Saturday, 31 October 2020
सरदार पटेल समाज के लिए प्रेरणास्रोत: कुलाधिपति
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में ऑनलाइन सरदार पटेल की मूर्ति का किया अनावरण
Tuesday, 27 October 2020
नई शिक्षा नीति से विश्व गुरु बनेगा भारत-कोठारी
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन विषयक वेबिनार का हुआ आयोजन
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के अनुप्रयुक्त सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी संकाय के जनसंचार विभाग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन विषयक वेबिनार का आयोजन किया गया।बतौर मुख्य अतिथि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के राष्ट्रीय सचिव अतुल भाई कोठारी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के विविध आयामों पर विस्तार पूर्वक अपनी बात रखी, उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को धरातल पर उतारने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति से भारत विश्व गुरु बनेगा।देश के सभी शिक्षण संस्थानों को पाठ्यक्रमों पर नए सिरे से विचार कर इसे विकसित करना होगा। 150 सालों से हमारे पाठ्यक्रमों से गायब भारतीय ज्ञान परम्परा के मूलभूत ज्ञान को भी समाहित करना होगा। उन्होंने मानव संसाधन मंत्रालय का नाम शिक्षा मंत्रालय करने की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि मानव सोर्स तो हो सकता है पर कभी रिसोर्स नहीं हो सकता इसलिए शिक्षा मंत्रालय का नामकरण एक सराहनीय और उचित कदम है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के इतने समय बाद हम अपनी भाषा में तकनीकी व अन्य पुस्तकें नही बना पाए। इस समस्या का निराकरण होगा ऐसी आशा है।अध्यक्षीय संबोधन में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर निरंतर शिक्षण संस्थान मंथन कर रहे हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में दूरदृष्टि है। इसमें समस्त विद्यार्थियों को लाभान्वित करने और उनके समग्र विकास के लिए बात की गई है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी शिक्षा अर्जित करने के बाद स्वरोजगार प्रारंभ करें यह बहुत ही महत्वपूर्ण है। विश्व विद्यालय के शिक्षक शिक्षा नीति के सभी पहलुओं से परिचित हो।
बतौर विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सदस्य प्रोफ़ेसर आरएन त्रिपाठी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मानवता के साथ-साथ प्रकृति को भी जोड़ा गया है। इससे व्यक्ति के चरित्र निर्माण के साथ राष्ट्र निर्माण का भी काम हो सकेगा । राष्ट्रीय शिक्षा नीति के चलते देश एक भारत श्रेष्ठ भारत बनने की ओर अग्रसर है।
अतिथियों का स्वागत संकाय अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र एवं आभार डॉ सुनील कुमार ने व्यक्त किया. वेबिनार का संचालन डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने किया। वेबिनार का संयोजन डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ चंदन सिंह, डॉ नितेश जायसवाल, अभिषेक कटिहार ने किया। इस अवसर पर प्रो मानस पांडे, प्रोफेसर एच सी पुरोहित, प्रो विक्रम देव, डॉ राकेश यादव,डॉ जगदेव, डॉ तरुणा गौर, डॉ प्रमोद यादव, डॉ श्याम कन्हैया सिंह, डॉ अनु चौहान समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
Thursday, 22 October 2020
Wednesday, 21 October 2020
सोशल एकाउंट को स्ट्रांग बनाएं महिलाएं : डॉ. अर्चना शिवहरे
