Friday, 31 January 2025

प्रभावी सीवी निर्माण पर विशेष कार्यशाला


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वंदना सिंह की प्रेरणा से, सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के तत्वावधान में  सीवी (करिकुलम वीटे) निर्माण पर एक विशेष कार्यशाला आयोजित की गई। इस सत्र का संचालन एमबीए विभाग के अध्यक्ष प्रो. मुराद अली ने किया, जिसमें छात्रों को प्रभावी सीवी लिखने की तकनीकों और साक्षात्कार में उनकी उपयोगिता पर मार्गदर्शन दिया गया।
सत्र दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक चला, जिसमें प्रो. मुराद अली ने सीवी के विभिन्न घटकों, संरचना, प्रासंगिक कौशलों को प्रस्तुत करने की विधि, और पेशेवर दृष्टिकोण पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि एक प्रभावी सीवी करियर की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसे तैयार करते समय सटीकता, स्पष्टता और संक्षिप्तता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
उन्होंने छात्रों को उद्योग जगत की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सीवी को कस्टमाइज़ करने, प्रमुख कौशलों को उजागर करने और सही प्रारूप का उपयोग करने के टिप्स दिए। इसके अलावा, उन्होंने कवर लेटर की भूमिका, आम गलतियों से बचने के उपाय, और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सीवी अपलोड करने के महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के अंत में प्रो. अविनाश डी. पाथर्डिकर ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने प्रो. मुराद अली का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यशाला छात्रों के लिए अत्यंत लाभदायक रही और भविष्य में भी इस तरह के ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित किए जाने चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान प्लेसमेंट सेल के कर्यालय प्रभारी श्याम त्रिपाठी एवं मुख्य छात्र सदस्य आदित्य पांडे, दिव्यांशु संजय, रुद्रांश चतुर्वेदी, श्रेया मिश्रा, शिवांश श्रीवास्तव, हरी ओम साहू, आर्यन पाण्डेय, आयुष गुप्ता समेत कई छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

Thursday, 30 January 2025

विश्वविद्यालय में महात्मा गाँधी को पुण्यतिथि पर किया गया नमन


गांधी ने राष्ट्र के लिए जीवन किया समर्पित – कुलसचिव

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में महात्मा गांधी के शहीद दिवस पर गांधी वाटिका में उनकी मूर्ति पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों एवं विद्यार्थियों ने पुष्प अर्पित कर नमन किया । इस अवसर पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन अत्यंत सरल था उन्होंने सदैव समाज के अंतिम व्यक्ति के कल्याण की कामना की । गांधी जी ने देश की सामाजिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए सशक्त राष्ट्र निर्माण के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित किया।वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि महात्मा गांधी जी के जीवन दर्शन से हमें  सीख मिलती है कि सादगी से भरा जीवन ही हमें सच्चा  सुख दे सकता है।
परीक्षा नियंत्रक विनोद कुमार सिंह ने  कहा कि उनके सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लेना चाहिए । गांधी जी एक ऐसे भारत की कल्पना करते थे जहाँ हर व्यक्ति समानता, सद्भाव और न्याय के साथ जीवन व्यतीत कर सके ।
प्रो. विक्रम देव ने कहा कि राष्ट्रपिता गांधी के सपनों का भारत बनाने हेतु संकल्पित होना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी । वे  सत्य अहिंसा,स्वदेशी,  ग्राम स्वराज के प्रबल समर्थक पक्षधर एवं प्रचारक थे । कार्यक्रम का संचालन डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने किया ।
इस अवसर पर प्रो. मनोज मिश्र, प्रो. प्रमोद यादव, एनएसएस समन्वयक डॉ. राज बहादुर यादव, उपकुलसचिव अजीत सिंह, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. शशिकांत यादव, डॉ श्याम कन्हैया सिंह,  डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ. मनोज पाण्डेय, डॉ अमित मिश्र समेत विद्यार्थी उपस्थित रहे ।

