शिक्षक वहीं महान है जिसके विद्यार्थी समाज में सम्मान पाते हैं- कुलपति
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के विश्वेश्वरैया सभागार में मंगलवार को अवकाश प्राप्त शिक्षक सम्मान समारोह 2017 का आयोजन किया गया। समारोह में 15 अवकाश प्राप्त शिक्षकों को अंगवस्त्रम और स्मृति चिह्न देकर कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने कहा कि विद्यार्थियों को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सक्षम बनाने वाला ही शिक्षक होता है। राष्ट्र विश्व गुरु बने इस हेतु शिक्षकों का दायित्व सबसे ज्यादा हैं। राष्ट्र निर्माण में उसकी जरूरत सदा महसूस होती है। हमें विद्यार्थियों को सर्वविद्या से सम्पन्न बनाने के अभियान को और तेज़ी देनी होगी। उन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन का जिक्र करते हुए कहा कि मैने अपने गुरू की सलाह को माता-पिता की सलाह से ऊपर रखा। उन्होंने कहा कि हमारे देश का उद्देश्य विश्वगुरू बनने के साथ-साथ दुनिया को भी विश्वगुरू बनाने का है। उन्होंने कहा कि शिक्षक वहीं महान होता है जिसके विद्यार्थी समाज में प्रतिष्ठा या सम्मान पाते हैं। उन्होंने कहा कि आज विश्वविद्यालय शिक्षकों को सम्मानित करके खुद गौरवान्वित हो रहा है।
अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय, विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष डा. घनश्याम सिंह ने कहा कि ज्ञान सबसे बड़ी पूंजी है जिसे न चोर चुरा सकता है न राजा या शासक छीन सकता है। न ही भाई या बंधु बंटवारे में आपसे ले सकते हैं। यह एक ऐसा धन है जितना खर्च किया जाय उतना बढ़ता है। दुर्भाग्य इस बात का है कि इसका सदुपयोग और दुरुपयोग दोनों हो रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छा गुरू वही है जो सत्य और असत्य को समझा सके। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण शिक्षा व्यवस्था के सामने चुनौती है आज जरूरत है कि हम सब मिलकर इसमें सकारात्मक बदलाव के बारे में सोंचे।
शिक्षक संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव प्रकाश सिंह ने कहा कि जिस समाज में शिक्षकों का सम्मान होता है वही समाज और राष्ट्र बुलंदियों पर पहुंचता है। शिक्षक कभी अवकाश नहीं लेता वह समाज को सदैव एक नई दिशा देता है।यह सम्मान समारोह आयोजित कर विश्वविद्यालय ने शिक्षक हित में उत्कृष्ट कार्य किया है।
इसके पूर्व शिक्षकों और अतिथियों का स्वागत पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा. समर बहादुर सिंह ने किया। समारोह का संचालन जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डा. मनोज मिश्र और धन्यवाद ज्ञापन महामंत्री डा विजय कुमार सिंह ने किया । इस अवसर पर कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, वित्त अधिकारी एम, के. सिंह, परीक्षा नियंत्रक संजीव सिंह , प्रो. बी.बी तिवारी मंचस्थ रहे। सम्मान समारोह में पूर्व अध्यक्ष डॉ देवेंद्र सिंह ,डॉ अनिल प्रताप सिंह ,डॉ अशोक सिंह ,प्रो. ए.के श्रीवास्तव, ,डॉ अलोक सिंह ,डॉ हिमांशु सिंह ,डॉ बीके त्रिपाठी ,डॉ ओम प्रकाश सिंह ,डॉ बीएन पांडेय ,डॉ विनय कुमार सिंह ,डॉ शैलेन्द्र सिंह ,डॉ जिमी ,डॉ राजीव त्रिपाठी , एनएसएस समन्वयक राकेश यादव, डॉ अरुण कुमार सिंह , डा. रजनीश भाष्कर, डा. आशीष सिंह, डा. सुनील कुमार, डा. रुश्दा आजमी सहित शिक्षकगण उपस्थित रहे।
सम्मानित हुए शिक्षक
टीडी पीजी कालेज जौनपुर की डॉ माधुरी सिंह ,डॉ ओम प्रकाश सिंह,डॉ ज्ञानानन्द शुक्ल,डॉ जीतेन्द्र बहादुर सिंह,सल्तनत बहादुर पीजी कालेज बदलापुर के डॉ एस पी सिंह ,बयालसी पीजी कालेज जलालपुर के डॉ ज्ञान बहादुर सिंह ,गन्ना कृषक महाविद्यालय ताखा शाहगंज के डॉ महेंद्र प्रताप यादव ,गणेश राय पीजी कालेज डोभी के डॉ प्रेम शंकर सिंह , डीएवी पीजी कॉलेज आजमगढ़ के डॉक्टर अभय राज सक्सेना, डॉक्टर अनूप श्रीवास्तव, डॉक्टर प्रेम प्रकाश यादव, शिबली नेशनल पीजी कॉलेज के डॉक्टर जमाल अहमद, डॉ इश्तियाक अहमद, मलिकपुरा पीजी कॉलेज गाजीपुर से डॉक्टर दामोदर सिंह, जनता पीजी कॉलेज सादात गाजीपुर के डॉक्टर चौथीराम यादव, डॉक्टर अमरनाथ सिंह यादव, पीजी कॉलेज गाजीपुर के डॉक्टर हरिहर सिंह, श्री रामाश्रय दास पीजी कॉलेज भुड़कुड़ा गाजीपुर के डॉक्टर अशोक सिंह,डॉ उदय प्रताप सिंह,डॉ इंद्रजीत सिंह, महात्मा गांधी शती स्मारक महाविद्यालय गढ़वा मकसूदपुर गाजीपुर के डॉ अमरनाथ राय को कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ राजाराम यादव एवं शिक्षक संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ घनश्याम सिंह ने अंगवस्त्रम,स्मृतिचिन्ह एवं गीता की पुस्तक देकर सम्मानित किया।
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