उन्होंने कहा कि महिला एवं बच्चों को विशेष सावधानी बरतनी होगी क्योंकि वेबसाइट से उनकी फोटो लेकर इंटरनेट पर दुरुपयोग किया जा सकता है जो कि साइबर क्राइम के अंतर्गत आता है ऐसे में महिलाओं को अपने अकाउंट का पासवर्ड बहुत स्ट्रांग बनाना चाहिए नाम जन्मदिन आदि का पासवर्ड नहीं बनाना चाहिए। अलग—अलग एकाउंट का पासवर्ड अलग—अलग बनाना चाहिए, अपने क्रेडिट कार्ड का नंबर किसी को शेयर नहीं करना चाहिए। पब्लिक डोमेन में अपने मोबाइल का ब्लूटूथ या वाईफाई ऑन नहीं रखना चाहिए एवं सोशल मीडिया पर अपना लोकेशन शेयर नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे उसका पूरा डाटा हैक किया जा सकता है।
Tuesday, 20 October 2020
बच्चों में सीख विकसित करने में शिक्षक की अहम भूमिका: प्रो. रामजी लाल
Saturday, 17 October 2020
महिलाएं आत्मनिर्भर बनें: कुलपति
मिशन शक्ति मेगा लांच के अंतर्गत महिलाओं को किया गया जागरूक
Thursday, 15 October 2020
सभी के लिए हाथ स्वच्छता को जन आंदोलन बनाना है: प्रो. निर्मला एस. मौर्य
विश्व हाथ धुलाई दिवस पर आयोजित हुआ वेबीनार
राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ के तत्वावधान पूर्वान्ह 10 बजे से 11 बजे तक 'विश्व हाथ धुलाई दिवस' पर जागरूकता और व्यवहार परिवर्तन के संबंध में एक वेबीनार आयोजित हुआ। इस वेबीनार की मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे देश में प्राचीन काल से ही स्वच्छता पर विशेष बल दिया गया है।आज कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से निपटने के लिए एवं उसके संक्रमण को रोकने के लिए हमें हाथों की सफाई पर विशेष बल देना होगा। इसके साथ ही साथ 2 गज की दूरी, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, साबुन सैनिटाइजर तथा सार्वजनिक स्थानों पर कोविड- 19 प्रोटोकॉल का अनुपालन करके ही हम कोरोना को पराजित कर सकते हैं।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राज्य संपर्क अधिकारी एवं विशेष कार्याधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना उत्तर प्रदेश शासन डॉ अंशुमालि शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि जागरूकता और व्यवहार परिवर्तन कार्यक्रम का व्यापक रूप से प्रचार -प्रसार कर के हम कोरोना पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ ने कोविड-19 में महत्वपूर्ण सेवा की है इसके लिए पूरे प्रकोष्ठ को विशेष रूप से बधाई।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में यूनिसेफ के संचार एवं विकास अधिकारी श्री दयाशंकर सिंह ने पीपीटी के माध्यम से हाथों की स्वच्छता के बारे में प्रतिभागियों को बताया और कहा कि हम विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों द्वारा ऐसे कार्यक्रम आयोजित करके लोगों को जागरूक करके कोरोना को हराने में एक दिन जरूर कामयाब होंगे।
अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री सुजीत कुमार जायसवाल ने कोरोना काल में विश्वविद्यालय द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा की और साथ ही साथ लगातार इस कार्यक्रम को संचालित करने का आह्वान किया।
स्वागत भाषण एवं कार्यक्रम की रूपरेखा कार्यक्रम समन्वयक राकेश कुमार यादव ने प्रस्तुत की। इस वेबिनर को प्रो. मानस पांडे, प्रो.मुनीब शर्मा, डॉ अमित यादव, डॉ अखिलेश शर्मा शास्त्री, डॉ उदय भान यादव,डॉ. राजश्री सिंह ने भी संबोधित किया।इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय से संबद्ध चारों जनपदों के विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, प्राध्यापक, कार्यक्रम अधिकारी, छात्र, स्वयंसेवक जूम एवं फेसबुक लाइव के माध्यम से बड़ी संख्या में जुड़े रहे। आभार ज्ञापन डॉ नितेश जायसवाल ने किया। पूरे कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग डॉक्टर धीरेंद्र चौधरी डॉ शशिकांत यादव डॉ विनय कुमार वर्मा ने प्रदान किया।
