Wednesday 31 July 2024

आईएएएम,स्वीडन के निदेशक डॉ. आशुतोष तिवारी होंगे दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि

दीक्षांत समारोह की तैयारियों में जुटा पूर्वांचल विश्वविद्यालय

18 सितम्बर को आयोजित होगा विश्वविद्यालय का 28 वां दीक्षांत समारोह

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 28 वें दीक्षांत समारोह के आयोजन हेतु बुधवार को कुलपति सभागार में कुलपति प्रो. वंदना सिंह की अध्यक्षता में आयोजन समिति के संयोजकों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई. कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने समिति के संयोजकों से बिन्दुवार प्रगति की जानकारी ली. बैठक में कुलपति ने कहा कि दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड मैटेरियल्स, आईएएएम,स्वीडन के निदेशक डॉ. आशुतोष तिवारी होंगे. डॉ तिवारी एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक हैं.

कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय का 28 वां दीक्षांत समारोह 18 सितम्बर को आयोजित होगा. इसके लिए समिति के संयोजक अपने कार्यों को समयबद्ध तरीके से करते रहे. दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है.

समीक्षा बैठक में कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि दीक्षांत समारोह से जुड़े सभी कार्य प्राथमिकता पर किये जाए . समय- समय पर राजभवन से मिले दिशा – निर्देशों के अनुरूप हमें अपनी  तैयारी करना होगा .

विश्वविद्यालय में  दीक्षांत समारोह के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए 51 समितियों का गठन किया गया है. विगत सत्र में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की सूची एवं गोल्ड मेडल की जिम्मेदारी प्रो अविनाश पाथर्डीकर को, गतिमान पत्रिका प्रकाशन के लिए जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो मनोज मिश्र को संयोजक बनाया गया है. पीएच डी उपाधि धारकों को समय से सूचना देने की जिम्मेदारी उप कुलसचिव बबीता सिंह को दी गई है. दीक्षांत समारोह में आमंत्रित अतिथियों की सूची तैयार कर निमंत्रण भेजने की समिति का संयोजन उप कुलसचिव अजीत प्रताप सिंह करेंगे. मेडल एडवाइजरी समिति का संयोजक अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो अजय द्विवेदी को बनाया गया गया. राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व समन्वयक प्रो. राकेश यादव को दीक्षांत समारोह के पूर्व गोद लिए गए गांवों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों की आपसी प्रतियोगिता कराने की जिम्मेदारी दी गई है. दीक्षांत समारोह में उच्च प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को आमंत्रित का संयोजन  राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. राज बहादुर यादव करेंगे. इसके साथ ही अन्य समितियां भी बनाई गई है. जिसमें विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारियों को महत्वपूर्ण  जिम्मेदारी दी गई है.

इस अवसर पर  वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, प्रो मानस पाण्डेय, प्रो अजय द्विवेदी,  उप कुलसचिव अजीत कुमार सिंह, अमृत लाल, बबीता सिंह, प्रो अविनाश पाथर्डीकर, प्रो संदीप सिंह,  प्रो. देवराज, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. सौरभ पाल, प्रो. मनोज मिश्र, प्रो सुरजीत यादव, प्रो. राज कुमार सोनी, प्रो गिरिधर मिश्र,  डॉ प्रमोद कुमार यादव,  डॉ. अन्नू त्यागी, डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ अमित वत्स, डॉ. लक्ष्मी मौर्या, डॉ पी के कौशिक, राज नारायण सिंह समेत समिति के संयोजक उपस्थित रहे. 

