Wednesday, 25 December 2024

कुशल प्रबंधन, अनुशासन ही सफलता की कुंजी : नुरुल होदा

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध विभाग के बी.बी.ए. के छात्रों का औद्योगिक भ्रमण के तहत छात्रों को हरियाणा के मानेसर औद्योगिक इकाइयों का भ्रमण कराया गया ।
हरियाणा के मानेसर औद्योगिक सम्पदा में स्थित प्रेसिशन मेटल्स एंड प्रेफाब सलूशन्स में छात्रों को शीट मेंटल पार्ट्स का निर्माण प्रक्रिया के बारे में बताया गया l कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नुरुल होदा ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कुशल प्रबंधन नेतृत्व एवं अनुसाशन  ही व्यवसाय संस्थानों की सफलता की कुंजी है l
 गुणवत्ता के लिए आई.एस ओ .9001-2015 प्रमाणित कंपनी सी. एन. सी. लेज़र कट एवं प्रेस बेंडिंग वेल्डड तकनीक से प्री- इंजीनियर्स, ऑटोमोबाइल पार्ट्स,मेंटल बिल्डिंग,इंडस्ट्रियल शेड्स एवं माल गोदाम आदि का निर्माण करती है l श्री नुरुल होदा ने कहा कि जस्ट इन टाइम तकनीक, शून्य त्रुटि सहनशीलता एवं उच्च गुणवत्ता से ही ग्राहक को बेहतरीन उत्पाद से संतुष्ट किया जा सकता है l  छात्रों को कंपनी का अनेक विभागों का दौरा कराया गया, जिसके बाद छात्रों ने अपना प्रोजेक्ट का प्रस्तुतीकरण किया ।  छात्रों द्वारा मैनेजमेंट सम्बंधित सवाल किया गया जिसका उत्तर व्यावहारिक उदाहरण देकर समझाया गया lव्यवसाय प्रबंध के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर मुराद अली ने अपने सन्देश में कहा कि ऐसे भ्रमण से  व्यवसाय प्रबंध के विद्यार्थियों को अलग अलग उद्योगों का तुलनात्मक अनावरण करने में मदद मिलती है l समरीन तबस्सुम ने कंपनी के प्रबंध निदेशक नुरुल होदा को  स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया एवं डॉ. विकास कुमार सिंह  ने धन्यवाद ज्ञापन  दिया l
इसके बाद विद्यार्थियों को मानेसर स्थित  फाइन कोट्स कंपनी का दौरा कराया गया, जहाँ उन्हें कंपनी के प्रबंधक के.के. मिश्रा ने मैटेलिक पेंटिंग का विभिन्न प्रक्रिया से अवगत कराया l

Tuesday, 24 December 2024

समर्थ पर शिक्षक अपडेट करें प्रोफाइल – कुलपति

विश्वविद्यालय में समर्थ की प्रगति को लेकर हुई बैठक
जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में मंगलवार को कुलपति प्रो. वंदना सिंह की अध्यक्षता में समर्थ पोर्टल के क्रियान्वयन एवं प्रगति हेतु  अधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों की बैठक हुई । बैठक में समर्थ पोर्टल के विभिन्न मॉड्यूल पर कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने प्रभारियों से विस्तार से चर्चा की ।
बैठक में कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि  समर्थ पर  परिसर के शिक्षक आतंरिक एवं प्रायोगिक परीक्षा के अंक अपलोड करे । समर्थ पर शिक्षकों के प्रोफाइल को भी अपडेट करने के निर्देश दिए । उन्होंने गवर्नेंस  मॉड्यूल की समीक्षा की । इसके साथ ही समर्थ पोर्टल के अन्य मॉड्यूल की प्रगति के लिए सम्बंधित प्रभारियों से बिन्दुवार चर्चा की ।
कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि  समर्थ पोर्टल से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव आ रहे है । इसका लाभ शिक्षकों और विद्यार्थियों  को सीधे तौर पर मिलेगा । उन्होंने कहा कि समर्थ पोर्टल के क्रियान्वयन में किसी को कोई समस्या आती है तो उसे शीघ्र दूर किया जायेगा ।
गौरतलब है कि "समर्थ" शिक्षा मंत्रालय द्वारा सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा पर राष्ट्रीय मिशन के तहत शुरू की गई एक पहल है, जिसका उद्देश्य विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों को छात्रों, कर्मचारियों और अन्य हितधारकों के लिए सेवाओं की योजना, प्रबंधन, वितरण और निगरानी के लिए एक डिजिटल ढांचे के माध्यम से सक्षम बनाना है। 
इस अवसर पर वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक डॉ विनोद कुमार सिंह, प्रो अजय द्विवेदी,  प्रो अजय प्रताप सिंह, प्रो मनोज मिश्र, प्रो. राजेश शर्मा,  प्रो रजनीश भास्कर, प्रो. देवराज, प्रो मिथिलेश सिंह, डॉ मनीष गुप्ता, नोडल अधिकारी डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. पुनीत धवन, डॉ. गिरिधर मिश्र, उप कुलसचिव अजीत प्रताप सिंह, समेत  अन्य  उपस्थित रहे ।

Monday, 23 December 2024

प्रायोगिक शिक्षा की महत्त्वपूर्ण कड़ी है टूर : कुलपति


जौनपुर।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध विभाग के बी.बी.ए. के छात्रों का औद्योगिक भ्रमण को कुलपति प्रोफेसर वन्दना सिंह ने शुभकामनाएं देते हुए रवाना किया l
अपने सन्देश में  कुलपति ने कहा कि औद्योगिक भ्रमण प्रायोगिक शिक्षा की महत्वपूर्ण कड़ी है l  सैद्धांतिक शिक्षा को पूर्ण करने के लिए प्रायोगिक शिक्षा जरुरी है। औद्योगिक भ्रमण प्रायोगिक शिक्षा पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है l
उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि अपने  भ्रमण के दौरान सीखे गए तथ्यों को  शिक्षा में प्रयोग करे जिससे वे कुशल प्रबंधक बन सके l
व्यवसाय प्रबंध विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रो मुराद अली ने कहा कि विभाग ऐसे औद्योगिक भ्रमण नियमित रूप से आयोजित करता हैँ जिससे व्यवसाय प्रबंध के विद्यार्थियों को व्यवसाय जगत के बारे में नये दृष्टिकोण से अध्ययन करने का अवसर मिलता हैँ l राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार छात्रों के वोकेशनल पाठ्यक्रमों को औद्योगिक जगत से जोड़ा गया हैँ l छात्रों दिल्ली, मानेसर, हापुड़, ग़ज़ियाबाद आदि के औद्योगिक इकाईयों का भ्रमण करेंगे और उसके आधार पर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेंगे l इस अवसर पर डॉ.विकास कुमार सिंह, समरीन तबस्सुम, उद्देश्य कुमार सिंह, मोहम्मद सहाबुद्दीन, सुनील कुमार मौर्या  एवं बी.बी.ए. के छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे l

पीयू में अटल बिहारी वाजपेयी जन्म शताब्दी समारोह मना


 विभिन्न प्रतियोगिताओं किया गया आयोजन 

जौनपुर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश के क्रम में  वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस के अवसर पर 18 से 25 दिसंबर 2024  के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रमों में सोमवार को  आर्यभट्ट सभागार रज्जू भइया संस्थान में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी पर एक कार्यशाला एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसका  विषय: "अटल जी एवं सुशासन" भाषण प्रतियोगिता, विषय: अटल जी एवं सुशासन एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन एवं उनकी प्रमुख कविताओं पर आधारित एकल काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ नितेश जायसवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि अटल जी केवल एक राजनीतिज्ञ ही नहीं, बल्कि देश के लिए समर्पित एक प्रेरणास्रोत थे। उनकी दूरदर्शिता, ओजस्वी वाणी, और नेतृत्व ने देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने सदा देशहित को प्राथमिकता दी और राजनीति को सेवा का माध्यम बनाया। कार्यक्रम समन्वयक रासेयो डॉ राज बहादुर यादव ने कहा कि अटल जी के विचार और उनका नेतृत्व आज भी हमें प्रेरणा देता है। वे हमें सिखाते हैं कि कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य और साहस से काम लेना चाहिए। आज हम सबको संकल्प लेना चाहिए कि हम उनके विचारों और आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएँगे और उनके सपनों का भारत बनाने में अपना योगदान देंगे। डॉ विजय प्रकाश सिंह, डॉ मनोज कुमार दुबे एवं डॉ अजीत कुमार मिश्रा ने भी अटल जी पर अपना विचार व्यक्त किए।  काव्य, भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल के रूप में डॉ मनोज कुमार दुबे, डॉ अजीत कुमार मिश्रा राजकीय महाविद्यालय मुफ्तीगंज एवं डॉ विजय प्रकाश सिंह, राजकीय महिला महाविद्यालय शाहगंज,  डॉ अवधेश कुमार मौर्य, शिया डिग्री कालेज, डॉ सोमारूराम,  बायलसी पीजी कॉलेज,  डॉ सिकंदर यादव, डॉ श्याम प्रकाश उपस्थित रहें। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान साक्षी यादव, नूरुद्दीन खां गर्ल्स पी जी कालेज मल्हनी, द्वितीय स्थान रिया सिंह, सल्तनत बहादुर महाविद्यालय बदलापुर, तृतीय स्थान, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अभिनव कीर्ति पांडेय, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर, द्वितीय स्थान आफताब, टी डी पी जी कालेज जौनपुर तृतीय स्थान हिमांशु विश्वकर्मा, डॉ राम मनोहर लोहिया राजकीय महाविद्यालय शाहगंज, जौनपुर प्राप्त किया । काव्य पाठ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान गौरव जायसवाल, सल्तनत बहादुर पी जी कालेज बदलापुर, द्वितीय स्थान सुमित सिंह, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर परिसर, तृतीय स्थान सौम्या सिंह, राजकीय महिला महाविद्यालय शाहगंज जौनपुर प्राप्त किया।
 संचालन स्वयंसेवक सुमित सिंह एवं  अभिनव कीर्ति पांडेय ने किया। अतिथियों का स्वागत नोडल अधिकारी डॉ शशिकांत यादव ने किया। इस अवसर पर डॉ श्याम कन्हैया सिंह, डॉ मनोज कुमार पांडेय, डॉ चंदन सिंह, हर्ष यादव, एकता मिश्रा, स्नेहा मिश्रा, प्रियांशी मौर्या तथा विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया।

