Saturday 30 November 2013

तनाव वैवाहिक सम्बन्धों में विघटन का कारण


व्यवहारिक मनोविज्ञान विभाग द्वारा विवाह एवं परिवार परामर्श विषयक विशेष व्याख्यान का आयोजन 
जौनपुर : वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवहारिक मनोविज्ञान विभाग द्वारा विवाह एवं परिवार परामर्श विषयक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।मुख्य वक्ता पामबीच एलांटिक विश्वविद्यालय फ्लोरिडा के प्रो डेविन कारशन  ने कहा कि आज के समय में पुरे विश्व में विवाह और परिवार से जुड़े मुद्दों से लोगों को निजात दिलाने के लिए परामर्श लाभकारी सिद्ध हो रहा है।जीवन का तनाव पूर्ण वातावरण वैवाहिक सम्बन्धों में विघटन का बड़ा कारण  बन कर सामने आया है।पश्चिमी देशों में  यह समस्या बड़े रूप में देखने को मिलती है।भारत में सामाजिक बंधन और संयुक्त परिवार स्वरुप के कारण कुछ हद तक स्थिति बेहतर है।
उन्होंने कहा कि जैसे जैसे एकल परिवार का स्वरुप बढ़ रहा है विवाह और पारिवारिक समस्याएं बढ़ती जा रही है।एकल परिवार में पति पत्नी अपनी समस्याओं को सुलझा नहीं पाते और छोटी छोटी बातें बड़ा रूप लेलेती हैं। अगर परिवार के सभी सदस्य एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करे तो प्राथमिक स्तर पर कोई समस्या पैदा ही नहीं होगी।
 इसी क्रम मैं आइडाहो विश्वविद्यालय अमेरिका के  सचिन जैन ने कहा कि भारतीय परिवेश के लोगों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है।परिवार और वैवाहिक सम्बन्धों में आने वाली समस्याओं पर काउंसलर से बिना संकोच के बात करने से ही रास्ता निकल सकता है।इन दिनों मानसिक बीमारियों के कारण विवाह टूट रहे हैं और तलाक तक की नौबत हो रही है।इससे बचने के  लिए परामर्श ही एक उपाय है। संकायाध्यक्ष डॉ अजय प्रताप सिंह ने अतिथियों को धन्यवाद् ज्ञापन किया।

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