Saturday 5 August 2017

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में कवि सम्मलेन का हुआ आयोजन


बादल - बादल  मैं लिखता हूँ -पानी- पानी तू भी लिख

 विश्वविद्यालय के संगोष्ठी भवन में शुक्रवार की  शाम  कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. कवियों की रचनाओं से श्रोता मंत्रमुग्ध होते रहे. कवि सम्मेलन के मुख्य अतिथि एवं प्रख्यात कवि गिरीश नारायण पांडे की रचना एक कहानी मैं लिखता हूं एक कहानी तू भी लिख, बादल - बादल  मैं लिखता हूँ, पानी- पानी तू भी लिख, सबके भीतर छिपा हुआ है वादी भी प्रतिवादी भी, और सजाए मैं लिखता हूँ काला पानी तू भी लिख.......   के माध्यम से उन्होंने विद्यार्थिओं को सामजिक और पर्यावरण के मुद्दे के प्रति संवेदनशील किया।

अध्यक्षता करते हुए  कुलपति प्रोफेसर राजाराम यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास और स्वस्थ मनोरंजन के लिए ऐसे आयोजन होते रहेंगे। इस कवि सम्मेलन का उद्देश्य अयोध्या सिंह हरिऔध, मैथिलीशरण गुप्त, सुमित्रानंदन पंत एवं महादेवी वर्मा की साहित्यिकधर्मिता को विद्यार्थियों के जेहन में  प्रतिस्थापित करना है। महोबा से आए  श्रृंगार एवं वीर रस के कवि दरबारी लाल प्रेमी की रचना पुस्तक होगी ढाल  तुम्हारी, कर्म तुम्हारी है  तलवार, बुद्धि और विवेक के बल से करना होगा तुमको वार  को विद्यार्थियों ने को विद्यार्थियों ने खूब पसंद किया। 
 बनारस से आई कवित्री के गीत हे मां सरस्वती वीणा मधुर बजा दे पर पूरा वातावरण भक्ति में हो गया अगली रचना वह जो मौत बांटते हैं कभी जिंदगी न देंगे,जो चिराग बुझ रहे हैं कभी रोशनी न देंगे खूब सराही गई.

लखनऊ के गीतकार निर्मल दर्शन के गीत पहले दिल को जलाया गया और फिर मुस्कुराया गया, प्यार के एक पल के लिए उम्र भर आजमाया गया को लोगों ने कई बार सुना। जौनपुर के प्रख्यात व्यंगकार सभाजीत द्विवेदी प्रखर के गीत  एकता  के  ख्वाब सारे बिखर  गए, आजाद हुए हमको जमाने गुजर गए, जम्हूरियत का जिनको समझते थे फरिश्ता, शैतान से भी दो कदम नीचे उतर गए  पर सबको आज की स्थिति पर सबको सोचने को विवश कर दिया। 
गीतकार स्वामीनाथ पाठक मधुर की रचना राष्ट्रवादी बनो बंधु वादी बनो जातिवादी बने तो बिखर जाओगे सुनाया ।  कवि सम्मेलन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ देवराज ने भी अपनी  रचना प्रस्तुत की. आजमगढ़ के आशु कवि कमला सिंह, वाराणसी के गीतकार सत्यप्रकाश आजाद की रचनाओं ने श्रोताओं को खूब आनंदित किया। कवि सम्मेलन  में कवियों का स्वागत एवं परिचय मीडिया प्रभारी डॉक्टर मनोज मिश्र द्वारा किया गया. संचालन सभाजीत द्विवेदी प्रखर एवं अशोक सिंह ने किया।  कवि सम्मेलन के संयोजक सामाजिक विज्ञान संकाय के अध्यक्ष डॉक्टर अजय प्रताप सिंह ने धन्यवाद् ज्ञापन किया। इस अवसर पर डॉ वी डी शर्मा, डॉ अजय द्विवेदी, डॉ ए के श्रीवास्तव, डॉ अविनाश पाथर्डीकर, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ राज कुमार सोनी, डॉ संतोष कुमार, डॉ  सुरजीत यादव, डॉ सुनील कुमार, डॉ रुश्दा,  अमलदार यादव, अनिल श्रीवास्तव, रजनीश सिंह, संजय श्रीवास्तव, सुशील प्रजापति, विद्युत् मल समेत विद्यार्थीगण मौजूद रहे. 