रसायन विज्ञान छात्रों के लिए साक्षात्कार संबंधी विशेष व्याख्यान


जौनपुर।कुलपति प्रो. वंदना सिंह की प्रेणना से वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के तत्वाधान में रज्जू भैया इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल साइंसेज के रसायन विज्ञान विभाग के डॉ. नितेश जायसवाल ने आज  सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल और इनक्यूबेशन सेंटर द्वारा आयोजित एक विशेष व्याख्यान में छात्रों को साक्षात्कार में पूछे जाने वाले प्रमुख प्रश्नों की जानकारी दी।
सत्र में उन्होंने मौलिक, कार्बनिक, भौतिक और औद्योगिक रसायन से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्नों पर चर्चा की। इसके अलावा, अनुसंधान, प्रयोगशाला तकनीकों और आधुनिक विश्लेषणात्मक विधियों जैसे कि स्पेक्ट्रोस्कोपी और क्रोमैटोग्राफी की उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला।
डॉ. जायसवाल ने छात्रों को व्यावहारिक कौशल, गहन अध्ययन और उद्योग आवश्यकताओं पर ध्यान देने की सलाह दी, ताकि वे साक्षात्कार में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। इस दौरान छात्रों ने अपने सवाल पूछे और करियर मार्गदर्शन प्राप्त किया।
संस्थान के प्लेसमेंट सेल ने छात्रों की भागीदारी को सराहा और भविष्य में इस तरह के और सत्र आयोजित करने की बात कही।
कार्यक्रम के अंत में प्रो. अविनाश डी. पाथर्डिकर ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने डॉ. नितेश जायसवाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सत्र छात्रों के लिए अत्यंत लाभदायक रहा और भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता बनी रहेगी। उन्होंने प्लेसमेंट सेल और इनक्यूबेशन सेंटर के प्रयासों की भी सराहना की।
कार्यक्रम दौरान कर्यालय प्रभारी श्याम त्रिपाठी एवम्  प्लेसमेंट सेल के मुख्य छात्र सदस्य आदित्य पांडे ,दिव्यांशु संजय, रुद्रांश चतुर्वेदी, श्रेया मिश्रा ,शिवांश श्रीवास्तव, हरी ओम साहू, आर्यन पाण्डेय ,आयुष गुप्ता एवम् आदि छात्र उपस्थित रहे।

Tuesday, 28 January 2025

रज्जू भैया का जीवन समाज व राष्ट्र को था समर्पित

रज्जू भैया मितव्ययता एवं समर्पण के प्रतिमूर्ति : प्रो. प्रमोद यादव

 वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के द्वारा प्रो राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) की जन्मजयंती की पूर्व संध्या पर पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रो प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि प्रो राजेंद्र सिंह सरलता, सहजता व आत्मीयता के प्रतिमूर्ति थे। इसी कारण लोग प्रो राजेंद्र सिंह को प्यार से रज्जू भैया कहते थे। उन्होंने रज्जू भैया के जीवन के ऊपर विस्तार से प्रकाश डाला। 
रज्जू भैया प्रयागराज विश्वविद्यालय में भौतिक शास्त्र के प्रोफेसर थे। सन 1966 में प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) ने प्रयाग विश्वविद्यालय के भौतिक शास्त्र के विभागाध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया। तत्पश्चात् वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जीवनव्रती प्रचारक के रूप में उस पथ के पथिक बनकर संघ कार्य में अहर्निश सक्रिय हो गए। रज्जू भैया बाद में 1994 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चौथे सरसंघचालक बने।  उन्होंने एक शिक्षक, स्वयंसेवक, प्रचारक से लेकर सरसंघचालक तक की महती जिम्मेदारियों को बड़ी सहजता और सरलता के साथ निभाया। 
कुलपति प्रो वंदना सिंह की प्रेरणा से संस्थान उत्तरोत्तर प्रगति की ओर अग्रसर है तथा शोध के क्षेत्र में देश एवं विदेश में महत्वपूर्ण स्थान बना रहा है। ज्ञात हो कि रज्जू भैया की स्मृति में 2018 में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान की स्थापना तत्कालीन कुलपति प्रो. राजाराम यादव के प्रयास से उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा की गई। 
कार्यक्रम का संयोजन डॉ नितेश जायसवाल ने किया किया । इस अवसर पर विश्वविद्यालय के आचार्य प्रो. प्रो मिथिलेश सिंह, प्रो गिरधर मिश्र, प्रो प्रमोद कुमार, डॉ मिथिलेश यादव, डॉ नीरज अवस्थी, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ शशिकांत, डॉ आलोक वर्मा, डॉ आशीष वर्मा, डा दिनेश वर्मा, डॉ सुजीत चौरसिया, डॉ. रामांशु, डा दीपक मौर्या, संदीप वर्मा, सौरभ सिंह और अन्य शिक्षक तथा सभी छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रही।

