Thursday 29 November 2012

संकाय भवन मे मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र खुला


 दायें  से बाये कुलपति प्रो सुंदर लाल  ,मुख्य अतिथि , प्रो एम पी सिंह 

"गाउन - टाउन की दुरी कम होगी"  


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में मंगलवार  को  क्षेत्रीय किसानों को सीधे लाभ पहूँचाने के उद्देश्यसे स्थापित हुए मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र का उदघाटन अमेरिका के मेरीलैंड विश्वविद्यालय के 
रसायन एवं जैव रसायन विभाग के प्रो. नरसिंह बहादुर सिंह एवं कुलपति प्रो. सुंदरलाल ने संयुक्त रूप से संकाय भवन में फीता काटकर किय़ा। उदघाटन अवसर पर किसानों हेतु आयोजित कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए प्रो. नरसिंह बहादुर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में स्थापित यह केंद्र निश्चित रूप से किसानों की मशरूम उत्पादन से जुडी समस्याओं को दूर करेगा। मशरूम उतपादन से किसान आर्थिक रूप से संपन्न होगें वहीँ जौनपुर के लोगों को स्वादिस्ट मशरूम मिल सकेगा। उन्होंने कहा की मशरूम उत्पादन से किसान घबराएं नहीं. छोटे-छोटे स्तर पर ही इसका उत्पादन कर विकाश की ओर अग्रसर हो।

अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. सुन्दरलाल ने कहा की विश्वविद्यालय को हमेशा लोग गाउन से जानते हैं ओर देश को टाउन से। इस केंद्र द्वारा पूर्वांचल विश्वविद्यालय गाउन एवं टाउन की दुरी कम करने का काम करेगा। किसानों से विश्वविद्यालय को जुड़ने का मौका मिला है यह हमारे लिए गर्व की बात है।

 बायोटेक्नोलॉजी विभाग के अध्यक्ष एवं मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र के समन्वयक प्रो. एम.पी. सिंह ने कहा कि वैज्ञानिकों की यह नैतिक जिम्मेदारी है की वैकल्पिक खाद्यान्न द्वारा मानव जाति को भुखमरी एवं कुपोषण से निजात दिलाने का कम करें. वर्तमान में 46 देशों में रहने वाले करीब अस्सी करोड लोग कुपोषण के शिकार हैं ओर चालीस हजार लोग प्रतिदिन भूख से मरते हैं। ऐसे में विज्ञान में हुआ शोध का उपयोग प्रयोगशाला से धरातल पर लाने की जरुरत है।प्रो. सिंह ने कहा कि यह मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र इसी दिशा में एक छोटा प्रयास है। यही वास्तव में कम कीमत की तकनीक है ओर यही जैब तकनीक है। पंजाब नेशनल बैंक के शाखा प्रबंधक ए.के. राना ने कहा की किसानों को मशरूम उत्पादन के लिए हमारा बैंक सहज रूप से लोन उपलब्ध कराएगा। 

प्रशिक्षण कार्यक्रम में चार दर्जन से अधिक क्षेत्रीय किसानों ने भाग लिया और समन्वयक प्रो. एम.पी.सिंह, शोध छात्र अभिषेक कुमार श्रीवास्तव एवं शिक्षक डॉ. विवेक पाण्डेय ने मुख्य रूप से मशरूम उत्पादन की बारीकियों से किसानों को परिचित कराया।इस अवसर पर प्रो. डी.डी. दुबे, कुलसचिव डॉ. देव राज, वित्त अधिकारी अमरचंद, डॉ. राम नारायण, डॉ. कार्तिकेय शुक्ला, डॉ. एस.पी. तिवारी,डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, संजय विश्वकर्मा, डॉ. अवध बिहारी सिंह ,  डॉ. सुधीर उपाध्यायआदि मौजूद थे।

Monday 12 November 2012

समस्त विश्वविद्यालय परिवार को प्रकाश पर्व पर बहुत शुभकामनायें.....


इस महान पर्व पर असंख्य दीपों के साथ आप सभी एक दीपक विश्वविद्यालय के नाम भी जलाएं जो कि हमारी ईमानदारी,अनुशासन प्रियता  और विश्वविद्यालय के प्रति समर्पण-निष्ठा का प्रतीक हो तथा यह प्रकाश पूरे समाज में फ़ैल कर विश्वविद्यालय के प्रति लोंगों में सकारात्मक सन्देश दे. 
प्रो0 सुंदर लाल 
कुलपति