Friday 26 July 2024

पर्यावरण संरक्षण में नैनो मटेरियल का बड़ा योगदान- डॉ. अभिषेक


आर्मेनिया के वैज्ञानिक डॉ. अभिषेक के विशेष व्याख्यान का हुआ आयोजन

विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय द्वारा व्याख्यान का हुआ आयोजन

 

 येरेवन स्टेट यूनिवर्सिटी, आर्मेनिया के वैज्ञानिक डॉ. अभिषेक सिंह ने "गेहूँ को बढ़ाने के लिए नैनोकण-आधारित रणनीतियाँ, लवणता तनाव के प्रति सहनशीलता: अंकुरण से कटाई " विषय पर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में शुक्रवार को व्याख्यान दिया. यह विशेष व्याख्यान विज्ञान संकाय के  पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा संकाय भवन के कांफ्रेंस हाल में आयोजित किया गया था.  

कुलपति प्रो. वंदना सिंह से डॉ. अभिषेक ने शिष्टाचार मुलाकात की. उन्होंने शोध एवं अन्य गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की.  विशेष व्याख्यान में डॉ. अभिषेक सिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में नैनो मटेरियल का बड़ा योगदान है. नैनो मैटेरियल पौधों को सूखे और उसर भूमि में बढ़ने में मदद करते है जिससे पौधों और फसलों की उत्पादकता में वृद्धि होती है. इसके साथ ही मिट्टी के स्वास्थ्य में भी सुधार होता है.

संकायाध्यक्ष प्रोफेसर राजेश शर्मा ने डॉ. अभिषेक सिंह का स्वागत किया और कहा कि जौनपुर जनपद के रहने वाले डॉ अभिषेक आर्मेनिया में वैज्ञानिक बनकर जनपद का मान बढ़ाया है.

कार्यक्रम का  संचालन पर्यावरण विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ. सुधीर कुमार उपाध्याय ने किया. इस अवसर ऋषि श्रीवास्तव, श्वेता श्रीवास्तव, इशानी भारती समेत शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे.  

Tuesday 23 July 2024

बजट किसानों, युवा, महिला शक्ति को समर्पितः प्रो. मानस पांडेय

 प्रबंध अध्ययन संकाय में शिक्षक- विद्यार्थियों ने की बजट पर चर्चा

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यावसायिक अर्थशास्त्र विभाग में केंद्रीय बजट का सीधा प्रसारण देखा गया,  जिसमें शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट पर विस्तार से चर्चा की।

पूर्व संकायाध्यक्ष प्रो. मानस पांडेय ने बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह बजट किसानों, युवाओं एवं महिला शक्ति को समर्पित है। उन्होंने कहा कि इस बार रोजगार पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसमें सरकार ने 500 बड़े उद्योगों में इंटर्नशिप अनिवार्य करके युवाओं को उद्योग के प्रति स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया है। दीर्घकालीन अर्थव्यवस्था के संचालन हेतु बजट में उठाए गए समग्र कदम दूरगामी परिणाम देने वाले हैं।

विभाग के शिक्षक डॉ. आशुतोष कुमार सिंह ने बजट में स्लैब रेट में परिवर्तन की उम्मीद व्यक्त की थी, जो अपेक्षित रूप में नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि डिडक्शन में परिवर्तन 50 हजार से 75 हजार किया गया,  जो आम आदमी के लिए बहुत फायदेमंद नहीं है। इसे एक लाख तक किया जाना चाहिए। शिक्षक अंजनी कुमार मिश्र ने बजट में रोजगार के अवसरों में वृद्धि को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इससे गरीब,  युवा  और किसान को नौकरी में लाभ के अवसर बढ़ेंगे।

शिक्षक डॉ. रोहित पांडेय ने बीकॉम ऑनर्स के छात्रों के साथ पेंशनभोगियों के लिए डिडक्शन के आंकड़े को 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार करने की चर्चा की। उन्होंने बजट में मुख्य रूप से कृषि और बाढ़ की समस्याओं के समाधान के लिए और भी धनराशि सरकार को देनी चाहिए।

