Thursday 30 May 2024

डिजिटल युग ने हिंदी पत्रकारिता को दिया नया आयाम : कुलपति प्रो0 वंदना सिंह

 पाठक को ध्यान में रखकर करें काम :  वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष शुक्ल

पत्रकारिता समाज में एक पथ प्रदर्शक का करती है कार्य :  कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल

पूर्वांचल और अवध विश्वविद्यालय  के संयुक्त संयोजन में हिन्दी पत्रकारिता दिवस मनाया गया

जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय एवं  डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या  के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के संयुक्त संयोजन में गुरुवार को हिन्दी पत्रकारिता दिवस के सुअवसर पर डिजिटल दौर में हिन्दी पत्रकारिता के बदलते आयाम विषय पर एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 वन्दना सिंह ने कहा कि डिजिटल युग में न केवल हमारे संवाद के तरीकों को बदला है, बल्कि हिंदी पत्रकारिता के परिदृश्य को भी एक नया आयाम दिया है। यह परिवर्तन न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे समाज, संस्कृति और भाषा पर भी गहरा प्रभाव पड़ा है। कहा कि डिजिटल युग ने हिंदी पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियां भी प्रस्तुत की हैं। इसके लिए जिम्मेदार पत्रकारिता और सही तथ्य-जांच के महत्व को भी हम नकार नहीं सकते। हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि इस माध्यम का उपयोग सच्चाई और निष्पक्षता के साथ करें, ताकि पत्रकारिता का मूल उद्देश्य बना रहे।

वेबिनार को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अवध विवि की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल ने कहा कि किसी भी समाज एवं संस्कृति में पत्रकारिता का बड़ा योगदान है। पत्रकारिता समाज को दिशा प्रदान करती है। पत्रकारिता के सिद्धांत पर  ध्यान देना आवश्यक है कि पहले सूचनाओं को जांचिए, फिर लिखिए। क्योंकि समाज में पत्रकारिता एक पथ प्रदर्शक का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में सूचनाओं को और अधिक जांचने और परखने की जरूरत है।   समाज में कोई ऐसी सूचना नहीं जानी चाहिए जिससे समाज में भ्रम की स्थिति पैदा हो। पर्यावरण,   सांस्कृतिक, सामाजिक, धार्मिक शैक्षिक मुद्दों पर सकारात्मक रिपोर्टिंग और समाज को सही जानकारी देना यही पत्रकारिता का धर्म है।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आशुतोष शुक्ल, वरिष्ठ पत्रकार एवं संपादक दैनिक जागरण, उत्तर प्रदेश ने कहा कि पत्रकारिता करने वाले सदैव अपने पाठक को ध्यान में रखकर काम करें।  समाज की खबरें सामने लाने का प्रयास करें। पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करने के लिए पैशन का होना आवश्यक है। जब पत्रकारिता पैशन के लिए की जाती है तब आपकी कलम से समाज में लोगों का भला होता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के लिए राजनीति, खेल और सिनेमा की बारीकियां का पता होना चाहिए। इसकी पहली शर्त है कि प्रत्येक पत्रकार को पढ़ने की आदत होनी चाहिए। जब तक पढ़ेंगे तब तक चलेंगे इस सिद्धांत पर कार्य करना होगा। संस्कार एवं परंपराओं को समझना और आत्मसात करना होगा।

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत  जनसंचार विभागाध्यक्ष प्रो0 मनोज मिश्र ने एवं  संचालन आयोजन सचिव डाॅ0 दिग्विजय सिंह ने किया। अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन अविवि के पत्रकारिता विभाग के समन्वयक डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो0 अविनाश पाथर्डीकर , डाॅ0 सुनील कुमार, डाॅ0 अवध बिहारी सिंह, डॉ, जान्हवी श्रीवास्तव, डाॅ0 सतीश चन्द्र जैसल, डाॅ0 सुरेन्द्र कुमार, डाॅ0 वन्दना दूबे,  डाॅ0 दयानन्द उपाध्याय, विश्व प्रकाश सहित बड़ी संख्या में दोनों विश्वविद्यालय के शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी माॅजूद रहे।

