Monday 7 December 2020

युवाओं के भावनात्मक स्वास्थ्य को न करें नजरअंदाज – डॉ सलोनी

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के  मिशन शक्ति द्वारा  युवाओं के भावनात्मक स्वास्थ्य को मजबूत करने में काउंसलिंग की भूमिका विषयक एक दिवसीय कार्यक्रम का ऑनलाइन  आयोजन किया गया।  

इस अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता उम्मीद काउंसलिंग एंड कंसलटिंग सर्विसेज गुरुग्राम की निदेशक  डॉ सलोनी प्रिया  ने कहा कि आज युवाओं के भावनात्मक स्वास्थ्य  को समझने की जरूरत है। इसको नजरंदाज करने से युवाओं  के व्यवहार, संबंध और कैरियर सभी प्रभावित होते हैं। युवा आज  सपनों की दुनियां में जी  रहें है काउंसलर उन्हें वास्तवितकता से परिचित कराने में बड़ी भूमिका अदा करें. उन्होंने कहा कि परिवार में महिलाओं के साथ अलग तरह का व्यवहार न करें. रिश्ते वही सफल होते है जहाँ  हम एक दुसरे  का सम्मान करते है.

उन्होंने कहा कि शिक्षकों को  भावनात्मक स्वास्थ्य  को समझने के इस तरह का प्रशिक्षण लेना चाहियें.इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.निर्मला एस.मौर्य ने कहा कि प्रत्येक उम्र के लोगों को काउंसलिंग की जरूरत है. एक काउंसलर प्रत्येक उम्र के लोगों की भावनाओं को बेहतर तरीके से समझता है.

अध्यक्षीय संबोधन में प्रो मानस पाण्डेय ने कहा कि महिलाएं भावनात्मक रूप से ज्यादा स्वस्थ होती है.पुरुषों को भी भावनात्मक रूप से स्वस्थ होने की आवश्यकता है.कार्यक्रम का संचालन मिशन शक्ति समन्वयक डॉ जान्हवी श्रीवास्तव एवं आभार एनएसएस समन्वयक डॉ राकेश यादव ने किया. तकनीकी सहयोग अवनीश ने किया. इस अवसर पर प्रो अजय प्रताप सिंह, प्रो अविनाश, प्रो देवराज, डॉ जगदेव, डॉ मनोज मिश्र, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ मनोज पाण्डेय, अन्नू त्यागी, डॉ झाँसी, डॉ जया, डॉ वनिता, डॉ प्रियंका, डॉ पूजा, डॉ करुणा  समेत तमाम लोग उपस्थित


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