवार को नोडल अधिकारी डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव ने कुलपति को समझौता पत्र सौंपा. विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो वंदना सिंह जी के कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा दिया जाने वाला यह  प्रशिक्षण लोगों को आत्मनिर्भर बनाएगा. उन्होंने कहा आने वाले समय में और भी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जायेंगे. विश्वविद्यालय के कौशल विकास केंद्र में परिसर के विद्यार्थियों, ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं एवं कम पढ़े लिखे युवाओं को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिए जायेंगे ।इस अवसर पर प्रो.मानस पांडेय , प्रो.अजय प्रताप सिंह एवं डॉ. रसिकेश एवं अन्य उपस्थित रहे ।