Wednesday 29 May 2024

रूस में वैज्ञानिक व्याख्यान देंगे डॉ. सुधीर उपाध्याय


• पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने दी बधाई

• रूस के शिक्षा और विज्ञान मंत्रालय ने 4 जून से 16 जून तक किया आमंत्रित

• रूस के तीन विश्वविद्यालयों में देंगे व्याख्यान

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के पर्यावरण विज्ञान विभाग के  सहायक आचार्य  डॉ. सुधीर उपाध्याय को  रूस के शिक्षा और विज्ञान मंत्रालय ने 4 जून से 16 जून तक रूस में कई वैज्ञानिक व्याख्यान दने के लिए आमंत्रित किया है. डॉ उपाध्याय को यह आमंत्रण उनके शोध पत्रों की उच्च कोटि के गुणवत्ता के ही आधार पर मिला है.विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने डॉ. सुधीर उपाध्याय को रूस से मिले इस आमंत्रण के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के डॉ सुधीर जैसे शिक्षकों की प्रतिभा से विश्वविद्यालय का नाम वैश्विक पटल पर पहुँच रहा है. देश के बाहर के विश्वविद्यलयों से शैक्षिक कार्य हेतु आमंत्रित किया जाना विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है.  

डॉ. उपाध्याय के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उच्च कोटि  के  78 शोध पत्र स्कोपस  में प्रकाशित है. उनकी तीन पुस्तके भी प्रकाशित है.  डॉ.सुधीर उपाध्याय के व्याख्यान का पहला चरण रूस के गेलेंदज़िक शहर में 4 जून से 9 जून तक होगा.  पहले चरण के व्याख्यान के लिए निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) कामिल शागिदुल्लोविच काज़ीव,  डी.आई. इवानोवस्की,जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी अकादमी, दक्षिणी संघीय विश्वविद्यालय ने डॉ.सुधीर के.उपाध्याय को बतौर मुख्य वक्ता के रूप में दो अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया है. पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन " पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों के मृदा आवरण के सतत विकास की संभावनाएं और समस्याएं " और दूसरा अंतर्राष्ट्रीय युवा वैज्ञानिक स्कूल  द्वारा आयोजित "मानव जनित भार के तहत मृदा पारिस्थितिकी तंत्र की निगरानी, सुरक्षा और बहाली" पर  है.

प्रोफेसर तातियाना मिंकियाना, हेड, मृदा विज्ञान विभाग, साउथर्न फ़ेडरल यूनिवर्सिटी, रोस्तोव-ऑन-डॉन  द्वारा 10 जून से 16 जून तक डॉ.सुधीर उपाध्याय को अमूल्य वैज्ञानिक ज्ञान और अनुभव के आदान-प्रदान के लिए कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए वक्ता के रूप में आमंत्रित किया है. इसी क्रम में डॉ उपाध्याय को यूनिवर्सिटी ऑफ़ मास्को में भी व्याख्यान देना है.डॉ.सुधीर उपाध्याय के मुख्य वैज्ञानिक व्याख्यान राइज़ोस्फेरिक इंजीनियरिंग एंड पी. जी. पी. आर., एन्विरोंमेंटल स्ट्रेस की स्थिति में पौधों की वृद्धि, एवं भारतीय मूल्य और जलवायु परिवर्तन आदि विषयों  पर होगा. डॉ. उपाध्याय की इस विशेष उपलब्धि पर परीक्षा नियंत्रक अजीत सिंह, डीन  विज्ञान संकाय, प्रोफेसर राजेश शर्मा, प्रोफेसर मनोज मिश्रा, डॉ एस पी तिवारी, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने बधाई दी है.

Wednesday 22 May 2024

प्रवेश से लेकर परीक्षा परिणाम तक की जानकारी होगी समर्थ पोर्टल पर - कुलपति

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में कुलपति प्रो वंदना सिंह की अध्यक्षता में समर्थ पोर्टल की कार्य प्रगति को लेकर  अधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों की बैठक हुई. विश्वविद्यालय  शासन द्वारा दिए गए डेटा अपलोडिंग के लक्ष्य को शीघ्र पूरा कर रहा है. कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने बैठक में 

