Wednesday, 25 December 2024

कुशल प्रबंधन, अनुशासन ही सफलता की कुंजी : नुरुल होदा

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध विभाग के बी.बी.ए. के छात्रों का औद्योगिक भ्रमण के तहत छात्रों को हरियाणा के मानेसर औद्योगिक इकाइयों का भ्रमण कराया गया ।
हरियाणा के मानेसर औद्योगिक सम्पदा में स्थित प्रेसिशन मेटल्स एंड प्रेफाब सलूशन्स में छात्रों को शीट मेंटल पार्ट्स का निर्माण प्रक्रिया के बारे में बताया गया l कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नुरुल होदा ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कुशल प्रबंधन नेतृत्व एवं अनुसाशन  ही व्यवसाय संस्थानों की सफलता की कुंजी है l
 गुणवत्ता के लिए आई.एस ओ .9001-2015 प्रमाणित कंपनी सी. एन. सी. लेज़र कट एवं प्रेस बेंडिंग वेल्डड तकनीक से प्री- इंजीनियर्स, ऑटोमोबाइल पार्ट्स,मेंटल बिल्डिंग,इंडस्ट्रियल शेड्स एवं माल गोदाम आदि का निर्माण करती है l श्री नुरुल होदा ने कहा कि जस्ट इन टाइम तकनीक, शून्य त्रुटि सहनशीलता एवं उच्च गुणवत्ता से ही ग्राहक को बेहतरीन उत्पाद से संतुष्ट किया जा सकता है l  छात्रों को कंपनी का अनेक विभागों का दौरा कराया गया, जिसके बाद छात्रों ने अपना प्रोजेक्ट का प्रस्तुतीकरण किया ।  छात्रों द्वारा मैनेजमेंट सम्बंधित सवाल किया गया जिसका उत्तर व्यावहारिक उदाहरण देकर समझाया गया lव्यवसाय प्रबंध के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर मुराद अली ने अपने सन्देश में कहा कि ऐसे भ्रमण से  व्यवसाय प्रबंध के विद्यार्थियों को अलग अलग उद्योगों का तुलनात्मक अनावरण करने में मदद मिलती है l समरीन तबस्सुम ने कंपनी के प्रबंध निदेशक नुरुल होदा को  स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया एवं डॉ. विकास कुमार सिंह  ने धन्यवाद ज्ञापन  दिया l
इसके बाद विद्यार्थियों को मानेसर स्थित  फाइन कोट्स कंपनी का दौरा कराया गया, जहाँ उन्हें कंपनी के प्रबंधक के.के. मिश्रा ने मैटेलिक पेंटिंग का विभिन्न प्रक्रिया से अवगत कराया l

Tuesday, 24 December 2024

समर्थ पर शिक्षक अपडेट करें प्रोफाइल – कुलपति

विश्वविद्यालय में समर्थ की प्रगति को लेकर हुई बैठक
जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में मंगलवार को कुलपति प्रो. वंदना सिंह की अध्यक्षता में समर्थ पोर्टल के क्रियान्वयन एवं प्रगति हेतु  अधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों की बैठक हुई । बैठक में समर्थ पोर्टल के विभिन्न मॉड्यूल पर कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने प्रभारियों से विस्तार से चर्चा की ।
बैठक में कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि  समर्थ पर  परिसर के शिक्षक आतंरिक एवं प्रायोगिक परीक्षा के अंक अपलोड करे । समर्थ पर शिक्षकों के प्रोफाइल को भी अपडेट करने के निर्देश दिए । उन्होंने गवर्नेंस  मॉड्यूल की समीक्षा की । इसके साथ ही समर्थ पोर्टल के अन्य मॉड्यूल की प्रगति के लिए सम्बंधित प्रभारियों से बिन्दुवार चर्चा की ।
कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि  समर्थ पोर्टल से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव आ रहे है । इसका लाभ शिक्षकों और विद्यार्थियों  को सीधे तौर पर मिलेगा । उन्होंने कहा कि समर्थ पोर्टल के क्रियान्वयन में किसी को कोई समस्या आती है तो उसे शीघ्र दूर किया जायेगा ।
गौरतलब है कि "समर्थ" शिक्षा मंत्रालय द्वारा सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा पर राष्ट्रीय मिशन के तहत शुरू की गई एक पहल है, जिसका उद्देश्य विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों को छात्रों, कर्मचारियों और अन्य हितधारकों के लिए सेवाओं की योजना, प्रबंधन, वितरण और निगरानी के लिए एक डिजिटल ढांचे के माध्यम से सक्षम बनाना है। 
इस अवसर पर वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक डॉ विनोद कुमार सिंह, प्रो अजय द्विवेदी,  प्रो अजय प्रताप सिंह, प्रो मनोज मिश्र, प्रो. राजेश शर्मा,  प्रो रजनीश भास्कर, प्रो. देवराज, प्रो मिथिलेश सिंह, डॉ मनीष गुप्ता, नोडल अधिकारी डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. पुनीत धवन, डॉ. गिरिधर मिश्र, उप कुलसचिव अजीत प्रताप सिंह, समेत  अन्य  उपस्थित रहे ।