शोध छात्र नितिन चौहान ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024-25 में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा कि 1.52 लाख करोड़ रुपये की राशि महिलाओं और युवाओं के सशक्तिकरण के लिए आवंटित की गई है। इसके साथ ही, शिक्षा क्षेत्र के विकास के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। इस अवसर पर डा. निशा पांडेय, डॉ. सुनील कुमार सिंह, शशिकांत मौर्य, उत्सव सिंह, नितीन सिंह, मुहम्मद तबीज, सुजीत कुमार, फरान अख्तर, गौरी सेठ, सलोनी साहु आदि ने भी विचार व्यक्त किए।


Saturday 20 July 2024

कुलपति ने "एक पेड़ मां के नाम" अभियान का किया शुभारंभ


सीता अशोक, पीपल बरगद समेत कई पौधे लगाए गए  

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा वृहद वृक्षारोपण के अवसर पर कुलपति प्रो वंदना सिंह ने एकलव्य स्टेडियम के समीप उत्तर प्रदेश का राजकीय वृक्ष सीता अशोक का पौधा लगाकर "एक पेड़ मां के नाम" कार्यक्रम का शुभारंभ शनिवार को किया। कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और हमें अधिक से अधिक पौधरोपण कर अपनी धरती को हरा-भरा बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक पेड़ माँ के नाम अभियान के अंतर्गत लगने वाले पौधे की रक्षा आप उसी तरह करेंगे जिस तरह माँ अपने बेटे की रक्षा करती है।

इस अवसर पर ग्रीन उदय चेरिटेबल ट्रस्ट एवं हम हिंदुस्तानी ट्रस्ट ने भी सक्रिय भागीदारी दिखाते हुए 500 -500 पौधों का रोपण किया। संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देना है।

वृक्षारोपण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ0 शशिकांत यादव ने बताया कि विश्वविद्यालय में कुल 4000 पौधे लगाए गए।

वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने बरगद, उप कुलसचिव अमृत लाल , दीपक सिंह ने पीपल और  बरगद का पौधरोपण किया। राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. राज बहादुर यादव ने पीपल का पौधा लगाया। इस अवसर पर प्रो0 विक्रम देव आचार्य,  प्रो0 मनोज मिश्र, कुलानुशासक प्रो0 राज कुमार,  चीफ वार्डन डॉ0 मनीष प्रताप सिंह,  प्रो0 प्रमोद कुमार यादव,  प्रो0 गिरिधर मिश्र,  प्रो0 प्रदीप कुमार डॉ0 श्याम कन्हैयाडॉ0 सुनील कुमार,  डॉ0 दिग्विजय सिंह राठौर,  डॉ0 पुनीत धवन,  डॉ0 नीरज अवस्थी,  डॉ0 अवधेश कुमार मौर्य सहित समस्त शिक्षकों ने पौधरोपण किया ।

इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विशाल यादव  राष्ट्रीय सेवा योजना के समस्त स्वयंसेवक एवं छात्र छात्राओंने  बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी ने मिलकर पेड़ों की देखभाल और संरक्षण की जिम्मेदारी ली।

