वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में पिछले माह स्थापित मशरुम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र द्वारा आयोजित दूसरा मशरुम उत्पादन प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन पूर्व कुलपति डॉ. कीर्ति सिंह एवं कुलपति प्रो. सुंदर लाल ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया.
कार्यक्रम के प्रारम्भ में बायोटेक्नोलोजी बिभाग के बिभागाध्यक्ष एवं मशरुम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र के समन्वयक प्रो. एम. पी. सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया एवं बताया की आम आदमी से सरोकार रखने वाले, उनके दुःख दर्द को समझने वाले एवं उनके उत्थान के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहनेवाले माननीय कुलपति प्रो. सुंदर लाल ने बापू बाजार कि सफलता के बाद मशरुम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र खोलने हेतु प्रेरित किया. इसी कडी में यह दूसरा कार्यशाला आयोजित किया गया.

उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि किसानो को संबोधित करते हुए डॉ. कीर्ति सिंह ने कहा पहले इसे कुकुरमुत्ता कहा जाता था, परन्तु अब इसे कुम्भ कहा जाता है. इसमे प्रोटीन कि मात्रा सोयाबिन एवं अण्डे के बराबर होता है. इसके अलावा इसमे विटामिन्स एवं मिनरल्स होते है. मशरूम के बीज उत्पादन में यह केंद्र प्रमुख भूमिका निभा सकता है. उन्होंने किसानो के हित में कार्य करने के लिए कुलपति प्रो. सुन्दरलाल एवं समन्वयक प्रो. एम पी. सिंह को हार्दिक बधाई दी और कहा कि मैं विश्वाविद्यालय में किसी भी प्रकार की मदद के लिए तत्पर रहूँगा.
अध्यक्षीय उदबोधन में कुलपति प्रो. सुंदरलाल ने कहा कि इस केंद्र द्वारा किसानों को मुफ्त में बीज उपलब्ध कराया जायेगा ताकि किसान मशरूम
उगाकर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सके एवं कुपोषण तथा गरीबी से निजात पा सके. उन्होंने डॉ. कीर्ति सिंह का धन्यबाद देते हुए बताया कि ये जमीन से जुडे ब्यक्ति हैं और इनकी ऊंचाई पर्वत के समान हैं.
रंगीन छायाचित्र के माध्यम से प्रो. एम. पी. सिंह ने मशरूम के खूबसूरत दुनिया की सैर वहाँ के उपस्थित लोगों को कराया एवं इसके लाभ के विषय में लोगों को बताया. प्रो. सिंह ने कहा हमारे देश एवं अन्य विकसित हो रहे देशों में भुखमरी एवं कुपोषण प्रमुख समस्या के रूप में उभर रहा है. इसका मुख्य कारण जनसंख्या बिस्फोट है.
प्रशिक्षण कार्यशाला में तीस से ज्यादा कि संख्या में किसानों ने भाग लिया जिसे पर्यावरण बिभाग के प्रवक्ता डॉ. विवेक पाण्डेय, शोध छात्र अभिषेक कुमार श्रीवास्तव एवं संजय कुमार विश्वकर्मा ने किसानों को मशरूम उत्पादन कि ट्रेनिंग दी तथा पंजाब नेशनल बैंक के शाखा प्रबंधक श्री ए.के. राणा ने किसानों को बैंक से मिलने वाली सहायता के बारे में बताया.इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफ. रामजी लाल, बायोटेक्नोलॉजी बिभाग के शोध छात्र एवं स्नातकोत्तर छात्र छात्राएं आदि मौजूद थे.