Monday, 31 December 2012

नववर्ष शुभकामना

नववर्ष 2013 आप सभी को सत्य ,सफलता एवं समृद्धि से संतृप्त करे ,यही मेरी मंगलकामना  है।
आइये प्रार्थना करें की  यह वर्ष समाजसेवा के प्रति हमारी प्रगाढ़ प्रतिबद्धता को और भी गतिमान रखे।
                                    प्रोफेसर सुन्दरलाल 
                                              कुलपति 

Sunday, 30 December 2012

किसानों हेतु मशरुम उत्पादन प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन



वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में पिछले माह स्थापित मशरुम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र द्वारा आयोजित दूसरा मशरुम उत्पादन प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन पूर्व कुलपति डॉ. कीर्ति सिंह एवं कुलपति प्रो. सुंदर लाल ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया.

कार्यक्रम के प्रारम्भ में बायोटेक्नोलोजी बिभाग के बिभागाध्यक्ष एवं मशरुम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र के समन्वयक प्रो. एम. पी. सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया एवं बताया की आम आदमी से सरोकार रखने वाले, उनके दुःख दर्द को समझने वाले एवं उनके उत्थान के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहनेवाले माननीय कुलपति प्रो. सुंदर लाल ने बापू बाजार कि सफलता के बाद मशरुम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र खोलने हेतु प्रेरित किया. इसी कडी में यह दूसरा कार्यशाला आयोजित किया गया.

उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि किसानो को संबोधित करते हुए डॉ. कीर्ति सिंह ने कहा पहले इसे कुकुरमुत्ता कहा जाता था, परन्तु अब इसे कुम्भ कहा जाता है. इसमे प्रोटीन कि मात्रा सोयाबिन एवं अण्डे के बराबर होता है. इसके अलावा इसमे विटामिन्स एवं मिनरल्स होते है. मशरूम के बीज  उत्पादन में यह केंद्र प्रमुख भूमिका निभा सकता है. उन्होंने किसानो के हित में कार्य करने के लिए कुलपति प्रो. सुन्दरलाल एवं समन्वयक प्रो. एम पी. सिंह को हार्दिक बधाई दी और कहा कि मैं विश्वाविद्यालय में किसी भी प्रकार की मदद के लिए तत्पर रहूँगा.
अध्यक्षीय उदबोधन में कुलपति प्रो. सुंदरलाल ने कहा कि इस केंद्र द्वारा किसानों को मुफ्त में बीज उपलब्ध कराया जायेगा ताकि किसान मशरूम
उगाकर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सके एवं कुपोषण तथा गरीबी से निजात पा सके. उन्होंने डॉ. कीर्ति सिंह का धन्यबाद देते हुए बताया कि ये जमीन से जुडे ब्यक्ति हैं और इनकी ऊंचाई पर्वत के समान हैं.



रंगीन छायाचित्र के माध्यम से प्रो. एम. पी. सिंह ने मशरूम के खूबसूरत दुनिया की सैर वहाँ के उपस्थित लोगों को कराया एवं इसके लाभ के विषय में लोगों को बताया. प्रो. सिंह ने कहा हमारे देश एवं अन्य विकसित हो रहे देशों में भुखमरी एवं कुपोषण प्रमुख समस्या के रूप में उभर रहा है. इसका मुख्य कारण जनसंख्या बिस्फोट है.
प्रशिक्षण कार्यशाला में तीस से ज्यादा कि संख्या में किसानों ने भाग लिया जिसे पर्यावरण बिभाग के प्रवक्ता डॉ. विवेक पाण्डेय, शोध छात्र अभिषेक कुमार श्रीवास्तव एवं संजय कुमार विश्वकर्मा ने किसानों को मशरूम उत्पादन कि ट्रेनिंग दी तथा पंजाब नेशनल बैंक के शाखा प्रबंधक श्री ए.के. राणा ने किसानों को बैंक से मिलने वाली सहायता के बारे में बताया.इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफ. रामजी लाल, बायोटेक्नोलॉजी बिभाग के शोध छात्र एवं स्नातकोत्तर छात्र छात्राएं आदि मौजूद थे.

Monday, 10 December 2012

करंजाकला ब्लाक के जलालपुर गाँव में लगा बापू बाजार


कुलपति प्रो सुन्दर लाल ने बापू बाजार में  मुसहर बस्ती के बच्चों को कॉपी,स्लेट,चाक और रोलर दिए

Thursday, 29 November 2012

संकाय भवन मे मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र खुला


 दायें  से बाये कुलपति प्रो सुंदर लाल  ,मुख्य अतिथि , प्रो एम पी सिंह 

"गाउन - टाउन की दुरी कम होगी"  