Monday, 23 December 2024

प्रायोगिक शिक्षा की महत्त्वपूर्ण कड़ी है टूर : कुलपति


जौनपुर।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध विभाग के बी.बी.ए. के छात्रों का औद्योगिक भ्रमण को कुलपति प्रोफेसर वन्दना सिंह ने शुभकामनाएं देते हुए रवाना किया l
अपने सन्देश में  कुलपति ने कहा कि औद्योगिक भ्रमण प्रायोगिक शिक्षा की महत्वपूर्ण कड़ी है l  सैद्धांतिक शिक्षा को पूर्ण करने के लिए प्रायोगिक शिक्षा जरुरी है। औद्योगिक भ्रमण प्रायोगिक शिक्षा पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है l
उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि अपने  भ्रमण के दौरान सीखे गए तथ्यों को  शिक्षा में प्रयोग करे जिससे वे कुशल प्रबंधक बन सके l
व्यवसाय प्रबंध विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रो मुराद अली ने कहा कि विभाग ऐसे औद्योगिक भ्रमण नियमित रूप से आयोजित करता हैँ जिससे व्यवसाय प्रबंध के विद्यार्थियों को व्यवसाय जगत के बारे में नये दृष्टिकोण से अध्ययन करने का अवसर मिलता हैँ l राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार छात्रों के वोकेशनल पाठ्यक्रमों को औद्योगिक जगत से जोड़ा गया हैँ l छात्रों दिल्ली, मानेसर, हापुड़, ग़ज़ियाबाद आदि के औद्योगिक इकाईयों का भ्रमण करेंगे और उसके आधार पर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेंगे l इस अवसर पर डॉ.विकास कुमार सिंह, समरीन तबस्सुम, उद्देश्य कुमार सिंह, मोहम्मद सहाबुद्दीन, सुनील कुमार मौर्या  एवं बी.बी.ए. के छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे l