रज्जू भैया मितव्ययता एवं समर्पण के प्रतिमूर्ति : प्रो. प्रमोद यादव

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के द्वारा प्रो राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) की जन्मजयंती की पूर्व संध्या पर पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रो प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि प्रो राजेंद्र सिंह सरलता, सहजता व आत्मीयता के प्रतिमूर्ति थे। इसी कारण लोग प्रो राजेंद्र सिंह को प्यार से रज्जू भैया कहते थे। उन्होंने रज्जू भैया के जीवन के ऊपर विस्तार से प्रकाश डाला। 
रज्जू भैया प्रयागराज विश्वविद्यालय में भौतिक शास्त्र के प्रोफेसर थे। सन 1966 में प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) ने प्रयाग विश्वविद्यालय के भौतिक शास्त्र के विभागाध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया। तत्पश्चात् वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जीवनव्रती प्रचारक के रूप में उस पथ के पथिक बनकर संघ कार्य में अहर्निश सक्रिय हो गए। रज्जू भैया बाद में 1994 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चौथे सरसंघचालक बने।  उन्होंने एक शिक्षक, स्वयंसेवक, प्रचारक से लेकर सरसंघचालक तक की महती जिम्मेदारियों को बड़ी सहजता और सरलता के साथ निभाया। 
कुलपति प्रो वंदना सिंह की प्रेरणा से संस्थान उत्तरोत्तर प्रगति की ओर अग्रसर है तथा शोध के क्षेत्र में देश एवं विदेश में महत्वपूर्ण स्थान बना रहा है। ज्ञात हो कि रज्जू भैया की स्मृति में 2018 में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान की स्थापना तत्कालीन कुलपति प्रो. राजाराम यादव के प्रयास से उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा की गई। 
कार्यक्रम का संयोजन डॉ नितेश जायसवाल ने किया किया । इस अवसर पर विश्वविद्यालय के आचार्य प्रो. प्रो मिथिलेश सिंह, प्रो गिरधर मिश्र, प्रो प्रमोद कुमार, डॉ मिथिलेश यादव, डॉ नीरज अवस्थी, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ शशिकांत, डॉ आलोक वर्मा, डॉ आशीष वर्मा, डा दिनेश वर्मा, डॉ सुजीत चौरसिया, डॉ. रामांशु, डा दीपक मौर्या, संदीप वर्मा, सौरभ सिंह और अन्य शिक्षक तथा सभी छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रही।