Tuesday, 17 December 2024

घाघरा-गोमती दोआब की विलुप्त नदियों का होगा भू- पुरातत्वीय अध्ययन

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) संस्थान के भू एवं ग्रहीय विज्ञान विभाग  में सोमवार को देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के भू, पुरातत्त्व एवं पुरावनस्पती वैज्ञानिकों की एक बैठक संपन्न हुई। बैठक में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय,वराणसी द्वारा प्रायोजित इंस्टिट्यूट ऑफ़ एमिनांस  परियोजना के अंतर्गत एक बहु-विषयक शोध पर चर्चा की गयी। 
इस बैठक में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की प्राचीन इतिहास विभाग की प्रो. पुष्पलता सिंह, भौमिकी विभाग के डा. आलोक कुमार, पूर्वांचल विश्वविद्यालय भू एवं ग्रहीय विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा. नीरज अवस्थी, बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थान, लखनऊ के युवा वैज्ञानिक संध्या मिश्रा, सविता अवस्थी तथा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शोधार्थी शामिल हुए । 
प्रो. पुष्प लता सिंह ने कहा कि इस शोध परियोजना में घाघरा-गोमती दोआब की विलुप्त नदियों का भू- पुरातत्वीय अध्ययन किया जायेगा। घाघरा-गोमती दोआब क्षेत्र में कई निष्क्रिय नदियाँ / धाराएँ हैं, जो पूरी तरह तलछट से भर चुकी है और जिसमें जल का प्रवाह बहुत काल से बन्द हो चुका है। वर्तमान में ऐसी नदियाँ छोटी- बड़ी झीलों के रूप में मौजूद हैं। पुरातत्त्व सर्वेक्षणों एवं अध्ययनों के अनुसार इन छोटी नदियों और झीलों के किनारे मानव सभ्यता के इतिहास के प्रमाण मिलते है। इस शोध के अंतर्गत भूविज्ञान और पुरातत्व विज्ञान की तकनीकों और विषय-वस्तु का उपयोग कर ये जानने का प्रयास किया जायेगा.  कब और क्यों ये नदियाँ मरने के कगार पर आ गई और इनसे आस-पास रह रही मानव सभ्यता पर क्या प्रभाव पड़ा।
 डा. आलोक कुमार ने कहा कि इस शोध में विभिन्न संस्थानों के आपसी सहयोग से झीलों की तलछट कोर का कालानुक्रमिक अध्ययन कर गंगा के मैदानी क्षेत्रों, विशेषकर घाघरा-गोमती दोआब में पिछले कुछ हजार वर्षों से हो रही भूवैज्ञानिक, जलवायु एवं पुरातात्विक गतिविधियों तथा उनके बीच के परस्पर संबंधों को समझने का प्रयास किया जायेगा।
कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि जौनपुर के लिए यह शोध बहुत ही महत्वपूर्ण होगा उन्होंने शोध टीम के सदस्यों से चर्चा की. रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार यादव ने सभी का स्वागत किया.  इस शोध कार्य में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थान, लखनऊ तथा रज्जू भैया संस्थान, पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के शामिल होने पर भू एवं ग्रहीय विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा नीरज अवस्थी ने धन्यवाद दिया ।

Monday, 16 December 2024

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर की सेमेस्टर परीक्षा का मूल्यांकन कार्य प्रारंभ

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में संचालित पाठ्यक्रमों की विषम सेमेस्टर की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन बाबा साहब देवरस केंद्रीय मूल्यांकन भवन में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने विधिवत पूजन के उपरांत प्रारंभ कराया.  इस अवसर पर कुलपति ने   विभिन्न पाठ्यक्रमों के उपस्थित परीक्षकों डा० धर्मेंद्र सिंह , डॉ० अशोक कुमार यादव, सत्यम उपाध्याय, डा० अंकुश गौरव, डॉ निमिषा यादव, डॉ रितेश श्रीवास्तव, डा० प्रवीण कुमार सिंह, डॉ० ऋषिकेश आदि को मूल्यांकन हेतु उत्तर पुस्तिकाओं का आवंटन किया.  उन्होंने उत्तर पुस्तिकाओं का समय पर सुचितापूर्ण मूल्यांकन करने हेतु सभी परीक्षकों को निर्देश दिया.इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने राजभवन एवं उत्तर प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश के क्रम में समर्थ पोर्टल का उपयोग करते हुए यथाशीघ्र परीक्षा परिणाम घोषित करने हेतु समन्वयक मूल्यांकन डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह एवं उनकी समस्त मूल्यांकन समिति को आवश्यक दिशा निर्देश दिया. 
उप कुलसचिव श्री अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में संचालित समस्त पाठ्यक्रमों की विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं प्रारंभ है और दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक संचालित होनी है.  जिन विषयों की परीक्षाएं संपन्न होती जा रही हैं साथ ही उन पाठ्यक्रमों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य भी होता रहेगा जिससे परीक्षा समाप्त होने के उपरांत यथा शीघ्र परीक्षा परिणाम घोषित किया जा सके.
परीक्षा मूल्यांकन के उद्घाटन अवसर पर संकाय अध्यक्ष इंजीनियरिंग विभाग प्रो  सौरभ पाल, प्रो अशोक श्रीवास्तव, डॉ प्रमोद कुमार कौशिक,  श्याम त्रिपाठी, सतीश सिंह,  मनु मिश्रा, लाल बहादुर, जय सिंह इत्यादि उपस्थित रहे. 
फोटो- मूल्यांकन केंद्र में सेमेस्टर परीक्षा का मूल्यांकन के लिए पूजन करतीं कुलपति प्रो. वंदना सिंह एवं अन्य

Sunday, 15 December 2024

स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक थे सरदार पटेल-कुलपति


- सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर किया गया नमन

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि के अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह समेत शिक्षकों ने उनकी मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने कहा कि  सरदार पटेल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक और एक सशक्त प्रशासक थे। उनका संकल्प और दृढ़ नायकत्व भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की धारा को दिशा देने में अहम रहा।  उनका कृतित्व और व्यक्तित्व हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
उन्होंने कहा कि सरदार  पटेल जी ने  देश के विभाजन के बाद भारतीय राज्यों को एकजुट करना साहसिक कार्य किया था।  उन्होंने रियासतों को भारतीय संघ में मिलाया और यह सुनिश्चित किया कि भारत की एकता बनी रहे। उनकी दृष्टि ने स्वतंत्रता के बाद भारत को मजबूत और अखंड राष्ट्र के रूप में स्थापित किया। 
इस अवसर पर प्रोफेसर प्रमोद यादव, डॉक्टर दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ श्याम कन्हैया सिंह, डॉ शशिकांत यादव, डॉ धीरेंद्र चौधरी, डॉ नवीन चौरसिया समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।

Saturday, 14 December 2024

वीबीएसपीयू: पीएचडी में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू03 जनवरी तक ऑनलाइन करे आवेदन

जौनपुर।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 14 दिसंबर 2024 से शुरू हो चुकी है। अभ्यर्थी 03 जनवरी 2025 तक समर्थ पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 

 कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने "पीएचडी प्रवेश 2024" पोर्टल को लाइव करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप युवाओं के अध्ययन-अध्यापन, अनुसंधान, नवाचार और कौशल विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने इसे छात्रों के लिए उन्नत शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करने वाला कदम बताया। इस वर्ष 52 विषयों में पीएचडी कार्यक्रमों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं, जिनकी प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी है। 

इस कार्यक्रम में पीएचडी प्रवेश 2024 समिति के समन्वयक प्रो. गिरिधर मिश्र, उप कुलसचिव बबीता सिंह, और अन्य समिति सदस्य डॉ. विक्रांत भटेजा, श्री सुशील कुमार, डॉ. धीरेन्द्र चौधरी, डॉ. अजीत सिंह, डॉ. आलोक वर्मा, डॉ. राजित राम सोनकर और श्री सुबोध कुमार ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
 ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 03 जनवरी 2025 तय की गई है।


