Wednesday, 20 August 2025

शत- प्रतिशत विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति सुनिश्चत करें विभागः डीएम

फार्म भरवाने के लिए अलग से पटल खोलें विद्यालयः कुलपति

पीयू में छात्रवृत्ति योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए हुई कार्यशाला

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में अधिष्ठाता छात्र कल्याण कार्यालय एवं समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को छात्रवृत्ति योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए कार्यशाला आयोजित हुई। यह कार्यशाला विद्यार्थियों को शत-प्रतिशत छात्रवृत्ति दिलाने में आने वाली समस्याओं को लेकर की गई थी। इसमें जनपद के विद्यालय और महाविद्यालय से आए शिक्षकों और कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने कहा कि कर्मचारियों की संवेदनशीलता और सक्रियता के चलते इस वर्ष 98% विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति मिली है। उन्होंने इसकी सराहना की। उन्होंने छात्रवृत्ति योजना के पारदर्शी व प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर देते हुए कहा कि बिना किसी दिक्कत के हर पात्र विद्यार्थी को योजना का लाभ मिले। इसमें प्रशासन हर स्तर पर विद्यार्थियों को सहयोग प्रदान करेगा।
कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहीं कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने जिलाधिकारी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके निर्देशन में तिरंगा यात्रा से जिले ने विश्व रिकॉर्ड बनाया। साथ ही कहा कि डीएम साहेब विद्यार्थी जीवन से ही सक्रिय रहते थे। उनकी कार्यशैली से तिरंगा यात्रा में जो उपलब्धि मिली है उससे पूरा जिला गौरवान्वित है। उन्होंने विद्यालयों से अपील की कि छात्रवृत्ति फार्म सही-सही भरवाने के लिए प्रत्योक संस्थान विशेष पटेल खोलें, ताकि कोई भी छात्र वंचित न रहे। हालांकि मेरा विश्वविद्यालय इस मामले में प्रतिबद्ध है कि योजनाओं का लाभ पात्र विद्यार्थियों को समय से मिल सके, ताकि उनकी शिक्षा में कोई आर्थिक व्यवधान न आएं।
जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा और समाज कल्याण अधिकारी नीरज पटेल ने छात्रवृत्ति से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। बताया कि रिनुअल विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति 2 अक्टूबर और 26 जनवरी तक खातों में पहुंच जाएगी। विद्यालयों से कहा गया कि 31 अगस्त तक आवेदन प्रस्तुत करें, जिससे अधिकतम विद्यार्थियों को इसका लाभ मिल सके। अभी तक कि इसमें जो स्थिति अब तक थी उस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। कहा कि दस दिन का समय है इसे लोग प्राथमिकता के आधार पर पूरा कर लें। अतिथियों का स्वागत अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रमोद यादव और संचालन सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. नितेश जायसवाल ने किया।
इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी अजय अम्बष्ट, संकाय अध्यक्ष प्रो. मनोज मिश्र, बीएसए गोरखनाथ पटेल, एडीएसडब्ल्यू डॉ. मनोज कुमार पांडे, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुश्री अनिता दिव्यांग कल्याण अधिकारी सुश्री दिव्या शुक्ला, सहित जनपद के माध्यमिक व उच्च शिक्षण संस्थानों के प्राचार्य, छात्रवृत्ति नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।

