Tuesday, 20 October 2020

बच्चों में सीख विकसित करने में शिक्षक की अहम भूमिका: प्रो. रामजी लाल

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मिशन शक्ति महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए चलाया जाने वाले अभियान के तहत मंगलवार को शिक्षकों एवं विद्यार्थियों में बाल मनोविज्ञान की समझ विकसित करने संबंधी विषय पर वेबिनार  का आयोजन किया गया ।

बतौर मुख्य अतिथि प्रो.रामजी लाल श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चों में सीख विकसित करने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शिक्षक यदि उसके इमोशनल वेल बीइंग एवं इंटरपर्सनल रिलेशनशिप पर ध्यान दें कि  उस बच्चे में कैसा विकसित हो रहा है तो निश्चित ही वह आगे चलकर एक अच्छा नागरिक बनेगा जो समाज एवं राष्ट्र के दृष्टिकोण से भी हितकारी होगा। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ .सलोनी प्रिया क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट ने कहा की जेंडर के प्रति भ्रांतियां खत्म करनी होंगी, क्योंकि समाज में जेंडर की प्रति बहुत सारी भ्रांतियां व्याप्त है । लड़की या लड़का होना उसकी पहचान हो सकती है उसका शीलगुण नहीं।  उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियानों का निश्चित रूप से सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
मुख्य अतिथि का स्वागत डॉ. नीतेश जायसवाल और मुख्य वक्ता का स्वागत प्रो. अजय प्रताप सिंह ने किया। संचालन कार्यक्रम समन्यवक डॉ जान्हवी श्रीवास्तव ने और आभार ज्ञापन  रोवर्स रेंजर समन्वयक डा. जगदेव ने किया। कार्यक्रम में  प्रो. मानस पांडेय, प्रो देवराज , डॉ राजकुमार , एनएसएस समन्वयक राकेश यादव, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सुनील कुमार, श्रीमती अरूणा,‌ डॉ. विनीता सिंह, डॉ.झांसी मिश्रा, डॉ.जया शुक्ला समेत विभिन्न महाविद्यालयों के शिक्षक एवं छात्रों ने भी सहभागिता की।

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