Friday, 17 March 2023

सम्मान के साथ खरीदारी के लिए है बापू बाजारः प्रो. निर्मला एस. मौर्य

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर इकाई राष्ट्रीय सेवा योजना, विशेष शिविर के समापन अवसर पर शुक्रवार को विश्वविद्यालय परिसर में बापू बाजार का आयोजन किया गया। बापू बाजार में आसपास से आए ग्रामीणों की काफी भीड़ थी। ग्रामीण कपड़े और अन्य सामग्री खरीदकर काफी खुश थे। कुलपति ने भी बापू बाजार के स्टाल से कपड़े और साड़ी खरीदकर ग्रामीण महिलाओं और बच्चों को भेंट की। गांव वालों ने खाने- पीने के सामान का भी लुफ्त उठाया। सभी सामान दो, तीन और पांच रुपये में लोगों को उपलब्ध कराया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन डॉ विनय वर्मा ने किया। 
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि ग्रामीणों को सम्मान के साथ खरीदारी करने के लिए यह आयोजन किया गया है। उनके सम्मान को ख्याल के लिए दो, तीन और पांच रुपये की टोकन मनी रखी गई है, ताकि कोई यह न कहें कि निःशुल्क लेकर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वदेशी अपनाने पर बल देते थे। उनकी सोच लोगों को स्वावलंबी बनाने की थी। उनके सिद्धांतों की प्रेरणा से अभिभूत होकर विश्वविद्यालय ने अपने सामाजिक दायित्व के तहत बापू बाजार का आयोजन किया है। खिलौने और कपड़े पाकर गांव के बच्चों में जो खुशी दिखाई दे रही है, इससे मेरा दिल प्रसन्न हो गया।  
वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि बापू बाजार कार्यक्रम के तहत आसपास के ग्रामीण अंचलों के लोगों को सम्मान और आर्थिक लाभ पहुंचाने की कोशिश पूर्वांचल विश्वविद्यालय कर रहा है। इसी के तहत हम गांव- गांव में विश्वविद्यालय बापू बाजार का आयोजन कर रहा है। राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ राज बहादुर यादव ने कहा कि गांव में बापू बाजार की लोकप्रियता बढ़ रही है कई ग्राम प्रधानों ने मुझे अपने गांव में बापू बाजार लगाने के लिए अनुरोध किया है। बापू बाजार के स्टाल पर साड़ी, पैंट, शर्ट, टीशर्ट, जींस पैंट, कैजुएल पैंट, स्वेटर, साल, कोट, जैकेट, टोपी, मफलर, पैजामा कुर्ता जैसे सामान्य और ऊनी कपड़े और स्कूली बैग और खिलौने इत्यादि उपलब्ध थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ विनय वर्मा और धन्यवाद ज्ञापन डॉ शशिकांत यादव ने किया।
इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, सहायक कुलसचिव अमृतलाल, बबीता सिंह, अजीत सिंह, प्रो.वंदना राय, प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो देवराज सिंह, डॉ मनोज मिश्र, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ रसिकेश, डॉ सुनील कुमार, डॉ अनु त्यागी, डॉ श्याम कन्हैया, डा. अजय मौर्य, डा. विशाल यादव, डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डॉ पीके कौशिक, सुशील प्रजापति समेत कई महाविद्यालय के प्राचार्य और शिक्षक शामिल थे।

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