Tuesday, 19 August 2025

मोबाइल ने सबको फोटोग्राफी की तकनीकी से सीधे जोड़ा- – प्रो. मनोज मिश्र

 पीयू में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय फोटोग्राफी दिवस

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में अंतर्राष्ट्रीय फोटोग्राफी दिवस मनाया गया । इस अवसर पर विभाग के विद्यार्थियों ने अपने मोबाइल फोटो से विश्वविद्यालय के विभिन्न स्थानों पर फोटोग्राफी की और शिक्षकों द्वारा उन्हें फोटोग्राफी की बारीकियों और तकनीकी पक्ष की जानकारी दी गई ।
जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर मनोज मिश्र ने कहा कि आज मोबाइल ने हर व्यक्ति को फोटोग्राफी की तकनीकी से सीधे जोड़ दिया है। डिजिटल तकनीकी के कारण गांव- देहात की फोटो भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक स्थलों और घटनाओं की वास्तविकता को बहुत कुछ तस्वीरें ही बयां कर देती है। फोटोग्राफी करते समय सामाजिक सरोकारों और मानवीय संवेदनाओं का भी ख्याल रखना चाहिए।
जनसंचार विभाग के शिक्षक डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने कहा कि फोटो मानव जीवन का अभिन्न अंग बनती जा रही है, जीवन के सुख-दुख के पल फोटो के माध्यम से हमें याद आते रहते हैं। फोटोग्राफी एक कला है, एक बेहतरीन फोटो कैप्चर करने के लिए कैमरे के पीछे की आँख बहुत महत्वपूर्ण होती है।  उन्होंने कहा कि एक अच्छा फोटोग्राफर बनने के लिए फोटोग्राफी की तकनीकी ज्ञान के साथ- साथ विषय की समझ होना जरूरी है।
डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय फोटोग्राफी दिवस केवल तस्वीरों का उत्सव नहीं, बल्कि संवेदनाओं और क्षणों को अमर करने की साधना है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि कैमरा सिर्फ उपकरण नहीं, बल्कि दृष्टि और भावनाओं का दर्पण है। आज का दिन उन सभी रचनाकारों को नमन है, जिन्होंने तस्वीरों से दुनिया को नया दृष्टिकोण दिया।इस अवसर पर डॉ. चन्दन सिंह, डॉ. सुरेन्द्र यादव, अमित मिश्र, अर्पित यादव, पंकज सिंह समेत विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Monday, 18 August 2025

सीपीआर आकस्मिक हृदयाघात में जीवन रक्षक : डॉ. शिव शक्ति


सीपीआर प्रशिक्षण समय की मांग: प्रो वंदना सिंह

पीयू में सीपीआर प्रशिक्षण कार्यशाला सम्पन्न

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में हृदयाघात से होने वाली आकस्मिक मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) प्रशिक्षण कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यशाला अधिष्ठाता छात्र कल्याण कार्यालय एवं मनोविज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में सम्पन्न हुई।
कार्यक्रम के मुख्य प्रशिक्षक और वाराणसी के राजकीय चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवशक्ति प्रसाद द्विवेदी ने मानव शरीर की डमी पर सीपीआर की लाइव डेमो देकर बताया कि कैसे अचानक हृदयगति रुकने (कार्डियक अरेस्ट) की स्थिति में यह तकनीक किसी व्यक्ति की जान बचा सकती है। उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि कार्डियक अरेस्ट में मरीज़ का पहला तीन मिनट “गोल्डन टाइम” होता है। यदि इस समय के भीतर सही प्रक्रिया से सीपीआर दिया जाए, तो मरीज़ की जान बचाई जा सकती है।

प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति की सांसें और धड़कन रुक जाती हैं, तो सबसे पहले उसे किसी समतल और कठोर सतह पर लिटाया जाता है। प्राथमिक उपचारकर्ता उसके सिर के पास घुटनों के बल बैठता है और उसकी नाक और मुंह की जांच करता है। इसके बाद अपने दोनों हाथों को छाती के बीच में रखकर एक मिनट में लगभग 100-120 बार जोर से प्रेस करना होता है। हर 30 प्रेस के बाद दो बार मुंह से सांस दी जाती है — जिसे “रेस्क्यू ब्रीदिंग” कहते हैं। यह प्रक्रिया तब तक दोहराई जाती है जब तक पेशेवर मेडिकल सहायता नहीं मिल जाती या मरीज़ में चेतना नहीं लौटती। उन्होंने कहा कि सीपीआर  आम नागरिक, छात्र, शिक्षक, पुलिसकर्मी, कर्मचारी हर किसी को सिखाना जरूरी है।

अध्यक्षता कर रही विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि “यह प्रशिक्षण न केवल एक तकनीकी ज्ञान है, बल्कि जीवन बचाने की शक्ति है। हम इसे हर एक शिक्षक, विद्यार्थी, अधिकारी और कर्मचारी तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।”

इस अवसर पर उमानाथ सिंह चिकित्सा महाविद्यालय के डॉ. अरविंद पटेल ने सीपीआर पर उद्बोधन उपस्थिति प्रतिभागियों की सीपीआर से सम्बंधित जिज्ञासाओं का समाधान किया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने कहा कि सीपीआर एक बेसिक लाइफ स्किल है जिसे सभी को जानना चाहिए। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो प्रमोद कुमार यादव ने बताया गया कि प्रतिवर्ष लाखों लोग हृदयाघात के कारण अपनी जान गंवाते हैं, जबकि समय रहते सही ढंग से सीपीआर देने पर जीवन बचाया जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन डॉ मनोज पांडे ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो अजय प्रताप सिंह ने किया।