विभागाध्यक्षों को समय से डेटा अपलोडिंग पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि समर्थ पोर्टल से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्रांति आने वाली है. आगामी सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी के प्रवेश से लेकर परीक्षा परिणाम तक की जानकारी इस पर उपलब्ध होगी. इससे जुड़ी जो भी सूचनाएं है उसे समय- समय पर अपलोड करना होगा.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में कल से ग्रीष्म अवकाश हो रहे है, इसमें  और ऊर्जावान बने और अपने  ज्ञान को बढ़ाये . 
कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि राजभवन एवं उत्तर प्रदेश शासन से समर्थ पोर्टल पर सूचनाओं को अपलोड करने के लिए जो दिशा- निर्देश मिल रहे है उसके अनुरूप निरंतर कार्य करना होगा.वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि जो भी डेटा अपलोड होने के लिए आ रहे है उसको सत्यापित करते रहे. समन्वयक  डॉ  आशुतोष सिंह ने बैठक में बताया कि 3 दिनों के अंदर परिसर के अधिकांश पाठ्यक्रमों से जुड़े डेटा अपलोड हो गए है.उन्होंने कहा कि गैर शैक्षिक कर्मचारी गूगल फॉर्म के माध्यम से अपनी जानकारी जल्द शीघ्र दर्ज  कराएं. तकनीकी समन्वयक डॉ अमित वत्स एवं सह संयोजक सत्यम उपाध्याय ने भी जानकारी उपलब्ध कराई.  
इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक अजीत कुमार सिंह, प्रो मानस पाण्डेय, प्रो अविनाश पाथर्डीकर,  प्रो अजय प्रताप सिंह, प्रो बीडी शर्मा, प्रो राजेश शर्मा, प्रो मनोज मिश्र, प्रो संदीप सिंह, प्रो ए के श्रीवास्तव,  उप कुलसचिव अमृतलाल, बबिता सिंह समेत शिक्षक, अधीक्षक एवं प्रभारी उपस्थित रहे.

Tuesday 21 May 2024

सोशल मीडिया की भ्रामक ख़बरों से विश्वनीयता में आई कमी - डॉ. विजयेंदु चतुर्वेदी

क्षेत्रीय पत्रकारों के कारण  मुद्दों की  राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है चर्चा - बृजेश सिंह

पीयू के जनसंचार विभाग में नए दौर की क्षेत्रीय पत्रकारिता विषयक  विशेष व्याख्यान का आयोजन 

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में नए दौर की क्षेत्रीय पत्रकारिता विषयक  विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया. व्याख्यान में वक्ता  डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या के पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष डॉ. विजयेंदु  चतुर्वेदी एवं लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार बृजेश सिंह ने अपनी बात रखी. 

डॉ. विजयेंदु  चतुर्वेदी ने  कहा कि क्षेत्रीय पत्रकारिता का स्वरूप एक दशक में पूरी तरह से बदल गया है. आज क्षेत्रीय पत्रकारिता के माध्यम से जहां एक तरफ लोगों को स्थानीय मुद्दों के बारे में जानकारी मिल रही है वहीं दूसरी तरफ जागरूकता आ रही है. क्षेत्रीय पत्रकारिता सामाजिक न्याय और समरसता के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा आज सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली बहुत सारी अविश्वसनीय और भ्रामक  ख़बरों से इसकी विश्वसनीयता में कमी आई है. सरकार भी सोशल मीडिया  पर निरंतर नजर रखे हुए है. 

वरिष्ठ पत्रकार बृजेश सिंह ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में पत्रकार को विनम्र, संस्कारी और व्यवहार कुशल होना चाहिए.  ज्ञान के साथ व्यवहार से  ही वह पत्रकारिता के क्षेत्र में एक अलग पहचान बना सकता है. आज क्षेत्रीय पत्रकारों के कारण बहुत सारे मुद्दे राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ रहे है.   

जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो.  मनोज मिश्र ने कहा कि पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी होने के बाद सामाजिक ज्ञान को निरंतर बढ़ाते रहना है. उन्होंने कहा कि वेब माध्यम ने क्षेत्रीय पत्रकारिता को एक नया आयाम दिया है. इसे सकारात्मक तरीके से आगे ले जाने की जरूरत है. समन्वयक डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने अतिथियों  का  परिचय एवं संचालन एवं डॉ. सुनील कुमार ने धन्यवाद् ज्ञापन  किया. इस अवसर पर डॉ. अवध बिहारी सिंह, आनंद सिंह,  पंकज सिंह, अमित मिश्रा, राहुल गुप्ता और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे. 


Saturday 18 May 2024

विश्वविद्यालय समर्थ पोर्टल पर सशक्त उपस्थिति कराये दर्ज - कुलपति

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में कुलपति प्रो वंदना सिंह की अध्यक्षता में समर्थ पोर्टल के क्रियान्वयन हेतु अधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों की बैठक हुई. भारत सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के तहत देश के सभी राज्य विश्वविद्यालय इससे जुड़ रहे है. विश्वविद्यालय ने भी समर्थ पोर्टल पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारी  कर ली है. आने वाले समय में विश्वविद्यालय की हर  शैक्षणिक, प्रशासनिक और अकादमिक गतिविधि इस पर होगी.