परीक्षा नियंत्रक विनोद कुमार सिंह ने कार्यभार संभाला

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में विनोद कुमार सिंह ने परीक्षा नियंत्रक का कार्यभार शनिवार को ग्रहण किया। यह कार्यभार उन्होंने प्रभारी परीक्षा नियंत्रक अजीत सिंह से ग्रहण किया। श्री सिंह लखनऊ में कुलसचिव के रूप में अपनी सेवा देने के बाद पूर्वांचल विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक के पद पर शासन द्वारा नियुक्त किए गए है। उनकी यह नई जिम्मेदारी विश्वविद्यालय के परीक्षा तंत्र को सुदृढ़ और प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।विनोद कुमार सिंह के पास शैक्षणिक प्रशासन और प्रबंधन का व्यापक अनुभव है। लखनऊ विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार के पद पर रहते हुए, उन्होंने प्रशासनिक कार्यों को निपुणता से संभाला और विश्वविद्यालय की शैक्षणिक एवं प्रशासनिक प्रक्रियाओं में सुधार के लिए कई पहल की। उनके नेतृत्व में लखनऊ विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित किए और संस्थान के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। गौरतलब है कि परीक्षा नियंत्रक विश्वविद्यालय के एल्युमिनाई भी है। उन्होंने यहां के कर्मचारियों के कार्य पद्धति की सराहना भी की। इस अवसर पर कुलपति ने अधिकारियों और कर्मचारियों की एक शिष्टाचार बैठक बुलाई। बैठक में कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक के रूप में विनोद सिंह की नियुक्ति विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में स्थित है और यहां हजारों छात्र विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत हैं। मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि परीक्षा नियंत्रक के रूप में वे परीक्षा प्रक्रियाएं सुचारू और निष्पक्ष तरीके से संचालित करेंगे ताकि छात्रों की शैक्षणिक प्रगति का सही मूल्यांकन कर उन्हें समय पर परिणाम प्रदान किया जा सके। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें बुके देकर सम्मानित किया। बैठक में वित्त अधिकारी संजय राय, उप कुलसचिवगण अमृतलाल, अजीत सिंह, दीपक सिंह, बबिता सिंह, कर्मचारी संघ अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह महामंत्री रमेश यादव, रामजी सिंह, स्वामीनाथ, राजेंद्र सिंह, डॉ. पीके कौशिक, कपिल त्यागी, राजनारायण सिंह, मुहम्मद अफसर, डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, नीता गुप्ता, रजनीश सिंह, श्याम श्रीवास्तव समेत सभी कर्मचारी शामिल थे।  


 


 

Friday 19 July 2024

अंतर्विषयक शोध समय की मांग: प्रो. प्रमोद कुमार यादव


जेएनआरएम, पोर्ट ब्लेयर में इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर, भौतिक एवं रासायनिक विज्ञान पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन

इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर, भौतिक एवं रासायनिक विज्ञान पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन रसायन विज्ञान विभाग, रज्जू भैया संस्थान, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर (यूपी) और जवाहरलाल नेहरू राजकीय महाविद्यालय (जेएनआरएम), पोर्ट ब्लेयर द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। सम्मेलन का उद्घाटन जेएनआरएम, पोर्ट ब्लेयर में मुख्य अतिथि  एल. कुमार  आईएएस, उच्च शिक्षा सचिव,  अंडमान और निकोबार द्वीप समूह द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। देशभर से अतिथि और प्रतिभागी उद्घाटन सत्र में ऑनलाइन और आफलाइन मोड के माध्यम से शामिल हुए। इस अवसर पर एल कुमार ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य विचारों का आदान-प्रदान, नवीनतम अनुसंधान पर चर्चा और संबंधित शाखाओं में विकास के नए क्षेत्रों के ज्ञान का प्रसार करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो वंदना सिंह ने आयोजकों को बधाई दी और सम्मेलन की चर्चाओं में नई खोजों और आयामों के महत्व पर जोर दिया।

विशिष्ट अतिथि  डॉ. लालजी सिंह, क्षेत्रीय प्रमुख, वनस्पति सर्वेक्षण भारत, पोर्ट ब्लेयर, ने बताया कि सम्मेलन विभिन्न मुद्दों को संबोधित करेगा और व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत करेगा, जिससे अनुसंधान निष्कर्षों की गंभीर चर्चा, समाधान तैयार करने और शैक्षणिक संस्थानों और बहुराष्ट्रीय निगमों के बीच मजबूत साझेदारी को प्रोत्साहन मिलेगा। उद्घाटन सत्र में रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रो.प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि अंतर्विषयक शोध समय की मांग है।  इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर विज्ञान, भौतिक विज्ञान और रासायन विज्ञान के क्षेत्र में चल रहा शोध आज पूरे विश्व को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के विकास से लेकर नई सामग्रियों की खोज और कम्प्यूटेशनल तरीकों की उन्नति तक विकसित करने में इन विषयों का योगदान है। इस तरह के सम्मेलनों के माध्यम से हम आज मानवता के सामने आने वाली कुछ सबसे गंभीर चुनौतियों का समाधान करने के लिए शोधकर्ताओं, विद्वानों और अभ्यासकर्ताओं की सामूहिक विशेषज्ञता का उपयोग कर सकते हैं। जिससे  इन उभरते क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास करने  में मदद मिलेगी।