 

 

Friday, 15 August 2025

संघर्ष और साहस की अमर गाथा है स्वतंत्रता दिवस- प्रो. वंदना सिंह

विश्वविद्यालय में कुलपति ने किया ध्वजारोहण,  
सुरक्षाबलों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने सरस्वती सदन में ध्वजारोहण किया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर तिरंगे के रंग में रंगा रहा।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह  ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हम सबके लिए अत्यंत गौरव और सम्मान का दिन है। यह केवल एक तिथि नहीं, बल्कि हमारी आज़ादी, आत्मबलिदान, संघर्ष और साहस की अमर गाथा का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए आत्ममंथन का भी दिन है। आज हमें यह  विचार करना होगा कि जिस देश के लिए हमारे पूर्वजों ने अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया, उसके लिए हम अपनी क्या भूमिका निभा रहे हैं?
उन्होंने  विद्यार्थियों से कहा कि आप भाग्यशाली हैं कि आपको विश्वविद्यालय में अध्ययन करने का अवसर मिला है। यह अवसर बार-  बार नहीं मिलता है, इसे पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ अपनाइए। अपने माता-पिता के सपनों को साकार कीजिए। हमारा संकल्प है कि हम आपको उत्कृष्ट शैक्षिक वातावरण प्रदान करेंगे।
कुलपति सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत किये। संचालन कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने किया। सरस्वती सदन में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह का संचालन डॉ. राजेश सिंह ने किया।
इस अवसर पर इस अवसर पर प्रो. मानस पांडेय, प्रो.अविनाश डी. पाथर्डीकर, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. देवराज सिंह,  प्रो.  मनोज मिश्र, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. प्रमोद यादव,  प्रो. राज कुमार, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. गिरधर मिश्र. प्रो मिथिलेश सिंह, डा.रसिकेश, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. मनीष प्रताप सिंह,  डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. सुनील कुमार,  डॉ. चंदन सिंह, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ. मनोज पांडेय, उप कुलसचिव अमृत लाल,  अजीत सिंह,  बबीता सिंह, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, सुशील प्रजापति समेत समस्त संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष शिक्षक, कर्मचारी और छात्र मौजूद थे


Thursday, 14 August 2025

कुलपति ने कमेटी संयोजकों के साथ की दीक्षांत तैयारी बैठक

पीयू का दीक्षांत समारोह 6 अक्टूबर को

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 29 वें दीक्षांत समारोह का आयोजन 6अक्तूबर को होगा। इस संबंध में गुरुवार को कुलपति सभागार में कुलपति प्रो वंदना सिंह की अध्यक्षता में तैयारी बैठक हुई ।  समिति के संयोजकों से बिन्दुवार वार्ता की गई।  कुलसचिव डॉ विनोद कुमार सिंह ने राजभवन द्वारा प्रेषित निर्देशों के बारे में संयोजकों को जानकारी दी।  

विश्वविद्यालय में  दीक्षांत समारोह के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए 53 समितियों का गठन किया गया है। कुलपति प्रो वंदना सिंह ने कहा कि दीक्षांत की तैयारी के संबंध में सभी निर्देशों का  प्राथमिकता के साथ पालन किया जाय। सभी संयोजक अपनी टीम के साथ लग जाएं। इस संबंध में कमेटी के संयोजक शिक्षकों से दीक्षांत समारोह को और भी बेहतर बनाएं जाने के लिए सुझाव मांगें गये। संचालन कुलसचिव डॉ विनोद कुमार सिंह ने किया।

इस अवसर पर वित्त अधिकारी आत्म प्रकाश धर द्विवेदी,  प्रो.अविनाश पाथर्डीकर,  प्रो.अजय द्विवेदी, छात्र अधिष्ठाता प्रो.प्रमोद यादव,  प्रो.मनोज मिश्र, प्रो.राजकुमार सोनी, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. राकेश यादव, प्रो.राजबहादुर, प्रो.सौरभ पाल, प्रो. मिथिलेश सिंह, प्रो. गिरधर मिश्र, प्रो.रविप्रकाश, प्रो. सुरजीत यादव, डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह, डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ सुनील कुमार, डॉ. शशिकांत यादव, उपकुलसचिव अमृतलाल, बबिता सिंह, अजीत प्रताप सिंह,समस्त प्रशासनिक अधिकारी सहित कमेटी के संयोजक उपस्थित रहे।

