Wednesday, 20 August 2025

शत- प्रतिशत विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति सुनिश्चत करें विभागः डीएम

फार्म भरवाने के लिए अलग से पटल खोलें विद्यालयः कुलपति

पीयू में छात्रवृत्ति योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए हुई कार्यशाला

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में अधिष्ठाता छात्र कल्याण कार्यालय एवं समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को छात्रवृत्ति योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए कार्यशाला आयोजित हुई। यह कार्यशाला विद्यार्थियों को शत-प्रतिशत छात्रवृत्ति दिलाने में आने वाली समस्याओं को लेकर की गई थी। इसमें जनपद के विद्यालय और महाविद्यालय से आए शिक्षकों और कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने कहा कि कर्मचारियों की संवेदनशीलता और सक्रियता के चलते इस वर्ष 98% विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति मिली है। उन्होंने इसकी सराहना की। उन्होंने छात्रवृत्ति योजना के पारदर्शी व प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर देते हुए कहा कि बिना किसी दिक्कत के हर पात्र विद्यार्थी को योजना का लाभ मिले। इसमें प्रशासन हर स्तर पर विद्यार्थियों को सहयोग प्रदान करेगा।
कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहीं कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने जिलाधिकारी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके निर्देशन में तिरंगा यात्रा से जिले ने विश्व रिकॉर्ड बनाया। साथ ही कहा कि डीएम साहेब विद्यार्थी जीवन से ही सक्रिय रहते थे। उनकी कार्यशैली से तिरंगा यात्रा में जो उपलब्धि मिली है उससे पूरा जिला गौरवान्वित है। उन्होंने विद्यालयों से अपील की कि छात्रवृत्ति फार्म सही-सही भरवाने के लिए प्रत्योक संस्थान विशेष पटेल खोलें, ताकि कोई भी छात्र वंचित न रहे। हालांकि मेरा विश्वविद्यालय इस मामले में प्रतिबद्ध है कि योजनाओं का लाभ पात्र विद्यार्थियों को समय से मिल सके, ताकि उनकी शिक्षा में कोई आर्थिक व्यवधान न आएं।
जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा और समाज कल्याण अधिकारी नीरज पटेल ने छात्रवृत्ति से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। बताया कि रिनुअल विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति 2 अक्टूबर और 26 जनवरी तक खातों में पहुंच जाएगी। विद्यालयों से कहा गया कि 31 अगस्त तक आवेदन प्रस्तुत करें, जिससे अधिकतम विद्यार्थियों को इसका लाभ मिल सके। अभी तक कि इसमें जो स्थिति अब तक थी उस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। कहा कि दस दिन का समय है इसे लोग प्राथमिकता के आधार पर पूरा कर लें। अतिथियों का स्वागत अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रमोद यादव और संचालन सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. नितेश जायसवाल ने किया।
इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी अजय अम्बष्ट, संकाय अध्यक्ष प्रो. मनोज मिश्र, बीएसए गोरखनाथ पटेल, एडीएसडब्ल्यू डॉ. मनोज कुमार पांडे, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुश्री अनिता दिव्यांग कल्याण अधिकारी सुश्री दिव्या शुक्ला, सहित जनपद के माध्यमिक व उच्च शिक्षण संस्थानों के प्राचार्य, छात्रवृत्ति नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।

Tuesday, 19 August 2025

मोबाइल ने सबको फोटोग्राफी की तकनीकी से सीधे जोड़ा- – प्रो. मनोज मिश्र

 पीयू में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय फोटोग्राफी दिवस

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में अंतर्राष्ट्रीय फोटोग्राफी दिवस मनाया गया । इस अवसर पर विभाग के विद्यार्थियों ने अपने मोबाइल फोटो से विश्वविद्यालय के विभिन्न स्थानों पर फोटोग्राफी की और शिक्षकों द्वारा उन्हें फोटोग्राफी की बारीकियों और तकनीकी पक्ष की जानकारी दी गई ।
जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर मनोज मिश्र ने कहा कि आज मोबाइल ने हर व्यक्ति को फोटोग्राफी की तकनीकी से सीधे जोड़ दिया है। डिजिटल तकनीकी के कारण गांव- देहात की फोटो भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक स्थलों और घटनाओं की वास्तविकता को बहुत कुछ तस्वीरें ही बयां कर देती है। फोटोग्राफी करते समय सामाजिक सरोकारों और मानवीय संवेदनाओं का भी ख्याल रखना चाहिए।
जनसंचार विभाग के शिक्षक डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने कहा कि फोटो मानव जीवन का अभिन्न अंग बनती जा रही है, जीवन के सुख-दुख के पल फोटो के माध्यम से हमें याद आते रहते हैं। फोटोग्राफी एक कला है, एक बेहतरीन फोटो कैप्चर करने के लिए कैमरे के पीछे की आँख बहुत महत्वपूर्ण होती है।  उन्होंने कहा कि एक अच्छा फोटोग्राफर बनने के लिए फोटोग्राफी की तकनीकी ज्ञान के साथ- साथ विषय की समझ होना जरूरी है।
डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय फोटोग्राफी दिवस केवल तस्वीरों का उत्सव नहीं, बल्कि संवेदनाओं और क्षणों को अमर करने की साधना है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि कैमरा सिर्फ उपकरण नहीं, बल्कि दृष्टि और भावनाओं का दर्पण है। आज का दिन उन सभी रचनाकारों को नमन है, जिन्होंने तस्वीरों से दुनिया को नया दृष्टिकोण दिया।इस अवसर पर डॉ. चन्दन सिंह, डॉ. सुरेन्द्र यादव, अमित मिश्र, अर्पित यादव, पंकज सिंह समेत विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Monday, 18 August 2025

सीपीआर आकस्मिक हृदयाघात में जीवन रक्षक : डॉ. शिव शक्ति


सीपीआर प्रशिक्षण समय की मांग: प्रो वंदना सिंह

पीयू में सीपीआर प्रशिक्षण कार्यशाला सम्पन्न

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में हृदयाघात से होने वाली आकस्मिक मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) प्रशिक्षण कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यशाला अधिष्ठाता छात्र कल्याण कार्यालय एवं मनोविज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में सम्पन्न हुई।
कार्यक्रम के मुख्य प्रशिक्षक और वाराणसी के राजकीय चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवशक्ति प्रसाद द्विवेदी ने मानव शरीर की डमी पर सीपीआर की लाइव डेमो देकर बताया कि कैसे अचानक हृदयगति रुकने (कार्डियक अरेस्ट) की स्थिति में यह तकनीक किसी व्यक्ति की जान बचा सकती है। उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि कार्डियक अरेस्ट में मरीज़ का पहला तीन मिनट “गोल्डन टाइम” होता है। यदि इस समय के भीतर सही प्रक्रिया से सीपीआर दिया जाए, तो मरीज़ की जान बचाई जा सकती है।

प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति की सांसें और धड़कन रुक जाती हैं, तो सबसे पहले उसे किसी समतल और कठोर सतह पर लिटाया जाता है। प्राथमिक उपचारकर्ता उसके सिर के पास घुटनों के बल बैठता है और उसकी नाक और मुंह की जांच करता है। इसके बाद अपने दोनों हाथों को छाती के बीच में रखकर एक मिनट में लगभग 100-120 बार जोर से प्रेस करना होता है। हर 30 प्रेस के बाद दो बार मुंह से सांस दी जाती है — जिसे “रेस्क्यू ब्रीदिंग” कहते हैं। यह प्रक्रिया तब तक दोहराई जाती है जब तक पेशेवर मेडिकल सहायता नहीं मिल जाती या मरीज़ में चेतना नहीं लौटती। उन्होंने कहा कि सीपीआर  आम नागरिक, छात्र, शिक्षक, पुलिसकर्मी, कर्मचारी हर किसी को सिखाना जरूरी है।

अध्यक्षता कर रही विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि “यह प्रशिक्षण न केवल एक तकनीकी ज्ञान है, बल्कि जीवन बचाने की शक्ति है। हम इसे हर एक शिक्षक, विद्यार्थी, अधिकारी और कर्मचारी तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।”

इस अवसर पर उमानाथ सिंह चिकित्सा महाविद्यालय के डॉ. अरविंद पटेल ने सीपीआर पर उद्बोधन उपस्थिति प्रतिभागियों की सीपीआर से सम्बंधित जिज्ञासाओं का समाधान किया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने कहा कि सीपीआर एक बेसिक लाइफ स्किल है जिसे सभी को जानना चाहिए। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो प्रमोद कुमार यादव ने बताया गया कि प्रतिवर्ष लाखों लोग हृदयाघात के कारण अपनी जान गंवाते हैं, जबकि समय रहते सही ढंग से सीपीआर देने पर जीवन बचाया जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन डॉ मनोज पांडे ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो अजय प्रताप सिंह ने किया।

 

 

Friday, 15 August 2025

संघर्ष और साहस की अमर गाथा है स्वतंत्रता दिवस- प्रो. वंदना सिंह

विश्वविद्यालय में कुलपति ने किया ध्वजारोहण,  
सुरक्षाबलों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने सरस्वती सदन में ध्वजारोहण किया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर तिरंगे के रंग में रंगा रहा।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह  ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हम सबके लिए अत्यंत गौरव और सम्मान का दिन है। यह केवल एक तिथि नहीं, बल्कि हमारी आज़ादी, आत्मबलिदान, संघर्ष और साहस की अमर गाथा का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए आत्ममंथन का भी दिन है। आज हमें यह  विचार करना होगा कि जिस देश के लिए हमारे पूर्वजों ने अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया, उसके लिए हम अपनी क्या भूमिका निभा रहे हैं?
उन्होंने  विद्यार्थियों से कहा कि आप भाग्यशाली हैं कि आपको विश्वविद्यालय में अध्ययन करने का अवसर मिला है। यह अवसर बार-  बार नहीं मिलता है, इसे पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ अपनाइए। अपने माता-पिता के सपनों को साकार कीजिए। हमारा संकल्प है कि हम आपको उत्कृष्ट शैक्षिक वातावरण प्रदान करेंगे।
कुलपति सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत किये। संचालन कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने किया। सरस्वती सदन में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह का संचालन डॉ. राजेश सिंह ने किया।
इस अवसर पर इस अवसर पर प्रो. मानस पांडेय, प्रो.अविनाश डी. पाथर्डीकर, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. देवराज सिंह,  प्रो.  मनोज मिश्र, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. प्रमोद यादव,  प्रो. राज कुमार, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. गिरधर मिश्र. प्रो मिथिलेश सिंह, डा.रसिकेश, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. मनीष प्रताप सिंह,  डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. सुनील कुमार,  डॉ. चंदन सिंह, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ. मनोज पांडेय, उप कुलसचिव अमृत लाल,  अजीत सिंह,  बबीता सिंह, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, सुशील प्रजापति समेत समस्त संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष शिक्षक, कर्मचारी और छात्र मौजूद थे