बैठक में कुलपति प्रो वंदना सिंह ने कहा कि डिजिटल का जमाना है, समर्थ पोर्टल पर सूचनाएं अपलोड होने से बहुत सारे लाभ होंगे. उन्होंने कहा कि विभागाध्यक्ष समर्थ पोर्टल पर पाठ्यक्रम विवरण एवं विद्यार्थियों की सूचना शीघ्र अपडेट करें. उन्होंने पोर्टल के विभिन्न आयामों पर समन्वयकों से विस्तार से चर्चा की.
कुलसचिव महेंद्र कुमार से समर्थ पोर्टल के सम्बन्ध में शासन से मिले निर्देशों से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि इस कार्य को सभी विभाग प्राथमिकता पर करें.
गौरतलब है कि बीते दिनों  उत्तर प्रदेश की राज्यपाल  एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला ‘समर्थ से सामर्थ्य‘ सम्पन्न हुई थी । जिसमें प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में ‘समर्थ पोर्टल‘ को सफलतापूर्वक लागू के लिए अनुबंध हुआ था.
इस अवसर पर वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक अजीत कुमार सिंह, प्रो अजय प्रताप सिंह, प्रो मनोज मिश्र, प्रो सौरभ पाल, प्रो संदीप सिंह, डॉ आशुतोष सिंह, उप कुलसचिव बबिता सिंह, डॉ अमित वत्स  समेत अधीक्षक एवं प्रभारी उपस्थित रहे.

Friday 17 May 2024

मीडिया के क्षेत्र में एआई का प्रयोग बढ़ा – डॉ अरविन्द

मीडिया के क्षेत्र  में रोजगार के अवसर और चुनौतियाँ विषयक व्याख्यान का आयोजन


जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में मीडिया के क्षेत्र  में रोजगार के अवसर और चुनौतियां  विषयक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया । व्याख्यान में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ के पत्रकारिता विभाग के शिक्षक डॉ. अरविन्द कुमार   सिंह ने अपनी बात रखी.
उन्होंने कहा कि एआई के आविष्कार से मीडिया क्षेत्र में अब तक कई बदलाव देखे गए हैं और भविष्य में भी और नई संभावनाएं देखने की उम्मीद है. बहुत सारे काम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से मिनटों में हो जा रहे है. इस तकनीकी के भी बेहतर इस्तेमाल को भी सीखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मीडिया के क्षेत्र में तकनीकी का दखल दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. फिर भी मानव के बिना कोई कार्य संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक से लेकर संचार के विविध क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाएं है. अपने भविष्य के लिए स्वयं प्राथमिकता  तय करनी होगी.
विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज मिश्र ने कहा कि मीडिया के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं है.  मीडिया उद्योग में कई क्षेत्र होते हैं जैसे कि पत्रकारिता, टेलीविजन, रेडियो, डिजिटल मीडिया, फिल्म उद्योग. इनमें कार्य करने वालों के सामाजिक उत्तरदायित्व है जिसके कारण पत्रकारिता का पेशा अन्य से अलग है और समाज में पत्रकारिता करने वालों को सम्मान के साथ देखा जाता है.
धन्यवाद् ज्ञापन  डॉ. सुनील कुमार एवं कार्यक्रम का संचालन डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने किया.  इस अवसर पर डॉ. अवध बिहारी सिंह, डॉ चन्दन सिंह, पंकज सिंह, राहुल गुप्ता और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें

Thursday 16 May 2024

फाइबर ऑप्टिक्स, फोटोनिक्स की मदद से चलेगी ड्राइवरलेस कार

इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग में शुरू हुई तीन दिवसीय कार्यशाला

