विश्वविद्यालय परिसर के उमानाथ सिंह इंजीनियरिंग संस्थान में सोमवार को एक सप्ताह के फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत को हुई। एक सप्ताह के इस कार्यक्रम में संचार एवं फोटानिक्स विषय पर देश के प्रख्यात वैज्ञानिक शिक्षकों से रूबरू होंगें। संस्थान के विश्वेश्वरैया सभागार में पहले दिन आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिक प्रोफेसर विपुल रस्तोगी ने फाइबर ऑप्टिक्स पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि फाइबर ऑप्टिकल की वजह से इंटरनेट को तीब्र गति मिली है. फाइबर-ऑप्टिक संचार प्रणाली ने टेलिकम्युनिकशन में क्रांतिकारी परिवर्तन किया है एवं सूचना युग के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।आने समय में ऑप्टिकल कंप्यूटर बनेगें जिससे कई क्षेत्रों में बड़े परिवर्तन आयेंगें।
अगले सत्र में गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एव तकनीकी विश्वविद्यालय हिसार के इन्जीनियरिंग के प्रोफेसर डॉ अजय शंकर ने ऑप्टिकल मैट्रोलोजी विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि मापन के सिद्धांत इंजीनियरिंग डिजाइन के लिए आवश्यक है. उद्घाटन सत्र में टेकिप समन्वयक प्रो बीबी तिवारी कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की । कार्यक्रम में संयोजक डॉ रवि प्रकाश एवं ज्योति सिंह ने अतिथियों स्वागत किया। इस अवसर पर हासन कर्नाटक के मलनाड इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर डॉ पी सी श्रीकांत , डॉ डी एन नागालक्ष्मी, प्रो ए के श्रीवास्तव, डॉ संतोष, डॉ रजनीश भास्कर, डॉ शैलेश प्रजापति, प्रवीण सिंह, दीपक सिंह, पारुल त्रिवेदी, अजय कुमार मौर्या, मोहम्मद अनीश समेत तमाम लोग उपस्थित रहे.
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