Friday 24 August 2018

पत्रकारिता व्‍यावसायिक होने के बावजूद जनसरोकार को देती है अहमियत --प्रोफेसर ओमप्रकाश सिंह

विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में गुरुवार को पत्रकारिता एवं सामाजिक सरोकार विषयक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। मदन मोहन मालवीय हिंदी पत्रकारिता संस्थान महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के निदेशक प्रोफेसर ओमप्रकाश सिंह ने बतौर वक्ता  कहा कि आज की पत्रकारिता व्यवसायिक होने के बावजूद जनसरोकार को अहमियत देती है। आम से लेकर खास आदमी पत्रकारिता करने वालों से उम्मीद लिए बैठा है। नए दौर की चुनौतियों से निपटने हुए पत्रकार को आम जन भावना के अनुरूप कार्य करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सामाजिक मीडिया के बढ़ते चलन से पत्रकारिता करने वालों को एक नई चुनौती का सामना करना पड़ रहा है । उन्होंने कहा कि भारत में हिंदी के समाचारपत्र अहिन्दीभाषी क्षेत्रों में भी प्रकाशित हो रहे है। पत्रकारिता में शब्द और लेखन शैली के माध्यम से आप अच्छे लेखक और साहित्यकार भी बन सकते हैं।  आज जिसके पास शब्द है और हिंदी का अच्छा ज्ञान है उसके लिए हिंदी भाषा और अन्य क्षेत्रों में समाचार पत्र में रोजगार के अच्छे अवसर हैं।
जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर मनोज मिश्र ने कहा कि पत्रकारिता ने अपने सामाजिक सरोकार के कारण ही एक अलग छवि समाज में बनाई है।
व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ अजय प्रताप सिंह ने स्वागत किया। इस अवसर पर डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ सुनील कुमार, डॉ रुश्दा आज़मी, पंकज सिंह समेत विद्यार्थी गण मौजूद रहे।

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