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में मंगलवार  को  क्षेत्रीय किसानों को सीधे लाभ पहूँचाने के उद्देश्यसे स्थापित हुए मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र का उदघाटन अमेरिका के मेरीलैंड विश्वविद्यालय के 
रसायन एवं जैव रसायन विभाग के प्रो. नरसिंह बहादुर सिंह एवं कुलपति प्रो. सुंदरलाल ने संयुक्त रूप से संकाय भवन में फीता काटकर किय़ा। उदघाटन अवसर पर किसानों हेतु आयोजित कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए प्रो. नरसिंह बहादुर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में स्थापित यह केंद्र निश्चित रूप से किसानों की मशरूम उत्पादन से जुडी समस्याओं को दूर करेगा। मशरूम उतपादन से किसान आर्थिक रूप से संपन्न होगें वहीँ जौनपुर के लोगों को स्वादिस्ट मशरूम मिल सकेगा। उन्होंने कहा की मशरूम उत्पादन से किसान घबराएं नहीं. छोटे-छोटे स्तर पर ही इसका उत्पादन कर विकाश की ओर अग्रसर हो।

अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. सुन्दरलाल ने कहा की विश्वविद्यालय को हमेशा लोग गाउन से जानते हैं ओर देश को टाउन से। इस केंद्र द्वारा पूर्वांचल विश्वविद्यालय गाउन एवं टाउन की दुरी कम करने का काम करेगा। किसानों से विश्वविद्यालय को जुड़ने का मौका मिला है यह हमारे लिए गर्व की बात है।

 बायोटेक्नोलॉजी विभाग के अध्यक्ष एवं मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र के समन्वयक प्रो. एम.पी. सिंह ने कहा कि वैज्ञानिकों की यह नैतिक जिम्मेदारी है की वैकल्पिक खाद्यान्न द्वारा मानव जाति को भुखमरी एवं कुपोषण से निजात दिलाने का कम करें. वर्तमान में 46 देशों में रहने वाले करीब अस्सी करोड लोग कुपोषण के शिकार हैं ओर चालीस हजार लोग प्रतिदिन भूख से मरते हैं। ऐसे में विज्ञान में हुआ शोध का उपयोग प्रयोगशाला से धरातल पर लाने की जरुरत है।प्रो. सिंह ने कहा कि यह मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र इसी दिशा में एक छोटा प्रयास है। यही वास्तव में कम कीमत की तकनीक है ओर यही जैब तकनीक है। पंजाब नेशनल बैंक के शाखा प्रबंधक ए.के. राना ने कहा की किसानों को मशरूम उत्पादन के लिए हमारा बैंक सहज रूप से लोन उपलब्ध कराएगा। 

प्रशिक्षण कार्यक्रम में चार दर्जन से अधिक क्षेत्रीय किसानों ने भाग लिया और समन्वयक प्रो. एम.पी.सिंह, शोध छात्र अभिषेक कुमार श्रीवास्तव एवं शिक्षक डॉ. विवेक पाण्डेय ने मुख्य रूप से मशरूम उत्पादन की बारीकियों से किसानों को परिचित कराया।इस अवसर पर प्रो. डी.डी. दुबे, कुलसचिव डॉ. देव राज, वित्त अधिकारी अमरचंद, डॉ. राम नारायण, डॉ. कार्तिकेय शुक्ला, डॉ. एस.पी. तिवारी,डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, संजय विश्वकर्मा, डॉ. अवध बिहारी सिंह ,  डॉ. सुधीर उपाध्यायआदि मौजूद थे।

Monday, 12 November 2012

समस्त विश्वविद्यालय परिवार को प्रकाश पर्व पर बहुत शुभकामनायें.....


इस महान पर्व पर असंख्य दीपों के साथ आप सभी एक दीपक विश्वविद्यालय के नाम भी जलाएं जो कि हमारी ईमानदारी,अनुशासन प्रियता  और विश्वविद्यालय के प्रति समर्पण-निष्ठा का प्रतीक हो तथा यह प्रकाश पूरे समाज में फ़ैल कर विश्वविद्यालय के प्रति लोंगों में सकारात्मक सन्देश दे. 
प्रो0 सुंदर लाल 
कुलपति 



Saturday, 6 October 2012

मीडिया के लोग खुद बनायें अपनी लक्ष्मण रेखा


                                     

