Saturday 16 November 2019

अल्ट्रासोनिक्स एवं पदार्थ विज्ञान विषयक तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू

बेअसर एंटीबायोटिक्स को  नैनो मेटेरियल बनायेंगे  प्रभाव कारी- प्रो. डॉ कृष्णलाल

अल्ट्रासोनिक्स एवं  पदार्थ विज्ञान विषयक तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय  सम्मेलन शुरू
विश्वविद्यालय के अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में शनिवार  को अत्याधुनिक तकनीकी के लिए  अल्ट्रासोनिक्स एवं  पदार्थ विज्ञान विषयक अंतर्राष्ट्रीय  सम्मेलन का शुभारम्भ शनिवार को हुआ। यह सम्मेलन रज्जू भइया भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान पूर्वांचल विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला अल्ट्रासोनिक सोसाइटी आफ इंडियानई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित  हो रहा है।

उद्घाटन सत्र  में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला एवं भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ कृष्णलाल ने अल्ट्रासोनिक विज्ञान का चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने कहा कि नैनो मेटेरियल से कई तरह की दवाइयां निर्मित कर प्रभाव कारी बनाई जा सकती हैं . आज बहुत सारी एंटीबायोटिक बेअसर हो रही है नैनो पदार्थ इन्हें प्रभाव कारी बनाने में बड़ी भूमिका अदा करेंगे। उन्होंने कहा कि एटम इंटीग्रल विधि से क्वांटम मेमोरी को अनंत क्षमता तक बनाया जा सकता है। पदार्थ के संयोजन संरचना अल्ट्रासोनिक विधि से क्वांटम सिद्धांत पर आधारित कई उपकरण भविष्य में बनाए जा सकेंगे।  उन्होंने कहा कि भारतीयों के लिए सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा बच्चों की शिक्षा है इसके कारण ही भारत विकसित देश बनेगा और प्रतिभावान विद्यार्थी पूरी दुनिया में नाम रोशन करेंगे।
 बतौर विशिष्ट अतिथि जार्जिया तकनीकी संस्थान फ्रास के प्रोडॉ  निको डिक्लिरिक ने कहा कि अल्ट्रासोनिक के क्षेत्र में भारत में गुणवत्ता युक्त शोध हो रहे हैं यहां के शोधार्थी परिश्रमी है आज गुणवत्तायुक्त शोध की आवश्यकता है।  इससे पूरे विश्व में भारत और विश्वविद्यालय की  पहचान बनेगी।
अल्ट्रासोनिक्स सोसायटी आफ  इंडिया के अध्यक्ष पद्मभूषण  प्रोविक्रम कुमार ने अल्ट्रासोनिक सोसाइटी के विकास पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अल्ट्रासोनिक पदार्थ विकसित कर समुद्र विज्ञानएयरक्राफ्टनैनो तकनीक के क्षेत्र में मानव का भविष्यगत  विकास किया जा सकताहै।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग  के पूर्व अध्यक्ष प्रोबी0के अग्रवाल ने पदार्थ विज्ञान और ऊर्जा के संबंध में अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि मानव जीवन में अल्ट्रासोनिक और मटेरियल साइंस का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।
कुलपति प्रोडॉ  राजाराम यादव ने अतिथियों का स्वागत  करते हुए कहा कि राजेंद्र सिंह रज्जू भैया भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश  के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा को धन्यवाद दिया  उन्होंने कहा कि इस तीन दिवसीय संगोष्ठी से विश्वविद्यालय के विद्यार्थी और शोधार्थी लाभान्वित होंगे ।
संचालन निस्केयर नई दिल्ली के  डॉ मेहरबान ने और धन्यवाद ज्ञापन डॉ देवराज सिंह ने किया .

           अल्ट्रासोनिक तकनीकी से ब्लड अधिक समय तक संरक्षित रहेगा

जौनपुर। सम्मेलन में उद्घाटन सत्र के बाद  आयोजित प्लेनरी व्याख्यान में    जार्जिया तकनीकी संस्थान फ्रांस के प्रोडॉ निको डिक्लिरिक ने  अल्ट्रासोनिक्स ध्वनियों का जैविक ऊतको पर प्रभाव तथा आगे की सम्भावनाओं पर प्रकाश  डाला। उन्होंने कहा किएकास्टो मैकनिकल इम्पीडेन्स टेक्नोलाजी का उपयोग करके शारीर  के किसी भी भाग  के डैमेज उतक को बिना किसी नुकसान के पता लगाया  जा सकता है।अल्ट्रासोनिक तकनीकी से ब्लड को अधिक समय तक संरक्षित रख सकते हैं। .
भौतिक विज्ञान विभाग  के पूर्व प्रोबी0के अग्रवाल  ने ग्रेफीन  पर विस्तृत  रुप से प्रकाश  डाला। उन्होंने कहा यह भविष्य  में सेमीकंडक्टर की जगह लेगाजो बिजली की बचत के साथ साथ उर्जा की खपत कम करेगा.विभिन्न सत्रों में 13 विशेष व्याख्यान आयोजित किये गए इस साथ ही 40 शोध पत्र प्रस्तुत हुए .

             सम्मेलन स्मारिका और  सारांशिका का हुआ विमोचन
जौनपुर।   सम्मेलन में स्मारिका एवं  सारांशिका का हुआ विमोचन हुआ। डॉ देवराज सिंह,डॉ  पुनीत धवनडॉ गिरिधर  मिश्र ,डॉ मनीष गुप्ता  द्वारा शोध पत्रों को  संकलित कर सम्पादित की हुई पुस्तक का विमोचन मुख्य अतिथि एवं अन्य विशिष्ट  अतिथियों द्वारा किया गया ।

रज्जू भइया संस्थान में नवनिर्मित आर्यभट्ट सभागार का हुआ अनावरण

जौनपुर। सम्मेलन में प्रो राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया ) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान में आर्यभट्ट सभागार का उद्घाटन  प्रो कृष्ण लाल, प्रो विक्रम कुमार, ,प्रो बाल कृष्ण अग्रवालप्रो डॉ निको डिक्लिरिकफ्रांस के कर कमलों द्वारा  तथा  कुलपति प्रो  डॉ राजाराम यादव  की अध्यक्षता में संपन्न हुआ I यह सभागार उच्च तकनीकी से  सुसजित 300 सीट वाला आडिटोरियम है। यह आडिटोरियम 
एकास्टिक साउडप्रूफ, सिनेमा स्क्रीन और यूटयूब स्ट्रीम से लैस है। इस आडिटोरियम में आडियो-वीडियो रिकार्डिंग  सिस्टम आटोमेटिक है। इस अवसर पर वित्त अधिकारी एम के सिंहकुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल एवं  निदेशक डॉ प्रमोद कुमार यादव सहित लोग उपस्थित थे।

कुलपति को मिला भगवंतम राष्ट्रीय पुरस्कार

जौनपुर। तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.डॉ  राजाराम यादव को एकास्टिकल सोसायटी आफ इंडिया की ओर से पूर्व घोषित प्रो. एस भगवंतम पुरस्कार दिया गया। इसके साथ ही टी.के. सक्सेना स्मृति पुरस्कार  डा. सहदेव कुमार और आईआई टी चेन्नई के डा. किरन कुमार को अल्ट्रासोनिक सोसायटी आफ इंडिया की ओर से प्रो डॉ कृष्ण लाल ने पुरस्कार दिया।








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