Tuesday, 28 February 2023
हाइड्रोजन व सोलर एनर्जी के शोध पर विशेष ध्यान: प्रो. निर्मला एस मौर्य
भारत का निर्माण करने वाले शिल्पकार हैं युवाः नितिन गडकरी
Thursday, 23 February 2023
मेधा का उपयोग समाज के लिए करें विश्वविद्यालयः राज्यपाल
Wednesday, 22 February 2023
विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का हुआ पूर्वाभ्यास
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में बुधवार को 26 वें दीक्षांत समारोह का पूर्वाभ्यास किया गया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने स्वर्णपदक पाने वाले विद्यार्थियों को पूर्वाभ्यास कराया.
महिलाएं साइबर अपराधियों के खिलाफ करें रिपोर्ट- वर्षा सिंह
Wednesday, 15 February 2023
एक नेशन एक एजुकेशन से बनेगा श्रे्ष्ठ भारतः अश्वनी उपाध्याय
शिक्षा के साथ परंपरा और संस्कारों को भी सीखें विद्यार्थीः कुलपति
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में बुधवार को दीक्षांत व्याख्यानमाला के क्रम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ के तत्वावधान में व्याख्यानमाला के तहत पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों का भारत विषय पर संगोष्ठी हुई। इस अवसर पर कानून व्वयस्था में सुधार के लिए जनहित याचिका दाखिल कर चर्चा मं आने वाले सुप्रीम कोर्ट के प्रतिष्ठित अधिवक्ता अश्वनी कुमार उपाध्याय ने कहा कि दीनदयाल जी एक भारत - श्रेष्ठ भारत चाहते थे।
संविधान की प्रस्तावना का भी यही उद्देश्य था। उनका मानना है कि शासक भी अच्छा हो कानून व्यवस्था भी अच्छी हो और शिक्षा भी अच्छी हो तभी श्रेष्ठ भारत का निर्माण हो सकता है। समान अवसर तब मिलेगा जब एक नेशन एक एजुकेशन देश में होगी। उन्होंने कहा कि युवाओं को सोशल मीडिया का प्रयोग राष्ट्रहित और राषट्र निर्माण के लिए करना चाहिए। उन्होंने समस्याएं को खत्म करने के लिए देश मे कड़े नियम-कानून की वकालत की। उन्होंने सऊदी अरब का उदाहरण देते हुए कहा कि 1975 से पहले वह रेगिस्तान था, लेकिन सख्त कानून-व्यवस्था के वजह से आज वह आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश को सांस्कृतिक रूप से आजाद होना पड़ेगा तभी यह श्रेष्ठ भारत बन पायेगा।
संगोष्ठी में कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने कहा कि विश्वविद्यालय में विद्यार्थी शिक्षा के साथ परंपरा और संस्कारों में भी जीना सीखते है। विद्यार्थियों को जीवन में सकारात्मक सोच रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान के धरातल पर अतीत के सहारे भविष्य की जो सोच रखता है वही जननायक होता है। पंडित जी का दर्शन एकात्म मानववाद का था। कुलपति का मानना है कि भाषाएं अलग हो सकती हैं किंतु व्यक्ति और दिल अलग नहीं हो सकते।
कार्यक्रम संचालन डॉ अनुराग मिश्र और विषय प्रवर्तन डॉ राहुल राय ने किया। इसके पूर्व कुलपति एवं मनोज मिश्र द्वारा संपादित पुस्तक मुख्य अतिथि को भेंट की गई। मुख्य वक्ता का परिचय डॉक्टर अंकित कुमार ने दिया। धन्यवाद ज्ञापन जनसंचार विभागाध्य्क्ष डा. मनोज मिश्र ने किया। इस अवसर पर प्रो. अजय द्विवेदी, डॉ अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. मिथिलेश सिंह, डॉ. मंगला यादव, डॉ अंकित सिंह, डॉ रामजीत सोनकर, डॉ. वनिता सिंह, डॉ. प्रियंका कुमारी, डॉ. सुनील कुमार, डॉ प्रमोद यादवा , डॉ मनोज, डॉ रसिकेश, डॉ इन्द्रेश कुमार आदि मौजूद रहे।
Monday, 13 February 2023
प्रतिभा निखारने का मंच है प्रतियोगिता : प्रो. निर्मला एस. मौर्य
Saturday, 11 February 2023
Thursday, 9 February 2023
संस्कृति और विरासत को सजोयेगा विश्वविद्यालयः प्रो. निर्मला एस मौर्य
विश्वविद्यालय में बनेगी हेरिटेज गैलरी
उत्तर प्रदेश सरकार ने 20 लाख रूपये किया स्वीकृत
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युवा पीढ़ी को विरासत से जोड़ने के लिए कल्चरल क्लब की होगी स्थापना
जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में प्रदेश की कल्चरल क्लब योजना के अंतर्गत हेरिटेज गैलरी बनेगी। विश्वविद्यालय ने इसके लिए संस्कृति निदेशालय को प्रस्ताव भेजा था जिसकी प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति मिल गई।
विश्वविद्यालय
में प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण एवं प्रोत्साहन करने एवं युवा
पीढ़ी की समृद्ध विरासत से जोड़ने के लिए कल्चरल क्लब की स्थापना की जाएगी।
विश्विद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि यह बहुत ख़ुशी की बात है
कि उत्तर प्रदेश संस्कृति निदेशालय ने हमारे
विश्वविद्यालय को चयनित किया है. इसके माध्यम से संस्कृति और विरासत को सामने लाया
जायेगा।
हेरिटेज
गैलरी में विश्वविद्यालय के विकास से लेकर
उत्कृष्ट कीर्तिमान स्थापित करने वाले पूर्व विद्यार्थियों की फोटो को जगह मिलेगी।
विभिन्न पुरस्कार प्राप्त विद्वानों, लेखकों, वैज्ञानिकों की फोटो भी गैलरी में देखने को मिलेगी. स्थानीय
संस्कृति एवं विरासत, कलाकृतियों का प्रदर्शन किया जायेगा. उन्होंने हेरिटेज गैलरी की स्थापना के लिए
वित्त अधिकारी संजय कुमार राय एवं शिक्षकों के साथ विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय
के नवीन भवन का निरीक्षण कर विविध बिन्दुयों पर चर्चा की. वित्त अधिकारी संजय
कुमार राय ने बताया कि हेरिटेज गैलरी के लिए विश्वविद्यालय द्वारा भेजे गए
प्रस्ताव पर बीस लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति मिली है। इस प्रस्ताव को जनसंचार
विभाग के शिक्षक डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर द्वारा तैयार किया गया था।
इस अवसर पर प्रो
मानस पाण्डेय, प्रो राम नारायण, डॉ मनोज मिश्र, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, अमृत लाल,
डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य उपस्थित रहे।