जेएनआरएम के प्राचार्य और सम्मेलन संरक्षक, डॉ. एच.के. शर्मा ने प्रतिभागियों को विज्ञान और शैक्षणिक अनुसंधान में उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। इससे पहले, पूर्वांचल विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के प्रमुख और संयोजक, डॉ. प्रमोद कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। आयोजन सचिव, डॉ. मिथिलेश यादव ने सम्मेलन का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया, जबकि सम्मेलन आयोजन सचिव, डॉ. कंडीमुथु ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने में शैक्षणिक साझेदारी और सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर आयोजन सचिव डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. अजीत सिंह, डॉ. दिनेश वर्मा व अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।

पूरे कार्यक्रम का समन्वय जेएनआरएम की श्रीमती दीपिका ने किया। उद्घाटन सत्र का समापन सम्मेलन के संयोजक, डॉ. सैयद सलीम द्वारा धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ हुआ।

Friday 12 July 2024

पीयूकैट का रिजल्ट जारी


 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के परिसर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की गई पीयूकैट परीक्षा का रिजल्ट विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जारी हो गया है। विश्वविद्यालय परिसर में संचालित पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा  तीन एवं चार जुलाई, 2024 को संपन्न कराई गई थी। इनमें से  एमबीए, एमबीए एग्री बिजनेस और एमबीए इ-कॉमर्स को छोड़कर अन्य विषयों का परीक्षा परिणाम आज दिनांक 12 जुलाई को विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.vbspu.ac.in पर अपलोड कर दिया गया है।


Wednesday 3 July 2024

सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में शुरू हुई पीयू कैट परीक्षा

इंजीनियरिंग और फार्मेसी संस्थान में निरीक्षण करने पहुंचीं कुलपति

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में चलने वाले पाठ्यक्रमों के लिए पूर्वांचल विश्वविद्यालय संयुक्त प्रवेश परीक्षा (पीयूकैट) बुधवार को फार्मेसी संस्थान और उमानाथ इंजीनियरिंग संस्थान में सकुशल संपन्न हुई। परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में कराई गई। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने दोनों केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। उनके साथ में परीक्षा नियंत्रक अजीत सिंह और संकायाध्यक्ष प्रो. मनोज मिश्र भी थे।

कुलपति प्रोफेसर सिंह ने कहा कि किसी भी परीक्षार्थी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए क्योंकि ये विद्यार्थी बाहर से आते हैं। वे अपने मन में विश्वविद्यालय के प्रति अच्छा संदेश लेकर जाएं। उन्होंने परीक्षा के दौरान बिजली, पंखे पानी और वाहन की समुचित व्यवस्था कराने पर केंद्राध्यक्ष डॉ अमरेंद्र सिंह की सराहना की। पीयू कैट के समन्वयक प्रो. मिथिलेश सिंह के अनुसार बुधवार को डी फार्मा,  बीटेक,  बीए एलएलबी,  बीकॉम ऑनर्स, एमसीए में प्रवेश परीक्षा तीन चरणों में शुरू की गई। इसमें परीक्षा की सुचिता का विशेष ध्यान रखा गया। प्रवेश परीक्षा में लगभग 80 फीसदी विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। इस परीक्षा में केंद्राध्यक्ष डॉ अमरेंद्र सिंह के साथ सहायक केंद्राध्यक्ष के रूप में डॉ धर्मेंद्र सिंह और डॉ प्रवीण कुमार सिंह और अशोक यादव थे। पर्यवेक्षक के रूप में प्रो. अजय प्रताप सिंह थे। प्रवेश समिति से प्रोफेसर रजनीश भास्कर के साथ  प्रो. संतोष कुमार, डॉ. मनीष प्रताप सिंह,  डॉ. सत्यम  उपाध्याय, डॉ. सौरभ बी. कुमार लगातार चक्रमण कर रहे थे। शेष बचे पाठ्यक्रमों की परीक्षा चार जुलाई को फार्मेसी और इंजीनियरिंग संस्थान में होगी।


