दो दिवसीय 28 वां अंतर महाविद्यालय रोवर रेंजर्स समागम का हुआ आयोजन
पहले दिन आयोजित हुई प्रतियोगिताएं
विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार को दो दिवसीय 28 वां अंतर महाविद्यालय रोवर रेंजर्स समागम की शुरुआत हुई। समागम में विभिन्न जनपदों के रोवर रेंजर्स की टीमों ने प्रतिभाग किया।समागम की शुरुआत में महाविद्यालय की टीमों ने मार्च पास्ट कर सलामी दी। पहले
दिन आयोजित प्रतियोगिताओं में बढ़ - चढ़ कर प्रस्तुति दी।
समागम के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल ने कहा कि आज के दौर में सेवा भाव बनाए रखना सामान्य बात नहीं है। रोवर रेंजर्स से जुड़ने वाले विद्यार्थियों के मन में जीवन पर्यंत सेवा का भाव बना रहता है। यही सेवा का भाव रोवर्स रेंजर्स को अन्य विद्यार्थियों से सदैव अलग रखता है।
बतौर विशिष्ट अतिथि सामाजिक अनुप्रयुक्त संकाय के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि रोवर्स रेंजर्स वसुधैव कुटुंबकम की प्राचीन अवधारणा को सार्थक सिद्ध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रोवर रेंजर्स सर्वे भवंतु सुखीनः के संवाहक है। समन्वयक डॉ जगदेव ने स्वागत भाषण एवं समागम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। अध्यक्षीय संबोधन में डॉ मनराज यादव ने कहा कि हमें अपने पुराने मनीषियों विशेषकर गौतम बुद्ध के विचारों से सीख लेने की जरूरत है। कहीं कहा गया है, कोई कह रहा है, उससे प्रभावित ना हो कर अपने अंतर्मन से सत्य क्या है उस पर कायम रहना चाहिए। धन्यवाद ज्ञापन डॉ मनोज कुमार तिवारी ने किया। पहले दिन वर्दी एवं मार्च पास्ट,पोस्टर, निबंध, क्विज, इको, रेस्टोरेशन, सैंड स्टोरी, हस्तशिल्प, नृत्य एवं समूह गीत, किम्स गेम्स एवं रोल प्ले प्रतियोगिताएं आयोजित हुई।समागम के विभिन्न प्रतियोगिताओं में 19 टीमों के रोवर्स रेंजर्स ने प्रतिभाग किया। सहायक प्रादेशिक संगठन आयुक्त रविंद्र कौर, सुरेश प्रसाद तिवारी एवं प्रदीप गुप्ता ने रोवर्स रेंजर्स का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ घनश्याम दुबे ने एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ मनोज तिवारी ने किया।
इस अवसर पर डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ शशि मिश्रा, डॉ राकेश मिश्रा, डॉ सतीश राय, डॉ आशीष उपाध्याय, डॉ शिव कुमार, डॉ प्रदीप कुमार समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment