Wednesday 21 June 2017

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मना योग दिवस



जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मुक्तांगन  में तृतीय अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाए गया. योग दिवस के अवसर पर योग आचार्य अमित  आर्य ने कॉमन प्रोटोकॉल  के तहत योगाभ्यास करवाया। उन्होंने योग के लाभों  पर भी  विस्तार पूर्वक  चर्चा की ।
बतौर मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश सरकार के दर्जा प्राप्त कैबिनेट मंत्री समन्वय सेवा केंद्र आश्रम जबलपुर के महामंडलेश्वर स्वामी श्री अखिलेश्वरानंद जी ने  कहा कि आज पूरी दुनिया योग के प्रति नतमस्तक हो  गई है. हम अपनी योग की आंतरिक शक्ति को केंद्रित कर अनुभव करें तो वे सारे दृश्य  आंख के  सामने आ रहे हैं कि पूरी दुनिया योगं  शरणम गच्छामि कहते हुए आज महर्षि पतंजलि के प्रति अपनी  कृतज्ञता प्रकट कर रही है.उन्होंने कहा कि योग करने वाला व्यक्ति जीवन भर स्वस्थ रहता है. अपने अध्यक्षीय  संबोधन में कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर राजाराम यादव  ने कहा कि हमारा देश अध्यात्मिक राष्ट्र है इसलिए हम विश्व गुरु हैं. सम्पूर्ण विश्व का मार्गदर्शन हमारे सन्यासी  कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि योग पुरुष के अंदर असीम शक्ति होती है, इसका प्रकटीकरण समय- समय पर आवश्यकता के अनुसार वह करते हैं.  योग समिति के प्रभारी डॉ वी  डी शर्मा ने आभार एवं  संचालन संजय श्रीवास्तव ने  किया। इस अवसर पर वित्त अधिकारी एम के  सिंह, कुलसचिव डॉक्टर देवराज, प्रोफ़ेसर बीबी तिवारी, डॉ मनोज मिश्र, डॉ दिग्विजय  सिंह राठौर,  बी एल यादव, डॉ अवध  बिहारी सिंह,डॉ विवेक पांडे, डॉ के एस तोमर,एमएम  भट्ट, अशोक सिंह, रजनीश  सिंह, सुशील प्रजापति, इंद्रेश कुमार समेत विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी, विद्यार्थी एवं क्षेत्रवासियों ने  प्रतिभाग किया.












Tuesday 20 June 2017

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में निकली योग यात्रा

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में योग दिवस की पूर्व संध्या पर परिसर में योग यात्रा निकाली गई. विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जबलपुर मध्यप्रदेश के सासमन्वय सेवा केंद्र आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी श्री अखिलेश्वरानंद जी महाराज एवं कुलपति प्रोफ़ेसर डॉक्टर राजाराम यादव ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा प्रारंभ कराई। यात्रा में विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी, विद्यार्थी एवं क्षेत्रवासी बड़ी संख्या में शामिल हुए.इसके पश्चात  मुक्तांगन  में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति से कलाकारों ने लोगों का मन मोह लिया। 

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर स्वामी श्री अखिलेश्वरानंद ने कहा कि योग से मन की शुद्धता होती है. इसे अपने जीवन से जोड़कर आनंद लें.आज पूरी दुनिया योग के प्रति समर्पित हो गई है. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ राजाराम यादव ने कहा कि योग से हमें सकारात्मक सोच के साथ ऊर्जा मिलती है. हम सभी को अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करना चाहिए। मुक्तांगन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में अनामिका मिश्रा ग्रुप ने  श्रीराम स्तुति एवं पप्पू जौनपुरी ने गीत प्रस्तुत किया। पर्यावरण संरक्षण के लिए संदीप सोनी ने एकाकी नाटक की प्रस्तुति दी। राधा तेरी चुनरी गीत पर पीहू पालने नृत्य प्रस्तुत कर मन मोह लिया। इसके साथ ही शिव प्रकाश शुक्ला, डॉक्टर प्रवीण सिंह ,सृष्टि ,डॉक्टर सुभाष बिश्नोई, राजनारायण सिंह आदि ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी. मुक्तांगन में कुलपति,अतिथियों एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा पौधरोपण किया गया. कार्यक्रम का सञ्चालन संजय श्रीवास्तव एवं अशोक सिंह ने किया। इस अवसर पर वित्त अधिकारी एम के  सिंह, कुलसचिव डॉक्टर देवराज, परीक्षा नियंत्रक  संजीव सिंह, प्रो बीबी तिवारी,डॉक्टर बी डी शर्मा, डॉक्टर मानस पांडे, डॉक्टर मनोज मिश्र, डॉक्टर दिग्विजय सिंह राठौर, एम एम  भट्ट,  रजनीश सिंह, राजेश सिंह, श्याम त्रिपाठी सहित  तमाम लोग मौजूद रहे.



















Monday 19 June 2017

योग के प्रति किया जागरूक


 पूर्वांचल विश्वविद्यालय के योग समिति के सदस्यों ने गांव गांव जाकर लोगों को योग के प्रति जागरूक किया।इसके साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में  अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भाग लेने के लिये आमंत्रित किया। समिति के सदस्य डॉ संजय श्रीवास्तव ने ग्रामीणों से मिलकर कर योग के महत्व को समझाया और योग को जीवन से जोड़ने की अपील की।20 जून को सायंकाल सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं 21 जून को प्रातः योगाभ्यास कार्यक्रम सुनिश्चित है। यह आयोजन  विश्वविद्यालय के मुक्तांगन परिसर में होगा।
 इस आशय की जानकारी देते हुये पूविवि के कुलसचिव डा. देवराज ने बताया कि 20 जून के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सूबे के राज्यमंत्री गिरीश चन्द्र यादव एवं विशिष्ट अतिथि स्वामी अखिलेश्वरानन्द जी महाराज महामण्डलेश्वर हैं तथा अध्यक्षता कुलपति प्रो. राजाराम यादव करेंगे।इसी तरह 21 जून के विशिष्ट अतिथि स्वामी अखिलेश्वरानन्द जी महाराज महामण्डलेश्वर हैं। अध्यक्षता कुलपति प्रो. राजाराम यादव करेंगे।

Sunday 18 June 2017

पीयूकैट 17 प्रवेश

 विश्वविद्यालय  परिसर में संचालित विभिन्न   पाठ्यक्रमों में सत्र 2017-18 के लिए एडमिशन हेतु आखरी दो दिन बचे हैं।  विश्वविद्यालय परिसर में संचालित पाठ्यक्रम एम.ए. एप्लाइड साइकोलॉजी, एम.ए. जनसंचार एवं पत्रकारिता,  एम.सी.ए.,  एम.बी.ए., एम.बी.ए फाइनेंस एंड कंट्रोल , एम.बी.ए बिज़नेस इकोनॉमिक्स, एम.बी.ए एच.आर.डी., एम.बी.ए ई-कॉमर्स, एम.बी.ए एग्री-बिज़नेस, एम.एच.आर.डी, एम.एस.सी. बायोटेक्नोलॉजी, एम.एस.सी. बायोकेमिस्ट्री, एम.एस.सी. पर्यावरण विज्ञान, एम.एस.सी. माइक्रोबायोलॉजी  में एडमिशन फार्म जमा करने की अंतिम तिथि 20 जून है। प्रवेश परीक्षा 5 जुलाई को होगी।पीयूकैट 17 का एडमिशन  फॉर्म एवं प्रवेश से सम्बंधित सभी जानकारी  विश्वविद्यालय वेबसाइट www.vbspu.ac.in पर उपलब्ध है |

Monday 5 June 2017

अस्थाई प्रमाण पत्र व प्रवजन प्रमाण पत्र के ऑनलाइन सृजन सुविधा की हुई शुरुआत



राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कंप्यूटर की बटन क्लिक कर इस सुविधा का  किया लोकार्पण

विश्वविद्यालय के फार्मेसी संस्थान स्थित रिसर्च एवं इनोवेशन सेंटर में सोमवार को अस्थाई प्रमाण पत्र व प्रवजन प्रमाण पत्र के ऑनलाइन  सृजन सुविधा की शुरुआत हुई.
नगर विकास राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कंप्यूटर की बटन क्लिक कर इस सुविधा का लोकार्पण किया। अब पिछले 4 साल के विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण विद्यार्थी ऑनलाइन इन डिग्रियों को प्राप्त कर सकेंगे।

बतौर मुख्य अतिथि नगर विकास राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि यह विश्वविद्यालय मेरी विधानसभा क्षेत्र में स्थापित है यह जितना आगे बढ़ेगा उतना मुझे व्यक्तिगत खुशी होगी। आज विश्वविद्यालय ने जिन सुविधाओं का  शुभारंभ किया है वह निश्चित तौर पर विद्यार्थियों के लिए लाभकारी होगी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों से नौकरी के समय डिग्री की मांग कर ली जाती है अब वह उस मांग को तुरंत पूरा कर सकेंगे। इसके लिए  उन्हें विश्वविद्यालय नहीं आना पड़ेगा। विश्वविद्यालय ने छात्र हित में सूचना तकनीकी का बखूबी प्रयोग किया है.इसके लिए उन्होंने पूरी टीम को बधाई दी. 

अध्यक्षीय संबोधन में विश्वविद्यालय कुलपति प्रो राजाराम यादव ने पूर्व कुलपति प्रो पीयूष रंजन अग्रवाल की प्रशंसा की और उन्होंने कहा कि इस ऑनलाइन सिस्टम का खाका उन्होंने ही खींचा था। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच के साथ काम करना चाहिए। हम अपनी कमियों के बारे में सोचें उसे दूर करने का प्रयास करें यह महत्वपूर्ण है, लेकिन आज हम अपना अमूल्य समय दूसरों की कमियों को गिनाने में बर्बाद कर देते हैं।उन्होंने कहा कि पढ़ाई के बाद इन डिग्रियों को  पाने में बड़ी समस्या होती है अब इस विश्वविद्यालय के छात्र पूरे विश्व में कहीं से भी इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे।

कार्यक्रम संयोजक डॉ अमित वत्स  ने बताया कि इस सुविधा से प्रतिवर्ष एक लाख  विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।जिस  छात्र को ऑनलाइन अस्थाई प्रमाण पत्र या माइग्रेशन चाहिए वह विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर प्रक्रिया पूरी कर 3 मिनट में प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकता है।  आई क्यू ए सी सेल  के संयोजक डॉ मानस पांडे ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। स्वागत डॉ अविनाश पर्थिडकर एवं आभार डॉ आशुतोष सिंह ने व्यक्त किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी के के तिवारी, वित्त अधिकारी एमके सिंह, उपकुलसचिव संजीव सिंह, प्रोफेसर आर एन त्रिपाठी, डॉ राधेमोहन सिंह, डॉक्टर सर्वानंद पांडे, डॉ अखिलेश्वर शुक्ला, डॉ देवेंद्र सिंह, डॉ सत्येंद्र प्रताप सिंह, डॉ मनोज मिश्र, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, ,डॉक्टर अवध बिहारी सिंह,डॉ ऋषिकेश डॉ आलोक सिंह डॉ धर्मेंद्र सिंह डॉक्टर के एस तोमर संजय श्रीवास्तव समेत तमाम लोग उपस्थित रहे.

विश्वविद्यालय का परीक्षा फल घोषित 
 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के  सत्र 2016 - 17 का वार्षिक परीक्षा फल सोमवार को  घोषित कर दिया गया.यह  रात्रि 12:00 बजे से विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर छात्रों के लिए उपलब्ध होगा। सोमवार को  विश्वविद्यालय के शोध एवं नवाचार केंद्र पर  नगर विकास राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कंप्यूटर की बोर्ड को क्लिक करके परीक्षाफल घोषित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर राजाराम यादव ने समय पर परीक्षाफल घोषित करने के लिए विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों एवं अधिकारियों को बधाई दी। 


परिसर के विद्यार्थियों के लिए पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप 
 विश्वविद्यालय की  वित्त समिति ने सोमवार को प्रस्ताव पारित कर परिसर के  समस्त  पाठ्यक्रमों में पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप  लागू करने पर अपनी सहमति दी है. इस तरह की पहल करने वाला यह पहला राज्य विश्वविद्यालय है. शोध को प्रोत्साहित  करने के उद्देश्य से पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर राजाराम यादव ने इसकी पहल की है जिसपर  वित्त समिति में चर्चा कर सहमति प्रदान की गई. आने वाले सत्र में परिसर पाठ्यक्रमों में पोस्ट डॉक्टरल फेलोशिप  विद्यार्थी पा  सकेंगे।