Friday 13 March 2015

मीडिया भी मानव जीवन का अभिन्न अंग: प्रो. पाठक


              जनसंचार विभाग में संचारः विज्ञान और तकनीकी विषयक विशेष आमंत्रण व्याख्यान
                        
वरिष्ठ पत्रकार और मदन मोहन मालवीय हिन्दी पत्रकारिता संस्थान वाराणसी के पूर्व निदेशक प्रो. राममोहन पाठक ने कहा कि आज रोटी, कपड़ा और मकान की तरह मीडिया (संचार) भी मानव जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। आज हर व्यक्ति किसी न किसी रूप में विज्ञान और तकनीकी से जुड़ा है। आज की मीडिया इससे अलग नही हैं।
प्रोफेसर पाठक वृहस्पतिवार को वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में विद्यार्थियों को संचारः विज्ञान और तकनीकी विषयक विशेष आमंत्रण व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने  कहा कि विज्ञान सिद्धांत और मीडिया तकनीक है। विज्ञान वो अमूर्त विद्या है जो टेक्नालाजी को जन्म देती है। आज की मीडिया टेक्नालाजी से पूरी तरह बंध गयी है। मीडिया के माध्यम से मनुष्य अपने कैरियर को संवारता और संभालता है। उन्होंने मीडिया के विभिन्न आयामो पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि न्यूटन के गुरूत्वाकर्षण के सिद्धांत में ही मनुष्य के जीवन के कई रहस्य छिपे हैं। उन्होंने सफल पत्रकार बनने के गुणों को बताते हुए कहा कि इसके लिए भी लेखनी और वाणी के साथ-साथ आधुनिक तकनीकी का ज्ञान जरूरी है।
स्वागत डा. अजय प्रताप सिंह, धन्यवाद ज्ञापन डा. सुनील कुमार एवं संचालन प्राध्यापक डा. मनोज मिश्र द्वारा किया गया। इस अवसर पर डा. दिग्विजय सिंह राठौर डा. रूश्दा आजमी सहित विभाग के समस्त विद्यार्थी मौजूद रहें।

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