कुलपति सभागार में गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों और अधिकारियों के साथ शिष्टाचार भेंट की।
विश्वविद्यालय के शिक्षक और अधिकारियों को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा, प्रमुख सचिव श्री सुभाष शर्मा ने कहा कि सत्र नियमित करना विश्वविद्यालय की प्राथमिकता है। इसे हर हाल में पूरा करना होगा। समय से परीक्षा कराना और उसका रिजल्ट निकालना जरूरी है ताकि विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेश लेने में कोई दिक्कत ना हो। शिक्षा रोजगारपरक होनी चाहिए। शोध कार्य के क्षेत्र में शासन गंभीर है। इसके लिए सरकार आर्थिक सहायता दे रही है इसका लाभ विश्वविद्यालय भी उठाएं। विश्वविद्यालय खेल और सांस्कृतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य के साथ चरित्र निर्माण का भी काम करें।
कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस.मौर्य ने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय का सत्र नियमित है। विश्वविद्यालय में एक जुलाई से नये सत्र को शुरू किया जा रहा है। नैक मूल्यांकन को प्राथमिकता दिया जा रहा है। उन्होंने विश्वविद्यालय की गतिविधियों को विस्तार से बताया।
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, समस्त सहायक कुलसचिव, प्रो.बीबी तिवारी, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. वंदना राय, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. एके श्रीवास्तव, प्रो. रामनारायण, प्रो. अजय द्विवेदी, डॉ विजय सिंह, डॉ राहुल सिंह,डॉ. मनोज मिश्र, डॉ.राजकुमार, डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. मुराद अली, डा. रसिकेश, डॉ. रजनीश भास्कर, डॉ. सौरभ पाल, डॉ. सुनील कुमार, डॉ.मंगला प्रसाद , डॉ. राजीव कुमार, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. मनोज पांडेय, डॉ. धीरेन्द्र चौधरी, डॉ. द्विबेन्दु मिश्र, डॉ. काजल डे, डॉ. धर्मेंद्र सिंह, डॉ. अन्नू त्यागी, डॉ. कमलेश पाल, डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, सुशील प्रजापति आदि उपस्थित थे।
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