Thursday, 20 October 2011

एक दीपक विश्वविद्यालय के नाम भी.....

आज संगोष्ठी भवन में सम्मानित अध्यापक बंधुओं ,सम्मानित अधिकारीगण और सम्मानित कर्मचारी बंधुओ को आम सभा के जरिये संबोधित  करते हुए आदरणीय कुलपति जी नें सभी के प्रति शुभ दीपावली की मंगल कामना के साथ कहा कि  इस महान पर्व पर असंख्य दीपों के साथ आप सभी एक दीपक विश्वविद्यालय के नाम भी जलाएं जो कि हमारी ईमानदारी,अनुशासन प्रियता  और विश्वविद्यालय के प्रति समर्पण-निष्ठा का प्रतीक हो तथा यह प्रकाश पूरे समाज में फ़ैल कर विश्वविद्यालय के प्रति लोंगों में सकारात्मक सन्देश दे. उन्होंने कहा कि समाज में हम आज तभी आदरणीय बन सकते हैं जब हम सभी में अनुशासन ,समर्पण और लगनशीलता होगी.आम सभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 24 वर्षो के अपने कार्यकाल में विश्वविद्यालय नें   प्रदेश ही नहीं देश में अपनी ख्याति अर्जित किया है। विवि का यह नाम सभी के सहयोग, कर्मठता के बल पर ही मिला है।  अगले वर्ष विवि अपनी रजत जयंती मनायेगा, जिसमें सभी की सहभागिता एवं सुझाव अनिवार्य है।आज आप सभी के सहयोग से हमने विश्वविद्यालय में कई एक नई पहल की है जिसके सकारात्मक परिणाम भी देखनें को मिल रहे हैं.उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को जबाबदेह बनाने और और त्वरित कार्य संपादन हेतु लम्बे समय से एक सीट पर जमे कर्मचारी बंधुओं को एक-दूसरे की जगह स्थानांतरित किया है,परीक्षा प्रणाली को जबाबदेह और पारदर्शी बनाया है ,परीक्षा   की गोपनीयता  भंग  करने वालों  को दण्डित  किया गया.परीक्षा प्रश्नपत्र का नया पैटर्न लागू किया गया ,बी- कापी पद्धति को खत्म कर दिया गया,कई  मदों में कटौती ,समय -समय पर अर्थदंड से प्राप्त धनराशि  और वित्तीय अनुशासन के साथ मितब्ययता कर विश्वविद्यालय नें इस वर्ष अब तक करीब एक करोड़ रूपये बचाए है  .यह सब आप सब की उपलब्धियां है .उन्होंने कहा कि नई सूचना तकनीक को अपना कर हम जहाँ   अपना कार्य त्वरित निपटा  सकते हैं वहीं  हम नई पीढी  से जुड़  भी सकते है. आज कम्यूटर  से दूरी  का मतलब  है हम अपनें  बच्चों  से ही  दूरी बना  रहे हैं.उन्होंने सभी से आह्वान किया कि हम सभी को जन सेवा-समाज सेवा के लिए सतत तैयार रहना चाहिए ताकि इस विश्वविद्यालय का नाम समाज में -लोंगों की जुबान पर सम्मान के साथ लिया जाय.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के पूर्व कार्यवाहक कुलपति प्रोफ़ेसर डी.डी .दुबे नें कहा कि हमें आज प्रगति के लिए सकारात्मक सोच अपनाने की जरूरत है .उन्होंने इस आम सभा के जरिये संवाद स्थापित करने के लिए कुलपति जी की की भूरि-भूरि प्रशंसा की .
कुलसचिव डॉ बी .एल .आर्य नें सभी कर्मचारी बंधुओं से  आग्रह किया कि समय के साथ चलनें के लिए हम सभी को  सूचना प्रौद्योगिकी से युक्त होना होगा.कम्यूटर-इंटरनेट की उपयोगिता को समझाते हुए आपनें कहा कि हमें इस तकनीक को अपना मित्र बनाना होगा जिससे हम विश्वविद्यालय को प्रगति पथ त्वरित गति से ले जा संकें.
इस आम सभा का सञ्चालन कुलपती जी के निजी सचिव डॉ के .एस .तोमर द्वारा किया गया.इस अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त  सम्मानित अध्यापक बंधु ,सम्मानित अधिकारीगण और सम्मानित कर्मचारी बंधु उपस्थित थे.       


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