विश्वविद्यालय के एकलव्य स्टेडियम में अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालयीय हैंडबॉल महिला प्रतियोगिता की शुरुआत शुक्रवार को हुई। इस प्रतियोगिता में देश के विभिन्न प्रांतों से 15 विश्वविद्यालयों की टीमें भाग लेने आई है। प्रतियोगिता 20 फरवरी तक चलेगी। अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय हैंडबॉल महिला प्रतियोगिता का उद्घाटन पूर्व कुलपति प्रोफेसर सुंदरलाल ने किया।
प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि प्रोफेसर सुंदरलाल ने कहा कि जीवन एवं खेल में जीतने का बस एक ही मंत्र है कैसी भी विषम परिस्थिति हो बस खेलना है। खेल में कोई जीतता है तो कोई हारता है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि उसने कितनी मेहनत की। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में पदकों की संख्या बढ़े इसके लिए सरकार को गंभीर चिंतन करना होगा।
अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों ने अपनी कड़ी मेहनत से खेल जगत में विश्वविद्यालय का मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में प्रतिद्वंदी एक दूसरे से बिना किसी राग द्वेष के खेलते हैं खिलाड़ियों के आपसी तालमेल से ही जीत का रास्ता तय होता है।अतिथियों द्वारा कार्यक्रम में झंडारोहण किया गया एवं भाग लेने आई टीमों ने मार्च पास्ट कर सलामी दी। टीम कोच एवं प्रबंधकों का अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो अजय द्विवेदी ने पुष्प देकर स्वागत किया।
स्वागत आयोजन सचिव डॉ प्रशांत कुमार राय एवं खेलकूद परिषद के अध्यक्ष वीरेंद्र विक्रम यादव ने धन्यवाद ज्ञापन किया।कार्यक्रम का संचालन अशोक सिंह ने किया। कार्यक्रम के अंत में पुलवामा से आतंकी हमले में शहीदों के लिए २ मिनट का मौन रख कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर वित्त अधिकारी एम के सिंह , प्रो ए के श्रीवास्तव, डॉ देवेंद्र सिंह, डॉ रामाश्रय शर्मा, डॉ विजय सिंह, डॉ मनोज मिश्र, डॉ प्रमोद यादव, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ राजकुमार सोनी, डॉ आलोक सिंह, डॉ विजय प्रताप तिवारी, डॉ अनुराग मिश्र, रजनीश सिंह, समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
देश के 15 विश्वविद्यालयों की टीमें भाग लेने पहुंची
अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालयीय हैंडबॉल महिलाप्रतियोगिता में कालीकट विश्वविद्यालय, केरल, मैसूर विश्वविद्यालय, कर्नाटक,अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई,एसबी पी विश्वविद्यालय पुणे, एल एन पीई विश्वविद्यालय ग्वालियर, राजस्थान विश्वविद्यालय, आर.टी.एम.यूनिवर्सिटी, नागपुर, जी एन विश्वविद्यालय , हिसार, आई आर एस विश्वविद्यालय जींद,कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र,यच पी विश्वविद्यालय शिमला,एच.सी.वाई.दुर्ग विश्वविद्यालय, दुर्ग, एल.एन.एम.यूनिवर्सिटी, दरभंगा, महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ वाराणसी और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की भाग लेने आई है।
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