Sunday 28 August 2022

डॉ. काजल डे को मिला 23 लाख का स्टार्ट-अप ग्रांट

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भईया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के  सेंटर फॉर नैनोसाइंस एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिक डॉ. काजल कुमार डे को भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (डीएसटी) के अंतर्गत साइंस एंड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड (एसइआरबी) द्वारा शोध के लिए स्टार्ट-अप ग्रांट प्राप्त हुआ है | दो वर्षीय इस परियोजना के दौरान डॉ. डे को एसइआरबी से लगभग रु.23 लाख का अनुदान प्राप्त होगा |इस परियोजना के तहत डॉ. काजल डे पानी के विभाजन से हाइड्रोजन ईंधन के उत्पादन के लिए नवीन कैटेलिस्ट तैयार करने पर काम करेंगे | हाइड्रोजन को वैज्ञानिकों द्वारा भविष्य का ईंधन माना जाता है | उपरोक्त शोध विषय भारत सरकार की ग्रीन हाइड्रोजन पालिसी के अनुरूप है | इस शोध से वैकल्पिक ईंधन के उत्पादन और हमारे जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है |डॉ. डे ने इससे पहले आई.आई.टी दिल्ली में हाइड्रोजन ईंधन से संबंधित शोध कार्य कर चुके है | इस अवसर पर रज्जू भईया संस्थान के निदेशक प्रो. देवराज सिंह, नैनोसाइंस सेंटर के डॉ. सुजीत कुमार चौरसिया, रिन्यूएबल एनर्जी रिसर्च सेंटर के डॉ. धीरेंद्र कुमार चौधरी समेत विश्वविद्यालय के अन्य प्राध्यापको ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई।

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