नगर स्थित उत्सव मोटल में जौनपुर पत्रकार संघ के 9 वें स्थापना  दिवस पर बतौर अध्यक्ष 
समारोह को संबोधित करते हुए वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय के कुलपतिप्रो.सुन्दरलाल ने मीडिया को नकारात्मक खबरों को तरजीह न देने का सुझाव देते हुए पत्रकारिता के क्षेत्र में सशक्त लोकपाल की जरूरत बताई .उन्होंने  कहा कि  मीडिया को खुद अपनी लक्ष्मण  रेखा बनानी होगीक्योंकि कभी-कभी अति उत्साह में मीडिया के लोंगो से भी समाचार संकलन में ऐसी भूल हो जाया करती है  कि  किसी भी ब्यक्ति की पूरे  जीवन भर कमाया यश -सम्मान मीडिया के लोंगो की  एक भूल के चलते एक दिन में खत्म हो जाता  है जिसकी भरपाई बाद में संभव नहीं हो पाती .उन्होंने कहा कि जनता नें एक महान  व्यक्तित्व को लोक-नायक की उपाधि दी लेकिन मीडिया नें दूसरों के निर्देशों पर अभिनय करने वाले को सदी  के  महानायक का ख़िताब दे डाला , इस पर भी हमें विचार करना होगा किआने वाली इग्यारह  अक्तूबर को  इस देश के लोक नायक  और सदी के   महानायक दोनों का जन्मदिन एक ही दिन है  उस दिन लोकनायक को आप कितना याद रखते हैं या महानायक को जन्मदिन पर कितनी शुभकामनायें देते हैं।कुलपति नें उपस्थित पत्रकार बंधुओं से कहा कि यह संब चिंतन का विषय होना चाहिए .विज्ञानं के सर्वोच्च पुरस्कारों में से एक भटनागर पुरस्कार का  जिक्र करते हुए कुलपति नें कहा कि अख़बारों में पुरस्कार प्राप्त हमारे वैज्ञानिकों का न तो नाम ही होता है और न ही  इस बात का जिक्र  होता  कि हमारे वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार किस विशेष क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान अथवा खोज  के लिए दिया गया लेकिन इस अवसर पर प्रधानमन्त्री  जी के भाषण  से अख़बारों के पन्ने भरे रहते हैं .
इस अवसर पर बतौर मुख्यअतिथि  प्रदेश सरकार के  कैबिनेट मंत्री पारसनाथ यादव ने कहा है कि दुनिया के इस सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में न्यायपालिका, विधायिका व कार्यपालिका के रूप में तीनों स्तम्भों को दुरुस्त रखने की महती जिम्मेदारी चौथे स्तम्भ पत्रकारिता की है। मीडिया ही लोकतंत्र का सजग प्रहरी है। इसलिए पत्रकारों की सुरक्षा से ही लोकतंत्र की रक्षा की जा सकती है।विशिष्ट अतिथि प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष हेमन्त तिवारी ने कहा कि पत्रकारों के प्रति अखिलेश सरकार की सोच सकारात्मक है। विशिष्ट अतिथि सदर विधायक नदीम जावेद ने कहा कि विश्वसनीयता ही किसी भी क्षेत्र की सबसे बड़ी पूंजी होती है।
इलेक्ट्रानिक मीडिया से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान ने कहा कि मौजूदा दौर में पत्रकारिता के क्षेत्र में व्यापक बदलाव तो आया है लेकिन खबरों के बेहतर प्रस्तुतीकरण से हम लोगों का विश्वास जीत सकते हैं। वरिष्ठ पत्रकार शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि आज की पत्रकारिता अधिक चुनौतीपूर्ण तो है लेकिन मनोबल ऊंचा है तो रुकावटें अपने मकसद में कामयाब नहीं होंगी। विशिष्ट अतिथि कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी सिराज मेंहदी ने इस संघ का हर संभव सहयोग करते रहने की बात कही।इसके पूर्घ अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि उत्पीड़न के विरुद्ध ही इसका गठन किया गया था। अतिथियों को स्मृति चिह्न व अंग वस्त्रम से सम्मानित किया। सरस्वती वंदना व स्वागत गीत लल्लन उपाध्याय ने प्रस्तुत किया। आभार हसनैन कमर दीपू व संचालन डा.मधुकर तिवारी ने किया।











Tuesday, 2 October 2012

महात्मा गाँधी को नमन करते हुए विश्वविद्यालय के रजत जयंती वर्ष का समापन समारोह सम्पन्न



विश्वविद्यालय परिसर मैं गाँधी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते कुलपति  प्रो सुन्दर  लाल 


भजन करते कर्मचारी बंधू 

बापू बाजार मे  योगदान के  लिए एम एल सी  विजय यादव को
सम्मानित करते कुलपति  साथ  एन एस एस  समन्यवयक  डॉ  एम हसीन,डॉ  हितेंद्र  प्रताप सिंह ,डॉ अजय द्विवेदी 


2 अक्तूबर को संगोष्ठी भवन मैं सांस्कृतिक कार्यक्रम मैं मंगल पाण्डेय के  किरदार  करता  छात्र 

मूक अभिनय के माध्यम से मोबाइल का जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव  को  बखूबी  दिखाया 


जनसंचार विभाग द्वारा लगाये गए कोलाज को देखते कुलपति

फोटो -अमरेन्द्र बहादुर सिंह ,शैलेश यादव ,सुनील कुमार यादव  छात्र जनसंचार विभाग .



30 सितम्बर को ठेकमा आजमगढ़ मे लगा तेरहवां बापू बाजार


Tuesday, 25 September 2012

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में आज २५ -०९-२०१२ को आयोजित हुई मेहदी और फेस पेंटिंग प्रतियोगिता

 2 अक्टूबर  तक होगा विभिन्न प्रतियोगिताओं का  आयोजन

मेहंदी प्रतियोगिता में प्रतिभागियों के साथ  कुलपति प्रो सुन्दर लाल