फ़ोटो- पीएचडी प्रवेश परीक्षा के पोर्टल को ऑनलाइन करतीं कुलपति प्रो वंदना सिंह एवं शिक्षक

Friday, 13 December 2024

नगरीकरण पर्यावरण को ध्यान में रख कर हो – प्रो. वंदना सिंह

 
सहकारी पी.जी कालेज में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ आयोजन 
भारत में नगरीकरण : विकसित भारत के संदर्भ में मुद्दे एवं चुनौतियां पर हुई चर्चा 

जौनपुर. सहकारी पी.जी कालेज मिहरावां  में इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च (आईसीएसएसआर) द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी भारत में  नगरीकरण : विकसित भारत के संदर्भ में मुद्दे एवं चुनौतियां का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में देश के विभिन्न भागों से आये वक्ताओं और प्रतिभागियों ने अपने विचार प्रस्तुत किये. 
 संगोष्ठी के  उद्‌घाटन सत्र में बतौर मुख्या अतिथि  वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वन्दना सिंह ने नगरीकरण के बढ़ते विस्तार के परिप्रेक्ष्य में शहरी विकास तथा सतत विकास के मुद्दे पर विचार व्यक्त किये  एवं शहरों के परिप्रेक्ष्य को प्रकृति से जोड़ने तथा शहरों को संपोषणीय बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि  नगरीकरण पर्यावरण को ध्यान में रख कर किया जाना चाहिए.  विशिष्ट अतिथि प्रो ए. आर.  सिद्दकी अध्यक्ष, आईजीआई , इलाहाबाद विश्वविद्यालय तथा महात्मा गाँधी कशी विद्यापीठ के पूर्व कुलपति प्रो पृथ्वीश नाग ने भी अपने विचार व्यक्त किये. 
प्रबंधक सहकारी पी जी कालेज मिहरावां राजीव कुमार सिंह, डा. अरविंद कुमार सिंह प्राचार्य   उद्‌घाटन सत्र में संबोधित किया. 
 भूगोल विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो मुक्ता राजे ने विषय प्रवर्तन  तथा मंच संचालक प्रो पुष्पा सिंह ने किया। संगोष्ठी में प्रो मुक्ता राजे द्वारा लिखित पुस्तक भौगोलिक चिंतन का विमोचन हुआ.  संगोष्ठी का अध्यक्षीय उद्बोधन  डा० प्रमोद कुमार सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ राज बहादुर यादव ने संपन्न किया। संगोष्ठी के प्रथम सत्र में प्रो प्रो ए. आर.  सिद्दीकी ने शहरीकरण में नवीन चुनौतियों और समाधान दोनों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा इंटरनेट आफ थीम्स के विषय पर प्रो अविनाश पाथर्डीकर ने शहरीकरण का प्रभाव परिवार व संस्कृति पर, प्रो किरण सिंह ने भारतीय शहरों में प्राकृतिक संसाधनों के सतत व वहनीय प्रयोग तथा समस्याओं पर तथा प्रो सरफराज आलम ने नव उदारीकरण के शहरों पर पड़ने वाले प्रभावों के विषय में गंभीर चिंतन प्रस्तुत किया.फोटो- संगोष्ठी में  भौगोलिक चिंतन    पुस्तक का विमोचन करतीं कुलपति एवं अन्य अतिथि

Monday, 9 December 2024

पीयू विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय सुविधा के लिए प्रतिबद्धः प्रो. वंदना सिंह

छात्रों को इंडस्ट्रियल इक्स्पोजर दिया जाना चाहिएः नवल किशोर पांडेय

विश्वविद्यालय इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग एक्सपर्ट को भी जोड़ेः विनीत सिंह

अलुमिनी सेल को स्ट्रेंगथन करने पर जोर दे विविः डॉ. क्षितिज शर्मा

शोध की गुणवत्ता, रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने समेत 37 निर्णय लिए गए

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में सोमवार को आई.क्यू.ए.सी. (आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ) की बैठक कुलपति प्रो. वंदना सिंह की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में आयोजित हुई। बैठक में विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम और शोध की गुणवत्ता में सुधार और छात्रों को रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के लिए कुल 37 निर्णय लिए गए|  इसमें औद्योगिक और शैक्षणिक विशेषज्ञों ने भाग लिया।

कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।  इस क्रम में शैक्षिक सुधार के साथ- साथ विश्वविद्यालय शोध और रोजगार के अवसर प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बैठक में लिए गए निर्णय विश्वविद्यालय में शोध और शिक्षण की गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होंगे।

बैठक में ए.वी.पी. सोडेक्सो अदानी अकाउंट्स के एसोसिएट एडिशनल डायरेक्टर नवल किशोर पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय में संसाधनों की कमी नहीं है। विश्वविद्यालय के छात्रों की इंडस्ट्रियल एक्स्पोजर दिया जाना चाहिए जिससे की शिक्षा को रोजगारपरक बनाया जा सके,  साथ ही वह अपने संस्था में विश्वविद्यालय के छात्रों हेतु इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करने पर भी सहयोग करेंगे। विनीत सिंह एंड एसोसिएट, गुरुग्राम के एम.डी. एवं चेयरमैन विनीत सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय को पुस्तकालय में छात्रों हेतु इन्डस्ट्रियल मैगज़ीन की सुविधा भी प्रदान की जानी चाहिए जिससे छात्रों मे रुचि बढ़े, साथ ही साथ विश्वविद्यालय को विभिन्न क्षेत्रों के इन्डस्ट्रियल ट्रेनिंग एक्सपर्ट को भी जोड़ना चाहिए। चिकित्सक डॉ. क्षितिज शर्मा ने कहा कि अलुमिनी सेल को स्ट्रेंगथन करने पर विशेष जोर दिया जाना चाहिए। बैठक में अन्य कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनमें शोध की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उच्च प्रभावकारी पत्रिकाओं में शोध कार्य प्रकाशित करने पर प्रोत्साहन राशि प्रदान करने की नीति को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग को प्रोत्साहन देने के लिए कार्ययोजना तैयार करने हेतु एक समिति गठित करने का निर्णय लिया गया।

बैठक में महाविद्यालयों के शोध छात्रों को विश्वविद्यालय की प्रयोगशालाओं में शॉर्ट टर्म विजिट की अनुमति देने का निर्णय हुआ। पेटेंट के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने और SWAYAM पोर्टल के पाठ्यक्रमों को क्रेडिट आधारित प्रणाली में शामिल करने की योजना को भी स्वीकृति मिली।

इसके अतिरिक्त, छात्रों के लिए नियमित बस सेवा, योग को पाठ्यक्रम में शामिल करने, पीएच.डी. थीसिस के ऑनलाइन और समयबद्ध मूल्यांकन  और राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग संस्थानों में भागीदारी बढ़ाने के लिए निदेशक रैंकिंग्स” को नामित करने का निर्णय भी लिया गया।

बाह्य विशेषज्ञों की टीम ने कुलपति के साथ रज़्जू भइया संस्थान,  इंजीनियरिंग संस्थान और प्रबंध अध्ययन संस्थान का विज़िट किया। समन्वयक, आई.क्यू.ए.सी. प्रो. गिरिधर मिश्र ने बैठक की शुरुआत में सभी सदस्यों का स्वागत किया। बैठक में प्रो. सौरभ पाल, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. अजय द्विवेदी,  प्रो. मनोज मिश्र, प्रो. प्रमोद कुमार यादव, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. रजनीश भास्कर,  डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव,  डॉ. संजीव गंगवार,  कुलसचिव महेंद्र कुमार समेत समिति सदस्य उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन आई.क्यू.ए.सी. सह समन्वयक डॉ. धीरेन्द्र चौधरी ने किया।

Friday, 6 December 2024

पीयू में महापरिनिर्वाण दिवस पर बाबासाहेब को दी गई श्रद्धांजलि

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस पूरे उत्साह और गरिमा के साथ शुक्रवार को मनाया गया। यह कार्यक्रम बाबा साहब के विचारों और उनके सामाजिक योगदान को याद करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके की गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव महेंद्र कुमार ने बाबा साहब के योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे केवल भारत के संविधान निर्माता ही नहीं थे, बल्कि सामाजिक न्याय, समानता और मानवाधिकारों के प्रति समर्पित व्यक्ति थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने अपनी शिक्षा और विचारों से एक नए समाज की नींव रखी, जिसमें हर व्यक्ति को समान अधिकार मिल सके।
वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने बाबा साहब के आदर्शों और उनके आर्थिक सुधारों पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि बाबा साहब ने सामाजिक समरसता के लिए आर्थिक सशक्तिकरण को महत्वपूर्ण बताया था। श्री राय ने कहा कि विश्वविद्यालय परिवार को उनके दिखाए मार्ग पर चलकर शिक्षा और समाज सुधार में योगदान देना चाहिए।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बाबा साहब के व्यक्तित्व और उनके संघर्षों को याद करते हुए कहा कि वे अपने समय के सबसे बड़े विचारकों में से एक थे। उन्होंने कहा कि आज हम जिस लोकतांत्रिक व्यवस्था में जी रहे हैं, वह बाबा साहब की दूरदृष्टि का परिणाम है। डॉ. सिंह ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि उन्हें बाबा साहब के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों और शिक्षकों ने भी भाग लिया।
इस अवसर पर यह भी निर्णय लिया गया कि बाबा साहब के विचारों को विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिए नियमित रूप से सेमिनार और वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

