Wednesday 25 September 2019

एकात्म मानव दर्शन का युगबोध विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ आयोजन



दीनदयाल उपाध्याय ने अखंड भारत के लिए काम किया- डॉ महेश



वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में बुधवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस के अवसर पर एकात्म मानव दर्शन का युगबोध विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।  विश्वविद्यालय के पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ द्वारा आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि एकात्म मानव दर्शन अनुसन्धान एवं विकास प्रतिष्ठान दिल्ली के अध्यक्ष  डॉ महेश चंद्र शर्मा ने कहा कि ब्रह्म  समग्र है, समग्र में ही  एकात्ममानववाद निहित है जिसे बांटा नहीं जा सकता। आज  वो  विचारधाराएं समाज को बांटने का काम कर रही है जो व्यक्ति और समाज को अलग अलग दृष्टि से देखती है।
उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ने अखंड भारत के लिए काम किया। भारत से पुर्तगालियों और फ्रेंच उपनिवेश को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी जिसकी चर्चा कम हुई।  उन्होंने कहा कि उपाध्याय जी का दर्शन सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का था। उन्होंने ही यह आवाज उठाई थी कि कश्मीर का फैसला कश्मीरी नहीं भारतीय करेंगे।
बतौर विशिष्ट अतिथि अरुंधति वशिष्ठ अनुसंधान पीठ के निदेशक डॉ चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि आज हमें बार-बार अंतरचेतना का युगबोध करना होगा।  जब हम स्वयं को राष्ट्र के साथ जोड़ते हैं तो हमें एकात्म मानववाद का दर्शन दिखता है।  उन्होंने कहा कि आज के मानव में अहंकार का भाव बढ़ता जा रहा है पर्यावरण असंतुलन, जल, वायु, पृथ्वी, आकाश को हमने दूषित कर दिया है।  वैदिक ऋषि प्रकृति को शुद्ध रखने की कामना करते थे यही मानववाद का दर्शन है।
अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव ने कहा कि देश में जो बिखराव आ रहा है उसे एकात्म  दर्शन से रोक सकते हैं। एकात्म मानववाद एक ऐसा दर्शन है जो प्रयोग और अनुभव पर आधारित है।  यह आध्यात्मिक विज्ञान भी है जिसको भौतिक के सिद्धांतों ने सिद्ध कर दिया है।  परिसर पाठ्यक्रम के विद्यार्थी पवनदीप सिंह एवं सलोनी सिंह ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के कृतित्व व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।  प्राचार्य डॉ  एसपी सिंह ने पंडित    दीनदयाल उपाध्याय पर केंद्रित पुस्तक भेंट की।  अतिथियों का स्वागत शोध पीठ के अध्यक्ष डॉ मानस पांडे एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजकुमार ने किया। कार्यक्रम का संचालन  डॉ अनुराग मिश्र ने किया। संगोष्ठी के पूर्व अतिथियों ने संकाय भवन  में स्थापित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।  कार्यक्रम में विधायक डॉ लीना तिवारी, प्रोफेसर रंजना प्रकाश, प्रो अजय द्विवेदी, डॉ  मनोज मिश्र, प्रो ए पी सिंह, प्रो बी डी शर्मा,  प्रो वंदना राय, प्रो अजय  प्रताप सिंह, प्रो  रामनारायण, प्रो अविनाश पाथर्डिकर, डॉ, संदीप सिंह, डॉ  प्रमोद यादव, डॉ राजीव प्रताप सिंह, डॉ  समर बहादुर सिंह, डॉ  विजय सिंह डॉ विजय तिवारी, डॉ संतोष कुमार, डॉ दिग्विजय  सिंह राठौर, डॉ सुनील कुमार  समेत शिक्षक विद्यार्थी मौजूद। 

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