Monday, 27 January 2025

सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक बनें युवा: सुशील मिश्रा


पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सड़क सुरक्षा में युवाओं की भूमिका विषयक संगोष्ठी का हुआ आयोजन
 जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में सोमवार को सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत "सड़क सुरक्षा में युवाओं की भूमिका" विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता जौनपुर के यातायात प्रभारी सुशील मिश्रा ने युवाओं को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में युवाओं की अहम भूमिका है। उन्होंने बताया कि हर साल भारत में सड़क दुर्घटनाओं में लाखों लोगों की जान जाती है, जिसमें से ज्यादातर दुर्घटनाएं यातायात नियमों की अनदेखी के कारण होती हैं। भारत युवाओं का देश है, युवा हमारे देश की पूंजी हैं परन्तु एक छोटी सी लापरवाही से युवा पीढ़ी सड़क दुर्घटना से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, जो अत्यंत दुखद है। उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस ने जौनपुर में पहले हेलमेट फिर चाभी नामक अभियान चलाया जिसे व्यापक जनसमर्थन मिला। 
राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. राजबहादुर यादव ने कहा कि हमें सड़क सुरक्षा के प्रति अपने दायित्व का शत-प्रतिशत निर्वहन करते हुए अपने परिवारजनों और आस पड़ोस के अन्य लोगों को जागरूक करने का संकल्प लेना चाहिए। राजकीय महाविद्यालय मुफ्तीगंज के प्राचार्य डॉ. धर्मेन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा की हम सड़क सुरक्षा के नियमों को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाएं तभी जाकर सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकेगी। 
जनसंचार विभाग असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर  ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें सड़कों पर आत्मसंयम और नियंत्रित होकर वाहन चलाएं । उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि जोश में होश न खोएं आपके परिवार और समाज को आपसे बड़ी अपेक्षाएं हैं।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया। भाषण प्रतियोगिता में 68 छात्रों ने सड़क सुरक्षा पर अपने विचार व्यक्त किए। निबंध प्रतियोगिता में 55 छात्रों ने "युवाओं की भूमिका और सड़क सुरक्षा" विषय पर निबंध लिखे। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में 50 छात्रों ने सड़क सुरक्षा से जुड़े सवालों के जवाब दिए, जबकि पोस्टर प्रतियोगिता में 40 से अधिक छात्रों ने रचनात्मक पोस्टर बनाकर सड़क सुरक्षा का संदेश दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता रज्जू भइया संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद यादव ने की। उन्होंने युवाओं को सड़क सुरक्षा का ब्रांड एंबेसडर बनने की प्रेरणा दी और कहा कि यातायात नियमों का पालन करना केवल कानून का सम्मान नहीं, बल्कि दूसरों की सुरक्षा का दायित्व भी है। संगोष्ठी का संयोजन राष्ट्रीय सेवा के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा. शशिकांत यादव ने किया, जबकि संचालन व धन्यवाद ज्ञापन सुमित सिंह ने दिया।
सभी उपस्थित छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने यातायात नियमों का पालन करने, हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग सुनिश्चित करने, और वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने भाग लेकर इसे सफल बनाया।

सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक बनें युवा: सुशील मिश्रा


पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सड़क सुरक्षा में युवाओं की भूमिका विषयक संगोष्ठी का हुआ आयोजन
31 जनवरी तक मनाया जाएगा सड़क सुरक्षा माह पोस्टर, भाषण और निबंध  प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन  