यह आयोजन विश्वविद्यालय के सभी सदस्यों को सामाजिक न्याय और समानता के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है। बाबा साहब का परिवार दिवस सभी के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन का स्रोत बना।
इस अवसर पर  उप कुलसचिव बबीता सिंह, अमृतलाल , प्रो. बी. डी. शर्मा, प्रो. गिरिधर मिश्र, डॉ. रसिकेस, डॉ. अमरेंद्र सिंह, डॉ धीरेंद्र चौधरी, डॉ मंगला प्रसाद,डॉ इंद्रजीत, डॉ राजित राम,राज नारायण सिंह,डॉ प्रमोद कुमार कौशिक, शील निधि सहित लोग उपस्थित रहे।
इसी क्रम में दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान में एक गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम संस्थान के मूट कोर्ट हॉल में आयोजित हुआ, जिसमें डॉ. अंबेडकर के विचारों और योगदान को याद करते हुए उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के निदेशक डॉ. देवराज सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर
निदेशक प्रोफेसर देवराज सिंह, डॉक्टर वनिता सिंह, डॉ. अनुराग मिश्र, डॉ. प्रियंका कुमारी, डॉ. राहुल राय, डॉ. अंकित कुमार, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. रजित राम सोनकर, डॉ. इंद्रजीत कुमार, डॉ. दिनेश सिंह, श्री प्रकाश यादव, मंगला प्रसाद यादव, डॉ. राजन तिवारी, प्रगति सिंह, सूरज सुनकर,जीशान अली, डॉ. शुभम सिंह सहित अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे।

Friday, 29 November 2024

विश्वविद्यालय परिसर टीम को योग में मिला तृतीय पुरस्कार


विशेष शर्मा का राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए हुआ चयन 

कुलपति ने विश्वविद्यालय योग टीम को दी बधाई

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर की योग टीम ने अंतर महाविद्यालयीय  पुरुष एवं महिला प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त किया है.  विश्वविद्यालय परिसर टीम को योग में  पहली बार यह पुरस्कार मिला है.  पंडित दीनदयाल राजकीय महाविद्यालय सैदपुर, गाजीपुर में इस  प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. टीम के सदस्य  विशेष शर्मा का चयन राष्ट्रीय स्तर की योग प्रतियोगिता के लिए हुआ है.

शुक्रवार को कुलपति कार्यालय में कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने टीम में शामिल विद्यार्थियों एवं कोच योग गुरु जय सिंह को बधाई दी. उन्होंने  कहा कि विश्वविद्यालय में पिछले एक वर्ष से निरंतर योग गतिविधियों के संचालित होने से बहुत सारे विद्यार्थियों ने इसे अपने जीवन से जोड़ा है. विद्यार्थी इसके सकारात्मक परिणाम को महसूस कर रहे है.  

जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो. मनोज मिश्र ने कहा कि विद्यार्थियों की मेधा के लिए योग सिद्ध है. आज डिजिटल दौर में जब एकाग्रता भंग हो रही है ऐसे समय में स्मरण शक्ति को बढ़ने एवं एकाग्रता के लिए योग को अपनाना होगा. 

योग गुरु जय सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय की योग टीम में विशेष शर्मा, भानु प्रताप यादव, सुनील वर्मा, अमित कुमार एवं आशुतोष यादव शामिल रहे. 

Friday, 22 November 2024

पीयू क्रिकेट टीम के चार खिलाड़ियों का वर्ल्ड यूनिवर्सिटी कंपटीशन के लिए चयन


खेलकूद परिषद ने कुलपति को भेंट की चार शील्ड

विश्वविद्यालय ने खेल के क्षेत्र में रचा इतिहास

विश्वविद्यालय परिसर में खुशी का माहौल, कुलपति ने दी बधाई

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पुरुष क्रिकेट टीम के चार खिलाड़ियों अमर चौधरी, त्रिपुरेश सिंहजमशेद अहमद एवं अभिषेक कौशल का चयन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी कंपटीशन के लिए तथा एक खिलाड़ी त्रिपुरेश सिंह का चयन मध्य प्रदेश की टीम में सैयद मुश्ताक अली ट्राफी प्रतियोगिता के लिए हुआ है। यह विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है। खेलकूद परिषद के सचिव प्रो ओपी सिंह ने शुक्रवार को कुलपति प्रो. वंदना सिंह को विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों द्वारा राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में जीतीं गईं ट्राफियों को सौंपते हुए बताया कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय की टीम ने शुक्रवार को  राजस्थान जेजेटी विश्वविद्यालय झुंझुनू में आयोजित अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय कबड्डी पुरुष के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करने के  साथ ही कबड्डी की टीम नें खेलो इंडिया प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई कर लिया है। विश्वविद्यालय की पुरुष हॉकी टीम ने संभलपुर विश्वविद्यालय,उड़ीसा में आयोजित अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में आज हेमचंद दुर्ग विश्वविद्यालय को 9-0 से पराजित कर दिया है। उन्होंने बताया कि पूर्वी क्षेत्र अन्तर विश्वविद्यालयीय कबड्डी पुरूष प्रतियोगिता जो कि 06 सितम्बर  से 09 सितम्बर  तक पूर्वांचल विश्वविद्यालय में आयोजित थी उसमें भी  वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय की टीम  विजेता रही है। साथ ही पूर्वी क्षेत्र अन्तर विश्वविद्यालयीय बैडमिन्टन पुरूष प्रतियोगिता जो नेशनल स्पोर्टस विश्वविद्यालयमणिपुर द्वारा 06 से 10 नवम्बर  तक आयोजित थी उसमें भी  विश्वविद्यालय की टीम  विजेता रही है । उन्होंने बताया कि सम्बलपुर विश्वविद्यालयउड़ीसा द्वारा 11से16 नवम्बर को  आयोजित पूर्वी क्षेत्र अन्तर विश्वविद्यालयीय हाकी महिला प्रतियोगिता में भी  पूर्वान्चल विश्वविद्यालयजौनपुर की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है ।  साथ ही सम्बलपुर विश्वविद्यालयउड़ीसा द्वारा 22 से 25 अक्टूबर को आयोजित  पूर्वी क्षेत्र अन्तर विश्वविद्यालयीय बैडमिन्टन महिला प्रतियोगिता में वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय की टीम ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह खिलाडियों की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई देते हुए कहा कि आप सभी ने विश्वविद्यालय का मस्तक गर्व से ऊँचा कर दिया है . इस अवसर पर खेल कूद परिषद के सचिव प्रो ओपी सिंह, प्रोफेसर मनोज मिश्र, डॉ.सुनील कुमार, रजनीश सिंहयोगाचार्य जय सिंह,  डॉ.राजेश सिंह, सत्येंद्र सिंह सहित लोग उपस्थित रहे।

Monday, 18 November 2024

एमबीए, बी.कॉम और बीबीए के बच्चों का हुआ इंटरव्यू

स्विगी एचआर टीम का पीयू में प्लेसमेंट ड्राइव

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के तत्वावधान  में स्विगी की एचआर टीम ने एमबीए, बी.कॉम और बीबीए अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन किया। इस अवसर पर छात्रों का उत्साह देखने लायक था  और बड़ी संख्या में छात्रों ने इसमें भाग लिया। प्लेसमेंट प्रक्रिया दो चरणों में संपन्न हुई। पहले चरण में ग्रुप डिस्कशन का आयोजन किया गयाजिसमें छात्रों के संवाद कौशल,  टीम वर्क और समस्या समाधान क्षमताओं का आकलन किया गया। पहला चरण सफलतापूर्वक पार करने वाले छात्रों को व्यक्तिगत साक्षात्कार (पर्सनल इंटरव्यू) के लिए बुलाया गया। इस दौर में स्विगी की एचआर टीम ने छात्रों की व्यक्तिगत योग्यताआत्मविश्वास और कंपनी के मूल्यों के साथ उनकी सामंजस्यता की जांच की। स्विगी एचआर टीम के  प्रतिनिधि विशाल सिंह ने प्लेसमेंट ड्राइव के बारे में कहा कि छात्रों की प्रतिभा और उनकी तैयारी ने हमें प्रभावित किया। यह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मजबूत शैक्षणिक और व्यावसायिक प्रशिक्षण के स्तर को दर्शाता है।  ड्राइव के परिणाम जल्द ही घोषित किए जाएंगे  और चयनित छात्रों के लिए यह उनके पेशेवर करियर की एक शानदार शुरुआत होगी। प्लेसमेंट सेल के प्रभारी निदेशक डॉ. अमरेन्द्र सिंह ने स्विगी टीम के एचआर विशाल सिंह को मोमेंटो प्रदान किया एवम्  धन्यवाद करते हुए कहा कि यह प्लेसमेंट ड्राइव उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। भविष्य में भी हम ऐसी और पहल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।  यह प्लेसमेंट ड्राइव छात्रों की रोजगार क्षमता को प्रोत्साहित करने और विश्वविद्यालय तथा प्रमुख उद्योगों के बीच संबंध मजबूत करने के प्रयासों को दर्शाती है। कार्यक्रम दौरान संकाय अध्यक्ष प्रो. सौरभ पाल, कार्यालय प्रभारी श्याम त्रिपाठी एवम् प्लेसमेंट सेल के मुख्य छात्र सदस्य दिव्यांशु संजयरुद्रांश चतुर्वेदीश्रेया मिश्रा ,शिवांश श्रीवास्तवहरी ओम साहूआर्यन पाण्डेय ,आयुष गुप्ता उपस्थित रहे।

