Tuesday 26 January 2016

गणतंत्र दिवस


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। कुलपति प्रोफ़ेसर  पीयूष रंजन अग्रवाल ने सरस्वती सदन पर तिरंगा फहराया। विश्ववविद्यालय में स्थापित महापुरुषों की मूर्तियों पर माल्यार्पण कर महापुरुषों को  नमन किया। सुरक्षा कर्मियों के परेड का निरीक्षण किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कुलपति ने कहा कि हमारे महापुरुषों  के संघर्ष और   बलिदान के बाद हमने यह दिन देखा है। आज हमारा देश दुनिया  का सबसे बड़ा लोकतंत्र है जिसकी ताकत देश के  नौजवान हैं। आज हमें ऐश्वर्य और भोग वादी संस्कृति से दूर होने की जरूरत है। हाल के वर्षों में आयी समृद्धि हमे विलासिता और ऐश्वर्य की ओर न ले जाये इससे सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने उपस्थित शिक्षकों ,अधिकारीगण,कर्मचारी गण एवं विद्यार्थियों से ऊर्जा संरक्षण में अपनी भूमिका अदा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि  आज के दिन हम यह संकल्प लें कि अपने कार्यालय अथवा कक्षाओं से निकलने वाला हर अंतिम व्यक्ति विद्युत के समस्त उपकरण आफ करेगा। कुछ सेकंड में संपादित  होने वाले इस कार्य से जो ऊर्जा की बचत होगी जब वह  किसानों के खेतों और उद्योगों तक पहुंचेगी जिससे ऊर्जा, पर्यावरण संरक्षण के साथ ही  हमारे देश में  प्रचुर अन्न और रोजगार दोनों  की  उपलब्धता बढ़ेगी ।

वित्त अधिकारी एम के सिंह नें  कहा कि विश्वविद्यालय के सभी  लोग नई सोच के साथ प्रगति के लिए अपना योगदान देने के लिए तैयार है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के  शिक्षक ,अधिकारीगण,कर्मचारी गण एवं विद्यार्थी उपस्थित  रहे।





Saturday 23 January 2016

नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जयंती

नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जयंती समारोह का आयोजन किया गया.समारोह में कुलपति प्रो पीयूष रंजन अग्रवाल ने नेता जी को नमन किया। रोवर्स रेंजर्स ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये। 



Wednesday 13 January 2016

स्वामी विवेकानन्द जयंती

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानन्द केन्द्रीय पुस्तकालय में स्वामी विवेकानन्द जयंती मनायी गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये पूर्व कुलपति एवं विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो0 डी डी दुबे ने स्वामी विवेकानन्द जी के जीवन एवं उनके आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी ने देश को एक नयी दिशा प्रदान की एवं उन्नति हेतु विज्ञान अध्ययन पर बल दिया। उनकी प्रेरणा से ही जमशेद टाटा ने विज्ञान संस्थान स्थापित किया। उन्होंने कहा कि विवेकानन्द जी का सम्पूर्ण व्यक्तित्व युवाओं के प्रेरणा स्रोत है। आज उनका संदेश युवा वर्ग को नयी दिशा प्रदान कर सकता है।  


मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी एम के सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द देश के सबसे बड़े जनसन्त रहे है। स्वामी जी के विचार आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व उनके विचारों के सामने नतमस्तक है। 

कार्यक्रम में डॉ एच सी पुरोहित ,अजय मिश्र एवं रश्मि रुकैया नें भी स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का सञ्चालन डॉ विधुत मल एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ अविनाश पाथर्दीकर द्वारा किया गया। इस अवसर पर  डॉ आशुतोष सिंह डॉ मनोज मिश्र,डॉ एस पी तिवारी ,डॉ आलोक  सिंह ,डॉ सुशील कुमार ,डॉ अलोक गुप्ता ,डॉ अलोक दास ,अंशुमान ,डॉ राहुल सिंह ,परम्रेन्द्र विक्रम सिंह  सहित परिसर के विद्यार्थी मौजूद रहे।

Thursday 7 January 2016

श्रमदान से निर्धन का बना घर

विश्वविद्यालय से जुड़े महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के कैडेट सामाजिक कार्यों में सदैव बढ़ - चढ़ कर हिस्सा लेते है. इसी क्रम में मऊ जनपद के  स्वयं सेविकाओं ने श्रम दान कर यह नेक काम किया है.यह अन्य  के लिए प्रेरणा स्रोत है.
                                                 डॉ हसीन खान समन्वयक, एनएसएस 


http://www.jagran.com/uttar-pradesh/mau-13378048.html