पीएच.डी. प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट घोषित


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर की पीएच.डी. प्रवेश परीक्षा (PUCRET-2024) का परिणाम कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने ऑनलाइन जारी किया। परिणाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट 
www.vbspu.ac.in पर उपलब्ध है। प्रवेश परीक्षा में शामिल विद्यार्थी अपना रिजल्ट देख सकते है।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद सिंह ने बताया कि परीक्षा के लिए कुल 4,150 छात्रों को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे, जिनमें से 2,711 छात्र परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 1,161 छात्र सफल घोषित किए गए, जिससे इस वर्ष का उत्तीर्ण प्रतिशत 42.83% रहा। प्रवेश परीक्षा में अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को 70 अंक तथा आरक्षित वर्ग (ओबीसी, एससी, एसटी, दिव्यांग एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) के अभ्यर्थियों को 63 अंक प्राप्त करने पर उत्तीर्ण होंगे । परीक्षा समिति के समन्वयक प्रो. गिरधर मिश्र ने बताया कि सफल 1,161 अभ्यर्थियों के साथ-साथ प्रवेश परीक्षा से छूट प्राप्त 2,796 अभ्यर्थियों को मिलाकर कुल 3,957 अभ्यर्थियों को डीआरसी में साक्षात्कार का अवसर मिलेगा। उप कुलसचिव अजीत सिंह ने कहा कि प्रवेश हेतु रिक्त सीटों का निर्धारण आरक्षण नियमों के अनुरूप किया जा रहा है, जिसे शीघ्र जारी किया जाएगा। कार्यक्रम में डॉ. धीरेंद्र चौधरी, राजेंद्र सिंह सहित शैक्षणिक विभाग के अन्य उपस्थित रहे

विद्यार्थियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाना जरूरी: कुलपति

पीयू में ‘महर्षि नागार्जुन’, ‘ब्रह्मगुप्त’ स्मार्ट क्लासरूम का उद्घाटन


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के उमानाथ सिंह प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी संस्थान में आज दो अत्याधुनिक स्मार्ट क्लासरूम  ‘महर्षि नागार्जुन’ तथा ‘ब्रह्मगुप्त’ का लोकार्पण विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वन्दना सिंह के कर-कमलों द्वारा किया गया।
यह नामकरण कुलपति कि प्रेरणा से प्राचीन भारत के महान गणितज्ञ ब्रह्मगुप्त एवं रसायनशास्त्र के अग्रणी आचार्य महर्षि नागार्जुन की ज्ञान परंपरा को नमन करने एवं नवाचार में उनके योगदान को देखते हुए किया गया है। यह पहल डिजिटल युग में शिक्षा को सशक्त बनाने की दिशा में विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का सशक्त उदाहरण है।
कार्यक्रम के दौरान कुलपति प्रो सिंह ने कहा कि “ज्ञान के ऐतिहासिक स्रोतों को आधुनिक तकनीकी माध्यमों से जोड़कर हम न केवल अपने सांस्कृतिक बोध को पुष्ट करते हैं, बल्कि विद्यार्थियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के योग्य भी बनाते हैं। ये स्मार्ट क्लासरूम इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।”
इन दोनों स्मार्ट क्लासरूम में नवीनतम तकनीकी सुविधाएं जैसे — इंटरैक्टिव डिजिटल बोर्ड, हाई-स्पीड वाई-फाई, प्रोजेक्शन सिस्टम, लाइव स्ट्रीमिंग की सुविधा एवं एकीकृत ऑनलाइन लर्निंग पोर्टल की व्यवस्था की गई है, जिससे छात्र-छात्राओं को एक आधुनिक, सहभागिता पूर्ण एवं सशक्त शिक्षण अनुभव प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह, वित्त अधिकारी आत्म प्रकाश धर द्विवेदी, प्रो. प्रमोद कुमार यादव, प्रो. सौरभ पाल, प्रो. राजकुमार, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. रवि प्रकाश, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो. संतोष कुमार, डॉ. मनीष प्रताप सिंह, डॉ. संदीप वर्मा, डॉ. रमांशु प्रभाकर सिंह, डॉ. रामनरेश यादव, डॉ. उदय राज प्रजापति, डॉ. सुशील शुक्ला, डॉ. मंगला प्रसाद सहित विश्वविद्यालय के अनेक शिक्षक गण, प्रशासनिक अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

Tuesday, 12 August 2025

रैगिंग में संलिप्त पाने पर सख्त कार्रवाई होगी : कुलपति

पीयू में एंटी रैगिंग सप्ताह का हुआ शुभारंभ


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय में मंगलवार को एंटी रैगिंग सप्ताह का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह की अध्यक्षता में उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ।

कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने रैगिंग को छात्र जीवन के लिए एक गंभीर अपराध बताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार की रैगिंग को सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रैगिंग के विरुद्ध सख्त कानून बने हुए हैं और यदि कोई विद्यार्थी इसमें संलिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रो. सिंह ने यह भी निर्देश दिया कि विश्वविद्यालय के प्रत्येक विभाग में एंटी रैगिंग से संबंधित पोस्टर लगाए जाएं, ताकि सभी छात्र जागरूक हो सकें और इस प्रकार की गतिविधियों से दूर रहें।
उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर एंटी रैगिंग स्क्वॉड के सदस्यों के नाम व मोबाइल नंबर उपलब्ध रहे जिससे कोई भी पीड़ित छात्र तत्काल सहायता प्राप्त कर सके।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी आत्म प्रकाश धर द्विवेदी ने कहा कि रैगिंग जैसी कुप्रथा विद्यार्थियों के मानसिक विकास में बाधा उत्पन्न करती है और इसके उन्मूलन हेतु सभी को मिलकर कार्य करना होगा।
कुलानुशासक प्रोफेसर राजकुमार सोनी ने कहा कि शिक्षण संस्थान अनुशासन और संस्कार का केंद्र होते हैं। ऐसे में रैगिंग जैसी नकारात्मक प्रवृत्तियों के लिए यहां कोई स्थान नहीं है। उन्होंने छात्रों से सकारात्मक माहौल बनाने का आह्वान किया।

कार्यक्रम के संयोजक डॉ. मनीष प्रताप सिंह ने बताया कि एंटी रैगिंग सप्ताह के अंतर्गत विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों जैसे पोस्टर प्रदर्शनी, छात्र संवाद, और निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, जिससे छात्र रैगिंग के खिलाफ एकजुट हो सकें।
कार्यक्रम में प्रो.संतोष कुमार, डॉ प्रमोद कुमार , डॉक्टर सुनील कुमार, डॉ. इंद्रेश कुमार, डॉ राजीव कुमार, डॉ राजित राम सोनकर, डॉ.अवधेश कुमार मौर्य, डॉ. वनिता सिंह, डॉ सोनम झा, उद्देश्य सृष्टि सिंह डा. रामनरेश यादव, विपुल मिश्रा, अंशुल दुबे, सोनू कुमार यादव आदि शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।

देशभक्ति के तरानों से गूंजा सभागार

पीयू में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत भव्य म्यूजिकल कॉन्सर्ट


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में ‘हर घर तिरंगा अभियान 2025’ के तहत मंगलवार को आर्यभट्ट सभागार, रज्जू भइया संस्थान में भव्य म्यूजिकल कॉन्सर्ट का आयोजन हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि करंजाकला ब्लॉक प्रमुख सुनील यादव ‘मम्मन’ ने दीप प्रज्वलित कर किया। कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन युवाओं में देशभक्ति और गर्व की भावना को सुदृढ़ करते हैं।
वित्त अधिकारी आत्म प्रकाश धर द्विवेदी ने संयोजक मंडल को बधाई देते हुए स्वयं भी कई गीत प्रस्तुत कर तालियाँ बटोरीं। उन्होंने “किसी की मुस्कराहटों पे हो निसार” से हुई, जिसने श्रोताओं के मन में संवेदनशीलता और देश प्रेम जागृत किया। इसके बाद उनका गीत “माना मैं जेब से फकीर हूं, लेकिन मैं दिल से अमीर हूं” भावनात्मक स्पर्श छोड़ गया।
प्रो. अविनाश पाथर्डीकर ने लोकसंगीत रंग में “का करूं सैंया, आए ना बालम” गाकर सभागार में पारंपरिक मिठास घोल दी। सुशील प्रजापति की “होंठों से छू लो तुम” प्रस्तुति ने श्रोताओं को रूहानी आनंद दिया। डॉ. रसिकेश के “ये मेरे प्यारे वतन” और “एक दिन बिक जाएगा माटी के मोल” गीतों ने दर्शकों को भावुक कर दिया। विश्वविद्यालय परिसर के विद्यार्थियों ने भी नृत्य एवं गायन प्रस्तुतियां दी।
नोडल अधिकारी प्रो. राकेश कुमार यादव और सहायक नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग मिश्र के कुशल संयोजन में आयोजित इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने एक से बढ़कर एक देशभक्ति एवं प्रेरणादायी गीत प्रस्तुत किए। संयोजक डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव सहित विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारी और छात्र-छात्राओं की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।
उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रो. अविनाश डी. पाथर्डीकर, सुशील प्रजापति, आशीष यादव, योगिता रिया, स्नेहा मिश्रा, स्तुति और आशीष सहित अन्य विजेताओं को सम्मानित किया गया। सभी प्रतिभागियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दी गईं। कार्यक्रम का संचालन डॉ दिग्विजय सिंह राठौर एवं छात्र सुमित सिंह ने किया।