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के फाइबर ऑप्टिक्स एवं फोटोनिक्स प्रयोगशाला में उपलब्ध सुविधाओं पर तीन दिवसीय  कार्यशाला का आयोजन विभागीय शिक्षकों के इस दिशा में ज्ञानवर्धन शोध के लिए प्रेरित किये जाने एवं इस नई टेक्नोलॉजी की मदद से औद्योगिक विकास एवं औद्योगिक केन्द्रों से तादात्म्य स्थापित किए जाने हेतु किया जा रहा है।  इस संदर्भ में यह उल्लेख किया जाना समाचीन होगा कि लगभग 2 वर्ष पूर्व जो एमओयू मेसर्स पेट्रासिस ग्लोबल मुंबई के साथ विश्वविद्यालय ने हस्ताक्षरित किया था। प्रबंध निदेशक डॉक्टर फिलिप बी. केसी इस कार्यशाला में कहा कि फाइबर ऑप्टिक्स एवं फोटोनिक्स की मदद से हम ड्राइवरलेस कार और रोबोट सर्जरी कर सकते हैं। इससे इंटरनेट 6 जी की स्पीड भी दस से 100 गुना बढ़ जाएगी। इस कारण हम विदेश में अच्छे डाक्टरों की मदद से रोबोट सर्जरी भी अच्छे ढंग से कर सकते हैं। स्पीड अधिक होगी तभी सेंसर के माध्यम से यह सब काम संभव है। इससे डाटा को कई गुना अधिक स्पीड से भेजा जा सकता है। यह तकनीक बार्डर पर तैनात सेवा के जवानों की सुरक्षा में कारगार साबित होगी।  इस प्रणाली में बालों से भी पतले कांच के तंतुओं से गुजरने वाले प्रकाश तरंगों पर इंटरनेट सूचनाएं प्रेषित की जाती है। इसको ऑप्टिकल फाइबर संचार कहा जाता है। अब यह टेक्नोलॉजी व्यापक रूप धारण कर संचार के अतिरिक्त सेंसर, चिकित्सकीय अनाधिकृत गतिविधियों की जानकारी प्राप्त करने, औद्योगिक विकास इंफ्रास्ट्रक्चर के सुदृढ़ीकरण जैसे अनुप्रयोगों में योगदान दे रही है।  विद्युत चुंबकीय, रेडियो फ्रीक्वेंसी,  विद्युत स्थैतिकी हस्तक्षेपों,  जमीनी वाइब्रेशन पनडुब्बी में उपयोग के लिए, किसी बिल्डिंग के वाइब्रेशन को नाप कर इसके दुष्प्रभावों को कम किया जाना है। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रवि प्रकाश ने अतिथि का स्वागत करते हुए उनका परिचय प्रस्तुत किया।  कार्यशाला संयोजक प्रोफेसर बीबी तिवारी ने कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए रुचि के साथ छात्रों एवं शिक्षकों के प्रतिभाग करने पर बल दिया। कार्यशाला में कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह की प्रेरणा एवं सहयोग को प्रस्तुत किया गया। इस कार्यशाला में डॉ. दीपक सिंह, संतोष त्रिपाठी, डॉ. मोहम्मद अनीश, ज्योति प्रशांत सिंह, सुधीर सिंह, डॉ. अजय मौर्या, डॉ. पारुल त्रिवेदी, पूनम सोनकर, प्रीति शर्मा, विशाल यादव आदि शिक्षक उपस्थित रहे|

Tuesday 14 May 2024

विभागाध्यक्ष समय से सूचनाओं को कराये अपलोड- प्रो. वंदना सिंह

ईआरपी के सुचारू रूप से संचालन के लिए  कुलपति ने की बैठक 

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में सोमवार को ईआरपी के सुचारू रूप से संचालन के लिए  कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह की अध्यक्षता में समन्वयकों की बैठक आयोजित की गई. कुलपति प्रो वंदना सिंह ने समन्वयकों द्वारा किये जा रहे कार्य प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि विभागाध्यक्ष समय से अपने विभाग की सूचनाओं को अपलोड कराये. इससे  जहां कार्य में पारदर्शिता आएगी वहीं बहुत सारे काम तेजी से होंगे जिसका लाभ सभी को मिलेगा. 

उन्होंने कहा कि ई फाइल  के लिए  एक टीम बनाकर कार्य करें इससे कार्य में तेजी आएगी और फाइलों की ट्रैकिंग भी आसानी से होगी. विश्वविद्यालय के अलग- अलग  क्षेत्र के कोड निर्धारित करने के लिए निर्देश दिए. उपकुलसचिव अमृतलाल ने बताया कि शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों के अवकाश ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आवश्यक तैयारियां पूरी हो गई है  इसे शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा. विश्वविद्यालय के पुरातन छात्रों की जानकारी के लिए भी लिंक तैयार हो गया है और विभागाध्यक्ष के माध्यम से पुरातन छात्रों की पूरी जानकारी ईआरपी पर होगी.