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में सोमवार को सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत "सड़क सुरक्षा में युवाओं की भूमिका" विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता जौनपुर के यातायात प्रभारी सुशील मिश्रा ने युवाओं को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में युवाओं की अहम भूमिका है। उन्होंने बताया कि हर साल भारत में सड़क दुर्घटनाओं में लाखों लोगों की जान जाती है, जिसमें से ज्यादातर दुर्घटनाएं यातायात नियमों की अनदेखी के कारण होती हैं। भारत युवाओं का देश है, युवा हमारे देश की पूंजी हैं परन्तु एक छोटी सी लापरवाही से युवा पीढ़ी सड़क दुर्घटना से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, जो अत्यंत दुखद है। उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस ने जौनपुर में पहले हेलमेट फिर चाभी नामक अभियान चलाया जिसे व्यापक जनसमर्थन मिला। 
राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. राजबहादुर यादव ने कहा कि हमें सड़क सुरक्षा के प्रति अपने दायित्व का शत-प्रतिशत निर्वहन करते हुए अपने परिवारजनों और आस पड़ोस के अन्य लोगों को जागरूक करने का संकल्प लेना चाहिए। राजकीय महाविद्यालय मुफ्तीगंज के प्राचार्य डॉ. धर्मेन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा की हम सड़क सुरक्षा के नियमों को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाएं तभी जाकर सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकेगी। 
जनसंचार विभाग असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर  ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें सड़कों पर आत्मसंयम और नियंत्रित होकर वाहन चलाएं । उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि जोश में होश न खोएं आपके परिवार और समाज को आपसे बड़ी अपेक्षाएं हैं।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया। भाषण प्रतियोगिता में 68 छात्रों ने सड़क सुरक्षा पर अपने विचार व्यक्त किए। निबंध प्रतियोगिता में 55 छात्रों ने "युवाओं की भूमिका और सड़क सुरक्षा" विषय पर निबंध लिखे। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में 50 छात्रों ने सड़क सुरक्षा से जुड़े सवालों के जवाब दिए, जबकि पोस्टर प्रतियोगिता में 40 से अधिक छात्रों ने रचनात्मक पोस्टर बनाकर सड़क सुरक्षा का संदेश दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता रज्जू भइया संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद यादव ने की। उन्होंने युवाओं को सड़क सुरक्षा का ब्रांड एंबेसडर बनने की प्रेरणा दी और कहा कि यातायात नियमों का पालन करना केवल कानून का सम्मान नहीं, बल्कि दूसरों की सुरक्षा का दायित्व भी है। संगोष्ठी का संयोजन राष्ट्रीय सेवा के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा. शशिकांत यादव ने किया, जबकि संचालन व धन्यवाद ज्ञापन सुमित सिंह ने दिया।
सभी उपस्थित छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने यातायात नियमों का पालन करने, हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग सुनिश्चित करने, और वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने भाग लेकर इसे सफल बनाया।

Sunday, 26 January 2025

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मनाया गया गणतंत्र दिवस

जौनपुर. वीर  बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया।  वरिष्ठतम आचार्य डॉ. मानस पांडेय ने तिरंगा फहराया। उन्होंने कहा कि गणतंत्र की मूल भावनाओं का निर्वहन करना हमारा परम कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि देश और संस्था के उद्देश्य हमारे लिए सर्वोच्च होते है उसके लिए समर्पित रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमने एकजुट  होकर विश्वविद्यालय को नैक का ए प्लस ग्रेड दिलाने में अपनी महती भूमिका अदा की है. अब अगला लक्ष्य  अब एनआईआरएफ और क्यूएस रैंकिंग जैसी संस्थाओं से बेहतर रैंकिंग प्राप्त करना है.

कार्यक्रम के पूर्व   सुरक्षाकर्मियों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और उन्होंने अधिकारियों और कुलानुशासक प्रो. राजकुमार के साथ  परेड का निरीक्षण किया । इसके साथ ही 24 जनवरी से चल रहे तीन दिवसीय उत्तर प्रदेश दिवस का समापन कार्यक्रम भी हुआ.  समारोह का संचालन राजनारायन सिंह ने किया। इसके बाद कुलपति सभागार में शिक्षकों ने राष्ट्रभक्ति गीतों से अपने विचार प्रस्तुत किए ।
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय, परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह,  अमृतलाल, अजीत प्रताप सिंह, बबिता सिंह प्रो .अविनाश पाथर्डीकर,प्रो वी डी शर्मा, प्रो. ए.के. श्रीवास्तव, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो संदीप सिंह, प्रो मुराद अली, प्रो नुपुर तिवारी,   प्रो संतोष कुमार,  प्रो. मनोज मिश्र, प्रो. राजकुमार, प्रो प्रमोद यादव, प्रो. गिरिधर मिश्र, डॉ. रसिकेश,  डॉ सुनील कुमार,  डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ अनुराग मिश्र, कर्मचारी संघ के महामंत्री रमेश यादव, डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य समेत संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, कर्मचारी, विद्यार्थीगण मौजूद थे।

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मनाया गया गणतंत्र दिवस

जौनपुर. वीर  बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया।  वरिष्ठतम आचार्य डॉ. मानस पांडेय ने तिरंगा फहराया। उन्होंने कहा कि गणतंत्र की मूल भावनाओं का निर्वहन करना हमारा परम कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि देश और संस्था के उद्देश्य हमारे लिए सर्वोच्च होते है उसके लिए समर्पित रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमने एकजुट  होकर विश्वविद्यालय को नैक का ए प्लस ग्रेड दिलाने में अपनी महती भूमिका अदा की है. अब अगला लक्ष्य  अब एनआईआरएफ और क्यूएस रैंकिंग जैसी संस्थाओं से बेहतर रैंकिंग प्राप्त करना है.