 

Tuesday 2 July 2024

बिना परिचय पत्र के प्रवेश की अनुमति नहीः प्रो. राजकुमार

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के परिसर के पाठ्यक्रम में अध्ययन करने वाले सभी विद्यार्थियों को अनुशासन में रहने और संस्कारित बनाने के लिए चीफ प्राक्टर ने नई पहल की है। मुख्य द्वार पर प्रवेश करते समय परिचय पत्र दिखाना अनिवार्य है। बिना परिचय पत्र के किसी भी विद्यार्थी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यह नियम प्रवेश लेने के लिए आने वाले विद्यार्थियों पर लागू नहीं होगा। मुख्यद्वार पर कार्यरत सुरक्षा में लगे अधिकारी उन्हें चेक करेंगे। यह जानकारी विश्वविद्यालय के चीफ प्राक्टर प्रो. राजकुमार ने दी है। उन्होंने कहा कि परिसर में बाइक पर तीन सवारी चलना भी प्रतिबंधित है। इसके साथ ही किसी भी मोटरसाइकिल सवार को बिना हेलमेट के परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। इसके साथ ही परिसर में 20 की स्पीड से ही वाहन चला सकेंगे। तेज रफ्तार में बाइक चलाने वाले विद्यार्थियों की अब खैर नहीं। मुक्तांगन परिसर में भी मोटरसाइकिल ले जाना और चलाना प्रतिबंधित है। इसका पालन न करने वाले मोटरसाइकिल सवार पर फाइन लगाने का प्रावधान है। ऐसे में सभी विद्यार्थियों को निर्देशित किया जाता है कि वह सभी नियमों का पालन अपने और विश्वविद्यालय के हित में करें।

Monday 1 July 2024

कुलपति ने पौधरोपण कर नए सत्र का किया शुभारम्भ

विश्वविद्यालय परिसर के संकायाध्यक्षों और विभागाध्यक्षों के साथ कुलपति ने की बैठक

नव प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए आयोजित होंगे  इंडक्शन कार्यक्रम

जौनपुर.  वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मुक्तांगन में सोमवार को नए सत्र प्रारंभ होने के पहले दिन कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने चंदन का पौधा लगाया. वहीं कुलपति सभागार में विश्वविद्यालय परिसर के संकायाध्यक्षों और विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की.कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि विभागों में  विद्यार्थियों के लिए जो सुविधाएँ है उसे अद्यतन कर ले. नए सत्र के लिए विश्वविद्यालय पूरी तरह तैयार है. विद्यार्थियों को  अध्ययन के लिए विश्वविद्यालय बेहतर माहौल उपलब्ध कराएगा. उन्होंने कहा कि नव प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए इंडक्शन कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षक का  दायित्व सबसे बड़ा है. विद्यार्थियों से मेंटर के माध्यम से जुड़े और उनकी समस्याओं का निदान करें.कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि नया सत्र आज से प्रारंभ हो गया है. नए सत्र में नए के साथ, सभी लोग मनोयोग से जुटे. वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि विभाग की जो भी आवश्यकताएँ है उसकी सूची बनाकर शीघ्र प्रेषित करे दें.

इस अवसर पर प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो मानस पाण्डेय, प्रो अजय प्रताप सिंह, प्रो मनोज मिश्र, प्रो राजेश शर्मा, प्रो सौरभ पाल, प्रो प्रमोद यादव, प्रो नुपुर तिवारी, डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ अन्नू त्यागी, डॉ राजेश सिंह, रजनीश सिंह समेत अन्य उपस्थित रहे.