Friday, 22 October 2021

कोडिंग डिकोडिंग की व्यवस्था भ्रष्टाचार रोकने के लिए बनी: कुलपति

विद्यार्थियों से गुमराह नहीं होने की अपील


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस.मौर्य ने कहा कि मूल्यांकन में गड़बड़ी रोकने के लिए कोडिंग और डिकोडिंग की नई व्यवस्था की गई है। यह प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय मूल्यांकन व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में कुछ दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थी कोडिंग डिकोडिंग की नई व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन से लेकर अंक पत्र बनाने तक की व्यवस्था में किसी प्रकार की गड़बड़ी और भ्रष्टाचार को  रोकने के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है । इस पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि जिन विद्यार्थियों को लगता है कि उनके अंकपत्र में गड़बड़ी हुई है वह चुनौती मूल्यांकन करा सकते हैं। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखकर श्रेणी सुधार की परीक्षा भी शीघ्र कराने पर विचार कर रहा है। कुलपति प्रोफेसर मौर्य ने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के हित के लिए है और किसी भी प्रकार उनका अहित नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ छात्र संगठन एवं अन्य लोग उन्हें गुमराह करके विश्वविद्यालय में धरना प्रदर्शन के लिए ला रहे हैं जो कि गलत है और विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी है । उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की है कि  उनकी जो भी समस्या हो वह अपने महाविद्यालय के प्राचार्य के माध्यम से भिजवायें। विश्वविद्यालय प्राथमिकता के आधार पर उसका समाधान करेगा।

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