Monday, 11 August 2025

हर घर तिरंगा के अंतर्गत निकाली गई बाइक यात्रा

पीयू से गोद लिए कुकड़ीपुर, जासोपुर गांव में गई बाइक यात्रा

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में "हर घर तिरंगा अभियान 2025" के तहत सोमवार को तिरंगा बाइक यात्रा का भव्य आयोजन किया गया। यह यात्रा विश्वविद्यालय परिसर स्थित सरस्वती सदन, कुलपति कार्यालय से अपराह्न 12:00 बजे कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।तिरंगे से सजी बाइकों पर सवार छात्र-छात्राओं के जोश और उमंग ने परिसर को देशभक्ति के रंग में रंग दिया। यात्रा विश्वविद्यालय परिसर से निकलकर आस-पास के गोद लिए गए जासोपुर, कुकड़ीपुर गांव में पहुंची। जहां ग्रामीणों ने भी इस पहल का स्वागत किया। इस दौरान "भारत माता की जय" और "वंदे मातरम्" के गगनभेदी नारे वातावरण में गूंजते रहे।

कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने उद्बोधन में कहा कि यह यात्रा न केवल राष्ट्रध्वज के सम्मान का प्रतीक है, बल्कि युवाओं में देशभक्ति और एकता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों के उत्साह और समर्पण की सराहना की। इस अवसर पर छात्र अधिष्ठाता प्रो. प्रमोद यादव, प्रो. राकेश यादव, प्रो. राजबहादुर यादव, डॉ. अनुराग मिश्र ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में नोडल डॉ. शशिकांत यादव, डॉ. सुनील कुमार, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ वनिता सिंह, डॉ. प्रियंका, डॉ राहुल राय, डॉ अमित मिश्र, डॉ. अवधेश मौर्य, डॉ. राजन तिवारी, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, ईश्वर श्रीवास्तव समेत कई शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए। यात्रा का समापन विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रगान के साथ हुआ।


Friday, 8 August 2025

"हर घर तिरंगा" कार्यक्रम के अंतर्गत पूर्व सैनिकों को छात्राओं ने बाँधी राखी


फार्मेसी संस्थान में मनाया गया रक्षाबंधन पर्व

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के फार्मेसी संस्थान में “हर घर तिरंगा” अभियान के अंतर्गत एक भावनात्मक और प्रेरणादायी कार्यक्रम फार्मेसी संस्थान में शुक्रवार को किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की छात्राओं ने पूर्व सैनिकों को राखी बांधकर उनके बलिदान और देशभक्ति के प्रति आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पूर्व सैनिकों के योगदान को नमन करना और युवा पीढ़ी में राष्ट्रप्रेम की भावना को और प्रबल बनाना था। छात्राओं ने रक्षा बंधन के पावन पर्व पर पूर्व सैनिकों के हाथों में राखी बांधकर यह संदेश दिया कि उनकी सुरक्षा और सम्मान की डोर सदैव मजबूत रहेगी।

इस मौके पर डॉ. वनिता सिंह ने रक्षा बंधन की विशेषता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “रक्षा बंधन केवल भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक नहीं, बल्कि यह विश्वास, सुरक्षा और एक-दूसरे के प्रति कर्तव्य का पर्व है। जब हम पूर्व सैनिकों को राखी बांधते हैं, तो हम उनके साहस, त्याग और राष्ट्र की रक्षा के संकल्प को प्रणाम करते हैं। यह परंपरा हमें याद दिलाती है कि हम सभी एक बड़े परिवार का हिस्सा हैं और हमारे सैनिक उस परिवार की सुरक्षा के प्रहरी हैं।”

कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों ने भी विश्वविद्यालय परिवार का धन्यवाद व्यक्त किया और युवाओं से आह्वान किया कि वे राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखें।

इस अवसर पर प्रो. राकेश यादव, डॉ. पूजा मिश्रा, डॉ जया शुक्ला, डॉ. अनुराग मिश्रा समेत विश्वविद्यालय की छात्राओं ने भाग लिया। 

बलिदानियों की गाथा में है, देशभक्ति का जीवंत संदेश – प्रो. वंदना सिंह


काकोरी शताब्दी समारोह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सम्पन्न

 
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में शुक्रवार को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की ऐतिहासिक घटना काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी समारोह का समापन हुआ। 
समापन समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने कहा कि भारत की आज़ादी अनगिनत ज्ञात और अज्ञात शहीदों के बलिदान का परिणाम है। हम सभी का यह कर्तव्य है कि इस आज़ाद देश की रक्षा करें और इसके विकास में सक्रिय योगदान दें। कहा कि अमर बलिदानियों की गाथा सिर्फ इतिहास नहीं, बल्कि देशभक्ति का जीवंत संदेश है।
उन्होंने पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, अशफाक उल्ला खान एवं राजेंद्र लाहिड़ी जैसे काकोरी के वीर क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।कुलपति के साथ कुलसचिव विनोद कुमार सिंह, वित्त अधिकारी तथा विश्वविद्यालय के शिक्षक गण ने मातादीन, बल्लू राम, बांके मार्ग पर स्थित शहीद मार्ग पर  श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर प्रो. मनोज मिश्र, प्रो. राकेश यादव, डॉ. राज बहादुर यादव, डॉ. मनीष प्रताप सिंह, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. श्याम कन्हैया सिंह, डॉ. शशिकांत यादव, डॉ. चंदन सिंह, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. अनुराग मिश्रा, डॉ. अंकित सिंह, डॉ. रजित राम सोनकर, डॉ. अवधेश कुमार, तथा सुशील प्रजापति सहित विश्वविद्यालय के अनेक शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

Monday, 4 August 2025

अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य दिवस पर आयोजित हुए विविध कार्यक्रम

 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के प्रबंध अध्ययन संकाय में बीकॉम ऑनर्स एवं एमबीए बिजनेस इकोनॉमिक्स के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्य दिवस मनाया गया । उक्त के अवसर पर  विद्यार्थियों द्वारा रंगोली, पोस्टर, विज्ञापन, क्विज, वाद विवाद,भाषण आदि विभिन्न प्रतियोगिताएं में प्रतिभाग किया गया। 
इस अवसर पर विभाग के आचार्य एवं भारतीय  वाणिज्य  संगठन के पूर्व  अधिशासी  उपाध्यक्ष  डॉ. मानस पांडे कहा कि अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्य दिवस  व्यापार नवाचार रोजगार के माध्यम से अर्थव्यवस्था एवं रोजमर्रा के जीवन पर वाणिज्य के प्रभाव को स्वीकार करने का दिन है। इस अवसर पर डॉ. आशुतोष कुमार सिंह ने वैश्विक स्तर पर भारत के योगदान को रेखांकित किया । उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास में भारत की महती सहभागिता के कारण कई देश आज भारत से व्यापार समझौते के लिए उत्सुक हैं। 
पोस्टर प्रतियोगिता में खुशी यादव ने प्रथम, अनुष्का प्रजापति ने द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया । रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार रूपाली एवं  उन्नति एवं द्वितीय स्थान पर सृष्टि रही । विज्ञापन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर कौशीकी एवं नबा रहे एवं द्वितीय स्थान पर शिवम एवं आदित्य रहे । 
फ्लायर डिजाइन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर विजयांश बैंकर एवं द्वितीय स्थान देवांश श्रीवास्तव को मिला ।
ब्लिट्ज क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अर्पिता,रिया  एवं  उज्जवला को मिला.  द्वितीय स्थान पर आदित्य, शिवम एवम हर्ष रहे । भाषण प्रतियोगिता में देवांश को प्रथम एवं फरहान को  द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ ।
इस अवसर पर निर्णायक मण्डल के साथ विभाग के सभी सदस्य जिसमे डॉ. सुशील, डॉ.  अंजनी मिश्र, डा. निशा,  प्रिंस एवं नितिन चौहान उपस्थित  रहे । धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राकेश उपाध्याय एवं  कार्यक्रम का संचालन दीपांजलि गुप्ता ने किया ।

वीबीएसपीयू को मिली एनसीसी की सौगात, युवाओं को मिलेगा सैन्य प्रशिक्षण का अवसर

160 कैडेट प्रतिवर्ष पाएंगे प्रशिक्षण

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वाञ्चल विश्वविद्यालय परिसर के विद्यार्थी अब राष्ट्रीय कैडेट कोर(एनसीसी)  से जुड़कर एकता और अनुशासन का पाठ सीखेंगे। विश्वविद्यालय परिसर को एन.सी.सी. निदेशालय, लखनऊ (यू.पी.)  के द्वारा वित्तपोषित योजना के अंतर्गत सीनियर डिवीजन श्रेणी में विद्यार्थियों  हेतु एक कंपनी आवंटित की गई है। इसमें प्रतिवर्ष  160 कैडेट प्रशिक्षण पायेंगे। यह विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।विश्वविद्यालय  में आयोजित कार्यक्रम में 98 यूपी  वाहिनी, एन.सी.सी., जौनपुर के स्थानापन्न कमान अधिकारी कर्नल आलोक धर्मराज सिंह द्वारा कुलपति प्रो. वंदना सिंह और कुलसचिव डॉ विनोद कुमार सिंह  को आधिकारिक पत्र को सौंपा। 

कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि अध्ययन के साथ विद्यार्थी राष्ट्रीय कैडेड कोर  से जुड़ते है तो अपने जीवन को और भी अनुशासित और व्यवस्थित बना सकते है । उन्होंने कहा कि बहुत सी नौकरियों में एनसीसी प्रमाणपत्र धारकों को वरीयता मिलने से परिसर के विद्यार्थी अपनी मेहनत और लगन से उच्च पदों को सुशोभित करेंगे । सी सर्टिफिकेट ए ग्रेड वालों को बिना लिखित परीक्षा के इंटरव्यू द्वारा सेना में अफसर बनने का भी सुनहरा अवसर मिलता है । अग्निवीर के लिए में सीधे शारीरिक परीक्षा ही होती है । इसके साथ ही अन्य आर्म्ड फोर्सेस में भी  बोनस अंक मिलते है ।

इस अवसर पर कर्नल आलोक धर्मराज सिंह द्वारा विश्वविद्यालय को एनसीसी आवंटन होने पर विश्वविद्यालय परिवार विशेषकर छात्रों को विशेष बधाई दी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को आवंटित कंपनी 98 यूपी  वाहिनी, एन.सी.सी., जौनपुर के अंतर्गत कार्य करेगी।  इसमें विश्वविद्यालय परिसर के प्रथम वर्ष के स्नातक विद्यार्थी प्रवेश हेतु इसी शैक्षणिक वर्ष  से पंजीकरण करा सकते है ।   

कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने एन.सी.सी. के अधिकारियों का स्वागत किया एवं विश्वास दिलाया कि विश्वविद्यालय परिसर के विद्यार्थी पूरे मनोयोग से राष्ट्रीय कैडेट कोर से  जुड़ेंगे। 

ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय में वर्तमान शैक्षणिक सत्र (2025-26) में प्रवेश लेने वाले समस्त स्नातक छात्र इसमें प्रवेश हेतु पंजीकरण के  लिए पात्र है । परिसर में पंजीकृत समस्त छात्रों के लिए  29 अगस्त, 2025 को विश्वविद्यालय के एकलव्य स्टेडियम में एनसीसी  चयन शिविर का आयोजन किया जायेगा । पंजीकरण हेतु फॉर्म दिनांक 05 अगस्त  से डीएसडब्ल्यू   कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है । कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय कैडेट कोर के प्रभारी डॉ. मनोज कुमार पाण्डेय एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. राज कुमार सोनी ने किया। 

इस अवसर पर प्रो. मनोज मिश्र, प्रो. सौरभ पाल, प्रो. प्रमोद कुमार यादव, डीआर  अजीत सिंह, बबीता सिंह, एआर मुस्ताक अहमद, सूबेदार मेजर कृष्णपाल सिंह, निहाल सिंह थापा, बलबीर सिंह  समेत अन्य उपस्थित रहे।

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इनसेट

क्या है राष्ट्रीय कैडेट कोर ? 

राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), जिसे आमतौर पर एनसीसी के नाम से जाना जाता है, भविष्य में भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होने के इच्छुक युवा छात्रों के लिए एक बेहतरीन रास्ता है । एनसीसी न केवल एक ऐसा मंच प्रदान करता है, जहाँ भारतीय रक्षा बल के इच्छुक उम्मीदवार रक्षा बलों में करियर शुरू करने से पहले अपनी क्षमताओं का परीक्षण कर सकते हैं, बल्कि भारतीय रक्षा बल परीक्षाओं में कई छूट भी प्रदान करता है.