Wednesday, 13 November 2024

लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 148वीं जयंती पर आयोजन


 
माननीय कुलाधिपति एवं श्री राज्यपाल उत्तर प्रदेश के निर्देश के क्रम में कुलपति महोदया प्रो. वंदना सिंह के संरक्षकत्व में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 148वीं जयंती एवं राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आर्यभट्ट सभागार रज्जू भइया संस्थान बुधवार को विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुल पांच प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रथम प्रतियोगिता लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल एवं राष्ट्रीय एकता के विषय पर "सरदार वल्लभभाई पटेल: भारत की एकता और अखंडता के प्रतीक" विषय पर द्वितीय प्रतियोगिता एक पात्रीय नाट्य, तृतीय प्रतियोगिता कविता लेखन विषय: राष्ट्रीय एकता के शिल्पकार सरदार वल्लभ भाई पटेल से संबंधित, चतुर्थ प्रतियोगिता निबंध लेखन विषय:"राष्ट्रीय एकता के शिल्पकार: सरदार वल्लभभाई पटेल" एवं पंचम प्रतियोगिता देश भक्ति गीत (एकल) विषय: राष्ट्रीय एकता के शिल्पकार सरदार वल्लभभाई पटेल से संबंधित का आयोजन किया गया। इन सभी प्रतियोगिताओं में जो भी प्रथम स्थान प्राप्त करेगा उन प्रतिभागियों को  28 नवम्बर 2024 महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ वाराणसी में द्वितीय चक्र की प्रतियोगिता छः विश्वविद्यालयों के बीच आयोजन किया जाएगा। निर्णायक मंडल के रूप में राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ राज बहादुर यादव, डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ सुजीत चौरसिया, डॉ अवधेश मौर्य एवं सल्तनत बहादुर महाविद्यालय बदलापुर के कार्यक्रम अधिकारी डॉ मुमताज अहमद अंसारी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेवक सुमित सिंह ने किया। अतिथियों का स्वागत नोडल अधिकारी डॉ शशिकांत यादव ने किया।
इस अवसर पर प्रो. विक्रम देव शर्मा, रज्जू भइया संस्थान के निदेशक प्रो प्रमोद कुमार यादव, डॉ श्याम कन्हैया, डॉ नीरज अवस्थी, स्वयंसेवक आनंद सिंह एवं बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

गणितीय विधि से कई समस्याओं का हल: प्रो. सर्वेश कुमार

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में व्याख्यान माला का हुआ समापन



वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह की प्रेरणा से इंजीनियरिंग संकाय के गणित विभाग में दो दिवसीय व्याख्यान माला का  समापन बुधवार को हुआ. विषय विशेषज्ञ के रूप में प्रोफेसर सर्वेश कुमार, भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिवेंद्रम केरल के द्वारा छात्र-छात्राओं को अवकलन समीकरणों के न्यूमेरिकल हल करने के बारे में जानकारी दी. उन्होंने गणितीय विधि से कई समस्याओं का हल बताया। साथ ही कहा कि डाटा एनालिसिस, मानव शरीर में रक्त प्रवाह, पर्यावरण प्रदूषण, बैंकिंग, जल प्रदूषण की समस्याओं के निवारण में उपयोग किया जा सकता हैl  उन्होंने छात्र-छात्राओं को उद्बोधित करते हुए भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिवेंद्रम उनके लिए भविष्य की संभावनाओं को भी  विस्तार से बताया . उन्होंने
रक्त की शिराओं में खून के प्रवाह को प्रभावित करने वाले पैरामीटर के प्रभाव पर चर्चा की l भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान में  विभिन्न अंतरिक्ष उपग्रह के समय के साथ गमन मार्ग की मॉडलिंग अवकलन समीकरणों के माध्यम से करते हुए उनका उचित हल प्राप्त किया जा सकता है l इन समीकरणों  के केवल वे हल उपयुक्त होंगे जो यदि उद्योगों के लिए उपयोगिता पूर्ण हो. उन्होंने  सामान्य जीवन के कुछ उदाहरण लेकर समाकलन और अवकलन के बीच के संबंध को समझने का प्रयास किया .
इस व्याख्यान माला में प्रतिभागियों के रूप में इंजीनियरिंग संस्थान के बी टेक तथा प्रोफेसर रज्जू भैया संस्थान के एम एससी गणित एवं शोध छात्र छात्राओं ने  प्रतिभाग किया. अतिथि परिचय डॉक्टर दीपक कुमार मौर्य के द्वारा  किया गया . कार्यक्रम संचालन प्रोफेसर राज कुमार के द्वारा, अतिथियों का स्वागत प्रोफेसर मिथलेश जी द्वारा, धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुशील शुक्ला के द्वारा किया गया .

Tuesday, 12 November 2024

प्रोजेक्ट मिलने पर शिक्षकों को कुलपति ने किया सम्मानित


शिक्षकों को शोध के लिए मिली है 14 रिसर्च ग्रांट

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में  कुलपति प्रो.  वंदना सिंह ने  विश्वविद्यालय  शोध परियोजना पाने पर  परिसर के शिक्षकों  को सम्मानित किया.  विश्वविद्यालय विभिन्न विभागों के शिक्षकों को हाल ही में उच्च शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार की रिसर्च डेवलपमेंट एवं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी  परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा कुल 14 रिसर्च ग्रांट मिली है। 

इस अवसर पर कुलपति प्रो वंदना सिंह ने शिक्षकों को  बधाई देते हुए कहा कि वे अपने शोध कार्य के सभी प्रमुख उद्देश्यों को पूरा करें। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी शिक्षक मिलकर एक बहु-विषयक टीम बनाएं और भारत के परंपरागत विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर नए शोध प्रस्ताव तैयार करें। जिससे की पौराणिक विज्ञान के अनछुए पहलुओं को तथ्यपरक तरीके से दुनिया के सामने लाया जा सके | प्रो वंदना सिंह ने शोध पत्रों के प्रकाशन के साथ-साथ पेटेंट प्रकाशन करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, ताकि शोध कार्य को संरक्षित किया जा सके। विश्वविद्यालय इस दिशा में वित्तीय सहायता प्रदान करने के प्रयास में भी जुटा हुआ है, जिससे पेटेंट प्रक्रिया को सुगम बनाया जा सके। इस अवसर पर वित्त अधिकारी एवं कुलसचिव ने शिक्षकों को शोध कार्यों की सराहना करते हुए शोध के क्षेत्र में विश्व पटल पर अपना नाम अंकित करने के लिए प्रेरित किया।
प्राप्त अनुदान के अंतर्गत  विश्वविद्यालय में थर्मोइलेक्ट्रिक डिवाइसेस, कालीन उद्योग से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों के शोधन, नदियों मे व्याप्त हेवी मेटल्स, सेन्सर टेक्नॉलजी, हाइड्रोजन एनर्जी, ग्रीन लूब्रीकैन्ट, सोडीअम आयन बैटरी, कॉम्प्लेक्स मेनीफ़ोल्ड जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में शोध होगा |

 कार्यक्रम का संचालन आईक्यूएसी समन्वयक प्रो० गिरिधर मिश्र द्वारा किया गया। इस अवसर पर  प्रो० रामनारायण, प्रो० राजेश शर्मा,  प्रो० अजय द्विवेदी, प्रो० देवराज सिंह, प्रो० प्रमोद यादव, डॉ०  मनीष गुप्ता, डॉ० पुनीत धवन, डॉ० धीरेन्द्र चौधरी, डॉ० सुजीत चौरसिया, डॉ० काजल कुमार डे, डॉ० नीरज अवस्थी, डॉ० दिनेश कुमार वर्मा, डॉ० सुशील शुक्ला, डॉ० शशिकांत यादव, डॉ० श्याम कन्हैया आदि उपस्थित रहे.

Saturday, 9 November 2024

पूर्व गणतंत्र दिवस परेड में प्रतिभाग हेतु स्वयंसेवकों को कुलपति ने किया रवाना

पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 8 एनएसएस स्वयंसेवकों का दल हुआ रवाना

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ द्वारा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशन में विभिन्न महाविद्यालयों  से चयनित पूर्व गणतंत्र दिवस परेड हेतु 08 स्वयंसेवक -स्वयंसेविकाओं  का दल विश्वविद्यालय से रवाना हुआ।

कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने विश्वविद्यालय के सरस्वती सदन में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कुलपति ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़कर निश्चित तौर पर समाज और राष्ट्र के प्रति विद्यार्थियों का जो दृष्टिकोण बनेगा वह जीवन पर्यंत रहेगा। हमारे मन में सेवा भाव ही हमें सकारात्मक तरीके से जीने की प्रेरणा देता है। उन्होंने विद्यार्थियों को बधाई दी।

राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ राज बहादुर यादव ने बताया कि यह सभी स्वयंसेवक 10 से 19 नवंबर 2024 तक बी .आई.टी.पटना में आयोजित  प्रशिक्षण शिविर में  प्रतिभाग  करेंगे ,इसके बाद इनका चयन गणतंत्र दिवस परेड के लिए होगा। विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शशिकांत यादव ,शिया कॉलेज के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अवधेश मौर्य, डॉ. तेज प्रताप सिंह, कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय मंत्री, डॉ नीरज कुमार सिंह, डॉ. सुनील कुमार , डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर इस अवसर पर उपस्थित रहे।

अंतर विश्वविद्यालयीय कबड्डी प्रतियोगिता में पूर्वांचल विश्वविद्यालय बनी चैम्पियन

वीर बहादुर सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित मेजर ध्यान चन्द क्रीडा संकुल में पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालयीय कबड्डी पुरुष प्रतियोगिता में  पूर्वांचल विश्वविद्यालय की टीम विजेता रही. समापन समारोह की मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने विश्वविद्यालय कबड्डी पुरुष टीम के कैप्टन  मंजीत और कोच निर्भय सिंह को विजेता ट्रॉफी प्रदान की. उन्होंने कहा कि पूर्वी क्षेत्र की प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय का मान बढ़ाया. विशिष्ट अतिथि कुलसचिव महेन्द्र कुमार  एवं वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने   खिलाड़ियों को  बधाई दी तथा उत्साहवर्धन किया।  

प्रतियोगिता के आखिरी   दिन का पहला मैच वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी के बीच खेला गया जिसमें वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी को 32-15 के अन्तर से पराजित किया। दूसरा मैच महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, आजमगढ़ और ललित नारायन मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के बीच खेला गया जिसमें महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, आजमगढ़ ने ललित नारायन मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा को 35-21 के अन्तर से पराजित किया। तीसरा मैच मैच वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर और ललित नारायन मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के बीच खेला गया जिसमें  वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर ने ललित नारायन मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा को 39-19 के अन्तर से पराजित किया। चैथा मैच महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी और महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, आजमगढ़ के बीच खेला गया जिसमें महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी ने महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, आजमगढ़ को 31-21 के अन्तर से पराजित किया।  निर्णायक की भूमिका में रवि चन्द यादव, दशरथ पाल, विरेन्द्र यादव, मो0 अकरम, जे0पी0 सिंह, धीरज प्रसाद, प्रशान्त सिंह, श्री ध्वज, अमित कुमार, हूबलाल, राकेश यादव, लाल साहब, कमलेश सिंह, अखिलेश यादव, धर्मेन्द्र पटेल, गुलाब चन्द यादव, कन्हैया लाल, सुरेश कुमार यादव आदि रहे।समापन सत्र में  ओ0पी0 सिंह, सचिव, खेलकूद परिषद ने आये हुये अतिथियों का स्वागत किया तथा धन्यवाद दिया। उक्त अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो0 देवराज सिंह, अध्यक्ष, शिक्षक संघ, डाॅ. राहुल सिंह,  महामंत्री  डा. शैलेन्द्र प्रताप सिंह, प्रो0 राजकुमार , डा0 मनीष प्रताप सिंह, डा0 श्याम कन्हैया, डा0 दिग्विजय सिंह राठौर, डाॅ0 शेखर सिंह, प्रो0 चन्द्रभान सिंह, प्रो. अमित श्रीवास्तव, डा0 विजय प्रताप तिवारी, डा0 नृपेन्द्र सिंह, डा0 पी0के0 सिंह कौशिक, नन्द किशोर सिंह, अध्यक्ष, कर्मचारी संघ, रमेश यादव, महामंत्री, कर्मचारी संघ, रजनीश कुमार सिंह, खेल सहायक, डा0 राजेश सिंह, सत्येन्द्र कुमार सिंह, जय सिंह गहलोत, विजय प्रकाश, अल्का सिंह, भानू शर्मा, आदि उपस्थित रहे.

Friday, 8 November 2024

प्रधानमंत्री ने महिलाओं को सशक्त करने का निरंतर किया काम - डॉ. रीता बहुगुणा जोशी


वीबीएसपीयू में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन,महिला आरक्षण पर गंभीर चर्चा 
 स्व. कमला बहुगुणा की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में आयोजित हुई  प्रतियोगिता 
प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार परिसर की विद्यार्थी  अपेक्षा सिंह को मिला 

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय  जौनपुर के  आर्यभट्ट सभागार में शुक्रवार को  वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन  स्व. कमला बहुगुणा की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में किया गया. इसका संयोजन हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति समिति द्वारा किया गया. "क्या भारत में महिलाओं को आरक्षण देने से वास्तविक समानता हासिल की जा सकती है?" विषय पर प्रतिभागियों ने अपने-
अपने तर्क प्रस्तुत किए और महिला सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की. इस प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने भाग लिया.  प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार परिसर की विद्यार्थी  अपेक्षा सिंह, द्वितीय पुरस्कार टीडी कॉलेज के आफताब एवं तृतीय पुरस्कार मेधा को मिला.कुलपति प्रो. वंदना सिंह एवं अतिथियों ने विजेताओं को प्रमाण पत्र देकर  पुरस्कृत किया. कुलपति ने कहा कि नारी वंदन अधिनियम से महिलाओं को बेहतर अवसर प्राप्त होगा.कार्यक्रम में ऑनलाइन 
संबोधन में पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया है. उनकी सोच है कि इस देश में महिला केंद्रित विकास नहीं बल्कि इस देश में महिला नेतृत्व वाला विकास होगा. बचाओ- बेटी पढ़ाओ जैसे प्रयास बड़े स्तर पर किये गए.  महिलाओं को आरक्षण के प्रति युवा क्या सोचते है यह जानने के लिए देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. बहुत सारे छात्र आरक्षण के पक्ष में बोले और बहुत सारी छात्राएं आरक्षण के विरोध  में बोल रही थी.आज का युवा तर्क के साथ अपनी बात को रख रहा है. उन्होंने कहा कि महिलाएं तीनों स्तंभ में 15 प्रतिशत का आंकड़ा पार नहीं कर पाई है. विश्वविद्यालयों  में जो जब रिजल्ट ते है तो अधिकांश  गोल्ड मेडल छात्राएं  लाती  है. इनमें टैलेंट की कमी नहीं है अवसर की कमी है.

मुख्य अतिथि जौनपुर के जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने कहा कि महिला आरक्षण का मैं पूरा  समर्थन करता हूं .इस  विषय पर  सरकार ने सार्थक  कदम उठाया है तो निश्चित रूप से इसके परिणाम सुखद होंगे. उन्होंने कहा कि अंतकरण में किसी काम को करने की जिज्ञासा न हो तब तक कुछ प्राप्त नहीं किया जा सकता. उन्होंने रामधारी दिनकर सिंह की एक कविता  को भी सुनाया. विशिष्ट अतिथि पुलिस  अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने कहा कि महिला आरक्षण से हमारी  मातृ शक्ति  को  एक मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति का अतीत बहुत स्वर्णिम रहा है उसको दृष्टिगत रखते हुए यह सरकार का साहसिक निर्णय है.विशिष्ट अतिथि लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य प्रोफेसर  आरएन त्रिपाठी ने कहा कि प्रख्यात महिला नेत्री कमला बहुगुणा जी का जीवन नारी सशक्तिकरण की एक मिसाल है. वाद विवाद प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल के तौर पर डॉ. महेंद्र त्रिपाठी,डॉ. मनोज वत्स एवं डॉ छाया सिंह रहीं. 
अतिथियों का स्वागत प्रो. अजय द्विवेदी ने आभार अभिषेक शुक्ल द्वारा किया गया. संचालन उद्देश्य सिंह ने किया. इस अवसर पर प्रो.मनोज मिश्र, प्रो देवराज सिंह, प्रो प्रमोद यादव, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सुनील कुमार, डॉ रसिकेश, डॉ सुशील समेत अन्य लोग मौजूद रहे. 