बैठक में समन्वयक प्रोफेसर रवि प्रकाश, प्रोफेसर अजय द्विवेदी, प्रोफेसर संदीप कुमार,प्रो राज कुमार,  प्रो संतोष कुमार, डॉ मनोज मिश्रा, डॉ संजीव गंगवार, डॉ मनीष गुप्ता, डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह, डॉ धीरेंद्र चौधरी, उपकुलसचिव अमृतलाल बबीता सिंह समेत अन्य शिक्षक उपस्थित रहे. 

Friday 10 May 2024

पीयू परिसर के पाठ्यक्रमों का मूल्यांकन कार्य शुरू

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन का कार्य शुक्रवार को शुरू हो गया है। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने मैकेनिकल वर्कशॉप में बने मूल्यांकन केंद्र पर मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मूल्यांकन की शुरुआत करवाई.कुलपति  प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं चल रही है और उसके साथ ही मूल्यांकन भी शुरू कराया गया है. विद्यार्थियों को समय से परीक्षाफल मिले इसके लिए विश्वविद्यालय स्तर पर पूरी तैयारी है. उन्होंने निर्देश दिया कि परीक्षक सुचिता के साथ समय से मूल्यांकन को पूर्ण करें.इस अवसर पर तकनीकी प्रकोष्ठ समन्वयक डॉ० अमरेंद्र कुमार सिंह ने बताया परिसर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं 6 मई से शुरू है जो 22 मई तक चलेंगी. समय से परीक्षाफल देने के लिए परीक्षकों को सूचना भेज दी गई है. पहले दिन अभियांत्रिकी और फार्मेसी की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू हुआ है. उन्होंने कहा कि 30 मई तक मूल्यांकन कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.इस  अवसर पर सह समन्वयक मूल्यांकन प्रवीण कुमार सिंह, अशोक कुमार यादव, डॉ. धर्मेंद्र सिंह, सत्यम कुमार उपाध्याय, श्याम त्रिपाठी, लाल बहादुर, अंकुर यादव समेत अन्य  उपस्थित रहे।

Wednesday 8 May 2024

प्रायोगिक शिक्षा की संपूर्णता के लिए औद्योगिक भ्रमण जरूरीः प्रो. वन्दना सिंह

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध विभाग के बी.बी.ए. के छात्रों का औद्योगिक भ्रमण को कुलपति प्रोफेसर वन्दना सिंह ने शुभकामनाएं देते हुए बुधवार को रवाना किया.इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि शिक्षा केवल कक्षाओं में ग्रहण नहीं होती. सैद्धांतिक शिक्षा को पूर्ण करने के लिए प्रायोगिक शिक्षा जरूरी हैँ l औद्योगिक भ्रमण प्रायोगिक शिक्षा पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैँ . उन्होंने छात्रों से आग्रह किया की अपने भ्रमण में व्यवसाय प्रबंध के औद्योगिक क्षेत्र में नवीनतम आचरण एवं नवाचार को सीखे जिससे वे कुशल प्रबंधक बन सके .व्यवसाय प्रबंध विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मुराद अली ने कहा कि विभाग ऐसे औद्योगिक भ्रमण नियमित रूप से आयोजित करता हैँ जिससे व्यवसाय प्रबंध के विद्यार्थियों को व्यवसाय जगत के बारे में नये दृष्टिकोण से अध्ययन करने का अवसर मिलता हैँ l राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार छात्रों के वोकेशनल पाठ्यक्रमों को औद्योगिक जगत से जोड़ा गया हैँ l विद्यार्थी दिल्ली, मानेसर, बहादुरगढ़ आदि के औद्योगिक इकाइयों का भ्रमण करेंगे और उसके आधार पर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेंगे. इस अवसर पर डॉ. सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर,  डॉ. प्रमोद कुमार कौशिक,  राजेंद्र सिंह, मोहित सिंह भाटिया, समरीन तबस्सुम एवं बी.बी.ए. के विद्यार्थी उपस्थित रहे.


Tuesday 7 May 2024

नवाचार किसी क्षेत्र विशेष तक सीमित नहीं : प्रो पुरोहित

नवाचार एवं उद्यमिता विषय पर विशेष व्याख्यान

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के केंद्रीय ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ के तत्वावधान  में आयोजित विशेष व्याख्यान नवाचार एवं उद्यमिता विषय पर मंगलवार को विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए दून विश्वविद्यालय देहरादून के स्कूल आफ मैनेजमेंट के संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर एच सी पुरोहित ने कहा कि नवाचार किसी क्षेत्र विशेष तक सीमित नहीं है यह हमारी सोचने की क्षमता एवं सृजनात्मकता की अभिव्यक्ति है। प्रोफेसर पुरोहित ने कहा कि जीवन में सफलता अर्जित करने के लिए सकारात्मक सोच के साथ-साथ हमारे अंदर कृतज्ञता का भाव होना आवश्यक है। कई बार हम आत्ममुग्धता के कारण हम अपनी कमियों को नहीं समझ पाते और प्रत्याशित सफलता नहीं अर्जित कर पाते हैं इसलिए इस प्रकार की भावना से बाहर निकलने की आवश्यकता है और अपनी कमियों को पहचान कर उनको दूर करने का प्रयास करना चाहिए अन्यथा इस प्रकार की भावना नकारात्मकता को बढ़ावा देगी।

उन्होंने नवाचार के कई उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि दुनिया के बड़े-बड़े नवाचार को साधारण परिवार के युवाओं ने जन्म दिया क्योंकि नवाचार किसी क्षेत्र विशेष तक नहीं नहीं होता है। प्रो. एच. सी. पुरोहित ने छात्रों से संवाद के दौरान नवाचार को बढ़ावा देने को कहा। उन्होंने आने वाले अग्रिम वर्षो में तकनीकी को लेकर बताया कि ए. आई, ब्लॉक चैन, क्लाउड एवम् डाटा एनालिटिक का दौर आरहा है l उन्होंने सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के द्वारा छात्रों के लिए लगातार ट्रेनिंग सेशन वर्कशॉप और प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित किये जाने हेतु सराहना की और कहा कि छात्रों को पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मिल रही सुविधा पर ख़ुशी जाहिर की l सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रो. प्रदीप कुमार ने स्वागत भाषण में कहा की छात्रों को संस्कार युक्त रोजगारपरक शिक्षा देना ही हम सब का उदेश्य है।  धन्यवाद ज्ञापन छात्र यत्नदीप दुबे ने किया। कार्यक्रम के दौरान डा. अमरेंद्र सिंह , डा. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो अविनाश पाथर्डीकर,  श्याम त्रिपाठी व सेंट्रल ट्रेनिग एंड प्लेसमेंट सेल के मुख्य सदस्य विकास यादव, दिव्यांशु संजय, रुद्रांश चतुर्वेदी,  हरी ओम साहू, शिवांश श्रीवास्तव, आर्यन पांडे, आयुष गुप्ता, विनीत त्रिपाठी, राजेश कुमार आदि छात्र उपस्थित रहे।

Friday 3 May 2024

प्रत्येक नागरिक को मतदान करना जरूरीः प्रो. अविनाश पाथर्डीकर


प्रबंध अध्ययन संकाय के विद्यार्थियों को किया जागरूक

मतदाता जागरूकता अभियान अंतर्गत शुक्रवार को वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के प्रबंध अध्ययन संकाय के छात्र-छात्राओं को मतदान हेतु शपथ दिलाया गया। मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में प्रो. अविनाश पाथर्डीकर ने कहा कि एक मजबूत और सशक्त लोकतंत्र को सतत बनाये रखने के लिए प्रत्येक नागरिक का मतदान प्रक्रिया में भागीदारी जरूरी है। लोकतंत्र में एक-एक वोट बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।प्रो. पाथर्डीकर ने छात्र-छात्राओं से कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लोकतंत्र के इस महापर्व में जो छात्र 18 वर्ष पूर्ण कर चुके है वे सभी वोट के दिन न केवल स्वयं बूथ पर जाकर अपने मत का प्रयोग करने के साथ ही वे सभी परिवार के अन्य सदस्यों एवं हित-मित्रों को भी मतदान में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग कराने आह्वान भी किया ।इसी क्रम में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो मानस पाण्डेय ने छात्र-छात्राओं को मतदान के महत्व को समझाया। इसके साथ ही प्रो. पाण्डेय ने कहा कि हमें ऐसी सरकार या प्रतिनिधि का चुनाव करना चाहिए जो राष्ट्र को विकास और तरक्की के पथ पर आगे ले जाए। कार्यक्रम के अंत मे प्रो पाथर्डीकर ने मौजूद विद्यार्थियों को मतदाता जागरूकता शपथ दिलाई और आगामी लोकसभा चुनाव में प्रतिभाग करने हेतु शुभकामना प्रेषित किया।इस अवसर पर संकाय के शिक्षक डॉ. प्रवीण मिश्र,  डॉ. अभिनव, डॉ. निशा पांडेय, अनुपम कुमार, श्रुति श्रीवास्तव, राकेश कुमार उपाध्याय आदि के साथ संकाय के छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।

मूल्यांकन प्रारंभ

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सम सेमेस्टर 2024 का मूल्यांकन शुक्रवार को बाबा साहब देवरस केंद्रीय मूल्यांकन भवन में प्रारंभ हो गया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह और परीक्षा नियंत्रक अजीत सिंह ने विधिवत पूजन कर मूल्यांकन प्रारंभ कराया। इस अवसर पर कुलपति ने शिक्षकों को समय से परीक्षा कराने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और मूल्यांकन कार्य को  भी गुणवत्तापूर्ण ढंग से समय से पूरा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सुचिता से परीक्षा कराई गई है ठीक उसी तरह सही ढंग से मूल्यांकन कार्य भी होना चाहिए। मूल्यांकन समन्वयक डा. रामजीत सिंह, सह समन्वयक डॉ. अनुराग मिश्र एवं डॉ. ममता सिंह के पिछले मूल्यांकन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आपके कार्य को देखते हुए पुन: दायित्व दिया गया है। मूल्यांकन में लगे कर्मियों को निर्देश दिया कि बाहर से आए हुए परीक्षकों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। उनके नाश्ते व रहने की उत्तम व्यवस्था की जाए। सर्वप्रथम समाजशास्त्र विषय का मूल्यांकन प्रारंभ हुआ जिसमें कुल 190 परीक्षकों ने मूल्यांकन कार्य किया।

Wednesday 1 May 2024

मारुति सुजुकी के प्लेसमेंट में 60 विद्यार्थियों ने लिया भाग

                                 सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल पूविवि में हुआ इंटरव्यू

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में चल रहे प्लेसमेंट प्रक्रिया में एम. बी. ए. के छात्रों के लिया मारुति सुजुकी (एरिनानेक्सा)-कीर्ति कुंज के प्रतिनिधि का आगमन हुआ है। एचआर पद की आवश्यकता को दर्शाते हुए सर्वप्रथम प्रतिनिधि ने छात्रों से वार्तालाप की एवम् कंपनी और कंपनी कार्यों से छात्रों को अवगत कराया। दर्जन से अधिक छात्रों ने चयन प्रक्रिया ने प्रतिभाग किया है। प्रक्रिया की अगली कड़ी में कंपनी प्रतिनिधि ने छात्रों का इंटरव्यू प्रारंभ किया।  चयन प्रक्रिया देर शाम तक चलती रही। इस पूरी चयन प्रक्रिया के दौरान सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रो. प्रदीप कुमार श्याम त्रिपाठी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के मुख्य सदस्य यत्नदीप दुबेविकास यादवनवनीत मौर्य,आकाश कुमार,रुद्रांश चतुर्वेदी दिव्यांशु संजयहरी ओम साहूशिवांश श्रीवास्तवआयुष गुप्ता आदि छात्र उपस्थित रहे।


संकाय भवन के कार्यालयों का कुलपति ने किया निरीक्षण

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने बुधवार को संकाय भवन स्थित विभिन्न कार्यालय का निरीक्षण किया।

उन्होंने टेक्निकल सेल, छात्र अधिष्ठाता कार्यालय, आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ कार्यालय, बायोटेक्नोलॉजी विभाग में पहुंच कर छात्र सुविधाओं और पठन-पाठन की जानकारी ली। टेक्निकल सेल में उन्होंने छात्रों द्वारा परीक्षा एवं अंकपत्र के संबंध में दिए जाने वाले आवेदनों के बारे में विस्तार से जाना और कहां कि छात्रों की समस्याओं का निराकरण समय से हो। इसके साथ ही छात्र अधिष्ठाता कार्यालय में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति के संबंध में चर्चा की और विद्यार्थियों को आने वाली समस्या के बारे में जाना। बायोटेक्नोलॉजी विभाग में प्रोफेसर राजेश शर्मा ,प्रोफेसर वंदना राय, प्रोफेसर प्रदीप कुमार  से विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रोफेसर प्रदीप कुमार ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के प्लेसमेंट के लिए किया जा रहे हैं प्रयासों के बारे में बताया। कहा कि सेल द्वारा निरंतर कंपनियों से प्लेसमेंट के लिए संपर्क किया जा रहा है।
इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक अजीत प्रताप सिंह, प्रोफेसर मनोज मिश्र, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ मनोज पांडे समेत अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।