Friday, 9 October 2020
विश्वविद्यालय परिवार ने कोविड-19 से सुरक्षा का लिया संकल्प
Friday, 2 October 2020
प्रो. निर्मला एस.मौर्य को मिला महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार
गांधी जयंती पर ऑनलाइन समारोह में दिया गया सम्मान
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.निर्मला एस.मौर्य समेत विभिन्न क्षेत्र की 13 हस्तियों को शुक्रवार को दिया गया महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार। यह अंतरराष्ट्रीय सम्मान शांति के उन्नायक महात्मा गांधी की 151 वीं जयंती पर ओस्लो, नॉर्वे की संस्था भारतीय - नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम द्वारा ऑनलाइन दिया गया। यह सम्मान समाज सेवा और विश्व शांति साहित्य सेवा और पत्रकारिता के क्षेत्र में दुनिया के प्रतिष्ठित लोगों को दिया जाता है।गांधी जयंती पर समाजसेवा एवं विश्वशांति के लिए अमूल्य योगदान एवं लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए प्रख्यात चिंतक, समाजसेवी एवं सम्पादक श्री गुलाब कोठारी, जयपुर को सर्वोच्च सम्मान मिला। इस श्रेणी में गोवा की पूर्व राज्यपाल एवं लेखिका श्रीमती मृदुला सिन्हा, नई दिल्ली, ओस्लो के समाचार पत्र आकेर्सआवीस ग्रूरुददालेन के सम्पादक यालमार शेलांद, नॉर्वे एवं यूनाइटेड किंगडम के वरिष्ठ समाजसेवी और राजनीतिज्ञ श्री वीरेन्द्र शर्मा, लन्दन को सम्मानित किया गया।
साहित्य एवं संस्कृति के क्षेत्र में प्रसिद्ध लेखक एवं आलोचक प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा उज्जैन, वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. निर्मला एस. मौर्य, चेन्नई, हिंदी एवं पंजाबी के प्रसिद्ध लेखक प्रो. हरमहेन्द्र सिंह बेदी, अमृतसर और नॉर्वेजियन लेखिका इंन्विल्ड क्रिस्तीने हेरजोग, ओस्लो को सम्मानित किया गया।
पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए वरिष्ठ सम्पादक श्री सुभाष राय, लखनऊ, संपादक श्रीमती सर्वमित्रा सुरजन नई दिल्ली, सम्पादक राजीव सिंह, लखनऊ, सांस्कृतिक पत्रकार श्री राजेश विक्रान्त, मुंबई एवं मीडिया विश्लेषक प्रो सन्तोष तिवारी, लखनऊ को भी मिला पुरस्कार।
ओस्लो में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मान समारोह की मुख्य अतिथि नार्वेजीय अरबाइदर पार्टी की राजनेत्री एवं ओस्लो नगर पार्लियामेंट में मंत्री सुश्री रीना मारियम हांसेन, वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली आयोग, भारत सरकार के चेयरमैन श्री अवनीश कुमार एवं केंद्रीय हिंदी निदेशालय, नई दिल्ली के श्री दीपक पांडेय और कार्यक्रम सचिव श्री थूरस्ताइन विंगेर, उपस्थित रहे।
सकारात्मक सोच से ही होगा विकास: कुलपति
Thursday, 1 October 2020
ऑनलाइन सम्प्रेषण में है कई सहूलियतें तो है कुछ दिक्कतें भी- कुलपति
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्विद्यालय के एच आर डी विभाग ने एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया.कोविड-19 के वर्तमान परिवेश को ध्यान में रखते हुए मुख्य वक्ता कॉरपोरेट प्रशिक्षक प्रमोद कुमार सिंह ने कार्यक्रम के विषयवस्तु “डूस एंड डोंट्स ऑफ़ ऑनलाइन कम्युनिकेशन : मैनेजिंग द चैलेंजेज ऑफ़ कोविड-19 पैन्ड़ेमिक” अपनी बात रखी.उन्होंने कहा कि ऑनलाइन संपर्क में भाव भंगिमा, औपचारिक वेष-भूषा, बोली भाषा का विशेष महत्व है.