वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय में बुधवार को हिंदी दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. विश्वविद्यालय २० सितम्बर तक राष्ट्रीय हिंदी सप्ताह समारोह का मना रहा है. इसमें विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे.
हिंदी दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में कुलपति प्रो निर्मला एस मौर्य ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है. इस भाषा की खुशबू आज पूरे विश्व में फ़ैल रही है. देश ही नहीं विश्व के तमाम देशों में हिंदी बोलने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. उन्होंने कहा कि अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों में हिंदी भाषा की पढ़ाई हो रही है.उन्होंने अपनी विदेश यात्राओं के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि विदेश में अगर कोई हिंदी में बात करें तो और गर्व होता है.
विशिष्ट अतिथि टीडी कॉलेज जौनपुर की प्रो. वंदना दूबे ने कहा कि हिंदी जनमानस की भाषा है। यह इतनी समृद्ध है कि हर भाषा को स्वीकार कर उदारता का संदेश देती है। उन्होंने कहा कि अनुवाद के कारण हिंदी साहित्य निरंतर समृद्ध हो रही है. हिंदी के साहित्य जहां दूसरी भाषा में अनुदित हो रहे है वही दूसरी भाषा के साहित्य हिंदी में उपलब्ध हो रहे है. विभिन्न भाषाओं के विद्वानों को मिलकर काम करना होगा.
विश्वविद्यालय के शिक्षक प्रो. मानस पाण्डेय, प्रो. रवि प्रकाश, डॉ. मनोज मिश्र एवं डॉ. रसिकेश ने काव्य पाठ किया. इसके साथ ही नीतीश दूबे, सुमित सिंह एवं विवेक पाण्डेय ने प्रस्तुति दी. वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, कुलसचिव महेंद्र कुमार ने विचार व्यक्त किये. अतिथियों का स्वागत संयोजक डॉ. आलोक गुप्ता, संचालन डॉ दिग्विजय सिंह राठौर एवं धन्यवाद् ज्ञापन डॉ. सुनील कुमार ने किया.
इस अवसर पर प्रो अजय द्विवेदी, प्रो देव राज, प्रो बीडी शर्मा, प्रो रजनीश भास्कर, प्रो राम नारायण, डॉ विनय वर्मा, प्रो नूपुर तिवारी, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ गिरिधर मिश्र, डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ मनोज पाण्डेय, अमृत लाल, बबिता सिंह, डॉ विद्युत् मल समेत शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे.
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