पीयू में अटल बिहारी वाजपेयी जन्म शताब्दी समारोह मना


 विभिन्न प्रतियोगिताओं किया गया आयोजन 

जौनपुर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश के क्रम में  वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस के अवसर पर 18 से 25 दिसंबर 2024  के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रमों में सोमवार को  आर्यभट्ट सभागार रज्जू भइया संस्थान में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी पर एक कार्यशाला एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसका  विषय: "अटल जी एवं सुशासन" भाषण प्रतियोगिता, विषय: अटल जी एवं सुशासन एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन एवं उनकी प्रमुख कविताओं पर आधारित एकल काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ नितेश जायसवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि अटल जी केवल एक राजनीतिज्ञ ही नहीं, बल्कि देश के लिए समर्पित एक प्रेरणास्रोत थे। उनकी दूरदर्शिता, ओजस्वी वाणी, और नेतृत्व ने देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने सदा देशहित को प्राथमिकता दी और राजनीति को सेवा का माध्यम बनाया। कार्यक्रम समन्वयक रासेयो डॉ राज बहादुर यादव ने कहा कि अटल जी के विचार और उनका नेतृत्व आज भी हमें प्रेरणा देता है। वे हमें सिखाते हैं कि कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य और साहस से काम लेना चाहिए। आज हम सबको संकल्प लेना चाहिए कि हम उनके विचारों और आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएँगे और उनके सपनों का भारत बनाने में अपना योगदान देंगे। डॉ विजय प्रकाश सिंह, डॉ मनोज कुमार दुबे एवं डॉ अजीत कुमार मिश्रा ने भी अटल जी पर अपना विचार व्यक्त किए।  काव्य, भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल के रूप में डॉ मनोज कुमार दुबे, डॉ अजीत कुमार मिश्रा राजकीय महाविद्यालय मुफ्तीगंज एवं डॉ विजय प्रकाश सिंह, राजकीय महिला महाविद्यालय शाहगंज,  डॉ अवधेश कुमार मौर्य, शिया डिग्री कालेज, डॉ सोमारूराम,  बायलसी पीजी कॉलेज,  डॉ सिकंदर यादव, डॉ श्याम प्रकाश उपस्थित रहें। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान साक्षी यादव, नूरुद्दीन खां गर्ल्स पी जी कालेज मल्हनी, द्वितीय स्थान रिया सिंह, सल्तनत बहादुर महाविद्यालय बदलापुर, तृतीय स्थान, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अभिनव कीर्ति पांडेय, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर, द्वितीय स्थान आफताब, टी डी पी जी कालेज जौनपुर तृतीय स्थान हिमांशु विश्वकर्मा, डॉ राम मनोहर लोहिया राजकीय महाविद्यालय शाहगंज, जौनपुर प्राप्त किया । काव्य पाठ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान गौरव जायसवाल, सल्तनत बहादुर पी जी कालेज बदलापुर, द्वितीय स्थान सुमित सिंह, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर परिसर, तृतीय स्थान सौम्या सिंह, राजकीय महिला महाविद्यालय शाहगंज जौनपुर प्राप्त किया।
 संचालन स्वयंसेवक सुमित सिंह एवं  अभिनव कीर्ति पांडेय ने किया। अतिथियों का स्वागत नोडल अधिकारी डॉ शशिकांत यादव ने किया। इस अवसर पर डॉ श्याम कन्हैया सिंह, डॉ मनोज कुमार पांडेय, डॉ चंदन सिंह, हर्ष यादव, एकता मिश्रा, स्नेहा मिश्रा, प्रियांशी मौर्या तथा विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया।

Tuesday, 17 December 2024

घाघरा-गोमती दोआब की विलुप्त नदियों का होगा भू- पुरातत्वीय अध्ययन

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) संस्थान के भू एवं ग्रहीय विज्ञान विभाग  में सोमवार को देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के भू, पुरातत्त्व एवं पुरावनस्पती वैज्ञानिकों की एक बैठक संपन्न हुई। बैठक में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय,वराणसी द्वारा प्रायोजित इंस्टिट्यूट ऑफ़ एमिनांस  परियोजना के अंतर्गत एक बहु-विषयक शोध पर चर्चा की गयी। 
इस बैठक में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की प्राचीन इतिहास विभाग की प्रो. पुष्पलता सिंह, भौमिकी विभाग के डा. आलोक कुमार, पूर्वांचल विश्वविद्यालय भू एवं ग्रहीय विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा. नीरज अवस्थी, बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थान, लखनऊ के युवा वैज्ञानिक संध्या मिश्रा, सविता अवस्थी तथा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शोधार्थी शामिल हुए । 
प्रो. पुष्प लता सिंह ने कहा कि इस शोध परियोजना में घाघरा-गोमती दोआब की विलुप्त नदियों का भू- पुरातत्वीय अध्ययन किया जायेगा। घाघरा-गोमती दोआब क्षेत्र में कई निष्क्रिय नदियाँ / धाराएँ हैं, जो पूरी तरह तलछट से भर चुकी है और जिसमें जल का प्रवाह बहुत काल से बन्द हो चुका है। वर्तमान में ऐसी नदियाँ छोटी- बड़ी झीलों के रूप में मौजूद हैं। पुरातत्त्व सर्वेक्षणों एवं अध्ययनों के अनुसार इन छोटी नदियों और झीलों के किनारे मानव सभ्यता के इतिहास के प्रमाण मिलते है। इस शोध के अंतर्गत भूविज्ञान और पुरातत्व विज्ञान की तकनीकों और विषय-वस्तु का उपयोग कर ये जानने का प्रयास किया जायेगा.  कब और क्यों ये नदियाँ मरने के कगार पर आ गई और इनसे आस-पास रह रही मानव सभ्यता पर क्या प्रभाव पड़ा।
 डा. आलोक कुमार ने कहा कि इस शोध में विभिन्न संस्थानों के आपसी सहयोग से झीलों की तलछट कोर का कालानुक्रमिक अध्ययन कर गंगा के मैदानी क्षेत्रों, विशेषकर घाघरा-गोमती दोआब में पिछले कुछ हजार वर्षों से हो रही भूवैज्ञानिक, जलवायु एवं पुरातात्विक गतिविधियों तथा उनके बीच के परस्पर संबंधों को समझने का प्रयास किया जायेगा।
कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि जौनपुर के लिए यह शोध बहुत ही महत्वपूर्ण होगा उन्होंने शोध टीम के सदस्यों से चर्चा की. रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार यादव ने सभी का स्वागत किया.  इस शोध कार्य में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थान, लखनऊ तथा रज्जू भैया संस्थान, पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के शामिल होने पर भू एवं ग्रहीय विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा नीरज अवस्थी ने धन्यवाद दिया ।

Monday, 16 December 2024

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर की सेमेस्टर परीक्षा का मूल्यांकन कार्य प्रारंभ

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में संचालित पाठ्यक्रमों की विषम सेमेस्टर की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन बाबा साहब देवरस केंद्रीय मूल्यांकन भवन में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने विधिवत पूजन के उपरांत प्रारंभ कराया.  इस अवसर पर कुलपति ने   विभिन्न पाठ्यक्रमों के उपस्थित परीक्षकों डा० धर्मेंद्र सिंह , डॉ० अशोक कुमार यादव, सत्यम उपाध्याय, डा० अंकुश गौरव, डॉ निमिषा यादव, डॉ रितेश श्रीवास्तव, डा० प्रवीण कुमार सिंह, डॉ० ऋषिकेश आदि को मूल्यांकन हेतु उत्तर पुस्तिकाओं का आवंटन किया.  उन्होंने उत्तर पुस्तिकाओं का समय पर सुचितापूर्ण मूल्यांकन करने हेतु सभी परीक्षकों को निर्देश दिया.इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने राजभवन एवं उत्तर प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश के क्रम में समर्थ पोर्टल का उपयोग करते हुए यथाशीघ्र परीक्षा परिणाम घोषित करने हेतु समन्वयक मूल्यांकन डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह एवं उनकी समस्त मूल्यांकन समिति को आवश्यक दिशा निर्देश दिया. 
उप कुलसचिव श्री अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में संचालित समस्त पाठ्यक्रमों की विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं प्रारंभ है और दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक संचालित होनी है.  जिन विषयों की परीक्षाएं संपन्न होती जा रही हैं साथ ही उन पाठ्यक्रमों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य भी होता रहेगा जिससे परीक्षा समाप्त होने के उपरांत यथा शीघ्र परीक्षा परिणाम घोषित किया जा सके.
परीक्षा मूल्यांकन के उद्घाटन अवसर पर संकाय अध्यक्ष इंजीनियरिंग विभाग प्रो  सौरभ पाल, प्रो अशोक श्रीवास्तव, डॉ प्रमोद कुमार कौशिक,  श्याम त्रिपाठी, सतीश सिंह,  मनु मिश्रा, लाल बहादुर, जय सिंह इत्यादि उपस्थित रहे. 
फोटो- मूल्यांकन केंद्र में सेमेस्टर परीक्षा का मूल्यांकन के लिए पूजन करतीं कुलपति प्रो. वंदना सिंह एवं अन्य

Sunday, 15 December 2024

स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक थे सरदार पटेल-कुलपति


- सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर किया गया नमन

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि के अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह समेत शिक्षकों ने उनकी मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने कहा कि  सरदार पटेल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक और एक सशक्त प्रशासक थे। उनका संकल्प और दृढ़ नायकत्व भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की धारा को दिशा देने में अहम रहा।  उनका कृतित्व और व्यक्तित्व हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
उन्होंने कहा कि सरदार  पटेल जी ने  देश के विभाजन के बाद भारतीय राज्यों को एकजुट करना साहसिक कार्य किया था।  उन्होंने रियासतों को भारतीय संघ में मिलाया और यह सुनिश्चित किया कि भारत की एकता बनी रहे। उनकी दृष्टि ने स्वतंत्रता के बाद भारत को मजबूत और अखंड राष्ट्र के रूप में स्थापित किया। 
इस अवसर पर प्रोफेसर प्रमोद यादव, डॉक्टर दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ श्याम कन्हैया सिंह, डॉ शशिकांत यादव, डॉ धीरेंद्र चौधरी, डॉ नवीन चौरसिया समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।