Wednesday, 6 November 2024

टीम भावना से खेल में मिलती है विजय- प्रो. मनोज मिश्र


पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालयीय कबड्डी पुरुष प्रतियोगिता का हुआ शुभारम्भ


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर के मेजर ध्यान चन्द क्रीडा संकुल में  पूर्वी क्षेत्र अन्तर विश्विवद्यालयीय कबड्डी पुरुष प्रतियोगिता 2024-2025 का भव्य शुभारम्भ हुआ। प्रतियोगिता का उदघाटन बतौर  मुख्य अतिथि अनुप्रयुक्त सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. मनोज मिश्र ने किया. उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए  मुख्य अतिथि प्रो. मनोज मिश्र ने कहा कि खेल में टीम भावना से विजय मिलती है । खिलाड़ियों को खेल में सदैव अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रयास करना चाहिए ।
उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के साथ  विशिष्ट अतिथि कुलसचिव  महेन्द्र कुमार एवं वित्त अधिकारी  संजय कुमार राय से खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया. आयोजन सचिव प्रो. ओ.पी. सिंह, सचिव, खेलकूद परिषद ने अतिथियों का स्वागत तथा प्रो. राघवेन्द्र पाण्डेय, अध्यक्ष, खेलकूद परिषद ने अध्यक्षता की ।
     पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालयीय कबड्डी पुरुष प्रतियोगिता 2024-2025 का पहला मैच सरला बिरला विश्वविद्यालय और बी0आ0ए0 विश्वविद्यालय बिहार के बीच खेला गया जिसमें बी0आ0ए0 विश्वविद्यालय बिहार ने सरला बिरला विश्वविद्यालय को 40-17 के अंतर से पराजित किया। दूसरा मैच संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय और बी0एन0एम0 विश्वविद्यालय मधेपुरा के बीच खेला गया जिसमें बी0एन0एम0 विश्वविद्यालय मधेपुरा ने संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय को 41-36 के अन्तर से पराजित किया। तीसरा मैच बरहमपुर विश्वविद्यालय और केंद्रीय विश्वविद्यालय साउथ बिहार के बीच खेला गया जिसमें बरहमपुर विश्वविद्यालय ने केंद्रीय विश्वविद्यालय साउथ बिहार को 56-34 के अंतर से पराजित किया। चौथा मैच हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग और जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के बीच खेला गया जिसमें हेम चन्द यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग ने जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा को 42-32 के अंतर से पराजित किया। पांचवा मैच सम्भलपुर विश्वविद्यालय, और  सी0वी0 रमन विश्वविद्यालय के बीच खेला गया जिसमें सी0वी0 रमन विश्वविद्यालय ने सम्भलपुर विश्वविद्यालय को 57-23 के अंतर से पराजित किया। छठवाँ मैच यूनिवर्सिटी ऑफ कलकत्ता, और पं0 रवि शंकर विश्वविद्यालय, रायपुर के बीच खेला गया जिसमें पं0 रविशंकर विश्वविद्यालय, रायपुर ने यूनिवर्सिटी ऑफ कलकत्ता को 43-25 के अंतर से पराजित किया। निर्णायक की भूमिका में दशरथ पाल, रवि चन्द यादव, विरेन्द्र यादव, सुरेश यादव आदि रहे।
 उक्त अवसर पर प्रो0 चन्द्रभान सिंह, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ.श्याम कन्हैया, डॉ. अनुराग मिश्र, डॉ.विजय प्रताप तिवारी, डॉ. अंकित सिंह, डॉ.पी0के0 सिंह कौशिक, रजनीश कुमार सिंह, खेल सहायक, डॉ. राजेश सिंह, सतेन्द्र कुमार सिंह, जय सिंह गहलोत, विजय प्रकाश, अल्का सिंह, भानु शर्मा, आदि उपस्थित रहे।

Saturday, 26 October 2024

पीयू को मिला 7.13 करोड़ का शोध अनुदान

ऊर्जा के क्षेत्र में शोध के लिए डीएसटी,भारत सरकार ने जारी किया पत्र

   विश्वविद्यालय में दिवाली पूर्व खुशी का माहौल  

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने प्रतिष्ठित प्रमोशन ऑफ यूनिवर्सिटी रिसर्च एंड साइंटिफिक एक्सीलेंस (DST-PURSE) अनुदान प्रदान किया है। यह अनुदान ऊर्जा के क्षेत्र में शोध के लिए प्रदान किया गया है।इस वर्ष  यह  अनुदान  पाने वाला यह प्रदेश का अकेला विश्वविद्यालय है। इस उपलब्धि से  विश्वविद्यालय में दिवाली पूर्व खुशी का माहौल   है। यह विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो  वैज्ञानिक अनुसंधान को एक नई दिशा देगा।
कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने इस उपलब्धि को विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को नई ऊंचाई देने वाला और उत्तर प्रदेश को विज्ञान एवं नवाचार में अग्रणी स्थान पर स्थापित करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय का डीएसटी परियोजना पर्स के लिए चयन इसकी शैक्षणिक उत्कृष्टता और ज्ञान को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का स्पष्ट प्रमाण है।यह  विश्वविद्यालय ही नहीं अपितु  पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है।इस अनुसन्धान से  सौर ऊर्जा, हाइड्रोजन ऊर्जा, और उन्नत बैटरी प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में व्यापक शोध होगा। यह स्थायी ऊर्जा के क्षेत्र में समकालीन चुनौतियों का समाधान करने में सहायक होगा ।उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में पूर्वांचल विश्वविद्यालय से पूर्व  प्रदेश में स्थापित केंद्रीय विश्वविद्यालय अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं लखनऊ विश्वविद्यालय  यह विशेष सम्मान प्राप्त हुआ  है।
मार्च 2024 में भारत के लगभग 100 विश्वविद्यालयों ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, भारत सरकार को परियोजना प्रस्ताव प्रस्तुत किया था जिसके  व्यापक मूल्यांकन के बाद  अगस्त 2024 में कुलपति प्रो. वंदना सिंह के नेतृत्व में डॉ.  धीरेन्द्र चौधरी, डॉ. काजल डे  तथा  प्रो. गिरिधर मिश्र को   नई दिल्ली स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में पर्स  परियोजना प्रबंधन बोर्ड के समक्ष  इस परियोजना प्रस्ताव की प्रस्तुति के लिए बुलाया गया था।
अनुदान की प्राप्ति की सूचना प्राप्त होने पर  कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने परियोजना समन्वयक डॉ. धीरेंद्र के. चौधरी, उप समन्वयक डॉ. काजल डे, परियोजना क्रियान्वयन समिति  एवं   विश्वविद्यालय के समस्त  शिक्षकों को बधाई दिया है। स्वीकृति  पत्र प्राप्ति  के अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार,वित्त अधिकारी संजय कुमार,परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह, प्रो.मानस पाण्डेय,प्रो. अजय द्विवेदी,प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. मनोज मिश्र, प्रो. राजेश सिंह,प्रो. संदीप सिंह,प्रो. अशोक श्रीवास्तव,प्रो. रजनीश भास्कर,प्रो. प्रमोद यादवा,प्रो. मुराद अली,प्रो. राज कुमार, प्रो. मिथिलेश सिंह,प्रो. रवि प्रकाश,डॉ. विक्रांत भटेजा,डॉ.प्रमोद कुमार, डॉ. संजीव गंगवार,डॉ. सुजीत चौरसिया,डॉ. नीरज अवस्थी,उप कुलसचिव अमृतलाल,बबिता सिंह,अजीत प्रताप सिंह सहित शिक्षक उपस्थित रहे ।

Friday, 18 October 2024

भविष्य के लक्ष्यों के प्रति रहे समर्पित: प्रो अजय प्रताप सिंह


बीए के विद्यार्थियों ने फ्रेशर पार्टी कर नवागंतुकों किया स्वागत


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संकाय अनुप्रयुक्त सामाजिक विज्ञान संकाय के अनुप्रयुक्त मनोविज्ञान विभाग और जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के बी.ए. फाइनल वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा  नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए शुक्रवार को फ्रेशर पार्टी का आयोजन किया । इस आयोजन का उद्देश्य नए विद्यार्थियों का स्वागत करना और उन्हें विश्वविद्यालय के माहौल से परिचित कराना था। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में संपन्न हुआ।

इस अवसर पर प्रो. अजय प्रताप सिंह ने उच्च शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और उन्हें अपने भविष्य के लक्ष्यों के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने बताया कि इस तरह के आयोजनों से विद्यार्थी न केवल एक-दूसरे से घुलमिलते हैंबल्कि उनके आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता का भी विकास होता है।

डॉ सुनील कुमार ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य मेरीटोरियस छात्र बनने के साथ अपने ज्ञान से समाज को नई दिशा देना होना चाहिएतभी हम अच्छे नागरिक बनकर राष्ट्र निर्माण में सहभागी बन सकते हैं। डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने कहा कि शिक्षा के साथ संस्कार और व्यवहार को भी प्राथमिकता देना चाहिए यही जीवन में आगे काम आता है। डॉ जान्हवी श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों के सफलता के मंत्र समझाएं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी सृजनशीलता पर ध्यान दें।

बीए फाइनल वर्ष के विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कियाजिसमें नृत्यगायन और नाटक जैसी प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। इसके साथ हीकुछ मजेदार खेल और प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईंजिनमें फ्रेशर्स ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम में फाइनल वर्ष के विद्यार्थियों ने नए विद्यार्थियों को मंच पर बुलाकर उनका स्वागत किया और उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे अपने शैक्षणिक जीवन में बेहतर प्रदर्शन करें। संचालन सृष्टि विश्वकर्मा ने किया। इस अवसर पर डॉ अन्नू त्यागीडॉ चंदन सिंहडॉ मनोज पांडेयडॉ सुरेंद्र यादव डॉक्टर अमित मिश्रसुमित सिंह, श्वेता मौर्य, रजनीश गौतम, ईशिता, कृति, सौम्या, अनुराधा आदि उपस्थित थे।

