Wednesday 28 June 2023

चुनौतियों का सामना धैर्यपूर्वक करें विद्यार्थीः प्रो. निर्मला एस. मौर्य


जॉब फेयर में आई नामी गिरामी कंपनियां

जौनपुर।  वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विश्वेश्वरैया सभागार में शुक्रवार को सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के तत्वाधान में रोजगार मेले का आयोजन किया गया।  इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि हम वर्तमान में वैश्वीकरण के परिदृश्य में है।  तकनीकी और प्रौद्योगिकी में काफी बदलाव आए हैं जिसे लेकर हमें अपग्रेड रहने की आवश्यकता है। यह रोजगार मेला रोजगार की एक ऋतु के समान है जिसका लाभ सभी विद्यार्थियों को उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को चुनौतियों का सामना धैर्यपूर्वक करना चाहिए।  उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के प्रस्तुतीकरण पर ही उनका चयन निर्धारित होता है। अगर वह  90% अंक के बावजूद अपने विषय और कौशल को प्रस्तुत नहीं कर पाते तो उनका चयन संभव नहीं होता। किंतु अगर कोई विद्यार्थी 80% अंक के साथ साथ अपने विषय को अच्छी तरह से प्रस्तुत करता है तो उसका चयन हो जाता है। प्लेसमेंट के लिए बायजूस बैंगलोर, ड्यूरा टफ ग्लास प्राइवेट लिमिटेड, तोसा इंटरनेशनल, ई.एल.वी. ड्राइव, टारमेड टेक्नोलॉजी, बटरफ्लाई लर्निंग कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा चयन प्रक्रिया की जा रही है l कंपनी के प्रतिनिधि के तौर पर ऋषिमुख जाधव, आशीष जोशी, अनूप सोलंकी, दिलशाद खान, पाल सेठी, डॉ यशवंत, मिस नितिका, प्रिया ककरन,  शेखर आनंद विश्वविद्यालय आए l  स्वागत भाषण और कंपनियों का परिचय सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रोफेसर प्रदीप कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर मानस पांडेय ने किया।  इस मौके पर कुलसचिव महेंद्र कुमार,  वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंह, प्रो.वंदना राय,  प्रो. राजेश शर्मा, प्रोफेसर देवराज सिंह, प्रो.अजय द्विवेदी, प्नो. रजनीश भास्कर , डॉ नितेश जायसवाल, डॉ. रसिकेश, श्याम जी त्रिपाठी मौजूद रहे।

Friday 16 June 2023

नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दिया नशा मुक्ति का संदेश

नशामुक्ति के लिए पीयू ने देवकली गांव में किया लोगों को जागरूक 

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में नव स्थापित नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र एवं व्यावाहरिक मनोविज्ञान विभाग द्वारा उमानाथ सिंह स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय, जौनपुर के संयुक्त तत्वावधान में 12 से 26 जून तक 'नशा मुक्त परिसर एवं समाज' कार्यक्रम के तहत चलाए जा रहे जन जागरूकता पखवाड़े के अंतर्गत शुक्रवार को विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए देवकली गांव में लोगों को नशा व उसके दुष्परिणाम एवं बचाव से जागरूक करने हेतु एक नुक्कड़ नाटक का प्रस्तुतिकरण विश्वविद्यालय के छात्रों के द्वारा किया गया।  इसका विषय था 'नशा मुक्त समाज'। इसमें विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा दिखाया गया कि कैसे लोग नशे की ओर अग्रसर होते हैं? अंत में इसका हमारे परिवार व समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है।  इस नुक्कड़ नाटक और इसमें समाहित संदेश को विश्वविद्यालय के पूरा छात्र राजेंद्र यादव द्वारा लोगों को बताया गया । तत्पश्चात इस जनजागरुकता कार्यक्रम के दूसरे भाग में उमानाथ सिंह स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय के मनोचिकित्सक डॉ. विनोद वर्मा ने नशे की रोकथाम एवं इलाज की सलाह गांव के लोगों को दी। इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे इस अभियान के नोडल अधिकारी  डॉ मनोज कुमार पाण्डेय ने नशे के हानिकारक प्रभाव को बताते हुए इससे दूर रहने में कारगर विभिन्न युक्तियों की जानकारी उपस्थित जनमानस को दी। जनजागरुकता कार्यक्रम में विश्वविद्यालय स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ पुनीत सिंह के साथ ही साथ व्यवाहारिक मनोविज्ञान के छात्र हिदायत फातमा, पवन सोनकर, समरजीत सोनकर, प्रिया यादव, आराधना विश्वकर्मा, विवेक सिंह, स्वेता साहू, रिया वर्मा, दिव्या सोनकर, अंजली मिश्र, सोनाली मिश्र तथा अन्य विभाग से हर्ष साहू, रिंसू सिंह, अमन सेठ, सत्यम सिंह एवं संतोष यादव नुक्कड़ नाटक के किरदार के रूप में मौजूद रहे । कार्यक्रम के अंत में देवकली ग्राम के प्रधान सहित उपस्थित सभी लोगों ने टीम को इस नेक कार्य हेतु बधाई दी।

Thursday 15 June 2023

योग से करें शरीर का प्रबंधन: प्रो.आनंद त्यागी

योग को जीवनशैली का हिस्सा बनाएं : प्रो. निर्मला एस. मौर्य
अमृत योग सप्ताह का मुक्तांगन परिसर में हुआ शुभारंभ
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मुक्तांगन परिसर में विश्वविद्यालय की ओर से गुरुवार को योग सप्ताह का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने किया। उद्घाटन दिवस पर असाध्य रोगों के रोकथाम में योग की भूमिका विषय पर चर्चा की गई। यह समारोह 21 जून तक चलेगा। 
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. त्यागी ने कहा कि हमने प्रकृति का बहुत दोहन किया है जिससे प्रकृति काफी उग्र अवस्था में है। प्रकृति के साथ समन्वय मानवता के स्थायित्व की कुंजी है। उन्होंने कहा कि हमें अपने शरीर का प्रबंधन सीखना होगा। यह प्रबंधन योग के द्वारा ही संभव है। उन्होंने कहा कि कालांतर में आने वाली त्रुटियों को दूर कर शारीरिक और मानसिक रुप से स्वस्थ होना होगा, अगर शरीर स्वस्थ नहीं होगा तो हमारे कार्य प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि जीवनशैली में गुणवत्ता कम होने कारण मानसिक स्वास्थ्य का ठीक न होना है। भारतीय ऋषियों ने योग परंपरा को हिमालय की कंदरा से निकालकर जनमानस तक पहुंचाया है। कोरोना जैसी महामारी में भारत की पुरातन परंपरा को पूरे विश्व ने सराहा और अपनाया है। इस दौरान योग और आयुर्वेद को अपनाकर लोग स्वस्थ और सुरक्षित रहे। समारोह की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि तन और मन का संतुलन ही योग है। उन्होंने कहा कि योग व्यक्ति में आत्मविश्वास पैदा करता है। अमृत योग सप्ताह उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भागमभाग की दुनिया में स्वास्थ्य विश्व की सबसे बड़ी चुनौती है,  इसलिए योग को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाएं।
विशिष्ट अतिथि उमानाथ सिंह स्वायत्तशासी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. शिवकुमार ने कहा कि योग से रोग को कम किया जा सकता है। तनावमुक्त जीवन के लिए योग जरूरी है।
इस अवसर पर आर्ट आफ लिविंग बेंगलूरू के योग प्रशिक्षक जयसिंह गहलोत ने प्राणायाम से योग की शुरुआत की। उन्होंने गायत्री मंत्र का उच्चारण कर लोगों को इसके महत्व के बारे में समझाया। इसके पूर्व सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलित कर समारोह का शुभारंभ  किया गया। यह कार्यक्रम सुबह पौने छह बजे से शुरू हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक प्रो. अजय द्विवेदी ने स्वागत और संचालन डॉ. राजेश सिंह ने किया। इसके पूर्व मुक्तांगन में पौधरोपण भी मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथियों और कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य द्वारा किया गया। 
इस अवसर पर श्रीमती देवसुता त्यागी, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, कुलसचिव महेंद्र कुमार, प्रो. बीडी शर्मा,  डॉ मनोज मिश्र,  डॉ मनीष कुमार गुप्ता, एनएसएस समन्वयक डॉ राजबहादुर यादव, सहायक कुलसचिव बबिता सिंह,  डा. सुनील कुमार, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. श्याम कन्हैया, डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य,  डा. मनोज कुमार पांडेय , डॉ पुनीत कुमार सिंह,  डॉ. विनय वर्मा,  डा. अवध बिहारी सिंह, डा. चंदन सिंह, दिवाकर शर्मा,  डा. मनमोहन भट्ट, डॉ राजेंद्र सिंह, अरुण शर्मा, धीरज श्रीवास्तव, अशोक सिंह,  रजनीश सिंह,  आदर्श अरूण आदि शामिल थे।

Wednesday 14 June 2023

अनमोल जीवन को बचाने के लिए करें रक्तदानः प्रो. निर्मला एस. मौर्य

विश्व रक्तदान दिवस पर रक्तदाताओं का कुलपति ने किया सम्मान
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कौशल विकास केंद्र में बुधवार को विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में रक्तदाताओं की जांच की गई इसके बाद उनका रक्त संग्रह किया गया। शिविर का उद्घाटन विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने किया। उन्होंने रक्तदाताओं को बुके, फल और प्रमाणपत्र देकर उनका मनोबल बढ़ाया। यह कार्यक्रम ड्रग एडिक्शन एंड रिहैविटेशन सेंटर, व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग, मेडिकल कालेज एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। राजभवन ने 100 यूनिट रक्तदान का लक्ष्य रखा था। विश्वविद्यालय के शिक्षक, छात्र और कर्मचारियों ने लक्ष्य पार करके 111 यूनिट रक्तदान किया।  
इस अवसर पर कुलपति प्रो. मौर्य ने कहा कि जीवन अनमोल है। जीवन बचाने के लिए हम सभी को रक्तदान करना चाहिए। यह बहुत नेक कार्य है। किसी व्यक्ति को रक्त देकर जान बचाने वाला भी डाक्टर के बराबर ही सम्मान का हकदार है। उन्होंने कहा कि आप सभी रक्तदान करके मरीज और डाक्टर दोनों की मदद कर सकते हैं। अतिथियों का स्वागत डा. विनय वर्मा और धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस समन्वयक डा. राजबहादुर यादव ने किया। शिविर में कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, प्रो. अजय द्विवेदी, डा. मनोज मिश्र, प्रो. राकेश कुमार यादव, ड़ा. सुनील कुमार, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. मनोज पांडेय, डा. अवधेश मौर्या, स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा. पुनीत कुमार सिंह, सुशील प्रजापति, रजनीश सिंह, डा. सिद्धार्थ शंकर सिंह, डा. ओम प्रकाश चौरसिया, अब्दुर्हमान, महामंत्री रमेश यादव आदि उपस्थित थे।