Saturday, 14 December 2024

वीबीएसपीयू: पीएचडी में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू03 जनवरी तक ऑनलाइन करे आवेदन

जौनपुर।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 14 दिसंबर 2024 से शुरू हो चुकी है। अभ्यर्थी 03 जनवरी 2025 तक समर्थ पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 

 कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने "पीएचडी प्रवेश 2024" पोर्टल को लाइव करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप युवाओं के अध्ययन-अध्यापन, अनुसंधान, नवाचार और कौशल विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने इसे छात्रों के लिए उन्नत शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करने वाला कदम बताया। इस वर्ष 52 विषयों में पीएचडी कार्यक्रमों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं, जिनकी प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी है। 

इस कार्यक्रम में पीएचडी प्रवेश 2024 समिति के समन्वयक प्रो. गिरिधर मिश्र, उप कुलसचिव बबीता सिंह, और अन्य समिति सदस्य डॉ. विक्रांत भटेजा, श्री सुशील कुमार, डॉ. धीरेन्द्र चौधरी, डॉ. अजीत सिंह, डॉ. आलोक वर्मा, डॉ. राजित राम सोनकर और श्री सुबोध कुमार ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
 ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 03 जनवरी 2025 तय की गई है।


फ़ोटो- पीएचडी प्रवेश परीक्षा के पोर्टल को ऑनलाइन करतीं कुलपति प्रो वंदना सिंह एवं शिक्षक

Friday, 13 December 2024

नगरीकरण पर्यावरण को ध्यान में रख कर हो – प्रो. वंदना सिंह

 
सहकारी पी.जी कालेज में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ आयोजन 
भारत में नगरीकरण : विकसित भारत के संदर्भ में मुद्दे एवं चुनौतियां पर हुई चर्चा 

जौनपुर. सहकारी पी.जी कालेज मिहरावां  में इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च (आईसीएसएसआर) द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी भारत में  नगरीकरण : विकसित भारत के संदर्भ में मुद्दे एवं चुनौतियां का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में देश के विभिन्न भागों से आये वक्ताओं और प्रतिभागियों ने अपने विचार प्रस्तुत किये. 
 संगोष्ठी के  उद्‌घाटन सत्र में बतौर मुख्या अतिथि  वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वन्दना सिंह ने नगरीकरण के बढ़ते विस्तार के परिप्रेक्ष्य में शहरी विकास तथा सतत विकास के मुद्दे पर विचार व्यक्त किये  एवं शहरों के परिप्रेक्ष्य को प्रकृति से जोड़ने तथा शहरों को संपोषणीय बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि  नगरीकरण पर्यावरण को ध्यान में रख कर किया जाना चाहिए.  विशिष्ट अतिथि प्रो ए. आर.  सिद्दकी अध्यक्ष, आईजीआई , इलाहाबाद विश्वविद्यालय तथा महात्मा गाँधी कशी विद्यापीठ के पूर्व कुलपति प्रो पृथ्वीश नाग ने भी अपने विचार व्यक्त किये. 
प्रबंधक सहकारी पी जी कालेज मिहरावां राजीव कुमार सिंह, डा. अरविंद कुमार सिंह प्राचार्य   उद्‌घाटन सत्र में संबोधित किया. 
 भूगोल विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो मुक्ता राजे ने विषय प्रवर्तन  तथा मंच संचालक प्रो पुष्पा सिंह ने किया। संगोष्ठी में प्रो मुक्ता राजे द्वारा लिखित पुस्तक भौगोलिक चिंतन का विमोचन हुआ.  संगोष्ठी का अध्यक्षीय उद्बोधन  डा० प्रमोद कुमार सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ राज बहादुर यादव ने संपन्न किया। संगोष्ठी के प्रथम सत्र में प्रो प्रो ए. आर.  सिद्दीकी ने शहरीकरण में नवीन चुनौतियों और समाधान दोनों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा इंटरनेट आफ थीम्स के विषय पर प्रो अविनाश पाथर्डीकर ने शहरीकरण का प्रभाव परिवार व संस्कृति पर, प्रो किरण सिंह ने भारतीय शहरों में प्राकृतिक संसाधनों के सतत व वहनीय प्रयोग तथा समस्याओं पर तथा प्रो सरफराज आलम ने नव उदारीकरण के शहरों पर पड़ने वाले प्रभावों के विषय में गंभीर चिंतन प्रस्तुत किया.फोटो- संगोष्ठी में  भौगोलिक चिंतन    पुस्तक का विमोचन करतीं कुलपति एवं अन्य अतिथि