Thursday 3 August 2017

‘वस्तु एवं सेवाकर: आयाम एवं अवसर’ विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी


विश्वविद्यालय के संगोष्ठी भवन मे गुरूवार को ‘वस्तु एवं सेवाकर: आयाम एवं अवसर’ विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में जीएसटी के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
   इस अवसर पर बतौर मुख्यअतिथि उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए उ0प्र0सरकार के उपमुख्यमंत्री प्रोफेसर डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के सुधार के लिए जीएसटी वरदान साबित होगा। उ0प्र0 देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है।व्यापारी भाइयों को इसके लिए अधिक से अधिक पंजीकरण कराने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कपड़ा, आवास और कुछ सामान के दाम में वृद्धि का जो भ्रम फैलाया जा रहा है वह गलत है। इसके परिणाम तीन महीने बाद आपके सामने आएंगे। उनका मानना है कि बदलती परिस्थितियों  में तकनीक ने अर्थव्यवस्था में आमूलचूल परिर्वतन किया है। पूरा देश आनलाइन व्यवस्था को स्वीकार्य कर रहा है इससे देश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होने के साथ-साथ विकास दर में भी तेजी से वृद्धि हो रही है । आने वाले दो वर्षों में जीडीपी की दर दहाई के अंक मंे पहुॅच जाएगी। यह हम ही नहीं विश्व की मीडिया भी यह मान रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  जी का हर काम देश और उसकी जनता के हित को ध्यान में रखकर होता है। इसी का परिणाम है देश की जनता हर चुनाव में उनके संकल्प पत्र पर मुहर लगाकर अपना  समर्थन जता रही है। उन्होंने कहा कि पूर्वान्चल विश्वविद्यालय में नए पाठ्क्रम शीघ्र ही शुरू  होंगे। प्रदेश के हर विश्वविद्यालय के कामर्स और मैनेजमेंट के पाठ्यक्रम में जीएसटी का चैप्टर रखा जाएगा।विश्वविद्यालयों में भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई है उन्होने कहा कि शिक्षक सुखी मन और विद्यार्थी तनाव मुक्त होना चाहिए तभी विश्वविद्यालय की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव दिखेगा। 
   डाॅ0 शर्मा ने कहा कि हम शीघ्र ही औद्योगिक नीति लाने वाले हैं इसे रोजगार से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। विश्वविद्यालय में कौशल विकास केन्द्र खोलकर विद्यार्थियों का प्लेसमेन्ट वहीं कराने का प्रयास होगा। उन्हांेने कहा कि स्वपरीक्षा केन्द्र नहीं बनेंगें।  केन्द्र भी वहीं बनेगा जहां के कमरे में सीसी कैमरे से लैस हो। परीक्षा के दिनों में इसकी निगरानी पुलिस अधिकारी और उनकी मानीटरिंग जिलाधिकारी करेंगें। नकल रोकने और नकल माफियाओं पर नकेल कसने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहें है। महाविद्यालय जुड़े प्रबंधक एवं सदस्य परीक्षा केन्द्र से 200 मीटर के दायरे में नहीं दिखेंगे। 
   उन्होने विश्वविद्यालय के कुलसचिव समेंत सभी अधिकारियों से कहा कि शिक्षकों की कोई भी फाइल विलम्बित न रहे । उसे तत्काल निस्तारित करें जिससे उन्हें  कक्षा छोड़ने का मौका न मिल सके। साथ ही उन्होंने कहा कि हर हाल में प्रतिवर्ष 220 कक्षाएं चलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय ज्यादा से ज्यादा खुले परन्तु पढ़ाई के लिए न कि व्यवसाय के लिए। उन्होंने कहा परीक्षा की प्रतिदिन की रिपोर्ट महाविद्यालय विश्वविद्यालय को भेजे और विश्वविद्यालय उसे शासन को भेेजे ऐसा न करने वाले महाविद्यालय डिबार होगें ।
विशिष्ट अतिथि शहरी विकास राज्य मंत्री गिरीशचन्द्र यादव ने कहा कि सभी नौ टेक्स को मिलाकर जीएसटी बनाया गया है इससे इन्सपेक्टर राज का खत्मा होगा और देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। उनहोंने कहा कि दो करोड़ से उपर की चोरी करने पर आपराधिक मामले दर्ज होंगे। 
संगोष्ठी में मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा  का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के वाइसचांसलर प्रो0राजाराम यादव ने कहा कि जौनपुर की पावन धरती जहां स्वामी रामभद्राचार्य, नासा के पूर्व वैज्ञानिक डाॅ0 सरोज मिश्र ,पद्मश्री लालजी सिंह जैसी विभूतियों में जन्म लिया है उस  धरती पर एकात्म मानववाद के प्रणेता के सिद्धान्त  को धारण करने वाले आप जैसे उपमुख्यमंत्री का विश्वविद्यालय परिसर में स्वागत करने पर मुझे अपार अनुभूति हो रही है।  इस अवसर पर विश्वविद्यालय के लिए सौ एकड़ जमीन की उपलब्धता प्रदान करने के लिए स्वर्गीय अर्जुन यादव को याद करते हुए  उन्होंने पूर्वान्चल विश्वविद्यालय की महत्ता को और बढ़ाने  के लिए राजकीय मेडिकल कालेज की सम्बद्धता विश्वविद्यालय से करने, प्रतिवर्ष विश्वविद्यालय को 10 करोड़ रूपये का अनुदान एवं अधूरे भवनो का निर्माण पर  उन्होंने उपमुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट  किया। उन्होंने कहा कि हमें आपके सहयोग से विश्वविद्यालय को  वैश्विक उॅचाई पर ले जाना है।
   इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन  करके हुआ। विश्वविद्यालय की छात्राओं ने कुलगीत प्रस्तुत किया। समारोह में कुलपति ने मुख्य अतिथि प्रो0डाॅ0दिनेश शर्मा को स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्रम और डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद पर लिखी पुस्तक भंेटकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के अंत में आजमगढ़ के राजकीय महाविद्यालय अंबारी की प्राचार्या सविता भारद्वाज की पुस्तक अभिज्ञान का विमोचन उप मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।  इसके पश्चात विश्वविद्यालय के विश्वसरैया सभागार में संगोष्ठी के तकनीकी सत्र को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त भारत सरकार गिरीश नारायण पांडेय ने कहा कि सभी व्यवस्था को  सुचारू रूप से चलाने में टैक्स की जरूरत होती है। मधुमक्खी जैसे फूलो से रस लेकर शहद देती है उसी तरह सरकार टैक्स लेकर हमें सुविधा प्रदान करती है । उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने  से टैक्स चोरी रूकेगी । वाराणसी के संयुक्त कमिश्नर राज्यकर आर.एन.पाल ने प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर पर चर्चा करते हुए जीएसटी के फायदे  पर विस्तार पूर्वक चर्चा की।डिप्टी कमिश्नर राज्यकर सुजीत कुमार जायसवाल ने कहा कि जीएसटी से घबराने की जरूरत नहीं है इससे व्यापारी और उपभोक्ता दोनों को फायदा है। यह जहां व्यवसाय के लिए सरल है। वहीं मेक इन इंडिया अभियान को इससे गति मिलेगी। सीए अमित गुप्त ने जीएसटी से जुड़ी अनेक जानकारिंया दी। उन्होंने समय पर टैक्स को जमा करने की सलाह दी।
 विषय प्रवर्तन संयोजक डाॅ0 अविनाश पाथर्डिकर ने , संचालन आयोजन सचिव अमित वत्स द्वारा एवं धन्यवाद ज्ञापन समन्वयक डाॅ0 मानस पांडेय द्वारा दिया गया ।