Tuesday, 15 October 2024

देश के मुद्दों को समझने में मिलती है मददः प्रो. मानस पांडेय

यूथ पार्लियामेंट और क्विज प्रतियोगिता का किया गया आयोजन

समृद्धि साहू प्रथम, द्वितीय स्थान रहीं अंशिका यादव

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मंगलवार को फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्ट्डीज में बीकॉम के विद्यार्थियों द्वारा यूथ पार्लियामेंट तथा क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या मे विद्यार्थियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम के संरक्षक के रूप में विभागाध्यक्ष व्यावसायिक अर्थशास्त्र प्रो मानस पाण्डेय ने कार्यक्रम में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से विद्यार्थियों में सार्वजनिक विकास होता है। उन्हें देश के सामाजिक मुद्दों को समझने में मदद मिलती है ।इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने देश के विभिन्न सत्ताधारी एवं प्रतिपक्षी नेताओं के रूप में स्वयं को प्रस्तुत करते हुए बहस में प्रतिभाग किया । यहां कोई प्रधानमंत्री , कोई गृह मंत्री , कोई रक्षा मंत्री , कोई नेता , प्रतिपक्ष बना हुआ था । कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्र प्रतिभागियों ने अपनी बातों को बड़ी मुख्यता से प्रस्तुत किया , ये मुद्दे देश की तत्कालीन परिस्थितियों में अत्यंत महत्वपूर्ण है। विद्यार्थियों ने जिन मुद्दों पर अपनी बाते रखीं थी सभी मुद्दे बहुत ही समसामयिक एवं ज्वलंत है। इसमें प्रमुख रूप में नई शिक्षा नीति का अनुपालन वर्तमान शिक्षा की स्थिति, महिला सशक्तिकरण, बेरोजगारी देश की वित्तीय स्थिति भारत सरकार का विभिन्न मुद्दों, देश की सुरक्षा आदि रहे। बीकाम आनर्स के डॉ. आशुतोष सिंह ने विद्यार्थियों के प्रतिभा की सराहना की। कार्यक्रम का आयोजन बीकॉम ऑनर्स तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों के द्वारा किया गया। इसमें प्रमुख रूप से उमंग श्रीवास्तव, इशिता श्रीवास्तव, रजत अग्रहरि, कृतिका यादव , सैयद फिज़ा, इस्मत जेहरा, सृष्टि सेठ, मनाल सिद्धिकी, तसलीम फातिमा , संकल्प सोनी,पीयूष शाह इत्यादि शामिल थे। प्रतिभागियों में शांभवी राय,  समृद्धि साहू, दिव्यांशु, सचिन  इत्यादि विद्यार्थियों ने अपनी बातें रखी। कार्यक्रम के उपरांत पुरस्कारों का वितरण किया गया जिसमें प्रथम स्थान समृद्धि साहू बीकॉम सेकंड ईयर, द्वितीय स्थान अंशिका यादव, बीकॉम फर्स्ट ईयर एवं तृतीय स्थान शुभम मोदनवाल, बीकॉम फर्स्ट ईयर ने प्राप्त किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ राकेश उपाध्याय, डॉ रोहित पांडे आदि शिक्षक

Friday, 4 October 2024

व्यावसायिक सांख्यिकीय पुस्तक का कुलपति ने किया विमोचन

तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय जौनपुर के वाणिज्य विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० विशाल सिंह द्वारा लिखित व्यावसायिक सांख्यिकीय  पुस्तक का विमोचन गुरुवार को कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने किया ।यह  पुस्तक बी०कॉम० एवं एम०कॉम० के छात्रों के साथ-साथ सांख्यिकीय विषय पढ़ने वाले अन्य छात्रों के लिए लाभकारी होगी । इस अवसर पर उप कुलसचिव श्री अजीत सिंह, तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के भौतिकी विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर अमित श्रीवास्तव एवं वाणिज्य विभाग के डॉ०अवनीश कुमार एवं विश्वविद्यालय के जन संपर्क अधिकारी प्रोफेसर मनोज मिश्रा उपस्थित रहे.


Thursday, 3 October 2024

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सड़क सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम के अंतर्गत दिलाई गई शपथ

विद्यार्थियों को  दिलाई गई सड़क सुरक्षा शपथ

उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल में सड़क सुरक्षा पखवाड़ा दिनांक 02 अक्टूबर से 16 अक्टूबर 2024 के अंतर्गत गुरुवार को विश्वविद्यालय के विज्ञान संकायअनुप्रयुक्त सामाजिक विज्ञान संकायरज्जू भैया संस्थानप्रबंध अध्ययन संकायफार्मेसी संस्थानविधि संस्थान एवं इंजीनियरिंग संस्थान के छात्रों को सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाई गई ।  शिक्षकों ने अपनी कक्षाओं को प्रारंभ करने से पहले सभी छात्रों को सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाई.  उन्हें सड़क सुरक्षा के नियमों को कड़ाई से पालन करने को कहा ।

विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि आज सड़कों पर लापरवाही से वाहन  चलाने के कारण बहुत सी दुर्घटनाएं हो रही है. वाहन चलते समय अपने परिवार के बारे में जरुर सोचे । एक छोटी सी लापरवाही पुरे परिवार उजाड़ देती है जिसकी भरपाई कभी नहीं हो पाती 

कुलसचिव महेंद्र कुमार ने युवाओं से अपील की कि दो पहिया  वाहन चलाते  समय हेलमेट का प्रयोग करें ।  सड़क सुरक्षा अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. श्याम कन्हैया ने कहा कि सड़क सुरक्षा पखवाड़ा मनाने का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में जन जागरूकता के माध्यम से कमी लाना है । प्रतिवर्ष सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वालों में युवाओं की संख्या सबसे अधिक है इसलिए युवाओं को अधिक जागरूक एवं जिम्मेदार होने की आवश्यकता है जिससे भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं को कम किया जा सके । इस अवसर पर प्रो. मनोज मिश्र,  प्रो. राजेश शर्माप्रो देवराज सिंहप्रो. मनोज मिश्र, प्रो. प्रदीप कुमार,  प्रो. अजय प्रतापप्रो. रजनीश भास्करडॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर डॉ. एस पी तिवारी, डॉ. आलोक दास, डॉ. नृपेंद्र सिंहडॉ. वनिता सिंहडॉ. सोनम झा, डॉ. शशिकांत यादव, डॉ. सोनी यादव, डॉ. प्रियंका जायसवाल, डॉ. संतोष यादव,  लालबहादुर  एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के सभी स्वयंसेवक एवं  छात्र छात्राएं शपथ कार्यक्रम में उपस्थित रहें ।

Wednesday, 2 October 2024

 विश्वविद्यालय में मनाई गई महात्मा गांधी की जयंती 

-विश्वविद्यालय स्थापना दिवस पर कुलपति ने दी बधाई

 

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को नमन किया गया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह समेत शिक्षकों तथा अधिकारियों ने गांधी वाटिका में स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।  साथ ही कुलपति ने विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों को बधाई दी। गौरतलब है कि वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की स्थापना अक्टूबर 1987 को हुई थी।

स्थापना दिवस एवं गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो.वंदना सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के पथ पर चलकर हमें आजादी दिलाई थी। इस अवसर पर उन्होंने कवि प्रदीप की रचना दे दी हमे आज़ादी बिना खड्ग बिना ढाल,साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल को भी सुनाया। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि विनम्रता,सादगी,ईमानदारी और सरलता के वह पर्याय थे। जय जवान-जय किसान का नारा हमे हम सभी को  प्रेरणा देता रहेगा।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़े इसके लिए सभी को एकजुट होकर निष्ठा के साथ कार्य करना होगा। विश्वविद्यालय के गैर शैक्षणिक कर्मी  जगदंबा प्रसाद मिश्र,सुनील सिंह एवं साथियों ने रामधुन की प्रस्तुति की।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव महेंद्र कुमारवित्त अधिकारी संजय कुमार रायपरीक्षा नियंत्रक डॉ विनोद कुमार सिंहप्रो. अजय द्विवेदीप्रो. मनोज मिश्रप्रो.संदीप सिंह,प्रो.विक्रमदेव,प्रो. देवराज सिंहप्रो. राजकुमारप्रो.प्रमोद कुमार यादव,प्रो.राजेश शर्मा,प्रो.रजनीश भास्कर,प्रो.गिरिधर मिश्र,डॉ मनीष गुप्तडॉ. रसिकेस,डॉ. मनीष प्रताप सिंह,डॉ. नृपेन्द्र सिंह,डॉ. परमेंद्र विक्रम सिंह,उप कुलसचिव अमृतलाल,अजीत प्रताप सिंह,दीपक कुमार सिंह,  श्रीमती बबीता सिंहडॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य,डॉ. पीके कौशिक,हेमंत कुमार श्रीवास्तव,डॉ. इंद्रेश,राजेन्द्र सिंह समेत विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।