Monday, 9 December 2024

पीयू विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय सुविधा के लिए प्रतिबद्धः प्रो. वंदना सिंह

छात्रों को इंडस्ट्रियल इक्स्पोजर दिया जाना चाहिएः नवल किशोर पांडेय

विश्वविद्यालय इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग एक्सपर्ट को भी जोड़ेः विनीत सिंह

अलुमिनी सेल को स्ट्रेंगथन करने पर जोर दे विविः डॉ. क्षितिज शर्मा

शोध की गुणवत्ता, रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने समेत 37 निर्णय लिए गए

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में सोमवार को आई.क्यू.ए.सी. (आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ) की बैठक कुलपति प्रो. वंदना सिंह की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में आयोजित हुई। बैठक में विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम और शोध की गुणवत्ता में सुधार और छात्रों को रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के लिए कुल 37 निर्णय लिए गए|  इसमें औद्योगिक और शैक्षणिक विशेषज्ञों ने भाग लिया।

कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।  इस क्रम में शैक्षिक सुधार के साथ- साथ विश्वविद्यालय शोध और रोजगार के अवसर प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बैठक में लिए गए निर्णय विश्वविद्यालय में शोध और शिक्षण की गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होंगे।

बैठक में ए.वी.पी. सोडेक्सो अदानी अकाउंट्स के एसोसिएट एडिशनल डायरेक्टर नवल किशोर पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय में संसाधनों की कमी नहीं है। विश्वविद्यालय के छात्रों की इंडस्ट्रियल एक्स्पोजर दिया जाना चाहिए जिससे की शिक्षा को रोजगारपरक बनाया जा सके,  साथ ही वह अपने संस्था में विश्वविद्यालय के छात्रों हेतु इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करने पर भी सहयोग करेंगे। विनीत सिंह एंड एसोसिएट, गुरुग्राम के एम.डी. एवं चेयरमैन विनीत सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय को पुस्तकालय में छात्रों हेतु इन्डस्ट्रियल मैगज़ीन की सुविधा भी प्रदान की जानी चाहिए जिससे छात्रों मे रुचि बढ़े, साथ ही साथ विश्वविद्यालय को विभिन्न क्षेत्रों के इन्डस्ट्रियल ट्रेनिंग एक्सपर्ट को भी जोड़ना चाहिए। चिकित्सक डॉ. क्षितिज शर्मा ने कहा कि अलुमिनी सेल को स्ट्रेंगथन करने पर विशेष जोर दिया जाना चाहिए। बैठक में अन्य कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनमें शोध की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उच्च प्रभावकारी पत्रिकाओं में शोध कार्य प्रकाशित करने पर प्रोत्साहन राशि प्रदान करने की नीति को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग को प्रोत्साहन देने के लिए कार्ययोजना तैयार करने हेतु एक समिति गठित करने का निर्णय लिया गया।

बैठक में महाविद्यालयों के शोध छात्रों को विश्वविद्यालय की प्रयोगशालाओं में शॉर्ट टर्म विजिट की अनुमति देने का निर्णय हुआ। पेटेंट के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने और SWAYAM पोर्टल के पाठ्यक्रमों को क्रेडिट आधारित प्रणाली में शामिल करने की योजना को भी स्वीकृति मिली।

इसके अतिरिक्त, छात्रों के लिए नियमित बस सेवा, योग को पाठ्यक्रम में शामिल करने, पीएच.डी. थीसिस के ऑनलाइन और समयबद्ध मूल्यांकन  और राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग संस्थानों में भागीदारी बढ़ाने के लिए निदेशक रैंकिंग्स” को नामित करने का निर्णय भी लिया गया।

बाह्य विशेषज्ञों की टीम ने कुलपति के साथ रज़्जू भइया संस्थान,  इंजीनियरिंग संस्थान और प्रबंध अध्ययन संस्थान का विज़िट किया। समन्वयक, आई.क्यू.ए.सी. प्रो. गिरिधर मिश्र ने बैठक की शुरुआत में सभी सदस्यों का स्वागत किया। बैठक में प्रो. सौरभ पाल, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. अजय द्विवेदी,  प्रो. मनोज मिश्र, प्रो. प्रमोद कुमार यादव, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. रजनीश भास्कर,  डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव,  डॉ. संजीव गंगवार,  कुलसचिव महेंद्र कुमार समेत समिति सदस्य उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन आई.क्यू.ए.सी. सह समन्वयक डॉ. धीरेन्द्र चौधरी ने किया।

Friday, 6 December 2024

पीयू में महापरिनिर्वाण दिवस पर बाबासाहेब को दी गई श्रद्धांजलि

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस पूरे उत्साह और गरिमा के साथ शुक्रवार को मनाया गया। यह कार्यक्रम बाबा साहब के विचारों और उनके सामाजिक योगदान को याद करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके की गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव महेंद्र कुमार ने बाबा साहब के योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे केवल भारत के संविधान निर्माता ही नहीं थे, बल्कि सामाजिक न्याय, समानता और मानवाधिकारों के प्रति समर्पित व्यक्ति थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने अपनी शिक्षा और विचारों से एक नए समाज की नींव रखी, जिसमें हर व्यक्ति को समान अधिकार मिल सके।
वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने बाबा साहब के आदर्शों और उनके आर्थिक सुधारों पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि बाबा साहब ने सामाजिक समरसता के लिए आर्थिक सशक्तिकरण को महत्वपूर्ण बताया था। श्री राय ने कहा कि विश्वविद्यालय परिवार को उनके दिखाए मार्ग पर चलकर शिक्षा और समाज सुधार में योगदान देना चाहिए।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बाबा साहब के व्यक्तित्व और उनके संघर्षों को याद करते हुए कहा कि वे अपने समय के सबसे बड़े विचारकों में से एक थे। उन्होंने कहा कि आज हम जिस लोकतांत्रिक व्यवस्था में जी रहे हैं, वह बाबा साहब की दूरदृष्टि का परिणाम है। डॉ. सिंह ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि उन्हें बाबा साहब के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों और शिक्षकों ने भी भाग लिया।
इस अवसर पर यह भी निर्णय लिया गया कि बाबा साहब के विचारों को विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिए नियमित रूप से सेमिनार और वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

यह आयोजन विश्वविद्यालय के सभी सदस्यों को सामाजिक न्याय और समानता के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है। बाबा साहब का परिवार दिवस सभी के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन का स्रोत बना।
इस अवसर पर  उप कुलसचिव बबीता सिंह, अमृतलाल , प्रो. बी. डी. शर्मा, प्रो. गिरिधर मिश्र, डॉ. रसिकेस, डॉ. अमरेंद्र सिंह, डॉ धीरेंद्र चौधरी, डॉ मंगला प्रसाद,डॉ इंद्रजीत, डॉ राजित राम,राज नारायण सिंह,डॉ प्रमोद कुमार कौशिक, शील निधि सहित लोग उपस्थित रहे।
इसी क्रम में दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान में एक गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम संस्थान के मूट कोर्ट हॉल में आयोजित हुआ, जिसमें डॉ. अंबेडकर के विचारों और योगदान को याद करते हुए उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के निदेशक डॉ. देवराज सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर
निदेशक प्रोफेसर देवराज सिंह, डॉक्टर वनिता सिंह, डॉ. अनुराग मिश्र, डॉ. प्रियंका कुमारी, डॉ. राहुल राय, डॉ. अंकित कुमार, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. रजित राम सोनकर, डॉ. इंद्रजीत कुमार, डॉ. दिनेश सिंह, श्री प्रकाश यादव, मंगला प्रसाद यादव, डॉ. राजन तिवारी, प्रगति सिंह, सूरज सुनकर,जीशान अली, डॉ. शुभम सिंह सहित अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे।