विशिष्ट अतिथि नेहरू युवा केंद्र संगठन युवा एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार श्री शतरूद्र प्रताप सिंह ने कहा कि रज्जू भैय्या ने देश के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया, वह सहजता की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने कहा कि रज्जू भैय्या का मानना था कि देश तभी सही दिशा में जाएगा जब इसका नेतृत्व शिक्षक और विद्यार्थी करें। विश्वविद्यालय की संरक्षक प्रो.निर्मला एस.मौर्य ने कहा कि संगठन हो या परिवार अगर विचार अच्छे हो तो वह लम्बे समय तक चलता है। उन्होंने रज्जू भैय्या पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि उनका व्यक्तित्व सबको साथ लेकर चलने वाला था, इसलिए वह हमेशा याद किए जाएंगे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भौतिकी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष एवं सारस्वत अतिथि प्रो. बालकृष्ण अग्रवाल का संदेश प्रो. देवराज सिंह ने पढ़ा।प्रो. रज्जू भैय्या के भानजे प्रो.आर एन सिंह ने उनके व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
विषय प्रवर्तन इंजीनियरिंग संस्थान के संकायाध्यक्ष प्रो.बी बी तिवारी ने किया। विद्यार्थी अंशिका सिंह की देशभक्ति की गीत से ओतप्रोत होकर प्रो.राजाराम ने उसकी पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने की घोषणा की। साथ ही कहा कि मैं तुम्हें सुब्बालक्ष्मी की तरह देखना चाहता हूं। समारोह का संचालन डॉ. नीतेश जायसवाल और आभार साइंटिस्ट डॉ धीरेन्द्र चौधरी ने किया।
इस अवसर पर प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ.विजय कुमार सिंह, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो.बीडी शर्मा, प्रो. देवराज सिंह, एनएसएस समन्वयक डॉ. राकेश यादव, डॉ.राजकुमार, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ गिरधर मिश्र, मनीष गुप्ता, डॉ. प्रमोद यादव, डॉ पुनीत धवन, डॉ.रजनीश भास्कर, डॉ.सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ प्रमोद कुमार, सुश्री अन्नु त्यागी, डॉ. आलोक दास आदि उपस्थित थे।
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