कार्यक्रम के पूर्व   सुरक्षाकर्मियों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और उन्होंने अधिकारियों और कुलानुशासक प्रो. राजकुमार के साथ  परेड का निरीक्षण किया । इसके साथ ही 24 जनवरी से चल रहे तीन दिवसीय उत्तर प्रदेश दिवस का समापन कार्यक्रम भी हुआ.  समारोह का संचालन राजनारायन सिंह ने किया। इसके बाद कुलपति सभागार में शिक्षकों ने राष्ट्रभक्ति गीतों से अपने विचार प्रस्तुत किए ।
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय, परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह,  अमृतलाल, अजीत प्रताप सिंह, बबिता सिंह प्रो .अविनाश पाथर्डीकर,प्रो वी डी शर्मा, प्रो. ए.के. श्रीवास्तव, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो संदीप सिंह, प्रो मुराद अली, प्रो नुपुर तिवारी,   प्रो संतोष कुमार,  प्रो. मनोज मिश्र, प्रो. राजकुमार, प्रो प्रमोद यादव, प्रो. गिरिधर मिश्र, डॉ. रसिकेश,  डॉ सुनील कुमार,  डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ अनुराग मिश्र, कर्मचारी संघ के महामंत्री रमेश यादव, डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य समेत संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, कर्मचारी, विद्यार्थीगण मौजूद थे।

Saturday, 25 January 2025

विश्वविद्यालय में  हेरिटेज गैलरी का विद्यार्थियों ने किया भ्रमण 
जौनपुर। उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय में स्थापति हेरिटेज गैलरी का विद्यार्थियों ने भ्रमण किया और प्रदेश की संस्कृति और विरासत से परिचित हुए. उत्तर प्रदेश दिवस की  इस वर्ष थीम "विकास व विरासत: प्रगति पथ पर उत्तर प्रदेश" पर है जिसके क्रम में प्रदेशमें तीन दिवसीय विविध कार्यक्रम आयोजित हो रहे है.
 अनुप्रयुक्त सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी संकायके अध्यक्ष प्रो. मनोज मिश्र ने विद्यार्थियों को उत्तर प्रदेश की विविध संस्कृति से परिचय कराया और हेरिटेज गैलरी में लगी कलाकृतियों से संबंधित जानकारी दी.उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश की संस्कृति सबको एक साथ चलने की प्रेरणा देती है.आदिकाल से  हमारा राज्य भारतीय संस्कृति के विविध पहलुओं का प्रतिनिधित्व करता रहा है. उन्होंने कहा कि हमें अपनी लोक संस्कृति जिन्दा रहे यह हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है. इसी धरती ने सत्य, अहिंसा और मानव प्रेमकी शिक्षा दी है. हम कभी इससे उऋण नहीं हो सकते है. 
जनसंचार विभाग के शिक्षक डॉ सुनील कुमार ने कहाकि उत्तर प्रदेश की विरासत भारतीय इतिहास, कला, संस्कृति और धर्म का आभूषण मानी जाती है. यह राज्य भारतीय सभ्यता के कई महत्वपूर्ण चरणों का साक्षी रहा है और यहाँ की धरोहर विश्वभर में प्रसिद्ध है. संयोजन नोडल अधिकारी डॉ. दिग्विजयसिंह राठौर  ने किया.  इस अवसर डॉ. चंदन सिंह, डॉ अमित मिश्र, अर्पित यादव,आनंद सिंह, डॉ. विद्युत मल्ल, पंकज सिंह समेत शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे.